Thursday , October 24 2024

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चल रही थी फेरे की तैयारी, पहुंच गई पहली पत्नी… मच गया हंगामा, रौद्र रुप देख भाग निकला दुल्हा पक्ष

हसनपुर:  हसनपुर के एक बरात घर में आयोजित शादी में उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब दूल्हे की पहली पत्नी शादी रुकवाने पहुंची। उसके हंगामा करते ही दूल्हा पक्ष के लोग वहां से निकल लिए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। मौके पर पुलिस पहुंच गई।

लड़की वालों की तरफ से की गई शादी की तैयारियों पर पानी फिर गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताते हैं कि नौगावां सादात क्षेत्र के गांव के रहने वाले होमगार्ड की बेटी की शादी चार साल पहले इलाके के एक गांव निवासी युवक के साथ हुई थी।

शादी के एक साल बाद ही पति- पत्नी के बीच विवाद हो गया और दोनों अलग रहने लगे। पत्नी ने पति के खिलाफ अदालत में केस कर दिया। जो कोर्ट में विचाराधीन है। इसी बीच युवक ने दूसरी जगह शादी करने का निर्णय कर लिया। बताते हैं कि युवक की शादी हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव निवासी किसान की बेटी के साथ तय हो गई।

बृहस्पतिवार को नगर के एक मैरिज हॉल में शादी का आयोजन किया जा रहा था। इसकी भनक लगने पर युवक की पहली पत्नी अपने पिता व रिश्तेदारों के साथ वैवाहिक समारोह में पहुंच गई और हंगामा कर दिया। हंगामे के बीच दूल्हा व उसके परिवार के लोग वहां से चले गए।

सूचना मिलते ही पीआरवी मौके पर पहुंच गई, लेकिन वहां से अधिकांश जिम्मेदार लोग जा चुके थे। इसके बाद युवती कोतवाली पहुंची और मदद की गुहार लगाई। सीओ दीप कुमार पंत का कहना है कि मामले में की जांच की जा रही है। जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिसकर्मी पति से छिपकर फेसबुक फ्रेंड से मिलने गई थी पत्नी, फिर हुआ ऐसा कांड…जानकर रह जाएंगे हैरान

आगरा में एक ठग ने पुलिसकर्मी की पत्नी से फेसबुक पर दोस्ती की। खुद को बीएसएफ में दिल्ली में तैनात बताया। आगरा में मिलने के बहाने आकर रेस्तरां में ले गया। वहां रुपयों की जरूरत बताकर 1 लाख रुपये की सोने की चूड़ियां उतरवा ले गया। इसके बाद फेसबुक आईडी और नंबर ब्लॉक होने पर थाना सदर में केस दर्ज कराया गया है।

ताजगंज निवासी महिला ने पुलिस को बताया कि पति पुलिस विभाग अलीगढ़ में तैनात हैं। फेसबुक पर राज यादव नामक आईडी पर संपर्क हुआ। युवक ने खुद को बीएसएफ में दिल्ली में तैनात बताया। कहा कि वो जमीन देख रहा है, 17 लाख रुपये की जरूरत है। उन्होंने मना कर दिया। मगर, वो नहीं माना, जेवर गिरवी रखने का दबाव बनाया।

युवक ने 26 जून को मिलने के लिए भगवान टाॅकीज पर बुलाया। पर्स में वह अपनी सोने की 4 चूड़ी लेकर गई थी। युवक आया और बाइक से मधु नगर में एक रेस्तरां में ले गया, वहां लस्सी पिलाई और पर्स में रखीं चूड़ियां मांगने लगा। रास्ते में चूड़ियां ले लीं। वह ऑटो में बैठकर घर आ गई।

बाद में कॉल करने पर बताया कि चूड़ियां 80 हजार में गिरवी रख दी है। इस बारे में पति को नहीं बताया था। अब कॉल नहीं लग रहा है। युवक ने फेसबुक पर भी ब्लाक कर दिया। युवक का नाम ट्रू कॉलर पर प्रदीप कुमार आ रहा है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के नंबर से पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। साइबर अपराध का मामला है। साइबर थाने की भी मदद ली जाएगी।

अनजान दोस्तों से रहें सावधान
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि साइबर दुनिया के अनजान दोस्तों से सावधान रहें। ऐसे लोगों की फ्रैंड रिक्वेस्ट भी पूरी जानकारी के बाद ही स्वीकार करनी चाहिए। अनजान व्यक्ति रुपयों की मांग करता है तो समझ जाएं कि ठगी करने वाला है। साइबर ठगी होने पर पुलिस से शिकायत जरूर करें।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा के ये कैसे इंतजाम, कोई कैसे भी चले…उठ रहे ये सवाल

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बुधवार सुबह भीषण हादसे में 18 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर सड़क सुरक्षा के इंतजाम पर सवालिया निशान खड़े किए गए हैं।

वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन ने कहा कि यदि एक्सप्रेस-वे पर स्पीड कैमरे लगे हैं और स्पीड उल्लंघन पर कड़ाई से चालान हो रहे हों, तो वाहन निर्धारित गति सीमा का उल्लंघन क्यों करेंगे। यही नहीं, बस में सीट बैल्ट की व्यवस्था भी अनिवार्य हो तो सड़क हादसों में यात्रियों की काफी सुरक्षा बढ़ सकती है।

अपनी लेन में वाहन चलें और जो लेन के अनुसार नहीं चलें या गलत रूप से ओवरटेक करें, तो उनका चालान भी कड़ाई से क्यों नहीं होता है। दुर्भाग्य है कि इलेक्ट्राॅनिक मॉनिटरिंग की व्यवस्था में लेन के अनुसार न चलने अथवा गलत ओवरटेक करने पर कोई चालान नहीं किया जाता है। यही नहीं, रातभर बस का चलना भी ड्राइवर की को थकान और नींद से भर देता है। यह वर्तमान में सड़क हादसों का बड़ा कारण है। नियमानुसार वाहन चालक निर्धारित अवधि से अधिक ड्राइविंग नहीं कर सकते हैं, लेकिन इस संबंध में नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं।

अधिवक्ता ने बताया कि सड़क सुरक्षा के मामले की सुनवाई 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में नियत है, जिसमें उनके द्वारा लगाई गई 8 याचिकाओं की सुनवाई होनी है, जिसमें इलेक्ट्राॅनिक मॉनिटरिंग के माध्यम से ट्रैफिक नियमों का अनुपालन, कैशलेस इलाज, हिट एंड रन में मुआवजे का भुगतान आदि याचिकाएं भी सम्मिलित हैं।

चार साल का प्यार…एक दिन बाद किसी ओर से शादी, इसलिए कर दिया प्रेमिका के पिता का कत्ल

एटा:  उत्तर प्रदेश के एटा जिले के गांव मीरापुर में प्रेमिका की शादी के एक दिन पहले उसके पिता की प्रेमी ने हत्या कर दी। चाकू से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। परिजन ने बृहस्पतिवार की सुबह शव चारपाई पर पड़ा देखा। पुलिस अधिकारियों सहित फॉरेंसिक टीम के साथ ही डॉग स्क्वायड ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी की और सबूत जुटाए।

शीला देवी निवासी मीरापुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को उसकी बेटी की शादी होनी थी। घर में ढोलक की थाप पर मंगल गीत गाए जा रहे थे। बुधवार की देर रात 12 बजे तक गीत व अन्य वैवाहिक रस्में और तैयारियां चलती रहीं। उसके बाद सभी लोग सोने के लिए चले गए। पति माया प्रकाश (48) भी घर के सामने सुरेश के चबूतरे पर चारपाई डालकर सो गए। उनके एक तरफ मेरी सास फूलवती सो रहीं थीं। वहीं दूसरी ओर मोहल्ले की ही मुंहबोली बहन दानवती सो रहीं थीं।

बृहस्पतिवार सुबह 5 बजे जब लोग इनको जगाने पहुंचे तो देखा पति के गले पर घाव है, जहां से काफी खून निकला हुआ है। उनकी मौत हो चुकी थी। जानकारी होते ही घर में चीत्कार मच गया। विवाह की खुशियां एक पल में छिन गईं। एसएसपी राजेश कुमार सिंह, एएसपी धनंजय सिंह कुशवाहा के साथ सीओ सदर अमित कुमार राय भी मौके पर पहुंच गए।
मृतक के बेटे सूरज ने बताया कि गांव का आकाश उसकी बहन को परेशान करता था। उसका पिता अतर सिंह और मां मितलेश भी उसका ही साथ देते थे। शीला देवी की तहरीर पर इन तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि परिजन ने आरोप लगाए हैं, उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। और भी कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पिछले 4 वर्ष से चल रहा था प्रेम संबंध
जानकारी के अनुसार युवती व आकाश के बीच पिछले 4 वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था। लड़की इस समय 12वीं की छात्रा है। इसको लेकर लड़की के घर वाले विरोध करते थे। लगभग 4 माह पूर्व आकाश व लड़की को घर वालों ने बातचीत करते देख लिया था। जिसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी और विवाद भी हुआ था। मामला पुलिस तक पहुंचने से पहले ही ग्राम प्रधान व अन्य लोगों ने पंचायत कर समझौता करा दिया था।

ऑनलाइन हाजिरी का शिक्षकों ने जताया विरोध, CM योगी को भेजा ज्ञापन, कहा- स्कूलों में बढ़ाएं सुविधाएं

मुरादाबाद:उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले बेसिक स्कूलों के शिक्षक कलक्ट्रेट पर एकत्र हुए। उन्होंने ऑनलाइन हाजिरी, पंजिकाओं के डिजिटलीकरण के विरोध समेत समेत विभिन्न मुद्दों पर डीएम के जरिये सीएम को ज्ञापन भेजा। शिक्षकों ने सरकार से अपील की है कि ऑनलाइन हाजिरी व पंजिकाओं के डिजिटलीकरण के आदेश वापस लिए जाएं।

संगठन ने मांग की है कि परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को 15 सीएल, समेत अन्य सुविधाएं दी जाए। कैशलेस चिकित्सा सुविधा (बिना प्रीमियम) दी जाए। शिक्षकों का ससमय स्थानानतंरण, पदोन्नति की जाए। वेतन विसंगति का निराकरण किया जाए। विद्यालयों में लिपिक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति की जाए।

शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए। जनपद स्तर की समस्याओं को निस्तारित किया जाए। इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा, जिला मंत्री रविकांत गहलौत, बिलारी ब्लॉक के अध्यक्ष सतपाल चौधरी, चरित्र कुमार, सुधीश पाराशरी, अंकित विश्नोई, हिंदवीर सिंह, करन सिंह, जय प्रधान, पपीन चौधरी, कुमारी शाहीन, खदीजा एजाज आदि मौजूद रहे।

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने दी 100 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी, जानें मामला

केंद्र सरकार मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए बड़ी पहल करने जा रही है। मत्स्य पालन क्षेत्र में सरकार 100 करोड़ का निवेश कर 125 नए प्रोजेक्ट शुरू करेगी। इन परियोजनाओं का शुक्रवार को मदुरै में होने वाली मत्स्य पालन समर मीट में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उद्घाटन करेंगे।मत्स्य पालन मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत 100 करोड़ का निवेश किया जाएगा।

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए नई पहल
अधिकारियों का कहना है कि मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की जा रही हैं। इसमें फिश रिटेल कियॉस्क, झींगा मछली की हैचरी, मछली ब्रूड बैंकों की स्थापना, सजावटी मछलियों की यूनिट, बायोफ्लॉक यूनिट, फिश फीड मिल और मछली पालन उद्यमों की स्थापना शामिल है। इससे मछली पालन के प्रति रुझान बढ़ेगा।

वित्तीय सहायता को लेकर कुछ भी तय नहीं
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना केंद्र सरकार का ऐसा कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र का सतत विकास करना है। हालांकि, इस योजना में वित्तीय सहायता को लेकर कुछ भी तय नहीं है, मगर योजना स्थानीय मत्स्य पालन व्यवसाय और देश में मछली पालन को बढ़ावा देगी।

उन्होंने कहा कि इसके तहत मत्स्य पालन समर मीट का आयोजन किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के इस संयुक्त कार्यक्रम से मछली पालन क्षेत्र में निवेशकों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही केंद्र सरकार की पहल के बारे में जागरूकता आएगी।

12 विजेताओं को सम्मानित करेंगे
अधिकारियों ने बताया कि तमिलनाडु में समर मीट आयोजित करने का उद्देश्य मछली पालकों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बताया कि मीट के दौरान केंद्रीय मंत्री सिंह मछली पालन स्टार्टअप शुरू करने वाले 12 विजेताओं को सम्मानित करेंगे। इसके साथ ही योजनाओं के लाभार्थियों को ग्रांट भी देंगे। कार्यक्रम में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, जॉर्ज कुरियन और तमिलनाडु की मत्स्य पालन मंत्री अनीथा आर राधाकृष्णनन शामिल होंगी।

‘कॉरपोरेशन घोटाले में हनीट्रैप से फंसाए अधिकारी, खरीदीं लग्जरी कारें’, भाजपा नेताओं का बड़ा आरोप

बंगलूरू: कर्नाटक के चर्चित महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम घोटाले को लेकर नया खुलासा हुआ है। दरअसल भाजपा नेताओं ने आरोप लगाए हैं कि घोटालेबाजों ने धन की हेराफेरी करने के लिए सरकारी और बैंक अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसाया। वरिष्ठ भाजपा नेता बी श्रीरामुलु ने गुरुवार को दावा किया कि आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए रखे गए धन में हेराफेरी कर उससे महंगी लग्जरी कारें खरीदी गईं। उन्होंने कहा कि घोटाले की रकम को लोकसभा चुनाव सहित विभिन्न चुनावों में इस्तेमाल किया गया।

‘घोटाले के पैसों से खरीदी लेम्बोर्गिनी कार’
श्रीरामुलु ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया, ‘घोटालेबाजों ने वाल्मीकि निगम के फंड से एक लेम्बोर्गिनी कार खरीदी और ‘हवाला’ चैनलों के जरिए धन डायवर्ट कर इसे चुनावों में खर्च किया।’ पूर्व मंत्री और भाजपा नेता नरसिंह नायक ने इस घाटोले में राज्य सरकार की भूमिका को भी संदिग्ध बताया। नायक ने कहा कि ‘हम सभी जानते हैं कि वित्त सचिव की मंजूरी के बिना तीन करोड़ रुपये से अधिक राशि हस्तांतरित नहीं की जा सकती, लेकिन एक ही दिन में 50 करोड़ रुपये हस्तांतरित कर दिए गए। यह आश्चर्य की बात है कि सरकार में किसी को भी इसके बारे में पता नहीं था।’

187 करोड़ रुपये की अवैध राशि हस्तांतरित की गई
भाजपा नेता के अनुसार, यह राशि 16 व्यवसायियों के खातों में हस्तांतरित की गई। हस्तांतरित की गई राशि 4.12 करोड़ रुपये से 5.98 करोड़ रुपये के बीच थी। दोनों भाजपा नेताओं ने कांग्रेस विधायक बी नागेंद्र की गिरफ्तारी की मांग की, जिन्होंने घोटाला सामने आने के बाद आदिवासी कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। कथित घोटाले का खुलासा तब हुआ जब निगम के लेखा अधीक्षक चंद्रशेखरन पी ने 26 मई को आत्महत्या कर ली थी और एक सुसाइड नोट छोड़ा। सुसाइड नोट में चंद्रशेखर पी ने आरोप लगाया कि निगम से 187 करोड़ रुपये की राशि अवैध रूप से हस्तांतरित की गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इसमें कुछ आईटी कंपनियों और हैदराबाद स्थित एक सहकारी बैंक के विभिन्न खातों में अवैध रूप से जमा किए गए 88.62 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।

ममता बोलीं- भाजपा और मीडिया राज्य को कर रही बदनाम, महिला से हिंसा के वीडियो दो साल पुराना

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने उपचुनाव के बाद भाजपा और मीडिया के एक वर्ग पर राज्य को बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के अरियाधा में भीड़ द्वारा हमला करने की घटना दो साल पुरानी थी, जिसे बार-बार दिखाया जा रहा है। उस समय अर्जुन सिंह बैरकपुर वहां के सांसद थे, जो कि भाजपा के हैं।

पिछले दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल एक हिंसा के वीडियो को लेकर पश्चिम बंगाल पर जमकर निशाना साधा जा रहा था। यह घटना अरियाधा में एक लड़की पर लोगों के समूह द्वारा हमला किए जाने की थी। हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया। इसके अलावा स्थानीय टीएमसी नेता और मुख्य संदिग्ध जयंत सिंह सहित तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया। बुधवार को ममता बनर्जी ने इस मामले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भाजपा और मीडिया के एक वर्ग आरोपी बताया।

कोलकाता हवाई अड्डे पर उन्होंने कहा कि दो साल पुरानी घटना का वीडियो क्लिप वायरल किया है। यह घटना तब की है जब उस लोकसभा सीट से भाजपा के अर्जुन सिंह बैरकपुर लोकसभा सीट के सांसद थे। उन्होंने कहा कि टीवी चैनलों के एक वर्ग पर बुधवार को होने वाले उपचुनावों से पहले भाजपा के इशारे पर पुरानी घटना को बार-बार दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया और भाजपा का एक वर्ग बंगाल में भाजपा को मिली हार के लिए अपने नुकसान की भरपाई के लिए राज्य को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।”

बता दें कि मुख्य संदिग्ध जयंत सिंह को 2023 में एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह आगे कोई अवैध गतिविधि न करने के वादे के साथ जमानत पर बाहर था, अब उस पर इस शर्त का उल्लंघन करने के लिए अतिरिक्त आरोप लगाए जा रहे हैं। बैरकपुर के पुलिस आयुक्त सीपी आलोक राजोरिया ने बुधवार को कहा कि फुटेज से आठ लोगों की पहचान की गई है और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

असाधारण बहादुरी के लिए कैप्टन अविलाश और उनके चालक दल को मिलेगा सम्मान, बचाव मिशन को दिया था अंजाम

लंदन कैप्टन अविलाश रावत और एक तेल टैंकर के चालक दल के सदस्यों को 2024 के अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ) पुरस्कार से सम्मानित जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें लाल सागर में बचाव मिशन के दौरान असाधारण बहादुरी दिखाने के लिए दिया जाएगा।

ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों ने लाल सागर में उनके जहाज ‘मार्लिन लुआंडा’ पर एंटी-शिप मिसाइल से हमला किया था। इस दौरान जहाज में आग लग गई थी। इसके बाद कैप्टन रावत और उनके चालक दल ने मजबूत संकल्प और धैर्य के साथ अग्निशमन और क्षति को रोकने के लिए मिलकर प्रयास किए। जिसके लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित जाएगा।

आईएनएस विशाखापत्तनम के चालक दल को भी सम्मान
कैप्टन बृजेश नांबियार और भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस विशाखापत्तनम के चालक दल को भी संकट के समय तेल टैंकर को समर्थन देने के लिए एक प्रशस्ति पत्र से सम्मानित जाएगा। इसमें लिखा गया, 26 जनवरी 2024 की शाम मार्लिन लुआंडा 84,147 टन नेफ्था (ज्वलनशील तरल हाइड्रोकार्बन मिश्रण) ले जा रहा था और स्वेज से इंचियोन के रास्ते पर था। तभी इस जहाज पर एंटी-शिप मिसाइल से हमला किया गया। इसके बाद एक कार्गों टैंक में विस्फोट हुआ और आग लग गई। जिससे पांच मीटर से ज्यादा की दूरी तक आग की लपटें फैलने से खतरा पैदा हो गया था।

मिसाइल हमले के बाद कैप्टन रावत-चालक दल ने दिखाई बहादुरी
जहाज को नुकसान के बावजूद कैप्टन अविलाश रावत ने तेजी से अग्निशमन के प्रयासों को अंजाम दिया और चालक दल की सुरक्षा भी सुनिश्चित की। इस दौरान उन्होंने जहाज की नौवहन क्षमता को भी बनाए रखा। स्टारबोर्ड लाइफबोट के नष्ट हो जाने के बाद चालक दल के सदस्य तैयार होकर पोर्ट लाइफबोट स्टेशन पर इकट्ठा हुए। अत्यधिक खतरे के बावजूद रावत और उनके चालक दल ने फिक्स्ड फोम मॉनिटर और पोर्टेबल होसेस का इस्तेमाल करके आग पर काबू पाया।

कैप्टन रावत और उनका चालक दल के सदस्य समुद्री सुरक्षा समिति के 109वें सत्र के दौरान 2 दिसंबर को लंदन में अपने पुरस्कार को प्राप्त करेंगे। लंदन में आईएमओ मुख्यालय में वार्षिक समारोह आयोजित किया जाएगा।

बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन की शुरुआत, सुरक्षा-व्यापार में सहयोग बढ़ाने पर होगा फोकस

नई दिल्ली:   बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन की आज शुरुआत हो रही है। नई दिल्ली में 11-12 जुलाई को आयोजित किए जा रहे इस सम्मेलन की अध्यक्षता भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे। इस सम्मेलन के लिए श्रीलंका के विदेश मंत्री थराका बालासूर्या गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंच गए। बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों का यह दूसरा सम्मेलन है, इससे पहले बीते साल थाईलैंड में बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक हुई थी।

विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि ‘सम्मेलन में बिम्सटेक के विदेश मंत्री आपसी सहयोग बढ़ाने, सुरक्षा, कनेक्टिविटी, व्यापार और निवेश के साथ ही सदस्य देशों को लोगों से लोगों के संपर्क बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।’ नई दिल्ली में आयोजित हो रहे बिम्सटेक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए थाईलैंड के विदेश मंत्री मारिस संगियामपोंगसा, नेपाल के विदेश मंत्री सेवा लामसाल, भूटान के विदेश मंत्री डीएन धुंग्येल, म्यांमार के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री यू थान स्वे भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।

क्या है बिम्सटेक
बिम्सटेक (Bay of Bengal Initiative for multi sectoral Technical and Economic Cooperation) एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसमें भारत के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में समुद्री परिवहन सहयोग पर समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। इससे सदस्य देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।