Thursday , October 24 2024

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बाढ़ से असम में हालात बिगड़े, 22 लाख लोग प्रभावित, 92 जंगली जानवरों की मौत

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। पूर्वोत्तर राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और बाढ़ से करीब 22 लाख लोग प्रभावित हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने डिब्रूगढ़ में बाढ़ प्रभावित कई इलाकों का दौरा किया। राज्य के 29 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। हालात ये हैं कि असम हाल के वर्षों में सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है।

इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से 62 लोगों की मौत
असम में बाढ़ के कारण मरने वाले जानवरों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है। 95 जानवरों को बचाया गया है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व ने यह जानकारी दी है। इससे पहले शुक्रवार तक 77 जंगली जानवरों की मौत की जानकारी सामने आई थी। राज्य में इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है जबकि तीन लोग लापता हैं। इनमें से बाढ़ में 52 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य लोगों की भूस्खलन और तूफान के कारण जान गई। राज्य में बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित धुबरी जिला है, जहां 6.48 लाख लोग बाढ़ से त्रस्त हैं। दरांग जिले में 1.90 लाख और कछार में 1.45 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

सीएम ने मदद का किया एलान
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को गंभीर रूप से बाढ़ से प्रभावित डिब्रूगढ़ जिले से लौटने के बाद देर रात अधिकारियों के साथ बैठक की और राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘डिब्रूगढ़ के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद, हमने ‘असम आरोग्य निधि-एक स्वास्थ्य वित्तीय सहायता योजना’ सहित कई मामलों की समीक्षा की।’ सरमा ने यह भी कहा कि उन्होंने अधिकारियों से विशेष रूप से ‘दुर्लभतम मामलों और उन लोगों के आवेदनों को प्राथमिकता देने के लिए कहा है जो किसी मौजूदा योजना के तहत कवर नहीं हैं।’

22 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा बजट सत्र; 23 जुलाई को वित्तमंत्री पेश करेंगी बजट

नई दिल्ली: आगामी बजट सत्र की तारीखों का एलान हो चुका है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी तारीखों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी बजट सत्र का शुभारंभ 22 जुलाई को होगा। यह 12 अगस्त तक चलेगा। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने केंद्र सरकार की सिफारिश पर अपनी मुहर लगा दी है।

किरेन रिजिजू ने यह भी बताया कि बजट सत्र के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को संसद म बजट पेश करेंगी। इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चुनावी साल में फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था। गौरतलब है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी। इस बार के बजट में उम्मीद जताई जा रही है कि मोदी 3.0 सरकार के विकसित भारत के मिशन पर जोर दिया जाएगा।

पीएम मोदी ने ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री से फोन पर की बात, FTA को जल्द पूरा करने पर हुई चर्चा

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कीर स्टार्मर के साथ फोन पर बातचीत की और उन्हें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण करने व लेबर पार्टी की जीत पर बधाई दी। दोनों नेताओं ने ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर चर्चा की।

पीएम मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को जल्द पूरा करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें जल्द भारत का दौरा करने के लिए भी आमंत्रित किया। ब्रिटेन के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास में भारतीय समुदाय के सकारात्मक योगदान की सराहना करते हुए दोनों नेता लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने भविष्य में संपर्क में रहने पर सहमति जताई।

हाउस ऑफ कॉमन्स में लेबर पार्टी ने जीतीं 400 से ज्यादा सीटें
हाल के आम चुनाव में जीत के साथ लेबर पार्टी ने 14 साल बाद सत्ता में वापसी की है। उसने 650 सीटों वाले हाउस ऑफ कॉमन्स में 412 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी 118 सीटों पर सिमट गई। वहीं, लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी ने 71 सीटों पर जीत हासिल की। सुनक ने 23,059 वोटों के साथ उत्तरी इंग्लैंड में अपनी सीट हासिल की। 2019 के आम चुनाव में बोरिस जॉनसन के नेतृत्व में कंजर्वेटिव पार्टी ने 365 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, लेबर पार्टी को 202 सीटें हासिल हुई थीं।

कीर स्टार्मर के मंत्रिमंडल में इन्हें मिली अहम जिम्मेदारी
लेबर पार्टी की नई सरकार में एंजेला रेन को उप प्रधानमंत्री, रचेल रीव्स को वित्त मंत्री, डेविड लमी को विदेश मंत्री, यिवेट कपूर को गृह मंत्री, जॉन हेली को रक्षा मंत्री, ब्रिजेट फिलिप्सन को शिक्षा मंत्री, एड मिलिबैंड को उर्जा मंत्री, जोनाथन रेनॉल्ड को व्यापार और वाणिज्य मंत्री, लुई हेघ को परिवहन मंत्री और शबाना महमूद को न्याय मंत्री बनाया गया है।

दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद में ईडी के छापे, 41 लाख नकद और दस्तावेज जब्त

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) घोटाले में दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद में छापे मारे। एसटीपी घोटाले में दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार शहरों में कई ठिकानों की तलाशी के दौरान एजेंसी ने 41 लाख रुपये जब्त किए। कई दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए।

ईडी ने बताया कि ये छापे 3 जुलाई को मारे गए थे। कार्रवाई दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की आेर से यूरोटेक एनवायरनमेंटल कंपनी और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर की गई। आरोप है कि दिल्ली जल बोर्ड में 10 एसटीपी के विस्तार और उन्नयन के नाम पर घोटाला किया गया। एसटीपी के संवर्धन और विस्तार कार्यों के लिए अक्तूबर 2022 में 1,943 करोड़ रुपये की चार निविदाएं जारी की गईं। इसमें केवल तीन संयुक्त उद्यम कंपनियों ने भाग लिया और यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक को निविदा मिल सके। दो संयुक्त उद्यमों को एक-एक निविदा मिली, जबकि एक ने दो निविदाएं हासिल कीं।

साठ-गांठ कर चुनिंदा कंपनियों को दिए ठेके
एफआईआर के अनुसार, निविदा की शर्तें ऐसी बनाई गईं ताकि चुनिंदा कंपनियां ही हिस्सा ले सकें। 1,546 करोड़ लागत अनुमान के बाद में 1,943 करोड़ कर दिया गया। इस तरह, बढ़ी दरों पर ठेके दिए गए, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ। तीनाें उद्यमों ने एक ही अनुभव प्रमाणपत्र लगाया, जिसे जल बोर्ड ने बिना सत्यापन स्वीकार कर लिया। तीनों उपक्रमों ने काम के लिए हैदराबाद स्थित यूरोटेक एनवायरनमेंट को उप-अनुबंधित किया।

राहुल गांधी आज करेंगे अहमदाबाद का दौरा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ होगी बैठक

नई दिल्ली:  लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को अहमदाबाद का दौरा करेंगे। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी 12 बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी के गुजरात दौरे का विवरण देते हुए शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस परिवार के कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे और उनसे बातचीत करेंगे।

शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, “हमारे नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी छह जुलाई को अहमदाबाद में राज्य कांग्रेस कार्यालय आ रहे हैं। वह कांग्रेस परिवार के कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे और उनसे बातचीत करेंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे पूरे गुजरात से कई लोगों ने फोन किया, जिनके साथ भाजपा ने अन्याय किया। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी न्याय के लिए लड़ते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें भाजपा पर भरोसा था, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। अब वे राहुल गांधी के सामने अपनी बार रखना चाहते हैं। इसलिए हम भी उनसे अनुरोध करते हैं कि वे एक बार बात करें। राहुल गांधी शनिवार को 12 बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।”

दिल्ली-NCR में फिर सताने लगा टमाटर… कीमतें 100 रुपये किलो, आलू-प्याज के भी चढ़े भाव; थाली महंगी

दिल्ली:  टमाटर, प्याज और आलू फिर रसोई घर का बजट बिगाड़ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में खुदरा बाजार में टमाटर के दाम 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए। हाल में पड़ी भीषण गर्मी से टमाटर की आवक पर असर पड़ा है। वहीं, आलू 40 व प्याज 50 रुपये किलो तक पहुंच गया है।

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, टमाटर की औसत कीमत 58.25 रुपये किलो है। हालांकि कई शहरों में दाम 130 रुपये तक पहुंच चुके हैं। व्यापारियों के मुताबिक, हालिया गर्मी की तपिश से टमाटर की पैदावार पर बुरा असर पड़ा है। इससे लगातार कीमतें बढ़ रही हैं।

एनसीआर में मदर डेयरी के सफल स्टोर्स में टमाटर 75 रुपये किलो है। हालांकि, थोक बाजार में 50-60 रुपये किलो तक बिक रहा है। टमाटर के दाम ऑनलाइन भी महंगे बिक रहे हैं। ब्लिंकिट पर यह 100 रुपये में बिक रहा है। मंत्रालय के मुताबिक, आलू भी 40 रुपये के पार पहुंच गया है, जबकि प्याज 50 रुपये किलो है।

टमाटर व प्याज का असर, शाकाहारी थाली जून में 10 फीसदी हुई महंगी, मांसाहारी सस्ती
टमाटर, आलू और प्याज की बढ़ती कीमतों का सीधा असर दूसरे महीने भी शाकाहारी थाली पर देखा गया है। जून में शाकाहारी थाली सालाना आधार पर 10% महंगी होकर 29.40 रुपये हो गई है। जून 2023 में इसकी कीमत 26.7 रुपये थी। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, मई में 27.80 रुपये की तुलना में कीमत 5.75% बढ़ी है।

क्रिसिल ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा, चिकन की कीमतों में सालाना आधार पर 14 फीसदी की कमी आई है। मांसाहारी थाली में इसका योगदान 50 फीसदी होता है। मांसाहारी थाली के दाम जून में चार फीसदी घटकर 58.30 रुपये हो गए हैं। जून 2023 में इसकी कीमत 60.50 रुपये थी। मई में 55.90 रुपये की तुलना में 4.29 फीसदी महंगी है।

सालाना आधार पर टमाटर के दाम 30%, आलू के 59% और प्याज के 46% बढ़े हैं। चावल 13 फीसदी व दाल 22 फीसदी महंगी हो गई है। मासिक आधार पर टमाटर 29%, आलू 9 फीसदी, प्याज 15 फीसदी महंगा हुआ है। क्रिसिल के आंकड़ों से अनाज, दालें, चिकन, सब्जियां, मसाले, खाद्य तेल व कुकिंग गैस सहित उन सामग्रियों का भी पता चलता है, जो थाली की कीमत में बदलाव लाते हैं।

हाथरस भगदड़ का मुख्य आरोपी मधुकर गिरफ्तार, उसके वकील ने कहा सरेंडर किया

हाथरस : हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ से हुई 121 मौतों के मामले में फरार मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर ने दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि मधुकर को रात दस बजे यूपी पुलिस के विशेेष जांच दल को सौंप दिया है।हाथरस पुलिस मधुकर को यूपी के साथ राजस्थान व हरियाणा में तलाश करने का दावा कर रही थी। सरेंडर के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में मुख्य सेवादार मधुकर इकलौता नामजद आरोपी है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

वकील एपी सिंह ने कहा, मधुकर दिल्ली में इलाज करा रहा था। हम जांच में मदद करना चाहते हैं। सत्संग के लिए मधुकर ने ही प्रशासन से मंजूरी ली थी। कार्यक्रम का मुख्य आयोजनकर्ता भी वही था। उस पर गैर इरादतन हत्या, सबूत मिटाने समेत भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज है।

हाथरस पुलिस ने कहा-राह चलते किया गिरफ्तार
हाथरस के पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने बताया कि एक लाख के इनामी मधुकर की पुलिस टीम ने गिरफ्तारी कर ली है। यह गिरफ्तारी दिल्ली से राह चलते हुई है। अस्पताल से कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।

132 गवाहों के बयान
आगरा जोन की एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया, एसआईटी जल्द ही मुख्यमंत्री को अंतिम रिपोर्ट सौंपेेगी। अब तक 132 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। वहीं, एक पुलिस अधिकारी ने बताया, अभी किसी को क्लीनचिट नहीं दी गई है। पुलिस पूछताछ के लिए नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा को भी तलाश रही है। हालांकि भोले बाबा प्राथमिकी में नामजद नहीं है। इस बीच, जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग शनिवार को हाथरस पहुंच रहा है।

…ताकि कोई इनाम का दावा न करे
हमने वादा किया था कि शुक्रवार तक मधुकर को जांच एजेंसियों को सौंप देंगे। वादे के तहत यूपी पुलिस को बुलाकर आत्मसमर्पण करा दिया। अग्रिम जमानत याचिका भी नहीं लगाई। मधुकर को हृदय रोग है, वह इलाज कराने दिल्ली आए थे। पुलिस जैसे चाहे उनसे पूछताछ कर सकती है। हमने समर्पण कराया, ताकि कोई गिरफ्तारी के लिए इनाम का दावा न करे।

45 मिनट तक भगदड़ में महिलाओं को कुचलती रह भीड़…. मददगारों को भगाते रहे सेवादार

अलीगढ़:सत्संग के बाद मची भगदड़ में महिलाएं सड़क किनारे बने गड्ढे में गिर गईं थीं। कई मदद के लिए चिल्ला भी रही थीं। लेकिन भीड़ इनके ऊपर से गुजरती रही। आसपास के गांवों के नौजवान जो पंडाल से बाहर सड़क किनारे खड़े थे वह मदद के लिए दौड़े तो सेवादारों ने डंडा दिखाकर रोक दिया। तकरीबन पौन घंटे तक भीड़ गड्ढे में गिरी महिलाओं के ऊपर से गुजरती रही। जब सेवादारों को पता चला कि कई महिलाएं मर गईं हैं तो वह मौके से फरार हो गए। यह बयान पांच गांवों के लोगों ने हाथरस की पुलिस लाइन में एसआईटी के समक्ष पेश होकर दर्ज कराए हैं। ग्रामीणों ने अफसरों को बताया कि अगर सेवादार ग्रामीणों को मदद करने से न रोकते तो इतने लोगों की मौत न होती।

हाथरस में भोलेबाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हुई है। शासन ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। इसमें आगरा जोन के एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ की कमिश्नर चेत्रा बी शामिल हैं। एसआईटी द्वारा घटना के वक्त मौके पर मौजूद रहे लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। बुधवार और बृहस्पतिवार को हाथरस की पुलिस लाइन में फुलरई, मुगलगढ़ी, रतिभानपुर, उमरावपुर , गढि़या और शाहपुर के ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए।

इन गांवों के 22 लोगों ने अपने बयान एसआईटी के समक्ष दिए हैं। जो बयान दर्ज कराए गए हैं उसके मुताबिक सत्संग के दौरान जितने लोग पंडाल में थे उससे कहीं ज्यादा बाहर थे। हाईवे तक भीड़ थी। करीब पौने दो बजे सत्संग समाप्त होने के बाद जब लोगों की भीड़ हाईवे की तरफ बढ़ी तब सेवादार डंडे लेकर खड़े हो गए। वह लोगों से कह रहे थे कि बाबा आने वाले हैं। उनके निकल जाने के बाद वह लोग आगे बढ़ें। क्योंकि उस दिन भीषण गर्मी थी लिहाजा महिलाओं को बेचैनी महसूस होने लगी। सभी की कोशिश थी कि किसी भी तरह से हाईवे के पार खाली खेत तक पहुंच जाएं। इसी बीच बाबा का काफिला भी यहां से निकलने लगा।

कुछ लोग बाबा के काफिले के करीब पहुंचने की कोशिश करने लगो जिसे सेवादारों और बाबा के निजी सुरक्षा गार्ड रोकने लगे। इससे भगदड़ मच गई। क्योंकि सबसे आगे महिलाएं थीं जिससे वह सड़क किनारे गड्ढे में गिरती चलीं गईं। ग्रामीणों ने अफसरों को बताया कि यहां चीखपुकार मचने लगी लेकिन भीड़ इतनी थी कि कोई कुछ समझ ही नहीं पा रहा था। गांव के लोग पहले से हाईवे किनारे पर मौजूद थे। वह मदद के लिए आगे बढ़े तो डंडा लिए सेवादार उन्हें दौड़ाने लगे। कई से मारपीट पर उतारू हो गए थे। बाद में जब सेवादारों को पता चला कि महिलाओं की मौत हो गई है तो वह सभी वहां से निकल भागे। बाद में उन लोगों ने वहां मौजूद पुलिस वालों की मदद से एंबुलेंस बुलाईं। दूसरे वाहनों लोगों को अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि अगर सेवादार वहां से हट जाते और ग्रामीणों को मदद करने देते तो यह हालात न पैदा होते।

मथुरा-वृंदावन के इन सात मंदिरों में साक्षात बसते हैं श्री कृष्ण, आप भी करें दर्शन

उत्तर प्रदेश में स्थित मथुरा-वृंदावन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह दोनों स्थान भारतीय पौराणिक कथाओं और हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखते हैं। पर्यटन की दृष्टि से भी मथुरा वृंदावन लोगों को काफी पसंद है। यहां भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इसलिए मथुरा को उनकी जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। वहीं यहां गोकुल, वृंदावन में उनका बचपन बीता।

दुनियाभर से लोग मथुरा वृंदावन में घूमने और भगवान के बचपन को शहर की गलियों में महसूस करने के लिए आते हैं। वैसे तो यहां लगभग हर गली और हर घर में भगवान कृष्ण, राधा रानी के मंदिर बने हैं लेकि मथुरा वृंदावन में सात ऐसे मंदिर हैं, जिनको लेकर मान्यता है कि यहां भगवान कृष्ण साक्षात् वास करते हैं। अगर आप मथुरा वृंदावन की सैर के लिए आ रहे हैं तो यहां के अधिकतर मंदिरों के दर्शन के बीच इन सात महत्वपूर्ण मंदिरों को न भूलें।इन मंदिरों से जुड़ी पौराणिक कथाओं के साथ ही महत्वपूर्ण इतिहास भी है। आइए जानते हैं दिल्ली के पास बसे मथुरा वृंदावन के सात मशहूर मंदिरों के बारे में।

श्रीकृष्ण की जन्मस्थली

मथुरा को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है। यहाँ पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर स्थित है, जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। कहते हैं कि मथुरा के राजा कंस बहुत अत्याचारी थे। उनके अत्याचार को खत्म करने के लिए कंस की बहन के गर्भ से ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होना था। इसकी भविष्यवाणी होने पर कंस ने अपनी बहन और बहनोई को महल के कारागार में बंद कर दिया। जेल की सलाखों के पीछे विष्णु अवतार भगवान कृष्ण का जन्म हुआ। आज इसी जेल को मंदिर के रूप में पूजा जाता है।

बांके बिहारी का मंदिर

बांके बिहारी का मंदिर वृंदावन में है, जो कि दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित और पुराने कृष्ण मंदिरों में से एक है। यहां भगवान कृष्ण की काले रंग की प्रतिमा स्थापित है।

द्वारकाधीश मंदिर, मथुरा

मथुरा का द्वारकाधीश मंदिर भी भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी शैली पर आधारित है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन तो मिलेंगे ही, उनके बाल स्वरूप और बाल लीलाओं से जुड़ी घटनाओं की कुछ कलाकृतियां भी देखने को मिलती हैं।

राधा रमण मंदिर

मथुरा में स्थित राधा रमण मंदिर बहुत ही महत्वपूर्ण मंदिर है, जहां भगवान राधा कृष्ण की पूजा की जाती है। इस मंदिर में भगवान कृष्ण की अनोखी मूर्ति स्थापित है। भगवान का यह स्वरूप शालिग्राम पत्थर से निकला है।

श्री गोपीनाथ जी मंदिर

वृंदावन के सबसे पुराने मंदिरों में श्री गोपीनाथ जी का मंदिर स्थित है। इस मंदिर में राधा रानी और भगवान कृष्ण विराजमान है। खास बात ये है कि इस मंदिर में राधा कृष्ण के साथ ही राधा जी की छोटी बहन अनंग मंजरी और उनकी सखी ललिता और विशाखा की मूर्तियां भी स्थापित हैं।

निधिवन

भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला काफी चर्चित है। पूरी दुनिया में उनकी रासलीलाओं के किस्से सुनाए जाते हैं। उनकी रासलीला का साक्षात सबूत वृंदावन का निधिवन है। निधिवन में भगवान कृष्ण, राधा रानी और गोपियों के साथ रासलीला करते थे। वहां पहुंचकर प्रतीत होता है कि साक्षात भगवान यहां राधा जी और गोपियों संग विराजमान हैं।

डायबिटीज की शिकार महिलाएं हो जाएं सावधान, जरा सी लापरवाही बन सकती है इस जानलेवा रोग का कारण

मधुमेह को साइलेंट किलर बीमारियों के रूप में जाना जाता है, जिन लोगों को डायबिटीज की दिक्कत होती है उनमें कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों के बढ़ने का खतरा हो सकता है। अनियंत्रित ब्लड शुगर की स्थिति समय के साथ आंखों से लेकर किडनी, तंत्रिकाओं से संबंधित जटिलताओं के विकसित होने का जोखिम
बढ़ाने वाली मानी जाती है।

हालिया अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि डायबिटीज वाले लोगों में समय के साथ हृदय रोग होने का भी खतरा अधिक हो सकता है। विशेषतौर पर डायबिटिक महिलाओं में ये जोखिम और अधिक देखा जा रहा है। इसी से संबंधित एक अध्ययन में शोधकर्ताओं सचेत किया है कि पुरुषों की तुलना में डायबिटीज की शिकार महिलाओं में हृदय रोगों के विकसित होने और इसके जटिल रूप लेने का खतरा 12 फीसदी तक अधिक हो सकता है।

डायबिटीज यूके प्रोफेशनल कॉन्फ्रेंस (डीयूकेपीसी) में प्रस्तुत अध्ययन के निष्कर्ष में कहा गया है, टाइप-2 डायबिटीज वाली महिलाओं में बिना डायबिटीज वालों की तुलना में हृदय संबंधी जटिलताओं के विकसित होने का जोखिम 20 फीसदी अधिक हो सकता है। जो लोग डायबिटीज के शिकार हैं उन्हें हृदय की सेहत का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए।

डायबिटीज रोगियों में हृदय की समस्याओं का जोखिम

डायबिटीज किस तरह से हृदय रोगों का कारण बनता है, पहले इसे समझना जरूरी है।

डॉक्टर बताते हैं, समय के साथ बढ़ा हुआ शुगर का लेवल कई अंगों के साथ-साथ रक्त वाहिकाओं और आपके दिल को नियंत्रित करने वाली नसों को भी नुकसान पहुंचाने लगता है। डायबिटिक न्यूरोपैथी के शिकार लोग, जिनमें नसें कमजोर हो जाती हैं, उनमें इस प्रकार का खतरा और अधिक हो सकता है। नसों की कमजोरी की स्थिति में, रक्तचाप बढ़ने पर धमनी की दीवारों को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटिक न्यूरोपैथी वालों में साइलेंट हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का जोखिम भी काफी बढ़ जाता है।

क्या कहते हैं अध्ययनकर्ता?

मैनचेस्टर रॉयल इन्फर्मरी में प्रोफेसर मार्टिन रटर अध्ययन की रिपोर्ट में कहते हैं, यह भी देखा गया है कि टाइप-2 डायबिटीज वाली महिलाओं में इस रोग वाले पुरुषों की तुलना में अधिक वजन होने का जोखिम भी ज्यादा होता है। अध्ययन में शामिल औसतन महिलाएं, पुरुषों की तुलना में अधिक वजन वाली थीं।

मधुमेह के साथ मोटापा होना आपकी जटिलताओं को और भी बढ़ाने वाला हो सकता है। मोटापे के कारण उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का जोखिम भी बढ़ने लगता है, जो समय के साथ हृदय की सेहत को नुकसान पहुंचाने लगती हैं।

महिलाओं को दिल की बीमारी

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार महिलाओं को दिल की बीमारियों के लिए ज्यादा एग्रेसिव इलाज नहीं दिया जाना चाहिए। कई महिलाओं में कार्डियक प्रक्रियाओं को लेकर भी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस आधार पर अध्ययन में कहा गया है कि टाइप-2 डायबिटीज वाली महिलाओं को लिपिड कम करने वाली दवा और एंजियोटेंसिन-कन्वर्टिंग एंजाइम इनहैविटर्स दिए जाने की भी कम सलाह दी जाती है। ऐसी स्थिति में हृदय रोगों को अलग तरीकों से मैनेज करने की आवश्यकता होती है।

क्या है विशेषज्ञों की सलाह?

अध्ययन के निष्कर्ष में स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को डायबिटीज और हृदय रोग दोनों से बचाव करते रहने की सलाह दी जाती है। यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं तो अपने हृदय की सेहत का भी गंभीरता से ख्याल रखें। मधुमेह की फैमिली हिस्ट्री वाले, अधिक वजन-मोटापे के शिकार, निष्क्रिय जीवनशैली भी आपकी जटिलताओं को बढ़ाने वाली हो सकती है। लाइफस्टाइल और खान-पान को ठीक रखकर हृदय रोग-डायबिटीज दोनों से बचाव किया जा सकता है।