Thursday , October 24 2024

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रामपुर जिले में पहले दिन 17 थानों में कोई एफआईआर दर्ज नहीं, नए कानून को लेकर उलझी रही पुलिस

रामपुर:  नए कानून लागू होने के बाद पुलिस कर्मियों की उलझन बढ़ गई है। यही वजह रही कि पहले दिन रामपुर जिले के 17 थानों में कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। नए मुकदमों को लेकर थानों की पुलिस दिन भर उलझी रही। इस बीच पुलिस की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाया गया। बिट्रिशकाल में अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानूनों में संशोधन कर दिया गया है।

यह संशोधन रविवार की आधी रात से लागू हो गए हैं। रविवार रात से लागू हुए कानूनों की बारीकियों को समझने में पुलिसकर्मियों की उलझन बढ़ी रही। दिन भर पुलिस कर्मी नए कानून की बारीकियों को समझने में लगे रहे। रात 12 बजे से सोमवार की रात आठ बजे तक जिले के किसी भी थाने में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।

हालांकि पुलिस ने कल रात 11.58 तक मुकदमे जरूर दर्ज किए इसके बाद थानों के आपराधिक रजिस्टर में नए मुकदमों की एंट्री नहीं हुई। पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि रात आठ बजे तक जिले के किसी भी थाने में कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। नई धाराओं में मुकदमे दर्ज करने के लिए कोई शिकायत थानाध्यक्षों को नहीं मिली है।

पुरानी धाराओं में दर्ज किया मुकदमा
नए कानून को लेकर रामपुर पुलिस किस तरह उलझी रही इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने रविवार की रात 11:53 मिनट तक पुराने कानून के अनुसार मुकदमे दर्ज किए। पुलिस सूत्रों के अनुसार सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने रविवार की रात 11:53 मिनट पर वाहन चोरी का एक मुकदमा दर्ज किया। इसी तरह शाहबाद थाने में बैग चोरी का मुकदमा रविवार की रात 10:58 पर दर्ज किया गया।

संभल जिले का पहला केस बहजोई में दर्ज, महिला ने ससुरालियों पर दर्ज कराई धारा 115 में रिपोर्ट

संभल:भारतीय न्याय संहिता-2023 के तहत सोमवार को संभल जिले में पहला मुकदमा बहजोई थाने में दर्ज हुआ। जिसमें कैशोपुर रसैटा निवासी महिला ने ससुरालियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और धमकाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

यह मामला नए कानून की धारा 115, 352 और 351 (2) में रिपोर्ट दर्ज की गई है। दूसरा मुकदमा संभल कोतवाली में इन्हीं धाराओं में दर्ज किया गया। बहजोई थाना क्षेत्र के गांव कैशोपुर रसैटा निवासी सुनीता पत्नी सोनू सोमवार की सुबह थाने पहुंचीं और ससुराल पक्ष के लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

बताया कि ससुरालियों ने गाली-गलौज और धमकी भी दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर इंद्रवती, रामफल और सूरजपाल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 115, 352 और 351 (2) में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।वहीं दूसरा मुकदमा संभल कोतवाली मारपीट का दर्ज हुआ। मोहल्ला मियां सराय निवासी नसीम ने बताया है कि उसके 14 वर्षीय बेटे अफ्फान के साथ मोहल्ला निवासी गुलनवाज उर्फ गुल्लू, आकिब, जिकरान और कैफू ने मारपीट की है।पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर नए कानून की धारा 115, 352 और 351 (2) में गुलनवाज उर्फ गुल्लू, आकिब, जिकरान और कैफू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया है।

बीएचयू के एमबीए छात्र को मिला 23.5 लाख का पैकेज, 165 छात्र-छात्राओं को भी मिला कैंपस प्लेसमेंट

वाराणसी:  काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रबंध शास्त्र संस्थान के छात्र-छात्राओं को देश-विदेश की प्रमुख कॉरपोरेट कंपनियों में प्रमुख पदों पर कैंपस प्लेसमेंट मिला है। एमबीए के एक छात्र को न्यूवेक्सो वेलनेस कंपनी में 23.5 लाख रुपये सालाना की जॉब ऑफर हुई। संस्थान के 165 छात्र-छात्राओं को औसतन 11.1 लाख का सालाना पैकेज मिला है।

प्रबंध शास्त्र संस्थान के प्लेसमेंट समन्वयक डॉ. आशुतोष मोहन ने बताया कि एमबीए, एमबीए इंटरनेशनल बिजनेस और एमबीए एग्रीबिजनेस के छात्रों ने अच्छा प्लेसमेंट प्राप्त किया है। प्रबंध शास्त्र संस्थान के 165 छात्र-छात्राओं को विभिन्न कंपनियों में नौकरी के 181 प्रस्ताव मिले।

कैंपस चयन में इंफोसिस, जेनपैक्ट, कॉग्निजेंट, महिंद्रा फाइनेंस, अडानी विल्मर, वोल्वो आयशर कॉमर्शियल व्हीकल, रिलायंस रिटेल, फेडरल बैंक, आईडीबीआई बैंक, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, डिजिट जनरल इंश्योरेंस, वीजा स्टील, बजाज एसेट मैनेजमेंट, यूनिक्लो, अमूल और एस्कॉर्ट्स कुबोटा सहित 65 से अधिक कंपनियों ने हिस्सा लिया।

एफएमएस-बीएचयू में कॉरपोरेट मामलों एवं प्लेसमेंट अध्यक्ष और संस्थान के डीन प्रो. एचपी माथुर ने बताया कि 36 फीसदी छात्र-छात्राओं को कार्यकारी/प्रबंधन को प्रशिक्षु की भूमिका के साथ विभिन्न उप-प्रोफाइल जैसे एमटी-सेल्स एंड मार्केटिंग, एमटी-फाइनेंस, एमटी-बिजनेस एक्सीलेंस, एमटी-स्ट्रेटेजी एंड प्रोजेक्ट्स, एमटी-एलायंस एंड इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट्स, एमटी-रिटेल ऑपरेशंस आदि के ऑफर मिले।

छात्रों को आकर्षक पदों की पेशकश
जूनियर मैनेजमेंट में अधिकारी की हिस्सेदारी 8 फीसदी, बिजनेस एनालिस्ट की 7 फीसदी, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर की 4 फीसदी, प्रोजेक्ट मैनेजर की 3 फीसदी, यंग प्रोफेशनल्स के रूप में 2 फीसदी और और टेरिटरी सेल्स इन-चार्ज के रूप में 1 फीसदी हिस्सेदारी थी।

साउथ इंडियन बैंक, बंधन बैंक, जन बैंक, एसबीआई लाइफ, आईसीआईसीआई प्रू एएमसी और यूटीआई म्यूचुअल फंड्स जैसी प्रसिद्ध फर्मों ने बीएफएसआई क्षेत्र में मार्केटिंग, वित्त, संचालन और मानव संसाधन जैसे डोमेन में छात्रों को आकर्षक पदों की पेशकश की है।

बीएचयू प्रबंध शास्त्र संस्थान के निदेशक प्रो. आशीष वाजपेयी ने प्लेसमेंट टीम को बधाई दी और छात्रों को ‘व्यवसाय के लिए तैयार’ व्यक्तियों के रूप में आकार देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों के उत्साह और मानव संसाधन, वित्त और मार्केटिंग क्षेत्रों में व्यवसाय और समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने के उनके संकल्प की प्रशंसा की।

प्रो. ज्योति रोहिला राणा BHU के कला-इतिहास विभाग की अध्यक्ष बनीं
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कला संकाय के कला-इतिहास विभाग का अध्यक्ष प्रो. ज्योति रोहिला राणा को बनाया गया है। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने तीन साल के लिए उनकी नियुक्ति की है। प्रो. राणा की नियुक्ति तीन जुलाई से प्रभावी होगी। यह जानकारी बीएचयू के सहायक कुलसचिव (सामान्य प्रशासन) अशोक कुमार शर्मा ने दी।

नौकर और चार करीबी हिरासत में, दिल्ली से भी जुड़ रहे तार, सीसीटीवी फुटेज में दिखा कुछ ऐसा

लखीमपुर खीरी:   लखीमपुर खीरी जिले के भानपुरी खजुरिया के हार्डवेयर व्यापारी कृष्ण कुमार उर्फ बबलू सेठी की हत्या के पीछे बड़ी साजिश के संकेत मिले हैं। व्यापारी के मकान के इर्दगिर्द की दुकानों, निजी बस स्टैंड और खजुरिया चौराहे के पास के सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद दिल्ली नंबर की गाड़ियों के शनिवार की रात खजुरिया पहुंचने की बात सामने आई है। गौरीफंटा थाना, पलिया थाना, संपूर्णानगर थाना और क्राइम ब्रांच की टीमें जुटी हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की देर रात 12 और एक बजे के बीच में बबलू सेठी की हत्या की गई है। हत्यारों ने नाक-मुंह दबाकर हत्या की थी। पुलिस ने 20 साल से नौकरी करने वाले नौकर राम समेत बबूल सेठी के नजदीकी चार व्यापारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।

पुलिस टीमें अप्रैल, मई और 29 जून तक व्यापारी के दोनों मोबाइल पर आए कॉल्स की सीडीआर निकलवा रही है। व्यापारी के दोनों मोबाइल कब्जे में लिए गए हैं। माना जा रहा है कि बबलू की हत्या के तार दिल्ली से जुड़ रहे हैं। वारदात के लिए कई माह पहले प्लानिंग की गई है। इधर, पुलिस ने सोमवार सुबह व्यापारी के नौकर राम को हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ के बाद बबलू के चार नजदीकी व्यापारियों को हिरासत में ले लिया।

पुलिस टीमों ने दिनभर सभी से पूछताछ की। देर शाम को तीन व्यापारियों को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया है लेकिन नौकर राम और एक अन्य व्यापारी अभी तक हिरासत में हैं। हिरासत में लेकर छोड़ने वाले व्यापारी खजुरिया के आसपास क्षेत्र के बताए जा रहे हैं। वहीं पुलिस टीमों ने व्यापारी के मकान के इर्द-गिर्द दो दुकानों के पास के सीसीटीवी कैमरों के साथ निजी बस स्टैंड के पास कैमरा और एक खजुरिया चौराहे के पास के कैमरे खंगाले हैं।

नौकर बोला- घर पर कभी कोई नहीं आता था
बबलू सेठी के नौकर राम ने बातचीत में बताया कि शनिवार रात लगभग 11:30 बजे इंडिया के मैच जीतने की बधाई फोन पर भैया ने दी थी। रविवार सुबह उनके हत्या की सूचना मिली थी। व्यापारी के घर में ही सोने वाला नौकर ओम प्रकाश 28 जून को बीमारी का हवाला देकर घर गया था। वह 5-6 माह से दुकान पर दिहाड़ी पर काम करता था। ओमप्रकाश ने बताया कि सेठ जी को पेट दर्द, ब्लड प्रेशर की बीमारी थी। घर पर कभी कोई नहीं आता था, न कभी झगड़ा की बात सामने आई।

नौकरानी से फिर पूछताछ
पुलिस ने नौकर राम के साथ नौकरानी से फिर पूछताछ की। कई घंटे पूछताछ के बाद नौकरानी को छोड़ दिया। नौकरानी ने बताया कि सेठ जी रोज शाम को अपने घर की कुंडी बंद नहीं करते थे। कई बार कहा भी लेकिन उन्होंने कभी कुंडी बंद नहीं की। रविवार सुबह जब वह घर गई तो पूर्व की भांति कुंडी खुली थी, अंदर गई तो ऊपर कमरे में सेठ जी का शव पड़ा था।

हत्या में किसी करीबी का हाथ, खुलासा जल्द: आईजी
आईजी प्रशांत कुमार सोमवार की रात नौ बजे खजुरिया स्थित व्यापारी के आवास पहुंचे। घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। आईजी ने बताया कि सेठी की हत्या की पुलिस गहनता से जांच कर रही है। जांच में सामने आया है कि व्यापारी की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। घर में आने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। जबरन कोई घुसा नहीं। ऐसे में किसी करीबी का हाथ लग रहा है। खुलासा जल्द होगा।

कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से, बरेली में सात मार्गों पर रोडवेज बसों का रहेगा डायवर्जन

बरेली: कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। बरेली में यात्रा के दौरान होने वाले रोडवेज बसों के डायवर्जन पर अभी से काम शुरू कर दिया गया है। सावन माह में हर सप्ताह तीन दिन बसों का संचालन परिवर्तित मार्गों से किया जाएगा। रोडवेज के अधिकारी वैकल्पिक मार्गों को चिह्नित कर रहे हैं।

सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई और अंतिम व पांचवां सोमवार 19 अगस्त हो है। बरेली होते हुए बदायूं, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ, अलीगढ़, हरिद्वार, सहारनपुर व गढ़मुक्तेश्वर प्रमुख कांवड़ यात्रा मार्ग हैं। बड़ी संख्या में बरेली, बदायूं, रुहेलखंड और पीलीभीत डिपो की बसों का इन मार्गों पर संचालन होता है। सावन के दौरान हर सप्ताह शनिवार, रविवार और सोमवार को इन मार्गों पर सुरक्षा की दृष्टि से बसों को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया जाएगा।

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर एमडी ने क्षेत्रीय मुख्यालय पर कंट्रोल रूम बनाने का आदेश दिया है, जो 24 घंटे काम करेगा। इसके अलावा बस अड्डों पर कांवड़ियों की सुविधा के लिए व्यवस्थाओं में सुधार के आदेश भी दिए हैं।

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर डायवर्जन प्लान तैयार करने और निर्धारित मार्गों पर ही बसों का संचालन करने का आदेश दिया है। मुख्यालय ने चिह्नित किए गए वैकल्पिक मार्गों की सूची 10 जुलाई तक उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। सेवा प्रबंधक धनजी राम ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से सावन में हर सप्ताह शुक्रवार, शनिवार और रविवार को बसों का डायवर्ट कर चलाया जाएगा।

भक्त नाथों के नाथ को लगाएंगे जगन्नाथी पान का भोग, रोजाना तीन ट्रक की खपत; जानें- इसकी विशेषता

वाराणसी:  नीलांचल निवासाय नित्याय परमात्मने, बलभद्र सुभद्राभ्याम् जगन्नाथाय ते नमः…। यानी नीलांचल पर निवास करने वाले भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र को नमस्कार है। नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ को भक्त पान का भोग अर्पित करेंगे। रथयात्रा मेले में भक्त मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान को नानखटाई के साथ ही जगन्नाथी पान का भोग भी अर्पित करते हैं।

काशी के पहले लक्खा मेले में भगवान जगन्नाथ को पान अर्पित करके भक्त सुख, सौभाग्य और जीवन में प्रगति की कामना करेंगे। भगवान जगन्नाथ को अर्पित होने वाला पान भी बेहद खास तरीके से तैयार होता है। इसमें पान, सुपाड़ी, चूना, कत्था, गुलकंद, लौंग, नारियल और इलायची डाली जाती है।

भगवान को अर्पित होने वाला ये खास पान गिरजाघर से लेकर महमूरगंज के बीच की हर पान की दुकान पर पहुंच चुका है। पान विक्रेता अमन चौरसिया का कहना है कि बनारस में रोजाना तीन ट्रक पान की खपत होती है।भगवान जगन्नाथ को अर्पित होने वाला पान ओडिशा से आता है। इसे जगन्नाथी या जगरनाथी पान भी कहते हैं। इसके अलावा मगही व देशी पान का भी भोग चढ़ाया जाता है।

मान्यता है कि भोलेनाथ को पान अति प्रिय है। पान का पहला बीज भगवान शिव और माता पार्वती ने हिमालय के एक पहाड़ पर बोया था। इसी वजह से पान के पत्ते को पवित्र पत्ते के रूप में पहचान मिली। आज भी सभी धार्मिक अनुष्ठान में पान के पत्ते का इस्तेमाल होता है।

भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण ही भगवान जगन्नाथ हैं। मान्यता है कि भगवान विष्णु को पान बेहद प्रिय हैं। उन्हें पान के पत्तों का भोग लगाने से वैवाहिक जीवन हमेशा सुखमय बना रहता है और जीवन में प्रगति होती रहती है। यही कारण है पूरे साल रथयात्रा पर्व का बेसब्री से इंतजार कर रहे काशीवासी भगवान जगन्नाथ को जगन्नाथी पान का भोग लगाते हैं

संस्कृति का हिस्सा है पान
संस्कृति कर्मी राजेश गुप्ता का कहना है कि बनारस में बहुत बड़ी संख्या में लोग रोजाना पान खाते हैं और यह हमारी धार्मिक संस्कृति का एक हिस्सा है। पान, सिर्फ एक व्यंजन से कहीं बढ़कर है। यह एक सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीक है। बीएचयू के वैद्य सुशील दुबे का कहना है कि पान औषधीय गुणों से भरपूर होता है।

आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि ने भी पान की खूबियों का वर्णन किया है। उन्होंने लिखा है पान खाने से पाचन शक्ति दुरुस्त होती है। सुश्रुत का मानना है कि पान गले को साफ रखता है और इसके सेवन से मुंह से दुर्गंध नहीं आती है। इसके अलावा कई अन्य बीमारियों में भी इसका इस्तेमाल होता है।

राहुल गांधी के बयान से नाराज भाजपाइयों ने फूंका पुतला, माफी मांगने की मांग की

अमेठी : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सदन में हिंदू समाज को लेकर दिए गए बयान से भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। मंगलवार को भाजपा जिला सचिव के नेतृत्व में मुसाफिरखाना तहसील गेट पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुतला फूंका।

ये लोग बयान को लेकर राहुल गांधी से माफी मांगे जाने की मांग रहे थे। दरअसल कांग्रेस नेता व रायबरेली के सांसद राहुल गांधी ने हिंदू समाज को लेकर भाजपा पर टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को लेकर जिले के भाजपा जिलामंत्री अतुल सिंह के नेतृत्व में लोग मुसाफिरखाना तहसील गेट पहुंचे। जहां राहुल गांधी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही उनका पुतला भी फूंका।

प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि राहुल गांधी अपने बयान को लेकर माफी मांगे। भाजपा जिलामंत्री ने कहा कि कल सदन में राहुल गांधी के हिंदू समाज को लेकर दिए गए बयान से समस्त हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। इस मौके पर राहुल कौशल विद्यार्थी, हर्षित जायसवाल, उदय सिंह, मुरली धर मिश्र, जगन्नाथ मिश्रा, बजरंग यादव, नीरज शर्मा आदि उपस्थित रहे।

बाढ़ की मार से कराह रहा पूर्वोत्तर, असम में 6.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित; IAF ने 13 मछुआरों को बचाया

गुवाहाटी:मौसम ने देश के कई हिस्सों में जहां चेहरे पर मुस्कान खिलाई है। वहीं पूर्वोत्तर इसकी मार से कराह रहा है। पिछले एक माह से बाढ़ से जूझ रहे असम के लोग अस्थायी कैंपों में रह रहे हैं। असम में इस साल आई दूसरी बाढ़ में 20 जिलों में 6.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि, लोगों के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) भगवान का रूप बनी हुई है। गंभीर रूप से प्रभावित डिब्रूगढ़ जिले से 13 मछुआरों को सेना ने बचाया है।

13 नदिया खतरे के निशान से ऊपर
एक आधिकारिक बुलेटिन में बताया गया कि ब्रह्मपुत्र समेत 13 प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुरोध पर डिब्रूगढ़ के हटिया अली इलाके से मछुआरों को बचाया गया है। अधिकारी ने बताया कि एएसडीएमए ने वायु सेना से अनुरोध किया कि 13 मछुआरों को बचाने में मदद करें। वहीं, एयरलिफ्ट से लोगों को बचाने में जो भी खर्चा आएगा वो भी खुद एसडीएमए ही उठाएगा।

लोगों को ऐसे बचाया
वायु सेना ने मछुआरों को बचाने वाले अभियान की एक तस्वीर साझा की है। सेना ने एक्स पर कहा, ‘आईएएफ ने असम के डिब्रूगढ़ के उत्तर में ब्रह्मपुत्र में एक छोटे से द्वीप से 13 असहाय जीवित बचे लोगों को बचाया। दो जुलाई को सुबह तड़के एएफएस मोहनबाड़ी के एक एमआई -17 IV हेलीकॉप्टर ने खराब मौसम में उड़ान भरी और जमीन के दलदली टुकड़े से बचाव अभियान चलाया।’

बयान में कहा गया कि पायलट और फ्लाइट गनर के प्रयासों से हादसे में जीवित बचे 13 लोगों को तुरंत सुरक्षित बचा लिया गया है।वायुसेना ने बताया कि बचाने के बाद सभी का प्राथमिक इलाज किया गया।

छठे दिन भी जलमग्न राज्य
रविवार को वायुसेना ने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के आठ कर्मियों और धेमाजी जिले के जोनाई के एक राजस्व अधिकारी को राहत अभियान के दौरान बचाया था। मौजूदा लहर के कारण डिब्रूगढ़ जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ है और ऊपरी असम का प्रमुख शहर लगातार छठे दिन जलमग्न है।

20 जिलों के लोग प्रभावित
एएसडीएमए बुलेटिन ने कहा कि 20 जिलों- बिश्वनाथ, कछार, चराइदेव, दरांग, चिरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप, लखीमपुर, शिवसागर, सोनितपुर, मोरीगांव, नगांव, माजुली, करीमगंज, तामुलपुर, तिनसुकिया और नलबाड़ी के 67 राजस्व क्षेत्रों में 6,71,167 लोग बाढ़ के पानी की चपेट में हैं।

पिछले 24 घंटों में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि होने के साथ ही इस साल बाढ़, तूफान और भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट (जोरहाट), तेजपुर (सोनितपुर), गुवाहाटी (कामरूप) और धुबरी (धुबरी) में लाल निशान के ऊपर बह रही है।

अभद्र भाषा के लिए दानवे विधानसभा से पांच दिन के लिए निलंबित, हंगामे की वजह से कार्यवाही बाधित

महाराष्ट्र में विधान परिषद की कार्यवाही तीन बार मंगलवार को स्थगित की गई। भाजपा सदस्य प्रवीण दारेककर ने विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के बीते रोज अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई थी। इस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की थी। लेकिन स्थिति अराजक होने के कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष के नेता अंबादास दानवे को सदन में कथित दुर्व्यवहार के कारण पांच दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।

महाराष्ट्र में विधान परिषद कार्यवाही के दौरान विपक्षी नेता अंबादास दानवे के अभ्रद भाषा का इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई। भाजपा नेता का आरोप है कि विपक्षी नेता ने सदन ने राहुल गांधी के हिंदू वाली टिप्पणी पर बात करते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने सोमवार को परिषद में गांधी की टिप्पणी का मुद्दा उठाया। उन्होंने राहुल गांधी की टिप्पणी की निंदा की। साथ ही प्रस्ताव की मांग की। इस पर विपक्षी नेता अंबादास दावने प्रतिक्रिया दी।

मंगलवार को जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भाजपा सदस्य प्रवीण दारेककर ने विपक्षी नेता दानवे के कथित अभ्रद भाषा के प्रयोग पर चर्चा की मांग की। परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे ने दारेकेर से प्रश्नकाल पूरा होने देने का आग्रह किया। लेकिन भाजपा के दारेककर ने सदन में इस मुद्दे पर चर्चा करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को विधान परिषद की पवित्रता को बनाए रखने की जरूरत है।

वहीं उपसभापति नीलम गोरहे ने कहा कि यह मामला गंभीर है, उनकी टिप्पणी के वीडियो क्लिप की समीक्षा करने और अन्य विवरण एकत्र करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। हालांकि, दारेककर ने नरमी बरतने से मना करते हुए असहमति व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि दानवे ने न केवल सदन में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, बल्कि मीडिया से भी इस बारे में बात की। यह उनके व्यवहार की गंभीरता पर सवालिया निशान खड़ा करता है। उन्होंने बोलने के अपने अधिकार का दावा किया और सदन की कार्यवाही को बाधित करने की धमकी दी। उपसभापति ने गोरहे ने शुरू में इसे एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया। बाद में कार्यवाही फिर से शुरू होने पर, इसी मुद्दे पर सदन में अराजक दृश्य देखने मिले। जिसके बाद उपसभापति ने इसे दोपहर 2 बजे तक के लिए दो बार स्थगित कर दिया। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे को सदन में कथित दुर्व्यवहार के कारण पांच दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।

विधायकों के धरने का आज चौथा दिन, राजभवन के बजाय विधानसभा में शपथ दिलाने की मांग

पश्चिम बंगाल के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने मंगलवार को भी विधानसभा परिसर में धरना प्रदर्शन जारी रखा। विधायकों की मांग है कि उन्हें राजभवन के बजाय विधानसभा में शपथ दिलाई जाए। बारानगर से विधायक सयांतिका बंदोपाध्याय और भागबंगोला के विधायक रैयत हुसैन सरकार ने लोकसभा चुनाव के साथ हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। हालांकि अभी तक दोनों विधायकों का शपथ ग्रहण नहीं हुआ है। दोनों विधायकों ने राजभवन में शपथ लेने से इनकार कर दिया है।

विधायकों के धरने का चौथा दिन
विधायकों के धरने को मंगलवार को चौथा दिन है। इससे पहले विधायकों ने 27, 28 जून और एक जुलाई को भी विधानसभा परिसर में धरना दिया था। गौरतलब है कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बीते बुधवार को दोनों विधायकों को राजभवन आमंत्रित किया था ताकि दोनों को शपथ दिलाई जा सके। हालांकि विधायकों ने आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया। दरअसल राज्यपाल पर यौन दुराचार के आरोपों के चलते नवनिर्वाचित विधायकों ने राजभवन जाकर शपथ ग्रहण करने से इनकार कर दिया। उनकी मांग है कि राज्यपाल विधानसभा में किसी को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी दें। इससे गतिरोध की स्थिति पैदा हो गई है।

राज्यपाल ने अभी तक विधानसभा में किसी को भी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है। स्पीकर बिमान बनर्जी ने राज्यपाल पर इस मुद्दे को बेवजह तूल देने का आरोप लगाया है। उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इस गतिरोध को समाप्त करने की अपील की है। वहीं राज्यपाल का कहना है कि यह उनका अधिकार क्षेत्र है कि किसी को शपथ के लिए अधिकृत करना है या नहीं।

क्या कहता है कानून
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि विधायकों के पास संविधान के प्रावधानों के अनुसार शपथ लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। संविधान के अनुच्छेद 188 और अनुच्छेद 193 राज्यपाल को इस तरह का अधिकार देते हैं। अनुच्छेद 188 में कहा गया है कि राज्य की विधानसभा या विधान परिषद का प्रत्येक सदस्य को राज्यपाल या उनके द्वारा नियुक्त किसी व्यक्ति के समक्ष शपथ लेगा।

‘यदि कोई विधायक अनुच्छेद 188 के तहत शपथ लेने से पहले विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होता है तो अनुच्छेद 193 के तहत उसके लिए दंड का प्रावधान भी किया गया है। साथ ही शपथ से पहले विधायक विधानसभा में मतदान करता है, तो वह प्रत्येक दिन के लिए, जिस दिन वह बैठता है या मतदान करता है, पांच सौ रुपये के जुर्माने के लिए उत्तरदायी होगा, जिसे राज्य को देय ऋण के रूप में वसूला जाएगा।’