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पीएम बोले- इंडी गठबंधन ने देश को किया बदहाल, 2014 के पहले हर क्षेत्र में मची थी लूट

प्रतापगढ़: नरेंद्र मोदी ने प्रतापगढ़ में कहा कि कांग्रेस देश के विकास का मजाक बना रही है। सपा और कांग्रेस का मानना है कि देश का विकास अपने आप हो जाएगा। हमने शौचालय बनवाए तो सपा कांग्रेस ने कहा तो कहा इससे क्या होगा। भाजपा ने पक्का घर गरीबों को दिया तो कहा कि क्या होगा। वर्षों शासन करने के बावजूद देश के पचासी फीसदी घरों में नल से जल नहीं आता था। हमने 14 करोड़ गरीबों तक पीने का पानी पहुंचाया। जीआईसी में आयोजित जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग सेना के शौर्य पर सवाल उठा रहे हैं। यह लोग कह रहे हैं कि सत्ता में आने के बाद आर्टिकल 370 वापस कर देंगे। यह लोग पाकिस्तान के पास जाएंगे कबूतर उड़ाएंगे। सपा और कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत है। देश जब आजाद हुआ था तो भारत छह नंबर की अर्थव्यवस्था थी। कांग्रेस ने वर्षों शासन करने के बाद अर्थव्यवस्था को ग्यारह नंबर पर ला दिया था। 2014 के बाद भाजपा की सरकार आने के बाद कड़ी मेहनत के बाद अर्थव्यवस्था पांचवें स्थान पर लाया है।
तीसरी बार सत्ता में आएंगे तो विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकारी तीसरी बार सत्ता में आई तो देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। यह मोदी की गारंटी है। सपा और कांग्रेस के लोग न मेहनत के आदी हैं न ही नजीते लागे की इनमें सामर्थ्य है। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि अमेठी से भगाए गए हैं और अब रायबरेली से भी भगाए जाएंगे। देश चलाना सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए बच्चों का खेल नहीं है। यह आपसे नहीं हो पाएगा। चार जून को बाद मोदी सरकार तो बनेगी ही बनेगी लेकिन और बहुत कुछ होने वाला है।

चार जून के बाद इंडी गठबंधन टूट करके बिखर जाएगा खटाखट खटाखट। पराजय के बाद बलि के बकरे को खोजा जाएगा खटाखट खटाखट। शहजादे चाहे लखनऊ या दिल्ली वाले हों यह शहजादे गर्मी की छुट्टी पर विदेश निकल जाएंगे खटाखट खटाखट। किसी ने बताया है कि टिकट बुक कराने के लिए भी बोल दिया है।

कांग्रेस समाप्त करना चाहती है आरक्षण

मोदी ने कहा कि कांग्रेस पिछड़ों का आरक्षण समाप्त करना चाहती है। यह कार्य कर्नाटक से शुरू भी कर दिया है। यह लोग पिछड़ों का आरक्षण लेकर मुसलमानों को देना चाहते हैं। कांग्रेस के शहजादे कह रहे हैं सबकी जांच कराएंगे। उन्होंने दलितों और पिछड़ों का आरक्षण भी शुरू कर दी है। कांग्रेस कर्नाटक का यह फार्मूला पूरे देशभर में लागू करना चाहती है। ओबीसी से विश्वासघात करने वाली सपा इस पर चुप बैठी है। सपा और कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति यहीं पर नहीं रुकी। यह लोग मोदी के खिलाफ वोट जिहाद की अपील कर रहे हैं। कांग्रेस के शहजादे कहते हैं कि वह सत्ता में आएंगे तो रामलला को फिर टेंट में भेज देंगे और राम मंदिर में ताला लगवा देंगे, लेकिन मोदी ऐसा नहीं होने देंगे। हमारे रहते ऐसा नहीं हो सकता है।

सपा को बड़ा झटका, पार्टी के संस्थापक सदस्य रामहरि चौहान ने दिया इस्तीफा; बताई ये वजह

मऊ:  सपा के संस्थापक सदस्य और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रामहरि चौहान ने बुधवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। लोक सभा चुनाव के दौरान रामहरि के इस्तीफे को सपा के बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। रामहरि ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि लोक सभा चुनाव में सपा ने चौहान समाज के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया है। जबकि हमने हमेशा सपा का साथ दिया था। कहा कि पार्टी की गलत नीतियों और गलत निर्णय से वह क्षुब्ध हैं।

रामहरि ने लिखा कि पार्टी की निति निर्धारित करने वालों को जनता से कोई सरोकार नहीं है। एक तरफ सपा द्वारा पीडीए का नारा दिया जाता है, लेकिन जहां पर चौहान समाज की ताकत है, वहीं पर उसकी उपेक्षा हो रही है। बीते कई दिनों से समाज के लोग इस बात को लेकर नाराज हैं, लेकिन स्थानीय स्तर से लेकर प्रदेश तक उनकी बातों को नजर अंदाज किया जा रहा है। ऐसे में जहां पर कार्यकर्ता अपनी बात को रख न सके, उस माहौल में काम करना संभव नहीं है।

चौहान ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर त्यागपत्र को स्वीकार करने का आग्रह किया है। वहीं सपा के इस दिग्गज नेता के पार्टी के इस्तीफे के बाद से सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। उनके इस्तीफे को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक रामहरि चौहान ने अपने अगले राजनितिक कदम को लेकर कोई बयान नहीं दिया है।

केजरीवाल के भाषण पर ईडी ने जताई आपत्ति, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हम इसमें नहीं पड़ना चाहते

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देने में कोई अपवाद नहीं रखा है। कोर्ट ने ये भी कहा कि ‘फैसले का आलोचनात्मक विश्लेषण स्वागत योग्य है।’ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को अंतरिम जमानत से संबंधित बयानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केजरीवाल के वकील के दावों और जवाबों पर विचार करने से इनकार कर दिया।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हमने कोई अपवाद नहीं बनाया
पीठ ने कहा, ‘हमने किसी के लिए कोई अपवाद नहीं बनाया है, हमने अपने आदेश में वही कहा जो हमें उचित लगा।’ पीठ ने कहा कि फैसले के आलोचनात्मक विश्लेषण का ‘स्वागत’ है। दरअसल ईडी की ओर से पेश होते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने चुनावी रैलियों में केजरीवाल के भाषणों पर आपत्ति जताई कि अगर लोगों ने आप को वोट दिया, तो उन्हें 2 जून को वापस जेल नहीं जाना पड़ेगा। इस पर पीठ ने मेहता से कहा, ‘यह उनकी धारणा है, हम कुछ नहीं कह सकते।’

शीर्ष अदालत अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ केजरीवाल की मुख्य याचिका पर सुनवाई कर रही थी। शीर्ष अदालत ने 10 मई को कथित दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी थी। कोर्ट ने उन्हें 2 जून को सरेंडर करने को कहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था।

अखिलेश यादव से हुई मुलायम वाली ‘गलती’! स्वाति मालीवाल मामले में टिप्पणी कर फंसे सपा अध्यक्ष

नई दिल्ली:  समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एक नए विवाद में फंस गए हैं। लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वाति मालीवाल हिंसा मामले से ‘ज्यादा जरूरी दूसरी बातों’ के होने की बात कहकर अखिलेश यादव भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव की टिप्पणी समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन की वह मानसिकता दिखाती है, जिसमें वे महिलाओं को ‘कमतर’ समझते हैं। पार्टी का आरोप है कि महिलाओं के साथ हिंसा होना समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं के लिए कोई ‘बड़ा मुद्दा नहीं’ है। पार्टी ने अखिलेश यादव से उनके बयान के लिए खेद प्रकट करने की मांग की है।

भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अमर उजाला से कहा कि अखिलेश यादव का बयान महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की एक महिला सांसद के साथ एक मुख्यमंत्री के आवास के अंदर मारपीट की घटना होती है और इसके बाद भी यदि अखिलेश यादव इसे गंभीर मुद्दा नहीं मानते, तो यह शर्मनाक है। इससे यह भी साफ हो जाता है कि स्वयं समाजवादी पार्टी के अंदर महिलाओं को लेकर कितनी संवेदनशीलता है।

उन्होंने कहा कि इसके पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने दुष्कर्म की घटना के आरोपियों के बचाव में यह बयान दिया था कि ‘लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है।’ आज अखिलेश यादव भी एक महिला सांसद के साथ मारपीट होने को कम जरूरी मुद्दा मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री का एक दूसरे मुख्यमंत्री के आवास में एक सांसद के साथ मारपीट की घटना को कम आवश्यक बताने से यह साफ हो जाता है कि महिलाओं के प्रति उनकी मानसिकता क्या है। यदि गलती से भी इंडिया गठबंधन की सरकार कभी आई, तो उसमें महिलाओं का क्या हाल होगा, यह भी इस बयान से स्पष्ट हो जाता है। भाजपा नेता ने कहा कि इस तरह के बयानों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं होता और इस बयान के लिए अखिलेश यादव को खेद प्रकट करना चाहिए।

विपक्ष के एजेंडे को डिरेल करने की कोशिश कर रही भाजपा: सपा
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद आजम ने अमर उजाला से कहा कि अब तक के चार चरणों में भाजपा को यह एहसास हो गया है कि वह सत्ता से बाहर जा रही है। यही कारण है कि भाजपा नेता बौखला गए हैं। इस बौखलाहट में वे विपक्ष के एजेंडे को रास्ते से भटकाने के लिए इस तरह के अनावश्यक मुद्दों को तूल देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वाति मालीवाल विवाद को उछालकर भाजपा अपनी नाकामियां छिपाने की कोशिश कर रही है।

61 कौशल गतिविधियां, 900 युवाओं की प्रतिस्पर्धा, सितंबर में फ्रांस में अंतरराष्ट्रीय मुकाबला

केंद्रीय कौशल विकास सचिव अतुल तिवारी ने कहा कि इंडिया स्किल्स सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है। यह कौशल, नवाचार और दृढ़ संकल्प का उत्सव है। यह युवाओं की असीम क्षमता और भविष्य को आकार देने का मंच है। वह दिल्ली के यशोभूमि में इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता 2024 के उद्घाटन सत्र में युवाओं को संबोधित कर रहे थे।

दिल्ली में बुधवार से तीन दिवसीय इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता 2024 शुरू हो गई। इसमें 30 राज्यों के 900 से अधिक उम्मीदवार 61 कौशल स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इसमें निर्माण और भवन प्रौद्योगिकी, रचनात्मक कला, फैशन सूचना-संचार प्रौद्योगिकी, विनिर्माण व इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी, परिवहन व रसद आदि शामिल हैं। तीन दिन तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में 400 से अधिक उद्योग विशेषज्ञ भी शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार नीलांबुज शरण भी मौजूद रहे।

प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर पर क्रेडिट मिलेंगे
इंडिया स्किल्स के विजेता सर्वश्रेष्ठ उद्योग प्रशिक्षकों की मदद से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयारी करेंगे। वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता सितंबर में ल्योन ( फ्रांस )में होने वाली है। इसमें 70 से अधिक देशों के 1,500 प्रतिभागी एक मंच पर अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इस प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर पर क्रेडिट अर्जित करने का मौका मिलेगा।

2.50 लाख छात्रों ने किया पंजीकरण
स्किल इंडिया डिजिटल हब (एसआईडीएच) पोर्टल पर प्रतियोगिता के लिए लगभग 2.5 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था। इसमें से 26000 को प्री-स्क्रीनिंग के माध्यम से शॉर्ट लिस्ट किया गया था। यह डेटा राज्य और जिला-स्तरीय प्रतियोगिता के आयोजन के लिए राज्यों के साथ साझा किया गया था। इसके आधार पर 900 से अधिक छात्रों को इंडिया स्किल्स नेशनल प्रतियोगिता के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था।

अब ई-कॉमर्स साइटों के फर्जी रिव्यू पर सख्ती, खराब सामान-सेवा से निराश उपभोक्ताओं की सरकार ने ली सुध

नई दिल्ली:  ई-कॉमर्स साइटों पर रिव्यू देखकर खरीदी करने और खराब सामान पाकर निराश होने वाले उपभोक्ताओं की सुध लेते हुए सरकार ने फर्जी रिव्यू पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। उपभोक्ता मामलों के विभाग की बैठक में भारत में सक्रिय प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों ने उपभोक्ता समीक्षाओं के लिए गुणवत्ता मानदंडों का अनिवार्य अनुपालन के सरकार के प्रस्ताव का समर्थन किया है। इनमें अमेजन, फ्लिपकार्ट, गूगल व मेटा जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं।

बैठक में ऑनलाइन उपभोक्ता समीक्षाओं पर आईएस 19000:2022 मानक लागू करने के प्रस्तावित गुणवत्ता नियंत्रण आदेश को लेकर बड़ी कंपनियों में आम सहमति बनी। सभी का मानना था कि उपभोक्ता हितों को शॉपिंग वेबसाइटों और एप्स पर भ्रामक समीक्षाओं से बचाने के लिए यह आदेश महत्वपूर्ण है और इस पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है। विभाग जल्द ही मसौदा आदेश सार्वजनिक करेगा और लोगों से इस पर परामर्श मांगेगा।

मानक महत्वपूर्ण : खरे
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा, ये मानक महत्वपूर्ण है क्योंकि ऑनलाइन खरीदार इन समीक्षाओं पर बहुत अधिक निर्भर होते हैं क्योंकि वे उत्पादों का भौतिक निरीक्षण नहीं कर सकते। ऐसे में फर्जी रिव्यू न सिर्फ ई-कॉमर्स प्लेटफार्म की विश्वसनीयता को खतरे में डालते हैं बल्कि उपभोक्ताओं की गलत खरीदारी का कारण भी बनते हैं।

स्वैच्छिक प्रयास विफल होने के बाद उठाया कदम
विभाग ने फर्जी रिव्यू पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने के स्वैच्छिक प्रयास विफल होने के बाद यह कदम उठाया है। इसके अलावा ई-कॉमर्स से जुड़ी उपभोक्ता शिकायतों में भी वृद्धि भी एक कारण है। आंकड़ों के मुताबिक 2018 में जहां ये शिकायतें 95,270 थीं वहीं 2023 में ये बढ़कर 4,44,034 हो गई। यह कुल दर्ज शिकायतों का 43 प्रतिशत है। एक साल पहले, सरकार ने ई-टेलर्स के लिए गुणवत्ता मानदंड जारी किए थे। उन्हें पेड रिव्यू प्रकाशित करने से रोका था और ऐसी प्रचार सामग्री का खुलासा करने की मांग की थी। लेकिन मानदंड स्वैच्छिक थे और ई कॉमर्स कंपनियों ने इन पर अमल नहीं किया।

‘विपक्ष में कोई भी मोदी की बराबरी नहीं कर सकता’, प्रधानमंत्री के मुरीद हुए भारतीय-अमेरिकी व्यवसायी

नई दिल्ली:  भारतीय अमेरिकी व्यवसायी और परोपकार के काम करने वाले एक बिजनेसमैन का कहना है कि भारत में पीएम मोदी एकमात्र नेता हैं, जो भविष्य की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष में कोई भी नहीं है, जो पीएम मोदी की गतिशीलता की बराबरी कर सके। एक इंटरव्यू में भारतीय अमेरिकी बिजनेसमैन सुरेश वी शेनॉय ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी आ रही है और देश में अवसरों की भरमार है।

‘मोदी ही भविष्य की बात कर रहे’
सुरेश वी शेनॉय ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि भारतीय चुनाव में मोदी ही एक मात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जो भविष्य की बात कर रहे हैं। वह इस बारे में बात कर रहे हैं कि भविष्य की तकनीक किस तरह से लागू की जाएगी। मैं हिंदुत्व के लिहाज से ये बात नहीं कर रहा हूं क्योंकि ये एक नैरेटिव है लेकिन बीते 10 वर्षों में भारत ने आर्थिक मोर्चे पर काफी उपलब्धि हासिल की है और ये कमाल की है। अब वे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं।’

सुरेश वी शेनॉय खुद आईआईटी से पढ़े हैं और आज एक सफल बिजनेसमैन हैं। उन्होंने कहा कि ‘भारत में अभी भी 80 करोड़ वंचित लोग हैं, लेकिन इनकी भी आकांक्षाएं हैं। ऐसे में भारत एक बड़ी आबादी है और यहां अवसरों की भरमार है, जब कि दुनियाभर में जनसंख्या सिकुड़ रही है। भारत अवसरों और भविष्य के बारे में है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप अवसरों को कैसे भुनाते हैं? अमेरिका में समृद्धि है और वैश्विक नेतृत्व है और वहां इस बात की चर्चा है कि वे कैसे इसे बनाए रखें।’ शेनॉय ने पूछा कि ‘अमेरिका में कितने राजनेताओं ने भविष्य की बात की और 2028 या 2032 की बात की? वो बस आज की बात कर रहे हैं।’

‘विपक्ष पीएम मोदी की गतिशीलता की बराबरी नहीं कर पा रहा है’
शेनॉय ने कहा ‘अगर आप एक नेता हैं तो आपको लोगों को भविष्य दिखाना आना चाहिए कि आज से 10 साल बाद क्या होगा। भारत की राजनीति की बात करें तो विपक्ष कोशिश कर रहा है, लेकिन मुझे लगता है कि वह पीएम मोदी की गतिशीलता की बराबरी नहीं कर पा रहे हैं। मेरा मतलब है कि पीएम मोदी आज से चार साल या आठ साल बाद की जिंदगी की बात कर रहे हैं और नेतृत्व की बात कर रहे हैं। यहां तक कि उनका जी20 के दौरान एक दुनिया और एक परिवार का संदेश भी लोगों को खूब पसंद आया था। अब पूरी दुनिया को भी उनकी तरह सोचना होगा।’

पहली नौकरी के दौरान रखें इन बातों का ध्यान, दफ्तर में रहेंगे तनावमुक्त

मार्गदर्शन लेना जरूरी

पहली नौकरी में खुद को साबित करने का दबाव रहता है। इसलिए अक्सर महिलाएं अपने काम पर ढेर सारे सवाल उठने और काम की आलोचना होने के भय से इस तरह के सवालों के जवाब ढूंढती रहती हैं। ऐसे में काफी समय बर्बाद होता है, इसलिए जरूरी है कि लोगों की मदद लें। कुछ अस्पष्ट होने पर सवाल पूछें। अपने काम का फीडबैक और मार्गदर्शन मांगने से आपको अधिक विस्तृत दृष्टिकोण मिल सकता है। इसके अलावा यह दूसरों को संकेत देता है कि आप उनके दृष्टिकोण की परवाह करती हैं।

नोटबुक रखें साथ

कार्यालय में आपको अपने पास एक नोटबुक और पैन रखना चाहिए। खासकर तब, जब आप अपने बॉस/टीम लीडर या अपने से अधिक अनुभवी व्यक्ति से बात कर रही हों। इससे आप सारी जरूरी बात नोट कर पाएंगी और जरूरत पड़ने पर दोबारा समझ पाएंगी। कई बार काम के दबाव के कारण दिमाग से जरूरी बातें निकल जाती हैं, ऐसे में यह नोटबुक आपके सबसे ज्यादा काम आएगी। इसके साथ ही इसमें आप अपने प्राथमिक, सामान्य और सबसे कम महत्वपूर्ण कामों की सूची भी बनाकर रख सकती हैं। इस सूची को सुबह ऑफिस पहुंचकर देखें और उसी हिसाब से अपने काम करें। यह आपको सही से काम करने और आगे बढ़ने में मदद करेगा।

समाधान पर विचार

किसी भी चीज का समाधान खोजने का पहला कदम समस्या की पहचान करना है। लेकिन समस्या की पहचान करके उसे दूसरे पर न छोड़ दें। कई बार इस कारण आप अपने साथियों के बीच कामचोर नजर आने लगती हैं। इसलिए खुद ही समाधान खोजने की कोशिश करें और जरूरत पड़ने मदद मांगें।

घबराना क्यों

ऑफिस में जरूरी है समय सीमा के अंदर काम पूरा करना, लेकिन अगर इसमें कोई अड़चन आए तो घबराएं नहीं। कई बार ऐसे में आपको दूसरे सहयोगी की मदद की जरूरत पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में मदद मांगने में घबराहट होती है कि वह मदद करेगा या नहीं। इसलिए बिना घबराए उससे मदद मांगें और उसका धन्यवाद करें।

जुड़ने का प्रयास

कड़ी मेहनत करना जरूरी है, साथ ही अपने सहयोगियों और टीम से जुड़ना भी महत्वपूर्ण है। इसलिए ऑफिस में कराई जाने वाली एक्टिविटी में भाग लें। इससे आप अपने सहकर्मियों को जान पाएंगी और उनसे दोस्ती भी कर पाएंगी। वहीं, अगर वे आपसे चाय पीने या साथ में खाना खाने के लिए पूछें तो उनके साथ जाएं, न कि मना करें।

रॉयल लुक के लिए अपनी अलमारी में शामिल करें इन रंगों के कपड़े

जैसे-जैसे साल बदलते हैं, उसी हिसाब से फैशन भी बदलता रहता है। ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी उन लोगों के सामने आ खड़ी होती है जो हमेशा ट्रेंड के हिसाब से ही कपड़े पहनते हैं। चाहे पार्टी हो या फिर ऑफिस जाना हो, उनका अंदाज हमेशा हटकर ही होता है।  अगर आप भी उन्हीं लोगों में शामिल हैं और आपको कंफ्यूजन है कि किन रंगों के कपड़े आपको रॉयल लुक देंगे तो ये लेख आपके लिए है। आज के लेख में हम आपको बताएंगे, किस तरह से कपड़ों के पैटर्न के साथ-साथ आपको उनके रंगों पर भी खास ध्यान रखना चाहिए। अगर आप अपने कपड़े के रंगों का ध्यान रखेंगी तो आपका लुक हमेशा क्लासी और रॉयल दिखेगा।

दरअसल, कुछ रंग ऐसे होते हैं जो देखने में ही काफी क्लासी लगते हैं और उन्हें पहनकर लुक काफी रॉयल दिखता है। ऐसे में अगर आप भी रॉयल लुक कैरी करना चाहती हैं तो अपने कलेक्शन में इन रंगों के कपड़ों को जरूर शामिल करें। ये आपको खूबसूरत दिखने में मदद करेंगे।

पेस्टल रंग

इस तरह की साड़ियां आजकल काफी चलन में हैं। अगर बात करें पेस्टल रंगों की तो ये रंग पहनकर आप अपना रॉयल अंदाज दिखा सकती हैं। पेस्टल रंग में आपको सूट से लेकर साड़ी तक आसानी से मिल जाएंगे।

रॉयल ब्लू

ये एक ऐसा रंग है, जो हर किसी पर जचता है। ऐसे में इसका ट्रेंड कभी पुराना नहीं होता। यही वजह है कि हर किसी को रॉयल ब्लू रंग का आउटफिट पसंद आता है। अगर आपके पास इस रंग के कपड़े नहीं हैं, तो आज ही इसे अपने कलेक्शन में शामिल करें।

एमरॉल्ड ग्रीन

हरे रंग का ये शेड काफी डार्क होता है। ज्यादातर लोग इसे शादी-विवाह के समय पहनना पसंद करते हैं। इस रंग के साथ लाइट मेकअप भी क्लासी लगता है।

पर्पल

वैसे तो आजकल पर्पल के कई शेड ट्रेंड में हैं, लेकिन आप इस तरह का डीप पर्पल अपने कलेक्शन में जरूर शामिल करें। ये आपको क्लासी लुक देने का काम करता है।

मैटेलिक रंग

अगर आपको कुछ हटकर पहनना पसंद है तो आप गोल्ड, कॉपर, सिल्वर रंग के जैसे मैटेलिक रंग के आउटफिट तैयार करवा सकती हैं। ये देखने में काफी क्लासी लगते हैं।

चेहरे की चमक बढ़ाएंगे चीनी से बने ये स्क्रब, जानें इसे घर पर बनाने का तरीका

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी का असर सीधा लोगों के शरीर पर पड़ता है। व्यस्त लाइफस्टाइल की वजह से लोगों की त्वचा भी काफी डल लगने लगती है। ऐसे में बदलते मौसम में त्वचा का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। अगर बदलते मौसम में ही त्वचा का ध्यान ना रखा जाए तो स्किन काफी ड्राई और डल होने लगती है। बहुत से लोग चेहरे को चमकाने के लिए तमाम तरह के महंगे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कई बार इसका असर ज्यादा दिनों तक दिखाई नहीं देता।

इन प्रोडक्ट्स में मौजूद तत्व कई बार त्वचा को फायदा पहुंचाने की बजाय नुकसान पहुंचा देते हैं।इसी के चलते आज हम आपको घर पर ही चीनी से कुछ खास तरह के स्क्रब बनाना बताएंगे, ताकि आपकी त्वचा भी बिना ज्यादा पैसे खर्च किए घर पर ही ग्लो कर सके। इन स्क्रब को बनाने के लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

नींबू और चीनी

नींबू त्वचा से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करता है। इससे सबसे अच्छी तरह से टैनिंग की समस्या खत्म होती है। ऐसे में आप इसकी मदद से स्क्रब तैयार कर सकती हैं। इसके लिए आपको बस एक कटोरे में चीनी लेकर नींबू का रस मिलाना है। इसमें थोड़ा सा शहद भी डालें। अब इस पैक से चेहरे पर मसाज करें और कुछ देर के बाद चेहरे को पानी से धो लें।

ग्रीन टी और चीनी

ग्रीन टी में तमाम तरह के ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मददगार रहते हैं। अगर आप इसकी मदद से स्क्रब बनाएंगे तो चेहरे पर पिंपल्स की परेशानी भी खत्म होगी। इसे बनाने के लिए एक छोटे बाउल में ग्रीन टी लें, इसमें एक चम्मच चीनी मिलाएं। अब इस पेस्ट से चेहरे पर मसाज करें और कुछ देर के बाद चेहरे को धो दें।

हल्दी और चीनी

त्वचा की कई परेशानियों को दूर करने के लिए हल्दी काफी फायदेमंद साबित होती है। ऐसे में आप एक कटोरी में सबसे पहले बड़ा चम्मच हल्दी लेकर उसमे एक चम्मच शहद और चीनी मिलाएं। अब इसे मिलाकर चेहरे पर सही से स्क्रब करें। कुछ देर के बाद इसे गुनगुने पानी से धो दें।