Thursday , October 24 2024

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RMP नेता हरिहरन ने शैलजा और मंजू वारियर के खिलाफ की अभद्र टिप्पणी, विवाद बढ़ने पर दी सफाई

कोझिकोड: केरल में राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है। यहां रिवोल्यूशनरी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपी) के एक नेता ने माकपा की वरिष्ठ नेता केके शैलजा और मलयालम फिल्म अभिनेत्री माजू वारियर के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी की है। इससे ही सियासी बवाल खड़ा हो गया।

आरएमपी नेता केएस हरिहरन ने शनिवार रात को वडकारा में एक कार्यक्रम में दोनों महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने किया था। यह कार्यक्रम सत्तारूढ़ एलडीएफ के आरोपों के जवाब में आयोजित किया गया था। दरअसल, एलडीएफ ने यूडीएफ कार्यकर्ताओं पर शैलजा का एक वीडियो बनाने का आरोप लगाया था।

सियासी हंगामा खड़ा हुआ
हरिहरन की टिप्पणी से सियासी हंगामा खड़ा हो गया है। उनकी खुद की पार्टी और पार्टी के आलाकमान ने खुले तौर पर उनकी आलोचना की। पार्टी ने कहा कि हरिहरन को किसी भी महिला के खिलाफ इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। बाद में हरिहरन ने फेसबुक पर अपनी टिप्पणी के लिए खेद व्यक्त किया। साथ ही कहा कि जानबूझकर महिलाओं का अपमान नहीं किया था, बस गलती से जुबान फिसल गई थी।

कड़ी कार्रवाई की मांग
नेता की सफाई के बाद भी मामला थमा नहीं। लोगों ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। माकपा नेतृत्व ने संकेत दिया है कि वे आरएमपी नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। वहीं, पार्टी की युवा शाखा डेमोक्रेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

डीवाईएफआई ने शनिवार रात फेसबुक पर आरोप लगाया कि आरएमपी नेता का भाषण लोकसभा चुनाव के दौरान वडकारा में यूडीएफ द्वारा चलाए गए महिला विरोधी अभियान को दर्शाता है। वाम संगठन ने आपत्तिजनक टिप्पणी पर आरएमपी नेता और विधायक केके रेमा की प्रतिक्रिया की भी मांग की।

पार्टी ने झाड़ा पलड़ा
विभिन्न मुद्दों पर महिलाओं के मुद्दे की पुरजोर वकालत करने वाली रीमा ने रविवार को कहा कि पार्टी किसी के द्वारा की गई इस तरह की टिप्पणी का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘यह एक व्यक्ति द्वारा की गई टिप्पणी थी और इसके लिए पूरी पार्टी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।’

‘भारतीय अंतरिक्ष उद्योग निजी कंपनियों को दे रहा जबरदस्त अवसर’, कार्यक्रम में बोले इसरो प्रमुख

कोच्चि: इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ का कहना है कि भारतीय अंतरिक्ष उद्योग वृद्धि और विकास के नए क्षेत्र के रूप में देश में निजी क्षेत्र के लिए जबरदस्त अवसर दे रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में अंतरिक्ष क्षेत्र को अगले पांच से 10 वर्षों में नौ से 10 अरब डॉलर का उद्योग बनाने की परिकल्पना की है।

विज्ञप्ति में कहा गया कि सोमनाथ ने शनिवार को यहां एक समारोह में एनईएसटी समूह की प्रमुख कंपनी एसएफओ टेक्नोलॉजीज की कार्बन कटौती पहल का अनावरण करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि इसरो द्वारा अपने विभिन्न मिशनों के लिए विकसित की गई तकनीक से निजी क्षेत्र की 400 कंपनियों को लाभ हुआ है।

गौरतलब है, एसएफओ टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियां भारत सरकार द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र में नई नीतिगत पहलों का लाभ उठा रही है। एसएफओ टेक्नोलॉजीज का इसरो के साथ कई वर्षों से घनिष्ठ संबंध है। दोनों ने चंद्रयान और आदित्य मिशनों के लिए आरएफ उप-प्रणाली, एंटीना सिस्टम के निर्माण और लॉन्च वाहनों के लिए क्रायोजेनिक इंजन नियंत्रण प्रणाली जैसे कई कार्यक्रमों में काम किया है।

कई वर्षों से घनिष्ठ संबंध
एसएफओ टेक्नोलॉजीज का इसरो के साथ कई वर्षों से घनिष्ठ संबंध है। दोनों ने चंद्रयान और आदित्य मिशनों के लिए आरएफ उप-प्रणाली, एंटीना सिस्टम के निर्माण और लॉन्च वाहनों के लिए क्रायोजेनिक इंजन नियंत्रण प्रणाली जैसे कई कार्यक्रमों में काम किया है। इसरो प्रमुख ने कहा, ‘भारतीय अंतरिक्ष उद्योग वृद्धि और विकास के एक नए क्षेत्र के रूप में निजी कंपनियों के लिए एक जबरदस्त अवसर प्रदान कर रहा है।’

इस मौके पर इसरो प्रमुख ने एनईएसटी हाईटेक पार्क में एक पौधा लगाया। इसके अलावा, सोमनाथ ने एसएफओ टेक्नोलॉजीज और इसरो के सहयोग पर प्रकाश डालते हुए परिसर में चंद्रयान की प्रतिकृति का भी अनावरण किया। उन्होंने बाद में एनईएसटी इंजीनियरों और प्रबंधन टीम के साथ बातचीत की।

‘राजभवन उत्पीड़न’ मामले में CM ममता आक्रामक, कहा- राज्यपाल पर लगे गंभीर आरोपों पर भी मौन हैं मोदी

कोलकाता:   पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर संदेशखाली मामले को लेरक झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने राज्यपाल सीवी आनंद बोल पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों पर चुप्पी साधने के लिए पीएम मोदी को घेरा।

ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को घेरा
रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री को शर्म आनी चाहिए की संदेशखाली को लेकर भाजपा की साजिश सार्वजनिक हो गई है। उन्होंने आगे कहा, “संदेशखाली को लेकर पीएम मोदी अभी भी झूठ फैला रहे हैं। उन्हें इस बात पर शर्म आनी चाहिए कि भाजपा की साजिश अब सार्वजनिक हो गई है।” बंगाल की सीएम ने उस वीडियो का हवाला देते हुए पीएम मोदी को घेरा, जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता को यह कहते हुए सुना गया कि 70 से अधिक महिलाओं को टीएमसी के मजबूत नेता शाहजहां शेख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए दो हजार रुपये मिले थे।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तर 24 परगना में आज चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडे संदेशखाली की महिलाओं को डरा-धमका रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, “इस मामले का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख है और टीएमसी आरोपी को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है।”

विपक्ष पर तीखा हमला, कहा- कांग्रेस के भ्रष्टाचार-तुष्टिकरण और वाम की अराजकता मिलकर बनी TMC

कोलकाता:  देश में इन दिनों चुनावी मौसम चल रहा है। अब तक तीन चरणों के दौरान कई प्रदेशों में मतदान हो गए हैं और अभी आगे कई राज्यों में कराए जाने हैं। इसके साथ ही धुआंधार चुनाव प्रचार का दौर भी जारी है। वोटरों को लामबंद करने के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं और विरोधियों के खिलाफ बयानबाजी कर एक-दूसरे की पोल खोलने में लगे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे।

टीएमसी सरकार एससी समुदाय के विकास से चिढ़ती है
हावड़ा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टीएमसी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि टीएमसी कट्टर महिला और एससी-एसटी विरोधी है। कांग्रेस धर्म के आधार पर विभाजित करती है। दोनों दल अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए अपने नियंत्रण की हर चीज कर सकते हैं। उन्होंने सीएए के माध्यम से मतुआ समुदाय को नागरिकता देने का विरोध किया। पीएम ने आगे कहा कि टीएमसी सरकार एससी समुदाय के विकास से चिढ़ती है, इसलिए वह आपको आगे नहीं बढ़ने दे रही है। भाजपा सरकार हितों को प्राथमिकता देती है। उन्होंने पूछा जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो एससी समुदाय के कल्याण के लिए सिर्फ 40 हजार करोड़ रुपये का बजट क्यों दिया जाता था। आज भाजपा सरकार, एससी समुदाय के कल्याण के लिए 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट देती है।

कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने बंगाल को बर्बाद कर दिया
उन्होंने कहा कि जिस तरह से टीएमसी बंगाल को लूट रही है, वह बहुत बड़ा पाप है। शिक्षक भर्ती घोटाला, कोयला घोटाला, चिटफंड घोटाला, राशन घोटाला, सूची बहुत लंबी है। टीएमसी ने हमारे किसानों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने मंडियों में धान किसानों को भी लूट लिया। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस का भ्रष्टाचार, कांग्रेस का भाई-जातिवाद और कांग्रेस के तुष्टिकरण को लेफ्ट के अत्याचार, और अराजकता सहित तमाम बुराइयों को मिलाते हैं तो तब जाकर टीएमसी बनती है। हमारा हावड़ा देख रहा है कि कैसे कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है।

दोषी के परीक्षा देने पर बहस, हाइकोर्ट ने मुंबई विवि से ऑनलाइन परीक्षा पर किया सवाल

बॉम्बे हाईकोर्ट ने 7/11 सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले के दोषी को लेकर मुंबई विश्वविद्यालय से एक सवाल किया है। अदालत ने विश्वविद्यालय से पूछा है कि क्या दोषी कानून की ऑनलाइन परीक्षा दे सकता है। न्यायमूर्ति मकरंद कार्णिक और न्यायमूर्ति कमल खाता की खंडपीठ ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते मोहम्मद साजिद मरघूब अंसारी को ऑनलाइन परीक्षा देने की अनुमति दी जा सकती है।

यह है घटना
11 जुलाई 2006 का दिन इतिहास के पन्नों में ब्लैक डे के तौर पर दर्ज है। क्योंकि इस दिन मुंबई की लोकल ट्रेनों में एक नहीं बल्कि सात बम धमाके हुए थे। इन धमाकों ने मुंबई को हिलाकर रख दिया था। इस धमाके में 189 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 824 लोग घायल हो गए थे। सितंबर 2015 में एक विशेष अदालत ने अंसारी और अन्य को विस्फोट मामले में दोषी ठहराया था।

परीक्षाओं में बैठने की अनुमति मांगी
अंसारी ने दक्षिण मुंबई के सिद्धार्थ लॉ कॉलेज द्वारा तीन मई से 15 मई तक आयोजित विधि के दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं में बैठने की अनुमति मांगी थी। अदालत ने तब उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति दी और नासिक केंद्रीय जेल अधिकारियों को उसे परीक्षा की तारीखों पर कॉलेज ले जाने का निर्देश दिया था। हालांकि,10 मई को अंसारी ने एक याचिका देकर कहा कि वह तीन और नौ मई को हुई परीक्षा नहीं दे सके थे।

जेल अधीक्षक को हलफनामा दायर करने का निर्देश
अभियोजन पक्ष ने कहा कि नासिक केंद्रीय कारागार के अधिकारियों द्वारा वास्तविक प्रयासों के बावजूद अंसारी को समय पर कॉलेज नहीं ले जाया जा सका था। इस पर पीठ ने जेल अधीक्षक को पांच जून तक यह बताने के लिए कि आखिर देरी क्यों हुई, एक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया।

मुंबई विश्वविद्यालय से किया यह सवाल
अदालत ने मुंबई विश्वविद्यालय की ओर से पेश अधिवक्ता रुई रॉड्रिग्स से पूछा कि क्या अंसारी को ऑनलाइन परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जा सकती है, जिस पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई सुविधा नहीं है। अदालत ने कहा कि मौजूदा मामले में अजीबोगरीब तथ्यों को देखते हुए सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर उम्मीदवार को ऑनलाइन परीक्षा देने की अनुमति देना जरूरी है।

अदालत ने मुंबई विश्वविद्यालय को ऐसे उम्मीदवारों को ऑनलाइन मोड के माध्यम से उपस्थित होने की अनुमति देने के लिए अपना रुख स्पष्ट करने का निर्देश दिया। पीठ ने कहा, ‘हम मुंबई विश्वविद्यालय के सक्षम प्राधिकार से अनुरोध करते हैं कि वह इस पहलू पर गौर करें और एटीएस (महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते) सहित सभी संबंधितों के साथ परामर्श करने के बाद अपना रुख रखें।’

चीन के साथ पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद से लेकर IMEC पर जयशंकर ने की बात, कहा- उम्मीद है बाकी मुद्दों का…

नई दिल्ली: भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में कुछ स्थानों पर चार साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है। ऐसे में विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि भारत चीन के साथ शेष मुद्दों के समाधान की उम्मीद करता है और द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य होने से ही सीमा पर शांति हो सकती है।

केवल ‘बड़ी तस्वीर’ पेश की
एक इंटरव्यू में विदेश मंत्री ने कहा कि शेष मुद्दे मुख्य रूप से गश्त करने के अधिकारों और गश्त क्षमताओं से संबंधित हैं। यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले महीने न्यूजवीक पत्रिका में की गई टिप्पणी से उभरे विवाद के समाधान की उम्मीद कब की जा सकती है। इस पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने इस मामले में केवल ‘बड़ी तस्वीर’ पेश की है।

उन्होंने आगे कहा, ‘हम उम्मीद करेंगे कि वहां शेष मुद्दों का समाधान होगा। ये मुद्दे मुख्य रूप से वहां गश्त के अधिकार और गश्त क्षमताओं से संबंधित हैं। मैं इस मामले को प्रधानमंत्री के इंटरव्यू से नहीं जोड़ूंगा। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री बड़ी तस्वीर पेश कर रहे हैं और उनका बड़ी तस्वीर वाला नजरिया बहुत तार्किक नजरिया है, जो यह है कि आखिरकार पड़ोसी होने के नाते हर देश अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है।’

‘मोदी सरकार नहीं हारी तो देश को देखने पड़ेंगे काले दिन’, चुनाव के बीच उद्धव ठाकरे का बड़ा दावा

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए एक साक्षात्कार में देशभर में जारी लोकसभा चुनाव के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि अगर मोदी सरकार नहीं हारी तो देश को काले दिन देखने पड़ेंगे। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा कि भारत के लोग अपने नेताओं का भविष्य तय करेंगे।

उद्धव ठाकरे ने दावा किया, “अगर मोदी सरकार हारी तो देश का भविष्य शांतिपूर्ण होगा और लोकतंत्र फलने-फूलने लगेगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश को काले दिन देखने पड़ेंगे। अच्छे दिन कभी नहीं आएंगे, लेकिन काले दिन जरूर आएंगे।”

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भ्रष्टाचारियों को बचाना ही मोदी गारंटी है। भाजपा अन्य पार्टी के लोगों को अपने खेमे में शामिल कर उनके भ्रष्टाचार को साफ कर रही है। उन भ्रष्ट लोगों को भाजपा ने सुरक्षा का आश्वासन दिया है। भाजपा सभी भ्रष्ट लोगों को वैक्यूम क्लीनर की तरह अपने साथ जोड़ रही है, जो गंदगी को अपने अंदर खींच लेती है। कांग्रेस, शिवसेना और पूरा देश भ्रष्टाचार से मुक्त हो गया है।

दिल्ली की इन जगहों पर मनाएं मदर्स डे, सेलिब्रेशन का मजा हो जाएगा दोगुना

मई माह के दूसरे रविवार को मातृत्व दिवस यानी मदर्स डे मनाया जाता है। इस बार 12 मई 2024 को मदर्स डे मनाया जा रहा है। मदर्स डे मां को समर्पित दिन है। मां अपने बच्चों की सेहत, खुशी और उज्जवल भविष्य के लिए अपना संपूर्ण जीवन न्योछावर कर देती है। इसके बदले में मां को सिर्फ बच्चों का स्नेह और सम्मान चाहिए होता है। ऐसे में बच्चों का भी कर्तव्य है कि वह मां को खास महसूस कराएं। उन्हें बताएं कि वह अपनी मां के लिए कितना लगाव और सम्मान महसूस करते हैं। हालांकि जीवन की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास वक्त की कमी होती है, इसलिए मदर्स डे वह खास मौका होता है, जब आप अपनी मां से भावनाओं की अभिव्यक्ति कर सकते हैं।

मदर्स डे के मौके पर मां के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं। अगर छुट्टी नहीं मिल पा रही है तो रविवार को शहर के ही कुछ चुनिंदा जगहों पर मदर्स डे सेलिब्रेशन कर सकते हैं। यहां मदर्स डे को मजेदार तरीके से मनाने के लिए दिल्ली की खास जगहों के बारे में बताया जा रहा है, जहां मां को खास महसूस कराया जा सकता है।

अक्षरधाम मंदिर

मदर्स डे के मौके पर मां को दिल्ली एनसीआर में स्थित अक्षरधाम मंदिर घुमाने के लिए ले जा सकते हैं। अक्षरधाम में शाम के समय जाना बेहतर रहेगा। शाम के वक्त यहां वाटर शो होता है। आप यहां के खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं और मदर्स डे को मां के लिए खास बना सकते हैं। अक्षरधाम मंदिर सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है। वाटर शो के लिए एंट्री शाम 6:30 बजे से पहले मिलती है और शो का समय 6:30 से 7:30 तक होता है।

गुरुद्वारा बंगला साहिब

मदर्स डे के मौके पर मां के साथ गुरुद्वारा बंगला साहिब जाकर सेवा कर सकते हैं। दिल्ली में स्थित बंगला साहिब में मत्था टेक कर कीर्तन और लंगर में शामिल हो सकते हैं। बंगला साहिब से कनॉट प्लेस नजदीक है। शाम के वक्त सीपी के अच्छे रेस्टोरेंट में मां को डिनर कराने ले जा सकते हैं।

हौज खास विलेज

दिल्ली का हौज खास विलेज किसी भी खास मौके की सेलिब्रेशन के लिए बेस्ट जगह है। यहां कई रुफ टाॅप रेस्तरां हैं, जहां की सुंदर लाइट्स और शानदार डेकोरेशन से मां इम्प्रेस हो जाएंगी। शाम के वक्त यहां जाएंगे तो झील से टकराती ठंडी हवाओं को महसूस कर सकेंगे।

मदर्स डे पर अपनी मां को करना है खुश तो घर पर तैयार करें ये खास व्यंजन

हर बच्चे का उसकी मां से जो रिश्ता होता है, उसे शब्दों में बयां करना काफी कठिन होता है। नौ महीने अपनी कोख में बच्चे को रखने के बाद जब कोई महिला अपने बच्चे को जन्म देती है, तो उसके बाद वो अपने बच्चे पर जान तक न्यौछावर करने को तैयार रहती है। मां अपने बच्चे की खुशी के लिए हर मुश्किल पार कर जाती है। अपने बच्चे की खुशी के लिए अगर बड़े से बड़ा त्याग भी करना पड़े, मां उसके लिए भी पीछे नहीं हटती। ऐसे में हर कोई अपनी मां का शुक्रगुजार होता है।

मां के प्रति अपना प्यार और सम्मान दिखाने के लिए हर साल लोग मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाते हैं। इस साल ये दिन 12 मई को पड़ रहा है। इस दिन लोग अपनी मां को सरप्राइज देते हैं। अगर आप भी अपनी मां को मदर्स डे के दिन सरप्राइज देना चाहते हैं, तो उन्हें घर पर कुछ स्वादिष्ट पकवान बनाकर खिला सकते हैं।

मदर्स डे का केक

मदर्स डे के दिन अपनी मां को सरप्राइज देने के लिए केक जरूर बनाएं। अगर केक घर पर बना रही हैं तो उसमें अपनी मम्मी की पसंद का खास ध्यान रखें। बाजार में भी आपको हर फ्लेवर के केक्स मिल जाएंगे। इस केक पर हैप्पी मदर्स डे जरूर लिखवाएं।

वेज थाली

घर में आप चाहें तो अपनी मम्मी को रसोई के काम से छुट्टी देकर उनके लिए वेज थाली तैयार कर सकती हैं। अगर आपकी मम्मी को पूड़ी नहीं पसंद है तो आप नान, मिस्सी रोटी या फिर तंदूरी रोटी तैयार कर सकती हैं। इसके साथ ही इस वेज थाली में उनकी पसंद की ही सब्जियां शामिल करें।

डेजर्ट प्लेटर

वेज थाली बना रही हैं तो इस तरह का डेजर्ट प्लेटर भी तैयार करें। इसमें आप मूंग दाल का हलवा, आईसक्रीम, रसमलाई और गुलाब जामुन तैयार करा सकते हैं। यदि इनमें से कोई चीज उन्हें पसंद नहीं है तो आप इसे हटाकर अपनी मम्मी की पसंद की मिठाई इस प्लेटर में एड कर सकते हैं।

पिज्जा

अगर आप अपनी मम्मी को वेज थाली नहीं खिलाना चाहते तो उन्हें घर पर ही स्वादिष्ट पिज्जा भी बनाकर खिला सकते हैं। वैसे तो बाजार से भी पिज्जा लाकर आप उन्हें खिला सकते हैं, लेकिन अगर आप उन्हें घर पर पिज्जा बनाकर खिलाएंगी, तो इससे उन्हें ज्यादा खुशी होगी।

चॉकलेट शेक

गर्मी का मौसम चल रहा है, ऐसे में आप अपनी मां को चॉकलेट शेक बनाकर पिला सकते हैं। ये बनाना भी काफी आसान होता है। यदि आपकी मां को ये नहीं पसंद है तो आप उनकी पसंद का शेक बनाएं, ताकि इसे पीकर उन्हें खुशी मिले।

मां और बच्चे को साथ में करना चाहिए इन योगासनों का अभ्यास, सेहत व रिश्ते दोनों होंगे मजबूत

एक महिला गर्भधारण करने से लेकर प्रसव के दौरान तक कई स्वास्थ्य परेशानियों से जूझती है। यहां तक कि बच्चे के जन्म के बाद उसे शिशु के लिए अपनी सेहत पर अधिक ध्यान देना पड़ता है। मां की सेहत का असर शिशु पर गर्भावस्था से लेकर जन्म लेने के बाद तक होता है। ऐसे में हर महिला को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए, साथ ही अपने बच्चे को भी स्वस्थ रखने हेतु जीवनशैली में कुछ अच्छी आदतों को शामिल करना चाहिए। योग वह क्रिया है जो मां और बच्चे दोनों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। योगाभ्यास से कई तरह के स्वास्थ्य समस्याएं दूर होती हैं, वहीं अगर मां और बच्चा साथ में योगाभ्यास करते हैं तो सेहत और रिश्ता दोनों ही अधिक बेहतर बनता है।

मई माह के दूसरे रविवार यानी 12 मई को मदर्स डे मनाया जा रहा है। इस मौके पर मां और बच्चे को एक दूसरे के साथ योगाभ्यास करने की आदत को शामिल कर लेना चाहिए। यहां कुछ योगासनों के बारे में बताया जा रहा है जिनका अभ्यास मां और बच्चा साथ में करके बेहतर परिणाम पा सकते हैं।

बालासन

प्रसव के बाद एक महिला की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। मांसपेशियों की कमजोरी की दूर करने के लिए बालासन का अभ्यास फायदेमंद है। वहीं बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी बालासन लाभकारी साबित हो सकता है। इस योग का अभ्यास बेहद सरल है, जिसे मां के साथ बच्चा आसानी से कर सकता है।

कैसे करें

घुटनों के बल बैठकर सांस भरते हुए सामने नीचे की ओर झुकें और बाहों का सामने की तरफ फैलाकर जमीन को स्पर्श करें। इसी अवस्था में कुछ देर बने रहने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं।

मार्जरी आसन

मार्जरी आसन का अभ्यास कमर और पीठ दर्द से राहत दिलाता है। महिलाओं के लिए यह योग काफी लाभकारी है। इससे प्रजनन संबंधी समस्याओं से निजात मिलता है। बच्चे की शारीरिक मुद्रा में सुधार के लिए भी यह योग लाभकारी साबित हो सकता है।

कैसे करें

इस योग में मुद्रा बिल्ली जैसी बनती है। इसके अभ्यास के लिए वज्रासन की मुद्रा में बैठकर गहरी सांस लेते हुए हाथों की हथेलियों को आगे की तरफ रखें। हाथों पर शरीर का पूरा भार देते हुए घुटनों पर खड़े हो जाएं। अब कमर को नीचे की ओर खींचते हुए गर्दन को ऊपर की तरफ उठाएं।