Thursday , October 24 2024

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अब डेंगू के कहर से मिलेगी राहत, जल्द आएगा बचाव का टीका, ट्रायल शुरू

लखनऊ:  हर साल बारिश के बाद पूरा शहर डेंगू के कहर से जूझता है। जल्द ही इससे निजात मिलेगी। पोलियो, खसरा और टीबी के साथ अब डेंगू से बचाव का टीका भी होगा। केजीएमयू में इसका ट्रायल शुरू हो चुका है। परीक्षण में सफल पाए जाने पर इसका इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।

केजीएमयू के संक्रामक रोग प्रभारी डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने संस्थान को ट्रायल के केंद्र के रूप में मान्यता दी है। आईसीएमआर ने इंडियन क्लीनिकल ट्रायल ऐंड एजुकेशन नेटवर्क के तहत एडवांस सेंटर फॉर क्लीनिकल ट्रायल के लिए केजीएमयू का चयन किया है। ट्रायल शुरू होने के बाद इन रिसर्च के आधार पर इलाज की प्रक्रिया और दवाओं का निर्माण हो सकेगा। इसी के तहत टीके का ट्रायल शुरू किया गया है। इस दौरान टीके का इस्तेमाल पहले जानवरों पर किया जाएगा। इसमें सफलता मिलने पर इसे इंसानों को लगाया जाएगा।

लिवर, संक्रमण और मस्तिष्क की दवाओं पर चल रहा ट्रायल
केजीएमयू में इस समय संक्रामक रोग, न्यूरोलॉजी और लिवर की बीमारियों पर क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। आईसीएमआर से नाम मांगे जाने के बाद केजीएमयू ने इन विभागों के नाम भेजे थे। अगले चरण में अन्य विभाग तथा दवाओं पर ट्रायल शुरू किया जाएगा।

पावर कट और ट्रैफिक जाम पर अफसरों की तय होगी जिम्मेदारी, बकरीद को लेकर दिए ये निर्देश

वाराणसी :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहर में पावर कट, ट्रैफिक जाम और निर्माणाधीन परियोजनाओं में लेटलतीफी पर जवाबदेही तय होगी। काशी की गरिमा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि समन्वय बनाकर कार्य करें। मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ विकास एवं कानून एवं शांति व्यवस्था की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर बारीक नजर रखें। भ्रामक खबरों पर सख्ती बरतें। पीआरवी एवं पिकेट की तैनाती प्रभावी तरीके से करें, ताकि महिलाएं एवं आमजन पूरी तरह भयमुक्त होकर आवागमन कर सकें। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो, किसी दशा में पावर कट न हो। अन्यथा जवाबदेही तय की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय से पूरा करने के लिए हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने को कहा। प्रत्येक निर्माणाधीन परियोजना के लिए जनपद स्तर पर नोडल अधिकारियों नामित किया जाए। जो समय-समय पर उसकी प्रगति एवं गुणवत्ता की मॉनीटरिंग करे। सभी कार्यदायी एजेंसियों से कार्य की गुणवत्ता तथा समयावधि का ध्यान रखने को कहा। सभी गतिमान परियोजनाओं पर मैन पावर की उचित व्यवस्था कराकर कार्य में तेजी लाएं। शहर में सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक जाम की समस्या के समुचित समाधान करने के साथ ही इसके लिए जवाबदेही सुनिश्चित करें।

बकरीद पर कराएं विशेष साफ सफाई
बैठक में मुख्यमंत्री ने बकरीद त्योहार से पूर्व और बाद में नगर निगम को विशेष साफ-सफाई की व्यवस्था करने की हिदायत दी। त्योहार एवं स्वच्छता के दृष्टिगत वरुणा नदी की साफ-सफाई के लिए नगर निगम और सिंचाई विभाग को जिम्मेदारी दी। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए पाइप पेयजल योजनाओं के कार्यों में तेजी लाएं। त्योहार एवं प्रधानमंत्री के आगमन के दृष्टिगत पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती के निर्देश दिये।

कॉलोनियों और मोहल्लों का रखें ध्यान
बैठक में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मुख्यमंत्री को जिले में निर्माणाधीन कुल 63 परियोजनाओं के प्रगति की जानकारी दी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी कनेक्टिविटी की परियोजनाओं में संबंधित कार्यदायी एजेंसियां केवल चार लेन सड़क के निर्माण कार्य ही नहीं, बल्कि अगल-बगल की कॉलोनियों एवं मोहल्लों का भी ध्यान रखते हुए मानक अनुसार निर्माण कार्य कराएं। नालियों एवं चैम्बर को ढककर रखें, ताकि फुटपाथ के रूप में जनता इस्तेमाल कर सके।

सीएम की बैठक में ये भी रहे शामिल
बैठक में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी अश्वनी त्यागी आदि मौजूद रहे।

ओपी राजभर को कैबिनेट मंत्री अनिल ने दी नसीहत, बोले- बयान निराशाजनक है; ये समीक्षा का वक्त

वाराणसी:  ओम प्रकाश राजभर के बयान पर अनिल राजभर ने पलटवार किया है। अनिल ने ओपी राजभर को नसीहत दी है। काह कि उनके बेटे को जो वोट मिला है, वो बीजेपी का वोट है। ओपी से राजभर समाज के लोग क्यों दूर गए। इस पर ओपी राजभर को विचार करना चाहिएकहा कि ओपी राजभर खुद अपनी विधानसभा नहीं बचा सकें। जहूराबाद से निर्दल प्रत्याशी लीलावती राजभर को 45 हजार वोट मिले। एनडीए के प्रत्याशी वहां से 15 हजार वोटों से हर गए। खबर में बने रहने के लिए इस तरह बयान नहीं देना चाहिए।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ये वक्त ईमानदारी से हार की समीक्षा करने का है। ओपी राजभर को ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए, जो विरोधी बोल रहे हैं। आज पूरी दुनिया मोदी जी को बधाई दे रही है।

सुभासपा प्रमुख के पुत्र ने वायरल वीडियो का किया खंडन
एक दिन पहले रसड़ा के मीरनगंज स्थित कार्यालय पर हुई सुभासपा की समीक्षा बैठक में पार्टी सुप्रीमो एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की ओर से घोसी लोकसभा चुनाव में मिली हार का ठीकरा मोदी और योगी सरकार पर फोड़ने संबंधी वीडियो के वायरल होने से हड़कंप मचा है।

वीडियो वायरल होने के कुछ ही समय बाद ओमप्रकाश राजभर के पुत्र अरुण राजभर ने एक वीडियो जारी कर इस समाचार का खंडन किया। उन्होंने ऐसे किसी बयान को सिरे से खारिज किया। कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।

इस वीडियो को कट-पेस्ट और एडिट करके चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने सुभासपा और एनडीए के कार्यकर्ताओं के बल पर सरकार के विकास के एजेंडे को लेकर घोसी में चुनाव लड़ा। जनता ने बहुत ही असीमित प्यार और दुलार दिया। इसीलिए नरेंद्र मोदी देश के तीसरी बार प्रधानमंत्री बने।

कहा कि विरोधियों को ऐसा लग रहा है कि उन्होंने संविधान खत्म होने का ड्रामा किया, आरक्षण खत्म होने का ड्रामा किया, इसके बाद में भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिला। इसलिए उनकी ओर से ऐसी साजिश रची जा रही है।

पत्नी के आत्महत्या करने के बाद पति का शव रेल पटरी पर मिला; खौफनाक कदम उठाने की वजह साफ नहीं

ललितपुर: ललितपुर शहर के मोहल्ला शिवधाम कालोनी निवासी स्वाति (24) पत्नी सोनू शुक्रवार की देर रात अपने कमरे में फंदे पर लटकती मिली। पति सोनू अपने भाई के साथ उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंच। यहां चिकित्सक ने स्वाति को मृत घोषित कर दिया।

सोनू ने अपने भाई को यह कहते हुए घर भेज दिया कि वह परिवार वालो को सूचित कर दे। जिसके बाद सोनू का भाई स्कूटी लेकर घर चला गया। इस बीच सोनू अस्पताल से दौड़ लगाकर चला गया। शनिवार की सुबह सोनू का शव रेलवे स्टेशन के पास नया मालगोदाम के पास पटरी पर पड़ा मिला। मृतक परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी व सांसद कंगना का वीडियो एडिट कर एक्स पर किया वायरल, एफआईआर दर्ज

लखनऊ:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सांसद कंगना रनौत का वीडियो एडिट कर एक्स पर वायरल करने वाले यूजर के खिलाफ हजरतगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। वहीं, एक और एक्स यूजर ने भी सीएम का एडिट वीडियो वायरल किया है।गोमतीनगर स्थित गोल्डन क्रश अपार्टमेंट निवासी रवि प्रकाश के मुताबिक एक्स पर एक यूजर ने अपने अकाउंट @FactsBJP से एक एडिट वीडियो पोस्ट की। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण के अंश के साथ ही सांसद व अभिनेत्री कंगना रणौत के वीडियो को एडिट कर उसे आपत्तिजनक बनाकर दिखाया गया है।

महिलाओं का भी गलत तरीके से चरित्र चित्रण किया गया है। इस कारण लोगों की धार्मिक भावना आहत हो रही है।वहीं, एक्स पर इजहार आलम नामक युवक ने अपने अकाउंट @Izharalam00786 से मुख्यमंत्री का एक और एडिट वीडियो पोस्ट किया है। इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।

सात हजार रुपये के लिए किया बेटी का कत्ल, मां ने धोए खून के दाग; ऐसे खुला हत्या का राज

शाहजहांपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भारद्वाजी निवासी पूर्ति गुप्ता (23) की हत्या उसके पिता संजय गुप्ता ने ही की थी। शनिवार को पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस के मुताबिक पूर्ति ने संजय की अंगूठी बेच दी थी। खर्चे के बाद बचे हुए रुपये न देने से नाराज होकर पिता ने बेटी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।

13 जून की रात करीब साढ़े 11 बजे मायके में रह रही कमल राजपूत की पत्नी पूर्ति गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। उसके गले और सीने पर चाकू से प्रहार किए गए थे। चाकू मारकर हत्या किए जाने के बावजूद घरवालों को हत्यारे के बारे में जानकारी न होने पर पुलिस को शक गहरा गया था।

मृतका की मां ने किया गुमराह करने का प्रयास
पुलिस का पहला शक उसके भाई पवन पर गया। घटना से कुछ घंटे पहले ही वह हरिद्वार के लिए रवाना हुआ था। पूछताछ के दौरान मां वंदना भी पुलिस को उलझाने का प्रयास कर रही थी। हरिद्वार से लौटकर शुक्रवार रात आए पवन से पुलिस ने पूछताछ की। उसने बताया कि मां वंदना ने पिता संजय द्वारा पूर्ति की हत्या करने की बात बताई थी।

एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि पूर्ति ने एक सोने की अंगूठी 20 हजार रुपये में बेची थी। इसी से घर का खर्च चल रहा था। 20 में से सात हजार रुपये बचे थे। संजय गुप्ता ये रुपये मांग रहा था। इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। गुस्से में पूर्ति ने संजय को लात मार दी थी।

बेटी की हत्या करने के बाद रोया आरोपी
रात में पिता संजय ने बेड पर सो रही बेटी पर चाकू से हमला किया था। हत्या के बाद संजय के रोने पर पत्नी वंदना ने चाकू को धोकर अलमारी में छिपा दिया था। संजय कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। उसके ऊपर 16 मुकदमे दर्ज हैं। पैरालाइज का अटैक होने के बाद से वह अधिकतर समय बिस्तर पर रहता था। एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि संजय के साथ ही पत्नी वंदना को भी जेल भेजा जाएगा।

सुरेश गोपी ने पूर्व PM इंदिरा गांधी को कहा ‘मदर ऑफ इंडिया’; जानें किसे बताया राजनीतिक गुरु

त्रिशूर:  केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट से सांसद और केंद्र सरकार में पर्यटन और पेट्रोलियम राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने पुन्कुन्नम में करुणाकरण के स्मारक ‘मुरली मंदिरम’ का दौरा किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मे भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी को ‘मदर ऑफ इंडिया’ कहा है। वहीं भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ने करुणाकरण और मार्क्सवादी दिग्गज ई. के. नयनार को अपना ‘राजनीतिक गुरु’ भी बताया है।

त्रिशूर सीट से करुणाकरण के बेटे को हराया
आपको बता दें कि त्रिशूर लोकसभा सीट से सांसद बने सुरेश गोपी ने करुणाकरण के बेटे और कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन को हराया था। हालांकि 26 अप्रैल को त्रिशूर सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई में कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन को हार के साथ तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। वहीं करुणाकरण के स्मारक पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से आग्रह किया कि वो उनके इस दौरे का राजनीति से न जोड़ें, वो यहां अपने गुरु को नमन करने के लिए आए थे। इस मौके पर सुरेश गोपी ने कहा कि नयनार और उनकी पत्नी के.पी. शारदा की तरह ही करुणाकरण और उनकी पत्नी कल्याणीकुट्टी अम्मा के साथ उनके काफी अच्छे संबंध हैं।

12 जून को किन्नूर में नयनार के घर का दौरा करते हुए केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने उनके परिवार के साथ अपने संबंधों को फिर से स्थापित किया। वहीं सुरेश गोपी ने अपने संबोधन में कहा कि वो स्व. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को ‘भारत की मां’ मानते थे, इसलिए करुणाकरण उनके लिए ‘राज्य में कांग्रेस पार्टी के पिता’ समान थे। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि करुणाकरण को केरल में कांग्रेस के ‘पिता तुल्य’ बताना दक्षिणी राज्य में पुरानी पार्टी के संस्थापकों या सह-संस्थापकों का अनादर नहीं है।

‘2019 में ही मुरली मंदिरम जाना चाहता था’
सुरेश गोपी ने आगे कहा कि वो साल 2019 में ही मुरली मंदिरम जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन पद्मजा वेणुगोपाल ने उन्हें राजनीतिक कारणों से उन्हें वहां जाने से रोक दिया था। मुरली मंदिरम के बाद केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने शहर के प्रसिद्ध लूर्डे माता चर्च का भी दौरा किया और वहां प्रार्थना भी की। वहीं अपनी बेटी की शादी में उनके और उनके परिवार की तरफ से सेंट मैरी को सोने का मुकुट भेंट करने के मामले में हो रही राजनीति हमले पर कहा कि वो मुकुट तांबे का बना था।

त्रिशूर में देखने को मिली थी त्रिकोणीय लड़ाई
त्रिशूर लोकसभा सीट से जीत और केरल में भाजपा का खाता खोलने वाले सुरेश गोपी ने कांग्रेस और सीपीआई उम्मीदवारों को हराया था। केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट के चुनाव परिणामों की बात करें तो त्रिशूर में भाजपा के प्रत्याशी सुरेश गोपी को 4 लाख 12 हजार 338 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे सीपीआई उम्मीदवार वी.एस सुनीलकुमार को 3 लाख 37 हजार 652 वोट मिले थे। इस तरह से सुरेश गोपी ने सीपीआई उम्मीदवार को 74 हजार 686 वोटों से हराया था। वहीं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के मुरलीधरन को 3 लाख 28 हजार 124 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे।

12 साल की कायना सबसे कम उम्र की मास्टर स्कूबा डाइवर; बोलीं- खतरों से भरे समंदर में नहीं लगता डर

बंगलूरू: स्कूबा डाइविंग जितना रोमांचक होता है उतना ही कई बार खतरनाक साबित होता है। बशर्ते आप खतरों से भरे समंदर में स्कूबा डाइविंग न कर रहे हों। हमारे देश के अलावा दुनिया के कई देशों में स्कूबा डाइविंग एक खेल के तौर पर भी खेला जाता है। वहीं बंगलूरू की रहने वाली 12 वर्षीय कायना खरे ने दावा किया है कि वो स्कूबा डाइविंग में मास्टर हैं। अपने स्कूबा डाइविंग करियर के बारें में बताते हुए कायना खरे ने बताया कि वो जब 10 साल की थी। तब उन्होंने स्कूबा डाइविंग की शुरुआत की थी। और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर पहला स्कूबा डाइव किया और वो उनके लिए एक मजेदार अनुभव था।

थाइलैंड में किया एडवांस ओपन वाटर कोर्स
कायना खरे ने आगे बताया कि उन्होंने अपना पहला ओपन वाटर स्कूबा डाइविंग कोर्स इंडोनेशिया के बाली में किया और फिर थाइलैंड में एडवांस ओपन वाटर कोर्स किया। कायना खरे के मुताबिक वो अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर आधिकारिक तौर पर स्कूबा डाइविंग में मास्टर बन गई। कायना का कहना है कि पानी के नीचे रहना मेरे लिए बहुत शांत और आरामदायक है। वहीं उनके माता-पिता ने उनके स्कूबा डाइविंग के रोमांचक करियर में उनका बहुत साथ दिया है।

‘समंदर में खतरों के बावजूद नहीं लगता डर’
अपने करियर पर बात करते हुए कायना खरे बताती हैं कि उन्होंने तैराकी और स्कूबा डाइविंग में कुछ पुरस्कार भी जीते हैं और वो स्कूबा डाइविंग को एक मजेदार खेल मानती हैं। कायना के अनुसार समंदर में तमाम खतरों के बावजूद भी उनको बिल्कुल भी डर नहीं लगता है। उन्होंने मालदीव, बाली, थाईलैंड के अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी स्कूबा डाइविंग की है।

विश्व रिकॉर्ड तोड़कर बनीं मास्टर डाइवर
12 वर्षीय कायना खरे बताती हैं कि उन्होंने दुनिया की सबसे कम उम्र की मास्टर डाइवर बनकर विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं अपने पंसदीदा विषय के बारे में कायना ने कहा कि वो समुद्री विज्ञान में अपना करियर आगे बढ़ाना चाहती हैं, क्योंकि उन्हें समंदर से बहुत लगाव है। बता दें कि समंदर और समुद्री जीवन को समझने और देखने में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए स्कूबा डाइविंग से शानदार और सुविधाजनक और कोई तरीका नहीं है।

क्या होती है स्कूबा डाइविंग?
स्कूबा डाइविंग के बारे में बात करें तो पानी के नीचे डाइविंग करने का एक खास तरीका है। इस डाइविंग के दौरान गोताखोर पानी के अंदर जाकर टैंक की मदद से सांस लेता है। स्कूबा डाइवर्स पानी में अपने साथ ऑक्सीजन गैस लेकर लेकर जाते हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत न आए और वो ज्यादा देर तक पानी में रह सकें। भारत में कई जगहों पर स्कूबा डाइविंग की जाती है। इसमें, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, कर्नाटक का तरानी द्वीप या पिजन आइलैंड और गोवा का ग्रैंड आइलैंड शामिल है।

सुकेश चंद्रशेखर की पत्नी की याचिका की खारिज, दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को दी गई थी चुनौती

नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय ने कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर की पत्नी लीना पॉलोज की ओर से दायर याचिका को खारिज कर दिया। याचिका में दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसमें 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में उनकी जमानत याचिका स्थगित कर दी गई थी।

न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की अवकाशकालीन पीठ ने स्पष्ट किया कि मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग नहीं की जा सकती। पीठ ने अपने 14 जून के आदेश में कहा, विशेष अनुमति याचिका खारिज की जाती है। लंबित आवेदन भी खारिज कर दिए जाएंगे। पीठ ने इस तथ्य पर भी गौर किया कि उच्च न्यायालय में याचिका 14 मई को दायर की गई थी और फिर 20 मई को नोटिस जारी किया गया था।

शीर्ष अदालत ने कहा, आप दो साल और आठ महीने से जेल में हैं। जैसे ही आप अदालत में आते हैं, आपको एक आदेश की जरूरत होती है। पॉलोज के वकील के कार्रवाई में तेजी लाने के अनुरोध पर पीठ ने कहा, हमारे लिए उच्च न्यायलय के बोर्ड की व्यवस्था करने का कोई प्रावधान नहीं है। अभियोजन पक्ष के मुताबिक चंद्रशेखऱ और उनकी पत्नी लीना पॉलोज अपने सहयोगियों के साथ मिलकर साल 2013 से कथित तौर पर संगठित अपराध करने वाला गिरोह चला रहे थे।चंद्रशेखर और उनकी पत्नी दोनों को दिल्ली पुलिस ने सितंबर 2021 में ठगी के मामले में गिरफ्तार किया था। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

नीट में धांधली के दावों को लेकर डीएमके ने NTA को बताया दोषी, भाजपा पर लगाया मूकदर्शक बनने का आरोप

नीट परीक्षा को लेकर लगातार राजनीतिक पार्टी भाजपा नीत एनडीए सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साध रही हैं। अब तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके ने शनिवार को नीट की पवित्रता खराब करने का आरोप लगाया, साथ ही करोड़ों की कमाई करने वाले कोचिंग सेंटरों का समर्थन करने का आरोप लगाया है।

5 मई को नीट यूजी परीक्षा आयोजित हुई। आयोजन वाले दिन से ही इसपर पेपर लीक के आरोप लगने लगे। वहीं, इस बार परीक्षा में 67 ऐसे छात्र हैं, जिन्होंने 720 में से 720 अंक लाकर पहला स्थान हासिल किया है। 67 बच्चों में से 6 बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने एक ही सेंटर पर परीक्षा दी है, जो कि हरियाणा के झज्जर में है। 1,500 से अधिक बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गए। कहा गया कि छह केंद्रों पर परीक्षा में देरी के कारण हुई समय की बर्बादी की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद ये मार्क्स वापस ले लिए गए और इन छात्रों के लिए पुनःपरीक्षा कराई जाएगी।इस परीक्षा में कुछ बच्चों के नंबर 718 और 719 आए हैं, जो परीक्षा की मार्किंग स्कीम के लिहाज से गणितीय रूप से संभव नहीं हैं। छात्रों का आरोप है कि कई छात्रों के अंकों को मनमाने ढंग से घटाया या बढ़ाया गया है, जिसका असर उनकी रैंक पर हुआ है।

वहीं एनटीए का कहना है कि जिन कोचिंग संस्थानों के छात्रों ने नीट यूजी 2024 परीक्षा में खराब प्रदर्शन किया है, वे ही आरोप लगाने में सबसे आगे हैं, क्योंकि परीक्षा अपेक्षाकृत आसान होने के बावजूद वे अपने छात्र समूहों के बीच अपनी छवि खो चुके हैं। एनटीए का कहना है कि अगर वास्तव में कोई समस्या थी, तो अन्य कोचिंग संस्थान चुप क्यों हैं?

इसके बाद तमिलनाडु की सत्तारुढ़ डीएमके ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी पर नीट की पवित्रता को खराब करने का आरोप लगाया। डीएमके ने एक बार फिर राष्ट्रीय परीक्षा को खत्म करने की मांग की और कहा कि इससे ही शिक्षा क्षेत्र की पवित्रता की रक्षा होगी। कुछ दिन पहले केंद्र द्वारा सुप्रीम कोर्ट को यह बताए जाने का जिक्र करते हुए कि 1,563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए जाएंगे, डीएमके के तमिल मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने कहा कि अगर मामला सुप्रीम कोर्ट में नहीं जाता तो भाजपा सरकार ऐसा नहीं करती।

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि नीट के आयोजन में अब तक ‘गुप्त’ रूप से हुई अनियमितताएं और घोटाले इस साल ‘खुलेआम’ सामने आए। इसे छिपाने के लिए ही 14 जून को जारी होने वाले परीक्षा परिणाम को 4 जून को जारी कर दिया गया, जब लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए गए। हालांकि, घोटाला उजागर हो गया। “हमने ग्रेस मार्क्स के बारे में सुना है, यह एक या दो अंक होंगे। लेकिन, 70 और 80 अंकों को ग्रेस मार्क्स कैसे कहा जा सकता है? एनटीए ने पूरे अंक दिए और यह राष्ट्रीय अन्याय है।” भाजपा सरकार कोचिंग सेंटरों की ‘चाकरी’ करती रही, जो हर महीने करोड़ों कमाते थे और इसने शिक्षा क्षेत्र में भी ‘कॉरपोरेट का राज’ स्थापित किया।