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गूगल ने मोबाइल उत्पादन के लिए तमिलनाडु को चुना तो कर्नाटक में BJP-कांग्रेस भिड़ीं, छिड़ी जुबानी जंग

बंगलूरू: तमिलनाडु में गूगल अपने पिक्सेल स्मार्टफोन का निर्माण कर सकता है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसकी घोषणा की। सीएम की घोषणा के बाद से कर्नाटक में वाद-विवाद शुरू हो गया। विपक्षी भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। इस वजह से कर्नाटक गूगल से करार करने में पिछड़ गया।

भाजपा ने ट्वीट कर लगाया आरोप
भाजपा ने एक्स पर एक पोस्ट किया। पोस्ट में पार्टी ने कहा कि कर्नाटक ने एक बड़ा निवेश खो दिया है। कांग्रेस सरकार के शासन के कारण कर्नाटक में काननू व्यवस्था धराशाई हो गई है। इस वजह से राज्य में बड़े निवेश नहीं हो रहे हैं। राज्य के युवा रोजगार के अवसर से चूक जा रहे हैं। भाजपा ने कर्नाटक को अपनी नीतियों से आर्थिक राज्य बना दिया था। वहीं, सीएम सिद्धारमैया अपनी नीतियों से इसे नष्ट कर रही हैं।

डीके शिवकुमार ने लगाए आरोप
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। भाजपा पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। शिवकुमार ने कहा कि भाजपा नेताओं ने ऐसा ट्वीट किया, यह शर्मनाक है। भाजपा को पहले दस्तावेजों की जांच करनी चाहिए कि कितने निवेशक भाजपा सरकार के उत्पीड़न से परेशान होकर देश से बाहर चले गए हैं। जब से कांग्रेस ने राज्य की सत्ता संभाली है। कई निवेशक यहां आए हैं। चुनाव के बाद हम आपको दिखाएंगे कितने निवेशक राज्य में निवेश करना चाहते हैं। कर्नाटक विकास और शांति का स्थान है।

पेशेवर आईटी युवाओं को रोजगार मिलेगा
सीएम ने गुरुवार को कहा था कि राज्य सरकार ने गूगल के प्रबंधन के साथ शुरुआती स्तर पर बातचीत पूरी कर ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध गूगल जल्द ही आधिकारिक तौर पर बातचीत करने के लिए अपने अधिकारियों को चेन्नई भेजेगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि चेन्नई के पास गूगल पिक्सल स्मार्टफोन की उत्पादन फैक्ट्री लगाने से राज्य के कई पेशेवर आईटी युवाओं को रोजगार मिल जाएगा। मीडिया में आई जानकारी में बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने 2030 तक एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य हासिल करने का टारगेट सेट किया है। इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए निवेशकों ने तमिलनाडु, मलेशिया, सिंगापुर, जापान, फ्रांस और अरब देश में बैठक आयोजित की। इस दौरान लगभग 9.61 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ। इससे तकरीबन 30 लाख नौकरियां पैदा होंगी।

नाबालिग का फर्जी वीडियो वायरल होने पर मां का सब्र टूटा, रोते हुए पुलिस से की रक्षा की अपील

पुणे:  देश में इन दिनों पुणे में हुए सड़क हादसे की चर्चा हो रही है। यहां एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कार 17 साल का नाबालिग चला रहा था, जो शराब के नशे में धुत था। कोर्ट ने उसे निबंध लिखने की सजा देकर रिहा कर दिया था। बाद में विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी। इन सबके बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर आरोपी की मां परेशान हैं। उन्होंने पुलिस से बेटे की रक्षा करने की अपील की है।

‘मेरा बेटा डिटेंशन सेंटर में’
दरअसल, वीडियो में एक रैप गीत में आरोपी किशोर के होने का दावा करते हुए कार दुर्घटना में कैसे बच निकलने की बात बताई गई है। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर 17 साल के लड़के की मां ने पुलिस से अपने बेटे की रक्षा की अपील की। एक वीडियो संदेश में किशोर की मां ने जोर देकर कहा, ‘जो वीडियो वायरल हो रहा है वह मेरे बेटे का नहीं है। यह एक फर्जी वीडियो है। मेरा बेटा डिटेंशन सेंटर में है।’

वायरल रैप वीडियो किसका?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक रैप गीत में आरोपी किशोर के होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही आरोप लगाए जा रहे हैं कि कार दुर्घटना के बाद भी कैसे बच निकला। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह एक फर्जी अकाउंट था और किशोर का वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है। बाद में पता चला की रैप वीडियो एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का था।

यह है मामला
नाबालिग शराब के नशे में धुत था और 200 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से अपने पिता की पोर्श कार चला रहा था। तभी एक बाइक से कार की टक्कर हो जाती है। इस हादसे में मध्य प्रदेश के रहने वाले दो इंजीनियर अनीश अवधिया (पुरुष) और अश्विनी कोस्टा (महिला) की मौके पर ही मौत हो गई। ये कार कोई और नहीं बल्कि रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा चला रहा था। हादसे के बाद उसने भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। बाद में उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया, जहां कुछ घंटों बाद जमानत दे दी गई। हालांकि विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी। अब पुणे के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने लग्जरी कार के पंजीकरण को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

‘उन्हें पता था कि किसी भी चूक से धमाका हो सकता है’, फैक्ट्री मालिक के खिलाफ FIR में खुलासा

डोंबिवली: महाराष्ट्र के डोंबिवली की फैक्ट्री में बॉयलर फटने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 60 से अधिक लोग घायल हैं। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। एफआईआर में मालिकों/निदेशकों मालती प्रदीप मेहता, मयाल प्रदीप मेहता और अन्य निदेशकों, प्रबंधन कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम हैं, जो फैक्ट्री की देखरेख कर रहे थे।

एफआईआर के अनुसार, अधिकारियों ने रसायनों के मिश्रण और भंडारण में सावधानी नहीं बरती, वह भी यह जानते हुए कि छोटी सी चूक से विस्फोट हो सकता है। विस्फोट के लगभग 12 घंटे बाद, ठाणे जिले में मानपाड़ा पुलिस ने शुक्रवार को लगभग 1.50 बजे एफआईआर दर्ज की थी।

आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (धारा 304), जानबूझकर चोट पहुंचाने और ज्वलनशील पदार्थ और विस्फोटक पदार्थों के संबंध में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है।

एफआईआर में बताया गया कि विस्फोट का प्रभाव इतना भीषण था कि इससे घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और कारखाने के आसपास की कारों, सड़कों और बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने गुरुवार को बताया कि फैक्ट्री में खाद्य रंगों का उत्पादन किया जाता है। इसमें पेरोक्साइड का इस्तेमाल होता है। यह अत्यधिक प्रतिक्रियाशील और अस्थिर रसायन है। यह कुछ परिस्थितियों में हिंसक विस्फोट का कारण बन सकते हैं।

गुरुवार दोपहर 1.40 बजे अमुदान कैमिकल फैक्टरी में बॉयलर फटने से विस्फोट हुआ था। अब तक घटनास्थल से 10 शव बरामद किए गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा भी की है। उन्होंने डोंबिवली बॉयलर विस्फोट मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

पोर्श कांड में भड़का विपक्ष, विरोध-प्रदर्शन कर राज्य सरकार पर लगाए बड़े आरोप

पुणे: पुणे पोर्श कांड से महाराष्ट्र की पूरी राजनीतिक तस्वीर बदल गई है। यह मामला अब राज्य का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। विपक्षी दल इस मामले में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा और राज्य सरकार पर भी निशाना साधा। विपक्षी नेताओं का कहना है कि देवेंद्र फडणवीस और भाजपा ने पुणे को बर्बाद किया है। इसके अलावा, बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ पब और बार कर्मचारियों ने भी अपनी आवाज उठाई।

कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार (एनसीपी-एससीपी) के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।

सीपी ऑफिस के सामने विरोध
वहीं, पुणे लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर ने सीपी ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया।

जो लोग गुजर गए, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए
रवींद्र धांगेकर ने कहा, ‘इस मामले में पुलिस अधिकारी डिफॉल्टर हैं और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। जो लोग गुजर गए, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। पुलिस कमिश्नर को सब पता है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं यहां इसलिए हूं ताकि वह जान सकें कि पुणे के लोग सड़कों पर हैं।’

णे आज गलत वजहों से ट्रेंड में
पुणे एनसीपी-एससीपी के अध्यक्ष प्रशांत सुदामराव जगताप ने कहा, ‘पुणे आज गलत वजहों से ट्रेंड में हैं। इसलिए आज हम पुणे के डीएम कार्यालय यह अनुरोध करने के लिए आए हैं कि सब कुछ सही करें। जो पुणे पहले अच्छी संस्कृति के लिए जाना जाता था। वो 10 सालों में बिगड़ा हुआ है। दुर्घटना के बाद पुलिस पर राजनीतिक दबाव था। देवेंद्र फडणवीस और भाजपा ने पुणे को बर्बाद कर दिया। उन्होंने पुणे में मसाज पार्लर, डिस्को और पब की संस्कृति का समर्थन किया और इसलिए शहर में ‘माफिया राज’ है। पुलिस राज्य सरकार के तहत काम करती है, मुझे लगता है कि पुलिस को दबाव में काम नहीं करना चाहिए जो अब तक हुआ है। अगर कोई राजनीतिक दबाव बनाना चाहता है तो पुलिस को उसका नाम सार्वजनिक करना चाहिए। केवल मुआवजे से काम नहीं चलेगा, मुझे लगता है कि जो दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’

यह है मामला
पुणे शहर में 18-19 मई की दरम्यानी रात को करीब तीन करोड़ रुपये की पोर्श कार को तेज गति से दौड़ाने के चक्कर में 17 साल के लड़के ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी। गाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक अपना संतुलन खोकर काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चली गई, जिससे उस पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी।

प. दिल्ली में क्यों हो रही प्रवेश वर्मा की चर्चा? ‘पुराने चावल’ और बहू-बेटी में किसकी लगेगी लॉटरी?

राजधानी दिल्ली की पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर इन दिनों यह शायरी “इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं” चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इसका जिक्र वोटर्स वर्तमान सांसद और भाजपा नेता प्रवेश वर्मा के लिए करते हुए दिख रहे हैं। आम मतदाता से लेकर स्थानीय भाजपा नेता केवल यही प्रश्न पूछते हुए दिख रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जो भाजपा ने प्रवेश वर्मा का ही टिकट काट दिया।

प्रवेश वर्मा का टिकट कटने के बाद अब पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से कमलजीत सहरावत मैदान में है। कमलजीत दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर रह चुकी हैं। फिल्हाल वे द्वारका-बी वार्ड से पार्षद हैं। जाट समाज से आने वालीं दिल्ली भाजपा की महासचिव कमलजीत सहरावत अपने क्षेत्र में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। वे समय-समय पर पार्टी के सभी कार्यक्रमों और धरना-प्रदर्शनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं। वे दिल्ली भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रही हैं। इसलिए भाजपा ने महिला और जाट वोटरों को साधने के लिए कमलजीत सहरावत पर दांव खेला है। पश्चिमी दिल्ली की रहने वाली कमलजीत सहरावत मतदाताओं के बीच हमेशा बेटी और बहू की तरह पेश आती हैं। वे चुनाव प्रचार के दौरान आम लोगों से हमेशा हाजिर रहने का वादा करते हुए नजर आ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कमलजीत सेहरावत के समर्थन में द्वारका में एक चुनावी रैली को संबोधित कर चुके हैं।

भाजपा उम्मीदवार सेहरावत का मुकाबला बिहारी दिग्गज महाबल मिश्रा से है। मिश्रा इंडिया गठबंधन और आम आदमी पार्टी के साझा उम्मीदवार हैं। बिहार के मधुबनी के रहने वाले महाबल मिश्रा का राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा है। वे कांग्रेस पार्टी की तरफ से पहले भी पार्षद, विधायक भी रह चुके हैं। हालांकि, भाजपा की लहर में पहले उन्होंने अपनी सांसदी गंवाई, इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से विधायक का चुनाव लड़ा लेकिन आप को मिले प्रचंड बहुमत ने उन्हें दिल्ली विधानसभा तक भी नहीं पहुंचने दिया। पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके पुत्र विनय मिश्रा के आप में शामिल होने के बाद महाबल मिश्रा भी आप में शामिल हो गए। ऐसे में पूर्वांचलियों के दिलों में सालों पहले राज करने वाले महाबल मिश्रा पर आप पार्टी ने फिर विश्वास जताया है। मिश्रा के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी रोड शो कर चुके हैं। मिश्रा के बेटे विनय अभी इसी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली द्वारका सीट से आप पार्टी से विधायक हैं।

तिलक नगर निवासी संजीव झा कहते हैं कि महाबल मिश्रा जमीन से जुड़े नेता हैं। वे ऐसे एक मात्र नेता हैं जो पूरे क्षेत्र में कई बार स्कूटी या बाइक पर घूमते हुए मिल जाएंगे। सीनियर नेता और वीआईपी होने के बावजूद वे जरूरत पड़ने पर बिना किसी तामझाम और बगैर प्रोटोकॉल के स्कूटी से ही लोगों के बीच पहुंच जाते हैं। यही वजह है कि वे पूर्वांचली मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। क्षेत्र के लोग उन्हें पश्चिमी दिल्ली के ‘पुराने चावल’ या स्कूटी वाले बाबा कहकर भी पुकारते हैं।

इसलिए नजर आ रही है कांटे की टक्कर
भाजपा पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर पिछले दो बार से चुनाव जीतती आ रही है। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 10 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। उत्तम नगर निवासी विजय कुमार कहते हैं कि इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इसलिए उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार जीत सकता है। मिश्रा की पहले से इस क्षेत्र में पकड़ है। वे पूर्व सांसद भी रहे हैं। साथ ही बिहार के रहने वाले हैं। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिहारी लोग रहते हैं। ऐसे में क्षेत्रीय वोटर्स को साधने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी।

नाबालिग आरोपी की बढ़ेंगी मुश्किलें!, अधिकारी का दावा- खून की रिपोर्ट के अलावा और भी कई सबूत

पुणेl:   देश में इन दिनों पुणे में हुए सड़क हादसे की चर्चा हो रही है। यहां एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कार 17 साल का नाबालिग चला रहा था, जो शराब के नशे में धुत था। इस मामले में पुलिस जांच पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच एक अधिकारी ने बताया कि नाबालिग आरोपी के खिलाफ खून की रिपोर्ट के अलावा और भी कई सबूत हैं।

हमारे पास सीसीटीवी फुटेज
पुणे सीपी अमितेश कुमार ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सीसीटीवी फुटेज हैं, जिसमें नाबालिग शराब पीता हुआ दिख रहा है। मैं यह कहना चाहता हूं कि इस मामले में हमारे पास सिर्फ रक्त रिपोर्ट ही नहीं बल्कि और भी कई सबूत हैं। नाबालिग अपने होश में था। ऐसा नहीं था कि वह लोग इतने नशे में थे कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था। उन्हें इस बात की पूरी जानकारी थी कि उनके आचरण के कारण धारा 304 कैब जैसी घटना हो सकती है। थाने में पिज्जा पार्टी के मामले में कोई सबूत नहीं है।’

अब तक जांच में कुछ भी नहीं मिला
उन्होंने आगे कहा, ‘आरोपियों को तरजीह देने के आरोपों पर अब तक जांच में कुछ भी नहीं मिला है। अगर हमें कोई सूचना मिलती है कि चश्मदीद गवाह को किसी परेशानी का सामना करना पड़ा है, तो उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हमें अभी तक खून की रिपोर्ट नहीं मिली है। हमने फोरेंसिक से दोनों नमूनों का डीएनए नमूना लेने का अनुरोध किया है।’

सिर्फ 7000 रुपये में करें मिनी स्विट्जरलैंड की सैर, गर्मियों की छुट्टियां बन जाएंगी यादगार

गर्मियों में वीकेंड पर किसी हिल स्टेशन जाने की सोच रहे हैं तो हिमाचल प्रदेश की ओर रुख कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में एक से बढ़कर एक सुंदर और सस्ते हिल स्टेशन मिल जाएंगे। यहां के पर्यटन स्थल प्राकृतिकता के नजदीक और मन को बेहद सुकून देने वाले हैं। इसके अलावा मैदानी इलाकों की तुलना में हिमाचल प्रदेश की कई जगहों का तापमान भी कम है। इस कारण गर्मियों में पर्यटकों की भीड़ हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय हिल स्टेशनों जैसे शिमला-मनाली पहुंचती है।

हालांकि अगर आप बहुत अधिक भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं, और प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण किसी जगह पर गर्मियों की छुट्टी में जाना चाहते हैं तो धर्मशाला हिल स्टेशन को विकल्प में शामिल कर सकते हैं। बहुत अधिक भीड़भाड़ वाली जगहों से अलग धर्मशाला का सफर मजेदार और बजट में किया जा सकता है। आइए जानते हैं धर्मशाला कब और कैसे पहुंचे। साथ ही इस लेख के माध्यम से धर्मशाला में छुट्टी बिताने के लिए औसत खर्च के बारे में भी जान लीजिए।

दिल्ली से धर्मशाला का सफर

दिल्ली से धर्मशाला की दूरी 480 किमी है, जिसे तय करने के लिए सड़क मार्ग से लगभग 9-10 घंटे का समय लग सकता है। ट्रेन से धर्मशाला जा रहे हैं तो भी करीब 12 घंटे में गंतव्य पर पहुंचा जा सकता है। दिल्ली के कश्मीरी गेट से एचआरटीसी की बस पकड़ सकते हैं।

कैसे पहुंचे धर्मशाला

बजट में धर्मशाला की सैर करना चाहते हैं तो ट्रेन से सफर करें। हालांकि धर्मशाला में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। शहर से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पंजाब का पठानकोट स्टेशन है, जो लगभग 86 किमी दूर है। पठानकोट पहुंचकर यहां से बस या टैक्सी के जरिए धर्मशाला की यात्रा करें। इसके अलावा पठानकोट से बाइक भी बुक करके धर्मशाला की वादियों की सैर कर सकते हैं। सीधे निजी वाहन से भी दिल्ली से धर्मशाला जा सकते हैं।

धर्मशाला के पर्यटन स्थल

 

  • त्रियुंड हिल
  • सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्च
  • युद्ध स्मारक
  • भागसूनाग मंदिर
  • ग्योतो मठ
  • करेली डल झील
  • कांगड़ा किला
  • भागसू झरना
  • दलाई लामा मंदिर
  • मसरूर रॉक कट मंदिर
  • कांगड़ा कला संग्रहालय
  • ज्वाला देवी मंदिर
  • कालचक्र मंदिर

धर्मशाला घूमने का खर्च

धर्मशाला की सैर के लिए 5-6 हजार रुपये प्रति व्यक्ति का खर्च आ सकता है। धर्मशाला बस या ट्रेन से जा रहे हैं तो 300 से हजार रुपये किराया लग सकता है। पठानकोट से धर्मशाला के लिए बस या बाइक बुक करने पर 600 रुपये तक का खर्च आ सकता है। धर्मशाला में 1000 से 3000 रुपये में कमरा एक दिन के लिए मिल जाएगा। खाने पीने में बहुत अधिक व्यय नहीं करना पड़ता। 500 से 1000 रुपये में लजीज स्थानीय व्यंजन खा सकते हैं। घूमने के लिए बाइक या स्कूटी किराए पर ले सकते हैं। चाहे तो स्थानीय परिवहन से भी धर्मशाला के पर्यटन स्थलों की सैर कर सकते हैं।

गर्मी से चाहिए तुरंत राहत तो इन दो तरीकों से बनाकर पिएं सत्तू का शरबत

मई का महीना चल रहा है, ऐसे में हीटवेव ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने लोगों को हीटवेव से बचने के लिए घर से न निकलने की सलाह दी है। इस हीटवेव से अगर आप बचना चाहते हैं तो अपने खाने-पीने में भी बदलाव करना बेहद जरूरी है। इस मौसम में सत्तू का शरबत पीना काफी लाभदायक माना जाता है क्योंकि भीषण गर्मी में सत्तू का सेवन किसी वरदान से कम नहीं है।

ये सत्तू काले चने को भूनने के बाद पीस कर तैयार किया जाता है। इसमें प्रोटीन के अलावा फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सत्तू का शरबत आप कई तरह से तैयार करके पी सकते हैं। बहुत से लोग मीठा शरबत बनाना पसंद करते हैं तो वहीं बहुत से लोगों को चटाकेदार शरबत पसंद होता है। अगर आप भी सत्तू पीना पसंद करते हैं तो हम इस लेख में आपको दो आसान तरीकों से सत्तू का शरबत बनाने का तरीका बताएंगे।

सत्तू का मीठा शरबत बनाने का सामान

  • सत्तू
  • पानी
  • चीनी का पाउडर
  • काजू
  • बादाम

बनाने की विधि

सत्तू का मीठा शरबत बनाना काफी आसान है। इसके लिए सबसे पहले एक जग में सत्तू लें। अब इसमें पानी डालकर इसका घोल पतला कर लें। जब घोल पानी में सही तरह से मिल जाए तो इसमे चीनी का पाउडर डालें। चीनी के पाउडर को पानी में सही तरह से घोलें, ताकि इसका स्वाद सही से आए। इसके बाद जब ये सही से घुल जाए तो इसमें ऊपर से कटे हुए बादाम और काजू डालकर आखिर में बर्फ डालें। अब ठंडा करने के बाद इसे गिलास में करके परोसें।

सत्तू का नमकीन शरबत बनाने का सामान

 

  • सत्तू
  • भुना जीरा पाउडर
  • हरी मिर्च
  • पुदीना के पत्ते
  • हींग – 1 चुटकी
  • नींबू रस
  • काला नमक
  • नमक
  • बर्फ

 

नैंसी त्यागी के वो तीन लुक, जिनकी वजह से बढ़ती जा रही उनकी लोकप्रियता

इस साल 77वें कान फिल्म फेस्टिवल में ऐश्वर्या राय बच्चन, उर्वशी रौतेला, कियारा आडवाणी समेत कई अभिनेत्रियों ने अपना जलवा बिखेरा। फ्रांस में चल रहे इस बड़े समारोह में शिरकत करने के लिए बॉलीवुड जगत के अलावा कई इंफ्लूएंसर भी वहां पहुंचे हैं। इस दौरान भारत से एक ऐसी डिजाइनर भी कान के रेड कार्पेट पर पहुंचीं, जिसे देखकर लोग उनपर से नजरें नहीं हटा पाए। ये कोई और नहीं बल्कि यूपी की बिटिया नैंसी त्यागी थीं। वो खुद से डिजाइन किए हुए आउटफिट पहनकर कान के रेड कार्पेट पर पहुंची। अपने फैशन सेंस से उन्होंने सभी का दिल जीत लिया।

उन्होनें इस फिल्म फेस्टिवल में तीन अलग-अलग लुक कैरी किए। इन तीनों लुक्स ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। नैंसी के तीनों लुक्स एक-दूसरे से एकदम अलग थे। अपने इन खूबसूरत आउटिफट्स को न सिर्फ नैंसी ने डिजाइन किया बल्कि साथ ही में उन्होंने इसकी सिलाई भी खुद से ही की है। आइए आपको भी नैंसी के इन लुक्स के बारे मे बताते हैं।

पहला लुक

सबसे पहले बात करें नैंसी के पहले लुक की तो अपने पहले लुक को पूरा करने के लिए उन्होंने बार्बी स्टाइल का गाउन पहना था। ये गाउन 20 किलो का था, जिसको बनाने में 1000 मीटर कपड़ा लगा था। नैंसी ने ये गाउन खुद ही एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया था।

कैसा रहा लुक

इस लुक के साथ नैंसी ने अपने हाथों में ग्लव्स पहने थे। खुले बाल उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहे थे। गले में उन्होंने हल्का सा नेकपीस पहना था, जो देखने में बेहद प्यारा था। इस ऑफ शोल्डर गाउन के साथ नैंसी ने अपने मेकअप को बेहद ही लाइट रखा था। उनकी इन तस्वीरों पर लोगों ने जमकर प्यार बरसाया है।

दूसरा लुक

बात करें नैंसी के दूसरे लुक की तो अपने दूसरे लुक के आउटफिट को भी उन्होंने खुद ही डिजाइन किया था। इस लुक में उन्होंने हैवी एम्ब्राइडरी वाली नेट की साड़ी को चुना है। इसको ग्लैमरस लुक देने के लिए नैंसी ने इसके साथ खूबसूरत सा बैकलेस ब्लाउज पहना था। पेस्टल रंग की ये साड़ी देखने में कमाल की लग रही थी।

कैसा रहा लुक

अपनी इस खूबसूरत साड़ी के साथ पहनने के लिए नैंसी ने एक स्कार्फ को भी रेडी किया है। बात करें उनके मेकअप की तो अपने मेकअप को नैंसी ने बेहद सादा रखा है। इसके साथ कानों में लंबे राउंड इयररिंग्स उनके लुक में चार चांद लगा रहे थे। इस लुक के साथ उन्होंने हाई हील्स भी पहनी थी।

चेहरे के दाग-धब्बों के लिए वरदान है पुदीना, यहां जानें इसके इस्तेमाल का सही तरीका

गर्मी का मौसम चल रहा है। इस मौसम में खाने पीने के साथ-साथ अपनी त्वचा का ध्यान रखना अभी बेहद जरूरी हो जाता है। इसकी वजह है कि आजकल कई जगह का पारा 45 डिग्री के पार हो रहा है। इतनी गर्मी में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के साथ-साथ त्वचा संबंधी समस्याएं सामने आने लगती है। खासतौर पर गर्मी में मुंहासे और एक्ने की समस्या सामने आना बेहद बात है। मुंहासे और एक्ने की समस्या का निस्तारण तो आप कर सकते हैं लेकिन इसके दाग-धब्बों को हटाना बेहद मुश्किल काम है।

ऐसे में हम आपको पुदीने से चेहरे के दाग-धब्बों को हटाने का आसान तरीका बताएंगे। इस लेख में हम पुदीना से बनने वाले फेस पैक के बारे में भी आपको बताएंगे। पुदीना से फेस पैक बनाना बेहद आसान है और गर्मी के मौसम में आपको आसानी से बाजार में पुदीने की ताजी पत्तियां मिल जाएगी। तो चलिए देर ना करते हुए आपको फेस पैक बनाने का तरीका बताएं।

पुदीना और हल्दी

हर भारतीय घर में हल्दी तो जरूर होती है। ऐसे में सबसे पहले एक कटोरी में हल्दी लेकर उसमें पुदीना की पत्तियों को डालें। अब इसे अच्छी तरह से पीस लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के बाद चेहरा सादे पानी से धो लें। इस पेस्ट के नियमित इस्तेमाल से आपको असर जरूर दिखाई देगा।

पुदीना और मुल्तानी मिट्टी

गर्मी के मौसम में मुल्तानी मिट्टी चेहरे के लिए काफी फायदेमंद रहती है। ऐसे में सबसे पहले इसका पेस्ट तैयार करें। अब पुदीने की पत्तियों के पेस्ट को भी मुल्तानी मिट्टी के साथ मिला लें। आखिर में इसमें दही डालकर मिक्स करें और अपने चेहरे पर लगाएं। जब ये सूख जाए तो मसाज करते हुए चेहरा साफ कर लें।

जानें इसके फायदे

अगर आप इन फेसपैक का इस्तेमाल नियमित रूप से करेंगे तो इससे आपके चेहरे के दाग-धब्बे साफ हो जाएंगे। पुराने से पुराने दाग-धब्बों को भी पुदीना का पैक साफ कर सकता है। इस पैक के नियमित इस्तेमाल से आपकी त्वचा हाइड्रेट रहेगी। गर्मी के मौसम में त्वचा को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी होता है। ऐसा न करने पर कई परेशानियां जन्म लेने लगती हैं।