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आज का राशिफल: 18 अप्रैल 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए बाकी दिनों की तुलना में अच्छा रहने वाला है। आप किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। कोई बड़ी जिम्मेदारी आपके ऊपर आ सकती है, जिससे आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप अपने परिवार में छोटे बच्चों के लिए कोई उपहार लेकर आ सकते हैं। गृहस्थ जीवन में चल रही समस्याओं से आपको छुटकारा मिलेगा। दोनों एक दूसरे के प्रति समर्पित नजर आएंगे। कार्यक्षेत्र में आपको अपने बॉस की कोई बात बुरी लग सकती है, लेकिन फिर भी आप उनसे कुछ नहीं कहेंगे। आपकी तरक्की के नए-नए मार्ग खुलेंगे।।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए कुछ विशेष कर दिखाने के लिए रहेगा। घर में आप कुछ समय पारिवारिक समस्याओं को सुनने में व्यतीत करेंगे। किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने की योजना बना सकते हैं। यदि आप किसी यात्रा पर जाएं, तो उसमें आपको वाहन बहुत ही सावधानी से चलना होगा। मित्रों का आपको भरपूर मात्रा में सहयोग मिलेगा। आप कहीं घूमने फिरने के प्लानिंग कर सकते हैं। आप तरक्की के मार्ग में आ रही बाधाओं को दूर करने की कोशिश करेंगे। आपके भाई या बहन को आपका कोई बात बुरी लग सकती है, इसलिए आप बहुत ही तोल मोल कर बोले।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए बहुत ही सोच विचार कर आगे बढ़ने के लिए रहेगा। आपके स्वास्थ्य में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। व्यवसाय में आपको अपनी आंख व कान खुले रख कर आगे बढ़ना होगा। आप कोई बड़े निवेश करने की प्लानिंग कर सकते हैं, जिसमें आप अपने पिताजी से बातचीत अवश्य करें। आपको वाहनों का प्रयोग बहुत ही सावधानी से करना होगा, नहीं तो वाहन की खराबी के कारण आपका धन खर्च बढ़ सकता है। आपको अपने किसी मित्र की सेहत की चिंता सता सकती है। उनके लिए आपको कुछ रुपयों का इंतजाम भी करना पड़ेगा।
कर्क राशि: 
आज का दिन आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। आपके ऊपर काम का बोझ अधिक रहने का कारण आप परेशान रहेंगे। जीवनसाथी व संतान के लिए आप किसी नए वाहन की खरीदारी कर सकते हैं। आपकी व्यवसाय में यदि किसी से पार्टनरशिप हुई थी, तो वह आपको धोखा दे सकता है। इसलिए आप उन पर पूरी निगरानी बनाकर रखें। आपके परिवार के सदस्यों को नौकरी के कारण घर से दूर जाना पड़ सकता है। विदेश से व्यापार कर रहे लोगों को लेनदेन बहुत ही देखभाल कर करना होगा।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए पैतृक संपत्ति संबंधित मामले में अच्छा रहने वाला है। व्यवसाय में आप कोई बड़ा परिवर्तन करने के लिए सोच विचार कर सकते हैं। मौसम का विपरीत प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। आपको कुछ मौसमी बीमारियां अपनी चपेट में ले सकती हैं। कार्यक्षेत्र में आपको महिला मित्रों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आपको अपने भाई व बहनों का पूरा साथ मिलेगा। अविवाहित जातकों के जीवन में किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है। परिवार में किसी शुभ व मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए प्रेम व सहयोग की भावना लेकर आने वाला है। सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्रो में कार्यरत लोगों के काम की सराहना होगी। जीवनसाथी से आप यदि कोई बातचीत करेंगे, तो आपको उनकी बातों को समझने की कोशिश करनी होगी। आपको कोई बड़ा डिसीजन बहुत ही सोच विचार कर लेना होगा। प्रतिस्पर्धा का भाव आपके मन में रहेगा। आप अपने आसपास के लोगों को अपनी वाणी व व्यवहार से प्रसन्न रखेंगे। आपके कुछ गुप्त शत्रु उत्पन्न हो सकते हैं, जिनसे आपको बचने की आवश्यकता है। संतान आपकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी।
तुला राशिः 
आज का दिन आपके लिए समस्याओं भरा रहने वाला है। आप अपने खान-पान की आदतों के कारण पेट संबंधित समस्याओं को लेकर परेशान रहेंगे। आपकी कुछ घरेलू समस्याएं फिर से सिर उठा सकती हैं, जिनको दूर करने की आप कोशिश करें। आप अपनी जेब का ख्याल रखें। अपने खर्च पर नियंत्रण करें, नहीं तो उनके बढ़ने से आपका बजट डगमगा सकता है। व्यवसाय में आप किसी को धन उधार ना दें। नहीं तो आपके उसे धन के वापस आने की संभावना बहुत कम है। आपको अपने मित्रों का पूरा साथ मिलेगा। संतान की संगति की ओर आपको विशेष ध्यान देना होगा।
वृश्चिक राशिः 
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए आज दिन छोटी दूरी की यात्रा पर जाने के लिए रहेगा। व्यवसाय में यदि आपका कोई धन रुका हुआ था, तो वह आपको वापस मिल सकता है। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। परिवार में आज किसी शुभ व मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के योग बनते दिख रहे हैं। आप अपने मित्रों के साथ कुछ समय मौज मस्ती करने में व्यतीत करेंगे। आपको संतान से किसी किए हुए वादे को पूरा करना होगा। यदि आपने कहीं प्रॉपर्टी में धन का निवेश किया था, तो वह भी आपके लिए अच्छा लाभ लेकर आएगा।
धनु राशिः
आज का दिन आपके लिए अपने काम में योजना बनाकर आगे बढ़ने के लिए रहेगा। परिवार में किसी सदस्य को कोई सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। बिजनेस करने वाले लोग अपने मन को इधर-उधर ना लगाएं, नहीं तो उनसे कोई गड़बड़ी हो सकती है। आप नौकरी में अपने काम को किसी दूसरे के भरोसे ना छोड़ें। किसी पुरानी गलती से पर्दा उठ सकता है। विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा में आ रही समस्याओं को लेकर अपने सीनियर से बातचीत करनी होगी। आपका कोई विरोधी आपको परेशान कर सकता है। आपको घूमने फिरने के दौरान कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। यदि आप किसी प्रतियोगिता में भाग लेंगे, तो उसमें आपको जीत अवश्य मिलेगी। व्यापार के काम को लेकर आप छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। संतान के मन में चल रही उलझन को आपको दूर करने की कोशिश करनी होगी। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को कोई बेहतर अवसर हाथ लग सकता है। आपको अपने किसी मित्र के कोई बात बुरी लग सकती है। यदि आपको किसी जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करने का मौका मिले, तो अवश्य करें। लेनदेन से संबंधित मामलों में किसी अजनबी पर भरोसा ना करें।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए कुछ खास रहने वाला है। परिवार में चल रही आपसी कलह दूर होगी, सभी सदस्य एकजुट नजर आएंगे। सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत लोगों को किसी बड़े पद की प्राप्ति होने से वह प्रसन्न रहेंगे। आप अपने घर को रिनोवेट करेंगे, जिसे देखकर लोगों को हैरानी होगी। शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोग अच्छा धन कमा सकते हैं। आप अपने बिजनेस में कोई परिवर्तन ना करें, नहीं तो बाद में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। आपको अपने सोचे समझे काम को पूरा करने की पूरी कोशिश करनी होगी।
मीन राशिः 
आज का दिन व्यापार के मामले में अच्छा रहने वाला है। आपको किसी बड़ी डील को फाइनल करने का मौका मिलेगा। आपको किसी अजनबी से सलाह लेना नुकसान दे सकता है। आप अपनी बुद्धि से कोई अच्छा डिसीजन लेंगे। स्वास्थ्य में यदि कुछ समस्या चल रही थी, तो उसमें भी सुधार आएगा। आपको कुछ विशेष व्यक्तियों के संपर्क में आने से अच्छा लाभ मिलेगा। परिवार में किसी बात को लेकर आपसी मतभेद बढ़ सकते हैं। उसे आप बड़े सदस्यों की मदद से आसानी से दूर कर पाएंगे। जीवनसाथी की बातों को आपको समझने की कोशिश करनी होगी, तभी आपका रिश्ता बेहतर चल सकेगा।

गूगल दफ्तर में कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन, इस्राइली सेना और सरकार के साथ सभी संबंध तोड़ने का दबाव

इस्राइल और हमास के बीच छिड़ी जंग का असर गूगल दफ्तर में भी दिखाई दिया। दरअसल, गूगल के कई कर्मचारियों ने मंगलवार को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क स्थित परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। वे गूगल और इस्राइली सरकार के साथ काम करने से खफा हैं। गूगल क्लाउड के सीईओ के ऑफिस में करीब आठ घंटे प्रदर्शन हुआ, बावजूद इसके जब वे नहीं हटे तो पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शन का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है।

इन मांगों को लेकर किया गया प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूरे विरोध का मुख्य कारण प्रोजेक्ट निंबस है, जो 2021 में गूगल और इस्राइल सरकार के बीच हस्ताक्षर किया गया था। एआई अनुबंध प्रोजेक्ट की लागत एक अरब डॉलर है। मंगलवार को कर्मचारियों के एक समूह ने गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन के ऑफिस को घेर लिया। उन्होंने आठ घंटे तक लगातार प्रदर्शन किया था। उन्होंने अपने प्रदर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग भी की।

रात होते ही कंपनी के एक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि उन्हें प्रशासनिक छुट्टी पर भेज दिया गया है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से परिसर को खाली करने का अनुरोध किया। बावजूद इसके उन्होंने परिसर नहीं छोड़ा तो पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि गूगल इस्राइल और इस्राइली सेना के साथ अपने सभी संबंधों को तोड़ दे।

कर्मचारी नौकरी नहीं खोना चाहते
प्रदर्शनकारियों में शामिल इमान हसीम ने प्रोजेक्ट निंबस और इस्राइली सरकार के समर्थन की आलोचना की। हालांकि, उन्हें अपनी नौकरी खोने का डर जरूर है। कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहीं हसीम ने बताया कि प्रोेजेक्ट निंबस के कारण कई कर्मचारी इस्तीफा दे चुके हैं।

इस यूरोपीय देश में 16 साल के किशोर भी करा सकेंगे लिंग परिवर्तन, संसद से पारित हुआ कानून

स्वीडन की संसद ने बुधवार को एक नए कानून को मंजूरी दे दी। इस कानून के तहत अब स्वीडन में कानूनी तौर पर लिंग परिवर्तन कराने की उम्र 18 साल से घटाकर 16 साल कर दी गई है। हालांकि 18 साल से कम उम्र के युवाओं को लिंग परिवर्तन प्रक्रिया शुरू कराने से पहले अपने परिजनों, डॉक्टर और नेशनल बोर्ड ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर की मंजूरी लेनी होगी।

दक्षिणपंथी पार्टियों ने किया विरोध
बुधवार को स्वीडन की संसद में इस कानून पर मतदान हुआ, जिसमें 234 सांसदों ने कानून के पक्ष में मतदान किया। वहीं 94 सांसदों ने इसका विरोध किया और 21 सांसद मतदान से अनुपस्थित रहे। स्वीडन की सरकार के उदारवादी नेता और पार्टियां इस कानून का समर्थन कर रही हैं। वहीं कुछ ईसाई डेमोक्रेट्स इसका विरोध कर रहे हैं। स्वीडन की दक्षिणपंथी पार्टी मानी जाने वाली स्वीडन डेमोक्रेट्स ने भी कानून का विरोध किया। ये पार्टी सरकार को समर्थन दे रही है, लेकिन सरकार का हिस्सा नहीं है।

धोनी को देखने के लिए बेताब नजर आए फैंस, एयरपोर्ट पर लगी भीड़, लखनऊ पहुंची चेन्नई की टीम

19 अप्रैल को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम के साथ होने वाले मुकाबले के लिए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम लखनऊ पहुंच गई है। लखनऊ एयरपोर्ट पर टीम का भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की एक झलक पाने के लिए एयरपोर्ट पर भीड़ लग गई।

धोनी चेन्नई टीम के साथ एयरपोर्ट से बाहर निकले और टीम बस में बैठकर होटल के लिए रवाना हो गए। इस दौरान लोगों ने माही-माही के नारे लगाए। धोनी 42 वर्ष के हो गए हैं लेकिन अभी भी टीम की जीत हार में अहम भूमिका निभा रहे हैं। मुंबई के खिलाफ मुकाबले में उन्होंने हार्दिक पांड्या को तीन लगातार छक्के मारे और अपनी टीम को मैच जिता दिया। उनका स्टारडम अभी भी कायम है और फैंस का उनके प्रति प्यार को देखकर लगता ही नहीं है कि वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।

चेन्नई की टीम का स्वागत करने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में प्रशंसक मौजूद थे। चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम छह में से चार मुकाबले जीत चुकी है। चेन्नई की टीम से न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफेन फ्लेमिंग और माइक हसी जैसे खिलाड़ी जुड़े हुए हैं।
प्रशंसकों के उत्साह को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। उधर, लखनऊ की टीम अच्छी शुरुआत के बाद लगातार दो मुकाबले हार चुकी है। अगर टीम अपने घर में भी हार जाती है तो आगे के मुकाबलों के लिए केएल राहुल एंड कंपनी के मनोबल पर असर पड़ सकता है।

अयोध्या के भव्य राम मंदिर में हुआ रामलला का सूर्य तिलक, अद्भुत क्षण के साक्षी बने करोड़ों रामभक्त

500 वर्षों तक चले संघर्ष के बाद निर्मित भव्य महल में मना रामलला का पहला जन्मोत्सव अद्भुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय रहा। रत्न जड़ित पीतांबरी यानी पीला वस्त्र व सोने का मुकुट धारण कर रामलला ने भक्तों को दर्शन दिए। अध्यात्म व विज्ञान का अद्भुत संगम भी उस समय नजर आया, जब सूर्य की किरणों ने पांच मिनट तक सूर्यवंश के सूर्य का ”सूर्य तिलक” किया। इस अद्भुत क्षण को हर कोई अपनी आंखों में बसाने को लालायित नजर आया। वहीं, कार्यक्रम का प्रसारण न्यूज चैनलों के माध्यम से किया गया, जिससे घर बैठे करोड़ों लोग इस अद्भुत क्षण के साक्षी बने।

भजन-कीर्तन, स्तुति-वंदना के बीच सबकी निगाहें घड़ी की सुइयों पर थीं। जैसे-जैसे घड़ी की सुइयां 12 की ओर बढ़ रही थीं, आतुरता भी बढ़ती रही। बालक राम सहित उत्सव मूर्ति की मनमोहक छवि के दर्शनकर भक्त मंत्रमुग्ध होते रहे। …नवमी तिथि मधुमास पुनीता, सुकुलपछ अभिजित हरिप्रीता। मध्य दिवस अति सीत न धामा, पावन काल लोक विश्रामा। स्तुति तक पहुंचते-पहुंचते पूरे 12 बज चुके थे।

मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने मंदिर के कपाट खोले तो घंटा घड़ियाल बजने के साथ ही भक्तों ने भए प्रकट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी… का भजन गायन शुरू कर दिया। जैसे ही जन्मोत्सव का कर्मकांड हुआ पूरा परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। भक्त उत्साह की सीमाओं का उल्लंघन करने से भी नहीं चूके। मंदिर परिसर में मौजूद हर शख्स भावविभोर दिखा। संत एमबीदास व अन्य कलाकारों ने बधाइयां गाईं तो भक्त झूमने-नाचने लगे।

पुजारी प्रेमचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सुबह 3:30 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे। रामलला का श्रृंगार, राग-भोग, आरती व दर्शन साथ-साथ चलता रहा। सुबह से ही मंदिर में अनुष्ठानों का दौर शुरू हो गया था। चारों वेदों का पाठ, वाल्मीकि रामायण का पाठ सहित अन्य अनुष्ठान हुए। रामलला के सूर्य तिलक के समय श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास, सीबीआरआई रुड़की के निदेशक प्रो़ प्रदीप कुमार सहित अन्य विज्ञानी व साधु-संत मौजूद रहे।

अखिलेश-डिंपल दोनों ने उपचुनाव से शुरू की सियासी पारी, पति-पत्नी के नाम है अनोखा रिकॉर्ड

कन्नौज:अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव की गवाह रही इत्रनगरी दो बार उपचुनाव की प्रक्रिया से भी गुजरी है। दोनों ही उपचुनाव सपा सांसदों के इस्तीफे के बाद हुए। खास बात यह रही कि दोनों ही बार सपा के ही सांसद निर्वाचित हुए। पहली बार हुए उपचुनाव में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव यहां से पहली बार सांसद बने। दूसरी बार हुए उपचुनाव में पत्नी डिंपल यादव यहां से निर्विरोध सांसद निर्वाचित हुईं।

कन्नौज संसदीय सीट पर हुए 16 चुनावों के दौरान सात बार समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है। वर्ष 1998-2014 के बीच हुए सभी चुनाव में सपा को लगातार कामयाबी मिलती रही है। वर्ष 2019 में भाजपा की जीत के बाद यह सिलसिला टूटा। पहली बार उपचुनाव वर्ष 2000 में तब हुआ, जब 1999 में यहां से सांसद बने मुलायम सिंह यादव ने इस्तीफा दिया था। तब मुलायम सिंह यादव कन्नौज के साथ ही संभल से भी लड़े थे। दोनों जगह जीत मिलने पर उन्होंने कन्नौज सीट से इस्तीफा दे दिया था।

उनके इस्तीफा से खाली हुई सीट पर अखिलेश यादव पहली बार सियासत के मैदान में आए। जनता के दरबार में हाजिरी लगाकर वह दिल्ली तक पहुंचने में कामयाब भी हुए। उसके बाद वह लगातार तीन बार सांसद बने। वर्ष 2009 में वह तीसरी बार सांसद बने। उसके तीन साल बाद वर्ष 2012 में सूबे की सपा की सरकार बनी तो अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने। ऐसी सूरत में उन्हें इस सीट से इस्तीफा देना पड़ा। उनकी खाली हुई सीट पर पत्नी डिंपल यादव यहां से उम्मीदवार बनीं। उस चुनाव में वह निर्विरोध सांसद निर्वाचित हुईं। यह इस सीट पर एक रिकॉर्ड है।

चार बार लोकसभा चुनाव लड़े अखिलेश, हर बार जीते
अखिलेश यादव अब तक चार बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। कन्नौज में उन्होंने वर्ष 2000, 2004 और 2009 में ताल ठोकी और कामयाब भी हुए। वर्ष 2012 से 2017 तक सूबे का मुख्यमंत्री रहने के दौरान वह लोकसभा चुनाव से दूर रहे। 2019 में उन्होंने आजमगढ़ संसदीय सीट से किस्मत आजमाई और वहां भी जीत हासिल की।

तीन सीट से चुनाव लड़ीं डिंपल, हर बार उपचुनाव से इंट्री
इस समय मैनपुरी की सांसद डिंपल यादव अब तक तीन बार चुनाव जीत चुकी हैं। एक खास बात यह है कि उन्होंने तीन सीट से किस्मत आजमाई है। तीनों ही बार नई सीट पर उनकी इंट्री उपचुनाव से हुई है। पहली बार फिरोजाबाद, उसके बाद कन्नौज और अब मैनपुरी से मैदान में हैं।

CM ममता बनर्जी ने दी रामनवमी की शुभकामनाएं, भाजपा नेता बोलीं- सीएम हिंदू विरोधी हैं

आज रामनवमी है। पूरे देश में आज धूमधाम से रामनवमी मनाई जा रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को रामनवमी की शुभकामनाएं दी हैं। एक्स पर ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि रामनवमी के शुभ अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएं। मैं आप सभी से अपील करती हूं कि शांति, समृद्धि बनाए रखें। वहीं, बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कलकत्ता के दही घाट स्थित हनुमान मंदिर में पूजा-पाठ की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज वह दिन है, जब हम सभी भगवान से आशीर्वाद मांगते हैं। हम आशा करते हैं कि समाज में शांति और सद्भाव रहे।

भाजपा नेता ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल का कहना है कि पुलिस रामनवमी अखाड़ा जुलूस पर अधिक दबाव डाल रही है। डीजे बजाने पर रोक लगाया जा रहा है। निश्चित समय निर्धारित किया गया है। चार से अधिक गाड़ियों के जुलूस में शामिल होने पर मनाही है। मुहर्रम के समय तो कोई नियम नहीं लगाए गए तो रामनवमी और दुर्गा पूजा के दौरान ऐसे नियम क्यों लगाए गए। हम इसके बर्दाश्त नहीं करेंगे। पॉल ने कहा कि सीएम बनर्जी का कहना है कि वह हिंदू हैं पर असली में वे हिंदू विरोधी हैं।

हावड़ा में रामनवमी का जुलूस निकालने की अनुमति
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को हावड़ा शहर में रामनवमी पर जुलूस निकालने की अनुमति दी। अदालत ने यह अनुमति कई शर्तों के साथ दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, याचिकाकर्ताओं ने शिबपुर आईआईईएसटी के पास से हुगली नदी के तट पर स्थित रामकृष्णपुर फेरी घाट तक शोभायात्रा निकालने की अनुमति देने का अनुरोध किया था। न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता ने विश्व हिंदू परिषद को जुलूस की अनुमति देते हुए कहा था कि कोई भी उत्तेजक नारे नहीं लगाए जाएंगे। रास्ते में बिना रुके ही आगे बढ़ना होगा। अदालत ने आदेश दिया कि जुलूस में अधिकतम 200 प्रतिभागी ही शामिल हो सकते हैं। पांच स्वयंसेवक सुनिश्चित करेंगे कि 200 की संख्या का उल्लंघन न हो।

सर्वोच्च बलिदान देने वाले अफसर की पत्नी को वित्तीय लाभ देने के लिए तैयार सरकार, विशेष मामला माना

नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को बंबई उच्च न्यायालय को बताया कि उसने जम्मू कश्मीर में चार साल पहले ड्यूटी के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले सेना के एक मेजर के परिवार को वित्तीय लाभ देने का फैसला किया है। मेजर अनुज सूद की विधवा आकृति सूद ने 2019 और 2020 के दो सरकारी प्रस्तावों के तहत पूर्व सैनिकों के लिए लाभ (मौद्रिक) की मांग करते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था। मेजर सूद ने 2 मई, 2020 को अपनी जान गंवा दी थी, वे आतंकवादी ठिकानों से बंधक बनाए गए नागरिक को बचा रहे थे। उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।

राज्य सरकार ने पूर्व में कहा था कि सूद का परिवार लाभ और भत्ते का पात्र नहीं है क्योंकि यह प्रस्ताव केवल उन लोगों के लिए है जो महाराष्ट्र में पैदा हुए हैं या जो लगातार 15 साल या उससे अधिक समय तक महाराष्ट्र में रहे। न्यायमूर्ति गिरीश कुलकर्णी और न्यायमूर्ति फिरदोश पूनीवाला की खंडपीठ ने इससे पहले सरकार को निर्देश दिया था कि वह सूद के मामले को विशेष और असाधारण मामले के तौर पर देखे और शहीद के परिवार को वित्तीय सहायता देने पर फैसला करे। अदालत ने कहा था कि अगर सरकार ऐसा नहीं कर सकती है तो अदालत उचित आदेश पारित करेगी।

महाधिवक्ता ने सरकार के फैसले की जानकारी हाईकोर्ट को दी
महाधिवक्ता बीरेंद्र सराफ ने बुधवार को हाईकोर्ट की पीठ को बताया कि सरकार ने विशेष मामले के तौर पर सूद के परिवार को लाभ देने का फैसला किया है। सरकार ने एक करोड़ रुपये (आकृति को 60 लाख रुपये और सूद के पिता को 40 लाख रुपये) और आकृति को 9,000 रुपये मासिक भुगतान करने का फैसला किया है। पीठ ने सरकार के फैसले की सराहना की और कहा कि उन्होंने कठिन परिस्थिति का सम्मान किया है।

अदालत ने कहा, “ये वास्तविक मानवीय पीड़ा है। हमेशा एक अपवाद होता है … यह एक विशेष मामला है। अदालत ने कहा, ”हम याचिकाकर्ता के मामले को विशेष मामला मानकर लाभ प्रदान करने में मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की ओर से अपनाए गए रुख की सराहना करते हैं। पीठ ने याचिका का निपटारा करते हुए कहा कि राशि का वितरण जल्द से जल्द किया जाए।

महिला लोको पायलटों की मांग, या तो हमारे कार्यस्थल की गुणवत्ता सुधारें या हमारा विभाग बदलें

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे में महिला लोको पायलटों की स्थिति काफी दयनीय है। उन्होंने रेलवे बोर्ड से आग्रह किया है कि या तो उनके कामकाज की स्थितियों में सुधार किया जाए या फिर उन्हें किसी और विभाग में स्थानांनतरित करने की अनुमति दी जाए। दरअसल, महिला लोको पायलटों के एक समूह ने हाल ही में रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा से मुलाकात की। समूह ने रेलवे अध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानियां साझा की हैं। सभी महिला लोको पायलट ऑल इंडिया रेलवेमेन फेडरेशन की सदस्य हैं।

महिला लोको पायलटों को यह समस्याएं
ज्ञापन में महिला लोको पायलटों ने कहा कि इंजन में शौचालय नहीं हैं। इंजन में हम सैनिटिरी पैड्स भी नहीं बदल पाते हैं। रात में तकनीकि खामी को दूर करने के लिए हम इंजन से बाहर भी नहीं जा पाते। देर रात की ड्यूटी के लिए कोई पिकअप और ड्रॉप की सुविधा भी नहीं है। गौरतलब है कि वर्तमान में देश भर में 1500 से अधिक महिलाएं लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों के रूप में काम रही हैं और अकसर वे विभिन्न माध्यमों से अपने मुद्दा उठाती रहती हैं।

एक महिला लोको पायलट ने कहा कि हमें पता है कि रेलवे में बदलाव आ रहे हैं और शौचालय सुविधाओं के साथ नए इंजन आ रहे हैं लेकिन उन्हें पूरी तरह से लागू होने में काफी समय लगेगा। उन्होंने बताया कि ‘रिकॉर्ड नोट ऑफ डिस्कशन’ में कहा गया है कि इंजीनियरिंग, लोको पायलट और गार्ड श्रेणी में महिला कर्मचारियों को श्रेणी में बदलाव करने के लिए एक बार का विकल्प दिया जा सकता है। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हम मांग करते हैं कि अगर आप हमारे कार्यस्थल को सुधार नहीं कर सकते तो हमारा विभाग बदल दें।

एआईआरएफ ने मांगों का किया समर्थन
फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने भी महिला लोको पायलटों की मांगों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि रेलवे या तो सुविधाएं दे या फिर किसी दूसरे विभाग में पदस्थ करे। हम उनकी मांगों का समर्थन करते हैं। हम उनके मुद्दों को तब तक उठाते रहेंगे, जब तक उनका समाधान नहीं हो जाता।

‘आप इतने असंवेदनशील कैसे हो सकते हैं?’, कोविड मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार

मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना से जान गंवाने वाली एक नर्स के पति की 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग ठुकरा दी थी। इस पर हाईकोर्ट ने सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि आप इतने असंवेदनशील कैसे हो सकते हैं? कोर्ट ने नर्स के पति की याचिका पर सरकार से जवाब मांगा है और दो हफ्ते बाद फिर से इस मामले पर सुनवाई करेगी। हाईकोर्ट की खंडपीठ ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि ‘आप इतने असंवेदनशील कैसे हो सकते हैं? मृतका कोरोना मरीजों के इलाज में लगी थी, ऐसे में आप इसे खारिज कैसे कर सकते हैं? मामले से ज्यादा संवेदनशीलता के साथ निपटा जाना चाहिए था।’

क्या है पूरा मामला
बॉम्बे हाईकोर्ट की जस्टिस गिरीश कुलकर्णी और जस्टिस फिरदोश पूनीवाला की खंडपीठ ने सुधाकर पवार की याचिका पर सुनवाई की। याचिका में सुधाकर पवार ने नवंबर 2023 में सरकार के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें सरकार ने पवार को उसकी पत्नी की मौत पर 50 लाख रुपये का मुआवजा देने से इनकार कर दिया था। याचिका में पवार ने बताया कि उसकी पत्नी अनिता राठौड़ पवार पुणे के ससून जनरल अस्पताल में असिस्टेंट नर्स के पद पर काम करती थी। कोरोना महामारी के दौरान अनिता भी कोविड 19 वारियर्स टीम का हिस्सा थी और कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगी हुई थी। हालांकि अप्रैल 2020 में अनिता भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई।

महाराष्ट्र सरकार ने किया था 50 लाख रुपये के मुआवजे का एलान
राज्य सरकार ने मई 2020 में एक योजना पेश की थी, जिसके तहत कोरोना में सक्रिय ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को 50 लाख रुपये का पर्सनल एक्सीडेंट कवर देने का एलान किया गया। इस एक्सीडेंट कवर के तहत एक्टिव ड्यूटी जैसे सर्वे, कोरोना संक्रमितों के इलाज, ट्रैकिंग और इलाज में लगे कर्मचारियों को मौत पर उनके परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा मिलना था।

अदालत ने कहा- याचिकाकर्ता मुआवजे का हकदार
याचिकाकर्ता ने भी इस योजना के तहत अपनी पत्नी की मौत पर 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की, लेकिन राज्य सरकार ने यह कहकर नर्स के पति की मांग खारिज कर दी कि नर्स कोरोना संक्रमित होने से पहले से ही बीमार थी। हालांकि ससून अस्पताल के डीन ने जो मेडिकल रिपोर्ट दी है, उसमें नर्स को कोरोना संक्रमित होने से पहले पूरी तरह से ठीक बताया गया है। सरकार के इनकार के बाद नर्स के पति ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। अदालत ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि सरकार ने बिना सोचे-विचारे मुआवजे की मांग को खारिज कर दिया है और याचिकाकर्ता मुआवजे पाने का हकदार लगता है।