Thursday , October 24 2024

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प्रियंका गांधी ने की नीट परिणाम में हुई अनियमितताओं की जांच की मांग, कहा- छात्रों की शिकायतें वैध

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कई अभ्यर्थियों ने शिकायत की है, इन शिकायतों की जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र नीट परीक्षा परिणामों में हुई धांधली से जुड़े सवालों के जवाब चाहते हैं?

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का परिणाम जारी होने के बाद से ही चर्चा में बना हुआ है। इस वर्ष लगभग 24 लाख अभ्यर्थी नीट में शामिल हुए थे। लेकिन वही इस परीक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। इस पर शुक्रवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सवाला उठाया। उन्होंने परीक्षाओं को लेकर होने वाली गड़बड़ियों पर मोदी सरकार को घेरा।

उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी लगातार इसको लेकर शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन उनकी शिकायतों उनके सवालों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों की शिकायतें वैध हैं, उनकी शिकायतों पर जांच होनी चाहिए। नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों ने अंकों में बढ़ोत्तरी करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि कई अभ्यर्थियों के अंको में बढ़ोत्तरी के कारण रिकॉर्ड 67 अभ्यर्थियों ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।

प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पहली बार नीट के प्रश्नपत्र के लीक होन पर सवाल उठा रहे हैं। एक ही परीक्षा केंद्र के छह परीक्षार्थियों ने 720 में से 720 अंक मिलने पर सवाल उठाया है। जिस पर अभ्यर्थियों ने अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा कि कई रिपोर्ट हैं, जिनमें यह सामने आया है कि काफी सारे अभ्यर्थियों ने परिणाम जारी होने के बाद आत्महत्या की है। यह सूचना बहुत ही दुखद और चौंकाने वाली है।

उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार लाखों विद्यार्थियों की आवाज को अनसुना क्यों कर रहे हैं? छात्र परीक्षा में हुई धांधली पर उठे सवालों का जवाब चाहते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि क्या छात्रों की शिकायतों की जांच करना करना, छात्रों की समस्याओं का समाधान करना सरकार की जिम्मेदारी नहीं है?

‘ब्रेकिंग न्यूज से देश नहीं चलेगा’, मंत्रिपरिषद की शपथ ग्रहण से पहले पीएम मोदी की साथियों को नसीहत

नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेता चुने जाने के बाद अपने सांसदों को भी नसीहत दी है। पुराने संसद के सेट्रल हॉल में एनडीए के नवनिर्वाचित सांसदों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ब्रेकिंग न्यूज के आधार पर यह देश नहीं चलेगा, यह मानकर चलिए। पीएम ने कहा कि हमारे सहयोगी दलों के जो नेता हैं वे बहुत अनुभवी हैं, उनके अनुभव और सलाह के आधार पर सरकार अपना काम जारी रखेगी। उन्होंने सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि ब्रेकिंग न्यूज का शिकार ना बनें। यह देश ब्रेकिंग न्यूज के आधार पर नहीं चलेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए यह संतोष की बात है। हम कमिटमेंट के साथ काम करते हैं। 10 साल में हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। चार करोड़ गरीबों को घर दिया गया है। तीन करोड़ नए घर बनाने का संकल्प है। 70 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त इलाज की व्यवस्था। मुद्रा योजना के तहत कारोबारियों को लोन देने की योजना है। उसके प्रति हम प्रतिबद्ध हैं। उसे पूरा करने के लिए हम कोई कमी नहीं रखेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि सेविंग कैसे बढ़े उसके लिए हम क्या कर सकते हैं उस पर ध्यान देकर हम आने वाले दिनों में काम करें। पंचायत से पार्लियामेंट तक महिलाओं की भागीदारी बढ़े यह हमारा कमिटमेंट है। आने वाले समय में हमारी माताएं-बहनें देश का नतृत्व करते हुए दिखाई देंगीं। पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारतीय लोगों की ऐसी पहचान बनाना चाहता हूं कि पूरी दुनिया के लोग उनसे एक बार जरूर मिलना चाहें। उनका सम्मान करें।

पीएम ने कहा, “हम कॉम्पिटिटिव कॉपरेटिव फेडरलिज्म के लेकर आगे बढ़ेंगे। हम अच्छा करने की प्रतिस्पर्धा करें। हम उस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं। यह बड़े फैसलों और तेज विकास का कार्यकाल है। हम बिना समय गंवाए पांच नंबर की इकोनॉमी से तीन नंबर की इकोनॉमी बनना चाहते हैं।”

पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र हमें सबका सम्मान करना सिखाती है। विपक्ष के भी जो सांसद जीत कर करके आए हैं उनको भी बधाई। आशा है नए सदन में डिबेट की कमी खलेगी नहीं। हमारे विपक्षी साथी भी राष्ट्रहित की नीयत के साथ सदन में आएंगे। सदन को समृद्धि देने में वे कुछ ना कुछ योगदान देंगे। 24 का जनादेश एक बात को बार-बार मजबूती दे रहा है कि देश को आज के वातावरण में सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर ही भरोसा है।

पीएम मोदी ने कहा कि देश को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए सबका प्रयास का मंत्र चरितार्थ करके देखा है। पीएम ने कहा कि हमने पिछले 10 साल में जो किया वह तो सिर्फ ट्रेलर है। अगले 10 साल में हम गुड गवर्नेंस, विकास, लोगों के जीवन में क्वालिटी ऑफ लाइफ और सामान्य मानवी के जीवन में खासकर मध्यम और उच्च मध्यम वर्ग के जीवन में सरकार का कम से कम दखल हो इस दिशा में काम करेंगे। यह मेरा सपना रहा है। सब मिल करके विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे।

ठाकरे का TDP और JDU को सुझाव, लोकसभा स्पीकर का मांगे पद; भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप

मुंबई:  उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र में एनडीए की अगली सरकार बनाने के लिए तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को लोकसभा अध्यक्ष पद पाने पर जोर देना चाहिए।

सहयोगियों के दलों को तोड़ने की कोशिश करेगी
सोशल मीडिया मंच एक्स पर ठाकरे ने एक दावा किया कि जिस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार बनाएगी, वह अपने सहयोगियों के दलों को तोड़ने की कोशिश करेगी। उन्होंने आगे कहा, ‘एनडीए के नए सहयोगियों से विनम्र अनुरोध है कि वह लोकसभा अध्यक्ष का पद मांगे।’

शिवसेना और एनसीपी की तरह फूट पड़ सकती
ठाकरे ने बिना नाम लिए यह भी संकेत दिया कि शिवसेना और एनसीपी की तरह फूट पड़ सकती है। उन्होंने एक्स पर टीडीपी और जेडीयू के खाते को टैग करते हुए कहा कि भाजपा के कारनामों का अनुभव करने के बाद, जैसे ही वे आपके साथ सरकार बनाएंगे, वे वादे तोड़ देंगे और आपकी पार्टियों को भी तोड़ने की कोशिश करेंगे। आपने पहले भी इसका अनुभव किया होगा।

इसलिए दोनों दल जरूरी
चूंकि भाजपा सरकार बनाने के लिए आवश्यक बहुमत से कम हो गई है, इसलिए प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए टीडीपी और जेडीयू का समर्थन महत्वपूर्ण हो गया है। एनडीए के पास 293 सीटें हैं, जिनमें से भाजपा ने 240 सीटें जीती हैं।

पार्टी नहीं छोड़ रहे अधीर रंजन चौधरी, बोले- कल मीटिंग के लिए दिल्ली आऊंगा, जिसे मिलना हो, आ सकता है

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की हार के बाद से अटकलें लगाई जा रही थी कि वे पार्टी छोड़ रहे हैं। लेकिन इसी बीच उन्होंने पार्टी मीटिंग में शामिल होने की बात कर इन सब अफवाहों को खत्म कर दिया। देश में सात चरणों में लोकसभा चुनाव हुए। इनका परिणाम मंगलवार 4 जून को घोषित किया गया। पश्चिम बंगाल में चुनाव काफी रोचक रहा। चुनाव के लिए भाजपा, टीएमसी, कांग्रेस और अन्य दलों ने जान लगा दी।

पश्चिम बंगाल की बरहामपुर सीट से कांग्रेस ने अपने नेता अधीर रंजन चौधरी को मैदान में उतारा। वहीं भाजपा ने निर्मल कुमार साहा को मैदान में उतारा। वहीं टीएमसी ने पूर्व क्रिकेटर युसुफ पठान को प्रत्याशी घोषित किया। मंगलवार को जारी हुए नतीजों में युसुफ पठान बहरामपुर की सीट से विजयी रहे। उन्हें 524516 वोट मिले, वहीं अधीर रंजन चौधरी को 439494 वोट मिले। इसके बाद से ही अधीर रंजन चौधरी के पार्टी छोड़ने की चर्चा चल रही थी। इसी बीच उन्होंने बयान दिया था कि आने वाला समय मेरे लिए कठिन है।

बृहस्पतिवार को अधीर रंजन चौधरी ने पार्टी छोड़ने की सारी अफवाहों को एक बार में ही खत्म कर दिया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे ने मुझे बुलाया है। मैं कल कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में जा रहा हूं। दिल्ली में बैठे लोग मेरे बारे में अफवाह उड़ा रहे हैं, कि मैंने पार्टी छोड़ दी है। लेकिन यह बातें सिर्फ झूठ हैं, मैं कल बैठक में दिल्ली जाऊंगा, आपको मुझसे मिलना हो तो आप आ सकते हैं।

भाजपा नेता सीआर केसवन बोले- राहुल गांधी का ‘राजनीतिक शेयर’ बहुत निचले स्तर पर; हार से वह सदमे में हैं

चेन्नई:   तमिलनाडु में भाजपा नेता सीआर केसवन ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा है कि उनका राजनीतिक शेयर बहुत निचले स्तर पर पहुंच गया है। वह लोकसभा चुनाव में मिली हार के कारण सदमे में पहुंच गए हैं।

केसवन बोले- राहुल गांधी को जनता ने खारिज कर दिया है

भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी की लगातार निराशावादी राजनीति, झूठे प्रसार को जनता ने तीन लोकसभा चुनावों में खारिज कर दिया है। राहुल गांधी इस हार से पूरी तरह टूट गए हैं और सदमे में हैं। वह इस सच को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करने जा रहे हैं। इस घोर निराशा के कारण उनकी यह हालत हो गई है। पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मोदी के शानदार नेतृत्व में हम एक बेहद कमजोर अर्थव्यवस्था से विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

राहुल गांधी ने 3 जून को शेयर मार्केट में स्कैम का दावा किया था

एक जून को एग्जिट पोल के बाद 3 जून को शेयर मार्केट 600 अंकों के बड़े गैपअप के साथ खुला। थोड़ी ही देर में रिकॉर्ड हाई 23,338.70 को छू लिया। लेकिन 4 जून को जब लोकसभा चुनाव का परिणाम आया तो शेयर मार्केट औंधे मुंह गिर गया। सेंसेक्स 6 हजार अंकों की गिरावट के साथ 70374 हजार के लेवल तक आ गया।

वहीं दूसरी ओर निफ्टी इंडेक्स करीब 1947 अंक की भारी गिरावट के साथ फिसलकर 21,316 के लेवल पर पहुंच गया था. कोरोना काल के बाद ये बाजार की सबसे बड़ी गिरावट आ गई। जिसके बाद राहुल गांधी ने इसे शेयर मार्केट का सबसे बड़ा स्कैम बताते हुए जेपीसी जांच की मांग की थी।

PM मोदी, अमित शाह, निर्मला सीतारमण ने शेयर मार्केट में तेजी को लेकर दिया था बयान
राहुल गांधी ने पीएम मोदी समेत अमित शाह और निर्मला सीतारमण पर शेयर मार्केट को लेकर दिए बयान पर निशाना साधा है। दरअसल चुनाव परिणाम से पहले ही पीएम मोदी, अमित शाह और निर्मला सीतारमण ने इंटरव्यू देते हुए चुनाव नतीजों वाले दिन यानी 4 जून को शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी की उम्मीद जताई थी।

यूपी से बड़ी खबर, अखिलेश यादव यहां से देंगे इस्तीफा! इस सीट पर फिर से होगा चुनाव

लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन से पार्टी हाईकमान उत्साहित है। ऐसे में पार्टी नेता कयास लगा रहे हैं कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट छोड़ सकते हैं। वहीं कुछ नेताओं ने तो चुनाव लड़ने के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस संबंध में पार्टी हाईकमान ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कन्नौज लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। अखिलेश की जीत के साथ ही समाजवादी पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है। सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है। परिणामों से सपा हाईकमान भी उत्साहित है। संसद में सपा सांसदों की संख्या अधिक होने के कारण पार्टी नेता कयास लगा रहे हैं कि अखिलेश यादव दिल्ली की राजनीति करें। वह संसद में पार्टी सांसदों का प्रतिनिधित्व करें। इन्हीं कयासों की बल पर पार्टी नेता संभावना जता रहे हैं कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय है।

आजमगढ़ लोकसभा सीट से दिया था इस्तीफा
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्होंने प्रदेश में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में करहल सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। संसद में सपा सांसदों की संख्या काफी कम होने के चलते उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहते हुए विधायकों का नेतृत्व कर रहे थे।

करहल सीट से ये हो सकते हैं दावेदार
अखिलेश यादव अगर करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देते हैं तो ऐसी स्थिति में यहां सपा की ओर से कई दावेदार हो सकते हैं। सैफई परिवार से अखिलेश यादव, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, आदित्य यादव और अक्षय यादव सांसद चुने जा चुके हैं। ऐसे में पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव, पूर्व एमएलसी अरविंद यादव, पूर्व विधायक सोवरन सिंह यादव दावेदार हो सकते हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे निर्णय
जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य ने बताया कि इस संबंध में जो भी निर्णय लेना है वह राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा। फिलहाल जिला कार्यकारिणी को इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई है, जो भी निर्णय लिया जाएगा पार्टी के पदाधिकारी उसका स्वागत करेंगे।

गुजरात की महीसागर नदी में नहाते समय एक ही परिवार के चार लोगों की डूबकर मौत, दो महिलाएं भी शामिल

गुजरात: गुजरात के आनंद जिले में माहीसागर नदी में नहाते समय एक ही परिवार के 4 लोगों की डूबकर मौत हो गई। आनंद जिले की पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि डूबने वालों में 2 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक घटना गुरुवार शाम को खानपुर गांव के बाहरी इलाके की है। यह क्षेत्र गर्मी के मौसम में पर्यटन के लिहाज से लोगों के लिए काफी पसंदीदा है। गर्मी में यहां आने वाले लोग अक्सर यहां महीसागर नदी में नहाते हैं।

एक सदस्य को बचाने के लिए बाकी तीन भी डूबे

स्थानीय पुलिस ने बताया कि गामडी गांव में एक ही परिवार के चार सदस्य घूमने के लिए आए थे। जब वो नदी में नहा रहे थे तभी परिवार का एक सदस्य डूबने लगा, जिसे बचाने के लिए बाकी तीनों भी गहरे पानी में चले गए और सभी तेज बहाव में बह गए।घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे थे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और सिर्फ उनके शव ही बरामद हो सके। मृतकों की पहचान सुरेश वाघेला, प्रकाश वाघेला, वेसुबेन सोलंकी और ज्योति वाघेला के रूप में हुई।

2 जून को भी हुआ था हादसा

पुलिस ने बताया कि 2 जून को भी आनंद जिले और लांभवेल गांव के रहने वाले दो लोगों की इसी जगह मौत हो गई। वो लोग भी नहाने गए थे और गहराई का अंदाजा नहीं लगा सके और पानी में डूब गए।

लिपस्टिक लगाते समय रखें इन बातों का ध्यान, मिलेगा स्मूद लुक

लिपस्टिक हर लड़की के मेकअप का बेहद ही जरूरी हिस्सा है। चाहे ऑफिस हो या पार्टी लड़कियां कहीं जाने से पहले लिपस्टिक लगाना कभी नहीं भूलतीं। ये एक ऐसा मेकअप प्रोडक्ट है, जिसके इस्तेमाल से हर लड़की के लुक में चार चांद लग जाते हैं। लिपस्टिक कई तरह की आती हैं, जिनको लगाने का तरीका भी अलग-अलग होता है। सभी महिलाएं अपने रंग और प्रोफेशन के हिसाब से लिपस्टिक का शेड चुनती है।

लिपस्टिक का शेड चुनना तो आसान होता है, पर कई लड़कियों को सही से लिपस्टिक लगाने का सही तरीका नहीं पता होता। जिस वजह से कई बार लिपस्टिक खराब लगती है। इसी के चलते आज की खबर में हम आपको लिपस्टिक लगाने का सही तरीका बताएंगे। अगर आप इन बातों को फॉलो करती हैं तो आपकी होंठ ना तो ड्राई दिखेंगे और ना ही ज्यादा ग्लोसी। तो आइए देर ना करते हुए आपको लिपस्टिक लगाने का सही तरीका बताते हैं।

इस तरीके से लगाएं लिपस्टिक

जब भी लिपस्टिक लगाने की शुरुआत करें तो हमेशा लिप्स के बीच वाले हिस्से से करें। किनारे से लगाने पर लिपस्टिक फैल जाती है और इस से आप के लिप्स की शेप भी अच्छी नहीं दिखती।

मैट लिपस्टिक लगाते समय रखें इस बात का ध्यान

लिपस्टिक लगाते समय सबसे पहले लिपबाम लगाएं। अगर आप ऐसा नहीं करेंगी तो मैट लिपस्टिक हटने लगेगी। इसीलिए पहले लिपबाम लगाएं। इसके साथ ही मैट लिपस्टिक को हमेशा डायरेक्ट लगाएं। इसके लिए ब्रश का इसतेमाल नहीं करें। अगर आपकी लिपस्टिक जम गई है तो गर्म पानी डालकर उसे सही कर लें।

लिप्स पर करें डबल कोटिंग

कई मैट लिपस्टिक काफी ड्राई होती है। अगर इसका एक कोट आप लगाती हैं तो लिप्स सूखे लगते हैं। इसी के चलते लिपस्टिक के हमेशा दो ही कोट लगाएं। पहला कोट लगाकर इस पर टिशु रखें और हल्का सा प्रेस करें। अब दूसरी बार

चिलचिलाती गर्मी से फटने लगी हैं एड़ियां तो इस्तेमाल करें ये 4 चीजें

हाल ही खत्म हुए नौतपा ने लोगों की हालत खराब करके रख दी है। गर्मी और लू की वजह से लोगों ने अपने घरों से निकलना से निकलना तक बंद कर दिया है। गर्मी का असर न सिर्फ लोगों की सेहत बल्कि उनकी त्वचा पर भी दिखाई दे रहा है। आमल कुछ ऐसा हो गया है कि तेज गर्मी की वजह से लोगों की एड़ियां फटने लगी हैं। फटी एड़ियां न सिर्फ देखने में अजीब लगती हैं, बल्कि ये पैदल चलने में भी परेशानी उत्पन्न करती हैं।

अगर सही समय पर फटी एड़ियों का इलाज न किया जाए तो इसकी परेशानी बढ़ने लगती है। कई बार तो दिक्कत ज्यादा बढ़ने पर इनसे खून तक आने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि सही समय पर इनका इलाज किया जाए। अगर चिलचिलाती गर्मी की वजह से आपकी एड़ियां भी फटने लगी हैं तो आप कुछ घरेलु चीजों का इस्तेमाल करके इस परेशानी से राहत पा सकते हैं।

शहद

अगर आप फटी एड़ियों से परेशान हैं तो इससे राहत पाने के लिए शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये एड़ियों को मुलायम बनाने के काम आता है। इसके लिए आपको बस थोड़े से पानी में शहद को घोलना है और इसमें 20 मिनट तक पैर को डुबो कर रखना है। इसके बाद मुलायम कपड़े से पैर सुखा लें और फिर स्क्रब करें। इससे कुछ ही दिनों में आपको असर दिख जाएगा।

सेंधा नमक

हर घर में सेंधा नमक आसानी से मिल जाएगा। इसके लिए सबसे पहले एक टब मे गुनगुना पानी लेकर उसमें दो से तीन चम्मच सेंधा नमक मिलाएं। अब कुछ देर के लिए पैरों को इस पानी में डुबो कर रखें। तकरीबन 20 मिनट के बाद पैरों को पानी से निकाल कर सुखा लें। इसके बाद इनमें मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं। इससे आपको राहत मिलेगी।

चावल का आटा

फटी एड़ियों से राहत पाने में चावल का आटा आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले दो चम्मच चावल का आटा लेकर उसमें शहद और सेब का सिरका डालें। अब इसका पेस्ट तैयार करके एड़ियों पर स्क्रब करें। 15 मिनट के बाद पैरों को सही से धो लें। कुछ दिन बाद ये आपको असर दिखाएगा।

नारियल का तेल

जिस तरह से सर्दी के मौसम में रूखी त्वचा से राहत पाने के लिए नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जाता है, ठीक उसी तरह से आप गर्मियों में भी नारियल के तेल के इस्तेमाल से फटी एड़ियों से राहत पा सकते हैं। इसके लिए आपको बस नारियल के तेल को हर रात फटी एड़ियों पर लगाकर सोना है।

आज मनाया जा रहा है विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस, जानिए इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम

विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस हर साल 7 जून को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा के महत्व को समझाना और सुरक्षित भोजन उपलब्ध हो सके, ये सुनिश्चित करना है। इस दिन को मनाने की नींव संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रयासों के परिणामस्वरूप पड़ी।

विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का इतिहास

संयुक्त राष्ट महासभा ने 20 दिसंबर 2018 को खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने का फैसला लिया। जिसके बाद 7 जून की तारीख इस दिन को मनाने के लिए तय की गई। अगले वर्ष यानी 7 जून 2019 को पहली बार विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया।

खाद्य सुरक्षा दिवस 2024 की थीम

इस खास दिन की प्रतिवर्ष एक खास थीम होती है। इस वर्ष खाद्य सुरक्षा दिवस 2024 की थीम ‘सुरक्षित भोजन बेहतर स्वास्थ्य’ निर्धारित की गई है।

खाद्य सुरक्षा का महत्व

खाद्य सुरक्षा हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह सुनिश्चित करता है कि हमारे द्वारा उपभोग किए जाने वाले भोजन सेहतमंद और सुरक्षित हो। असुरक्षित भोजन स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है, जैसे कि खाद्य जनित बीमारियां, जो प्रतिवर्ष लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं।

खाद्य सुरक्षा के प्रमुख मुद्दे

स्वच्छता- भोजन की तैयारी और भंडारण के दौरान स्वच्छता बनाए रखना अनिवार्य है।
प्रदूषण- रसायनों और अन्य हानिकारक पदार्थों से भोजन को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए।
मूल्यांकन- खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा का नियमित मूल्यांकन आवश्यक है।

भारत में खाद्य सुरक्षा

भारत में खाद्य सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है। यहाँ खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। जैसे,

खाद्य सुरक्षा अधिनियम

भारत सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 लागू किया है, जो देश के गरीब और वंचित वर्गों को सस्ती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराता है।