Thursday , October 24 2024

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बहन से छेड़छाड़ के विरोध पर नाबालिग को अर्धनग्न कर बर्बरता, सोते समय उठा ले गए दबंग

ताजनगरी आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र में बहन से छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगों ने 15 साल के एक किशोर से बर्बरता की। रात में खेत पर सोते समय दबंग उसे अगवा कर ले गए। ककुआ नाले पर ले जाकर अर्धनग्न कर चार घंटे तक बेल्ट से पीटा। आरोप है कि उसके मुंह पर पेशाब किया, गला दबाने की भी कोशिश की। बेहोश होने पर मरा समझ उसे छोड़कर भाग गए। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है।

पीड़ित की मां ने बताया कि गांव के युवक उनकी बेटी को कई दिन से परेशान कर रहे थे। रास्ते में रोककर छेड़छाड़ व अश्लील हरकत करते थे। मेरे नाबालिग बेटे ने आरोपियों का विरोध किया। आरोपी मेरे बेटे से रंजिश मानने लगे। 19 जून की रात बेटा खेत पर सो रहा था। उसे रात में दबंग उठा ले गए।

आरोप है कि बेटे को ककुआ नाले पर ले जाकर अर्धनग्न कर चार घंटे तक बेल्ट से पीटा गया। मुंह, हाथ, पैर, पीठ में सूजन है। पांचों आरोपियों ने बर्बरता की। पानी मांगा तो दबंगों ने मुंह पर पेशाब किया। रात में उसे मरणासन्न हालत में नाले पर ही छोड़ गए।

बृहस्पतिवार सुबह जब बेटा खेत से घर नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू की। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दोपहर बाद होश आने पर बेटा घर पहुंचा। आपबीती सुनाई। मां की तहरीर पर मलपुरा पुलिस ने गांव के ही आकाश, विशाल, विकास, गोविंदा और महावीर के खिलाफ केस दर्ज किया है। एसीपी अछनेरा पूनम सिरोही ने बताया कि आरोपियों की तलाश में टीमें लगाई हैं। केस दर्ज कर लिया गया है।

दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी संभालेंगे व्यवस्था, करीब सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना

मथुरा:  उत्तर प्रदेश के मथुरा में 15 से 22 जुलाई तक होने वाले राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेले की सुरक्षा व्यवस्था को दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। रेंज से अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई है। इधर, जिलाधिकारी ने संभावना जताई है कि जुलाई के तीसरे सप्ताह में मानसून पीक पर होगा। ऐसे में भीड़ नियंत्रण के साथ ही जलभराव, कीचड़ आदि से मुक्ति के इंतजाम भी विशेष तौर पर किए जाएं। बाइक एंबुलेंस की तैनाती की जाए। बड़ी एंबुलेंस भीड़ में फंस सकती हैं।

शनिवार को गोवर्धन तहसील के गेस्ट हाउस में सांसद हेमा मालिनी, उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण की मौजूदगी में मेले के संबंध में बैठक हुई। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश दिया है कि मेले में अब एक माह से भी कम वक्त बाकी है। करीब सात करोड़ श्रद्धालुओं के इस बार आने की संभावना है।

इसको देखते हुए भीड़ नियंत्रण से लेकर अन्य इंतजाम पहले ही कर लिए जाएं। ताकि एन वक्त पर कोई भी परेशानी न झेलनी पड़े। डीएम ने लोक निर्माण के अधिकारियों से कहा कि सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए, परिक्रमा मार्ग पर मिट्टी डलवाएं, वॉच टावर, पार्किंग, रैंप, पुलिस चौकी, बैरियर एवं बैरिकेडिंग की व्यवस्था आदि का कार्य ससमय करें।

एमवीडीए सचिव को निर्देश दिए कि परिक्रमा मार्ग पर स्थित समस्त स्ट्रीट लाइट को संचालित कराएं। मानसी गंगा, कुसुम सरोवर, कृष्णकुंड एवं राधाकुंड के चारों ओर बैरीकेटिंग का कार्य पूर्ण करा लिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि सीएचसी गोवर्धन में पर्याप्त मात्रा में स्टाफ की तैनाती की जाए।

मेला मार्ग पर एंबुलेंस के साथ ही बाइक एंबुलेंस भी तैनात की जाएं। 17 स्थानों पर कैंप लगाए जाएं, विभिन्न स्थानों पर डॉक्टरों की तैनाती की जाए। एसडीएम गोवर्धन एवं सीओ गोवर्धन से कहा कि पार्किंग, परिक्रमा मार्ग पर लाइटिंग, कंट्रोल रूम, सीसीटीवी कैमरे आदि की मौके पर जाकर निरीक्षण कर लें। खराब मिलने पर आवश्यक कार्रवाई करें।

एमवीडीए सभी सीसीटीवी कैमरों व पीए सिस्टम को ठीक कराए। मेले के दौरान कंट्रोल रूम से निरंतर इन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी होगी। पीए सिस्टम के द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए एसपी ग्रामीण एवं सीओ गोवर्धन को निर्देश दिए हैं।

पुलिस ने 40 लाख की कीमत के 201 मोबाइल किए बरामद, खोए फोन मिले तो लोगों के चेहरे खिले

मुरादाबाद पुलिस की सर्विलांस सेल ने खोए हुए 201 मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को सौंप दिए हैं। इन मोबाइलों की कीमत करीब 40 लाख रुपये बताई जा रही है। खोए मोबाइल पाकर लोगों का चेहरा खिल उठा।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि लोगों के मोबाइल अलग-अलग जगहों पर गिर गए थे। शिकायत आने पर इसको लेकर अभियान चलाया गया। सर्विलांस सेल टीम ने विभिन्न राज्यों व विभिन्न जनपदों से इन मोबाइलों को बरामद किया है।सर्विलांस सेल की मेहनत से गायक हुए 201 मोबाइल बरामद हुए हैं। मोबाइल मिलने पर लोगों ने पुलिस का आभार जताया है।

प्लॉट पर कब्जे को लेकर हुए गोलीकांड में बड़ी कार्रवाई, थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मी निलंबित

बरेली: बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र में प्लॉट पर कब्जे को लेकर पीलीभीत बाईपास पर शनिवार सुबह हुए गोलीकांड में एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने इस घटना में स्थानीय पुलिस की लापरवाही को लेकर इज्जतनगर थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पूरी घटना के जांच के निर्देश दिए हैं।

ये पुलिसकर्मी हुए निलंबित
1. निरीक्षक जयशंकर सिंह
2. उप निरीक्षक राजीव प्रकाश
3. कांस्टेबल सन्नी कुमार
4. कांस्टेबल विनोद कुमार
5. कांस्टेबल राजकुमार
6. कांस्टेबल अजय तोमर

यह था मामला
इज्जतनगर थाना क्षेत्र के गांव लालपुर निवासी आदित्य उपाध्याय की पीलीभीत बाईपास रोड पर बजरंग ढाबे के पास शंकरा महादेवा मार्बल्स के नाम से मार्बल्स की दुकान है। शनिवार सुबह सात बजे दूसरे पक्ष के बिल्डर राजीव राणा, उसका पुत्र, केपी यादव अपने 40-50 अज्ञात लोग एवं दो जेसीबी लेकर आदित्य उपाध्याय की दुकान पर पहुंचे थे। इन लोगों पर बुलडोजर से दुकान में तोड़फोड़ करने का आरोप है। सूचना पर आदित्य उपाध्याय पक्ष के लोग पहुंचे। देखते ही देखते यहां बवाल हो गया था।

संबंधित खबर- बरेली में बवाल: प्लाट पर कब्जे को लेकर सड़क पर अंधाधुंध फायरिंग, बुलडोजर में लगाई आग, इलाके में फैली दहशत
दोनों पक्षों की ओर से जमकर फायरिंग हुई। दो जेसीबी में आग लगी दी गई। करीब 30 मिनट तक बीच सड़क पर बवाल होता रहा, जिससे इलाके में दहशत फैल गई थी। इस घटना में कार की टक्कर से संजय और रोहित नाम के दो युवक घायल हो गए। ये दोनों राजीव राणा पक्ष के बताए गए हैं। घटना के बाद ये लोग मौके से फरार हो गए। इनकी तलाश में पुलिस जुटी है।

फिल्मी स्टाइल में दागी थीं गोलियां
पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें कई युवक फिल्मी स्टाइल में बीच सड़क पर फायरिंग करते दिखाई दे रहे हैं। इस घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर एसएसपी ने इज्जतनगर थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि घटना काफी संगीन है। इसमें जो लोग शामिल रहे, उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

औरंगजेब के परिवार संग विपक्ष लामबंद, मांगों पर है आवाज बुलंद

अलीगढ़ के मामू भांजा इलाके में हुई घटना में मृत औरंगजेब के परिवार के साथ विपक्षी राजनीतिक दल लामबंद हो रहे हैं। इसी क्रम में 21 जून को सुबह सुबह विपक्षी दलों के नेता परिवार के साथ डीएम से मिलने पहुंचे। इस दौरान परिवार की ओर से कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए। साथ में कुछ मांगें रखी गईं। जिन पर विपक्षी दलों के नेताओं ने भी परिवार का समर्थन किया। इस दौरान काफी देर तक चली वार्ता के बाद डीएम स्तर से परिवार को भरोसा दिलाया गया है। वहीं दोपहर में कांग्रेस का प्रदेश स्तर से नियत प्रतिनिधि मंडल भी औरंगजेब के परिवार से मिलने पहुंचा और घटनाक्रम की जानकारी की।

डीएम के समक्ष उठाए ये मुद्दे और मांगें
सपा, कांग्रेस व बसपा नेताओं संग मृत औरंगजेब की मां, बहनें व भाई आदि परिजन सुबह कलेक्ट्रेट में डीएम से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने घटनाक्रम पर चर्चा करते हुए बुजुर्ग मां के सहारे के लिए परिवार को एक नौकरी, मुआवजा, सुरक्षा देने पर बात हुई। साथ में यह भी कहा गया कि दर्ज कराए गए मुकदमे में शेष आरोपियों को जेल भेजने के बजाए बचाने का शोर मचा हुआ है। दबाव बनाया जा रहा है। मुकदमे में धाराएं हल्की करने का भी दबाव व शोर मचा हुआ है। अगर ऐसा होता है तो परिवार आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। इन तमाम पहलुओं पर डीएम से विस्तार से वार्ता हुई। जिसके बाद डीएम स्तर से उन्हें भरोसा दिलाया गया कि किसी भी स्तर पर किसी तरह की कमी या गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। इसके बाद परिवार वहां से चला आया। इस मौके पर पूर्व सांसद चौ.बिजेंद्र सिंह, सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोषी, जिला महासचिव मनोज यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इस्हाक, कांग्रेस नेता विवेक बंसल, बसपा नेता सलमान शाहिद, सपा नेता आमिर आबिद आदि लोग मौजूद रहे। इधर, दिन भर औरंगजेब के घर पर लोगों की आवाजाही रही। वहीं सुरक्षा इंतजाम भी कड़े रहे।

कांग्रेसी नेता श्यौराज जीवन

कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर 21 जून को प्रदेश स्तर से प्रतिनिधि मंडल औरंगजेब के घर पहुंचा। इस दौरान परिवार से वार्ता के बाद प्रतिनिधि मंडल ने यही कहा कि अगर औरंगजेब चोर था तो उस पर कोई पुराना मुकदमा क्यों नहीं मिला। उसे भीड़ हिंसा में मारा गया है। उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश स्तर पर आवाज बुलंद की जाएगी। प्रदेश से आए प्रतिनिधि मंडल ने घर पर जाकर मुलाकात की और परिवार का दर्द जाना। न्याय दिलाने की पुरजोर वकालत की। पूर्व एमएलसी हरेंद्र अग्रवाल की अगुवाई वाले प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात के बाद डीएम को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन दिया। मामले में भीड़ हिंसा में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की गई। नेताओं ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है। गरीब मजदूर के साथ गुंडई करते हुए उसे मारा गया है। सिर्फ इसलिए कि वह एक विशेष समुदाय से संबंध रखता था। यहां परिवार को दस लाख मुआवजे, नौकरी, मुकदमा कमजोर न होने देने, किसी का बचाव न होने देने की मांग रखी गई।

रामगंगा पुल पर मरम्मत कार्य के कारण एक लेन बंद, बरेली-फर्रुखाबाद हाईवे पर लगा भीषण जाम

शाहजहांपुर: शाहजहांपुर में बरेली-फर्रुखाबाद हाईवे पर अल्हागंज में रामगंगा पुल की एक लेन मरम्मत के लिए बंद कर दिया। इससे शनिवार सुबह से पुल पर जाम लगना शुरू हो गया। पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए फर्रुखाबाद जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी तो जाम की समस्या विकराल हो गई। करीब छह घंटे तक जाम लगे रहने के कारण रामगंगा पुल से लेकर क्षेत्र के हुल्लापुर चौराहा तक वाहनों की करीब दो किमी लंबी कतारें लग गईं। भीषण गर्मी में रोडवेज बसों में बैठे यात्री बेहाल हो गए।

जनवरी में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने हाईवे पर डबल लेन वाले करीब 100 मीटर लंबे पुल पर गड्ढों की मरम्मत का काम कराया था। यातायात के भारी दबाव के चलते हाईवे के पुल वाले हिस्से का बजरी-कोलतार दोबारा उखड़ने लगा। एनएचएआई के ठेकेदार ने कुछ दिन पहले पुल की एक लेन वहां का गार्डर ठीक कराने के लिए बंद करा दी थी। इसलिए पुल की सिंगल लेन से बारी-बारी दोनों दिशाओं के वाहन निकल रहे हैं।

शनिवार को पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु फर्रुखाबाद जाने को निकले तो रामगंगा पुल पर सुबह 6.30 बजे से जाम लगने लगा। जाम में फंसे छोटे वाहनों और रोडवेज बसों को आगे निकालने की जल्दबाजी में पुल की दोनों दिशाओं में दूसरी लेन भी बंद हो गई। देखते-देखते जाम की समस्या गंभीर हो गई ओर पुल के दोनों ओर कई किमी लंबी वाहनों की कतारें लग गईं।

कई यात्री पैदल भी चल गए
जाम में फंसी रोडवेज बसों के मुसाफिर गर्मी से बचने के लिए घंटों पेड़ की छाया में जाम खुलने की आस में बैठे रहे। तमाम यात्रियों ने मजबूर होकर बसों को छोड़ पैदल सफर शुरू कर दिया। जाम खुलवाने को रामगंगा पुल पर सीओ राजेपुर पुलिस बल के साथ डटे रहे जबकि हुल्लापुर चौराहा पर स्थानीय पुलिस जाम खुलवाने को पसीना बहाती रही।

हुल्लापुर चौराहे पर मऊ शाहजहांपुर गांव के मोड़ से वाहनों के गलत दिशा में आने की वजह से पुलिस को कई बार चौराहे पर अन्य मार्गों से आने वाले वाहनों को रोकने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। दोनों जनपदों की पुलिस के सामूहिक प्रयास से दोपहर करीब 12.30 बजे जाम खुलने पर एक दिशा के वाहन निकलने शुरू हुए। हालांकि वाहनों की रफ्तार सिर्फ रेंगने तक सीमित रही। शाम तक रामगंगा पुल से हुल्लापुर तक वाहन धीमी गति से आगे बढ़ सके।

थाने में डीजे पर डांस करने वाला एक और युवक गिरफ्तार, दो पहले ही भेजे जा चुके हैं जेल

अलीगढ़:  18 जून को भारतीय किसान यूनियन अधिकार थाना दादों परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान डीजे बजाकर डांस करने वाले एक और युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दो को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।धरना प्रदर्शन के दौरान थाना परिसर में लोडर मैक्स पर डीजे बजाकर कुछ युवक नाच रहे थे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था। वीडियो ट्वीट होते ही पुलिस हरकत में आ गई। मामले में शैलेंद्र और स्वदेश को जेल भेज दिया था। फरार चल रहे धारा सिंह पुत्र रमेश चंद्र निवासी दुलीचंदपुर को 22 जून में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार मलिक ने बताया अन्य के विरोध निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।

दादों थाना परिसर में 18 जून को भारतीय किसान यूनियन अधिकार का कुछ मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन था। धरना प्रदर्शन के दौरान एक युवक थाना परिसर में लगे डीजे पर डांस कर रहा था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आ गई। जो थाने में डांस करते हुए लड़के दिखाई दे रहे थे उसके सम्बन्ध में 18 जून को यूनियन में गाड़ी नंबर यूपी 24 टी 0665 में डीजे लगा था। इस वाहन को जब्त कर लिया। गाड़ी चालक शीलेन्द्र कुमार पुत्र प्रकाश निवासी माहरी नगला कसेर थाना दादों जनपद अलीगढ़ व डीजे पर डांस करने वाला युवक स्वदेश पुत्र तहसीलदार निवासी नगला रम थाना दादो अलीगढ के विरूध्द 21 जून को धारा 151 सीआरपीसी में चालान कर दिया गया।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित का निधन, सीएम ने जताया शोक, बोले- सदैव स्मरणीय रहेंगे

लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर शोक जताया है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर सीएम ने लिखा कि प्रभु श्रीराम उनके शिष्यों व अनुयायियों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।सीएम योगी ने लिखा कि काशी के प्रकांड विद्वान एवं श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित, वेदमूर्ति, आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित जी का गोलोकगमन अध्यात्म व साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति है। संस्कृत भाषा व भारतीय संस्कृति की सेवा हेतु वे सदैव स्मरणीय रहेंगे।

प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके शिष्यों व अनुयायियों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!गौरतलब है कि 500 वर्ष के उपरांत अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित थे। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे।

चाची-भतीजी पर गिरी आकाशीय बिजली, एक की मौत; दूसरे की हालत गंभीर; मचा कोहराम

चंदौली:  चंदौली के चकरघट्टा थाना क्षेत्र के पंचायत जरहर के दानौगढा गांव में शनिवार को हुई बारिश के दौरान बिजली गिरने से अंजलि (13) की मौत हो गई। इस हादसे में अंजलि की चाची सुमन भी गंभीर रूप से झुलस गईं। दोनों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) नौगढ़ लाया गया।

चिकित्सकों ने अंजलि को मृत घोषित कर दिया और सुमन की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।थाना क्षेत्र के पंचायत जरहर के राजस्व गांव दानौगढा में शनिवार की दोपहर हल्की बूंदाबांदी हो रही थी। घर में उमस के कारण अंजलि अपनी चाची सुमन के साथ बरामदे में बैठी थी। अचानक, आसमान में तेज गर्जना हुई और बिजली गिर गई, जिससे दोनों इसकी चपेट में आ गए।सीएचसी नौगढ़ के चिकित्सक डॉ. अजीत सिंह ने अंजलि को मृत घोषित कर दिया। सुमन की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। इस घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश- समय पर और बिना त्रुटि के हर उपभोक्ता के घर तक पहुंचाएं बिजली का बिल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ऊर्जा विभाग की महत्वपूर्ण बैठक ली। इस दौरान उन्होंने विभाग की ओर से प्रस्तुत किये गये प्रजेंटेशन का अवलोकन किया। सीएम योगी ने कहा कि बिजली का बिल समय से जमा कराने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार लोग मोबाइल का बिल नियत समय पर जमा करते हैं उसी प्रकार बिजली का बिल भी तय समय पर जमा कराने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए विभाग एक सुदृढ़ मैकेनिज्म तैयार करे। सीएम योगी ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने पर विशेष जोर दिया और कहा कि जनता को इसके लिए तैयार किया जाए। स्मार्ट मीटर आज की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि बिजली का बिल सही समय पर और बिना गड़बड़ी के हर उपभोक्ता के घरों तक पहुंचना चाहिए। मीटर रीडर को इसके लिए जवाबदेह बनाना बहुत जरूरी है। उपभोक्ताओं को ओटीएस के बारे में जागरूक करें, ताकि बकाया बिजली के बिल को जमा करने में मिलने वाली सहूलियत के बारे में उसे अच्छी तरह से पता हो।

बिजली के बिल के नाम पर उपभोक्ताओं को किसी भी सूरत में परेशान न किया जाए। उन्होंने कहा कि हमने अपने पहले पांच साल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने में लगाया है, अब हमें अपना पूरा जोर क्वालिटी मेंटेन करने पर देना होगा। मेंटेंनेंस के कारण अगर बिजली कटौती की जाती है तो कब और कितनी देर तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी इसकी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को देना जरूरी है। इसके लिए सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि स्मार्ट मीटर की कवायद तो तेजी से आगे बढ़ाया जाए। ईज ऑफ लिविंग के लिए यह बहुत जरूरी है, जिससे सच्चे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में बिजली सप्लाई के घंटों में बढ़ोतरी हुई है। भीषण गर्मी के बावजूद और केवल लोकल फॉल्ट को छोड़ दें तो बीते 15 मार्च से सरकार 24 घंटे बिजली सप्लाई देने में सफल रही है। प्रदेश में कहीं भी बिजली की कमी नहीं हुई है।

अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में 3.45 करोड़ बिजली कनेक्शन हैं। वहीं, दो साल में 30 लाख कनेक्शन बढ़े हैं। बताया कि 2024 में अब तक 70 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा कंज्यूमर टर्नअप शहरी इलाकों में करीब 92 प्रतिशत तो ग्रामीण इलाकों में 51 प्रतिशत है।

40 प्रतिशत उपभोक्ता ऑनलाइन जमा कर रहे बिल
अफसरों ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में बिजली बिल का 40 प्रतिशत हिस्सा ऑनलाइन, 32 प्रतिशत काउंटर से और 30 प्रतिशत विभिन्न ई-वॉलेट के माध्यम से प्राप्त हो रहा है। ऑनलाइन सेवाओं को सुदृढ़ करते हुए लोड बढ़ाने से लेकर नाम, पता बदलने तक की सुविधा ऐप के माध्यम से दी जा रही है। साथ ही बिजली का बिल जमा करने के लिए प्रतिमाह औसतन 7 एसएमएस भी भेजे जाते हैं।

अक्टूबर-नवंबर 2023 में मेंटेनेंस माह मनाया गया, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं। बताया कि प्रदेश में अप्रैल, मई और जून माह में बिजली की एवरेज मांग में बढ़ोतरी हुई है। गर्मी के मौसम में सामान्य दिनों में 27 से 28 हजार मेगावॉट की डिमांड होती है, जबकि इन दिनों पड़ी भीषण गर्मी में मांग 33 से 35 हजार मेगावॉट तक पहुंच गई है। बरसात के बाद इसमें कमी आने की उम्मीद है।