Wednesday , October 23 2024

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देवबंद में NIA और ATS की छापेमारी, बिहार के युवक को साथ ले गई टीम, विदेशी फंडिंग का शक

देवबंद: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने संयुक्त रूप से छापा मार कर बिहार निवासी एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। देवबंद में हुई देर रात छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि एनआईए ने विदेशी फंडिंग के मामले में युवक को हिरासत में लिया है, जिसे वह अपने साथ लेकर गई है।

शनिवार की अलसुबह एनआईए की टीम ने नगर के मोहल्ला खानकाह स्थित बड़ा दरवाजा से जिस व्यक्ति को हिरासत में लिया है वह बिहार राज्य के जिला कटिहार का रहने वाला बताया गया है।जानकारी यह भी मिली है कि उक्त व्यक्ति वर्ष 2008 में नगर के एक मदरसे में तालीम हासिल कर चुका है और वर्तमान में एक कुतुबुखाना (पुस्तकों की दुकान) में कार्य कर रहा था। सूत्र बताते हैं विदेशी फंडिंग के मामले में टीम ने उसे उठाया है।

संदिग्ध के साथ ही टीम उसकी पत्नी को भी साथ लेकर देवबंद के एटीएस सेंटर लेकर गई थी। लेकिन पूछताछ के बाद उसकी पत्नी को छोड़ टीम संदिग्ध को अपने साथ दिल्ली ले गई। एक लेपटॉप भी संदिग्ध के पास से मिला। जिसे एनआईए ने कब्जे में लिया है।
इससे पूर्व एनआईए महाराष्ट्र, मालेगांव और जम्मू कश्मीर में छापेमारी कर चुकी है। जहां से कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। माना जा रहा उनसे पूछताछ के आधार पर ही देवबंद से संदिग्ध को उठाया गया है। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

मेरठ से एक युवक को साथ ले गई एटीएस
इसके अलावा एटीएस द्वारा मेरठ सरूरपुर में भी छापेमारी की गई है, यहां से तीन युवकों को टीम ने पकड़ा है, इनमें से दो को पूछताछ के बाद छोड़ दिया जबकि एक युवक को टीम साथ ले गई। हालांकि स्थानीय पुलिस इस कार्रवाई से अनजान है।

अखाड़ा परिषद की बैठक में अफसरों पर भड़के संत, बोले- अधिकारी बेलगाम, सीएम की भी नहीं सुन रहे

प्रयागराज:  दारागंज स्थित पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। प्रमुख रूप से लव जिहाद, संतों की सुरक्षा, गो हत्या का प्रतिबंध, कुंभ मेला क्षेत्र को हरा भरा और स्वच्छ बनाने सहित कुंभ मेले के दौरान सभी की सुरक्षा पर सरकार की ओर से विशेष ध्यान दिया जाए। अखाड़े की बैठक में निर्णय लिया गया कि अबकी बार के कुंभ में शाही और पेशवाई जैसे नाम नहीं होंगे।

आपसी सहमति से नया नाम जल्द ही सरकार को दिया जाएगा। मांगे नहीं माने जाने पर मेले का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। संतों ने अधिकारियों के खिलाफ सीएम से शिकायत करने का फैसला किया। कहा कि अफसर बेलगाम हो गए हैं वह सीएम की भी नहीं सुन रहे हैं। अखाड़े की बैठक में बड़े संतों को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास किया गया।

बैठक में फर्जी संतों की कुंभ मेला क्षेत्र में प्रतिबंध के साथ पूर्ण बहिष्कार की भी घोषणा की गई। सभी तेरह अखाड़े की संतों को सरकार की ओर से विशेष सुरक्षा की मांग की गई। अखाड़ा परिषद की ओर से सभी अखाड़ों से अनुरोध किया गया कि अपने संतों को आई कार्ड भी उपलब्ध कराएं जिससे सभी संतों की पहचान हो सके।

अधिकारियों की कार्यशैली पर भड़के संत

अखाड़ा परिषद की बैठक में संतों की समस्याओं पर चर्चा की गई। साधु-संतों ने कहा कि सभी अखाड़ों को बराबर बजट आवंटित हो। बड़ा उदासीन,निर्मल अखाड़े के सामने सड़क खराब होने से छावनी में आने जाने वालों को परेशानी हो रही है। मेला क्षेत्र में पानी होने के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है। प्रदेश में संत के सीएम होने के बावजूद अखाड़े की मांग अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। संतों ने सभी अखाड़ों को पांच-पांच करोड़ रुपये देने की मांग की। संतों ने कहा कि कुंभ मेले में पूरी छावनी सरकारी होनी चाहिए। संतों ने अधिकारियों की कार्यशैली पर असंतोष जताया। कहा कि अधिकारी सीएम योगी के भी नियंत्रण में नहीं है। अधिकारी अखाड़े के संतों से मुलाकात तक नहीं कर रहे हैं। यह घोर चिंता का विषय है।

इमारत से अचानक होने लगी 500-500 के नोटों की बारिश, रुपये बटोरने के लिए टूट पड़े लोग

एटा: एटा के अलीगंज कस्बे में बंदरों का आतंक है। शुक्रवार को पुरानी तहसील में बैनामा कराने आए किसान की बाइक की डिग्गी से बंदर एक लाख रुपये निकाल ले गए और उड़ा दिए। नोटों की बारिश होते ही वहां मौजूद वकील व उनके मुंशी एकत्रित करने में जुट गए। एक नोट छोड़ पूरी रकम किसान को वापस मिल गई।

सर्वेश निवासी ग्राम नगला केसरी शुक्रवार दोपहर के समय अलीगंज तहसील में एक जमीन का बैनामा कराने के लिए आए थे। अपने अधिवक्ता से बातचीत कर रहे थे। 500-500 के नोट की दो गड्डी बाइक की डिग्गी में रखी थीं। तभी अचानक बंदर ने गड्डियां निकाल लीं। हाथों में नोटो की गड्डी थामकर बंदर अधिवक्ताओं के चेंबर की बिल्डिंग के ऊपर बैठ गया। लोग इनसे गड्डियां वापस कराने के तमाम प्रयास करीब आधे घंटे तक करते रहे। सर्वेश ने बंदर को केले डाले तो नोटों की एक गड्डी बंदरों ने फेंक दी, जबकि दूसरी गड्डी को बंदर ने हवा में उछाल दिया।

इसके उछलते ही तहसील परिसर में नोटों की बारिश हो गई। नोट जमीन पर आकर बिखर गए। अधिवक्ताओं व उनके मुशियों ने एक-एक कर नोटों को एकत्रित किया और किसान को वापस किए। सर्वेश ने बताया कि एक लाख रुपये में से 500 का एक नोट नहीं मिल सका।

पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- कड़ी कार्रवाई होती तो पूरे परिवार का सफाया न होता

रायबरेली:अमेठी में शिक्षक, उसकी पत्नी व बच्चों का रायबरेली में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शनिवार को गोलाघाट में हुए अंतिम संस्कार में कई नेता शामिल हुए। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की होती तो वारदात को टाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं बची है। इस घटना के लिए पुलिस भी जिम्मेदार है। यदि कड़ी कार्रवाई होती तो पूरे परिवार का सफाया न होता। उन्होंने शिक्षक के परिजनों से मिलकर शोक भी जताया।

अमेठी हत्याकांड में सामने आया है कि आरोपी युवक चंदन वर्मा के खिलाफ 18 अगस्त को छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी पर पुलिस ने उस समय कोई कार्रवाई नहीं की। बृहस्पतिवार की रात को आरोपी ने अमेठी के शिवरतनगंज में शिक्षक, उसकी पत्नी और दोनों मासूम बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार को युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पीड़ित के परिजनों ने सीएम योगी से की मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अमेठी हत्याकांड के पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें मदद का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री योगी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ितों की सभी मांगों को मान लिया है साथ ही मामले में रायबरेली पुलिस की भूमिका की भी जांच के निर्देश दिए हैं।

दक्षिण 24 परगना में मिला नाबालिग का शव, स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी में की आगजनी, कई वाहन क्षतिग्रस्त

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में शनिवार को एक दलदली भूमि में 10 वर्षीय लड़की का शव मिला। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए एक पुलिस चौकी में आग लगा दी। गांववालों का मानना है कि शुक्रवार से लापता नाबालिग से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर रही है। शनिवार की सुबह जयनगर में स्थानीय लोगों को लड़की का शव मिला, जिसके बाद लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

इलाके में पुलिस बल तैनात
स्थिति को देखते हुए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। भीड़ ने घटनास्थल पर ही एसडीपीओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को रोकने की कोशिश की। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “लड़की के परिवारवालों ने महिस्मारी चौकी में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।” एक अन्य गांववाले ने कहा, “पुलिस ने उसी तरह प्रतिक्रिया दी जैसे उन्होंने आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद दी थी।”

स्थानीय निवासी गणेश डोलुई ने कहा, “जब तक हमारी बेटी से दुष्कर्म और हत्या करने वालों को सजा नहीं मिल जाती, हम प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। हम उन लोगों के खिलाफ भी सजा की मांग करते हैं, जिन्होंने शिकायत दर्ज होने के बाद प्रतिक्रिया देने में देरी की, जिसके कारण नाबालिग की मौत हो गई। अगर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती तो लड़की को बचाया जा सकता था।”

हालांकि, पुलिस ने कहा कि शिकायत दर्ज होने के बाद उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि रात के नौ बजे शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और सुबह तक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच जारी है और पुलिस मृतक के परिवार के साथ हैं। पुलिस चौकी में आगजनी और दस्तावेजों को नष्ट करने के मामले में जो भी शामिल हैंउनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में शनिवार को एक दलदली भूमि में 10 वर्षीय लड़की का शव मिला।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए एक पुलिस चौकी में आग लगा दी। गांववालों का मानना है कि शुक्रवार से लापता नाबालिग से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर रही है। शनिवार की सुबह जयनगर में स्थानीय लोगों को लड़की का शव मिला, जिसके बाद लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

इलाके में पुलिस बल तैनात
स्थिति को देखते हुए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। भीड़ ने घटनास्थल पर ही एसडीपीओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को रोकने की कोशिश की। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “लड़की के परिवारवालों ने महिस्मारी चौकी में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।” एक अन्य गांववाले ने कहा, “पुलिस ने उसी तरह प्रतिक्रिया दी जैसे उन्होंने आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद दी थी।”

स्थानीय निवासी गणेश डोलुई ने कहा, “जब तक हमारी बेटी से दुष्कर्म और हत्या करने वालों को सजा नहीं मिल जाती, हम प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। हम उन लोगों के खिलाफ भी सजा की मांग करते हैं, जिन्होंने शिकायत दर्ज होने के बाद प्रतिक्रिया देने में देरी की, जिसके कारण नाबालिग की मौत हो गई। अगर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती तो लड़की को बचाया जा सकता था।”

हालांकि, पुलिस ने कहा कि शिकायत दर्ज होने के बाद उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि रात के नौ बजे शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और सुबह तक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच जारी है और पुलिस मृतक के परिवार के साथ हैं। पुलिस चौकी में आगजनी और दस्तावेजों को नष्ट करने के मामले में जो भी शामिल हैंउनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को लेकर सरदार पटेल की नीति को सराहा, इस्लामाबाद जाने पर दिया बड़ा बयान

 नई दिल्ली: विदेश मंत्री जयशंकर एससीओ बैठक में शामिल होने के लिए 15-16 अक्तूबर को पाकिस्तान दौरे पर रहेंगे। किसी भी भारतीय मंत्री का यह बीते नौ साल में पहला पाकिस्तान दौरा होगा। जब इसे लेकर विदेश मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘यह (एससीओ बैठक) एक बहुपक्षीय कार्यक्रम है और मैं भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा के लिए नहीं जा रहा हूं। मैं सिर्फ बतौर शंघाई सहयोग संगठन के अच्छे सदस्य के तौर पर वहां जा रहा हूं। चूंकि मैं एक सभ्य और विनम्र व्यक्ति हूं तो मैं उसी के अनुसार व्यवहार करूंगा।’

सरदार पटेल की पाकिस्तान नीति को सराहा
आईसी सेंटर फॉर गवर्नेंस द्वारा प्रशासन पर आयोजित सरदार पटेल व्याख्यान में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्व गृह मंत्री सरदार पटेल की पाकिस्तान नीति की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘सरदार पटेल संयुक्त राष्ट्र में जाने के खिलाफ थे। उन्होंने जूनागढ़, हैदराबाद के मामले में भी इसका विरोध किया था। वह इस बात को लेकर बहुत साफ थे कि भारत को अपने मुद्दे को अन्य शक्तियों के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए। हम सभी के लिए दुख की बात है कि उनकी सावधानी को नजरअंदाज कर दिया गया।

जो ‘जम्मू और कश्मीर प्रश्न’ के रूप में शुरू हुआ था, उसे सुविधाजनक रूप से भारत और पाकिस्तान प्रश्न में बदल दिया गया। मामले को संयुक्त राष्ट्र में ले जाने की उनकी अनिच्छा इस विश्वास से आई कि पाकिस्तान से सीधे निपटना बेहतर था, बजाय इसके कि पाकिस्तान को हेरफेर करने की अनुमति दी जाए। किसी भी अन्य पड़ोसी की तरह, भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है, लेकिन सीमा पार आतंकवाद को नजरअंदाज करके नहीं। सरदार पटेल का भी यही मानना था कि यथार्थवाद हमारी नीति का आधार होना चाहिए।’

सार्क सम्मेलन आयोजित न होने की बताई वजह
विदेश मंत्री ने सार्क सम्मेलन का आयोजन न होने की वजह बताते हुए कहा कि ‘अभी सार्क आगे नहीं बढ़ रहा है इसलिए इसकी बैठक नहीं बुलाई गई। सार्क देशों का एक सदस्य सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा अभी भी दे रहा है। आतंकवाद अस्वीकार्य है, लेकिन इस वैश्विक मान्यता के बावजूद हमारे पड़ोसी देश ऐसा कर रहे हैं। यही वजह है कि सार्क की बैठक हाल के वर्षों में नहीं हुई है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि क्षेत्रीय गतिविधियां बंद हैं बल्कि बीते पांच-छह वर्षों में तो भारतीय उपमहाद्वीप में क्षेत्रीय एकता और ज्यादा बढ़ी है।’

पश्चिम एशिया के हालात पर जताई चिंता
पश्चिम एशिया में तनाव के हालात पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ‘पश्चिम एशिया की स्थिति कोई अवसर नहीं है बल्कि यह गहरी चिंता का विषय है। संघर्ष बढ़ता जा रहा है। हमने देखा कि आतंकी हमला हुआ और फिर उसका जवाब दिया गया। हमने देखा कि गाजा में क्या हुआ। अब हम देख रहे हैं कि संघर्ष लेबनान तक पहुंच गया है और इस्राइल और ईरान के बीच तनाव है। लाल सागर से हूती विद्रोही हमले कर रहे हैं। हमें भी इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।

ओडिशा सरकार ने ओएसडीएमए को पुनर्गठित करने का लिया फैसला, आपदाओं के जोखिम को कम करने पर होगा फोकस

भुवनेश्वर:  ओडिशा सरकार ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ओएसडीएमए) को पुनर्गठित करने का फैसला किया है। इस नए ढांचे में सरकार का फोकस अब आपदा से निपटने की तैयारी के बजाय जोखिम कम करने और पुनर्निर्माण पर ज्यादा होगा। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने कहा, “हाल में चक्रवात, भारी बारिश और अचानक बाढ़ जैसी आपदाओं की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे निपटने के लिए राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव के मुताबिक, सरकार का फोकस अब जोखिम को कम करने और तेजी से पुनर्निर्माण पर होगा, न कि सिर्फ तैयारी और प्रतिक्रिया पर।”

प्रस्ताव में कहा गया है कि परिस्थितियों में आ रहे बदलावों के मद्दनेजर ओएसडीएमए की संगठनात्मक संरचना को राष्ट्रीय ढांचों और दिशा निर्देशों के अनुरूप मजबूत करना जरूरी हो गया है। हमें आपदा जोखिम को कम करने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाना होगा।

नए प्रस्ताव के मुताबिक, ओएसडीएमए को चार विभागो में बांटा जाएगा- सामान्य, क्षमता निर्माण, परियोजना और प्रौद्योगिकी और वित्त। प्रत्येक विभाग का नेतृत्व एक कार्यकारी निदेशक करेगा। कार्यकारी निदेशक (सामान्य) और कार्यकारी निदेशक (क्षमता निर्माण) भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) या ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) के अधिकारी होंगे। जबकि कार्यकारी निदेशक (परियोजना और प्रौद्योगिकी) ओडिशा सरकार के इंजीनियरिंग विभाग से या भारत सरकार के दूरसंचार विभाग से प्रतिनियुक्ति पर होगा। वहीं, कार्यकारी निदेशक (वित्त) ओडिशा वित्त सेवा (ओएफएस) का अधिकारी होगा।

इस प्रस्ताव में कहा गया है कि ओएसडीएम के कुल 102 कर्मचारियों में से 10 पद समाप्त किए गए हैं और 37 नए पद बनाए गए हैं। ओएसडीएमए की स्थापना नवीन पटनायक सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के गठन से छह साल पहले की थी। इस पुनर्गठन के जरिए ओडिशा सरकार को उम्मीद है कि भविष्य में आने वाली आपदाओं का प्रभाव कम किया जा सकेगा और राज्य की जनता को सुरक्षित रखने के लिए बेहतर उपाय किए जा सकेंगे।

मीडिया राष्ट्रविरोधी विचारधाराओं पर अपना रुख स्पष्ट करे, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अपील

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को मीडिया से राष्ट्र-विरोधी आख्यानों और गलत सूचनाओं पर अपना रुख स्पष्ट करने का आग्रह किया। वहीं उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि कम समय तक चलने वाली घटनाएं अक्सर सुर्खियां बटोरती हैं।

उपराष्ट्रपति ने कुछ घटनाओं पर जताया दुख
उन्होंने छेड़छाड़ वाली रिपोर्टिंग के कुछ उदाहरणों पर भी दुख जताया। उन्होंने आगे कहा कि कल्पना कीजिए कि एक अखबार ‘उपराष्ट्रपति की तरफ से फर्जी तस्वीरें पोस्ट करने’ की रिपोर्ट कर रहा है। जब ध्यान आकर्षित किया जाता है, तो अखबार माफी मांगता है। लेकिन मुझे पता है कि मैं आक्रामक नहीं हो सकता, मैं आधिकारिक कार्रवाई मोड में नहीं हो सकता। उपराष्ट्रपति ने देश में हाथ थामने, परामर्श देने की आदत विकसित करने की आवश्यकता महसूस की। उन्होंने कहा, हम अपनी मां या संस्थानों को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। हमें उनका पोषण करना होगा। लोकतंत्र तब पोषित होता है जब मीडिया समेत इसके प्रत्येक संस्थान बेहतर प्रदर्शन करते हैं।

संपादकीय का स्थान सबसे महत्वपूर्ण- जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि मीडिया नीति निर्माताओं और जनता के बीच एक पुल का काम करता है, उन्होंने कहा कि इसे पक्षपातपूर्ण हितों के साथ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आम आदमी और राष्ट्र के हित को प्रभावित करता है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने ने सुझाव दिया कि संपादकीय स्थान सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होना चाहिए। वहीं उपराष्ट्रपति ने आश्चर्य जताया कि संपादकीय गायब क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि संपादकीय फोकस लोगों को संवेदनशील बनाने पर होना चाहिए।

राष्ट्र-विरोधी विचारधाराओं पर अपना रुख स्पष्ट करें- जगदीप धनखड़
वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्र-विरोधी और फर्जी आख्यानों को बेअसर करने के लिए मशीन लर्निंग जैसी तकनीक के इस्तेमाल का भी सुझाव दिया। उन्होंने इस दौरान मीडिया से राष्ट्र-विरोधी विचारधाराओं और गलत सूचनाओं और भ्रामक सूचनाओं पर रुख स्पष्ट करने का आग्रह किया।

बच्ची की हत्या पर राजनीति, BJP नेताओं ने ममता सरकार पर साधा निशाना; भाजयुमो ने सड़क की जाम

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर एक राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर है, इस मामला अपहरण के बाद एक बच्ची की हत्या से जुड़ा है। इस मामले में भाजपा की तरफ से जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक दक्षिण 24 परगना जिले में अपहरण के बाद बच्ची की हत्या कर शव नाले में फेंका गया है। वहीं भाजपा ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की भी बात कही है।

भाजयुमो का जोरदार प्रदर्शन
इस कड़ी में भाजपा की छात्र इकाई की भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने दक्षिण कोलकाता जिले में जोरदार प्रदर्शन किया, इस दौरान छात्रों की तरफ से सड़क पर टायर जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया है।

भाजपा और स्थानीय लोगों ने किया प्रदर्शन
वहीं दक्षिण 24 परगना में भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल और स्थानीय लोगों ने कुलताली इलाके में प्रदर्शन किया और नाले में बच्ची का शव मिलने के मामले में न्याय की मांग की। इस दौरान भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि, कल ट्यूशन से लौट रही नौ साल की बच्ची की लाश आज नहर में मिली। बच्ची के शव ने पुलिस से इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन ममता बनर्जी की पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। जिन लोगों ने बच्ची की लाश देखी है, उनके मुताबिक उसके शरीर पर अभया की तरह ही चोटें थीं।

अकबरपुर में 50 एकड़ में विकसित होगा औद्योगिक क्षेत्र, लगेंगी 150 फैक्टरियां…5000 लोगों को मिलेगा रोजगार

कानपुर : कानपुर देहात में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से अकबरपुर तहसील के कुंभी में 50 एकड़ जमीन पर औद्योगिक आस्थान (औद्योगिक क्षेत्र) विकसित किया जाएगा। इसमें करीब 150 (छोटी-बड़ी) फैक्टरी संचालित हो सकेंगी। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से करीब पांच हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

प्रदेश सरकार की पहल पर जिला प्रशासन ने कुंभी में जमीन चिह्नित कर उद्योग विभाग को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद उद्योग विभाग इस जमीन को इंडस्ट्रियल एरिया की तर्ज पर विकसित करेगा। उद्यमियों को जमीन का आवंटन सर्किल रेट पर किया जाएगा। उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर कुंभी की जमीन उद्योग विभाग के नाम हस्तांतरित कर दी जाएगी। यह जिले का दूसरा औद्योगिक आस्थान होगा। इससे पहले रनियां में एक औद्योगिक आस्थान बनाया गया है।

उपायुक्त उद्योग मोहम्मद साऊद ने बताया कि कुंभी में औद्योगिक आस्थान स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। इससे एमएसएमई इकाइयों को शहरों की तुलना में सस्ते दाम पर जमीन मिलेगी। वहीं, ग्रामीणों को अपने गांव के आसपास रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में ग्रामसभा की जमीन को लघु औद्योगिक आस्थान (मिनी इंडस्ट्रियल क्लस्टर) के रूप में विकसित करने की योजना के तहत काम किया जा रहा है।

उद्योग विभाग यह सुविधाएं मुहैया कराएगा
उद्योग स्थापित कराने के लिए जमीन मिलने के बाद जिला उद्योग केंद्र विभाग कामन ट्रीटमेंट प्लांट, इफ्युलिएंट ट्रीटमेंट प्लांट, सड़क, सीवर, निर्बाध बिजली व पानी सहित सभी सुविधाएं मुहैया कराएगा। इसके बाद जमीन सर्किल रेट पर उद्यमियों को दी जाएगी। हाईवे के किनारे जमीन होने से आवागमन भी सुगम रहेगा।

जिले में उद्यम के बढ़ेंगे कदम
रनियां और जैनपुर में औद्योगिक क्षेत्र है। दोनों जगहों पर करीब 400 छोटी बड़ी फैक्टरी संचालित की जा रही हैं। कुंभी के औद्योगिक आस्थान बनने से करीब 150 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग संचालित होंगे। उपायुक्त उद्योग के अनुसार यहां पर स्टील, प्लास्टिक, केमिकल, तेल, फूड समेत कई उद्यम संचालित होंगे।