Friday , October 25 2024

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क्या उड़ान के दौरान परोसे गए उपमा व पोहा में सोडियम की मात्रा अधिक है? आरोपों पर एयरलाइन का आया जवाब

एक सोशल मीडिया यूजर ने दावा किया है कि उड़ान के दौरान इंडिगो की ओर से परोसे जाने वाले उपमा और पोहा में सोडियम की मात्रा मैगी से भी अधिक है। हालांकि एयरलाइन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि उसके पहले से पैक उत्पादों में नमक की मात्रा निर्धारित मानदंडों के भीतर ही है।

सोशल मीडिया पर रेवंत हिमतसिंगका ‘फूड फार्मर’ नाम के यूजर ने कहा कि इंडिगो की ओर से परोसे जाने वाले भोजन के बारे में एक चौंकाने वाला वीडियो है। बुधवार को एक एक्स पोस्ट में उन्होंने कहा, “हम में से अधिकांश पहले से ही जानते हैं कि मैगी एक अधिक सोडियम वाला भोजन है! पर हममें से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि इंडिगो के मैजिक उपमा में मैगी की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक सोडियम है, इंडिगो के पोहा में मैगी की तुलना में 83 प्रतिशत अधिक सोडियम है और दाल चावल में मैगी जितना सोडियम है। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ इसलिए कि उपमा, पोहा और दाल चावल स्वास्थ्य के लिए ठीक लगते हैं, पर इसका मतलब यह नहीं है कि वे वाकई सेहत के लिए ठीक हैं।

इन आरोपों के बाद इंडिगो ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि कुछ पहले से पैक उत्पादों को पारंपरिक भारतीय व्यंजनों के अनुसार तैयार किया गया है और इसमें नमक की मात्रा तय मानदंडों के अनुरूप है। इंडिगो केवल प्रतिष्ठित विक्रेताओं के माध्यम से तैयार ताजा और पहले से पैक भोजन परोसता है। इंडिगो के विमानों में परोसे जाने वाले सभी भोजन पर एफएसएसएआई मानदंडों के अनुसार सामग्री और पोषण संबंधी जानकारी भी मौजूद होती है। इंडिगो ने कहा कि वह सेवाओं में सुधार के लिए सभी फीडबैक का स्वागत करती है।

बयान में कहा गया है कि पैकेज पर मुद्रित जानकारी यात्रियों को पोषक तत्वों का अनुमान लगाने और उनके विवेक के अनुसार उपभोग करने के लिए एक सलाह के रूप में कार्य करती है। जनवरी में खाद्य सुरक्षा निगरानी संस्था एफएसएसएआई ने एक विमान में परोसे गए सैंडविच में कीड़ा पाए जाने के बाद एक यात्री को असुरक्षित भोजन परोसने के मामले में इंडगो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

शेयर बाजार में बिकवाली जारी; सेंसेक्स और 600 अंक टूटा, निफ्टी 22000 के नीचे आया

घरेलू शेयर बाजार पर पश्चिम एशिया में जारी तनाव हावी होता दिख रहा है। लगातार पांचवें दिन प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। शुक्रवार को सेंसेक्स करीब 600 अंक फिसलकर 72,000 के नीचे आ गया वहीं निफ्टी करीब 150 अंक टूटकर 21800 के लेवल पर आ गया। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सबसे ज्यादा बिकवाली आईटी, मेटल और पीएसयू बैंकिंग शेयरों में दिख रही है। गुरुवार को आए नतीजों के बाद इंफोसिस के शेयरों में तीन प्रतिशत तक की गिरावट आई है। इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 454 अंक कमजोर होकर 72,488 के स्तर पर बंद हुआ था।

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2.95 लाख करोड़ रुपये घटा
सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर सेंसेक्स 598 अंकों या 0.83% की गिरावट के साथ 71,890 के स्तर पर जबकि निफ्टी 181 अंक या 0.82% टूटकर 21,814 के लेवल पर कारोबार करता दिखा। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2.95 लाख करोड़ रुपये घटकर 389.94 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला
ईरान में इजरायली हमलों की खबरों ने निवेशकों को जोखिम वाली संपत्तियों से बाहर निकलने सुरक्षित निवेश करने के लिए प्रेरित किया इसके बाद शुक्रवार को भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.5550 रुपये पर खुला, और पिछले रिकॉर्ड निचले स्तर 83.5475 और गुरुवार की क्लोजिंग 83.5375 से नीचे आ गया।

चार दिन की गिरावट के बाद बाजार ने की वापसी; सेंसेक्स 599 अंक चढ़ा, निफ्टी 22100 के पार

घरेलू शेयर बाजार में चार दिनों की गिरावट के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी हरियाली लौटी। शुक्रवार को आधा कारोबारी सत्र बीते के बाद बाजार में खरीदार लौटे। इसके बाद सुबह से जिस सेंसेक्स और निफ्टी में लाल निशान पर कारोबार हो रहा था वे मजबूत बढ़त के साथ बंद हुए।

शुक्रवार के कारोबारी सेशन के बाद सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों का बेंचमार्क सूचकांक बीएसई सेंसेक्स हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 599.34 (0.82%) अंकों की बढ़त के साथ 73,088.33 पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों का बेंचमार्क सूचकांक एनएसई निफ्टी शुक्रवार को 151.16 (0.69%) अंक मजबूत होकर 22,147.00 के पर बंद हुआ।

निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे

शुक्रवार को शुरुआती सत्र के दौरान बाजार पर पश्चिम एशिया में बढ़ रहे तनाव का असर दिख रहा था। हालांकि, आधे दिन के कारोबार के बाद बाजार में मजबूती लौटी और बेंचमार्क इंडेक्स हरे निशान पर बंद होने में सफल रहे।शुरुआती कमजोरी के बाद रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 4 पैसे संभलकर 83.48 रुपये पर बंद हुआ।

आईटी सेवा प्रदाता विप्रो का मुनाफा सालाना आधार पर 8% घटकर ₹2835 करोड़ हुआ, राजस्व भी घटा

आईटी सेवा प्रदाता कंपनी विप्रो ने वित्तीय वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही यानी मार्च 2024 को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। विप्रो के आंकड़ों के अनुसार मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 2835 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में यह 3074 करोड़ था। इस तरह कंपनी के मुनाफे में सालाना आधार पर 8% की गिरावट दर्ज की गई। बाजार के जानकारों के अनुमानों से कंपनी का मुनाफा थोड़ा पीछे रह गया।

एक पोल में कंपनी का मुनाफा 2880 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था। मार्च तिमाही में कंपनी के परिचालन राजस्व में भी 4% की गिरावट दर्ज की गई और यह 22,208 करोड़ रुपये रही। इससे पिछली तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 23,190 करोड़ रुपये रहा था।

फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य बनाने के प्रस्ताव पर अमेरिका ने लगाई रोक, बताई इसकी वजह

फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता के प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो कर दिया है। गुरुवार को 15 देशों वाली परिषद ने फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पूर्ण सदस्यता के प्रस्ताव पर वोटिंग की। प्रस्ताव को पारित करने के लिए कम से कम 9 परिषद सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी। फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य बनाने के प्रस्ताव के पक्ष में 12 वोट पड़े, वहीं स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन वोटिंग में शामिल नहीं हुए। हालांकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका द्वारा इस प्रस्ताव को वीटो कर दिया गया, जिससे यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। अभी फलस्तीन संयुक्त राष्ट्र का गैर सदस्यीय देश है। साल 2012 में फलस्तीन को यह दर्जा दिया गया था। इसके तहत फलस्तीन संयुक्त राष्ट्र की कार्यवाही में भाग ले सकता है, लेकिन किसी प्रस्ताव पर वोट नहीं कर सकते। फलस्तीन के अलावा वेटिकन सिटी भी संयुक्त राष्ट्र का गैर सदस्यीय देश है।

अमेरिका ने प्रस्ताव पर वीटो लगाने की बताई ये वजह
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के प्रतिनिधि रॉबर्ट वुड ने वीटो पावर के इस्तेमाल पर सफाई देते हुए कहा कि ‘अमेरिका ये मानता है कि फलस्तीन को अलग देश का दर्जा देने का सबसे सही रास्ता इस्राइल और फलस्तीन के बीच सीधी बातचीत ही है, जिसमें अमेरिका और अन्य सहयोगी देश मदद करें। अमेरिका का ये वोट फलस्तीन को अलग देश का दर्जा देने के खिलाफ नहीं है, लेकिन हमारा मानना है कि यह दोनों पक्षों में सीधे बातचीत के जरिए ही होना चाहिए।’

रॉबर्ट वुड ने कहा कि हमने लंबे समय पहले कहा था कि फलस्तीन को देश का दर्जा पाने के लिए कई संशोधन करने होंगे। अभी गाजा में एक आतंकी संगठन हमास सत्ता में है और प्रस्ताव में हमास को फलस्तीन का अभिन्न अंग बताया गया है। इस वजह से अमेरिका ने प्रस्ताव पर वीटो किया है। वुड ने बताया कि 7 अक्तूबर को इस्राइल पर हुए हमले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ किया था कि क्षेत्र में दो देशों के प्रस्ताव से ही शांति आ सकती है। एक लोकतांत्रिक यहूदी राष्ट्र की सुरक्षा और भविष्य के लिए इससे दूसरा रास्ता नहीं है। फलस्तीनियों के शांति से रहने का भी दूसरा कोई रास्ता नहीं है।

फलस्तीन ने जताई निराशा
संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन के प्रतिनिधि रियाद मंसूर ने अमेरिका द्वारा प्रस्ताव पर वीटो लगाने के फैसले पर निराशा जताई, लेकिन साथ ही प्रस्ताव को समर्थन देने वाले देशों को धन्यवाद भी कहा। उन्होंने कहा कि फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता देने का मतलब शांति में निवेश है। फलस्तीन ने इससे पहले साल 2012 में भी संयुक्त राष्ट्र के पूर्ण सदस्य बनाने की मांग उठाई थी, लेकिन उस वक्त भी सुरक्षा परिषद में इस पर सहमति नहीं बन सकी थी। किसी भी देश को संयुक्त राष्ट्र का पूर्ण सदस्य बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के साथ ही आम सभा से भी मंजूरी मिलना जरूरी है। वोटिंग के समय दो तिहाई सदस्यों का मौजूद रहना भी जरूरी है।

ईरान की वायु-रक्षा प्रणाली ने मार गिराईं इस्राइली मिसाइलें? ड्रोंस भी किए तबाह; 10 बिंदुओं में जानें

बीते दिनों ईरान ने इस्राइल पर मिसाइलों और ड्रोंस से हमला किया था। अब खबर आई है कि इस्राइल ने भी पलटवार किया है और ईरान पर मिसाइलों से हमला किया है। वहीं, ईरान ने हमलों की खबर के बीच आज सुबह अपनी वायु-रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया। आइए जानते हैं कि अबतक क्या कुछ हुआ है-

  • ईरान ने हाल ही में इस्राइल पर हमला किया था। अब इस्राइल ने इसका जवाब दिया है। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, इस्राइल ने ईरान के खिलाफ जवाबी हमला किया है।
  • इस्राइल के हमले के बाद ईरान ने अपनी वायु-रक्षा प्रणाली को कई शहरों में सक्रिय कर दिया है। राज्य मीडिया ने दावा किया है कि ईरान के शहर इस्फहान के एयरपोर्ट में धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं।
  • ईरान के कई परमाणु ठिकाने इसाफान प्रांत में ही स्थित हैं, जिनमें ईरान में यूरेनियम संवर्धन का प्रमुख केंद्र भी यहीं पर मौजूद है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के हवाई क्षेत्र में कई फ्लाइट्स के मार्ग बदले गए हैं।
  • कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मिसाइलें दागी गई थीं। जबकि ईरान का कहना है कि उन्होंने कई ड्रोंस को मार गिराया, लेकिन फिलहाल कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ है।
  • ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रवक्ता हुसैन डालिरियन ने एक्स पर कहा, ‘देश की वायु रक्षा द्वारा कई ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया गया है, अब तक मिसाइल हमले की कोई रिपोर्ट नहीं है।’
  • ईरान में विस्फोटों की खबरों के बाद इस्राइली सेना ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
  • यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन डेटाबेस पर पोस्ट किए गए एयरमैन को दिए गए नोटिस के अनुसार, तेहरान के इमाम खुमैनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को सभी उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है।

कराची में आतंकियों की आत्मघाती साजिश नाकाम, निशाने पर थी वैन; बाल-बाल बचे जापान के पांच नागरिक

पाकिस्तान आजकल आतंकवादियों के निशाने पर है। यहां आए दिन हमले हो रहे हैं। कभी सेना तो कभी नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी क्रम में, सिंध प्रांत में शुक्रवार को पांच जापानी नागरिकों को निशाना बनाते हुए आतंकवादियों ने एक आत्मघाती हमला करने की कोशिश की। हालांकि, शुक्र रहा कि सभी नागरिक सही सलामत बच निकले।

पूर्वी के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अजफर महेसर ने बताया कि लांधी में मुर्तजा चोरांगी के नजदीक मोटरसाइकिल सवार आतंकवादियों ने जापानी नागरिकों की वैन को टक्कर मारने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि सभी पांच जापानी नागरिक सुरक्षित हैं। हालांकि, उनके साथ मौजूद निजी सुरक्षा गार्ड घायल हो गया। उन्होंने कहा कि जापान के नागरिक क्लिफ्टन के जमजामा स्थित अपने घर से कहीं जा रहे थे।

आतंकवादी ने खुद को उड़ाया
आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) के डीआईजी आसिफ एजाज शेख ने बताया कि जापानी नागरिक दो सुरक्षा गार्डों के साथ एक वैन में यात्रा कर रहे थे। तभी आतंकवादियों ने उनके वाहन को निशाना बनाने की कोशिश की। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा गार्डों ने एक आतंकवादी को मार गिराया, जबकि दूसरे ने वैन के करीब जाने की कोशिश में खुद को उड़ा लिया।

जिन्ना अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि तीन घायलों, दो सुरक्षा गार्ड और एक राहगीर को अस्पताल लाया गया जिनमें से दो की हालत गंभीर है। अस्पताल ने पुष्टि की कि किसी विदेशी को इलाज के लिए नहीं लाया गया था। अधिकारी ने बताया कि जापानी नागरिक पाकिस्तान सुजुकी मोटर्स में काम करते थे। बता दें, कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर और दक्षिणी सिंध प्रांत की राजधानी है।

इन लोगों ने की निंदा
सिंध के परिवहन मंत्री शरजील इनाम मेमन ने हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि समय पर की गई कार्रवाई ने आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया। आतंकवादियों की नापाक हरकतों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। वहीं, सिंध के राज्यपाल कामरान टेसरी ने आत्मघाती हमले की निंदा की और घटना पर एक रिपोर्ट मांगी। राज्यपाल ने कहा कि शहर में आतंकवाद किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कानून प्रवर्तन अधिकारियों से घटना के पीछे के उद्देश्यों का पता लगाने और मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए कहा।

चीनी नागरिकों पर हमले तेज हुए
छोटे अलगाववादी समूहों और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से संबंधित परियोजनाओं पर काम कर रहे चीनी नागरिकों पर हमले तेज कर दिए हैं। पिछले महीने, पांच चीनी और उनके पाकिस्तानी चालक की मौत हो गई थी जब उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार को एक वाहन से टक्कर मार दी थी। हालांकि, इससे पहले पाकिस्तान में काम कर रहे जापान के नागरिकों को निशाना बनाने की खबर सामने नहीं आई थी।

अमेरिकी राजनयिक ने आम चुनाव को बताया ‘लोकतंत्र का महाकुंभ’, चुनावी प्रक्रिया के लिए भारतीयों को दी बधाई

यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष अतुल कश्यप ने भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भारत के लोगों को बधाई देते हुए देश के राष्ट्रीय चुनाव को लोकतंत्र का महाकुंभ मेला बताया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के साथ एक पोस्ट भी लिखा।

अतुल कश्यप ने अपने पोस्ट में कहा, “भारत के महान लोगों को हार्दिक बधाई। पहले चरण के मतदान के साथ मानव जाति के इतिहास में सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत हुई है। 940 मिलियन मतदाताओं और 1.2 मिलियन मतदान केंद्र के साथ भारत का राष्ट्रीय चुनाव लोकतंत्र का महाकुंभ है।”

दूसरा सबसे बड़ा मतदान अभ्यास
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत आज से हो चुकी है। पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर आज मतदान हुआ। 19 अप्रैल से लेकर एक जून तक होने वाला यह लोकसभा चुनाव देश के पहले आम चुनाव के बाद दूसरा सबसे लंबा मतदान अभ्यास है। देश का पहला मतदान सितंबर 1951 से लेकर फरवरी 1952 यानी की पांच महीनों के लिए आयोजित किया गया था।

2019 लोकसभा चुनाव भी सात चरणों में ही आयोजित किए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस लोकसभा चुनाव में फिर से एक बार जीत हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने 400 से भी ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है। देशभर में पहले चरण में मतदान करने वाले राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप, और पुडुचेरी का नाम शामिल है। लोकसभा चुनाव 2024 का दूसरा चरण 24 अप्रैल को होगा और बाकी के चरण 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होंगे। चुनाव के नतीजे चार जीन को जारी होंगे।

मतदाताओं का बड़े दलों पर भरोसा कायम, इस बार साफ नहीं मिजाज, अब तक ये रहा है इतिहास

सीतापुर: संसदीय सीट सीतापुर के मतदाताओं ने आजादी के बाद से अब तक बड़े दलों (राष्ट्रीय पार्टियों) पर ही भरोसा जताया है। एक बार का चुनाव छोड़ दें, तो अब तक हुए 17 लोकसभा के चुनाव में वोटरों ने 16 बार जीत का ताज कांग्रेस, जनसंघ, बीएलडी, भाजपा, बसपा इत्यादि राष्ट्रीय पार्टियों के उम्मीदवारों को पहनाया है। हालांकि, 1996 में मतदाताओं ने सपा प्रत्याशी पर भी दरियादिली दिखाकर संसद पहुंचाया है। इस बार भी राष्ट्रीय पार्टियों के बीच ही मुख्य मुकाबला होने के आसार हैं।

बहरहाल, वोटर का मिजाज इस बार फिलहाल साफ नहीं है। चुनावी शंखनाद के बाद से सियासी बयार तेज जरूर हो गई है। सीतापुर लोकसभा क्षेत्र का गठन पहली लोकसभा के साथ 1951 में हुआ था। पहले चुनाव में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चचेरे भाई की पत्नी उमा नेहरू जीतीं थीं। 1957 का चुनाव भी उन्हीं के नाम रहा। फिर 1962 में जनसंघ के सूरज वर्मा ने उमा नेहरू का विजयरथ रोककर सीट पर कब्जा कर लिया। 1967 के चुनाव में जनसंघ का टिकट पूर्व प्रधानमंत्री अटल के सहयोगी शारदानंद दीक्षित को दिया गया।

शारदानंद ने कसौटी पर खरे उतरते हुए विजय पताका फहरा दी। 1971 के चुनाव में कांग्रेस के जगदीश चंद दीक्षित ने शारदानंद का तख्ता पलट दिया। 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल के हरगोविंद वर्मा का डंका बजा। वर्ष 1980-84 और 86 के चुनाव में कांग्रेस की राजेन्द्र कुमारी वाजपेयी ने लगातार जीत दर्ज कर सीतापुर संसदीय सीट के इतिहास में पहली बार हैट्रिक तो लगाई, मगर 1991 में भाजपा के जनार्दन प्रसाद मिश्र ने इन्हें शिकस्त देकर चौथी बार जीतने से रोक दिया।

– 1996 के चुनाव में जनता ने फिर बदलाव करते हुए सपा के मुख्तार अंसारी को कुर्सी सौंप दी। इस साल वोटरों का भरोसा राष्ट्रीय पार्टियों से डगमगा गया। हालांकि, 1998 में फिर भाजपा के जनार्दन प्रसाद मिश्र पर भरोसा जताते हुए जनता ने उन्हें जिता दिया। 1999 से लेकर 2004 और 2009 में यह सीट बसपा के कब्जे में रही। 1999 तथा 2004 में बसपा के राजेश वर्मा, जबकि 2009 में कैसरजहां यहां से सांसद निर्वाचित हुईं। 2014 के चुनाव में कभी बसपाई रहे राजेश वर्मा ने भाजपा का दामन थाम लिया।

दुधवा टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में दो तेंदुओं की मौत, तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम

लखीमपुर खीरी:  लखीमपुर खीरी में दुधवा टाइगर रिजर्व के बफरजोन की धौरहरा रेंज में बृहस्पतिवार को दो नर तेंदुओं की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के पैनल ने आपसी संघर्ष में दोनों तेंदुए के मरने की बात पाई है। कतर्निया घाट वन्यजीव विहार की सीमा पर खैरातीपुरवा गांव के पास बृहस्पतिवार सुबह पहले एक तेंदुए का शव देखा गया।

सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंच गई। शव कब्जे में लेकर टीम घटनास्थल का निरीक्षण कर रही थी कि तभी कुछ दूरी पर एक और तेंदुआ गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला। वन कर्मी इलाज कराने की तैयारी करने लगे, मगर देखते ही देखते उसने भी दम तोड़ दिया। दोनों तेंदुओं की उम्र दो साल के आसपास बताई जा रही है। दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन के डीएफओ सौरीस सहाय ने बताया कि दोनों तेंदुओं के शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराया गया है। पोस्टमार्टम के समय डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

गंभीर घावों से हुआ अत्याधिक रक्तस्राव
दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ललित कुमार वर्मा ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से बताया कि आपसी संघर्ष में हुए गंभीर घावों से अत्याधिक रक्तस्राव के कारण अंदरूनी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इस कारण दोनों तेंदुओं की मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद एनटीसीए की गाइड लाइन के मुताबिक दोनों तेंदुओं के शव को जला दिया गया, जिसकी वीडियोग्राफी कराई गई। विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए आईवीआरआई बरेली भेजा जाएगा।