Wednesday , October 23 2024

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दो साल से जागरूकता अभियान, दो माह से हटाईं जा रही थीं साईं प्रतिमा; 13 घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रॉमा

वाराणसी:  सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा की ओर से शहर के मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाने के लिए दो साल से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था। गत दो महीने से अजय शर्मा शहर के 14 मंदिरों से साईं प्रतिमा हटवा चुके थे। इन सबके बीच कमिश्नरेट के अलग-अलग थानों की पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट मूकदर्शक बनी रही।

बुधवार की रात 2.30 बजे के बाद अचानक पुलिस सक्रिय हुई और अजय को हिरासत में लिया गया। इसके बाद अजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने और फिर जिला जेल में दाखिल किए जाने तक लगभग 13 घंटे हाई वोल्टेज ड्रॉमा चला।सनातन रक्षक दल के पदाधिकारियों ने बताया कि अजय शर्मा की तैयारी थी कि गुरुवार की अलसुबह वह दशाश्वमेध क्षेत्र के भूतेश्वर महादेव और तारकेश्वर महादेव मंदिर से साईं प्रतिमा हटवाएंगे।

बुधवार की रात दो बजे के बाद अजय शर्मा साईं प्रतिमा हटवाने के लिए मजदूर खोजने निकले थे। उसी दौरान सादे कपड़ों में आए लोग अजय को कार में बैठाकर अपने साथ ले गए। गुरुवार की दोपहर उन्हें चितईपुर थाने से चौक थाने ले जाया गया। फिर, मेडिकल मुआयना के बाद पुलिस अजय को लेकर पुलिस लाइन गई। वहां से जिला जेल ले जाया गया। शाम लगभग चार बजे अजय को जिला जेल में दाखिल कर दिया गया।

दो घंटे 39 मिनट में दर्ज हुए दो मुकदमे
रेशम कटरा निवासी चैतन्य व्यास की तहरीर पर चौक थाने में अजय शर्मा के खिलाफ बृहस्पतिवार की दोपहर 1:37 बजे पहला मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह रेशम कटरा स्थित आनंदमई हनुमान मंदिर के पुजारी हैं। तीन दिन पहले अजय शर्मा मंदिर में आए। उन्होंने मंदिर से साईं प्रतिमा हटाने का दबाव बनाया। संत रघुवर नगर निवासी अभिषेक कुमार की तहरीर पर सिगरा थाने में अजय शर्मा और अन्य अज्ञात के खिलाफ बृहस्पतिवार की शाम 4:16 बजे दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया।

मुहिम चलती रहेगी, शिव भक्त डरेगा नहीं : अजय
चितईपुर थाने से चौक थाने ले जाए जाने के दौरान अजय शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि यह मुहिम चलती रहेगी। शिव भक्त डरेगा नहीं… हर हर महादेव। वहीं, अजय की गिरफ्तारी की सूचना पर उनके समर्थक पहले चितईपुर थाने और फिर चौक थाने के बाहर इकट्ठा हुए। सभी का कहना था कि कुछ समय पहले ही अजय की ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी।

आज पांच लोग मरेंगे… वारदात के पहले आरोपी चंदन वर्मा ने वाट्सएप पर लगाया था स्टेटस

लखनऊ:  अमेठी के शिवरतनगंज में एक शिक्षक व उसके तीन परिजनों की हत्या के मामले में पुलिस आरोपी चंदन वर्मा की तलाश में जुटी हुई है। इस बीच आरोपी चंदन का कथित वाट्सएप स्टेटस वायरल हुआ है, जिसमें उसने वारदात के पहले पांच लोगों की हत्या की बात कही है। बताया ये भी जा रहा है कि चंदन शिक्षक व उसकी पत्नी और दोनों बेटियों की हत्या के बाद खुद को भी मार लेना चाहता था।

मामले की जांच की जा रही है। चंदन ने स्टेटस में लिख रखा था कि ‘पांच लोग जल्दी ही मरने जा रहे हैं। मैं जल्द ही सबको दिखाऊंगा।’ चंदन की तलाश में अमेठी व रायबरेली दोनों जिलों की पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही हैं।

पोस्टमार्टम के बाद गांव लाए गए शव
रायबरेली के सुदामापुर गांव में शिक्षक सुनील, उसकी पत्नी पूनम और दो मासूम बच्चों के शव कफन में लिपटकर गांव पहुंचे तो देखने वाले हर शख्स की आंख रो पड़ी। आंसुओं के सैलाब के साथ चीत्कारों ने नियति को दुहाई दी। पिता राम गोपाल और मां राजवती तो इस तरह बिलख रहे थे कि उनकी यह दशा देखकर लोगों का मन मस्तिष्क तक डिग गया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी हुई।

जो वहां मौजूद थे, कोई ऐसा शख्स नहीं दिखा जिसकी आंख में आंसू न हों। चार शवों ने हर किसी को भीतर से हिलाकर रख दिया। खाकी वर्दी में मौजूद पुलिस भी शवों को देखकर स्तब्ध रह गई। पिता राम गोपाल को सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौवहार ढांढस बधाते दिखे। ग्रामीणों के लिए यह घटना किसी अभिशाप से कम नहीं है।

एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान में अचानक उठने लगा धुआं; तिरुवनंतपुरम वापस लौटी फ्लाइट

तिरुवनंतपुरम:  एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक विमान में शुक्रवार सुबह उड़ान भरने के दौरान संदिग्ध धुआं देखने को मिला। इसके बाद विमान तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर वापस लौट आया। एयरलाइन और हवाई अड्डे के सूत्रों के मुताबिक, घटना सुबह करीब 10.30 बजे मस्कट जाने वाली उड़ान पर हुई। विमान में 142 यात्री सवार थे। यात्रियों को जांच के दौरान विमान से उतार दिया गया था।

एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों की आगे की यात्रा के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई है। मामले की वास्तविकता का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी। हम अपने परिचालन के हर पहलू में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं।

एआर डेयरी को अपना पक्ष रखने का मौका मिला, मद्रास हाईकोर्ट ने FSSAI को दिया निर्देश

चेन्नई:तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद को लेकर जारी विवाद में अब मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) को निर्देश दिया है कि वे मंदिर को घी की सप्लाई करने वाली एआर डेयरी को अनुपूरक नोटिस जारी करे। साथ ही उच्च न्यायालय ने एआर डेयरी को जवाब देने के लिए तय समय देने का भी निर्देश दिया है। इस तरह न्यायमूर्ति एन. सतीश कुमार की पीठ ने एआर डेयरी फूड को अपना पक्ष रखने का मौका दिया है। उच्च न्यायालय ने एआर डेयरी की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए ये निर्देश दिए। याचिकाकर्ता ने कंपनी को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस को चुनौती दी थी।

कंपनी ने कारण बताओ नोटिस को दी चुनौती
गौरतलब है कि, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, क्योंकि कंपनी गुणवत्ता मापदंडों को पूरा करने में विफल रही थी और फर्म को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। एफएसएसएआई के कारण बताओ नोटिस में कहा गया कि ‘आपकी फर्म द्वारा निर्मित उत्पाद घी, मानकों को पूरा नहीं करता है। आपने खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006, के तहत बनाए गए नियमों और विनियमों का उल्लंघन किया है।’

कारण बताओ नोटिस में कहा गया है, ‘आपकी फर्म द्वारा निर्मित उत्पाद ‘घी’ के उपरोक्त गैर-अनुरूपता के कारण, जो मानकों को पूरा नहीं करता है, आपने खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006, इसके तहत बनाए गए नियमों और विनियमों का उल्लंघन किया है’। एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड पिछले चार वर्षों से तिरुपति प्रसाद बनाने के लिए घी के आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। खाद्य मंत्रालय ने भी एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड से 23 सितंबर तक जवाब मांगा था। नोटिस में कहा गया, ‘खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद मानक और खाद्य योजक) विनियमन, 2011 के उपरोक्त प्रावधानों के उल्लंघन के लिए आपके केंद्रीय लाइसेंस को निलंबित क्यों न किया जाए.

विधानसभा चुनाव के लिए AIMIM ने किया एमवीए से संपर्क, 28 मुस्लिम बहुल्य सीटों पर दावा ठोका

मुंबई:  महाराष्ट्र में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इस चुनाव को देखते हुए एआईएमआईएम ने 28 मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के लिए महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन की मांग करते हुए कांग्रेस और राकांपा-एसपी से संपर्क किया। पूर्व सांसद और पार्टी नेता इम्तियाज जलील ने शुक्रवार को बताया कि एआईएमआईएम ने कांग्रेस और राकांपा-एसपी के अध्यक्षों को 28 सीटों का प्रस्ताव भेजा।

मराठी न्यूज चैनल को साक्षात्कार देते हुए इम्तियाज जलील ने कहा, “एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से सलाह लेने के बाद हमने एक पत्र तैयार किया। इसे कांग्रेस और राकांपा-एसपी को भेजा गया। शिवसेना (यूबीटी) धर्मनिरपेक्ष बनी है और विभिन्न मुद्दों पर हम उनका रुख जानते हैं।” उन्होंने सवाल किया कि जब कांग्रेस और राकांपा-एसपी उस पार्टी से हाथ मिला सकती है जो हाल ही में धर्मनिरपेक्ष बनी है तो एआईएमआईएम महाविकास अघाड़ी के साथ गठबंधन क्यों नहीं बना सकती?

जलील ने कहा, “हमने उन्हें 28 मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का प्रस्ताव दिया है। हम इन क्षेत्रों में मजबूती से टक्कर दे सकते हैं। हमने उनसे (कांग्रेस और राकांपा-एसपी) कहा कि अगर बहुत सारे उम्मीदवार मैदान में हैं तो इससे भाजपा को लाभ होगा।” उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम ने केवल निर्वाचन क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया है, और वह कम सीटों पर भी चुनाव लड़ सकती है।

बता दें कि इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। वर्तमान समय में विधानसभा में 103 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा शिवसेना की 40, राकांपा की 41, कांग्रेस की 40 शिवसेना (यूबीटी) की 15, राकांपा-एसपी की 13 और निर्दलीय की 29 विधायक हैं। कुछ सीटें खाली भी हैं।

महाराष्ट्र में चुनाव से पहले BJP को झटका; हर्षवर्धन पाटिल समर्थकों के साथ शरद गुट में शामिल होंगे

मुंबई: महाराष्ट्र भाजपा नेता हर्षवर्धन पाटिल ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अपने समर्थकों के साथ एनसीपी (सपा) में शामिल होंगे। इससे एक दिन पहले उन्होंने मुंबई में पार्टी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। मुलाकात गुरुवार को पवार से दक्षिण मुंबई में उनके सिल्वर ओक्स आवास पर मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि शरद पवार ने उनसे उनकी पार्टी में शामिल होने और विधानसभा चुनाव लड़ने का आग्रह किया है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव अगले महीने होने की संभावना है।

इंदापुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं हर्षवर्धन
इंदापुर सीट से चार बार विधायक चुने जा चुके हर्षवर्धन पाटिल फिर से इंदापुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। फिलहाल इस सीट का प्रतिनिधित्व भाजपा के गठबंधन सहयोगी एनसीपी के पास है। पार्टी स बार फिर से मौजूदा विधायक दत्तात्रेय भरणे को मैदान में उतार सकती है।

फडणवीस के आश्वासन के बाद भी नहीं माने
हर्षवर्धन ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैंने अपने राजनीतिक रुख को लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। हमने ढाई घंटे से अधिक समय तक विस्तृत चर्चा की। चूंकि, इंदापुर सीट महायुति के मौजूदा विधायक के पास जा रही है, इसलिए उन्होंने मुझे दूसरे विकल्प का आश्वासन दिया। हालांकि, यह विकल्प मेरे लिए संभव होता, लेकिन यह मेरे समर्थकों और मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक की और उनके साथ एनसीपी (सपा) में शामिल होने का फैसला किया।

राजनीतिक करियर
हर्षवर्धन पाटिल 1995-99 के दौरान शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में कृषि और विपणन राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने 1995 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। वे 1999 से 2014 तक कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार के दौरान मंत्री थे। वे 2009 में कांग्रेस में शामिल हुए और सहकारिता और संसदीय मामलों के मंत्री बने थे।

कैदियों को भी गरिमा के साथ जीने का अधिकार, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

नई दिल्ली:  सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ‘सम्मान के साथ जीने का अधिकार कैदियों को भी है’ और कैदियों को इससे वंचित करना उपनिवेशवादियों और उपनिवेश-पूर्व तंत्र दर्शाता है। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने गुरुवार को दिए गए ऐतिहासिक फैसले में यह टिप्पणी की। पीठ ने कैदियों के प्रति जाति आधारित भेदभाव, जैसे शारीरिक श्रम का विभाजन, बैरकों का विभाजन आदि पर रोक लगा दी।

कोर्ट ने कई राज्यों के जेल मैनुअल नियमों को बताया असंवैधानिक
पीठ ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश सहित 10 राज्यों के कुछ आपत्तिजनक जेल मैनुअल नियमों को असंवैधानिक करार दिया। सीजेआई ने 148 पन्नों का फैसला लिखते हुए संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता), 15 (भेदभाव का निषेध), 17 (अस्पृश्यता का उन्मूलन), 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) और 23 (जबरन श्रम के खिलाफ अधिकार) के तहत मौलिक अधिकारों का जिक्र किया।

कैदियों को सम्मान न देना उपनिवेश काल की पहचान
अपने फैसले में पीठ ने कहा कि, ‘सम्मान के साथ जीने का अधिकार कैदियों का भी है। कैदियों को सम्मान न देना उपनिवेशवादियों और पूर्व-औपनिवेशिक तंत्रों का अवशेष है, जहां दमनकारी व्यवस्थाएं राज्य के नियंत्रण में रहने वाले लोगों को अमानवीय और अपमानित करने के लिए डिज़ाइन की गई थीं। संविधान से पहले के युग के सत्तावादी शासन ने जेलों को न केवल कारावास के स्थान के रूप में देखा, बल्कि वर्चस्व के उपकरण के रूप में भी देखा। संविधान द्वारा लाए गए कानूनी ढांचे के आधार पर इस न्यायालय ने माना है कि कैदियों को भी सम्मान का अधिकार है।’

लड्डू विवाद के बीच सनातन धर्म पर रार, उदयनिधि स्टालिन के बयान पर एक साल बाद पवन कल्याण का पलटवार

अमरावती:  आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली घी में पशु चर्बी पाए जाने के मामले में विवाद बढ़ चुका है। उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सनातन धर्म का विस्तार करते हुए तमिलनाडु के अपने समकक्ष उदयनिधि स्टालिन पर निशाना साधा। दरअसल, उन्होंने उदयनिधि के एक साल पहले सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर हमला किया। हालांकि, उदयनिधि स्टालिन पर पवन कल्याण की तरफ से किए हमले का तुरंत पलटवार किया गया। द्रमुक प्रवक्ता डॉ. सैयद हफीजुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी ने किसी भी धर्म, विशेष रूप से हिंदू धर्म को लेकर कुछ भी नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि वे जातिगत अत्याचार और छूआछूत के खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेंगे।

उदयनिधि स्टालिन पर साधा निशाना
गुरुवार को तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पशु चर्बी पाए जाने के आरोपों का वर्णन करते हुए पवन कल्याण ने कहा, “पांच वर्षों तक वाईएसआरसीपी की सरकार ने कुशासन किया। हमें नहीं मालूम कि उन्होंने कितने करोड़ रुपये (रिश्वत) जमा किए। बाद में इसकी जांच होनी चाहिए।” पवन कल्याण सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री जनग मोहन रेड्डी को दोषी ठहराने से पीछे हट गए। उन्होंने कहा, “यह केवल मुख्यमंत्री के बारे में नहीं है। कभी नहीं, आज तक मैंने कभी उनकी ओर इशारा करके नहीं कहा कि यही अपराधी हैं। मैं अभी भी उन्हें दोषी नहीं कह रहा हूं।”

पवन कल्यान ने यह हमला तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन द्वारा पिछले साल सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर किया गया था। दरअसल, स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी वायरल बीमारियों से किया था। हालांकि, इस टिप्पणी को लेकर काफी विवाद हुआ था। गुरुवार को एकबार फिर पवन कल्याण ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, “सनातन धर्म को वायरस मन कहिए। मैं आपको बताना चाहता हूं कि जिसने भी सनातन धर्म को मिटाना चाहा, वह खुद मिट गया।”

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को लगाएं इस खास चीज का भोग

3 अक्तूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है, जिसकी धूम आपको घरों से लेकर मां दुर्गा के पंडालों तक में दिखाई दे रही होगी। जगह-जगह लोगों ने माता रानी की स्थापना की है। पंडालों से लेकर घरों तक में लोग माता से पहले स्वरूप की पूजा कर रहे हैं।

4 अक्तूबर यानी कि शुक्रवार को नवरात्रि का दूसरा दिन है। इस दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। मां ब्रह्मचारिणी को तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है। उनके दाहिने हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल होता है। मां ब्रह्मचारिणी को दूध, चीनी और पंचामृत का भोग लगाना काफी शुभ बताया गया है।इसी के चलते आज हम आपको सही विधि से पंचामृत बनाना सिखाएंगे। ताकि आप भी अपने हाथों से पंचामृत बनाकर माता रानी को इसका भोग लगा सकें। ऐसा करने से माता रानी का दूसरा स्वरूप आपसे जरूर प्रसन्न होगा और आपकी हर मनोकामना पूरी होगी।

क्या होता है पंचामृत

पंचामृत एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है ‘पांच अमृत’। पंचामृत का उपयोग हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। ये खासतौर पर पांच तत्वों से मिलकर बना होता है, जो निम्नलिखित हैं।

पंचामृत बनाने का सामान
दूध – 1 कप
दही – 1/2 कप
घी – 1 चम्मच
शहद- 1 चम्मच
शक्कर

विधि

पंचामृत बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में 1 कप ठंडा दूध लें। अब दूध में 1/2 कप ताजा दही मिलाएं और इसे अच्छी तरह से घोल लें। ध्यान रखें कि दही दूध में अच्छी तरह से मिक्स हो जाना चाहिए।अब इसमें 1 चम्मच घी डालें और अच्छे से मिलाएं। इसके बाद 1 चम्मच शहद मिलाएं और फिर से मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें 1 चम्मच शक्कर डालें और इसे घुलने तक अच्छी तरह से हिलाएं भोग लगाने से पहले इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें। सभी सामग्रियों को अच्छे से मिलाने के बाद पंचामृत तैयार है। इसे पूजा में माता रानी को अर्पित करें और बाद में इसे प्रसाद के रूप में वितरित करें।

जेब में नहीं थी फूटी कौड़ी, फिर भी दो बदमाशों ने लूट के लिए आकाशवाणी कर्मचारी को मार डाला

सहारनपुर:  शहर कोतवाली पुलिस ने आकाशवाणी कर्मचारी की हत्या का खुलासा कर दिया है। दो आरोपियों ने लूट के इरादे से कर्मचारी को मौत के घाट उतारा था। लूट करते हुए नाले में धक्का दिया था। एक आरोपी गिरफ्तार कर लिया है, जिसके पास से मोबाइल बरामद हुआ है। दूसरा अभी फरार है।

पुलिस लाइन में एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि 28 सितंबर की रात देहरादून में आकाशवाणी कर्मचारी मांगेराम पुत्र भुल्लूराम निवासी राधा विहार कॉलोनी का किशनपुरा नाले में शव मिला था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। क्योंकि बैग और मोबाइल नहीं मिला था। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसमें दो युवक मांगेराम से बैग छीनने का प्रयास कर रहे थे। आरोपी बैग छीनकर भागे और मांगेराम को नाले में धक्का दे दिया।

पुलिस ने हत्यारोपी सोनू उर्फ शमशेर पुत्र अब्दुल गफ्फार निवासी वाल्मीकि कॉलोनी को मंडी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में हत्यारोपी सोनू ने बताया कि रोडवेज बस स्टैंड पर साथी के साथ खड़ा था। तभी बस से उतरे एक व्यक्ति का लूट के इरादे से पीछा किया। दोनों ने मिलकर किशनपुरा नाले पर मांगेराम का सामान लूटा। उसने विरोध किया तो नाले में धक्का दे दिया था।

मांगेराम ने पी रखी थी शराब
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि मांगेराम ने शराब पी रखी थी। पुलिस ने रोडवेज बस परिचालक से बात की। मांगेराम के पास किराए के 10 रुपये कम थे, लेकिन उसने शराब का सेवन अधिक कर रखा था।

200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे किए चेक
घटना का राजफाश करने के लिए नगर कोतवाली पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे चेक किए। रेलवे स्टेशन, घंटाघर, गुरुद्वारा, पुल खुमरान पर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली। इसमें पता लगा कि दो व्यक्ति रेलवे स्टेशन, गुरुद्वारा रोड, अंबाला रोड, घंटाघर चौक पर पहुंचे। जहां पर आकर मांगेराम के पीछे लगे।