Thursday , October 24 2024

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संकटमोचक बना सेना का डॉक्टर, विमान में बचाई यात्री की जान, मुंबई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग

मुंबई: पुणे-चंडीगढ़ उड़ान में सेना के एक डॉक्टर ने गंभीर रूप से बीमार एक 27 वर्षीय यात्री को पुनर्जीवित करके उसकी जान बचाई। डॉक्टर ने दवा देकर किसी तरह यात्री की जान तो बचा ली, इसके बाद उन्होंने मुंबई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग के लिए अनुरोध किया। पश्चिमी कमान अस्पताल, चंडीमंदिर (हरियाणा) के चिकित्सा अधिकारी मेजर सिमरत राजदीप सिंह ने बताया कि इंडिगो की फ्लाइट में पुणे से चंडीगढ़ जाने के दौरान उनकी सहयात्री को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। मरीज के साथ उनका भाई भी विमान में सवार था।

मीडिया से बात करते हुए मेजर सिमरत राजदीप सिंह ने कहा, “मैंने मरीज के भाई से उनके पिछले मेडिकल इतिहास के बारे में पूछा। मेडिकल रिपोर्ट से पता चला कि मरीज की दोनो किडनी छोटी है और ठीक तरह से काम नहीं करती है। उन्होंने आगे बताया कि मरीज को तीव्र उच्च रक्तचाप, टैचीकार्डिया, टैचीपनिया भी हो गया था और वह धीरे-धीरे हांफने लगा।”

मुंबई एयरपोर्ट पर कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग
मेजर राजदीप सिंह ने बताया कि मरीज अपने साथ सभी महत्वपूर्ण दवाइयां लेकर बैठा था। उन्होंने अंतशिरा लाइन के माध्यम से रोगी को आवश्यक दवाएं दीं। उसे एक घंटे तक ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। उन्होंने फ्लाइट कैप्टन से ऊंचाई कम करने और आपातकाल लैंडिंग की अपील की। मुंबई एयरपोर्ट सबसे निकट होने के कारण पायलट ने वहीं इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। फ्लाइट लैंड होने के बाद ही मरीज को अस्पताल पहुंचाने की तैयारी की गई। मरीज को बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा संचालित आर एन कूपर अस्पताल ले जाया गया।

भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट कर इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “गोवा से चंडीगढ़ इंडिगो 6E724 पर सवार होने के बाद वेस्टर्नकमांड हॉस्पिटल, चंडीमंदिर के मेजर मेजर सिमरत राजदीप सिंह ने एक 27 वर्षीय बीमार यात्री की जान बचाई।” मेजर सिमरत राजदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों से बात की। मरीज फिलहाल ठीक है।

पटना एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की मिली धमकी, सुरक्षाकर्मी चला रहे सर्च ऑपरेशन

पटना:  पटना एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। अपराधियों ने ईमेल भेजकर यह धमकी दी है। इसके बाद एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया और तुरंत ही अधिकारियों की आपात बैठक बुलायी गयी।इसके बाद एयरपोर्ट प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर आ गई। फौरन एयरपोर्ट थाना की पुलिस और सीआईएसएफ की टीम पटना एयरपोर्ट पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। बम स्क्वायड की टीम भी पहुंची। मंगलवार दोपहर करीब एक घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा लेकिन बम या अन्य कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला। पटना पुलिस अलर्ट मोड पर है। साइबर सेल और अन्य जांच एजेंसी मामले की तफ्तीश कर रही है।

कई अतिरिक्त एहतियाती कदम उठाए गए हैं
पटना एयरपोर्ट के निदेशक आंचल प्रकाश ने बताया कि पटना एयरपोर्ट को बम की धमकी वाला ईमेल मिला है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कई अतिरिक्त एहतियाती कदम उठाए गए हैं। फिलहाल सबकुछ सामान्य है।

रक्षा मंत्रालय HAL से 45,000 करोड़ रुपये में 156 हेलिकॉप्टर खरीदेगा, कंपनी ने SEBI को दी जानकारी

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) को रक्षा मंत्रालय से 156 हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टरों (एलसीएच) की खरीद के लिए 45,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। एचएएल ने शेयर बाजार नियामक सेबी को यह जानकारी दी है। रक्षा क्षेत्र में मेड इन इंडिया को बड़ा बढ़ावा के तहत यह बड़ी पहल है।

कंपनी ने कहा है कि रक्षा मंत्रालय ने 156 एलसीएच की खरीद के लिए प्रस्ताव निवेदन (आएफपी) जारी कर दिया है। इनमें से 90 हेलिकॉप्टर थल सेना के लिए और 66 हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के लिए है। एलसीएच को प्रचंड के नाम से भी जानते हैं। यह दुनिया का ऐसा पहला लड़ाकू हेलिकॉप्टर है जो 16,400 फुट की ऊंचाई पर लैंड करने के साथ ही उड़ान भर सकता है। इस खूबी के चलते सियाचिन और पूर्वी लद्दाख के लिए इसे बहुत अहम माना जा रहा है।

आईएनएस सूरत का समुद्री परीक्षण शुरू, जल्द नौसेना में होगा शामिल
आईएनएस सूरत जल्द ही भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगा। विशाखापत्तनम श्रेणी के इस विध्वंसक युद्धपोत को अत्याधुनिक तकनीक की मदद से निर्मित किया गया है और इसका पहला समुद्री परीक्षण भी शुरू हो चुका है। माना जा रहा है कि अगले वर्ष इसे कमीशन मिल जाएगा, जिससे देश की नौसैन्य क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। नौसेना ने सोमवार को सोशल मीडिया में इसकी कुछ तस्वीरें साझा करते हुए इसे आत्मनिर्भर भारत का एक शानदार प्रमाण बताया।

‘रविंद्र वायकर लोकसभा नहीं पहुंचेंगे’, शिवसेना यूबीटी नेता राउत ने रिटर्निंग अफसर पर लगाए आरोप

मुंबई:शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने शिवसेना सांसद रविंद्र वायकर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ‘रविंद्र वायकर पहले शिवसेना में थे, लेकिन ईडी, सीबीआई के डर से पार्टी छोड़ गए थे। पहले उन्हें उनके खिलाफ चल रहे ईडी के मामले पर बात करनी चाहिए कि उसकी जांच क्यों रुक गई? हमने ईवीएम पर सवाल नहीं उठाया है, लेकिन व्यवस्था पर सवाल उठाया है। हमने रिटर्निंग अफसर पर सवाल उठाए हैं…रविंद्र वायकर लोकसभा नहीं पहुंचेंगे।’

रविंद्र वायकर की जीत पर उठ रहे सवाल
रविंद्र वायकर मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से महज 48 वोटों से जीते हैं, उन्होंने उद्धव ठाकरे की शिवसेना के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को करीबी मुकाबले में हराया। हालांकि ये चुनाव नतीजा विवादों में फंस गया है। दरअसल अमोल कीर्तिकर ने मतगणना केंद्र पर धांधली का आरोप लगाया है। मुंबई पुलिस ने रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है। आरोप है कि 4 जून को आम चुनाव के नतीजों की घोषणा के समय मंगेश को कथित तौर पर मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए देखा गया था। पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

मोबाइल से ईवीएम अनलॉक करने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पांडिलकर के मोबाइल फोन का इस्तेमाल ईवीएम मशीन को अनलॉक करने और ओटीपी जेनरेट करने के लिए किया गया था। फिलहाल पुलिस ने मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब भेजा है, ताकि मोबाइल फोन का डाटा मिल सके। साथ ही फोन पर मौजूद फिंगर प्रिंट भी लिए गए हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने ईवीएम हैकिंग के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

पीएम आज जारी करेंगे सम्मान निधि की 17वीं किस्त, काशी में किसान सम्मेलन में लेंगे भाग

वाराणसी: लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे। पीएम मोदी किसान सम्मान सम्मेलन में भाग लेंगे। इसी दौरान, 9.26 करोड़ लाभार्थी किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त के रूप में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी करेंगे। सम्मेलन के दौरान ही पीएम मोदी स्वयं सहायता समूहों की 30,000 से अधिक महिलाओं को कृषि सखी प्रमाणपत्र भी प्रदान करेंगे।

सम्मेलन के बाद पीएम मोदी शाम सात बजे दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भाग लेंगे। रात आठ बजे काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना व दर्शन करेंगे। 19 जून को सुबह 9:45 बजे बिहार में नालंदा के भग्नावशेष का दौरा करेंगे। सुबह 10:30 बजे राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन करेंगे। विश्वविद्यालय की परिकल्पना भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) देशों के बीच संयुक्त सहयोग के रूप में की गई है। समारोह में 17 देशों के मिशन प्रमुखों सहित कई प्रतिष्ठित लोग शामिल होंगे। नालंदा के नए परिसर में 40 कक्षाओं वाले दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं। इनमें 1,900 लोग बैठ सकते हैं। इसमें 300 सीटों की क्षमता वाले दो सभागार हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी पांचवीं बार देखेंगे गंगा आरती, करेंगे गंगा पूजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में पांचवीं बार शामिल होंगे। वह यहां 55 मिनट तक रुकेंगे। वह 15 मिनट तक गंगा पूजन और मोदी मणि पर विराजेंगे। वहीं, 40 मिनट तक आरती देखेंगे। प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमौलि उपाध्याय और नौ अर्चक पूजा करवाएंगे। 18 कन्याएं ऋद्धि-सिद्धि के रूप में मौजूद होंगी। इस दौरान 10 क्विंटल फूलों से घाट को सजाया जाएगा। दीपों से घाट जगमग होगा।

गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी पांचवीं बार आरती में शामिल होंगे। गंगा आरती के बाद प्रधानमंत्री का सम्मान किया जाएगा। बताया कि उन्हें रुद्राक्ष का माला, प्रसाद के रूप में लाल पेड़ा दिया जाएगा। प्रतीक चिह्न में मां गंगा, आरती का प्रतीक फोटो और पीएम का चित्र होगा।

उत्तराखंड और कोलकाता से मंगाए फूल
दशाश्वमेधघाट के आरती स्थल को सूरजमुखी, रजनीगंधा, बेला और गेंदा की फूलों की माला से सजाया जाएगा। सुशांत मिश्रा ने बताया कि फूल उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के कोलकाता से मंगाए गए हैं।

आगरा में नए शहर मुफ्ती की तैनाती पर विवाद, जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी पर उठाए सवाल

आगरा:  आगरा की जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के नए शहर मुफ्ती को तैनात करने का विवाद सोमवार को सार्वजनिक तौर पर खुले मंच पर आ गया। शहर मुफ्ती मजदुल कुद्दूस खुबैब रूमी ने अपनी तकरीर में जामा मस्जिद कमेटी के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोल दिया। अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि 40 साल तक उनके वालिद ने ईद की नमाज अदा कराई। 15 साल से वह अदा करा रहे हैं। एक डुप्लिकेट इस्लामिया लोकल एजेंसी बनाकर जामा मस्जिद इंतजामिया का सदर इस्लाम को फिकरों में बांटने का काम कर रहा है।

जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने बरसों से शहर मुफ्ती के पद का दायित्व संभाल रहे मजदुल खुबैब रूमी से मतभेद के बाद नए मुफ्ती को तैनात किया है। मुफ्ती की तनख्वाह देना भी बंद कर दिया है। नमाज के बाद शहर मुफ्ती ने सवाल किया कि इस ईदगाह में मौजूद लोगों में से अगर कोई एक शख्स भी उनको शहर मुफ्ती नहीं देखना चाहता या उनके पीछे नमाज नहीं पढ़ना चाहता है तो वह अभी इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। इस पर परिसर में सन्नाटा पसर गया।

उन्होंने जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी को डुप्लीकेट बताते हुए कहा कि इस कमेटी को यह इख्तियार किसने दिया कि वह शहर मुफ्तियों को तैनात करे। मुफ्ती के साथ बदजुबानी और बदसलूकी करे। उन्हें 14 माह से तनख्वाह भी अदा नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि कमेटी कुरैशी मुफ्ती, पठान मुफ्ती, अंसारी मुफ्ती, देवबंदी मुफ्ती, बरेलवी मुफ्ती वगैरह चार-चार शहर मुफ्ती बनाकर शहर में फिरकापरस्ती को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। शहर मुफ्ती ने कहा कि जब कोर्ट ने साफ कर दिया कि इस्लामिया लोकल एजेंसी एक ही है, इसके सदर हाजी असलम कुरैशी हैं। इसके बाद उनके बेटे अमजद कुरैशी हैं। तो फिर नकली इस्लामिया एजेंसी क्यों बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि शहर मुफ्ती को तैनात करने का इख्यितार इस्लामिया लोकल एजेंसी को कभी नहीं रहा। यह काम सन 1857 से मजलिसे अहले इस्लाम का रहा है। जिसमें आगरा के चुनिंदा दानिश्वर, उलेमा और दीनदार बुजुर्ग हजरात शामिल रहे हैं। जोकि शहर मुफ्ती का इंतखाब करते चले आ रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि हर बार नमाज का वक्त मुकर्रर करने की जिम्मेदारी शहर मुफ्ती की होती है। इस बार ईद की नमाज की किताब ही गलत छाप दी गई।

तेज धूप में अंगारों के बीच साधु की समाधि, तप देख हैरान हो रहे लोग

पीलीभीत: इन दिनों जहां भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं, वहीं पीलीभीत के बीसलपुर के गांव बिचपुरी के आश्रम में एक साधु अंगारों के बीच समाधि लगाकर पिछले सात दिनों से बैठ रहे हैं। साधु की तपस्या देख ग्रामीण हैरान हैं। साधु ये कठोर तप क्यों कर रहे हैं, इसकी वजह उन्होंने नहीं बताई।

आश्रम के महंत हरगोविंद दास ने बताया कि वह प्रत्येक वर्ष जून में आश्रम में अंगारों के बीच नौ दिन के लिए समाधि लगाते हैं। समाधि लगाने का समय दोपहर में 12 बजे से एक बजे तक का है। कड़ाके की सर्दी में वह जलधारा का कार्यक्रम करते हैं।

जनवरी में पूरे नौ दिन तक दोपहर में इसी समय लगातार एक घंटे तक ठंडे पानी से नहाते हैं। भीषण गर्मी में आग के सामने समाधि लगाए साधु को देखकर लोग दांतों तले अंगुली दबा लेते हैं। लोग तेज धूप में पांच मिनट तक खड़े नहीं हो पाते, लेकिन साधु पूरे एक घंटे समाधि में रहते हैं।

18 जून को ही क्यों मनाते हैं अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस? जानिए इतिहास और महत्व

बचपन की कई यादों में से एक पिकनिक की याद होती है। जिसका जिक्र आते ही बच्चों से लेकर बड़े तक उत्साहित हो जाते हैं। पिकनिक मनोरंजन का एक ऐसा तरीका है, जो मौज मस्ती से भरपूर होता है।अक्सर लोग परिवार, दोस्तों या स्कूल ट्रिप पर पिकनिक के लिए जाते हैं। पिकनिक किसी भी स्थान पर मनाई जा सकती है। पिकनिक के लिए जरूरी सामान घर से ही पैक करके ले जाया जाता है। पिकनिक को लेकर लोगों के उत्साह को देखते हुए प्रतिवर्ष पिकनिक के नाम एक दिन समर्पित किया जाता है और वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस मनाया जाता है।

लेकिन पिकनिक डे मनाने की क्या आवश्यकता है? ये दिन कब और क्यों मनाते हैं, इस बारे में जरूर जान लें।

कब मनाते हैं पिकनिक डे?

दुनियाभर में हर साल 18 जून को अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत फ्रांसीसी क्रांति के दौरान हुई। उस दौर में बाहर एक प्रकार का अनौपचारिक भोजन किया जाता था।क्या

क्या है पिकनिक शब्द का अर्थ?

पिकनिक फ्रांसीसी भाषा से लिया गया शब्द है। पिकनिक का अर्थ होता है, प्रकृति के बीच बैठकर भोजन या नाश्ता करना।

पिकनिक डे का इतिहास

19वीं शताब्दी में इंग्लैंड की पिकनिक मशहूर हुई, जब सामाजिक अवसरों पर खाने की कई चीजों को शामिल किया जाता था। बाद के कुछ वर्षों में पिकनिक राजनीतिक प्रोटेस्ट के दौरान आम लोगों के बीच की गैदरिंग बन गई। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने पुर्तगाल में हुआ पिकनिक को सबसे बड़ी पिकनिक के तौर पर दर्ज किया। उस कार्यक्रम में करीब 20000 लोग शामिल हुए थे।

कैसे मनाते हैं पिकनिक डे?

मौजूदा समय में पिकनिक दोस्तों और परिवार व करीबियों के साथ किसी सुंदर और आरामदायक जगह पर जाकर प्राकृतिकता के बीच मस्ती करने से है। पिकनिक को एक छोटी ट्रिप भी कह सकते हैं। इसमें खाने का सामान घर से पैक करके ले जाया जाता है। पार्क में जमीन पर चादर बिछाकर बैठकर पिकनिक का लुत्फ उठाया जाता है।

निर्जला एकादशी का उपवास करते हुए तबीयत न हो खराब, रखें इन बातों का ध्यान

हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में निर्जला एकादशी व्रत किया जाता है। इस व्रत का काफी महत्व है। इस वर्ष निर्जला एकादशी 18 जून, मंगलवार को है। इस व्रत में पानी भी नहीं पिया जाता है और निर्जला ही उपवास करते हैं।गर्मियों में पानी या तरल पदार्थ शरीर और सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी पर्याप्त पानी पीते रहने की सलाह देते हैं। ऐसे में भीषण गर्मी में बिना पानी पिए निर्जल उपवास करना कठिन हो सकता है और सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।

फिर भी अगर व्रत करने की इच्छा है, तो सेहत का ध्यान रखते हुए उपवास करें। सबसे पहले तो ये सुनिश्चित करें कि क्या आपका शरीर उपवास करने में सक्षम है। किसी तरह की कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो डॉक्टर की सलाह से ही व्रत रखें। निर्जला उपवास की बजाए पानी पीकर व्रत कर सकते हैं। अगर निर्जला व्रत रख रहे हैं तो इन बातों का विशेष ध्यान रखें ताकि उपवास के दौरान कठिनाई न आए और सेहत भी खराब न हो।

दही या नारियल पानी पीकर रखें व्रत

उपवास करने से पहले दही का सेवन करें या नारियल पानी पीएं। नारियल पानी शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और दही खाने से अधिक प्यास नहीं लगती है। निर्जला उपवास से पहले दही या नारियल पानी का सेवन करने से व्रत के दौरान ज्यादा प्यास नहीं लगेगी।

धूप से बचें

उमस भरी गर्मी और धूप के कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है और बहुत अधिक प्यास लगती है। व्रत के दौरान आप प्यास पर तो काबू कर लेते हैं, लेकिन शरीर को पानी की जरूरत महसूस होती है, जिसे पूरा न करने पर चक्कर आना, सिर दर्द होना जैसी समस्याएं हो सकती है। इससे बचने के लिए प्रयास करें कि धूप व गर्मी से बचें ताकि अधिक प्यास न लगे और शरीर से पसीना कम बहे और पानी की जरूरत कम महसूस हो।

थकान से बचें

शारीरिक सक्रियता के कारण थकान महसूस होती है। थकावट को कम करने के लिए शरीर पानी मांगता है। उपवास में अगर आप पानी नहीं पी सकते हैं तो शारीरिक सक्रियता कम रखें। ज्यादा मेहनत वाला या थकावट वाला काम न करें। आराम करें ताकि शरीर की स्फूर्ति बनी रहे और प्यास कम लगे।

स्नान करें

अगर उपवास के दौरान प्यास लगे या गर्मी और थकान महसूस करें तो हल्के ठंडे पानी से स्नान कर सकते हैं। नहाने से शरीर को ठंडक महसूस होती है और प्यास कम लगती है।

त्वचा को चमकदार और जवां बनाती है ये छोटी सी चीज, नहाने के पानी में मिलाने से होंगे कई फायदे

गर्मियों के मौसम में अपनी त्वचा का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। अगर आप अपनी त्वचा का ध्यान नहीं रखेंगे तो इस भीषण तपती गर्मी की वजह से आपको कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। खासतौर पर अब जबकि गर्मी का पारा 50 डिग्री के पार हो गया है तो आपको अपना ध्यान रखने की बेहद जरूरत है। गर्मी में त्वचा संबंधी कई समस्याएं सामने आने लगती हैं।

ऐसे में आज के लेख में हम आपको एक ऐसी छोटी सी चीज के बारे में बताएंगे, जिसके इस्तेमाल से आपकी त्वचा खिल उठेगी। इसके साथ ही ये छोटी चीज कई परेशानियों से आपको राहत दिलाएगी। हम बात कर रहे हैं नींबू की। अगर आप नियमित रूप से नींबू का इस्तेमाल करेंगे तो आपको कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। नींबू का रस आपकी त्वचा को न सिर्फ चमकदार बल्कि जवां बनाए रहने में भी मदद करता है।

कैसे करें इस्तेमाल

अगर आप नियमित रूप से नींबू का इस्तेमाल स्किन केयर में करना चाहते हैं तो इसका सबसे सही तरीका है नींबू के रस को नहाने के पाने में डालना। आप चाहें तो हर रोज नहाने के पानी में नींबू का रस डालकर उससे नहा सकते हैं। नींबू में पाए जाने वाले विटामिन्स, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीबैक्टीरियल तत्व त्वचा को कई परेशानियों से दूर रखते हैं। आइए आपको ये भी बताते हैं कि हर रोज ऐसा करने से आपको क्या फायदा मिल सकता है।

त्वचा में आएगा कसाव

अगर आप प्रतिदिन नहाने के पानी में नींबू का रस डालकर उससे नहाएंगे, तो आपकी त्वचा में कसावट आएगी। इसकी वजह से झुर्रियों की समस्या कम हो जाती है। ऐसे में ये कोशिश करें कि हर रोज नहाने के पानी में थोड़ा नींबू का रस तो डाल ही लें।

त्वचा के पोर्स होंगे साफ

नहाने के पानी में नियमित रूप से अगर आप नींबू का रस मिलाएंगे तो इससे आपकी त्वचा के पोर्स भी साफ होंगे। ये त्वचा को अंदर तक साफ करने में मददगार रहता है। जिसकी वजह से आपकी त्वचा कई समस्याओं से दूर रहती है।

शरीर से बदबू करे दूर

नहाने के पानी में नींबू मिलाने का सबसे अच्छा फायदा यही है कि इसके इस्तेमाल से आपके शरीर की बदबू दूर होती है। नींबू का रस पसीने के बैक्टीरिया को खत्म करने में कारगर है। जिस वजह से इसकी बदबू भी कम हो जाती है। ऐसे में अगर आप शरीर की बदबू से परेशान हैं तो नहाने के पानी में नींबू का रस मिलाएं।

दाग-धब्बे रहेंगे दूर

अगर आपकी त्वचा पर तमाम तरह के दाग-धब्बे हैं, तो नींबू का रस इस परेशानी से भी आपको निजात दिला सकता है। इसके लिए आपको बस नहाने के पानी में इसे मिक्स करना है। नींबू में पाए जाने वाला ब्लीचिंग तत्व दाग-धब्बों से भी राहत दिलाता है।