Wednesday , October 23 2024

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शेखपुरा में नरसिंहानंद की टिप्पणी से नाराज मुस्लिम समाज ने पुलिस पर किया पथराव, फोर्स तैनात

सहारनपुर:  जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद के मुस्लिम समाज के खिलाफ विवादित बयान की आग सहारनपुर तक पहुंच गई है।शहर से सटे गांव शेखपुरा में महंत की टिप्पणी से आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोग भारी संख्या में गांव एकत्र हुए। उन्होंने महामंडलेश्वर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया। सहारनपुर में शेखपुरा रेलवे फाटक के पास मुस्लिम समाज ने धरने के बाद बवाल काटा।

इसी बीच देहात कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामला शांत कराने की कोशिश की। इसके बाद 70 से 80 लोग शेखपुरा चौकी की तरफ जाने लगे। पुलिस ने रोकने की कोशिश की और लाठियां भी फटकारी।

इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया। जिसमें एक पुलिसकर्मी सहित कई घायल हुए। पता लगते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई।
घटना देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव शेखपुरा कदीम में रविवार की दोपहर हुई। महामंडलेश्वर के बयान के खिलाफ आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोग शेखपुरा कदीम में एकत्र हुए। उन्होंने महामंडलेश्वर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

पता लगते ही देहात कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। गांव में 70 से 80 लोग एकत्र हुए थे। पुलिस ने मामला शांत कराने की कोशिश की। इसके पश्चात बड़ी संख्या में लोग शेखपुरा पुलिस चौकी तरफ जाने लगे।पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकते हुए लाठियां फटकार दी। इसके पश्चात गुस्साए लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हुए। घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया।

सीएम योगी ने महाकुंभ के लोगो का किया अनावरण, साधु-संतों के साथ की बैठक, तैयारियों का लिया जायजा

प्रयागराज:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को प्रयागराज पहुंचे। महाकुंभ-25 के प्रतीक चिन्ह (लोगो) का अनावरण, वेबसाइट और एप लांच किया। हेलीपैड पर उतरने के बाद सीएम वीआईपी घाट से स्पेशल बोट से संगम के लिए निकल गए। उनके साथ कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, राकेश सचान और नंद गोपाल गुप्ता नंदी रहे। संगम पर पहुंचकर उन्होंने विधि विधान से मां गंगा की पूजा अर्चना की।

संतों के साथ मुख्यमंत्री योगी ने शुरू की समीक्षा

संगम से लौटने के बाद सीएम ने परेड ग्राउंड में बने पंडाल में अखाड़ा परिषद और अन्य साधु संतों के साथ बैठक की। सबसे पहले अफसरों ने सीएम का स्वागत किया। साथ ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महामंत्री समेत अन्य पदाधिकारियों और प्रमुख साधु संतों का स्वागत अभिनंदन किया गया। अखाड़े ने कुंभ मेले की बसावट के साथ ही भूमि सुविधाएं बढ़ाने, संत भक्त निवास के लिए पिछले कुंभ की तुलना में दोगुना अधिक बजट प्रदान करने का प्रस्ताव रखा।

महाकुंभ की तैयारी के लिए सभी तेरह अखाड़े के साथ दंडीवाड़ा, आचार्य वाड़ा, प्रयागवाल सभा तीर्थ पुरोहितों के अलावा बैरागी, संन्यासी, वैष्णव संतों के प्रमुख पीठाधीश्वर परेड मैदान स्थित सीएम की बैठक में मौजूद रहे। खाक चौक के भी संत अपने पूरे जमात के साथ पहुंचे। बैठक के बाद सीएम ने अखाड़ा परिषद के पदाधिकारिओं के साथ मुलाकात की।

मेघालय में भारी बारिश ने मचाई भीषण तबाही, एक ही परिवार के सात लोगों समेत 10 की मौत

शिलांग:  पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में हुई भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश बारिश के चलते कई लोगों की जान चली गई है। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाए भी सामने आई हैं। अचानक आई इस प्राकृतिक आपदा में 10 लोगों की मौत की खबर सामने आई है।

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में मेघालय के दक्षिण गारो हिल्स जिले में बारिश के कारण आई बाढ़ में एक ही परिवार के सात लोगों सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण जिले के गसुआपारा क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है।

भूस्खलन में पूरा परिवार तबाह
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हादसे का शिकार हुआ सात लोगों का परिवार हटियासिया सोंगमा के सुदूर गांव में अपने घर के अंदर था, तभी भूस्खलन हो गया। जिसके चपेट में पूरा घर आ गया। सभी की मलबे में दबकर मौत हो गई। मृतकों में तीन नाबालिग शामिल हैं।

मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने गारो हिल्स के पांच जिलों में स्थिति पर समीक्षा बैठक की है। उन्होंने जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया है, क्योंकि दालू के तीन और हटियासिया सोंगमा में सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। संगमा ने मृतकों के परिजनों को तत्काल अनुग्रह राशि देने का भी आदेश दिया है।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ के कर्मियों को सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बैठक के दौरान संगमा ने पुनर्निर्माण प्रयासों के लिए बेली ब्रिज तकनीक के उपयोग का सुझाव दिया है, ताकि राहत काम में तेजी लाई जा सके।

राज्यपाल बोस ने ममता सरकार पर साधा निशाना, कहा- समय पर कार्रवाई के अभाव में बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार को टीएमसी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि समय पर कार्रवाई के अभाव के कारण प्रदेश में दुष्कर्म के मामलों की वृद्धि हुई है। राज्यपाल की यह टिप्पणी दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर इलाके में 10 वर्षीय लड़की के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के मामले में हंगामे के बीच आई है। दूसरी तरफ, इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेता देब ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म और हत्या के अपराधियों को देखते ही गोली मार दी जानी चाहिए।

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है। ऐसे में शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले के कुलतली में 10 वर्षीय लड़की के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या ने हलचल मचा दी है। इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने शनिवार को एक पुलिस चौकी में आग लगाने के साथ ही वाहनों में तोड़फोड़ की थी।

टीएमसी सरकार में हिंसा का कोई इलाज नहीं: राज्यपाल
इस मामले को लेकर राज्यपाल बोस ने कहा कि बंगाल में मौजूदा सरकार के तहत हिंसा का कोई इलाज नहीं दिख रहा है। यह अजीब है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से अपराधियों के खिलाफ ठोस और निर्णायक कार्रवाई से जघन्य अपराधों के खिलाफ मदद मिलेगी।

पुणे में बना भारत का पहला सैन्य खुफिया पार्क, 40 शहीदों की लगाई गईं प्रतिमाएं

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में शनिवार को ‘सातर्क पार्क’ का उद्घाटन किया गया। यह देश का पहला ऐसा पार्क है, जो सैन्य खुफिया शहीदों को समर्पित है। इस पार्क का उद्देश्य गुमनाम नायकों से जुड़े कुछ सबसे वीरतापूर्ण प्रसंगों को प्रकाश में लाना है।

मिलिट्री इंटेलिजेंस ट्रेनिंग स्कूल एंड डिपो (एमआईएनटीएसडी) के सहयोग से रोडवेज सॉल्यूशंस इंडिया इंफ्रा लिमिटेड (आरएसआईआईएल) ने पुणे छावनी के वानवाड़ी क्षेत्र में इस पार्क को विकसित किया है। इसमें एमआई कर्मियों की 40 प्रतिमाएं लगाई गई हैं, जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया। प्रत्येक प्रतिमा के साथ उनकी वीरता का संक्षिप्त विवरण भी दिया गया है।

मिलिट्री इंटेलिजेंस कोर के आदर्श वाक्य ‘सदा सतर्क’ (हमेशा सतर्क) से प्रेरित सातर्क पार्क का उद्घाटन लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप कुमार चहल, कर्नल कमांडेंट, इंटेलिजेंस कोर और कमांडेंट, मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा किया गया। इसमें भाग लेने वालों में शहीद नायकों के परिवार भी शामिल थे। पार्क की एक दीवार पर इंटेलिजेंस कोर का गीत, उनके काम की अदृश्य प्रकृति का प्रतीक भारत माता की एक अमूर्त मूर्ति, साथ ही 1962 से 2020 तक के 40 शहीदों की प्रतिमाएं हैं।

इनमें ब्रिगेडियर आरडी मेहता, एनके मेहताब सिंह (1962), एनके बिपिन चंद्रा (1970), एनके प्रताप सिंह (1977), लेफ्टिनेंट कर्नल बलदेव आनंद (1990), लेफ्टिनेंट कर्नल के कृष्णमूर्ति (1994), एनके जय सिंह (2001), कैप्टन जितेश भूटानी (2003), मेजर मुकेश चौरसिया (2005), ब्रिगेडियर आरएस मेहता (2008), सब राकेश कुमार (2020) और अन्य शामिल हैं।

‘अब कोई ‘अभया’ न हो, ये हमारी जिम्मेदारी’, अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे डॉक्टर्स अपनी मांगों पर अड़े

कोलकाता:  आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के विरोध में और अपनी मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन अब अनिश्चितकालीन धरने में बदल गया है। इससे पहले डॉक्टर्स ने राज्य सरकार को उनकी मांगों पर अमल करने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया था, लेकिन जब सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो डॉक्टर्स ने शनिवार रात साढ़े आठ बजे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

‘अभी भी दुष्कर्म की घटनाएं नहीं रुक रहीं’
धर्मतला में धरने पर बैठी एक जूनियर डॉक्टर ने कहा कि ‘जब तक हमारी न्याय की मांग नहीं मानी जाती तब तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। अभया के साथ जब दुष्कर्म हुआ और उसकी हत्या हुई, उससे पहले उसे कई बार धमकियां मिलीं। कोई भी अभया हो सकता है। ऐसे में ये हमारी जिम्मेदारी है कि अब कोई और अभया न हो।

एक तरह हम भूख हड़ताल कर रहे हैं और दूसरी तरफ हम देख रहे हैं कि एक और नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हो गई है। आरजी कर की घटना के बाद कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। हम सभी डॉक्टर्स धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और सिर्फ छह ड्यूटी कर रहे हैं ताकि नवरात्रि के दौरान किसी मरीज को परेशानी न हो।’

डॉक्टर्स की ये हैं मांगें
प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स की राज्य सरकार से जो मांगें हैं, उनमें राज्य के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को तत्काल पद से हटाने की मांग और स्वास्थ्य विभाग में कथित प्रशासनिक अक्षमता और भ्रष्टाचार को लेकर जवाबदेही की मांग शामिल हैं। साथ ही राज्य के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के लिए एक केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली की स्थापना, बेड रिक्ति की निगरानी करने वाली प्रणाली और कार्यस्थलों पर सीसीटीवी, ऑन कॉल रूम और वॉशरूम के लिए जरूरी प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए टास्क फोर्स गठित करने की मांग शामिल है। इनके अलावा डॉक्टर्स अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाने, स्थायी महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती करने और डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को तेजी से भरने की मांग कर रहे हैं।

हॉस्टल में खाने के बाद बिगड़ी छात्राओं की तबीयत, अस्पताल में भर्ती; जांच से सामने आएगी सच्चाई

मुंबई: महाराष्ट्र के लातूर जिले के पूरणमल लाहोटी पॉलिटेक्निक गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों की अचानक रात में तबीयत खराब हो गई।हॉस्टल में देर रात खाना खाने के बाद 50 से अधिक लड़कियां उल्टी करने लगीं। तबीयत बिगड़ने के बाद सभी छात्राओं को ऑस्पताल ले जाया गया। जरूरी इलाज के बाद कुछ छात्रों को वापस हॉस्टल भेजा गया। बताया जा रहा कि लड़कियों को फूड प्वॉजनिंग की शिकायत थी।

शनिवार शाम को खाया था खाना
हॉस्टल में 324 छात्राएं रहती हैं। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम करीब सात बजे छात्रों ने चावल, चपाती, भिंडी की सब्जी और दाल पी थी। उन्होंने कहा कि साढ़े आठ बजे तक उनमें से कई छात्राओं को बैचेनी महसूस होने लगी और कुछ छात्रों को उल्टी होने लगी।

प्रिंसिपल और डीन पहुंचे
सूचना मिलने पर कॉलेज के प्रिंसिपल मौके पर पहुंचे और लातूर में विलासराव देशमुख सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन डॉ. उदय मोहिते को इसकी जानकारी दी। बीमार छात्राओं को तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। मोहिते ने बताया कि करीब 50 छात्रों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार तड़के तीन बजे तक 20 लोगों को छुट्टी दे दी गई।अन्य 30 छात्राओं का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सभी खतरे से बाहर हैं।

क्या बोले डीन?
डॉ. मोहिते ने कहा, ‘दो लड़कियों ने रात के खाने के बाद उल्टी की शिकायत की और अन्य ने बैचेनी की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां तुरंत इलाज किया गया। सभी लड़कियों की हालत स्थिर है और पूरी मेडिकल टीम मौजूद है। देखभाल कर रही है। छात्राओं के माता-पिता को आश्वासन दिया है कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।’

पुलिस को दी गई जानकारी
कॉलेज के प्रिंसिपल वीडी निन्नावरे ने कहा, ‘हॉस्टल की कुछ छात्राओं के बीमार होने की खबर मिलने के बाद हम तुरंत वहां पहुंचे। सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। किसी भी छात्रा को कोई खतरा नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण स्वास्थ्य जांच की जा रही है। परेशान करने की जरूरत नहीं है। शिवाजीनगर पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई है।’

मंगलुरु के कुलूर में मिली लापता कारोबारी की कार, पुलिस खुदकुशी या साजिश जैसे पहलुओं पर कर रही जांच

मंगलुरु:  कर्नाटक के एक कारोबारी आज सुबह से लापता हैं। पुलिस के मुताबिक, उनकी कार कुलूर पुल के पास मिली है। बता दें, कारोबारी मुमताज अली जेडीएस एमएलसी बी एम फारूक और कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहिउद्दीन बावा के भाई हैं। उनकी उम्र 52 साल बताई जा रही है।

करीब तीन बजे घर से निकले थे
एक अधिकारी ने बताया कि अली रविवार तड़के करीब तीन बजे अपनी कार में घर से निकले थे। बाद में सुबह करीब पांच बजे कुलूर पुल के पास रुके। उनकी कार पुल के पास लावारिस हालत में मिली है। इससे संदेह है कि वह पुल से कूद गए होंगे।

मामले की जांच शुरू
सूचना पर मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल घटनास्थ पर पहुंचे। साथ ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और तटरक्षक दल को खोज के लिए बुलाया गया। उन्होंने बताया, ‘आज सुबह-सुबह हमें सूचना मिली कि कारोबारी मुमताज अली की गाड़ी कुलूर पुल के पास मिली है। हो सकता है कि उन्होंने पुल से छलांग लगा दी हो। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।

उन्होंने आगे कहा, ‘शुरुआती जांच में सामने आया है कि करीब तीन बजे वह अपनी कार में घर से निकले और शहर में घूमते रहे। बाद में करीब पांच बजे उन्होंने कुलूर पुल के पास अपनी कार रोकी। कार पर कुछ दुर्घटना के निशान थे और उसके बाद उनकी बेटी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी।’

एसडीआरएफ और तटरक्षक दल नदी में तलाश कर रहे
अधिकारी ने कहा कि एसडीआरएफ और तटरक्षक दल नदी में तलाश कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं उन्होंने नदी में छलांग तो नहीं लगा दी। या फिर उनके लापता होने की वजह कुछ और है। मामले की जांच जारी है।

भोपाल की फैक्ट्री से 1814 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स जब्त, गुजरात एटीएस और एनसीबी की संयुक्त कार्रवाई

भोपाल: भोपाल की एक फैक्ट्री से 1,814 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग और उसका कच्चा माल जब्त किया गया है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने रविवार को सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी। दरअसल गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) दिल्ली ने संयुक्त अभियान चलाकर ड्रग्स की इस खेप को जब्त किया है।

गुजरात के गृह मंत्री ने की तारीफ
हर्ष सिंघवी ने बताया कि ‘ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत के लिए गुजरात एटीएस और एनसीबी, दिल्ली को बधाई! हाल ही में, उन्होंने भोपाल की एक फैक्ट्री पर छापा मारा और एमडी और एमडी बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जब्त की, जिसकी कुल कीमत 1814 करोड़ रुपये है! यह उपलब्धि ड्रग तस्करी और इसके दुरुपयोग से निपटने में हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अथक प्रयासों को दर्शाती है। हमारे समाज के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा में उनके सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण हैं।’

दिल्ली पुलिस ने जब्त की थी पांच हजार करोड़ की ड्रग्स
बीते दिनों दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी में 5000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की थी। जांच में पता चला है कि यह ड्रग्स यूके से भारत भेजा गया था। दिल्ली पुलिस ने एक अंतरर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर चार मादक पदार्थ तस्करों तुषार गोयल, भरत कुमार जैन, औरंगजेब सिद्दीकी और हिमांशु कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपी तुषार गोयल के दिल्ली के महिपालपुर स्थित गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद की है। मादक पदार्थों की ये खेप विदेश से महाराष्ट्र के किसी बंदरगाह पर आई। अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में बरामद मदाक पदार्थों की इस खेप की कीमत 2000 से 5000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

निबांलकर ने शरद का साथ छोड़ने पर खुद को माना दोषी, क्या चुनाव से पहले अजित को लगेगा बड़ा झटका?

मुंबई:  जैसे-जैसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे ही यहां की राजनीतिक में बदलाव देखने को मिल रहा है। चुनाव से पहले हुए इस बदलाव से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार को बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल, अजित पवार के बेहद खास रामराजे नाइक निंबालकर उनसे नाराज दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह शायद शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपीएसपी) का हाथ थाम सकते हैं।

कार्यकर्ताओं की हिफाजत के लिए…
निंबालकर ने रविवार को कहा कि शरद पवार को छोड़ने के लिए वह अपने आपको दोषी महसूस करते हैं, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं की हिफाजत के लिए ऐसा किया। गौरतलब है, राज्य विधानसभा चुनाव से पहले उनके शरद पाले में लौटने की बढ़ती चर्चा के बीच यह बयान सामने आया है।

अजित पवार के खास माने जाने वाले निंबालकर ने अपने 75वें जन्मदिन पर फलटन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने शरद पवार से नाता तोड़ने और अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में जाने का फैसला किया था। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ।

पिछले साल हुआ था सियासी उठापटक
गौरतलब है, अजित पवार कई अन्य विधायकों के साथ पिछले साल जुलाई में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे, जिससे उनके चाचा शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन हो गया।

मैं शरद पवार का सामना कैसे करूंगा: निंबालकर
एनसीपी (एसपी) में शामिल होने की अटकलों पर वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘मैं (शरद) पवार साहब का सामना कैसे कर सकता हूं, जिन्होंने मुझे 2009 में मंत्री बनाया था, जबकि मैं विधायक भी नहीं था। मैं उन्हें छोड़ने के लिए खुद को दोषी महसूस करता हूं। लेकिन मैंने अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया। लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है।’

राज्य विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस को सूचित कर दिया था कि वह हालिया लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा सांसद रंजीत निंबालकर के लिए प्रचार नहीं करेंगे। वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के बाद फैसला करेंगे। साथ ही परिसीमन में शहरी क्षेत्रों में सीटों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा।