Thursday , October 24 2024

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सतर्कता अदालत से CM विजयन की बेटी को मिली राहत, कोर्ट की निगरानी में जांच की याचिका खारिज

तिरुवनंतपुरम: सतर्कता अदालत से कांग्रेस विधायक मैथ्यू कुझालनादन को झटका लगा है। उनकी उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें एक निजी खनन कंपनी और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की बेटी टी वीणा की बंद हो चुकी आईटी कंपनी के बीच कथित वित्तीय लेनदेन की अदालत की निगरानी में जांच कराने की मांग की गई थी।

यह दी थी याचिका
कुझालनादन ने विशेष सतर्कता अदालत का रुख किया था। उन्होंने कहा था कि सतर्कता विभाग ने कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) और वीणा की कंपनी एक्सलॉजिक के बीच वित्तीय लेनदेन की जांच करने से इनकार कर दिया है।

अदालत की निगरानी में जांच की मांग
पिछले महीने जब अदालत को अपना फैसला सुनाना था, तो कुझालनादन ने एक नई मांग रखी की अदालत की निगरानी में जांच की जाए। इससे अदालत नाराज हो गई, जिसने उनसे पूछा कि क्या उन्हें यकीन है कि मामले में उनका पक्ष क्या है। तब कुझालनादन ने कहा कि वह और सबूत प्रस्तुत करेंगे।अदालत ने उनकी नई मांग पर विचार करने का फैसला किया।

अदालत ने याचिका खारिज कर दी
कांग्रेस विधायक द्वारा सौंपे गए दस्तावेजों पर विस्तृत सुनवाई के बाद अदालत ने याचिका खारिज कर दी। इस बीच, कुझालनादन ने कहा कि कहा, ‘चूंकि मैं पेशे से एक वकील हूं, इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या मैं अपील के लिए जाऊंगा। मुझे अभी तक फैसले की प्रति नहीं मिली है और इसे पढ़ने के बाद, मैं जवाब दूंगा। जैसा कि मैंने पहले कहा, मैं भागने वाला नहीं हूं।’

कुल 1.72 करोड़ रुपये का भुगतान होने पर मामला सामने आया
केरल में एक निजी खनिज कंपनी और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी टी वीणा और उनकी आईटी फर्म के बीच कुछ वित्तीय लेनदेन को लेकर पिछले साल विवाद छिड़ गया था। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी का सत्तारूढ़ माकपा के साथ-साथ विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के शीर्ष नेताओं के साथ लेनदेन हुआ।

‘आप दिलीप घोष को जिता दो, गुंडो को हम सीधा कर देंगे’, दुर्गापुर में अमित शाह ने टीएमसी को घेरा

कोलकाता: तीसरे चरण के मतदान से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में चुनाव प्रचार किया। दुर्गापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पर तंज करते हुए कहा कि टीएमसी के गुंडे यहं की गरीब मजदूरों की मजदूरी की उगाही करके भतीजे को देते हैं।

रैली में भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष का समर्थन करते हुए अमित शाह ने कहा, “एक बार यहां से दिलीप घोष को जिता दो, इन गुंडों को हम सीधा कर देंगे।” उन्होंने टीएमसी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “ये लोग कटमनी चलाते हैं, घुसपैठ कराकर अपना वोट बैंक बनाते हैं। ममता दीदी, आपको शर्म आनी चाहिए, सरहदी राज्य में आप घुसपैठ को बढ़ावा देती हो और घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बनाती हो।”

सोमवार को हुगली में बस विस्फोट पर अमित शाह ने कहा कि बंगाल में भ्रष्टाचार और चुनावी हिंसा आम हो चुकी है। ममता बनर्जी डराना चाहती है। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने केंद्रीय बलों को तैनात किया है। अमित शाह ने लोगों से से कहा कि उन्हें ममता बनर्जी से डरने की कोई जरूरत नहीं है।

संदेशखाली मामले में फिर एक बार ममता सरकार को घेरा
संदेशखाली मुद्दे पर अमित शाह ने फिर एक बार ममता सरकार को घेरा। उन्होंने टीएमसी पर धर्म के आधार पर सैकड़ों महिलाओं पर अत्याचार करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता ने कहा, “ममता बनर्जी संदेशखाली के अपराधियों को पकड़ने को तैयार नहीं थीं। हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी जांच नहीं की, तो हाई कोर्ट ने जांच सीबीआई को सौंपी।” उन्होंने बंगाल की सीएम से कहा, “आपको शर्म आनी चाहिए, आप महिला मुख्यमंत्री हो और आपकी नाक के नीचे सैकड़ों माताओं-बहनों पर अत्याचार हुआ, लेकिन आपके पेट का पानी नहीं हिला।” अमित शाह ने आगे कहा कि संदेशखाली में जिसने अत्याचार किया है, वो अगर पाताल में भी छिप जाए तो भी हम उसे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा देंगे।

विपक्षी नेताओं के हालिया बयान पर भड़की भाजपा, कहा- देश के विकास को रोकने का प्रयास कर रही बाहरी शक्तियां

लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा ने इंडी गठबंधन दल के नेताओं पर निशाना साधा। भाजपा ने विपक्षी नेताओं द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों को लेकर कहा कि यह देश के हित के खिलाफ है। भाजपा ने विपक्ष पर पाकिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाया और देशद्रोहियों से जनता को सावधान रहने के लिए कहा।

विपक्षी नेताओं के बयान पर साधा निशाना
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को महाराष्ट्र कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि यह सिर्फ भाजपा को बदनाम करने की साजिश है। यह आरोप निराधार हैं। त्रिवेदी ने विपक्षी नेताओं के अन्य आरोपों का भी हवाला दिया, जिसमें पाकिस्तानी नेता फवाद चौधरी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं और फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार होने के बारे में बता रहे हैं। त्रिवेदी ने कहा कि अब्दुल्ला का बयान काफी चौंकाने वाला है। कांग्रेस नेता शशि थरूर के बांग्लादेशी अखबार में छपे कॉलम का हवाला देते हुए त्रिवेदी ने कहा कि चुनाव भारत में हो रहे हैं और कांग्रेस नेता विदेशी जमीन पर जनमत तैयार कर रहे हैं।

जनता से देश के भीतर छिपे गद्दारों से सावधान रहने को कहा
विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह सभी घटनाक्रम सिर्फ एक संयोग नहीं है बल्कि जानबूझकर किया गया एक खतरनाक प्रयोग है। उन्होंने जनता से देश के भीतर छिपे गद्दारों से सावधान रहने को कहा। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार की बाहरी शक्तियां आत्मविश्वासी भारत के उदय को रोकने का प्रयास कर रही हैं।

आतंकवादी हमले को लेकर चरणजीत सिंह चन्नी का बयान
पुंछ पर वायुसेना के वाहन पर हुए हमले को लेकर चरणजीत सिंह ने हाल ही में मीडिया से बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जब इलेक्शन आते हैं तो ऐसे स्टंट खेले जाते हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे कहा कि ये तैयार करके हमले करवाए जाते हैं। भाजपा को जिताने का स्टंट होता है, इसमें सच्चाई नहीं होती। लोगों को मरवाने और लोगों की लाशों पर खेलना ये भाजपा को आता है। वहीं एक दिन पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से जुड़े एक सवाल के जवाब पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं। उसके पास परमाणु हथियार हैं।

मुंबई दंगा मामले में निर्देशों का पालन न होने पर कोर्ट नाराज, कहा- रिपोर्ट दाखिल करे राज्य सरकार

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिया है कि 1992 में मुंबई दंगों में लापता लोगों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए जारी किए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें। इससे पहले 4 नवंबर 2022 को मामले में कुछ निर्देश दिए थे लेकिन इनका पालन नहीं किया जा रहा था। इस पर न्यायमूर्ति अभय एस ओका और उज्ज्वल भुयान की पीठ ने नाराजगी जताई है।

महाराष्ट्र के डीजीपी और गृह विभाग को दिए निर्देश
शीर्ष अदालत ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक और राज्य के गृह विभाग से जस्टिस बी एन श्रीकृष्णा आयोग की सिफारिशों पर गौर करने को कहा है। यह भी निर्देश दिया है कि इसे लेकर 19 जुलाई से पहले एक अनुपालन रिपोर्ट भी दाखिल करें। इस मामले में एक स्वत: संज्ञान वाली याचिका पर अब 26 जुलाई को अगली सुनवाई होगी।

जल्द से जल्द हो स्पेशल सेल का गठन- सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मुंबई दंगों की परिस्थितियों, घटनाओं, कारणों और तमाम पहलुओं की जांच के लिए, 25 जनवरी 1993 को राज्य सरकार द्वारा न्यायमूर्ति श्रीकृष्णा की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया गया था। 2022 में श्रीकृष्णा आयोग की सिफारिशों को राज्य सरकार ने स्वीकार किया था। इस मामले में अदालत ने राज्य सरकार को एक महीने के भीतर 97 मामलों की निष्क्रिय फाइलों का विवरण बॉम्बे हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को देने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि सरकार इन मामलों में लापता हुए आरोपियों का पता लगाने के लिए जल्द से जल्द एक स्पेशल सेल का गठन करें, ताकि मुकदमे पर आगे की कार्यवाही की जाए।

अदालत में दाखिल करें रिपोर्ट- सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में राज्य सरकार को यह निर्देश भी दिया है कि मुंबई दंगों में लापता हुए 168 लोगों की जानकारी को लेकर एक रिपोर्ट अदालत में दाखिल करें। बता दें कि मार्च 2020 में महाराष्ट्र के गृह विभाग ने अदालत में एक हलफनामा दिया था। इसमें बताया गया था कि मुंबई दंगों के दौरान 900 लोगों की मौत हुई थी और 168 लोग लापता हो गए थे। 168 लापता लोगों में से 60 लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया गया है।

एसआईटी ने बंगलूरू में घटनास्थल का किया निरीक्षण; एचडी रेवन्ना के आवास पर कार्रवाई

बंगलूरू:  एक महिला के कथित अपहरण और अवैध रूप से बंधक बनाकर रखने के मामले में जद (एस) विधायक एचडी रेवन्ना के खिलाफ मामले की जांच तेज हो गई है। विशेष जांच टीम (SIT) ने सोमवार को बंगलूरू के बसवनगुड़ी स्थित उनके आवास का दौरा किया। इस दौरान टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। रेवन्ना परिवार की अनुपस्थिति में एसआईटी टीम ने उनके वकील गोपाल को घटनास्थल पर बुलाया। दो दिन पहले ही एसआईटी ने हासन जिले के होलेनरसीपुरा स्थित विधायक के घर का भी निरीक्षण किया था।

सवालों के घेरे में CAPF डॉक्टर, 60 अनफिट युवकों को किया मेडिकली फिट, MHA ने दिए जांच के आदेश

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में सिपाही पद के लिए संपन्न हुई भर्ती प्रक्रिया, सवालों के घेरे में है। हैरानी की बात ये है कि मेडिकल जांच में 60 अनफिट उम्मीदवारों को फिट बता दिया गया। ज्वाइनिंग के वक्त हुए मेडिकल में यह मामला खुल गया। मामले की प्रारंभिक जांच हुई। सीएपीएफ के एडीजी मेडिकल ने इस मामले को सही पाया। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजी। सीआरपीएफ सहित कई बलों के डॉक्टर रडार पर आ गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के आदेश जारी कर दिए।

विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, यह मामला सिपाही जीडी भर्ती 2018 से जुड़ा है। उस भर्ती में 60 उम्मीदवार ऐसे थे, जो मेडिकल आधार पर अनफिट थे, लेकिन जांच में उन्हें फिट दिखाया गया। इनमें से 17 युवाओं का मेडिकल सीआरपीएफ के डाक्टरों ने किया था। खास बात है कि 17 में से सात उम्मीदवारों का चयन सीआरपीएफ के लिए हुआ था। बाकी उम्मीदवारों को दूसरे बल अलॉट किए गए थे। इस मेडिकल प्रकिया को संपन्न कराने के मकसद से सीआरपीएफ के 16 मेडिकल अफसर/सीएमओ की ड्यूटी लगाई गई। इनके द्वारा मेडिकल जांच में फिट बताए गए उम्मीदवार, ज्वाइनिंग के वक्त अनफिट मिले। मेडिकल अफसर, सीनियर मेडिकल अफसर/सीएमओ, सीआरपीएफ के समूह केंद्र ‘जीसी’ पुणे और नागपुर सहित कई दूसरे ग्रुप सेंटरों पर कार्यरत थे।

जैसे डॉ. सुशील कुमार, एसएमओ जीसी पुणे, ने युवराज गोकुल का मेडिकल किया था। आठ फरवरी 2020 को हुई विस्तृत चिकित्सा परीक्षा (डीएमई) में उसे फिट दिखाया गया। मार्च 2021 के दौरान ज्वाइनिंग के वक्त जब दोबारा से मेडिकल हुआ तो उसमें युवराज गोकुल, अनफिट मिले। यह मेडिकल प्रक्रिया सीआरपीएफ जीसी नागपुर में संपन्न हुई थी। वह युवक ‘स्कोलियोसिस ऑफ थोरेसिक स्पाइन’, जो एक स्थायी बीमारी समझी जाती है, से पीड़ित था। इसके बावजूद ‘विस्तृत चिकित्सा परीक्षा’ में उसे अनफिट घोषित नहीं किया गया।

दूसरा केस भी डॉ. सुशील कुमार से जुड़ा है। उन्होंने 11 जनवरी 2020 को वाघमारे केतन भीकू का मेडिकल किया था। बाद में ज्वाइनिंग के वक्त यह उम्मीदवार भी अनफिट पाया गया। अनफिट होने का कारण, ‘सिंडेक्टली ऑफ मिडल एंड रिंग फिंगर ऑफ बोथ हैंड्स’ था। इसे भी एक तरह की स्थायी बीमारी माना जाता है।

तीसरा केस, जीसी पुणे में डॉ. संतोष कुमार ‘एमओ’ से जुड़ा है। उन्होंने हम्बार्डे पवन कुमार बिभिशान का मेडिकल किया था। उम्मीदवार को मेडिकल प्रक्रिया में फिट दिखाया गया, लेकिन जीसी सीआरपीएफ नागपुर में ज्वाइनिंग के दौरान उसे अनफिट बता दिया गया। उसे ‘सिंडेक्टली ऑफ टोज ऑफ बोथ फुट’ की बीमारी थी। इसे भी स्थायी बीमारी माना जाता है।

खेत में तेंदुआ देख भाग खड़े हुए ग्रामीण, दोनों शावकों को साथ ले गया, वन विभाग की टीम पहुंची

अमरोहा: अमरोहा जिले में लगातार तेंदुए की दहशत बनी हुई है। अब नौगांवा सादात क्षेत्र के मूंढ़ाखेड़ा गांव के एक खेत में तेंदुआ देखा गया। तेंदुए को देखते ही ग्रामीण उल्टे पांव भाग निकले। राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। तभी तेंदुआ गन्ने के खेत में घुस गया। बड़ी संख्या लाठी-डंडों से लैस ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तेंदुआ गायब हो गया। शनिवार की रात गांव के रहने वाले नूर मोहम्मद और फुरकान अली ट्यूबवेल चलाने खेत पर जा रहे थे। तभी उन्होंने रास्ते पर तेंदुए को खड़ा देखा। तेंदुआ को देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। दोनों लोग उल्टे पांव में भाग निकले और गांव पहुंचकर लोगों को जानकारी दी। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग लाठी-डंडे लेकर उसी स्थान पर पहुंचे, जहां तेंदुआ देखा गया था।

लेकिन लोगों के शोर शराबे के बीच तेंदुआ वहां से भाग निकला। जिसके बाद ग्रामीणों में तेंदुए की दहशत बनी हुई है। डीएफओ एसपी सिंह ने मामले की जानकारी होने से इनकार किया है। इससे पहले भी तेंदुआ कई गांव में देखा जा चुका है।

सिहाली नारायण में दिखा तेंदुआ
कैलसा तहसील क्षेत्र में लगातार तेंदुए को देखने व जानवरों पर हमला करने की घटनाएं सामने आ रही है। अभी दो दिन पहले ग्राम बहलोलपुर में तेंदुए ने हमला करके एक गाय को अपना निवाला बना लिया था। अब तहसील क्षेत्र के गांव सिहाली नारायण में ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा है।

तेंदुए को देखे जाने की सूचना वन विभाग को दे दी गई है। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल करके ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी। कहा कि पिंजरा लगाकर उसको पकड़ा जाएगा। इस दौरान वन विभाग की टीम में डिप्टी रेंजर, रेंजर, पुलिस बल समेत अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।

अपने दोनों शावकों को साथ ले गया तेंदुआ
मंडी धनौरा क्षेत्र के गांव महमदी में शनिवार की दोपहर ग्रामीण हरिसिंह के खेत में तेंदुए के दो शावक मिले थे। ग्रामीण हरिसिंह ने खेत में पड़े कबाड़ में आग लगाई थी। आग से अपने शावकों को बचाने के लिए तेंदुए ने ग्रामीण पर हमले का प्रयास भी किया था।

तलाशी के दौरान ग्रामीणों को खेत में तेंदुए के दो शावक मिले थे। वन क्षेत्राधिकारी संजय चौधरी ने बताया कि शावक करीब दो माह के थे। शनिवार की रात दोनों को उसी स्थान पर छोड़ दिया गया था। उन्होंने बताया कि पंजों के आधार पर स्पष्ट है कि तेंदुआ अपने शावकों को अपने साथ किसी सुरक्षित स्थान पर ले गया है।

मैनपुरी में आईसीएसई में 98.8 प्रतिशत अंकों के साथ रुद्रप्रताप रहे टॉपर, देखें पूरी लिस्ट

मैनपुरी : सीआईएससीई परीक्षा का परिणाम सोमवार को जारी हो गया। मैनपुरी में आईसीएसई (10वीं) में छात्र रुद्रप्रताप सिंह ने 98.8 प्रतिशत अंकों के साथ जनपद में प्रथम स्थान पाया। वहीं छात्र समर्थ कुमार यादव ने 97 प्रतिशत अंकों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्तकिया। भूमिका यादव 96.2 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।

सोमवार की दोपहर परीक्षा परिणाम जारी हुआ तो छात्र-छात्राएं खुशी से झूम उठे। जिले के एक मात्र सेंट थाॅमस सीनियर सेकेंडरी स्कूल के फादर विनोय जोसफ ने बताया कि आईसीएसई का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। परीक्षा में सभी 151 छात्र-छात्राएं पास हुए। 31 छात्र-छात्राओं ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।

कॉलेज के छात्र रुद्रप्रताप सिंह ने 98.8 प्रतिशत अंकों के साथ जिले में प्रथम स्थान पाया। वहीं समर्थ कुमार यादव ने 97 प्रतिशत अंकों के साथ जिले में दूसरा स्थान पया। भूमिका यादव ने 96.2 प्रतिशत अंकों के साथ जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद छात्र-छात्राओं ने विद्यालय पहुंचकर जमकर जश्न मनाया। फादर और शिक्षक- शिक्षिकाओं ने उनका सम्मान किया।

आईसीएसई के टॉप टेन छात्र-छात्राएं

रुद्र प्रताप सिंह- 98.8 प्रतिशत

समर्थ कुमार यादव- 97 प्रतिशत
भूमिका यादव- 96.2 प्रतिशत

केशव देव चौहान- 96 प्रतिशत
स्वाति भदौरिया- 95.6 प्रतिशत

प्रिया राज यादव- 95.4 प्रतिशत
लक्ष्य गुप्ता- 95 प्रतिशत

सुनिधि राय- 94.8 प्रतिशत
आर्य यादव- 94.4 प्रतिशत

अर्मिना हुसैन- 94 प्रतिशत

आतंकवाद का हुआ सफाया, अब देश में पटाखा भी फूटने पर पाकिस्तान देता सफाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को उन्नाव के भगवंतनगर में चुनावी जनसभा करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सिद्धपीठ मां चंडिका देवी को नमन किया, कलम और तलवार की धरती को प्रणाम करते हुए प्रथम स्वाधीनता संग्राम के सेनानियों, क्रांतिकारियों और सहित्यकारों को नमन करते हुए भाषण शुरुआत की। सीएम ने सरकार की योजनाएं गिनाईं, वहीं विपक्षी दलों पर हमला भी बोला।

सपा पर हमला करते हुए कहा कि सपा सरकार में नौजवानों के हाथ में तमंचा होता था, हमारी सरकार में टेबलेट है। सरकार सौ प्रतिशत रोजगार देने जा रही है। दस साल में हुए बदलावों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत को वैश्विक सम्मान मिला, देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। हमने आतंकवाद और नक्सलवाद की कमर तोड़ी है। गरीब कल्याण की योजनाओं की तो गिनती ही नहीं है।

कहा कि मोदी जी ने आतंकवाद का खात्मा कर दिया। आज हमारे देश में पटाखा भी फट जाए तो पाकिस्तान सामने आकर सफाई देता है कि मेरा हाथ नहीं है। अयोध्या में राम मंदिर पर आतंकी हमला हुआ, आतंकवादी के मुकदमों को समाजवादी ने वापस लिया था। इंडिया गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि भगवान राम के सब द्रोही हैं और जो राम का विरोधी वो हमारा विरोधी है। सपा और कांग्रेस का इतिहास ही है राम का विरोध करना, लोगों से कहा कि सपा-कांग्रेस पर कभी विश्वास नहीं करना। मोदी जी के नेतृव में आपने नया भारत देखा। यह चुनाव विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाने का चुनाव है।

वृंदावन लाया गया इस्कॉन के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का पार्थिव शरीर,अंतिम दर्शन के लिए लगी भीड़

मथुरा: इस्कॉन के सबसे वरिष्ठ संन्यासियों में से एक और इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल (आईजीसी) के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार सुबह देहरादून में निधन हो गया है। यह खबर सुनकर भक्तों व संस्था के वृंदावन सहित विश्व के मंदिरों में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार को गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का पार्थिव शरीर वृंदावन लाया गया। यहां इस्कॉन मंदिर में प्रभुपाद की समाधि के पास ही अंतिम दर्शन के लिए सुबह 8.30 बजे से रखा गया। इसके बाद मंदिर की गोशाला के पास समाधि दी जाएगी।

इस्कॉन मंदिर, वृंदावन के पदाधिकारी बृजधाम दास की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, विश्व भर में उनके लाखों भक्त हैं। वे भक्त अंतिम दर्शन के लिए वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में आए हुए हैं। भक्तों में उनके निधन से शोक की लहर है। बता दें कि गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उनके फेफड़ों में पंक्चर हो गया था। तीन दिनों से उनका इलाज सिनर्जी अस्पताल में चल रहा था। रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।

दिल्ली में हुआ था जन्म
सन् 1944 में नई दिल्ली में जन्मे गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एक मेधावी छात्र थे। उन्हें सोरबोन विश्वविद्यालय (फ्रांस) और मैकगिल विश्वविद्यालय (कनाडा) में अध्ययन करने के लिए दो छात्रवृत्तियां प्रदान की गईं थीं। उन्होंने 1968 में कनाडा में अपने गुरु और इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद से मुलाकात की और तब से उन्होंने सभी की शांति और कल्याण के लिए भगवान कृष्ण और सनातन धर्म की शिक्षाओं को दुनिया के साथ साझा करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया।