Thursday , October 24 2024

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पत्नी डॉ. तजीन फात्मा ने कहा… हम आखिरी दम तक लड़ाई लडेंगे, हमें सुनियोजित षड्यंत्र के तहत फंसाया

रामपुर:  जेल से बाहर आने के बाद डॉ. तजीन फात्मा ने सजा मिलने को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हमें सुनियोजित षड्यंत्र के तहत फंसाया गया और सजा दी गई। उन्होंने सरकार, पुलिस, प्रशासन और मीडिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मीडिया ने भी सच्चाई सामने लाने की कोशिश नहीं की। आजम खां को डूंगरपुर मामले में दोषी ठहराने के मामले पर उन्होंने कहा कि डूंगरपुर में सरकारी जमीन पर मकान बनाए गए। जिसमें आजम खां और हमारा किसी का कोई रोल नहीं है। हाईकोर्ट से राहत मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि न्याय की जीत होती है।

सात माह बाद जेल से रिहा हुईं आजम की पत्नी
बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र के मामले में सात साल की सजा काट रहीं सपा नेता आजम खां की पत्नी और पूर्व सांसद डॉ. तजीन फात्मा हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बुधवार को जेल से रिहा हो गईं।

सात माह 10 दिन बाद जमानत पर जेल से बाहर आने पर बड़े बेटे अदीब आजम ने उन्हें गले लगा लिया। सपा नेता आजम खां को एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 18 अक्तूबर 2023 को अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाणपत्र के मामले में सात साल की सजा व पचास हजार रुपये जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई थी।

इस मामले में कोर्ट ने उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी सात साल की सजा सुनाई थी। सजा के बाद से आजम खां सीतापुर, अब्दुल्ला हरदोई जेल में बंद हैं। डॉ. तजीन फात्मा रामपुर जेल में थीं।24 मई को इस मामले में हाईकोर्ट से तीनों को राहत मिल गई थी। मंगलवार को उनकी रिहाई का परवाना जेल पहुंच गया था, लेकिन रिहाई के परवाने में तकनीकी खामी होने की वजह से रिहाई नहीं हो पाई थी।

बुधवार को तकनीकी खामी को दूर करने के बाद शाम करीब चार बजे डॉ. तजीन फात्मा को जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आते ही बड़े बेटे अदीब आजम ने मां को गले लगा लिया और भावुक हो गए। उनके साथ कासगंज के पटियाली की विधायक नादिरा सुल्तान के साथ ही सपा के काफी समर्थक जेल पहुंचे थे। वहीं मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी रुचिवीरा भी मौजूद रहीं। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

घर की पुताई के लिए मिट्टी लेने गए किशोर व युवती की तालाब में डूब कर मौत, घर में मचा कोहराम

बहराइच:  बहराइच जिले की तहसील मिहींपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत राजापुर कला के दर्जीनपूरवा निवासी शफीक (15) पुत्र राजू एवं मुस्कान (18) पुत्री मोहर्मअली घर की पुताई के लिए सरजू नदी से मिट्टी लेने गए थे जिनकी डूब कर मौत हो गई। शुक्रवार की सुबह सफीक व मुस्कान घर की पुताई के लिए चिकनी मिट्टी सरजू नदी से लेने गए थे जहां शफीक का पैर फिसलने से वह डूबने लगा उसे बचाने के लिए मुस्कान ने नदी में छलांग लगा दी जिससे दोनों की डूब कर मौत हो गई।तत्काल सूचना तहसील प्रशासन को दी गई।

तहसीलदार अंबिका प्रसाद चौधरी राजस्व निरीक्षक के के श्रीवास्तव व लेखपाल विजय कुमार टीम सहित तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और काफी खोजबीन व मशक्कत के बाद 11 बजे दोनों के शवों को प्राप्त कर बाहर निकलवाया तथा पंचनामा भरकर थाना मोतीपुर पुलिस के द्वारा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

शफीक के पिता ने बताया कि दोनों चिकनी मिट्टी लेने गए थे। जहां यह घटना हो गई। घर में इस घटना से दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। तहसीलदार अंबिका प्रसाद चौधरी ने बताया कि दोनों को आपदा राहत कोष से आर्थिक सहायता हेतु कार्रवाई की जाएगी।बहराइच जिले की तहसील मिहींपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत राजापुर कला के दर्जीनपूरवा निवासी शफीक (15) पुत्र राजू एवं मुस्कान (18) पुत्री मोहर्मअली घर की पुताई के लिए सरजू नदी से मिट्टी लेने गए थे जिनकी डूब कर मौत हो गई।

शुक्रवार की सुबह सफीक व मुस्कान घर की पुताई के लिए चिकनी मिट्टी सरजू नदी से लेने गए थे जहां शफीक का पैर फिसलने से वह डूबने लगा उसे बचाने के लिए मुस्कान ने नदी में छलांग लगा दी जिससे दोनों की डूब कर मौत हो गई।तत्काल सूचना तहसील प्रशासन को दी गई।

तहसीलदार अंबिका प्रसाद चौधरी राजस्व निरीक्षक के के श्रीवास्तव व लेखपाल विजय कुमार टीम सहित तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और काफी खोजबीन व मशक्कत के बाद 11 बजे दोनों के शवों को प्राप्त कर बाहर निकलवाया तथा पंचनामा भरकर थाना मोतीपुर पुलिस के द्वारा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शफीक के पिता ने बताया कि दोनों चिकनी मिट्टी लेने गए थे। जहां यह घटना हो गई। घर में इस घटना से दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। तहसीलदार अंबिका प्रसाद चौधरी ने बताया कि दोनों को आपदा राहत कोष से आर्थिक सहायता हेतु कार्रवाई की जाएगी।

इस जिले में आंधी-तूफान से 1500 से अधिक गांवों की बिजली ठप, बहाल होने से लग सकते हैं एक-दो दिन

लखीमपुर खीरी:  लखीमपुर खीरी जिले में बृहस्पतिवार की देर शाम आए तूफान से बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। जिले के लखीमपुर, गोला, सिकंद्राबाद, मोहम्मदी, बेहजम, मझगई आदि क्षेत्रों के 1500 से ज्यादा गांवों की बिजली सप्लाई बाधित हो गई। इन क्षेत्रों में विद्युत लाइनों पर भारी भरकम पेड़ उखड़कर गिर गए। पेड़ों के गिरने की वजह से लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। इससे बृहस्पतिवार की देर शाम से शुक्रवार दोपहर तक बिजली व्यवस्था ठप रहा। बिजली विभाग इन क्षेत्रों में पेड़ों को कटवाकर लाइनों को दुरुस्त करने में जुटी हुआ है।

सिकंद्राबाद विद्युत उपकेंद्र के अंतर्गत पांच फीडर से 200 से अधिक गांव को बिजली सप्लाई होती है। आंधी की वजह से पेड़ तार पर गिरे। दर्जनों खंभे टूट गए, जिससे आपूर्ति ठप हो गई। सिकंदराबाद के जेई शिवम पांडे ने बताया कि काम चल रहा है देर शाम तक सप्लाई बहाल होने की उम्मीद है। लखीमपुर शहर में आंधी-बारिश से शहर की बिजली व्यवस्था लड़खड़ा गईं। शहर के पांच बिजली घर में सिर्फ कलेक्ट्रेट बिजलीघर की सप्लाई आ रही है। शेष बिजलीघर के आधे से अधिक मोहल्लों की रात से बत्ती गुल है। शहर के करीब 40 हजार से आदि उपभोक्ता भीषण गर्मी में बिना बिजली बेहाल हैं।

लाइन सही करने में जुटी कई टीमें
लखीमपुर डिवीजन के ईई शैलेंद्र सिंह ने बताया कि आंधी से बहुत नुकसान हुआ है। मेल लाइट में लंबा फाल्ट है। छाउछा, गढ़ी आदि कई जगह तार टूटे हैं तो कई जगह खंभे टूटे हैं। हमारी टीम लगी हुई है। काम तेजी से चल रहा है। मोहम्मदी तहसील में तेज आंधी तूफान से सिसोरा निकूमपुर के पास तार टूटने से मेन लाइन में खराबी आ गई।

इससे रात तक बिजली आपूर्ति गुलरिया, परवसतनगर, खजुहा, केहुआ, मगरेना, दुवाहा, भगेली, सिसोरा, निकूमपुर, बिलंदपुर बौआ, मजरा, नयागांव, मियांपुर कालोनी, रधोला, अटसार आदि गांवों की बिजली गुल रही है। बनवारीपुर उपकेंद्र से जुड़े फूलबेहड़ देहात इलाके के सैकड़ों गांवों की बिजली गुल है। छाउछ ट्रांसमिशन से जुड़ी 33 केवीए मेन लाइन के 7 और निचली लाइन के भी कई पोल टूटने से बिजली सप्लाई बिगड़ी है। बहाल होने में एक दो दिन लग सकते हैं।

बाबा विश्वनाथ के दर्शन को लेकर किया गया ये बदलाव, आप भी जान लें नया नियम

वाराणसी:  वाराणसी में लोकसभा चुनाव की तैयारियां लगभग पूर्ण हो गई हैं। आमजन की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कई तरह के बदलाव भी किए गए हैं। इस बीच काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से बाबा के दर्शन को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किया गया है।

मंदिर प्रशासन के अनुसार, लोकसभा चुनाव के अंतर्गत शनिवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम स्थित गेट नंबर एक (ढूंढीराज गणेश) एवं गेट नंबर दो (सरस्वती द्वार) पर मतदान बूथ होने के कारण प्रवेश बंद रहेगा। बताया गया है कि उपरोक्त के दृष्टिगत मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने हेतु गेट नंबर चार का प्रयोग किया जाए।

यमुना नदी में डूबने से दो सगे भाइयों की मौत, परिवार में मचा कोहराम

सहारनपुर: सहारनपुर के लखनौती में यमुना नदी पार कर खेत पर जा रहे दो सगे भाई गहरे पानी में डूब गए। निजी चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दो सगे भाइयों की अचानक हुई मौतों से परिजनों में कोहराम मचा है। परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के ही गमगीन माहौल में शवों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया।

कोतवाली क्षेत्र के गांव कुंडा कला निवासी कारी गुलफाम के बेटे समद (15), आहद (12) और गुलजार का बेटा अनस (8) तीनों शुक्रवार दोपहर खेत में घास लेने यमुना नदी पार करके जा रहे थे। भीषण गर्मी से निजात पाने के लिए तीनों नदी में नहाने घुस गए। तभी छोटा भाई आहद पानी के गहरे गड्ढे में डूबने लगा तो समद उसे बचाने के लिए कूद पड़ा। गड्ढा अधिक गहरा होने के कारण समद उसे बचा न सका और दोनों डूबने लगे। यह देख अनस ने शोर मचा दिया, लेकिन नदी के आसपास कोई नहीं दिखा।

इसके बाद अनस गांव की ओर दौड़ पड़ा और दोनों भाइयों के डूबने की सूचना ग्रामीणों को दी। गांव से बड़ी ताताद में ग्रामीण यमुना नदी की ओर दौड़ पड़े। नदी में काफी तलाश के बाद दोनों को बाहर निकाला गया। दोनों बच्चों को गांव के ही निजी चिकित्सक को दिखाया गया। वहीं, चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, दो भाइयों की अचानक हुई मौतों से परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। आहद और समद पांच भाई-बहन थे। इनसे बड़ा एक भाई है, जबकि दो-भाई बहन इनसे छोटे हैं।

महाश्मशान पर शवों का लगा महाजाम, 300 पहुंची संख्या, 5-6 घंटे इंतजार के बाद मिल रहा शवदाह का नंबर

वाराणसी:  वाराणसी के महाश्मशान मणिकर्णिका पर शवदाह के लिए महाजाम की स्थिति बन गई है। घाट से लेकर गलियों तक शवयात्रियों की भीड़ लगी हुई है। तीन दिनों में तापमान बढ़ने के बाद शवदाह के लिए आने वालों की संख्या में पांच गुना का इजाफा हुआ है। गुरुवार की मध्य रात्रि में तो शवयात्रियों की भीड़ ऐसी उमड़ी की घाट से लकड़ियां और पूजन सामग्री तक की किल्लत हो गई। बीती रात लगभग तीन सौ से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया गया।

शुक्रवार की दोपहर तक मणिकर्णिका घाट पर शवदाह के लिए अनवरत कतार लगी रही। तापमान में रिकाॅर्ड बढ़ोत्तरी के बाद मणिकर्णिका घाट पर बीती रात शवदाह करने वालों की लंबी लाइन लग गई थी। हालत यह हो गई कि मैदागिन के साथ ही भैंसासुर घाट से लेकर मणिकर्णिका तक शवयात्री ही नजर आ रहे थे।

जगह कम होने और भीड़ अधिक होने के कारण एक शव को जलाने के लिए पांच से छह घंटे का इंतजार करना पड़ रहा था और दूसरी ओर से शवयात्रियों के आने का सिलसिला भी बना हुआ है। मशान नाथ सेवा समिति के संजय गुप्ता ने बताया कि भीड़ बढ़ने के कारण पहली बार मणिकर्णिका घाट से शवों को हरिश्चंद्र घाट के लिए रवाना कर दिया गया।

महाश्मशाननाथ सेवा समिति के महामंत्री बिहारी लाल गुप्ता ने बताया कि गरमी बढ़ने के कारण दो दिनों में शवदाह के लिए भीड़ का दबाव अचानक बढ़ गया है। बीती रात तो भीड़ अप्रत्याशित हो गई। मणिकर्णिका घाट की ओर जाने वाली गली में से हर दो मिनट में एक शवयात्रा गुजर रही थी।

घाट पर रहने वाले त्रिलोक नाथ भैरव ने बताया कि आम दिनों में शवयात्रियों की संख्या 50 से 60 होती है लेकिन बीती रात तीन सौ से अधिक शवयात्री घाट पर पहुंचे। आम दिनों की अपेक्षा पांच गुना अधिक संख्या बढ़ गई है। तापमान बढ़ने के कारण आसपास के जिलों में भी मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। डोम राजा ओम चौधरी ने बताया कि कोरोना काल के बाद यह पहला मौका है जब अचानक शवदाह करने वालों की भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ी है।

खरगे ने कहा- आपके ड्रामा का खर्च कौन उठाएगा? आस्था है तो घर पर करें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में हैं। वे यहां तीन दिन विवेकानंद मेमोरियल में ध्यान करेंगे। इस पर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजनीति में धर्म को नहीं लाना चाहिए। राजनीति और धर्म अलग-अलग विषय है। पीएम मोदी वहां कन्याकुमारी में क्या ड्रामा कर रहे हैं, वहां करीब 10 हजार लोग हैं। यह देश के पैसे की बर्बादी है। देश में आचार संहिता लागू है। इसका खर्च कौन उठाएगा। अगर आपको इतनी ही आस्था है तो आप अपने घर पर यह काम करें। अपनी जेब से खर्च उठाएं।

भगवा कुर्ते और गमछा में दिखे पीएम मोदी
बता दें, पीएम मोदी के ध्यान का आज दूसरा दिन है। उन्होंने सुबह सूर्योदय के समय उन्होंने सूर्य को अर्घ्य दिया। पीएम मोदी के ध्यान का एक वीडियो सामने आया है, वीडियो में पीएम मोदी भगवा कुर्ता और गमछे में दिख रहे हैं। वे स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष बैठकर ध्यान कर रहे हैं। उनके हाथों में माला है और ओम की आवाज गूंज रही है। इस ध्यान मंडपम की खास बात यह है कि यह वही स्थान है, जहां स्वामी विवेकानंद ने देश भ्रमण के बाद तीन दिनों तक ध्यान किया था। यहीं उन्होंने विकसित भारत का सपना देखा था। ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर देवी पार्वती ने एक पैर पर खड़े होकर साधना की थी।

एक दिन पहले कन्याकुमारी पहुंचे थे
पीएम मोदी गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री धोती पहने दक्षिण भारत की पारंपरिक पोशाक में दिखे। उन्होंने ऑफ-व्हाइट रंग का शॉल ओढ़ रखा था। कन्याकुमारी पहुंचने के बाद भगवती अम्मन मंदिर में प्रार्थना और पूजा-अर्चना की। बता दें, आम चुनाव का प्रचार थमने के बाद पीएम मोदी हर बार आध्यात्मिक यात्रा पर जाते हैं और 2019 के चुनाव प्रचार के बाद वे केदारनाथ गए थे और साल 2014 में वे शिवाजी महाराज से संबंधित प्रतापगढ़ गए थे।

इन मसलों पर भी साधा निशाना
पीएम मोदी पर निशाना साधने के अलावा, उन्होंने कहा कि आरक्षण छीनने का कोई सवाल ही नहीं है। आरक्षण एससी और एसटी समुदाय के लोगों को उनकी आबादी के अनुसार दिया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी गुजरात से हैं। गुजरात का व्यक्ति यह कहता है कि मैं महात्मा गांधी को नहीं जानता तो मैं क्या कहूं। आरएसएस के सदस्य के नाते आपने उनकी विचारधारा और सिद्धांतों का प्रचार किया लेकिन महात्मा गांधी का नहीं। आप 13 साल मुख्यमंत्री रहे और अब पीएम।

सात साल की उम्र से था एवरेस्ट फतह करने का सपना, सबसे कम उम्र की पर्वतारोही ने बताया अगला लक्ष्य

मुंबई:  मुंबई में रहने वाली काम्या कार्तिकेयन ने हाल ही में अपने नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज कराया है। वह दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। उन्होंने यह उपलब्धि महज 16 साल की उम्र में हासिल की। भारतीय नौसेना अधिकारी की बेटी काम्या मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं की छात्रा हैं। उनके पिता कमांडर एस कार्तिकेयन भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं। बच्ची का कहना है कि उसका बहुत समय से माउंट एवरेस्ट फतह करना सपना था, जो अब पूरा हो गया है।

लंबे समय से सपना रहा
काम्या कार्तिकेयन ने कहा, ‘मैंने हाल ही में माउंट एवरेस्ट को फतह किया है। मैं नेपाल की तरफ से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई। यह बहुत लंबे समय से मेरा एक सपना रहा है। इसे हासिल करना और सुरक्षित घर वापस आना वाकई अच्छा लग रहा है।’ उसने आगे कहा, ‘मैंने सबसे पहला ट्रेक उत्तराखंड में हिमालयन में सात साल की उम्र में किया था।तबसे मुझे ट्रेकिंग की आदत लग गई। साल 2017 में मैंने एवरेस्ट बेस कैंप तक ट्रेकिंग की। माउंट एवरेस्ट सात में से छठा शिखर था, जिसे फतह किया।’

मेरे लिए यह गर्व का पल
बच्ची काम्या के पिता कमांडर एस कार्तिकेयन ने कहा, ‘मेरे लिए यह गर्व का पल है कि मेरी बेटी ने माउंट एवरेस्ट फतह किया है। वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई है। यह देश के लिए गर्व का पल है। काम्या सात शिखर पर चढ़ना चाहती हैं जो हर महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है। वह पिछले सात सालों से ऐसा कर रही है। आखिरी जो बचा है वह अंटार्कटिका में माउंट विंसन मासिफ है। यही हम आगे चढ़ने का लक्ष्य बना रहे हैं।’

पिता -पुत्री की जोड़ी ने पाई सफलता
पिता -पुत्री की इस जोड़ी ने 20 मई 2024 को नेपाल की ओर से माउंट एवरेस्ट (8849 मीटर) की चढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी की। काम्या ने सात महाद्वीपों में से छह सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने में सफलता पाई है। उनका लक्ष्य इस साल दिसंबर में अंटार्कटिका के माउंट विंसन मैसिफ पर चढ़ना है, ताकि वह दुनिया की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतेह करने की चुनौती पूरा करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बन सकें।

इससे पहले नौसेना प्रवक्ता ने बताया था कि काम्या और उनके पिता कमांडर एस कार्तिकेयन ने 20 मई को माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। इस उपलब्धि के बाद वह दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की और नेपाल की ओर से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय पर्वतारोही बन गई हैं।

प्रज्ज्वल रेवन्ना को छह दिन की पुलिस हिरासत, अश्लील वीडियो मामले में अदालत में हुई थी पेशी

बंगलूरू:  कई महिलाओं के दुष्कर्म और अश्लील वीडियो के आरोपों में घिरे प्रज्ज्वल रेवन्ना को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उन्हें कर्नाटक की विशेष अदालत में पेश किया गया था। अदालत में न्यायमूर्ति केएन शिवकुमार ने मामले की सुनवाई की। इससे पहले प्रज्ज्वल रेवन्ना को सिटी सिविल कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले जांच दल मेडिकल के लिए प्रज्ज्वल को बॉरिंग एंड लेडी कर्जन अस्पताल ले गया था। मामले में जन प्रतिनिधि अदालत में एसआईटी की ओर से पेश वकील ने बताया कि प्रज्ज्वल को गिरफ्तार किया जा चुका है, ऐसे में अग्रिम जमानत याचिका का कोई मतलब ही नहीं रहा। बता दें, प्रज्ज्वल ने कुल तीन मामलों के सिलसिले में तीन अग्रिम जमानत याचिकाएं दायर की थीं।

मीडिया ट्रायल न कराने का अनुरोध
विशेष जांच दल (एसआईटी) आज सुबह बंगलूरू स्थित सीआईडी कार्यालय पहुंची थी। सीआईडी कार्यालय में उनके साथ पूछताछ की जाएगी। एसआईटी सूत्रों की मानें तो उनका पौरूष परीक्षण भी कराया जा सकता है। प्रज्ज्वल के वकील, अरुण ने कहा कि वे जांच में सहयोग करने के लिए आगे आए हैं। मीडिया से उनका अनुरोध है कि उनका मीडिया ट्रायल न किया जाए। उन्हें होलेनरसीपुरा मामले में गिरफ्तार किया गया है।

प्रज्ज्वल की मां को भी नोटिस
इसके अलावा, एसआईटी ने प्रज्ज्वल की मां भवानी रेवन्ना को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। एसआईटी ने उन्हें 1 जून को होलेनरसीपुर स्थित उनके घर पर उपस्थित होने को कहा है। बता दें, आज विशेष अदालत प्रज्ज्वल और उनकी मां की याचिका पर सुनवाई करेगी। उनकी मां ने कथित अपहरण मामले में अग्रिम जमानत मांगी है। हालांकि भवानी इस मामले में आरोपी नहीं हैं, लेकिन एसआईटी कथित तौर पर उनकी भूमिका की जांच करना चाहती है। इसी मामले में प्रज्ज्वल के पिता विधायक एच डी रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था।

जांच निष्पक्ष होनी चाहिए
मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। एसआईटी जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। पीड़ितों को न्याय दिलाने पर भरोसा होना चाहिए। मामले में कई एंगल है। हम देख रहे हैं क्या होता है।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बताया कि प्रज्ज्वल रेवन्ना कल रात 12.50 बजे जर्मनी से आए। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। काननू के अनुसार, अधिकारी कार्रवाई करेंगे। मैं कल शिमोगा से आया हूं। मैंने अभी तक अधिकारियों से बात नहीं की है। हम पहले भी साफ कर चुके हैं कि पीड़ितों को एसआईटी के समक्ष अपनी समस्याएं बतानी चाहिए।

डीजीसीए का एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस, उड़ानों में देरी और यात्रियों की परेशानी पर जताई नाराजगी

नई दिल्ली:  एयर इंडिया का एक विमान तकनीकी खामियों के कारण सैन फ्रांसिस्को के लिए उड़ान नहीं भर सका। इस वजह से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया की दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में अत्यधिक देरी और यात्रियों की देखभाल न करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

बता दें कि सैन फ्रांसिस्को जाने वाले एयर इंडिया के विमान को दिल्ली से गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उड़ान भरनी थी। तकनीकी खामियों के कारण उड़ान में काफी देरी हुई और यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने बताया के इसके बाद उड़ान का समय शुक्रवार दोपहर के लिए पुनर्निधारित किया गया।

दो उड़ानों में अत्यधिक देरी के लिए कारण बताओ नोटिस
डीजीसीए ने पहला कारण बताओ नोटिस 30 मई को दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली एआई 183 की उड़ान में अत्यधिक देरी के लिए जारी किया है। इसके अलावा 24 मई को मुंबई से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली एआई 179 विमान की अंतरराष्ट्रीय उड़ान में भी अत्यधिक देरी के लिए नोटिस जारी किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयर इंडिया की उड़ानों में देरी और यात्रियों को होने वाली परेशानी का संज्ञान लिया। इसके बाद डीजीसीए द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

‘एयर इंडिया ने डीजीसीए के नियमों का उल्लंघन किया’
एयर इंडिया के यात्रियों को बिना एयर कंडीशनिंग के विमान में चढ़ाया गया था, जिस वजह से उन्हें भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। कारण बताओ नोटिस में इस बात पर जोर दिया गया है कि एयर इंडिया ने डीजीसीए के नियमों का उल्लंघन किया। इस तरह से यात्रियों को बार-बार असुविधा पहुंचाई गई। नोटिस में यह भी बताया गया है कि एयर इंडिया यात्रियों की देखभाल करने में बार-बार विफल हो रही है। उड़ानों में देरी के कारण एयरलाइंस द्वारा यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित मानदंडों का पालन नहीं किया गया।