Thursday , October 24 2024

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पाकिस्तान उपचुनाव में नवाज शरीफ की पार्टी का दबदबा, नहीं चला इमरान खान का जादू

पाकिस्तान में हुए उपचुनाव में सत्ताधारी पीएमएलएन पार्टी का दबदबा देखने को मिला है। नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएलएन ने उपचुनाव में नेशनल असेंबली की दो सीटों और प्रांतीय असेंबली की 10 सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि अभी तक आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है और मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह दावा किया गया है।

नवाज शरीफ की पार्टी का बढ़िया प्रदर्शन
पाकिस्तान में कुल पांच नेशनल असेंबली सीटों, जिनमें पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा की दो-दो नेशनल असेंबली सीट और सिंध की एक नेशनल असेंबली सीट पर उपचुनाव हुए। वहीं पंजाब की 12 असेंबली सीटों, खैबर पख्तूनख्वा की दो और बलूचिस्तान की भी दो असेंबली सीटों पर उपचुनाव कराए गए। इन उपचुनाव में नवाज शरीफ की पार्टी ने दो नेशनल असेंबली की सीटों और 10 असेंबली सीटों पर जीत दर्ज की है। इस उपचुनाव में पीएमएलएन के अलावा इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थन वाली सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने हिस्सा लिया। वहीं मौलाना फजलुर रहमान की पार्टी जमीयत उलेमा ए इस्लाम ने उपचुनाव का बहिष्कार किया।

पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएमएलएन ने दो नेशनल असेंबली सीटों पर जीत दर्ज की है तो पीपीपी और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल ने एक-एक सीट पर और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। असेंबली सीटों में से पीएमएलएन ने पंजाब की नौ सीटों पर, बलूचिस्तान की एक सीट पर जीत दर्ज की। वहीं पीपीपी, सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल और इश्तेकाम पाकिस्तान पार्टी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की।

उपचुनाव के दौरान कई जगह हुई हिंसा
उपचुनाव के दौरान पाकिस्तान में कई जगह हिंसा भी देखने को मिली और पीटीआई और पीएमएलएन समर्थकों के बीच हुए झगड़े में एक व्यक्ति की जान चली गई। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाकिस्तान सरकार ने कई जगहों पर इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही कई जगहों पर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी रही। पंजाब की दो नेशनल असेंबली सीट प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मरयम नवाज के सीट छोड़ने के चलते खाली हुईं। शहबाज शरीफ के पंजाब असेंबली की दो सीटें छोड़ने के बाद भी इन सीटों पर उपचुनाव हुए।

‘ये दर्द मेरे साथ हमेशा रहेगा’, हमास के हमले की जिम्मेदारी लेकर इस्राइल खुफिया विभाग चीफ ने पद छोड़ा

हमास के इस्राइल पर हमले को अपनी असफलता मानते हुए इस्राइली सेना के खुफिया विभाग के प्रमुख मेजर जनरल अहारोन हलिवा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेजर जनरल हलिवा ने हमास के हमले को न रोक पाने की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए पद छोड़ दिया। गौरतलब है कि इस्राइल में हमास हमले के बाद यह शीर्ष स्तर पर पहला इस्तीफा है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई अन्य शीर्ष अधिकारी और नेता भी इस्तीफा दे सकते हैं।

हमास का हमला न रोक पाने की ली जिम्मेदारी
हमास ने बीते साल 7 अक्तूबर को इस्राइल पर हमला बोला था। हमास के हमले में इस्राइल में 1200 लोगों की मौत हुई थी और 250 लोगों को हमास के आतंकियों ने बंधक बना लिया था। हमास के हमले के बाद ही इस्राइल ने गाजा पर हमला बोल दिया था और अब गाजा युद्ध को सात महीने का वक्त बीत चुका है। इस्राइल के हमलों से गाजा में 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और वहां गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है। अपना पद छोड़ते हुए मेजर जनरल अहारोन हलिवा ने अपने इस्तीफे में लिखा कि ‘मेरे नेतृत्व में खुफिया विभाग अपनी जिम्मेदारियों पर खरा नहीं उतरा। उस काले दिन का दर्द अभी भी मेरे साथ है और अब हमेशा मेरे साथ रहेगा।’

इस्राइली सेना ने स्वीकार किया इस्तीफा
हमास के हमले के तुरंत बाद हलिवा ने हमले को रोक पाने में असफल रहने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली थी। हालांकि उस समय हलिवा ने इस्तीफा नहीं दिया था। मेजर जनरल हलिवा का इस्तीफा स्वीकार हो गया है और इस्राइली सेना के प्रमुख ने मेजरल जनरल हलिवा को उनकी सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया। हमास के हमले के बाद से ही इस्राइल युद्ध में फंसा हुआ है। हमास के साथ ही इस्राइल का लेबनान के संगठन हिजबुल्ला के साथ भी तनाव बढ़ रहा है। बीते दिनों ईरान के साथ भी इस्राइल की तनातनी हो चुकी है।

सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा, ‘मुझपर हमला करने वाले समाजवादी गुंडे थे- ये भी साफ हो जाएंगे’

कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने अपने ऊपर हुए हमले के बाद पत्रकार वार्ता में मारपीट की इस घटना के लिए समाजवादी पार्टी के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है। डॉ संजय ने इस घटना को लेकर एक वीडियो भी जारी किया। इस वीडियो में कुछ लोग मंत्री डॉ संजय निषाद से हाथापाई करते नजर आ रहे हैं।

डॉ. संजय निषाद ने बताया कि शादी समारोह में कुछ अराजक तत्व उनके बेटे सांसद प्रवीण निषाद और उनके बारे में कुछ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। मैंने उनको समझाने के लिए बुलाया, लेकिन मौजूद लोग भड़क गए और मेरे ऊपर हमला कर दिया। इस हमले में मेरा चश्मा भी टूट गया।

मुझे चोट भी आई है। कहा, यह समाजवादी गुंडे हैं। हमारी सरकार ने बहुत से गुंडों का सफाया किया है। कुछ रह गया है। वह भी साफ हो जाएंगे। यह समाजवादी के समाप्तवादी गुंडे हैं। इनमें से पहले भी एक व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज है। कहा कि हमने लिखित तौर पर पुलिस को सूचना दिया है। पुलिस अपने हिसाब से कार्रवाई कर रही है। कहा कि भाजपा सरकार में जंगल राज का पूरा सफ़ाया किया गया है।

बेटी को बचाने गई अधेड़ महिला की पीटकर हत्या, तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

बरेली के थाना शाही क्षेत्र के गांव भमोरा में कूड़ा डालने को लेकर हुए विवाद में युवती के साथ पड़ोसी परिवार ने मारपीट कर दी। बेटी को बचाने आई मां को बेरहमी पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतका के पति की तहरीर पर पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर दी है।

पीड़ित मोहनलाल ने बताया कि सोमवार सुबह उनकी बेटी क्रांति गांव के बाहर कूड़ा डालने गई थी, तभी वहां पर पड़ोसी हेमपाल की बेटी माया कूड़ा डालने को लेकर गाली गलौज करने लगी। क्रांति ने विरोध किया तो वह उसे पीटने लगी। उसी समय माया की मां शांति भी पहुंच गई। दोनों मिलकर उसने पीटने लगी।

बेटी के चीखने पर उनकी पत्नी चंपा देवी (55) और वह खुद बचाने पहुंचे। इसी बीच आरोपी हेमपाल और उसका बेटा अनोखेलाल भी पहुंच गया। उक्त लोगों ने मिलकर उसकी पत्नी और बेटी क्रांति को नीचे गिरा लिया। चंपा देवी को घूंसे और डंडे मारे। उसकी बेटी क्रांति की अंगुली भी दांतों से काट ली।

पड़ोसी, उसकी पत्नी और बेटी पर रिपोर्ट
मोहनलाल ने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं पत्नी चंपा देवी की मौके पर ही मौत हो गई। पीड़ित ने शाही थाना पुलिस सूचना दी। इस पर प्रभारी निरीक्षक शाही सतीश कुमार नैन टीम के साथ मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मोहनलाल की तहरीर पर हेमपाल उसकी पत्नी शांति एवं बेटी माया के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

पुलिस ने आरोपियों के घर दबिश दी, लेकिन वे पहले ही घर से फरार हो गए। थाना प्रभारी निरीक्षक शाही सतीश कुमार नैन ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। शीघ्र ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा।

राजकुमार चाहर के समर्थन में करेंगे जनसभा, इस सीट पर भाजपा विधायक ने ही की बगावत

लोकसभा चुनाव का खुमार जोरों पर है। नेता अपनी-अपनी पार्टियों के प्रचार में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ सोमवार को आगरा पहुंचेंगे। यहां वह फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे।

सीएम की सभा के लिए रामवीर क्रीड़ास्थल का मैदान तैयार किया गया है। मिनी स्टेडियम में हैलीपेड और आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की तैयारी की गई है। जमसभा दोपहर 1:30 बजे प्रस्तावित है। इससे पहले रविवार को सुरक्षा की दृष्टि से सभा स्थल और हैलीपेड का जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी और अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी ने निरीक्षण किया।

डीएम ने ईओ किरावली को मैदान में धूल रोकने के लिए पानी छिड़काव कराने एवं आमजन की सुरक्षा के लिए सभास्थल पर मैदान में लगे हाई मास्क लाइट की दोपहर में बिजली बन्द कराने के निर्देश दिए। नगर पंचायत किरावली के अलावा अछ्नेरा और फतेहपुर सीकरी नगर पालिका की टीम साफ सफाई में जुटी रही।

बीच-बचाव करने पर मजदूर ने तमंचे से सीने में मारी गोली, आरोपी फरार

बरेली के थाना फरीदपुर क्षेत्र में सोमवार सुबह ईंट भट्ठा मालिक की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि भट्ठा पर काम करने वाले मजदूर ने उनके सीने में गोली मारी है। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजने के साथ जांच शुरू कर दी है।

फरीदपुर क्षेत्र के ढकनी गांव निवासी मोहम्मद मजहर खान उर्फ बॉबी एडवोकेट का ईंट भट्ठा गांव पदारथपुर में है। भट्ठे पर काम कर रहे भुता क्षेत्र के गांव कल्यानपुर निवासी महिला सितारा व उसके बेटे और फरीदपुर के मोहल्ला भूरेखां गौटिया निवासी रेहान के बीच सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे घोड़ा बग्घी लगाने को लेकर विवाद हो गया। रेहान ने सितारा के लड़कों को लोहे की रॉड, लाठी-डंडों से पीटा। लोगों के बीचबचाव के बाद आरोपी रेहान ने अपने साथियों को बुला लिया। उसके साथी पिकअप गाड़ी से आ गए और महिला के बेटों को दोबारा पीटने लगे। इस बाीच वहां भट्ठा मालिक मजहर खान पहुंच गए।

थप्पड़ मारने पर मालिक के सीने में मारी गोली

भट्ठा मालिक ने मजदूर रेहान को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना। लोगों में चर्चा है कि ईंट भट्ठा मालिक ने उसके दो थप्पड़ मार दिए थे, जिससे बौखलाए रेहान ने तमंचे से भट्ठा मालिक के सीने पर गोली मार दी। गोली लगने के बाद भट्ठा मालिक की मौके पर ही मौत हो गई।

भट्ठा मालिक की हत्या से सनसनी फैल गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी रेहान और उसके साथी मौके से फरार हो गए। आरोपियों को लोगों ने पकड़ने का प्रयास किया तो उन्होंने तमंचा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। आरोपी रेहान की मोटरसाइकिल भट्ठे पर ही छूट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

व्यासजी के तहखाने की छत पर मुस्लिमों के इकट्ठा होने पर रोक की मांग, मामले में आज होगी सुनवाई

वाराणसी:  वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय में सोमवार को ज्ञानवापी से जुड़े एक प्रकरण में आज सुनवाई होगी। ज्ञानवापी परिसर स्थित गुंबद को हटाने की मांग को लेकर सुनवाई होनी है। आवेदन में कहा गया है कि व्यासजी के तहखाने की छत पर मुस्लिमों को इकट्ठा होने से रोका जाए।

प्रकरण के अनुसार, नंदीजी महाराज विराजमान व लखनऊ के जन उद्घोष सेवा संस्था के सदस्य कानपुर निवासिनी आकांक्षा तिवारी, लखनऊ निवासी दीपक प्रकाश शुक्ला, अमित कुमार, सुविद प्रवीण ने अपने अधिवक्ता राजेंद्र मोहन तिवारी, सुभाष चंद्र शर्मा के माध्यम से कोर्ट में वाद दाखिल किया है।

वाद में कहा गया हैं कि मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा मंदिर के स्वरूप को तोड़कर मस्जिद का गुंबद बनाया गया है। उसे हटाया जाए और विश्वनाथ मंदिर को इसे सौंपते हुए मंदिर का रूप दिया जाए। नंदीजी महाराज अपने स्वामी भगवान के इंतजार में प्रतीक्षारत हैं, उनको मिलवाया जाए। साथ ही उक्त विवादित परिसर में नमाज करने से रोका जाए और परिसर में मुस्लिमों के प्रवेश पर भी रोक लगाई जाए।

कन्नौज से अखिलेश यादव नहीं लड़ेंगे चुनाव, तेज प्रताप यादव को मिला टिकट

लखनऊ:  समाजवादी पार्टी ने सोमवार को कन्नौज सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इस सीट पर तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस सीट से चुनाव लड़ेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सोमवार को सपा ने कन्नौज के अलावा बलिया सीट पर भी उम्मीदवार की घोषणा की। इस सीट पर सनातन पांडेय को टिकट दिया गया है।

अखिलेश यादव प्रदेश में दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए प्रचार कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर अमरोहा में रैली को संबोधित किया था। जहां उन्होंने दावा किया था कि पहले चरण के मतदान में एनडीए पिछड़ गया है। यही आगे के भी चरणों में होना है।

उन्होंने कहा था कि अखिलेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री हमारी पिक्चर रिजेक्ट होने की बात कर रहे थे लेकिन पहले चरण के चुनाव में शुक्रवार को उनकी फिल्म फ्लॉप हो गई। उनकी सब खिड़की खाली रहीं। मैंने पहले भी कहा था पश्चिम की हवा प्रदेश में ही नहीं ,देश से भाजपा का सफाया करेगी। यूपी वाले जब स्वागत करते हैं तो दिल खोल कर करते हैं और जब विदाई करते हैं तो ढोल नगाड़ों के साथ करते हैं।

दूसरे चरण में प्रदेश की अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्घनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा की सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। पहले चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान हो चुका है।

सपा को झटका, विधायक अभय सिंह पत्नी और पिता सहित भाजपा में हुए शामिल

लखनऊ:  यूपी में समाजवादी पार्टी को झटका लगा है। गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह अपने पिता भगवान बख्श सिंह व पत्नी सरिता सिंह सहित भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। अभय सिंह ने राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा के पक्ष में मतदान किया था।

इसके अलावा करुणाकर पांडे, पूर्व सांसद संतोष कुमार सिंह, चौधरी सरदार सिंह, पूर्व विधायक अशोक सिंह, पूर्व विधायक पहलवान सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष सुशीला देवी, नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी, बसपा के वरिष्ठ नेता कुंवर वकील चंद्र भी भाजपा में शामिल हो गए।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने शिक्षक भर्ती रद्द की; 25,753 लोगों की नौकरियों पर संकट

कोलकाता: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने कथित तौर पर अवैध रूप से प्राप्त सभी नौकरियां रद्द कर दीं। जज देबांशु बसाक और जज मोहम्मद सब्बीर रशीद की कलकत्ता हाईकोर्ट की खंडपीठ ने कहा, “जो लोग लंबे समय से अवैध तरीके से काम कर रहे हैं, उन्हें ब्याज समेत सैलरी लौटानी होगी।” इस फैसले के तहत 25,753 नौकरियां रद्द कर दी गईं। उन्हें 2016 के पैनल में नौकरी मिली थी। पैनल का कार्यकाल खत्म होने के बाद जिन लोगों को नौकरी मिली है, उन्हें भुगतान करना होगा।

वादी पक्ष के वकील ने कहा, ”2016 का पूरा पैनल रद्द कर दिया गया है। कोर्ट ने डीएम को निर्देश दिया है।” डीआई चार सप्ताह के अंदर डीएम को सप्ताह के अंदर डीएम को इसकी जानकारी देनी होगी। 2016 की सभी चार भर्ती प्रक्रियाएं – ग्रुप सी, ग्रुप डी, 9वीं-10वीं, 11वीं-12वीं – पैनल को रद्द कर दिया गया है। सभी को वेतन वापस करना होगा। कोर्ट ने कहा है कि छह सप्ताह के भीतर वेतन वापस करना होगा। संबंधित डीआई को यह देखने की जिम्मेदारी दी गई है कि वेतन वापस किया गया है या नहीं।

ब्याज सहित वापस करना होगा वेतन
कोर्ट ने कहा कि जिन लोगों को एसएससी पैनल की समाप्ति के बाद नौकरी मिली, उन्हें जनता के पैसे से भुगतान किया गया। सभी को चार सप्ताह के अंदर ब्याज सहित वेतन लौटाना होगा। सभी को 12 फीसदी सालाना ब्याज के साथ पैसा लौटाना होगा। बता दें कि 23 हजार 753 नौकरियां रद्द कर दी गईं। नए लोगों को नौकरी मिलेगी। हाई कोर्ट ने 15 दिनों के अंदर अंदर प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।

दोषियों को सजा मिले, योग्य को बाधा नहीं आनी चाहिए: तृणमूल
सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “शिक्षक नौकरी के मामले। जहां गलत है, अन्याय है, कार्रवाई होनी चाहिए। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। लेकिन, योग्य उम्मीदवारों की नौकरी में बाधा नहीं आनी चाहिए। सरकार ने सच्ची सद्भावना के साथ उन्हें रोजगार देने का प्रयास किया है।”