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बलिया में बोले अमित शाह, सिर्फ मुस्लिमों को आरक्षण देती रही कांग्रेस; सपा-बसपा राज में होते थे बम धमाके

बलिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को दुनिया में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बना दी है। इस बार मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे तो भारत दुनिया में नंबर वन और यूपी देश में नंबर वन बनेगा। उक्त बातें देश के गृहमंत्री अमित शाह ने शहर से सटे माल्देपुर मोड़ के पास हैबतपुर गांव में बलिया लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी नीरज शेखर के समर्थन में बुधवार को आयोजित चुनावी जनसभा में कही। अमित शाह ने तय समय से आधे घंटे पूर्व मंच पर आते ही बिना किसी औपचारिकता के माइक संभाल ली। संबोधन के बाद सपा छोड़ने वाले पूर्व मंत्री नारद राय व पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।

एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी, नीरज, नारद व दया ने लोगों का किया अभिवादन
बलिया लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी नीरज शेखर के समर्थन में बुधवार को आयोजित चुनावी जनसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने सपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री नारद राय और पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह को भाजपा में शामिल कराया। इस दौरान नारद राय को खास तवज्जो दी। नारद राय ने भी जनसभा में मंच पर प्रतीक चिह्न के रूप में अमित शाह को फरसा भेंट किया।

अमित शाह ने इससे पहले कहा कि आज बलिया वालों को एक बात कहने आया हूं। गुजराती हिसाब-किताब में पक्के होते हैं। एक बार में कई काम करते हैं। एक ही बार में यदि तीन काम हों तो वह करना चाहिए। नीरज शेखर को वोट देने से एक साथ तीन काम होंगे। नीरज सांसद बनेंगे, मोदी पीएम बनेंगे और स्व. चंद्रशेखर को श्रद्धांजलि मिलेगी। नीरज शेखर को मैंने भाजपा ज्वाइन कराई है। पूरा जीवन ये भाजपा के सिपाही बने रहेंगे। नीरज को मिला एक-एक वोट मोदी को पीएम बनाने के काम आएगा। पूर्व की सरकार में तीन-चार घंटा बिजली आती थी, रमजान में पूरी आती थी, जन्माष्टमी में नहीं आती थी। कहा कि भाजपा सरकार आई तो 18 घंटा बिजली देने का काम योगी सरकार ने किया। कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि इन्होंने संविधानिक रूप से पिछड़े वर्ग के आरक्षण को मुसलमानों को देने का काम किया। कर्नाटक व हैदराबाद में चार प्रतिशत आरक्षण दिया।

अमित शाह ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण दिया, जो गैर कानूनी है। जब तक भाजपा का एक भी सांसद है, पिछड़े वर्ग के आरक्षण को हाथ लगाने नहीं देंगे। सपा शासन में पूर्वांचल में देशी कट्टा बनता था, अब ब्रह्मोस मिसाइल, तोप के गोले व अत्याधुनिक हथियार बन रहे हैं। पाकिस्तान पर वार करने में काम आएगा।

बोले- भाजपा सरकार में 18 घंटे बिजली आती है
कांग्रेस, सपा व बसपा राज में बम धमाके होते थे और कोई कुछ नहीं करता था। देश ने देखा कि उड़ी व पुलवामा में हमला हुआ तो मोदी ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवाद का खात्मा किया। यही नहीं, मोदी ने देश से नक्सलवाद समाप्त किया। यूपी में सपा-बसपा के दौर में माफिया परेशान करते थे। भाजपा सरकार आई तो मुख्यमंत्री योगी ने माफियाओं को उल्टा लटकाकर सीधा किया। भाजपा ने पूर्वांचल से मच्छर और माफिया को खत्म किया।

बूचड़खाने की जगह गोशाला बन रही हैं। वोट की ताकत है कि भाजपा सरकार में 18 घंटे बिजली आती है। कांग्रेस पिछड़ा विरोधी पार्टी है। केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मोदी ने उत्तर प्रदेश में 14 एक्सप्रेसवे बनाए हैं। दो से नौ एयरपोर्ट हो गए हैं। 12 शहरों में मेट्रो चलाने का काम किया। 22 मेडिकल कालेज बन रहे हैं। दो एम्स बने हैं। 24 लाख हेक्टेयर सिंचाई पर का काम हुआ।

ट्रिपल आईटी, मेगा फूडपार्क बन रहा है। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का काम मोदी ने किया है। बलिया में मेडिकल कालेज एक साल में बनेगा। जिले में हुए विकास कार्यों की फेहरिस्त गिनाते हुए कहा कि बलिया में 75 हजार आवास बने हैं। दो लाख 20 हजार गैस सिलेंडर दिए हैं। चार लाख 23 हजार किसानों को सम्मान निधि दी गई है।

सपा ने निष्पक्ष व भयमुक्त मतगणना की मांग की, मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र

लखनऊ : सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन भेजकर शाहजहांपुर लोकसभा सामान्य निर्वाचन व ददरौल विधानसभा उप चुनाव की मतगणना निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं भयमुक्त कराने की मांग की है। सपा के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन देकर मांग की है कि तत्काल संज्ञान में लेकर शाहजहांपुर लोकसभा और ददरौल विधानसभा के रिटर्निंग अफसर से 4 जून को मतगणना के समय मतगणना अभिकर्ताओं को मतगणना विवरण फार्म-17-ग (भाग-2) में अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए।

एक राउंड की मतगणना पूरी हो जाने के बाद और प्रत्याशी व निर्वाचन अभिकर्ता से हस्ताक्षर करवाने के बाद ही अगले राउंड की मतगणना के लिए ईवीएम स्ट्रांग रूम से बाहर निकाली जाए। मतगणना अभिकर्ता बनाने में किसी प्रकार की बाधा नहीं डाली जाए और मतगणना अभिकर्ताओं को प्रशासन द्वारा डराया धमकाया न जाए।

अपराधियों को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए, मुझ पर जो मुकदमे लगाए गए वह संघर्ष के हैं

वाराणसी:  कांग्रेस के अजय राय देश की सबसे हॉट लोकसभा सीट वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के सामने दो बार से चुनाव लड़ रहे और हार रहे हैं। वो खुद को काशी का बेटा और मोदी को प्रवासीजी कहते हैं। भाजपा के लिए देश की सबसे आसान सीट पर वो हर बार जीत का दावा करते हैं, इस बार भी कर रहे हैं। प्रियंका गांधी से लेकर, डिम्पल यादव और राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक उनके लिए प्रचार करने आ चुके हैं। अजय राय क्यों काशी से चुनाव लड़ते हैं, उसी गुणा-गणित पर उपमिता वाजपेयी की उनसे खास बातचीत हुई। पेश हैं प्रमुख अंश…

आप काशी के बेटे हैं और पीएम कहते हैं उन्हें मां गंगा ने गोद लिया है, आप क्या मानते हैं?
काशी में मां गंगा की गोद में मेरा जन्म हुआ। यहां खेले पढ़े बड़े हुए हैं। यहीं से मां गंगा की गोद में राजनीति का ककहरा भी सीखा। पूरी तरह से समर्पित हूं। दिखावटी पुत्र नहीं हूं। पीएम कहते हैं गंगा मैया ने उन्हें गोद लिया, लेकिन गंगा मैया की हालत देख लीजिए। मां गंगा के अंदर आज भी नाले गिर रहे हैं। दो दिन पहले वहां एक गौ माता का शव तैर रहा था। अगर आप मां कहते हैं, तो मां के साथ भी न्याय नहीं कर पा रहे हैं। मैं समझता हूं कि मां गंगा भी आपको माफ नहीं करेगी।

पूर्वांचल की सीटों में कांग्रेस के हिस्से गठबंधन में सिर्फ काशी आया है, उस पर भी अखिलेश ने कहा था कि क्योटो (काशी) के अलावा हर सीट गठबंधन जीत रहा है, आपका क्या कहना है? ये पुरानी बात हो गई है। उन्होंने भदोही में कहा कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है क्योटो वाले प्रधानजी चुनाव हार रहे हैं और इंडिया गठबंधन वाले चुनाव जीत रहे हैं।

गठबंधन के चार अहम चेहरे, प्रियंका, डिम्पल, राहुल, अखिलेश के काशी में प्रचार करने से कितना फर्क पड़ेगा?
काशी की जनता ऊब चुकी है। मोदी जी ने जो वादे किए थे बनारस के लिए, रोजगार देंगे, विकास होगा। कुछ हुआ नहीं, ढाक के तीन पात वाला काम हुआ। जो रोप वे बना रहे हैं वो शहर के अंदर बन रहा है। ये कहते हैं रोप वे शहर के भीतर बननेवाला पहला है। लेकिन रोप वे शहर के भीतर बननेवाली चीज नहीं है। रोप वे के पिलर कॉलोनी में खड़े हो रहे हैं। 24 घंटे रोप वे चलेगा। वहां बहू बेटियां घर में सो रही होंगी। जो ऊपर से जाएंगे तो लोग फोटो खींचेंगे, वीडियो बनाएंगे। कितना बवाल होगा। काशी को मैट्रो की जरूरत थी।

दो बार आप चुनाव हारे, इस बार जीत के लिए क्या-क्या कर रहे हैं?
बनारस की जनता ने प्रधानमंत्री चुना था। प्रधानमंत्री स्तर का एक भी काम नहीं हुआ। एक कारखाने की बात करते हैं वो अखिलेश यादव के वक्त आया था। और उसमें भी मेरी जानकारी है कि कारखाने के परमानेंट कर्मचारी गुजराती हैं। बनारस के लोग ठेके पर रखे गए हैं।

बीमा के बाद भी नहीं दिया क्लेम, अब देना होगा 55 लाख रुपये

लखनऊ:दुकान का बीमा होने के बावजूद क्लेम निरस्त कर देना चोला मंडलम एमएल जनरल इंश्योरेंस कंपनी को भारी पड़ गया। पीड़ित ने राज्य उपभोक्ता आयोग में अपील की। सुनवाई के बाद आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने बीमा कंपनी को 35 लाख रुपये 9 फीसदी सालाना ब्याज के साथ देने का आदेश दिया। साथ ही मानसिक कष्ट के रूप में दो लाख और वाद व्यय के 25 हजार रुपये भी अदा करने के आदेश दिए। ब्याज की अदायगी वर्ष 2018 से करनी होगी। ब्याज सहित हर्जाने की राशि करीब 55 लाख रुपये होगी।

बरेली स्थित आर्मी साइकिल स्टोर ने राज्य उपभोक्ता आयोग में वाद दाखिल किया था। इसके मुताबिक फर्म ने व्यापार के लिए बैंक से क्रेडिट लिमिट ली थी। क्रेडिट लिमिट के साथ व्यापार का बीमा चोला मंडलम जनरल इंश्योरेंस कंपनी से 5 मई 2017 को कराया था। 21 मई को दुकान में आग लग गई और करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हो गया। फर्म ने पूरे दस्तावेज जमा किए। सर्वेयर आया और रिपोर्ट के बाद कंपनी ने क्लेम देने से इन्कार कर दिया।

इंश्योरेंस कंपनी की दलील थी कि आग जहां लगी, वह परिसर बीमा से बाहर था। कंपनी ने कहा कि आग आर्मी मोटर की दुकान में लगी। इस पर फर्म ने कहा कि आर्मी मोटर कोई को पंजीकृत फर्म नहीं है। न ही कोई अलग जीएसटी नंबर है। न ही कोई अतिरिक्त खाता है। आर्मी मोटर नाम की दुकान आर्मी साइकिल स्टोर परिसर में ही है। इसके बावजूद इंश्योरेंस कंपनी ने दावा खारिज कर दिया। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद आयोग ने आदेश दिया कि सारे जरूरी दस्तावेजों और बैंक के प्रमाणपत्र के बावजूद क्लेम न देना सेवा में कमी के तहत आता है। आयोग ने पीड़ित के पक्ष में फैसला सुनाया।

हल्की बारिश से मिली राहत, आंधी ने बरपाया कहर; 30 पोल और 100 से अधिक पेड़ गिरे… महिला की मौत

मथुरा:  तीर्थनगरी मथुरा में बुधवार की शाम मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। विभिन्न इलाकों में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश हुई। बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं आंधी से काफी नुकसान भी हुआ। पेड़ टूटकर गिरने से उसके नीचे दबकर महिला की मौत हो गई।

अनेक स्थानों पर टिन शेड, बिजली के करीब 30 पोल और 100 से अधिक पेड़ गिर गए। इससे कई मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रही। दोपहर करीब दो बजे अचानक बादल छा गए। देखते ही देखते तेज आंधी चलने लगी। कुछ ही देर में बारिश होने लगी। इससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।

कोसीकलां क्षेत्र के शालीमार रोड पर शिव विहार कालोनी निवासी सुशीला (35) बच्चों को निकाल रही थीं। इसी समय घर के पास फैक्टरी में लगा यूकेलिप्टस का पेड़ टूटकर गिर गया। पेड़ की नीचे उसकी गर्दन दब गई। इससे उसकी मौत हो गई। घटना से घर में चीख पुकार मच गई। कालोनीवासियों ने कहा कि पेड़ कटवाने के लिए कई बार फैक्टरी प्रबंधन से कहा गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

इसके अलावा नंदगांव रोड स्थित 33 केवीए बिजलीघर के 10 एमवीए ट्रांसफॉर्मर पर एक पेड़ गिर गया। हरीपुरा 33 केवीए बिजलीघर पर केबिल बाक्स में धमाका हो गया। इससे कोसी एंव आसपास के क्षेत्रों की बिजली की सप्लाई ठप हो गई। नरसी विलेज में दो पोल गिर गए। वहीं शालीमार रोड पर तीन पोल, रामनगर में महावीर बगीची में दो पोल, नंदगांव रोड पर डिग्री कॉलेज के समीप एक पोल, शक्ति नगर में एक पोल समेत कई स्थानों पर पोल टूट गए। इससे पूरे नगर और ग्रामीण क्षेत्र की आपूर्ति ठप हो गई।

वहीं महाराजा अग्रसेन मार्ग पर यूकेलिप्टस के तीन, गोपाल बाग पर 8-10 पेड़ समेत कई स्थानों पर पेड़ गिर गए। इससे सड़कों पर जाम के हालत पैदा हो गए। चेयरमैन धर्मवीर अग्रवाल ने जेसीबी के माध्यम से पेड़ों को हटवाकर रास्ता साफ कराया। इससे आगवामन सामान्य हो सका।

सात माह बाद जेल से रिहा हुई तजीन फात्मा, बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाणपत्र में सुनाई गई थी सजा

रामपुर:  अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र के मामले में हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद सपा नेता आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा की बुधवार को रिहाई हो गई। रिहाई का परवाना दोपहर को जेल में पहुंच गया था। उनकी रिहाई के दौरान बड़ी संख्या में समर्थक जेल के बाहर मौजूद रहे।

18 अक्तूबर 2023 को सपा नेता आजम खां को एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाणपत्र के मामले में सात साल की सजा व पचास हजार रुपये जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई थी। इस मामले में डॉ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी सात-सात साल की सजा सुनाई गई थी।

आजम खां इस समय सीतापुर, अब्दुल्ला हरदोई और डॉ. तजीन फात्मा रामपुर जेल में बंद थी। 24 मई को हाईकोर्ट से तीनों को राहत मिली थी। मंगलवार को उनकी रिहाई का परवाना जेल पहुंच गया था लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से वह रिहा नहीं हो पाई। बुधवार को सही कागजात फिर से जेल भिजवाए गए। दोपहर बाद डॉ. तजीन की रिहाई हो गई। इस दौरान जेल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थन मौजूद रहे।

‘कांग्रेस की भारत विरोधी मानसिकता सामने आई’, मणिशंकर के 1962 में चीन के ‘कथित’ हमले वाले बयान पर BJP

नई दिल्ली:  कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की 1962 में चीनी आक्रमण के लिए ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल करने वाली टिप्पणी ने मंगलवार देर रात राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया। बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार निशाना साध रही है। भगवा पार्टी ने दावा किया कि अय्यर द्वारा 1962 में भारत पर हुए चीनी हमले को ‘कथित’ आक्रमण बताया जाना कांग्रेस की भारत विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। यह दुश्मन देशों को यहां की चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का संकेत है क्योंकि विपक्ष इस लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करने जा रहा है।

भारत और चीन युद्ध पर दिए बयान पर फंसे
गौरतलब है, अय्यर ने मंगलवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में टिप्पणी की थी। कार्यक्रम के दौरान अय्यर ने 1962 में भारत और चीन के बीच हुए युद्ध पर कहा था कि अक्तूबर 1962 में चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया। हालांकि बयान में कथित लगाने पर विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद उन्होंने माफी भी मांग ली थी। अय्यर ने कहा था कि फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब में ‘चीनी आक्रमण’ से पहले गलती से ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए वह माफी मांगते हैं। इसके बाद भी यह विवाद थम नहीं रहा है। कांग्रेस ने अय्यर के बयान से पल्ला झाड़ लिया था।

विपक्षी पार्टी को चीन से दूरी बना लेनी चाहिए
इस पर भाटिया ने कहा कि कांग्रेस अक्सर अपने नेताओं की इस तरह की विवादास्पद टिप्पणियों से खुद को दूर कर लेती है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी को चीन जैसे देशों से दूरी बना लेनी चाहिए। कांग्रेस ने चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर उस समय हस्ताक्षर किए थे जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सत्ता में था।

‘नवीन पटनायक की तबीयत खराब होने के पीछे कोई षड्यंत्र है क्या?’ पीएम मोदी ने रैली में बीजद को घेरा

मयूरभंज :  लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ओडिशा में चुनाव प्रचार किया। मयूरभंज में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) की जमकर आलोचना की। उन्होंने बीजद पर आदिवासियों की जमीन हड़पने और खनिज संपदा लूटने का आरोप लगाया। इस रैली के जरिए उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तबीयत को लेकर भी सवाल किया।

सीएम नवीन पटनायक के स्वास्थ्य पर पीएम मोदी ने उठाए सवाल
इस रैली में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तबीयत पर जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “आजकल नवीन पटनायक के सभी शुभचिंतक बहुत चिंता में हैं। वो ये देखकर बहुत परेशान हैं कि पिछले एक साल में नवीन बाबू की तबीयत इतनी कैसे बिगड़ गई। वर्षों से नवीन पटनायक के करीबी लोग जब मुझसे मिलते हैं, तो वो उनकी तबियत की चर्चा जरूर करते हैं। वो बताते हैं कि नवीन बाबू अब खुद से कुछ कर नहीं पा रहे हैं। अरसे तक उनके करीबी रहे लोगों का मानना है कि उनकी तबीयत बिगड़ने के पीछे कोई साजिश भी हो सकती है।”

प्रधानमंत्री ने नवीन पटनायक के तबीयत को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “नवीन बाबू की तबीयत खराब होने के पीछे कोई षड्यंत्र है क्या? ये ओडिशा के लोगों को जानने का अधिकार है। कहीं इसमें उस लॉबी का तो हाथ नहीं है न जो नवीन पटनायक के नाम पर पर्दे के पीछे ओडिशा में सत्ता भोग रहे हैं। इस रहस्य से पर्दा उठना जरूरी है।”

उन्होंने आगे कहा कि 10 जून के बाद ओडिशा में भाजपा सरकार बनने के बाद हमारी सरकार एक स्पेशल कमेटी का गठन करेगी और ये जांच करेगी कि अचानक नवीन बाबू की तबियत क्यों गिरती जा रही है। बता दें कि पीएम मोदी की यह टिप्पणी असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के उस आरोप के बाद आई, जहां उन्होंने कहा था कि बीजद नेता वीके पांडियन ओडिशा के सीएम के गतिविधियों को नियंत्रित कर रहे हैं।

बीजद पर जमकर साधा निशाना
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजद को घेरा। उन्होंने कहा, “बीजद पर आपने 25 साल भरोसा किया, लेकिन बीजद ने हर कदम पर आपके भरोसे को तोड़ा है। यही बीजद सरकार आदिवासी बंधुओं की जमीन हड़पने के लिए कानून लेकर आई थी। भाजपा के दबाव में उसे वो कानून वापस लेना पड़ा। अब इस बार अगर इन्हें मौका मिला, तो ये आदिवासियों की जमीन हड़पने का अवसर छोड़ेंगे नहीं।”

महर्षि वाल्मीकि निगम कर्मचारी की आत्महत्या की आगे बढ़ी जांच, आवास से निरीक्षण में मिला बैग

नई दिल्ली:  महर्षि वाल्मीकि निगम के कर्मचारी चंद्रशेखरन के शिवमोग्गा स्थित आवास पर आत्महत्या करने के बाद अपराध जांच विभाग ने बुधवार को आवास का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को चंद्रशेखरन का बैग भी मिला, जिसमें पेन ड्राइव, लैपटॉप और अन्य सामान था। विनोबानगर के केंचप्पा कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय चंद्रशेखरन महर्षि वाल्मीकि विकास निगम के अधिकारी थे, वे बेंगलुरु में कार्यरत थे। रविवार शाम उन्होंने आत्महत्या करने से पहले छह पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें तीन अधिकारियों का नाम और करोड़ों के भ्रष्टाचार का जिक्र किया। विनोबानगर थाने में मुकदमा भी दर्ज किया है।

चंद्रशेखरन की आत्महत्या से राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। वहीं भाजपा इसके लिए राज्य सरकार पर निधाना साध रही है। कर्नाटक के भाजपा प्रमुख बीवाई विजयेंद्र ने चंद्रशेखरन की मौत पर पारदर्शी जांच की मांग की है।

अपराध जांच विभाग को चंद्रशेखरन के आवास पर निरीक्षण के दौरान कई साक्ष्य मिले। उनको एक बैग मिला, जिस बैग में पेन ड्राइव, लैपटॉप और अन्य सामान भी मिला। उनकी पत्नी कविता ने कहा कि पेन ड्राइव पर वाल्मीकि निगम के एमडी पद्मनाभन का नाम था। परिवार के सदस्यों ने पेन ड्राइव के बारे में पूछा, जिस पर अधिकारियों ने कोई जवाब नही दिया।

अधिकारियों ने बताया कि जब्त सामान पर हस्ताक्षर करने के लिए उन्हें आधे घंटे बाद पुलिस स्टेशन आना पड़ा। चंद्रशेखरन के परिवार के सदस्यों ने कहा कि अधिकारियों की कार्रवाई से संदेह हुआ। इससे पहले कर्नाटक के डिप्टी सीमए डीके शिवकुमार ने कहा कि गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने पहले ही जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमें मौत की खबर मिली। इसको गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश भी दिए हैं। अपराधियों को सजा मिलेगी।

वहीं कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सीएन अश्वथ नारायण ने कहा, “भारत के इतिहास में पहली बार किसी जिम्मेदार सरकारी अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में मुख्य कारण और जिम्मेदार लोगों का स्पष्ट उल्लेख किया है। घोटाला कैसे हुआ और कैसे सरकारी धन को दुरुपयोग किया गया। एफआईआर में मंत्रियों या मुख्यमंत्री का नाम नहीं है। लेकिन सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी वजह से ऐसा हुआ। सच्चाई सामने लाने के लिए उन्हें अपनी जान देनी पड़ी। यह गैरजिम्मेदार और बेशर्म कांग्रेस सरकार कार्रवाई या जवाब तक नहीं दे रही है।

25 हफ्ते के गर्भ को गिराने की मांग वाली याचिका खारिज, कोर्ट ने मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करने से किया इनकार

नई दिल्ली:  सुप्रीम कोर्ट ने एक महिला की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें 25 हफ्ते के गर्भ को गिराने की मंजूरी मांगी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने एम्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए याचिका खारिज की। हालांकि कोर्ट ने महिला की निजता का सम्मान करते हुए रिपोर्ट सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की अवकाश पीठ ने एम्स दिल्ली की रिपोर्ट के आधार पर फैसला किया।

महिला ने याचिका में बताया कि उसे 17 मई को ही अपनी गर्भावस्था के बारे में पता चला। महिला ने बताया कि वह आर्थिक तौर पर मजबूत नहीं है और बच्चे की परवरिश करने में सक्षम नहीं है। महिला दुबई से भारत आई है और फिलहाल होटल में ठहरी हुई है। महिला की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एम्स से 24 मई से पहले मेडिकल रिपोर्ट मांगी।

अब एम्स की रिपोर्ट के आधार पर याचिका को खारिज कर दिया है। 27 मई को कोर्ट ने याचिका पर फिर से सुनवाई करते हुए कहा कि ‘मेडिकल रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए हम गर्भ गिराने की अनुमति नहीं दे सकते और मेडिकल रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में रिकॉर्ड में रहेगी। गर्भपात कानून के तहत 24 हफ्ते से ज्यादा का गर्भ गिराने की इजाजत तभी दी जा सकती है, जब गर्भ में पल रहा बच्चा किसी लाइलाज या गंभीर बीमारी से पीड़ित हो या फिर गर्भवती महिला की जान बचाने की स्थिति में गर्भ गिराने की मंजूरी दी जा सकती है।