Thursday , October 24 2024

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वेटलिफ्टिंग में दस लिफ्टर डोप में फंसे, पदक के लिए प्रतिबंधित शक्तिवर्धक ड्रग्स का प्रयोग किया

पदक और नौकरी के लिए खेलों में प्रतिबंधित शक्तिवर्धक ड्रग्स का चलन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस वर्ष जनवरी में ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) में हुई राष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में एक या दो नहीं 10 वेटलिफ्टर डोप पॉजिटिव पाए गए हैं। ये सभी पदक विजेता हैं। इनमें सात पुरुष और तीन महिलाएं हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कुछ लिफ्टरों के सैंपल में तीन से चार तरह के प्रतिबंधित ड्रग्स का कॉकटेल मिला है। इनमें स्टेरायड, सार्म, स्टीमुलेंट सभी कुछ है। नाडा ने इन लिफ्टरों को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है।

कम उम्र के हैं लिफ्टर
हरियाणा के सोमनाथ और अनुष ने ईटानगर में 109 और 67 किलो में कांस्य पदक जीता। दोनों की उम्र 18 से 20 केे बीच है, लेकिन इनका केस खेलों में घुसी डोपिंग की जड़ों और इसकी गंभीरता को बयां करता है। सोमनाथ के सैंपल में एनाबॉलिक स्टेरायड मिटेंडियोनॉन, ड्रॉस्टेनोलॉन, लिगेंड्रॉल (सार्म) और स्टीमुलेंट मिफेनटरमाइन पाया गया है। हाल-फिल्हाल में एक सैंपल में इतने प्रतिबंधित ड्रग्स मिलते नहीं देखे गए हैं। वहीं अनुष के सैंपल में टे्रंबोलॉन, ओस्टारिन (सार्म), मिफेनटरमाइन मिले हैं। अन्य पॉजिटिव खिलाडिय़ों में देवीश्री (आंध्र प्रदेश), सागर (बिहार), मृणमय गोगोई (असम), गौरव (पुलिस बोर्ड), राखी पुरोहित (राजस्थान), शीतल भाटी (हरियाणा), सुमित राजपूत (मध्य प्रदेश), सचिन पंवार (उत्तर प्रदेश) शामिल हैं।

दस प्रशिक्षकों पर भी लगा प्रतिबंध
भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने भी राष्ट्रीय शिविर के बाहर बढ़ते डोप के मामलों पर संज्ञान लेते हुए 10 प्रशिक्षकों पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया है। ये उन 10 लिफ्टरों के प्रशिक्षक हैं, जो 2023 की नागरकोइल राष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग में डोप में फंसे थे। इनमें हरियाणा, यूपी के दो-दो और एक कोच सर्विसेज का भी है। इन पर 2026 तक का प्रतिबंध लगा है। ये महासंघ की प्रशिक्षण की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं रह सकते हैं। महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव का कहना है कि शिविर के बाहर डोपिंग रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। राष्ट्रीय शिविर में नाडा की निगरानी रहती है, लेकिन सीधे चैंपियनशिप में खेलने आ रहे लिफ्टरों को डोपिंग से रोकना चुुनौती है।

सात्विक-चिराग की जोड़ी को मिली जीत, एच एस प्रणय पहले ही दौर में हारे

सात्विकसाईराज-रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय पुरुष डबल्स जोड़ी ने थाईलैंड ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत करते हुए जीत दर्ज की, जबकि एच एस प्रणय पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए। सात्विक और चिराग की जोड़ी ने मलेशिया के नूर मोहम्मद अजरिन अयूब अजरिन और तान वी कियोंग को हराकर पुरुष डबल्स के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है।

सात्विक-चिराग का सामना अब चीनी जोड़ी से होगा
शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने 34 मिनट में 21-13, 21-13 से जीत दर्ज की। अब उनका सामना चीन के शि हाओ नान और जेंग वेइ हान से होगा। वहीं, पांचवीं वरीयता प्राप्त प्रणय को हमवतन मेराबा लुवांग मेसनाम ने 21-19, 21-18 से हराया। अब मेराबा का सामना डेनमार्क के मैड्स क्रिस्टोफरसेन से होगा जिन्होंने भारत के किरण जॉर्ज को 21-15, 13-21, 21-17 से मात दी।

अश्मिता दूसरे दौर में पहुंचीं
महिला सिंगल्स में अश्मिता चालिहा ने इंडोनेशिया की एस्टर नुरूमी त्रि वार्दोयो को 19-21, 21-15, 21-14 से हराकर दूसरे दौर में जगह बनाई। अब उनका सामना शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन की हान युइ से होगा। युइ ने भारत की मालविका बंसोड़ को 21-11, 21-10 से हराया। उन्नति हुड्डा भी पहले दौर में बेल्जियम की लियाने तान से 21-14, 14-21, 9-21 से हार गई।

फिल्मी स्टाइल में पुलिस काफिले पर हमला, दो गार्ड्स की हत्या कर कैदी को छुड़ा ले गए हथियारबंद लोग

फ्रांस में पुलिस के काफिले पर हमला कर कैदी को छुड़ाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। फिल्मी स्टाइल में हथियारबंद लोगों ने पहले पुलिस के काफिले पर हमला किया और फिर पुलिस की हिरासत में मौजूद कैदी को छुड़ाकर ले गए। इस हमले में दो गार्ड्स की मौत हुई है और कई अन्य घायल हैं। इस घटना से पूरा फ्रांस स्तब्ध है क्योंकि वहां ऐसी घटनाएं बेहद दुर्लभ हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

घटना को लेकर फ्रांस में गुस्सा
फ्रांस के न्याय मंत्री एरिक ड्युपोंड मोरेत्ती ने बताया घटना उस वक्त घटी, जब एक कैदी को अदालत से जेल में शिफ्ट किया जा रहा था। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक काले रंग की एसयूवी कार ने पहले पुलिस वाहन में टक्कर मारी उसके बाद दूसरी कार से हथियारबंद लोग उतरे और उन्होंने पुलिस वैन पर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुए इस हमले में पुलिसकर्मियों को संभलने का मौका नहीं मिला। हमले में दो गार्ड्स की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद अपराधी कैदी को लेकर फरार हो गए। गौरतलब है कि फ्रांस में इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्लभ हैं। इससे पहले साल 1992 में जेल के एक गार्ड की हत्या हुई थी।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने भी घटना की निंदा की और सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। फ्रांस के न्याय मंत्री मोरेत्ती ने लिखा कि दोषियों को पकड़ने के लिए सबकुछ किया जाएगा। अपराधियों के लिए एक इंसान की जान की कोई कीमत नहीं है। उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें दंडित किया जाएगा। फ्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए सैंकड़ों पुलिसकर्मियों को जांच में लगाया गया है।

डेमोक्रेटिक थिंक टैंक के खिलाफ एकजुट हुए भारतीय संगठन, हिंदू विरोधी कट्टरता को बढ़ावा देने के आरोप

अमेरिका के कई हिंदू संगठन डेमोक्रेटिक थिंक टैंक इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। इन हिंदू संगठनों का आरोप है कि डेमोक्रेटिक थिंक टैंक कथित तौर पर भारतीय अमेरिकी राजनेताओं का विरोध करने वाले लोगों को अपने सम्मेलन में बतौर वक्ता, मेहमान आमंत्रित कर रहा है। दरअसल इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट के दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन ‘डेसिस डिसाइड’ की बुधवार से शुरुआत हो गई।

थिंक टैंक के इस फैसले से हिंदू संगठन नाराज
बीते कुछ वर्षों में थिंक टैंक इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट काफी प्रभावी बनकर उभरा है और यह भारतीय अमेरिकी समुदाय का सबसे प्रभावशाली डेमोक्रेटिक थिंक टैंक माना जाता है। मशहूर भारतीय अमेरिकी दीपक राज इसके सह-संस्थापक और सबसे बड़े दानदाता हैं। हिंदू संगठनों ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि ‘ऐसे लोगों को सम्मेलन में बुलाना, जो सार्वजनिक तौर पर भारतीय अमेरिकी उम्मीदवारों और निर्वाचित अधिकारियों की खुलकर आलोचना कर रहे हैं, उन्हें सम्मेलन में बुलाना बेहद निराशाजनक है।’ हिंदू अमेरिकन नामक संगठन के बोर्ड सदस्य राजीव पंडित का कहना है कि ‘इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट का उद्देश्य अमेरिका में सभी स्तरों पर भारतीय मूल के लोगों की उपस्थिति को बढ़ाना है, लेकिन यह बेहद असमंजस और निराशाजनक बात है कि इस संगठन के प्लेटफॉर्म पर ऐसे लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है, जो खुलकर भारतीय अमेरिकी लोगों का विरोध करते हैं और हिंदू विरोधी कट्टरता को बढ़ावा देते हैं।’

हिंदू संगठनों की इन पैनलिस्टों को लेकर है नाराजगी
हिंदू संगठनों का विरोध पैनल में शामिल दो पैनलिस्टों को लेकर खासकर है, जिनमें इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल की सफा अहमद और हिंदूज फॉर ह्युमन राइट्स की रिया चक्रवर्ती का नाम शामिल है। हालांकि हिंदू संगठनों के आरोपों पर अभी तक इंडियन अमेरिकी इम्पैक्ट की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि भारतीय अमेरिकियों पर जेनोफोबिक होने, दोहरी निष्ठा जैसे आरोप लगाए जाते हैं। कनाडा के प्रोग्रेसिव मुस्लिम्स के अध्यक्ष ताहिर असलम गोरा ने कहा कि ‘यह देखना हैरान करने वाला है कि इम्पैक्ट का डेसिस डिसाइड सम्मेलन भारत की छवि को खराब कर रहा है और ये दिखाना चाह रहा है कि भारत की मौजूदा सरकार मुस्लिमों के प्रति भेदभाव करती है, जबकि मौजूदा सरकार भारत में मुस्लिमों की भलाई के लिए काम कर रही है।’

‘40 भारतीय नाविकों को रिहा करे ईरान’, भारत ने उठाई मांग; आठ महीने पहले हिरासत में लिए गए थे

ईरान में बीते आठ महीने से हिरासत में लिए गए 40 भारतीय नाविकों की रिहाई हो सकती है। दरअसल भारत ने ईरान से 40 भारतीय नाविकों को रिहा करने को कहा है। बता दें कि बीते आठ महीनों में इन नाविकों को फारस की खाड़ी से चार अलग-अलग व्यापारिक जहाजों से हिरासत में लिया गया था। भारत के बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से तेहरान में एक मुलाकात के दौरान नाविकों को रिहा करने का अनुरोध किया।

भारतीय नाविकों की रिहाई पर ईरान का जवाब
बता दें कि केंद्रीय मंत्री सोनोवाल तेहरान में थे, जहां भारत ने चाबहार बंदरगाह को संचालित करने के लिए 10 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। यह बंदरगाह मध्य एशिया के साथ भारत के व्यापार को विस्तार देने में मदद करेगा। सोनोवाल और अब्दुल्लाहियन के बीच बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई। मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री से बंधक बनाए गए भारतीय नाविकों की रिहाई का अनुरोध किया। इसके जवाब में अब्दुल्लाहियन ने कहा कि ईरान द्वारा भारतीय नाविकों की रिहाई पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ कानूनी मामलों की वजह से रिहाई में देरी हुई है।

बीते आठ महीनों में हिरासत में लिए गए 40 भारतीय नाविक
सूत्रों का कहना है कि सभी नाविक चार अलग अलग जहाजों में काम कर रहे थे। स्टीवन, ग्लोबल चेरिलिन, मार्गोल और एमएसजी एरीज नाम के जहाजों को बीते आठ महीनों में ईरान द्वारा जब्त किया गया। सूत्रों के अनुसार स्टीवन जहाज को ईरान के कोस्ट गार्ड द्वारा 12 सितंबर 2023 को तस्करी के आरोप में जब्त किया गया था। इसमें मौजूद चालक दल के नौ सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया था। दूसरे जहाज ग्लोबल चेरिलिन को 11 दिसंबर 2023 को जब्त किया गया था। इसमें सवार चालक दल के 20 सदस्यों को हिरासत में लिया गया था। ईरान के कोस्ट गार्ड द्वारा तीसरे जहाज मारगोल को 22 जनवरी 2024 को जब्त किया गया था। इसके अलावा एमएससी एरीज को 13 अप्रैल 2024 को जब्त किया गया था। इसमें मौजूद चालक दल के 17 सदस्यों को हिरासत में लिया गया था।

बाइडन ने फिर यूक्रेन को दी दो बिलियन डॉलर के सैन्य राहत पैकेज की मदद; जेलेंस्की ने टाले विदेशी दौरे

रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच, अमेरिका ने एक बार फिर यूक्रेन के लिए राहत पैकेज की घोषणा की। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकंन ने दो बिलियन अमेरिकी डॉलर का हथियार पैकेज यूक्रेन को दिया है। सौदे का अधिकांश पैसा पिछले माह स्वीकृत किया गया था। गौरतलब है कि हाल हीं में शुरू हुए संघर्ष में रूस ने यूक्रेन के नौ गांवों पर कब्जा कर लिया है। हालांकि, यूक्रेन रूस के इस दावे को खारिज करके कह रहा है कि रूस ने सिर्फ पांच ही गांवों पर कब्जा किया हुआ है।

दो दिवसीय कीव यात्रा के दौरान, बुधवार को ब्लिकंन ने अपने अंतिम कार्यक्रम के दौरान कहा कि बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन के लिए दो बिलियन अमेरिकी डॉलर, मध्यम और दीर्घकालिक विदेशी सैन्य वित्तपोषण पैकेज को मंजूरी दी है। अधिकारियों ने बताया कि सौदे का अधिकांश पैसा, करीब 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर, कांग्रेस द्वारा पारित और राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा हस्ताक्षरित विदेशी सहायता कानून में यूक्रेन को आवंटित 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर से लिया गया है। ब्लिंकन ने कीव को वाशिंगटन के समर्थन का आश्वासन दिया।

जेलेंस्की ने रद्द किए सभी विदेशी दौरे
इसके अलावा, यूक्रेन की सेनाएं देश के पूर्वी इलाकों से हट गईं हैं। अन्य क्षेत्रों में यूक्रेनी सैनिक रूसी सैनिकों का मुकाबला कर रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी अपनी सभी विदेशी यात्राएं स्थगित कर दीं हैं। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने मंगलवार देर रात बताया कि हमारे सैनिक जान बचाने और नुकसान से बचने के लिए लुक्यांत्सी और वोवचांस्क क्षेत्रों से वापस आ गए हैं। वोवचांस्क- रूसी सीमा से केवल 5 किलोमीटर और खार्किव शहर से 50 किलोमीटर दूर है। बुधवार को यूक्रेनी-रूसी सैनिकों ने वाोवचांस्क की सड़कों पर लड़ाई की। ओलेक्सी खार्किवस्की शहर की गश्ती पुलिस के प्रमुख का कहना है कि रूसी सैनिक शहर में मोर्चाबंदी कर रहे हैं तो वहीं जनरल ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने रूसी सैनिकों को खदेड़ दिया है।

यूक्रेन के नौ गांवों पर रूस का कब्जा
रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमा पर हमले शुरू किए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भी जवाबी हमले की बात कही है। यूक्रेन की उत्तरी सीमा पर रूस के हमले की वजह अभी तक साफ नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि रूस बफर जोन बनाना चाहता है ताकि यूक्रेन के रूस पर हमलों को नियंत्रित किया जा सके। यूक्रेन के गांवों पर कब्जे पर रूस के रक्षा मंत्री ने बयान जारी कर कहा कि रूसी सेना ने नौ गांवों को आजाद करा लिया है। यूक्रेन की सेना के प्रमुख ओलेक्जेंद्र सिरस्की ने कहा कि उत्तरी सीमा पर खारकीव में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं।

ओपीडी में आग लगी तो बाहर निकलने के इंतजाम नहीं, अग्निशमन यंत्र की नहीं होती जांच

वाराणसी:  बीएचयू अस्पताल में आग लगने की घटना से निपटने के इंतजाम नाकाफी हैं। अस्पताल में कई ऐसे विभाग हैं, जहां अगर आग लग गई तो लोगों को बाहर निकलने की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। वीएचयू में सुरक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन करने आई सीआईएसएफ टीम ने ये कमियां गिनाई हैं। टीम ने व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का सुझाव दिया है। अब दौरे की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। इसके आधार पर नए सिरे से व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी।

बीएचयू अस्पताल की ओपीडी और इमरजेंसी में हर दिन छह हजार से अधिक मरीज आते हैं। औसतन एक हजार से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं। पिछले दिनों देश के अन्य जगहों पर अस्पतालों में जिस तरह से शॉर्ट सर्किट सहित अन्य वजहों से आग लगने की घटनाएं हुई, उसे लेकर अब हर कोई सतर्कता बरत रहा है।

इधर बीएचयू में सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन करने पंद्रह दिन तक के विशेष दौरे पर आई सीआईएसफ की टीम ने विश्वविद्यालय के विभागों, संकायों, पुस्तकालय, हॉस्टल आदि के साथ ही अस्पताल का भी दौरा किया। खास बात यह है कि छह सदस्यीय टीम में दो अग्निशमन के विशेषज्ञ भी हैं। दौरे के दौरान विशेष तौर से इन दोनों अधिकारियों का फोकस आग लगने पर बचाव के उपायों पर भी रहा।

ओपीडी हॉल, वार्डों में लगे हैं अग्निशमन यंत्र को नहीं किया रिफिल
सीआईएसएफ टीम के सदस्यों ने दौरे के दौरान अस्पताल के वाडों, ओपीडी हॉल, वाल रोग विभाग, ईएनटी, आयुर्वेद ओपीडी वाली जगह सहित अन्य जगहों पर घूम-घूम कर मरीजों के बैठने, जांच, इलाज की व्यवस्था के साथ ही आग से चचाव के उपायों का भी मूल्यांकन किया।

सूत्रों के अनुसार ओपीडी हॉल के साथ ही वार्डों में भी कई जगहों पर अग्निशमन यंत्र भी लगे मिले हैं जिन्हें फरवरी में ही रिफिल किया जाना था। इसके साथ ही आग लगने पर बाहर निकलने की जगह भी कई जगहों पर मानक के हिसाब से कम होने की बात टीम के सदस्यों ने चीफ प्रॉक्टर से बातचीत में की है। इसके बाद नए सिरे से बचाव के उपाय करने की तैयारी चल रही है।

बाल रोग विभाग, सुश्रुत हॉस्टल में लगी थी आग
बीएचयू अस्पताल के बाल रोग विभाग में अक्तूबर 2023 और सुश्रुत हॉस्टल में फरवरी 2024 में आग लगी थी। वाल रोग विभाग के ऑक्सीजन पैनल में आग लगने से मरीज और उनके परिजन भागकर बाहर आ गए थे। उधर ट्रॉमा सेंटर परिसर स्थित सुश्रुत हॉस्टल में आग लगने से वहां रखा सामान जलकर राख हो गया था।

प्रियंका गांधी बोलीं- कांग्रेस ने खाद्य सुरक्षा कानून दिया, इसलिए जनता को मिल रहा राशन

रायबरेली: प्रियंका गांधी ने बुधवार को ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के उमरान में आयोजित नुक्कड़ सभा के दौरान मोदी सरकार पर धर्म के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया। कहा कि भाजपा के लोग विकास, महंगाई और बेरोजगारी पर बात नहीं करते। कांग्रेस ने खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आपको राशन का अधिकार दिया इसलिए आपको राशन मिल रहा है।

कांग्रेस ने मनेरगा योजना में 100 दिन के रोजगार का अधिकार दिया। प्रियंका ने कहा कि देश का गरीब किसान फसल के लिए, अपनी बेटी की शादी और बच्चों की शिक्षा के लिए कर्ज लेता है। किसान कर्ज नहीं भर पाता है। मोदी किसान का कर्ज माफ करने के बजाय 16 लाख करोड़ रुपये उद्योगपतियों का माफ कर दिया।

लखीमपुर खीरी में काले कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे थे। मंत्री के बेटे ने किसानों पर कार चढ़ा दी। किसानों की मौत हुई, लेकिन मोदी जी ने किसानों से बात करने की जरूरत नहीं समझी। मोदी कभी मंच से नीचे उतरकर आप से नमस्ते भी नहीं करेंगे। मोदी जी दिन भर मे तीन बार कपड़े बदलते हैं। इतना महिलाएं भी नहीं बदलती हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का निधन, प्रियंका ने दी श्रद्घांजलि, बोलीं- हम उन्हें हमेशा आदर से याद करेंगे

लखनऊ: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां के निधन पर दुख व्यक्त किया है और उन्हें एक साहसी महिला करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की धर्मपत्नी एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता जी माधवीराजे सिंधिया के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। वह विनम्र और साहसी महिला थीं, उनको हम हमेशा आदर से याद करेंगे।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दें। प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के लिए इन दिनों रायबरेली और अमेठी में हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।

बोले- भाजपा को वोट मतलब दलित, ओबीसी और गरीब सवर्णों के खिलाफ वोट देना

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रायबरेली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा को वोट देने का मतलब दलितों, आदिवासियों, किसानों और गरीब सवर्णों के खिलाफ वोट देना है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर होते हुए कहा कि युवाओं के पास रोजगार नहीं हैं। लोगों के पास खाने के लिए नहीं है लेकिन मोदी को इसकी परवाह नहीं है बल्कि उनका पूरा ध्यान सत्ता बचाने पर है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने सत्ता ठुकरा दी थी लेकिन मोदी सबकुछ भूलकर सत्ता में बने रहने के लिए काम कर रहे हैं।