Wednesday , October 23 2024

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ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों से वसूली 151500 रुपये

इटावा पुलिस द्वारा वाहनों के साइलेंसरों को मॉडिफाइड कराकर ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए 58 वाहनों के चालान कर 151500 रुपए सम्मन शुल्क वसूल किया गया।

माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज द्वारा पारित आदेश के बाद इटावा पुलिस द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा डॉ0 बृजेश कुमार सिंह के आदेश पर वाहनों के साइलेंसर को मॉडिफाइड कराकर ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों के संबंध में कार्यवाही करते हुए ध्वनि प्रदूषण न करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया इस अभियान से लोगों को ध्वनि प्रदूषण के प्रति जागरूक किया गया एवं ध्वनि प्रदूषण से समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में अवगत कराने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया गया इस दौरान यातायात पुलिस ने कार्यवाही करते हुए ध्वनि प्रदूषण करने वाले 58 वाहनों के चालान कर 151500 रुपए का सम्मन शुल्क लिया गया।

वैकल्पिक श्मशान घाट के विवाद का हुआ निपटारा

इटावा:-
श्मशान घाट यमुना नदी के पानी में डूब जाने के कारण प्रशासन ने शवो के अंतिम संस्कार के लिए थूमनपुरा गांव के निकट वैकल्पिक व्यवस्था की थी लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध किया जिस पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका ने जाकर ग्रामीणों के विरोध को शांत करते हुए विवाद का निपटारा किया
नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी ने बताया कि स्थानीय निवासियों से बात कर विवाद समाप्त करा दिया गया। गांव वालों को संतुष्ट कर दिया गया है कि ये सिर्फ वैकल्पिक व्यवस्था है और नदी का जलस्तर उतरते ही निर्धारित शमशान घाट में ही अंतिम संस्कार होंगे। उन्होंने बताया कि वैकल्पिक स्थान के पास वन विभाग की जगह को भी साफ और समतल करा दिया गया है ताकि अंतिम संस्कार के लिये आने वाले लोगो को किसी प्रकार की कोई कठिनाई का सामना न करना पड़े।

सदर विधायक ने किया बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा

इटावा:
*चंबल नदी से बाढग्रस्त गावों का सदर विधायक सरिता भदौरिया ने दौरा कर बाढ पीडितों की समस्याएं सुनी

बढपुरा क्षेत्र के ग्राम मडैया बढपुरा व मडैया पछांयगाव मे सदर विधायक ने बाढ पीडित लोगों को राशन, दवाएं, आदि जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के लिये कहा।

*ग्राम मडैया पछांयगाव मे सदर विधायक ने एनडीआरएफ की मोटरवोट से गाँव का भ्रमण किया इस दौरान सदर विधायक ने बाढ पीडित लोगों से राशन, दवाए, मिल रही है कि नहीं इस बात की भी जानकारी ली

सदर विधायक ने बताया कि दैवीय आपदा बाढ से पीडित लोगों के लिए जिला प्रशासन की ओर से राशन, दवाएं, आदि वितरण की जा रही है। और ग्राम प्रधानों द्वारा भोजन दिया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया जा रहा है। किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नही हुई है और आज शुक्रवार से पानी का जलस्तर घटना शुरू हो गया है। प्रशासन की तरफ से पूरी तरह मदद की जा रही है।

इस दौरान सदर एसडीएम सिद्धार्थ, सदर तहसीलदार गजराज सिंह, बढपुरा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार शर्मा, पछांयगाव थाना प्रभारी उपेंद्र सिंह, के अलावा तमाम भाजपा नेता मौजूद रहे।

बाढ़ ग्रस्त ग्रामीणों के लिए औरैया जिलाधिकारी ने मुहैया कराई खाद्य सामग्री औरैया*

जिलाधिकारी औरैया सुनील कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक औरैया अपर्णा गौतम द्वारा कोतवाली औरैया क्षेत्रान्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया तथा बढ़ते जलस्तर के दृष्टिगत नदी किनारे बसे ग्रामीणों से नदी के किनारे एवं अधिक जलस्तर वाली जगहों के आस-पास न जाने हेतु अपील की गयी। इस दौरान उपजिलाधिकारी औरैया रमेश यादव व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली औरैया संजय कुमार पाण्डेय मौजूद रहे। औरैया प्रशासन द्वारा जरुरतमंद को भोजन का प्रबन्ध कराया गया है।

चंबल नदी का जलस्तर घटना शुरू हुआ

इटावा। केंद्रीय जल आयोग उदी प्रभारी शहजादे खां के मुताबिक चंबल नदी का जलस्तर घटना हुआ शुरू।

रात्रि 1 बजे 128.51 मीटर नापा गया जबकि आज सुबह 9 बजे 128.14 मीटर नापा गया,

रात्रि 1 बजे के बाद से लगातार जलस्तर में गिरावट देखने को मिली,

रात्रि 1 बजे 128’51 मीटर

4 बजे 128’51

5 बजे 128’48

6 बजे 128’43

7 बजे 128’35

8 बजे 128’29

आज सुबह 9 बजे 128’14 इस प्रकार रहा जलस्तर।

कई वर्षों बाद यमुना चंबल ने तोडे अपने ही तटबंध

इटावा के चकरनगर के कई गांव चंबल की चपेट में आकर डूब चुके हैं। इन गांवों के 200 से अधिक परिवार पलायन कर चुके हैं। वहीं, 3000 हजार की आबादी वाला हरौली बहादुरपुर गांव अपना अस्तित्व खो चुका है। जो लोग गांव छोड़कर नहीं गए वह जान बचाने के लिए घरों की छतों पर आसरा बनाए थे। प्रशासन ने यहां के सौ से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंच दिया है। बुधवार शाम पानी बढ़ने से सौ से अधिक लोग टापू में घिर गए। सूचना पर गुरुवार को एनडीआरएफ की टीम पहुंची और बोट के जरिए दो दिनों से भूखे-प्यासे फंसे लोगों को सुरिक्षत स्थान पर पहुंचाया।

एनडीआरएफ के उप कमांडेंड नीरज कुमार के अनुसार यह लोग पानी से घिरे ऊंचे स्थान पर फंसे थे। अपना जीवन बचाने के लिए कई लोग पेड़ पर चढ़ गए थे और दो दिनों से भूखे प्यासे थे। उनकी टीम ने भोजन और पानी मुहैया कराया और फिर अपनी बोट पर बैठाकर यमुना और चंबल नदी के संगम की तेज़ धारा को पार कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एसडीएम सत्य प्रकाश ने बताया कि हरौली बहादुरपुर के कुछ और लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
कई सालों बाद चंबल नदी अभूतपूर्व बाढ़ के साथ प्रलयंकारी रूप में है और यमुना नदी भी खतरे के निशान को पार कर लगातार ऊपर बढ़ रही है। तटवर्ती इलाकों में हाहाकार की स्थिति है। चंबल नदी अपने चेतावनी बिंदु से लगभग नौ मीटर ऊपर बह रही है। केंद्रीय जल आयोग के स्थल प्रभारी शहजादे खान ने बताया है कि दो साल पूर्व जब चंबल नदी में बाढ़ आई थी, तब उदी में नदी का जलस्तर 128.53 मीटर तक पहुंच गया था। जो उनकी जानकारी में सबसे ऊंचा जलस्तर था। इस बार चंबल अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है। गुरुवार शाम चार बजे तक 128.37 मीटर तक चंबल का जलस्तर पहुंच चुका था और उसका बढ़ना लगातार जारी है। अपने चेतावनी बिंदु से चंबल नदी फिलहाल नौ मीटर ऊपर बह रही है। यमुना नदी के बारे में केंद्रीय जल आयोग के इटावा स्थित कार्यालय में स्थल प्रभारी अंचल वर्मा ने बताया है कि अपने खतरे के निर्धारित निशान 121.92 मीटर की सीमा लांघते हुए गुरुवार को दोपहर दो बजे 122.08 मीटर पर पहुंच गई।
यमुना की तलहटी में बड़ी मात्रा में इन दिनों सब्जी व बाजरा की खेती होती है। लिहाजा लौकी, टिंडे के अलावा परवल आदि सब्जियों का उत्पादन भी हो रहा था, लेकिन गुरुवार को अचानक बढ़े पानी के कारण सैकड़ों बीघा फसल देखते ही देखते जलमग्न हो गई। धूमनपुरा गांव के रहने वाले विमल की दो बीघा, चरण सिंह की एक बीघा, चंदन राजपूत की आठ बीघा, सर्वेश, जितनेश, सतीश राजपूत, वाले प्रसाद, लख्मी, लक्ष्मण सिंह समेत 30 से अधिक लोगों की 100 बीघा से अधिक फसल जलमग्न हो चुकी है। उनका कहना है कि सब्जी के उत्पादन से ही वह वर्ष भर जीवनयापन करते हैं लेकिन इस बार फसल बर्बाद हो चुकी है।
सुनवारा बाईपास के यमुना नदी पुल पर इन दिनों दूसरी लाइन के पुल का निर्माण चल रहा था लेकिन यमुना के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के कारण बाढ़ का पानी सेतु निगम के कार्यालय में भर गया। आनन-फानन में गोदाम में रखे सीमेंट को पुल के ऊपर शिफ्ट किया गया। वहीं कार्यालय को भी खाली किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि लगातार पानी भरने से बड़ी मात्रा में सामान डूब चुका है।फिलहाल सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के साथ सीमेंट व जरूरी सामान को बाहर किया जा रहा है। हालांकि गोदाम में पानी भरने के बाद सीमेंट की कुछ बोरिया जरूर भीग गयीं लेकिन अधिकारियों का कहना है कि कोई नुकसान नहीं हुआ है
थाना भरेह के चकरपुरा, भरेह, नीमाड़ाडा, धर्मपुरा, हरौली बहादुरपुर, निवी, गडाकासदा आदि गांवों की बिजली बुधवार सुबह आठ बजे से काट दी गयी है। करीब 12 गांव दो दिन से अंधेरे में है। दूसरी तरफ चम्बल का पानी गांव में कहर बरपा रहा है। बिजली की वजह से पेयजल की गम्भीर समस्या हो गयी है। अवर अभियंता राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि बिजली के पोल पानी में डूब गए है इसलिए बिजली सप्लाई बंद कर दी गयी है। गांव में तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण कुछ और इलाकों में भी बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है। बता दें कि कुछ जगह हाईटेंशन लाइन पानी की चपेट में आ गई है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से बिजली सप्लाई बंद करते हुए लगातार निगरानी की जा रही है।

सपा ने साइकिल रैली कर चुनावी बिगुल फूंका

इटावा
स्वर्गीय जनेश्वर मिश्रा जयंती पर समाजवादी पार्टी ने जिले में साइकिल यात्रा कर चूनावी बिगुल फूंक दिया पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के आह्वान पर प्रदेश में समाजवादी साइकिल यात्रा निकाली गई इस यात्रा में समाजवादियों ने महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार को लेकर विरोध प्रदर्शन किया सपा एमएलसी और विधान परिषद की समाधिकार परिषद के सभापति डॉक्टर राज्यपाल कश्यप ने सपा कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया और खुद भी साइकिल चलाकर रैली में शामिल हुए साईकिल यात्रा इटावा सफारी पार्क पर समाप्त हुई जनपद की हर तहसील में यह यात्रा निकाली गई चकरनगर में युवा नेता कार्तिकेय यादव ने सैफई में पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव ने साइकिल यात्रा का नेतृत्व किया इस यात्रा में प्रमुख रूप से सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कुलदीप गुप्ता पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद आनंद यादव सपा अध्यक्ष राजीव यादव वसीम चौधरी राजबीर यादव पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया शिव प्रताप राजपूत भूपेंद्र दिवाकर अवनीश राजपूत राहुल यादव किशन यादव शिवम पाल मनीष यादव योगेंद्र यादव अमित सोनी सहित हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए

गरीब कल्याण राशन योजना में निशुल्क वितरण

इटावा

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत गांव कुनैरा मे भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुबोध तिवारी ने निशुल्क अन्य वितरण किया उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब लोगों के लिए निशुल्क अन्य वितरण कार्यक्रम गुरुवार से शुरू किया है इस योजना के अंतर्गत पाच किलो गेहूं पाच किलो चावल प्रति व्यक्ति को प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार तथा प्रदेश सरकार के सहयोग से कोरोना काल में भी गरीब जनता को अनाज फ्री में वितरित किया गया था इस योजना से देश के करोड़ों लोगों ने लाभ पाया और कोरोना महामारी जैसी भीषण आपदा में यह योजना उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई इस कार्यक्रम में सैकड़ों लाभार्थियों को राशन वितरण किया गया वहीं राशन जिस थैले में उनको दिया गया उस पर प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो छपी हुई थी

सुशीला हॉस्पिटल ने मनाया विश्व स्तनपान दिवस

इटावा
सुशीला हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर स्टेशन रोड में विश्व स्तनपान दिवस सप्ताह मनाया गया ।इस अवसर पर वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ एवं आई एम ए इटावा के सचिव प्रोफेसर डॉ डीके सिंह ने बताया स्तनपान शिशुओं के लिए अमृत पान के समान है जो शिशु अपनी मां का स्तनपान नहीं करते हैं उन शिशुओं के अकाल मृत्यु की संभावना ज्यादा होती है। स्तनपान मानवता के लिए एक वरदान के समान है स्तनपान करने वाले शिशुओं में भविष्य में डायबिटीज, हाइपरटेंशन तथा कैंसर की संभावना बहुत कम होती है। जो शिशु स्तनपान करते हैं वह ज्यादा स्वस्थ तथा दिमाग से तेज होते है ।मां के दूध की संरचना इस तरह से होती है कि मां का दूध नवजात शिशु को होने वाले विभिन्न संक्रमण से बचाता है। मां के दूध में इम्यूनो ग्लोबिन, इंटरफेरॉन ,लिंफीसाइट ,सृवित होने से शिशु ,स्वासन तथा पाचन तंत्र के संक्रमण से सुरक्षित रहता है। डॉ डीके सिंह ने सभी मरीज के तीमारदारों को जागरूक करते हुए बताया कि सभी शिशुओं को जन्म से 6 माह तक केवल स्तनपान कराना आवश्यक है।
सीनियर स्पेशलिस्ट एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ममता सिंह ने उपस्थित लोगों को बताया कि स्तनपान केवल शिशुओं के लिए ही लाभकारी नहीं यह माताओं के लिए भी वरदान है। जो माताएं अपने शिशुओं को स्तनपान कराती है उन्हें स्तन तथा ओवरी में कैंसर की संभावना बहुत कम होती है तथा प्रसव के बाद माताओं में मोटापे की समस्या नहीं रहती।