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बीआरएस ने कांग्रेस सरकार पर 1100 करोड़ रुपये के घोटाले का लगाया आरोप, जांच की मांग की

नई दिल्ली:  तेलंगाना के एक बीआरएस नेता केटी रामा राव ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हम पिछले 15 दिनोंसे धान खरीद में घोटाले का आरोप लगा रहे हैं। कोई कार्रवाई नहीं हुई अब तक, न ही किसी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी। देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। अब तक छह चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इसी बीच बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव तेलंगाना में धान की बिक्री और बढ़िया चावल की खरीद से संबंधित कांग्रेस सरकार से जुड़े 1,100 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की मांग की। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के नेता जो विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से रिश्वत वसूल रहे थे, उन्होंने कार्यालय और दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं से जुड़े घोटालों का पर्दाफाश किया।

रविवार को तेलंगाना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामा राव ने कहा कि पहला घोटाला 35 लाख टन धान की बिक्री के लिए निविदाओं से जुड़ा था, वहीं दूसरा आवासीय कल्याणा छात्रावासों के लिए 2.2 लाख टन बढ़िया चावल की खरीद का है। उन्होंने बताया कि 25 जनवरी को एक समिति नियुक्त हुई, इसी दिन दिशा-निर्देश जारी हुए, निविदाएं आमंत्रित हुई। यह स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है।

उन्होंने यह भी बताया कि स्थानीय चावल मिल मालिकों ने 2,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का विकल्प दिया था। लेकिन पात्रता नियमों में बदलाव किया गया और वैश्विक निविदाओं के नाम पर केंद्रीय भंडार एलजी इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान कंपनी और नकाफ जैसी कंपनियों ने 1885 रुपये से 2005 रुपये प्रति क्विंटल के बीच की कीमत पर ये निविदाएं जीतीं।

वहीं रामा राव ने विभिन्न कल्याण छात्रावासों में पढ़ने वाले गरीब छात्रों के लिए 2.2 लाख टन बढ़िया चावल की खरीद में 300 करोड़ रुपये के घोटाले पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संदेह है कि इतना बड़ा घोटाला केंद्र सरकार के साथ-साथ भारतीय खाद्य निगम और केंद्रीय जांच एजेंसी के नजर से कैसे बच गया।उन्होंने मांग उठाई कि अगर रेवंत रेड्डी ईमानदार हैं तो वे इन निविदाओं की एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा जांच करवाएं। अगर केंद्र , एफसीआई और राज्य सरकार जवाब नहीं देगी तो कानूनी कार्रवाई करेंगे।

अब 29 मई तक पुलिस हिरासत में रहेगा भावेश भिंडे, घाटकोपर में गिरे होर्डिंग कंपनी का मालिक है आरोपी

मुंबई:  घाटकोपर में गिरे होर्डिंग की कंपनी के मालिक भावेश भिंडे की पुलिस हिरासत को मुंबई की अदालत ने बढ़ा दिया है। भिंडे अब 29 मई तक पुलिस की हिरासत में रहेगा। गौरतलब है कि 13 मई को मुंबई के घाटकोपर में आंधी और बारिश के दौरान एक बड़ा होर्डिंग गिर गया था। हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई थी।

घटना के बाद से फरार था आरोपी
भिंडे की विज्ञापन कंपनी मैसर्स ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड होर्डिंग का प्रबंधन करती थी। घटना के बाद से भिंडे फरार था। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस ने घटना के तीसरे दिन 16 मई को आरोपी को राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे 26 मई तक के लिए हिरासत में भेज दिया।

मामले की जांच कर रही अपराध शाखा ने भिंडे को रविवार को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश किया। इस दौरान अदालत ने उसकी हिरासत को बढ़ा दिया और 29 मई तक के लिए हिरासत में भेज दिया। पुलिस का कहना है कि वे आरोपी से पूछताछ कर रही है कि उनकी कंपनी और कितने होर्डिंग्स का प्रबंधन करती है। वित्तीय पहलू की भी जांच की जा रही है।

‘पांच साल के अंदर देशभर में लागू होगा यूसीसी’ अमित शाह ने एक देश-एक चुनाव को लेकर भी किया बड़ा दावा

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मोदी सरकार के अगले कार्यकाल में ही देशभर में समान नागरिक संहिता लागू कर दी जाएगी। शाह ने कहा कि अगर भाजपा की सत्ता में वापसी होती है तो सभी हितधारकों से व्यापक चर्चा के बाद यूसीसी को लाया जाएगा। एक इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार का अगला कार्यकाल कई मायनों में अहम होगा क्योंकि इसी दौरान एक देश-एक चुनाव को भी लागू किया जाएगा। शाह ने कहा कि अब समय आ गया है, जब देशभर में एक साथ चुनाव हों।

शाह बोले- यूसीसी लागू करना हमारी जिम्मेदारी
शाह ने कहा ‘समान नागरिक संहिता हम पर एक जिम्मेदारी है, जिसे हमारे संविधान निर्माता हम पर, हमारी संसद पर और राज्य विधानसभाओं पर छोड़कर गए हैं। संविधान सभा ने हमारे लिए जो मार्गदर्शक सिद्धांत तय किए थे, उनमें समान नागरिक संहिता भी शामिल है। यहां तक कि उस समय भी कानूनी विशेषज्ञों जैसे केएम मुंशी, राजेंद्र बाबू, अंबेडकर जी ने कहा था कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के आधार पर कानून नहीं होने चाहिए। समान नागरिक संहिता होनी चाहिए।’

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा एक साथ चुनाव कराने से चुनाव की लागत भी कम होगी। इन आम चुनाव में मतदाता भीषण गर्मी से परेशान हैं और इसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ा है। ऐसे में क्या चुनाव गर्मी के बजाय सर्दियों के मौसम में कराए जा सकते हैं? इसके जवाब में शाह ने कहा कि हम इस पर विचार कर सकते हैं। ऐसा हो सकता है। अभी स्कूली छात्रों की छुट्टियां चल रही हैं, जिसके चलते काफी परेशानी होती है। समय के साथ चुनाव होते होते गर्मियों के मौसम में होने लगे हैं।

अब गंदे नाले नहीं रहे, तारों का जाल-जाम का जंजाल खत्म, पढ़ें- CM योगी ने और क्या कहा

वाराणसी: वाराणसी के अस्सी घाट पर संबोधन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर हर महादेव, भारत माता की जय, गंगे मइया, अन्नपूर्णा माई की जय और जय जय श्रीराम के उद्घोष से शुरुआत की। उन्होंने काशी के विकास कार्य गिनाते हुए कहा कि आज काशी के लोग गंदे नाले के बीच में रहने को मजबूर नहीं हैं।

उन्होंने कहा, काशी में राष्ट्रीय राजधानी की तरह फोरलेन व सिक्सलेन का जाल है। अब काशी को लटकते-झटकते तारों के बीच में नहीं घुसना पड़ता। जाम के जंजाल में नहीं फंसना पड़ता है। भगवान बुद्ध के सारनाथ का सुंदरीकरण, संत कबीर के लहरतारा, संत रविदास के सीरगोवर्धन भी पीएम के कारण दिव्य-भव्य हो पाए हैं। मोदी ने काशी के घाटों, काशी के देवालयों का नवनिर्माण करके दिखाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी को अराजकता की ओर जबरन धकेला जा रहा था। काशी के सामने पहचान का संकट पैदा कर रहे थे। 2014 में काशी ने जनप्रतिनिधि के रूप में नरेंद्र मोदी को चुनकर भेजा तो नए भारत के नए उप्र में भव्य-दिव्य काशी दिख रही है। बाबा विश्वनाथ भी अपने परमभक्त मोदी का इंतजार कर रहे थे कि जैसे वह आएंगे काशी विश्वनाथ धाम दिव्य-भव्य रूप में दिखेगा।

काशी ने मोदी के नेतृत्व में रिकॉर्ड तोड़ा है। यहां सर्वाधिक 16 करोड़ श्रद्धालुओं का आगमन प्रमाणित करता है कि सर्वाधिक पर्यटक काशी में आ रहे हैं। काशी में इंफ्रास्ट्रक्चर व रेलवे का बेहतरीन मॉडल है। मीटर गेज पर छुक-छुक की स्पीड से चलने वाली नहीं, बल्कि नए भारत की नमो भारत, वंदे भारत व अमृत भारत ट्रेन काशी से देश के विभिन्न स्थानों तक चल रहीं हैं।

उन्होंने कहा, काशी का एयरपोर्ट देश-दुनिया को जोड़ रहा है। पीएम ने कहा था कि मां गंगा हमारी आस्था की प्रतीक तो हैं ही, लेकिन इसे वाॅटर ट्रांसपोर्ट का बेहतरीन मॉडल भी बनाएंगे। इससे इसकी अविरलता व निर्मलता को बनाने में मदद मिलेगी। नाविकों व अन्य लोगों के व्यापार को बढ़ाने के लिए जल ट्रांसपोर्ट का उपयोग करेंगे। अब यह साकार हुआ है।

उन्होंने कहा कि यह सब काम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुए हैं और आप लोग 2014 के पहले और बाद की काशी को याद कीजिए। काशी की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक गूंज हजारों वर्षों से दुनिया और दिग्दिगंत में रही, लेकिन आजादी के बाद काशी, भारत के सनातन परंपरा से जुड़े हुए श्रद्धालुओं की जो अपेक्षा और आकांक्षा थी, उसके अनुरूप काशी की कायाकल्प की जरूरत देश में शासन करने वाली तत्कालीन राजनीतिक शक्तियों ने कभी नहीं की।

सीएम ने लोगों से अपील की, प्रधानमंत्री रिकॉर्ड वोटों से जीतेंगे, लेकिन काशीवासियों की जिम्मेदारी है कि अब तक सारे रिकॉर्ड तोड़ने हैं। छठे चरण में ही साबित हो गया कि भाजपा 400 पार जा चुकी है। काशी से गया संदेश रामराज्य की संकल्पना को जमीनी धरातल पर उतारने का काम करेगा। मोदी ने ही बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को सम्मान दिया है।

काशीवासी गर्व करें कि सनातन धर्म का गौरव उन्हीं से लौटा
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशीवासी गर्व करें कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को संसद में पहुंचाया और उन्हाेंने सनातन धर्म के गौरव को लौटाया है, काशीवासियों का गौरव है कि वे वर्तमान और भावी पीढ़ी को बोल सकते हैं कि 500 साल का इंतजार जब हुआ, तब हम भी इसके साक्षी थे।

भाजपा मंत्री व विधायक की फोटो लगी जेसीबी कर रहीं थी खनन, सीओ और एसडीएम ने तीन को किया सीज

मैनपुरी:  उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में क्षेत्राधिकारी ने एसडीएम के साथ भोगांव थाना क्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान मिट्टी का खनन कर रहीं तीन जेसीबी मिली। अधिकारियों ने इनको सीज कर दिया है। इस कार्रवाई से जेसीबी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार सिंह को शुक्रवार को देर रात क्षेत्र में मिट्टी के खनन की सूचना मिली। क्षेत्राधिकारी ने एसडीएम संध्या शर्मा के साथ आलीपुर खेड़ा क्षेत्र में खनन कर रही एक जेसीबी तथा रुई के पास से दो जेसीबी को बरामद कर लिया।

पुलिस को देखकर जेसीबी चालक भाग गए। पुलिस तीनों जेसीबी को थाने ले गई। खनन अधिकारी शिवदयाल को बुलाकर लिखापढ़ी के बाद सीज कर दिया। रात में बरामद की गई एक जेसीबी एक भाजपा नेता की बताई जा रही है। जेसीबी पर भाजपा के कैबिनेट मंत्री तथा विधायक की बड़ी फोटो लगी हुई है।

‘सिल्क रूट की तरह गेम चेंजर होगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा’, प्रधानमंत्री मोदी बोले

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) रेशम मार्ग (सिल्क रूट) की तरह एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा। आईएमईसी के लिए पिछले साल भारत की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक समझौता हुआ था।

एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने आईएमईसी को लेकर कहा, ‘खाड़ी देशों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। अमेरिका और यूरोप ने भी इस पर भारत का समर्थन किया है। G20 में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ मिलाने की तस्वीरों ने विश्व स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने कहा, जब हम वैश्विक भलाई के लिए काम करते हैं, तो कोई अगर-मगर की बात नहीं होती। आप दुनिया को अपने साथ ले सकते हैं और मेरी यही कोशिश थी।

आप मुझे बताएं कि G8 और G20 का जन्म कैसे हुआ। जिन मुद्दों के लिए इनका गठन किया गया है, हमें उन मुद्दों से कभी भटकना नहीं चाहिए। मैंने हर किसी को आश्वस्त किया। कुछ लोगों के साथ मुझे निजी तौर पर बात करने की जरूरत थी। मैंने वैसा ही किया। दूसरी बात, मेरा इरादा ये था कि मैं आखिरी सत्र में प्रस्ताव नहीं लाऊंगा। मैं इसे इतनी जल्दी करूंगा कि लोग हैरान हो जाएंगे। इसलिए मैंने दूसरे दिन की घोषणा का काम पहले दिन ही पूरा कर लिया। यह मेरी रणनीति थी और वह रणनीति काम कर गई।’

बाइडन और मोहम्मद बिन सलमान के हाथ मिलाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी दोनों नेताओं से मित्रता है। उन्होंने कहा, हमने आईएमईसी पर काम किया है, जो सिल्क रूट की तरह एक बड़ा गेम चेंजर होने जा रहा है। खाड़ी देशों की सकारात्मक और सक्रिय भूमिका थी। भारत को अच्छी भूमिका निभाने का मौका मिला। अमेरिका और यूरोप हमारे साथ थे। सभी ने सोचा कि एक ठोस और सकारात्मक परिणाम होगा। इसलिए हम उस पर मिलते थे। पीएम ने आगे कहा, इसलिए सऊदी किंग और राष्ट्रपति बाइडन को एक साथ लाने का अवसर था और मेरी दोनों के साथ अच्छी दोस्ती है।

बिजली के झटके से जान गंवाने वाले इंजीनियर के परिवार से मिलने पहुंचे विद्युत मंत्री, जांच के दिए आदेश

नई दिल्ली:  त्रिपुरा के विद्युत मंत्री रतन लाल नाथ ने शनिवार को बिजली का झटका लगने से इंजीनियर की मौत के बाद मामले की जांच के आदेश दिए है। विद्युत मंत्री इंजीनियर के परिवार से मिलने भी पहुंचे। बृहस्पतिवार को त्रिपुरा स्वास्थ्य विभाग के एक इंजीनियर पूर्वेंदु विकास दत्ता अपने घर जा रहे थी। उनके घर के ठीक सामने एक बिजली का खंभा है। उस खंभे से हाईटेंशन तार लटक रहा था। इस तार के संपर्क में आने से उनको जोरदार घटका लगा। उन्हें आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के दो दिन बाद विद्युत मंत्री रतन लाल नाथ मृतक के परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिवार को सांत्वना और पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया।

विद्युत मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना थी। जब इंजीनियर के बिजली के तार के संपर्क में आने से मृत्यु हुई। इसके बाद भी बिना किसी पूछताछ के ही बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई। निजी सेवा प्रदाता के खिलाफ लेकिन जब तक हमारे पास उनका विकल्प नहीं है, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सेवाएं बाधित न हों। हालांकि हमें कई शिकायतें मिल चुकी हैं।’’ उन्होंने कहा, “हमने एक विद्युत निरीक्षक को जांच का आदेश दिए है। जांच के निष्कर्षों से उन लोगों के नाम सामने आएंगे जो इस घटना के लिए जिम्मेदार थे। विद्युत मंत्री के साथ त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम के अधिकारी भी थे।

घायलों से मिलने पहुंचे गुजरात के CM, हादसे में 12 बच्चों समेत 27 की गई है जान

राजकोट:  गुजरात के राजकोट में शनिवार शाम पांच बजे भीड़भाड़ भरे गेम जोन में भीषण आग से 12 बच्चों समेत 27 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की तरफ से आग की घटना पर नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। रविवार को उन्होंने गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी के साथ घटनास्थल का दौरा किया।

मुख्यमंत्री और राज्य गृह मंत्री ने टीआरपी गेम जोन में स्थिति का जायजा लिया। वहीं इस हादसे में घायल लोगों का सिविल अस्पताल में इलाज जारी है। 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। घटनास्थल का दौरा करने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री अस्पताल में मरीजों से मिलने गए। वहां उन्होंने मरीजों से बातचीत भी की।

अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे गेमिंग गतिविधियों के लिए बनाए गए फाइबर डोम में आग लगी थी। इसके बाद फायर कंट्रोल रूम को शाम करीब 4:30 बजे इसकी सूचना मिली। फायर टेंडर और एंबुलेंस आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंचे। राजकोट कलेक्टर प्रभाव जोशी ने बताया कि गर्मी की छुट्टी और सप्ताहांत के चलते गेम जोन में काफी भीड़ थी।

इस हादसे के बाद टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी फरार हो गए। इसका स्वामित्व युवराज के साथ मनविजय सिंह सोलंकी के पास है। सीएम भूपेंद्र पटेल ने ने घायलों और मृतकों के प्रति संवेदना जताई है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने कहा की राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस हादसे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। उसे पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

भारत और जॉर्जिया के बीच कई महत्वपूर्ण बातचीत के बीच जयशंकर का संदेश आया, जो कि दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों को दर्शाता है।

केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को अपने जॉर्जियाई समकक्ष इलिया डारशियासविली और जॉर्जिया के लोगों को उनके राष्ट्रीय दिवस पर शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ाने की उम्मीद भी जताई। जयशंकर ने सोशल मीडिया पर अपने समकक्ष को शुभकामनाएं दी।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए जयशंकर ने कहा, “इलिया डारशियासविली और जॉर्जिया के लोगों को उनके राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं। हमारे लोगों के लाभ के लिए दोनों देशों के संबंध बढ़ते रहें।”

मजबूत हो रहे दोनों देशों के संबंध
बता दें कि भारत और जॉर्जिया के बीच कई महत्वपूर्ण बातचीत के बीच जयशंकर का यह संदेश आया, जो कि दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों को दर्शाता है। हाल के कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच कई उच्च स्तरीय वार्ताएं हुईं, जिसमें नवंबर 2023 में नई दिल्ली में आयोजित सातवां भारत-जॉर्जिया के विदेश कार्यालयों के बीच परामर्श और अक्तूबर 2023 में भारत-जॉर्जिया के बीच राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह शामिल हैं।

दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग भी बढ़ा, जिससे वित्त वर्ष 2022-23 में द्विपक्षीय व्यापार 43 करोड़ 23 लाख रुपये तक पहुंच गया। पिछले साल मार्च में तब्लिसी में फार्मेक्सिल द्वारा आयोजित भारत-जॉर्जिया व्यापार बैठक जैसी पहलों ने आर्थिक संबंधों को और मजबूत किया। भारत ने आईटीईसी (भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग) के माध्यम से जॉर्जिया का समर्थन किया। इसके अलावा सांस्कृतिक आदान-प्रदान ने भी दोनों देशों के संबंधों को मजबूत किया है।

साल 2021 में तब्लिसी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण, तो 2023 में गोवा पुरातत्व संग्रहालय में सेंट क्वीन केतेवन के अवशेषों के लिए एक गैलरी का उद्घाटन किया गया। सितंबर 2022 में जॉर्जिया के एक थिएटर ग्रुप ने भारत के विभिन्न स्थानों पर अपना प्रदर्शन किया था।

ये हैं भारत के 3 सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन, जिनके बारे में नहीं जानते हैं ज्यादा लोग

ट्रैकिंग और कैंपिंग से लेकर गर्मियों में ठंडक के बीच सुकून वाली छुट्टी मनाने का विचार आते ही सबसे पहले हिल स्टेशनों के विकल्प पर ध्यान जाता है। इतनी गर्मी में लोग हिल स्टेशन जाना पसंद हैं ताकि तापमान से कुछ राहत मिल सके और शोर शराबे से दूर रहें। हालांकि ये विचार सिर्फ आपको ही नहीं, घूमने का शौक रखने वाले अधिकतर लोगों को आता है। ऐसे में सबसे प्रसिद्ध और खूबसूरत हिल स्टेशनों पर इस मौसम में पर्यटकों की भारी भीड़ पहुंच जाती है।

सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में शिमला-मनाली, मसूरी और धर्मशाला आदि शामिल हैं। अगर आप भी यहां सुकून की छुट्टी मनाने के लिए जाना चाहते हैं तो बहुत अधिक ट्रैफिक और भीड़ के कारण गर्मी आपको यहां सुकून नहीं दे पाएगा। हालांकि कुछ ऐसे हिल स्टेशन भी हैं तो कश्मीर या शिमला मनाली से कम नहीं लेकिन लोग इनके बारे में अधिक जानते ही नहीं।

बहुत कम लोगों को पता होगा कि मनाली से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर उतनी ही खूबसूरत दृश्यों वाला हिल स्टेशन है। अगर आप शिमला-मनाली और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों पर जाना चाहते हैं लेकिन भीड़ से भी बचना चाहते हैं तो भारत के कुछ छुपे हुए हिल स्टेशनों का चयन कर सकते हैं। यहां आपको कुछ आफबीट हिल स्टेशनों के बारे में बताया जा रहा है, जहां आप गर्मियों की छुट्टी बिता सकते हैं।

शांघड़ गांव

हिमाचल प्रदेश में कुल्लू जिले की सैंज घाटी में खूबसूरत शांघड़ गांव बसा है। इस गांव के नजारे स्विट्जरलैंड जैसे हैं। यही वजह है कि शांघड़ मैदान को कुल्लू का खज्जियार या भारत का दूसरा मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। शांघड़ के मैदान में हरे-भरे पेड़ और अद्भुत चीड़ के पेड़ों व रंग बिरंगे छोटे घरों का नजारा विदेशी पर्यटन जैसा लगता है। यहां बरशानगढ़ झरना, शंगचुल महादेव मंदिर, शांघड़ मीडोज और रैला गांव में लकड़ी से बना टावर मंदिर है, जहां आप मन की शांति और सुंदर दृश्यों का सुख ले सकते हैं।

कैसे पहुंचे

अपने शहर से चंडीगढ़, अंबाला या जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां से सड़क मार्ग के जरिए मनाली तक का सफर कर सकते हैं। गंतव्य तक पहुंचने के लिए मनाली से सैंज का सफर स्थानीय बस से कर सकते हैं। इसके अलावा कुल्लू हवाई अड्डा पहुंचकर भंतर से सैंज के लिए बस या टैक्सी मिल जाएगी।

कनातल

छुपे हुए खूबसूरत हिल स्टेशनों की तलाश में हैं तो उत्तराखंड के कनातल हिल स्टेशन के सफर पर जा सकते हैं। यहां सीमित सैलानी आते हैं, इसलिए प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाने के साथ ही भीड़ भाड़ से दूर सुकून का वक्त बिता सकते हैं। कनातल में कैंपिंग, ट्रैकिंग कर सकते हैं। यह हिल स्टेशन देहरादून से 78 किमी दूर है। मसूरी से 38 किमी और चंबा से 12 किमी दूर इस हिल स्टेशन पर पहुंचना भी आसान है।

कैसे पहुंचें

कनातल हिल स्टेशन की सैर के लिए देहरादून रेलवे स्टेशन से आगे का सफर बस से कर सकते हैं। अगर मसूरी या चंबा में है तो भी टैक्सी या स्थानीय बस आपको कनातल की सैर करा सकती हैं।

कलगा गांव

ट्रैकिंग के शौकीन हैं तो कलगा गांव का रुख करें। कलगा-बुनबुनी-खीरगंगा ट्रैक बेहतर विकल्प हो सकता है। इस 28 किमी लंबे ट्रैक को पूरा करने में तीन दिन का वक्त लग सकता है। कलगा गांव और ट्रैक हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पार्वती घाटी में पुलगा डैम के पास स्थित है।

ट्रैकिंग के अलावा यहां पहाड़ी की चोटी से मणिकर्ण घाटी का अद्भुत नजारा दिखता है। सूर्यास्त का दृश्य तो बहुत ही मनमोहक होता है।

कैसे पहुंचे कलगा

कुल्लू जिले के भुंतर तक सड़क व हवाई मार्ग से पहुंचें। हवाई अड्डे से 25 किलोमीटर की दूरी पर मणिकर्ण है, जहां के लिए बस या टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं। मणिकर्ण से 10 किमी दूर कलगा गांव है, जहां से ट्रैक की शुरुआत होती है।