Thursday , October 24 2024

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‘फलस्तीन के समर्थन में बोला धावा’, लाल सागर में जहाज पर हुए हमले को लेकर ईरान समर्थित हूती का दावा

बुधवार को विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने नौसेना के ड्रोन, हवाई ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों का उपयोग करके लाल सागर में ट्यूटर जहाज को निशाना बनाकर सैन्य अभियान चलाया था। समुद्री सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने जानकारी दी थी कि जहाज पर विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाह शहर होदेदा से 68 समुद्री मील (126 किलोमीटर) दक्षिण पश्चिम में हमला हुआ।

सना से सरकार को 2014 में हटा दिया गया। इसके बाद सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ हूती ने नवंबर से लाल सागर और अदन की खाड़ी में जहाजों पर कई ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि वे गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों के समर्थन में महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग को परेशान कर रहे हैं।

ब्रिटेन की रॉयल नेवी द्वारा संचालित यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने कहा कि होदेदा से 66 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में एक जहाज को एक छोटे जहाज ने पीछे से टक्कर मार दी। वही यूकेएमटीओ ने कहा कि जहाज पानी में डूबा हुआ था और चालक दल के नियंत्रण में नहीं था। उन्होंने बताया कि जहाज पर दूसरी बार एक अज्ञात हवाई प्रक्षेपास्त्र से हमला हुआ, सैन्यकर्मी सहायता में लगे हुए हैं।

अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि ट्यूटर पर एक हूती ’मानवरहित सतही जहाज ने हमला किया था, जिससे गंभीर बाढ़ आ गई और इंजन कक्ष को नुकसान पहुंचा। सेंटकॉम जो कि ब्रिटिश सेना के साथ मिलकर लाल सागर में हुए हमलों के जवाब में विद्रोहियों के कब्जे वाले यमन में हमले कर रहा है। कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में तीन जहाज रोधी मिसाइल लांचर और एक हूती ड्रोन को नष्ट कर दिया है।

मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने स्थगित की भूख-हड़ताल, छह दिनों से कर रहे थे प्रदर्शन

मुंबई:  मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने अपनी अनिश्चितकालीन भूख-हड़ताल को स्थगित करने की घोषणा की है। बता दें कि मनोज जरांगे पिछले छह दिनों से हड़ताल पर थे। वे लगातार मराठा आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जरांगे चाहते हैं कि मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत आरक्षण दिया जाए।

शनिवार को शुरू किया था विरोध प्रदर्शन
मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सराटी में शनिवार को विरोध प्रदर्शन शुरू किया और चेतावनी दी थी कि अगर सरकार इस मुद्दे का तुरंत समाधान नहीं करती है तो वह नसों के माध्यम से शरीर में तरल पदार्थ लेना भी बंद कर देंगे। उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी, जिस वजह से छत्रपति संभाजीनगर से नवनिर्वाचित शिवसेना सांसद संदीपन भुमरे ने मंगलवार को अंतरवाली सराटी का दौरा किया था।

क्या है मनोज जरांगे की मांग?
मनोज जरांगे मराठा आरक्षण के लोगों को कुंबी जाति प्रमाणपत्र देने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, महाराष्ट्र में कुंबी समुदाय को ओबीसी श्रेणी में रखा गया है ऐसे में मराठा आरक्षण के लोगों को कुंबी जाति प्रमाणपत्र देने से उन्हें (मराठा आरक्षण के लोगों को) आरक्षण का लाभ मिल सकेगा।

‘मांग पूरी नहीं हुईं तो सभी 288 विधानसभा सीटों से उतारेंगे उम्मीदवार’
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता का कहना है कि अगर मामला नहीं सुलझाया गया तो वह इस साल अक्तूबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों से उम्मीदवार उतारेंगे। मनोज जरांगे ने कहा ‘फिर हम आरक्षण देने वाले बन जाएंगे न कि लेने वाले।’

पीएम मोदी ने की जम्मू-कश्मीर के हालात की समीक्षा, आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का दिया निर्देश

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर की स्थिति की समीक्षा की। उन्हें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा संबंधी स्थिति से अवगत कराया गया। प्रधानमंत्री ने उनसे आतंकवाद रोधी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करने को कहा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन बात की व आंतकवाद रोधी अभियानों पर चर्चा की। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात की और केंद्र शासित प्रदेश का जायजा लिया।

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में कई आतंकी हमले हुए हैं। आतंकवादियों ने पिछले चार दिनों में रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर हमले किए हैं। जिमसें दस तीर्थयात्रियों की मौत हुई। साथ ही सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ। इसके अलावा, सात सुरक्षा कर्मी और कई अन्य घायल हुए हैं।

सुरक्षा बलों द्वारा अलग-अलग जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी हो रहे हैं। ऑपरेशन से जुड़े विश्वस्त सूत्रों का कहना है, 72 घंटे में तीन हमले, ये एक सोची समझी रणनीति है। पाकिस्तान से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर, ताजा घुसपैठ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। भले ही बॉर्डर पर सीजफायर लागू है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के सदस्य जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर रहे हैं। सेना के सूत्रों ने यह बात मानी है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन में आतंकियों को हर तरह की मदद पहुंचाने वाली ‘ब्लैक शीप’ (काली भेड़) मौजूद हैं। इनके चलते पड़ोसी मुल्क के दहशतगर्द, सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाते हैं। ‘ब्लैक शीप’ की खोज और पहचान के लिए अलग से ऑपरेशन शुरू किया गया है।

पिछले कुछ समय से आतंकियों का फोकस कश्मीर घाटी की बजाए, जम्मू क्षेत्र पर अधिक हो रहा है। रविवार को जम्मू के रियासी में आतंकवादियों ने शिवखोड़ी मंदिर से कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों की एक बस को निशाना बनाया था। इस हमले में 10 लोगों की मौत हुई थी, जबकि तीन दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। सूत्रों का कहना है, एकाएक जम्मू की तरफ आतंकी संगठनों के हमलों में जो तेजी देखी जा रही है, उसके पीछे घुसपैठ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

जम्मू कश्मीर पुलिस की खुफिया इकाई के सूत्रों का भी कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से बड़ी घुसपैठ संभव है। ऐसा भी हो सकता है कि यह घुसपैठ एक ही बार न होकर, छोटे-छोटे अंतराल पर हुई हो। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर सुरक्षाबलों का शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसे में आतंकियों की नई भर्ती में भी काफी गिरावट आ गई है। पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को घाटी में नए चेहरे नहीं मिल रहे हैं।

वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी से नितिन गडकरी ने की मुलाकात, पैर छूकर लिया आशीर्वाद

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी से मुलाकात की। मुलाकात का वीडियो भी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन दिया- वरिष्ठ नेता, हमारे मार्गदर्शक भारत रत्न श्री लालकृष्ण आडवाणी जी से भेंट।

केंद्रीय मंत्री द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में दिख रहा है कि वे हाथ जोड़कर पूर्व उप पीएम के सामने आए। उन्होंने उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। साथ में उनकी पत्नी भी थी। उनकी पत्नी ने भी उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने अपनी पत्नी के साथ उन्हें गुलदस्ता भेंट किया। पूर्व उप पीएम कुर्सी पर बैठे दिखे। स्वागत सत्कार के बाद उन्होंने बैठ कर बातें की। खास बात है कि केंद्रीय मंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेने के बाद पहली बार गडकरी वरिष्ठ नेता से मिलने पहुंचे। बता दें, कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके आवास पर पहुंचे थे और उनकी मुलाकात की थी।

भारत रत्न से सम्मानित हैं आडवाणी
भाजपा के संस्थापक चेहरों में से एक लालकृष्ण आडवाणी को फरवरी में भारत रत्न देने का एलान किया गया था। खुद पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी घोषणा की थी। प्रधानमंत्री ने पोस्ट में कहा था कि भारत के विकास में उनका योगदान स्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर देश के उप-प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते हुए चला। स्वास्थ्य परेशानी के कारण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आडवाणी के आवास पर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था। इस दौरान पीएम मोदी भी साथ थे।

कौन हैं लालकृष्ण आडवाणी?
भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के कराची में 8 नवंबर, 1927 को एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और मां का नाम ज्ञानी देवी है। उनके पिता पेशे से एक उद्यमी थे। शुरुआती शिक्षा उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल से ग्रहण की थी। इसके बाद वह हैदराबाद, सिंध के डीजी नेशनल स्कूल में दाखिला लिया। विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई आकर बस गया। यहां उन्होंने लॉ कॉलेज ऑफ द बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। उनकी पत्नी का नाम कमला आडवाणी है। उनके बेटे का नाम जयंत आडवाणी और बेटी का नाम प्रतिभा आडवाणी है।

आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

अक्सर रहता है गर्दन व पीठ में दर्द, तो करें ये चार योगासन

ऑफिस का काम करते समय गलत पोस्चर और खराब जीवन शैली के कारण स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। कई लोगों को वर्क फ्राॅम होम के दौरान गर्दन और पीठ व कमर के दर्द की शिकायत हुई तो कुछ लोग डेस्क जाॅब के कारण लंबे समय तक बैठकर काम करने की वजह से पैक पेन की समस्या से परेशान रहते हैं, लेकिन अगर समय रहते गर्दन व कमर दर्द की समस्या का निवारण न किया जाए तो तकलीफ बढ़ सकती है और अधिक गंभीर शारीरिक समस्या का रूप ले सकती है। कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते समय आपकी आंखो से ज्यादा कंधों पर भार पड़ रहा है। गलत तरीकों से काम करने के कारण कंधों, गर्दन, पीठ व कमर पर पड़ने वाले दबाव को कम करने के लिए आप योगासन का अभ्यास कर दर्द से राहत पा सकते हैं। चलिए जानते हैं लगातार डेस्क वर्क के कारण गर्दन और पीठ के दर्द में कौन से योगासन फायदेमंद हैं।

ताड़ासन

ताड़ासन का अभ्यास करने के लिए अपने दोनों पैरों की एड़ियों और पंजों के बीच दूरी बनाकर खड़े हो जाएं। अब हाथों को कमर की सीध से ऊपर ले जाते हुए हथेलियों और उंगलियों को मिला लें। गर्दन सीधी रखते हुए एड़ियों को ऊपर उठाएं और पूरे शरीर का भार पंजो पर डालें। इस दौरान पेट को अंदर रखें। इसी अवस्था में कुछ देर संतुलन बनाएं रखें। फिर पुन: वाली अवस्था में आ जाएं।

सेतु बंधासन

डेस्क वर्क करने वालों के लिए ये योगासन फायदेमंद है। सेतु बंधासन करने के लिए पीठ के बल लेट कर दोनों पैरों के घुटनों को मोड़ते हुए पैर को फर्श पर स्पर्श करें। अब हाथों की मदद से शरीर को ऊपर उठाएं और पीठ व जांघ को फर्श से आसमान में उठाते हुए गहरी सांस लें व बाहर छोड़े। इसी अवस्था में कुछ देर रहने के बार पहली वाली स्थिति में आ जाएं।

भुजंगासन

इस आसन का अभ्यास करने के लिए पेट के बल सीधे लेट जाएं और अपनी हथेलियों को कंधों क नीचे रखें। अब उंगलियों को फैलाते हुए छाती को ऊपर खींचें। इसी अवस्था में रहें और सांस ले। वापस पहले वाली अवस्था में आ जाएं।

शोल्डर ओपनर

इस आसन को करने के लिए सीधे खड़े होकर अपनी मांसपेशियों को आराम दें। अब हथेलिों को पीछे की ओर ले जाते हुए आपस में मिला लें। जितना हो सके कंधों को पीछे की ओर खींचे। फिर वापस पुरानी स्थिति में लौट आएं और यह प्रक्रिया दोहराएं।

रिसेप्शन पार्टी के लिए खरीदनी है साड़ी तो पहने जान लें क्या है आजकल चलन में

शादी का दिन हर लड़की के लिए बेहद अहम होता है। हर लड़की अपनी शादी और शादी की हर रस्म में सबसे खूबसूरत दिखना चाहती है। यही वजह है कि शादी तय होने के बाद से हर होने वाली दुल्हन अपनी शादी की तैयारियों में लग जाती है। शादी के बाद जब दुल्हन के स्वागत के लिए रिसेप्शन पार्टी आयोजित की जाती है तो वो हर दुल्हन के लिए काफी अहम होती है। इस पार्टी में हर किसी की नजर दुल्हन पर ही होती है। ऐसे में लड़कियां अपने रिसेप्शन का आउटफिट बनवाने के लिए काफी सोचती हैं।

आजकल रिसेप्शन पार्टी में साड़ी पहनने का काफी ट्रेंड है। अगर आप अपनी रिसेप्शन पार्टी के लिए खूबसूरत साड़ी खरीदने का सोच रही हैं, तो पहले क्या आजकल चलन में है ये जान लें। इस लेख में हम आपको कुछ अभिनेत्रियों के साड़ी लुक्स दिखाएंगे, जिनसे टिप्स लेकर आप भी अपनी रिसेप्शन पार्टी की शॉपिंग कर सकती हैं।

लिन लैशराम

बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा संग शादी के बाद अपने रिसेप्शन के लिए लिन लैशराम ने रेड कलर की डुअल-टोन साड़ी पहनी थी। उनकी साड़ी पर पूरी तरह सिक्विन वर्क था। अपने इस साड़ी लुक को उन्होंने फुल स्लीव्स वाले स्वीटहार्ट नेकलाइन ब्लाउज के साथ पेयर किया। इसके साथ ही खूबसूरत सा लंबा दुपट्टा उनके लुक में चार चांद लगा रहा था।

अनुष्का शर्मा

भारतीय क्रिकेट टीम के धमाकेदार बल्लेबाज विराट कोहली संग शादी के बाद जब अनुष्का शर्मा ने दिल्ली में रिसेप्शन पार्टी आयोजित की, तो उसमें उन्होंने लाल रंग की बनारसी साड़ी कैरी की थी। इसके साथ स्लीक स्टाइल जूड़ा बनाकर उन्होंने अपने लुक को कंप्लीट किया था। आप चाहें तो आप भी उनके इस लुक से टिप्स ले सकती हैं।

आलिया भट्ट

भले ही आलिया ने ये साड़ी अपनी शादी में कैरी की थी, लेकिन अगर आपको ये पसंद आई थी, तो आप इसे अपने वेडिंग रिसेप्शन में पहन सकती हैं। आइवरी रंग की ये साड़ी सब्यसाची ने डिजाइन की थी। आप भी ऐसी साड़ी अपने लिए खरीद कर पार्टी में अपना खूबसूरत अंदाज दिखा सकती हैं।

पत्रलेखा

मशहूर अभिनेता राजकुमार संग फेरे लेते वक्त पत्रलेखा ने लाल रंग की खूबसूरत साड़ी कैरी की थी। इसे आप अपने रिसेप्शन में कैरी कर सकती हैं। पत्रलेखा की ये गोल्डन जरी वर्क वाली लाल साड़ी में बेहद खूबसूरत लग रही थी। इसके साथ उन्होंने मैचिंग ब्राइडल ज्वेलरी भी कैरी की थी।

दीपिका पादुकोण

रणवीर सिंह के संग शादी के बाद दीपिका ने बंगलूरू में आयोजित रिसेप्शन पार्टी में में गोल्डन कांजीवरम सिल्क साड़ी पहनी थी। उनका ये साड़ी लुक लोगों को काफी पसंद आया था। अगर आप भी चाहें तो दीपिका के जैसी ही गोल्डन कांजीवरन साड़ी पहमकर ऐसा ही लुक कैरी कर सकती हैं। ये आपकी खूबसूरती में चार चांद लगाएगा।

फिल्म ‘शादी के डायरेक्टर करण और जौहर’ पर भड़के निर्देशक, करण ने खटखटाया बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा

बॉलीवुड फिल्म निर्देशक और निर्माता करण जौहर का नाम एक फिल्म के शीर्षक में इस्तेमाल किया गया है, जिसे लेकर वे भड़क गए हैं। इस मामले में करण जौहर ने बुधवार को हिंदी फिल्म ‘शादी के डायरेक्टर करण और जौहर’ के निर्माताओं के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अनुरोध किया कि उन्हें फिल्म के शीर्षक में उनके नाम का उपयोग करने से रोका जाए।

न्यायमूर्ति आरआई चागला की पीठ के समक्ष दाखिल की गई याचिका में निर्देशक ने फिल्म की रिलीज पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। यह फिल्म 14 जून, 2024 को रिलीज होने के लिए तैयार है। पीठ ने गुरुवार को याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जताई। याचिका में फिल्म निर्माताओं के खिलाफ फिल्म के शीर्षक में उनके नाम का इस्तेमाल करने पर स्थायी रोक लगाने और निरोधक आदेश की मांग की गई है। करण जौहर ने दावा किया कि उनका फिल्म या इसके निर्माताओं से कोई संबंध नहीं है, जो शीर्षक में उनके नाम का अवैध रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं।

करण जौहर ने कहा कि फिल्म का शीर्षक सीधे उनके नाम को संदर्भित करता है, जो उनके व्यक्तिगत अधिकारों, प्रचार और निजता के अधिकारों का उल्लंघन करता है। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के उनके ‘ब्रांड नाम’ का उपयोग करके, फिल्म निर्माता उनकी सद्भावना और प्रतिष्ठा का फायदा उठा रहे हैं।

मुकदमे में इस बात पर जोर दिया गया कि फिल्म 14 जून को रिलीज होने वाली है और इसका ट्रेलर और पोस्टर सार्वजनिक स्थानों और सोशल मीडिया पर वायरल किए गए हैं। करण जौहर ने दावा किया कि ये प्रचार सामग्री उनकी साख और प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंचा रही है।

मुकदमे में कहा गया है, ‘इन ट्रेलरों और पोस्टरों ने जौहर की साख और प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है और अब तक नुकसान पहुंचा जा रहे हैं। इसके अलावा उनके ब्रांड नाम ‘करण जौहर’ वाले शीर्षक के साथ फिल्म की इस तरह की रिलीज उस साख और प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंचाएगी, जिसे उन्होंने भारी मात्रा में समय, प्रयास और धन निवेश करने के बाद हासिल किया है।’

विवादों में फंसी आमिर खान के बेटे की पहली फिल्म, ‘महाराज’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग तेज

बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के बेटे जुनैद खान नेटफ्लिक्स फिल्म ‘महाराज’ से अपने अभिनय की शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह फिल्म 14 जून को रिलीज होने वाली है। फिल्म के निर्माताओं ने पिछले महीने जुनैद और जयदीप अहलावत के फर्स्ट लुक पोस्टर शेयर किए थे, हालांकि, ‘महाराज’ का टीजर या ट्रेलर अभी तक रिलीज नहीं हुआ है। अब यह फिल्म रिलीज से पहले ही एक बार फिर सुर्खियों का हिस्सा बन गई है, लेकिन गलत कारणों से। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।

हाल ही में, फिल्म पर यह आरोप लगाए गए थे कि इसमें साधुओं को गलत तरह से दिखाया गया है। बजरंग दल ने भी फिल्म की रिलीज रोकने की धमकी दी थी। अब इन सब के बीच सोशल मीडिया यूजर्स के एक वर्ग ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यूजर्स को ऐसा लगता है कि इसमें धार्मिक नेताओं और साधुओं को नकारात्मक रूप में दिखाया जा सकता है।

हाल ही में, #BoycottNetflix एक्स पर ट्रेंड करने लगा और हिंदू कार्यकर्ताओं ने महाराज में धार्मिक नेताओं को गलत रोशनी में दिखाए जाने के बारे में आपत्ति उठाई है। फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए एक यूजर ने लिखा, “अगर यह फिल्म साधुओं और संतों को बदमाश और लंपट दिखाकर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश करती है और इस तरह कानून व्यवस्था को बाधित करती है तो जुनैद खान, यशराज फिल्म्स और #नेटफ्लिक्स सभी जिम्मेदार होंगे। #BoycottNetflix बैन महाराज फिल्म।”

दूसरे यूजर ने फिल्म की आलोचना करते हुए लिखा, “एक पिता (आमिर खान) फिल्म ‘पीके’ रिलीज करके भगवान शिव का मजाक उड़ाते हैं और उनका बेटा फिल्म ‘महाराज’ रिलीज करके हिंदू धर्म, सांस्कृतिक परंपरा को बदनाम करता है! इस फिल्म का बहिष्कार होना चाहिए..।”

कैसे मिला था फरदीन खान को ‘हीरामंडी’ में ‘वली’ का किरदार, बोले- चुनौतीपूर्ण समय रहा..

फरदीन खान ने लंबे समय के बाद निर्देशक संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ से मनोरंजन जगत में वापसी की है। इस वेब सीरीज में फरदीन का काम काफी सराहनीय रहा है। उन्होंने संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ में नवाब वली बिन जायद अल मोहम्मद का किरदार निभाया है। लेकिन उन्हें वापसी पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। उन्होंने ट्रोलिंग से निपटने के अपने दौर को कठिन बताया। साथ ही यह भी बताया कि कैसे उन्हें ‘हीरामंडी’ में वली का किरदार मिला।

मनोरंजन जगत में वापसी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फरदीन खान ने कहा, ”यह बेहद ही रचनात्मक घटना थी। मनोरंजन जगत में वापसी वाकई में मेरे लिए बेहद कठिन थी, लेकिन यह मेरे लिए एक चुनौतीपूर्ण समय था। मनोरंजन की दुनिया आपको हर एक चीज से लड़ना सीखा देती है, क्योंकि काम के लिए आपको कई बार धक्के भी खाने पड़ते हैं। फिर, आपको खुद से यह सवाल करना होता है कि खुद को अहम महसूस कराने के लिए, आपके के लिए दूसरों की राय कितनी मायने रखती है। मेरा मतलब है, मैं कई सालों तक इंडस्ट्री से कटा हुआ था। जब मैं वापस लौटा हूं तो मुझे उस तरह का ध्यान मिला, जिसने मुझे आश्चर्यचकित कर दिया।”

कैसे मिला ‘वली’ का किरदा
इस सीरीज में फरदीन खान के अभिनय की जमकर तारीफ हुई। प्रशंसकों को उनकी वापसी बेहद पसंद आई और उन्हें उनका काम वेब सीरीज में बेहतरीन लगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंटरव्यू के दौरान फरदीन ने यह भी बताया कि कैसे एक इवेंट में शामिल होने के दौरान उन्होंने सीरीज के कास्टिंग डायरेक्टर श्रुति महाजन का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने कहा, “मुझे एक अवॉर्ड फंक्शन में श्रुति महाजन ने देखा, जिन्होंने सालों तक मिस्टर भंसाली के साथ मिलकर काम किया है। मुझे नहीं पता कि वह वहां मौजूद थीं या उन्होंने मुझे टीवी पर देखा था, लेकिन उन्हें लगा कि मैं वली के किरदार के लिए बिल्कुल सही हूं। दरअसल, जब मैं अबू धाबी से वापस आया तो श्रुति महाजन ने मुझे फोन किया और मुझसे कहा कि वे चाहती हैं कि मैं भंसाली और उनकी टीम से मिलूं। मैं इतने लंबे समय से फिल्मों से दूर था, इसलिए वे सिर्फ यह देखना चाहती थीं, कि क्या मैं वाकई इस किरदार के लिए सही रहूंगा या नहीं।”

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फरदीन खान की आने वाली फिल्मों की बात करें तो वह जल्द ही फिल्म ‘खेल खेल में’ में नजर आएंगे। इस फिल्म में उनके अलावा अक्षय कुमार, तापसी पन्नू, एमी विर्क, आदित्य सील और प्रज्ञा जैसवाल मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। यह फिल्म 15 अगस्त को रिलीज हो सकती है। बता दें कि भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, विपुल डी शाह, अश्विन वर्दे, राजेश बहल, शशिकांत सिन्हा और अजय राय द्वारा निर्मित, ‘खेल खेल में’ एक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है। इसके अलावा ‘हीरामंडी 2’ का एलान हो चुका है, तो हो सकता है कि एक बार फिर से फरदीन वेब सीरीज में ‘वली’ के किरदार में नजर आएं।

ओटीटी प्लेटफॉर्म को खतरा मानते हैं सुधीर बाबू, कहा- कमाई पर पड़ता है असर, अपनी ओर से दिया सुझाव

दक्षिण भारतीय अभिनेता सुधीर बाबू जल्द ही ‘हरोम हारा’ फिल्म में नजर आने वाले हैं। फिल्म को रिलीज होने में केवल एक दिन बचा है। इसे 14 जून को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा। पिछले कई दिनों से सुधीर बाबू इसके प्रचार में जुटे हुए हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने एक प्रचार कार्यक्रम में ओटीटी प्लेटफॉर्म को लेकर खुलकर अपनी राय रखी।

कमाई पर पड़ रहा है असर
तेलुगु 123 वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, सुधीर बाबू ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपनी चिंता जाहिर की है। वो ओटीटी को फिल्म इंडस्ट्री के लिए खतरे के तौर पर देखते हैं। सुधीर बाबू का मानना है कि ओटीटी की वजह से फिल्मों की थिएटर में होने वाली कमाई पर असर पड़ता है। इसलिए इस दिशा में कुछ नियम लागू करने चाहिए।

ओटीटी से निर्माताओं को मिल रही अच्छी डील
सुधीर बाबू ने कहा कि थिएटर में फिल्मों को ज्यादा दिनों तक चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि ओटीटी प्लेटफॉर्म की ओर से फिल्म निर्माताओं को अच्छी डील मिल जाती है। इसके चलते बहुत कम समय में ही फिल्में ओटीटी पर रिलीज हो जाती है। उन्होंने कहा कि कुछ फिल्मों के साथ तो ऐसा होता है कि महज दो या तीन हफ्तों के बाद ही वो ओटीटी पर आ जाती हैं।

सुधीर ने दिया यह सुझाव
सुधीर ने आगे कहा कि इस बात को समझना चाहिए कि यह एक खेल की तरह है। आने वाले दिनों में ओटीटी प्लेटफॉर्म अपनी शर्तें तय कर सकते हैं। सुधीर ने थोड़े समय के लिए होने वाले मुनाफे के बारे में सोचने से भविष्य में होने वाले नुकसान की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता रहा तो भविष्य में फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज ही नहीं होंगी। सुधीर ने अपनी ओर से सुझाव देते हुए कहा कि थिएटर रिलीज और ओटीटी रिलीज के बीच 40 से 50 दिनों का अंतर होना चाहिए।