Thursday , October 24 2024

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अमेरिका में भारत दिवस की परेड में पहली बार दिखेगी राम मंदिर की झलक, जानें कौन होगा मुख्य अतिथि?

भारत के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में अमेरिका में एक परेड होने वाली है। न्यूयॉर्क में भारत दिवस के मौके पर 18 अगस्त को होने वाली परेड में लोगों को एक खास झांकी देखने को मिलेगी। दरअसल, इसमें राम मंदिर की प्रतिकृति प्रदर्शित की जाएगी। इसमें शहर और उसके आसपास से हजारों भारतीय-अमेरिकी शामिल होंगे।

प्रवासी भारतीयों की अग्रणी संस्था फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन एनवाई-एनजे-सीटी-एनई (एफआईए) ने यहां भारतीय महावाणिज्य दूतावास में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि 18 अगस्त को होने वाली 42वीं वार्षिक भारत दिवस परेड में विशेष राम मंदिर की झांकी का प्रदर्शन किया जाएगा।

एफआईए ने बताया कि प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता पंकज त्रिपाठी परेड में मुख्य अतिथि होंगे। यह परेड न्यूयॉर्क शहर के लोकप्रिय मैडिसन एवेन्यू से होकर गुजरेगी और इसमें हजारों भारतीय प्रवासी शामिल होंगे।

क्या है भारत दिवस परेड?
भारत दिवस परेड का आयोजन हर साल फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन की ओर से आयोजित किया जाता है। भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह भारत से बाहर होने वाला बड़ा आयोजन माना जाता है। इस परेड में विभिन्न भारतीय-अमेरिकी समुदायों और संस्कृति की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाली दर्जनों झांकियां न्यूयॉर्क की सड़कों पर देखी जाती हैं। इस दौरान भारतीय लोग झांकियों का सड़क पर स्वागत करते हैं और तिरंगा लहराते हैं।

भारत की महान संस्कृति का प्रदर्शन
न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत बिनय प्रधान ने कहा कि वाणिज्य दूतावास परेड का समर्थन करेगा और न्यूयॉर्क तथा अमेरिका में भारत की महान संस्कृति का प्रदर्शन करेगा।

इतनी लंबी होगी प्रतिकृति
एफआईए के अध्यक्ष डॉ. अविनाश गुप्ता ने बताया कि इस बार परेड की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ है। उन्होंने कहा कि इस साल परेड में 18 फुट लंबी, नौ फुट चौड़ी और आठ फुट ऊंची राम मंदिर की भव्य प्रतिकृति शामिल होगी। यह पहली बार होगा जब राम मंदिर की प्रतिकृति अमेरिका में प्रदर्शित की जाएगी। यह कदम भारतीय समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक पल होगा।

वाणिज्य दूतावास में आयोजित कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद अमेरिका, बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) और सिद्धिविनायक मंदिर के प्रतिनिधियों ने राम मंदिर की छोटी प्रतिकृति का अनावरण किया। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया था।

कई बड़ी हस्तियां होती हैं शामिल
भारत दिवस परेड आमतौर पर मिडटाउन न्यूयॉर्क में ईस्ट 38वीं स्ट्रीट से ईस्ट 27वीं स्ट्रीट तक जाती है। इसे देखने के लिए 1.50 लाख से ज्यादा लोग आते हैं। हर साल आयोजन में भारत से कोई न कोई बड़ी हस्ती शामिल होती हैं। पिछले साल 41वें वार्षिक भारत दिवस परेड के अवसर पर श्रीश्री रविशंकर, अभिनेता सामंथ प्रभु और अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस शामिल हुई थीं। इस दौरान सड़क पर अद्भुत भारतीय छंटा दिखी थी।

रूसी राजनयिक ने पीएम मोदी को दौरे को बताया महत्वपूर्ण, कहा- यह ऐतिहासिक और खेल बदलने वाला था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के दो दिवसीय दौरे के बाद अब ऑस्ट्रिया पहुंच गए। पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर रूसी राजनयिक रोमन बाबुश्किन ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक ऐतिहासिक और खेल बदलने वाला था। रूसी राजनयिक ने बताया कि पीएम मोदी का रूस दौरा पूरे विश्व ने देखा और इससे यह साबित होता है कि उनका यह दौरा कितना महत्वपूर्ण था।

पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच वार्ता के एक दिन बाद रूसी राजनयिक रोमन बाबुश्किन ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉस्को दौरा पूरे विश्व ने देखा था और यह इस बात का सबूत है कि यह दौरा कितना महत्वपूर्ण था।” उन्होंने आगे बताया कि दोनों नेताओं के बीच भारत-रूस के व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा हुई।

पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच बातचीत के परिणामों पर प्रकाश डालते हुए रोमन बाबुश्किन ने कहा, “भारत और रूस ने राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग करके द्विपक्षीय भुगतान प्रणाली को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। भारत की मांग पर रूस अपनी सेना में भर्ती किए भारतीय नागरिकों को वापस भेजने के लिए तैयार है।” उन्होंने कहा, “इस मामले में हम भारत के साथ है। हमें उम्मीद है कि इसे जल्द सुलझा लिया जाएगा।”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष रूसी सेना में भारतीयों के फंसे होने का मुद्दा उठाए जाने के बाद रूस ने रूसी सेना में कार्यरत सभी भारतीयों को बर्खास्त करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि कई भारतीयों को धोखा देकर रूसी सेना में भर्ती करने का खुलासा हुआ था। दर्जनों भारतीय रूसी सेना में फंसे हैं और कई भारतीय रूस-यूक्रेन युद्ध में मोर्चे पर तैनात हैं।

पीएम मोदी का रूस दौरा
पीएम मोदी सोमवार शाम दो दिवसीय दौरे पर मॉस्को पहुंचे। रूस के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू करने के बाद से पीएम मोदी की यह रूस की पहली यात्रा है। रूस के प्रथम उप-प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव ने हवाई अड्डे पर पीएम मोदी स्वागत किया। प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सोमवार शाम को पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास पर उनसे मुलाकात की। प्रधानमंत्री मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता में भाग लिए और मॉस्को में 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भी शामिल हुए।

श्रीलंका में राष्ट्रपति और संसद के कार्यकाल पर संवैधानिक पेंच खत्म, इस प्रस्ताव को दी गई मंजूरी

श्रीलंका के मंत्रिमंडल ने राष्ट्रपति और संसद दोनों के कार्यकाल को स्पष्ट करने के लिए संविधान में संशोधन करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार ने बुधवार को घोषणा की कि नए प्रस्ताव के आधार पर कार्यकाल केवल पांच वर्ष तक सीमित हो जाएगा।

श्रीलंका में जब स्वतंत्र चुनाव आयोग अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की तारीख की घोषणा करने की तैयारी में था तब राष्ट्रपति के कार्यकाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया। वर्ष 2015 से 19वें संशोधन के अनुसार दोनों पदों का कार्यकाल पहले से ही पांच वर्ष है। हालांकि, समस्या अनुच्छेद 83 को लेकर थी, जिसमें कहा गया था कि जनमत संग्रह के साथ कार्यकाल को पांच से छह तक बढ़ाया जा सकता है। एक याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से यह परिभाषित करने के लिए संपर्क किया कि कार्यकाल पांच वर्ष का है या छह वर्ष का।

संविधान में 30(2) और 83 के बीच अस्पष्टता पर निर्णय लेने की मांग की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। जिसका अर्थ यह है कि यह केवल पांच वर्ष का होगा। लेकिन इस याचिका को इस सप्ताह की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। उसके बाद अब पेश किया जाने वाला संशोधन अनुच्छेद 83 (बी) से उत्पन्न होने वाले मुद्दे को हल करने की कोशिश है। क्योंकि कार्यकाल को लेकर अस्पष्टता बनी हुई है। नए प्रस्ताव में लिखा है, “राष्ट्रपति के पद की अवधि या संसद की अवधि को मौजूदा छह वर्षों से घटाकार पांच वर्ष किया जाए।”

अगले महीने होगी राष्ट्रपति चुनाव के तारीख की घोषणा
चुनाव आयोग के प्रमुख आरएमएएल रत्नायके ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति चुनाव की तारीख की घोषणा महीने के अंत तक की जा सकती है। आयोग ने पहले घोषणा की थी कि चुनाव 16 सितंबर से 17 अक्टूबर के बीच होंगे।

‘भारत के साथ काम करने के लिए तैयार’, एनएसए अजीत डोभाल से बोले चीनी विदेश मंत्री वांग यी

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दूसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए जाने पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने बधाई संदेश भेजा है। वहीं भारत-चीन सीमा मुद्दे के लिए विशेष प्रतिनिधि के रूप में अजीत डोभाल की फिर से नियुक्ति पर वांग यी ने कहा कि चीन और भारत के बीच ऐसे संबंध हैं जो द्विपक्षीय सीमाओं से परे हैं और जिनका वैश्विक महत्व बढ़ रहा है।

‘दोनों देश दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाएं’
वांग यी चीनी विदेश मंत्री के साथ-साथ भारत-चीन सीमा वार्ता तंत्र के चीन के विशेष प्रतिनिधि और सीपीसी केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो के सदस्य भी हैं। अपने बधाई संदेश में वांग यी ने कहा कि चीन और भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले विकासशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं। दोनों देशों के बीच संबंध द्विपक्षीय दायरे से परे हैं और इनका वैश्विक महत्व तेजी से बढ़ रहा है। वांग यी ने कहा कि मैं दोनों देशों के नेताओं की तरफ से पहुंची महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने, प्रासंगिक सीमा मुद्दों को ठीक से संभालने और सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति बनाए रखने के लिए अजीत डोभाल के साथ काम करने को तैयार हूं।

कजाकिस्तान में हुई दोनों देशों के विदेश मंत्री की बैठक
चीनी विदेश मंत्री वांग यी का यह संदेश कजाकिस्तान के अस्थाना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी हाल में हुई बैठक के बाद आया है। भारत में हाल ही में हुए आम चुनावों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार के गठन के बाद यह भारतीय और चीनी अधिकारियों के बीच पहली उच्च स्तरीय बैठक थी।

दोनों देशों के बीच हो चुकी हैं 19 बैठकें
बता दें कि भारत-चीन सीमा के 3,488 किलोमीटर लंबे जटिल विवाद को व्यापक रूप से सुलझाने के लिए 2003 में गठित विशेष प्रतिनिधि तंत्र का नेतृत्व भारत के एनएसए और चीनी विदेश मंत्री करते हैं। जिसकी कुल 19 बैठकें हो चुकी है, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार यह बहुत आशाजनक द्विपक्षीय तंत्र नहीं बन पाया, हालांकि यह दोनों देशों के बीच बार-बार होने वाले तनाव को दूर करने में बहुत उपयोगी और सुविधाजनक तंत्र था।

21 बार हो चुकी है कोर कमांडर स्तर की वार्ता
5 मई, 2020 को पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध शुरू होने के बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार को छोड़कर संबंध नए निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। यह गतिरोध गलवान के पास पैंगोंग त्सो (झील) क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद शुरू हुआ था। मई 2020 की झड़पों के बाद से, दोनों पक्षों ने गतिरोध को हल करने के लिए अब तक कोर कमांडर स्तर की 21 दौर की वार्ता की है। अब जल्द ही 22वीं बैठक होने वाली है। चीनी सेना के अनुसार, दोनों पक्ष अब तक पूर्वी लद्दाख में चार बिंदुओं, अर्थात् गलवान घाटी, पैंगोंग झील, हॉट स्प्रिंग्स और जियानन दबान (गोगरा) से पीछे हटने पर सहमत हुए हैं।

गुप्त नवरात्र की पंचमी पर एक लाख भक्तों ने किया मां विंध्यवासिनी का दर्शन, उमड़ी रही भीड़

मिर्जापुर: गुप्त नवरात्र की पंचमी पर बुधवार को एक लाख से अधिक संख्या में भक्तों ने मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया। भोर में मंगला आरती के बाद से शुरू हुए दर्शन व पूजन का सिलसिला दिनभर चलता रहा। गंगा स्नान, ध्यान के बाद मंदिर पहुंचकर श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाने के लिए बेताब रहे।

गुप्त नवरात्र के पंचमी की पूर्व संध्या पर ही आस्था धाम में श्रद्धालुओं ने अपना डेरा डाल दिया था। बुधवार की भोर में गंगा घाट पहुंचकर स्नान के बाद मंदिर की ओर पहुंचकर कतारबद्ध रहे। मंगला आरती के बाद जैसे ही मंदिर का कपाट खुला माता के जयकारे से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा।

गुप्त नवरात्र के पंचमी तिथि पर कई साधक मंदिर छत पर पाठ करते रहे। जनेऊ व मुंडन संस्कार हो रहे थे। मां विंध्यवासिनी के दर्शन के बाद ज्यादातर श्रद्धालु काली खोह व अष्टभुजा मंदिर पहुंच कर मां काली व अष्टभुजा देवी का दर्शन पूजन कर पूण्य के भागी बने।

दर्शन-पूजन के बाद महिला श्रद्धालु गलियों व सड़क की पटरियों पर सजी दुकानों पर से जमकर अपने जरुरतों के सामान खरीदे। इस दौरान श्री विंध्य पंडा समाज अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानु पाठक आदि रहे।

कालीन भैया बनकर BHU गेट के सामने लगा रहा था कश, वीडियो वायरल; दो गिरफ्तार

वाराणसी के लंका में बीएचयू गेट के सामने आधी रात बाद वेब सीरीज मिर्जापुर के थीम सॉन्ग पर कालीन भैया के स्टाइल में धूम्रपान करना और वाहन के डैशबोर्ड पर पैर रख कर मालवीय प्रतिमा के चारों ओर वीडियो बनाना दो युवकों को महंगा पड़ गया।वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर लंका थाने की पुलिस ने दोनों को चिह्नित कर मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों की पहचान सीर करहिया के वेद प्रकाश यादव और सीरगोवर्धनपुर के अमन यादव उर्फ कट्टा के रूप में हुई है।

इंस्पेक्टर लंका शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि दोनों काशी हिंदू विश्वविद्यालय जैसे ऐतिहासिक शैक्षणिक संस्थान के मुख्य द्वार के सामने कुर्सी लगाकर धूम्रपान कर रहे थे। इसके अलावा महामना मालवीय की प्रतिमा के चौतरफा चारपहिया वाहन घुमाकर रील बना रहे थे।

कालीन भैया की भूमिका में वेद प्रकाश यादव था और उसका बॉडीगार्ड अमन यादव बना था। दोनों से पूछताछ की प्रक्रिया पूरी कर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर लंका ने बताया कि वेद प्रकाश यादव के खिलाफ पहले से तीन आपराधिक मुकदमे हैं।

जिंदा कारतूस और कट्टा के नाम से बने रखे हैं अकाउंट
पुलिस की जांच में सामने आया कि दोनों युवक सोशल मीडिया पर अपना दबदबा दिखाने का प्रयास करते हैं। वेद प्रकाश ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट जिंदा कारतूस के नाम से बना रखा है। अमन ने अपना अकाउंट कट्टा के नाम से बनाया है। इलाकाई युवकों के बीच भी खुद को दोनों इन्हीं नामों से संबोधित करने के लिए कहते हैं।

सीएम योगी ने वितरित किए नियुक्ति पत्र, बोले- पहले जिले एक परिवार में बंटते थे और चाचा-भतीजा वसूली करते थे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में आयोजित मिशन रोजगार कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित 7720 लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर सीएम योगी ने नवचयनित लेखपालों को उनके कर्तव्यों के प्रति आगाह किया।

उन्होंने कहा कि ये नियुक्ति प्रक्रिया पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई है। इसमें कहीं कोई भेदभाव नहीं हुआ, कोई सिफारिश की आवश्यकता नहीं पड़ी। ऐसे में ये आपकी जिम्मेदारी बनती है कि बिना किसी सिफारिश के प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ही एक गरीब की ईज ऑफ लिविंग के लिए आपको अपने स्तर पर विशेष कार्य करना है। एक गरीब के जीवन के लिए आपकी ऊर्जा और प्रतिभा लगे, निवेश की संभावनाओं में आपका सकारात्मक सहयोग मिले, जाति, निवास, आय प्रमाणपत्र के लिए जो समय सीमा तय की गई है उसके अनुसार आम जनमानस और युवाओं को सहयोग प्राप्त हो। वरासत, नामांतरण और पैमाइश से जुड़ी कार्यवाही समय से पूरी हों। लोगों के बीच में आपकी अच्छी छवि बने और लेखपाल के नाम से लोग घबराएं नहीं। कार्यक्रम के दौरा सीएम योगी के समक्ष मिशन रोजगार को लेकर एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। लोकभवन के साथ ही विभिन्न कमिश्नरी में भी कार्यक्रम का लाइव आयोजन किया गया।

उन्होंने प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 2017 से पहले भर्ती प्रक्रिया में तमाम समस्याएं थीं। एक परिवार आपस में जिले बांट लेता था और चाचा-भतीजे वसूली पर निकल जाते थे लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया में निष्पक्षता से युवाओ में विश्वास आया है। युवाओं का विश्वास ही हमारी ताकत है। उन्होंने कहा कि ये वही प्रदेश है जब यहां का युवा बाहर जाता था तो पहले ही छांट दिया जाता था लेकिन आज युवा का सम्मान होता है। लोग समझ गए हैं ये नया उत्तर प्रदेश है। नए युवा हैं।

ईमानदारी से करें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन
सीएम योगी ने नव चयनित लेखपालों से अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपका जनता के बीच नजदीकी जुड़ाव होता है। किसी को पट्टे की जमीन देनी है, किसी को वरासत का कार्य करना है, किसी के नामांतरण का कार्य करना है, कृषि को अकृषि घोषित करते हुए निवेश की संभावना को आगे बढ़ाना है, कहीं पर पैमाइश की कार्यवाही को बढ़ाना है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक फुट, दो फुट के लिए हिंसक घटनाएं होती हैं। अगर हम समय पर पैमाइश करके सीमांकन कर लें तो कोई विवाद नहीं होगा। कोई दबंग भूमाफिया जबर्दस्ती सरकारी या गरीब की जमीन पर कब्जा कर रहा है तो वहां एंटी भूमाफिया टास्क के साथ जाकर हम बड़ी कार्रवाई करें। कहीं पर निवेश के लिए कोई प्रस्ताव आया है

अखिलेश यादव बोले- अयोध्या में अरबों के भूमि घोटाले हुए हैं… मामले की जांच की जाए

लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या में अरबों रुपये के भूमि घोटाले हुए हैं। यहां पर भू-माफियाओं ने जमीनें खरीदी हैं। उन्होंने मांग की है कि इसकी जांच की जानी चाहिए।सोशल मीडिया साइट एक्स पर उन्होंने लिखा कि जैसे-जैसे अयोध्या की जमीन के सौदों का भंडाफोड़ हो रहा है उससे ये सच सामने आ रहा है कि भाजपा राज में अयोध्या के बाहर के लोगों ने मुनाफा कमाने के लिए बड़े स्तर पर जमीन की खरीद-फरोख़्त की है।

भाजपा सरकार द्वारा पिछले सात सालों से सर्किल रेट न बढ़ाना, स्थानीय लोगों के खिलाफ एक आर्थिक षड्यंत्र है। इसकी वजह से अरबों रुपये के भूमि घोटाले हुए हैं। यहां आस्थावानों ने नहीं बल्कि भू-माफियाओं ने जमीनें खरीदी हैं।इन सबसे अयोध्या-फैजाबाद और आसपास के क्षेत्र में रहनेवालों को इसका कोई भी लाभ नहीं मिला। गरीबों और किसानों से औने-पौने दाम पर जमीन लेना, एक तरह से जमीन हड़पना है। हम अयोध्या में तथाकथित विकास के नाम पर हुई ‘धांधली’ और भूमि सौदों की गहन जांच और समीक्षा की मांग करते हैं।

दलित किशोर ने तीन दबंगों पर पेशाब पिलाने का लगाया आरोप, मुकदमा दर्ज कर आरोपी को किया गिरफ्तार

श्रावस्ती :श्रावस्ती जिले के गिलौला थाना क्षेत्र के ग्राम रायपुर बिलेला निवासी एक किशोर का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें उसने गांव के ही तीन लोगों पर बियर की बोतल में पेशाब कर उसे पिलाने का आरोप लगाया है। मामले में किशोर के भाई की तहरीर पर गिलौला पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

पीड़ित के अनुसार एक जुलाई को गांव के ही किशन उर्फ भूरे तिवारी पुत्र बड़के उर्फ पवन ने उसके 15 वर्षीय छोटे भाई से डीजे मशीन रखवाने को कहा था जिसे रखवा कर लौटते समय तीनों ने उसे दोबारा जेनरेटर रखवाने को कहा था। आरोप है तभी मोटरसाइकिल से पहुंचे गांव के ही दिलीप मिश्रा पुत्र बाबूराम, सत्यम तिवारी पुत्र रमाकांत ने उसे रोक लिया।

इस दौरान दिलीप मिश्रा ने बियर की बोतल में भरकर किशोर को पेशाब पिलाने का प्रयास किया। किशोर के विरोध करने पर आरोपी ने उसे मारा पीटा साथ ही तमंचा दिखाते हुए जान से मारने की धमकी दिया। तभी सत्यम व किशन ने किशोर को जमीन पर पटक कर पेशाब पिला दिया साथ ही मामले की शिकायत करने पर जान से मारने व गांव से उजाड़ने की धमकी भी दिया।

पीड़ित की तहरीर पर गिलौला पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस बारे में प्रभारी निरीक्षक गिलौला महिमा नाथ उपाध्याय का कहना है कि मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।

खीरी में सीएम योगी बोले- प्रदेश के 12 जिले बाढ़ से प्रभावित, बड़ी आबादी को सुरक्षित निकाला गया

लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ प्रभावित इलाके की स्थिति का जायजा लेने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार दोपहर 3:24 बजे शारदा नगर पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद 10 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री किट बांटी। मुख्यमंत्री ने राहत किट वितरण के बाद महादेव गांव का निरीक्षण किया। बाढ़ के हालातों का जायजा लिया और ग्रामीणों से बात की। अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए l

मुख्यमंत्री ने बताया कि जिले की करीब एक लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। अभी जिले में कोई जनहानि की सूचना नहीं मिली है। पीड़ित परिवारों को पर्याप्त मात्रा में राशन सामग्री देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि हो गई थी। इसके कारण जुलाई के पहले सप्ताह में ही बाढ़ की विभीषिका से जूझना पड़ा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ से वर्तमान में प्रदेश के 12 जनपद प्रभावित हैं। बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसएसबी, पीएसी की फ्लड यूनिट के साथ स्थानीय गोताखरों को भी लगाया गया। इसका परिणाम है कि बड़ी आबादी को सुरक्षित निकाला गया है। लखीमपुर खीरी जिले में 38 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं।