Friday , October 25 2024

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दो बाइक की आमने-सामने से आपस में टक्कर, पति-पत्नी सहित तीन घायल

अलीगढ़: आमने-सामने से दो बाइक आपस में भिड़ गईं। टक्कर से दोनों बाइक पर सवार तीन लोग घायल हो गए। घायल पति-पत्नी को छर्रा और एक अन्य घायल को इलाज के लिए कासगंज ले जाया गया। थाना गंगीरी के गांव रतरोई निवासी तारा सिंह अपनी पत्नी ज्योति देवी को 16 अप्रैल की सुबह बाइक पर बैठा कर जिला कासगंज के कस्बा ढोलना दवा दिलवाने जा रहा था। तभी थाना गंगीरी के गांव मलसई चौराहे पर बाइक सवार भूदयाल पुत्र हरिचरनसिंह निवासी कटरा मोहला अतरौली ने सामने से तारासिंह की बाइक में टक्कर मार दी।

दोनों बाइक की टक्कर से एक बाइक सवार पति तारा सिंह, उनकी पत्नी ज्योति देवी व दूसरी बाइक सवार भूदयाल घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों घायल बाइक सवारों को इलाज के लिये छर्रा के सरकारी अस्पताल भेजा। वहां से एक घायल को परिजन कासगंज ले गए।

सेहरा सजने से पहले ही उठ गई अर्थी, दो दिन बाद जानी थी बरात; इस तरह आई मौत… चीत्कार उठे घरवाले

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में सेहरा सजने से पहले हादसे ने होने वाले दूल्हे की जान ले ली। खबर से घरवाले बेहाल हो उठे। घर में चीत्कार मच गई। शादी में शामिल होने आए रिश्तेदार ढांढस तो बंधा रहे थे लेकिन खबर ऐसी थी कि उन्हें खुद को संभालना भी मुश्किल हो रहा था। दो दिन बाद बरात जानी थी।

मामला भोगांव थाना क्षेत्र के नगला विचित्र गांव की है। गांव निवासी सुरेशचंद्र ने बेटे गोविंद सिंह (22) की शादी जनपद फर्रुखाबाद के गांव बरई में तय की थी। घर में शादी की तैयारियों का माहौल था। बुधवार 17 अप्रैल को मंडप का कार्यक्रम था। वहीं 18 अप्रैल को बरात जानी थी।

ट्रैक्टर ने बाइक में मार दी टक्कर
इससे पहले सोमवार की शाम गोविंद के पास होने वाले साले का फोन आया। उसने विवाह संबंधी किसी काम के लिए संकिसा बुलाया। गोविंद बाइक लेकर संकिसा चला गया। देर शाम घर लौटते समय थाना क्षेत्र के ही जसराजपुर के पास ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। हादसे में उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

घर में मची चीख पुकार
राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की जेब से मिले कागजात के आधार पर पहचान की। परिजन को फोन कर हादसे में गोविंद की मौत होने की जानकारी दी। मौत की खबर सुनते ही शादी वाले घर में चीख पुकार मच गई। मंगलवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजन के सुपुर्द कर दिया।

पल भर के लिए छा गया सन्नाटा… फिर मची चीत्कार
नगला विचत्रि गांव निवासी गोविंद की शादी को लेकर घर का माहौल खुशनुमा था। घर में मेहमान आए हुए हैं। महिलाएं मंगल गीत गा रहीं थीं। सभी घरवाले शादी की तैयारियों में व्यस्त थे। इस बीच पुलिस के एक फोन कॉल से घर में सन्नाटा पसर गया। फोन पर गोविंद की मौत होने की खबर मिलते ही अगले ही पल चीत्कार मच गई। शादी की खुशियां पल भर में काफूर हो गईं। रोते बिलखते परिजन मोर्चरी पहुंचे।

पहली बार में नायब तहसीलदार… 2022 में आईआरएस; राजीव अग्रवाल ने अब फिर यूपीएससी में मारी बाजी

उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले राजीव अग्रवाल ने एक बार फिर यूपीएससी में अपना परचम लहराया है। उन्होंने यूपीएससी 2023 की परीक्षा में 103वीं रैंक हासिल की है। इससे पहले वह 2022 की परीक्षा पास करके आईआरएस बने थे। 2023 में उन्होंने बतौर आईआरएस जॉइन किया। वह अभी अंडर ट्रेनी आईआरएस हैं।

बताते चतलें कि राजीव अपने सबसे पहले प्रयास में परीक्षा पास करके नायब तहसीलदार बन गए थे। वह 2019 से 2023 तक मैनपुरी में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात रहे। इसके बाद उन्होंने अपनी यूपीएससी की तैयारी जारी रखी। 2022 में चौथे प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल की। उन्हें आईआरएस मिला।

वर्तमान में वह बतौर आईआरएस अंडर ट्रेनी हैं। वह नागपुर में प्रशिक्षण ले रहे हैं। अब भी उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी। मंगलवार को 2023 की यूपीएससी परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। इसमें राजीव ने 103वीं रैंक हासिल की है। इससे उनके घर में खुशी की माहौल है। बताते चलें कि राजीव की पत्नी अदिति सिंह आरबीएस कॉलेज में गणित विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।

कांग्रेस, बसपा और सपा के वरिष्ठ नेताओं ने लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के समक्ष मंगलवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर सपा, बसपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। सदस्यता ग्रहण करने वालो में बसपा से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा वर्मा (अम्बेडकरनगर), बसपा के जोनल को-आर्डिनेटर विजय कुमार (कुशीनगर), बसपा के जोनल को-आर्डिनेटर व जिला पंचायत सदस्य कमलेश साहू (बांदा), बसपा से जिला पंचायत सदस्य नीरज प्रजापति (बांदा), जिला पंचायत सदस्य आदित्य यादव (आजमगढ़), नगर पंचायत अध्यक्ष सीमा सिंह (प्रतापगढ़), नगर पंचायत अध्यक्ष संजय सोनी (प्रतापगढ़), सपा से पूर्व प्रदेश महासचिव दया शंकर सिंह यादव (गाजीपुर), सपा से पूर्व प्रदेश सचिव मनोज सिंह पटेल (मीरजापुर), बसपा से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी अनीता द्विवेदी (उन्नाव), बसपा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शीतल कुशवाहा (जालौन), सपा से ब्लॉक प्रमुख मीरा यादव (उन्नाव), बसपा से पार्षद अमित चौधरी (लखनऊ), सपा से पूर्व ब्लॉक प्रमुख धीरेन्द्र यादव (उन्नाव), बसपा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी अशोक कुमार तिवारी (सिद्धार्थनगर), बसपा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी डा. सरोज पाण्डेय (आजमगढ), बसपा के विधानसभा प्रत्याशी घनश्याम पाण्डेय (प्रयागराज), बसपा से जिला पंचायत सदस्य ब्रिजकुमारी पाण्डेय (प्रयागराज), बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सूर्य प्रताप सिंह (फिरोजाबाद), केन्द्रीय ब्राहम्ण महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, लहुबीर व्यापार मंडल के संगठन मंत्री संजय मिश्रा (वाराणसी), सपा सिन्धी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अंशवानी (कानपुर), सपा लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक संजय यादव (हमीरपुर), काग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव दीपक सिंह (बाराबंकी), ब्राह्यण युवजनसभा के प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु पाण्डेय (आजमगढ) तथा कांग्रेस के पूर्व पार्षद आशीष सिंह सुजल (लखनऊ) ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष कान्ताकर्दम, प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य उपस्थित रहे। मंच का संचालन प्रदेश मीडिया सहप्रभारी हिमांशु दुबे ने किया।

ब्रजेश पाठक ने भाजपा परिवार में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण की योजनाओं से जन-जन का विश्वास भाजपा के प्रति मजबूत हुआ है। भाजपा के संकल्प पत्र में युवा, नारी, गरीब तथा किसान की आर्थिक व सामाजिक समृद्धि के लिए मोदी जी की गारंटी है। प्रत्येक सेक्टर को मजबूती देने की गारंटी है। भाजपा सरकार में सबका सम्मान, सबको सुरक्षा की गारंटी है। उन्होंने कहा कि सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के संकल्प के साथ जुड़िए तथा अपने-अपने क्षेत्रों व बूथों पर जाकर भाजपा को मजबूत करने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कीजिए। पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सभी 80 सीटें जीतकर पीएम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार मजबूत सरकार बनाने में सहभागी बनें।

खेत बंटवारे को लेकर हुई मारपीट, चार युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

खेत बंटवारे को लेकर मारपीट हो गई। मारपीट में घायल हुए पति-पत्नी को हाथरस भेजा गया। पुलिस ने मारपीट के मामले में चार युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। 15 अप्रैल रात को सहपऊ कोतवाली पुलिस ने गांव थरौरा निवासी मुकेश कुमार की शिकायत पर उसके दो भाई एवं दो भतीजों के विरूद्ध मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की है। शिकायत में उसने कहा है कि वह शाम साढ़े पांच बजे खेत पर काम कर रहा था । उसी समय उसके भाई रामकरन-श्यामकरन और रामकरन के पुत्र देवेन्द्र और मनोज में खेत के बंटवारे को लेकर गाली-गलौज होने लगा।

उनकी गालियां सुनकर उसकी पत्नी एवं पुत्री भी खेत पर आ गई । उनको आते ही चारों लाठी डंडा लेकर मारपीट करने लगे । मारपीट में उसकी बाजू टूट गई, पत्नी का सिर फट गया और पुत्री को भी चोट आई। पुलिस ने घायलों का सीएचसी में उपचार कराया । जहां से पति-पत्नी को हाथरस रेफर कर दिया गया । पुलिस ने मारपीट करने वाले चार युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

UP की 2 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान, कैसरगंज सीट पर नहीं खोले पत्ते, बृजभूषण पर फंसा पेच

नोएडा:  भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर उम्मीदावरों की 12वीं सूची जारी की है। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश की दो सीटों पर भी प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। लेकिन कैसरगंज सीट पर अभी प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं हुआ है। सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर अभी भी पेच फंसा है।

यूपी की सिर्फ दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, देवरिया से शशांक मणि त्रिपाठी और फिरोजाबाद सीट से ठाकुर विश्वदीप सिंह चुनाव मैदान में होंगे। यूपी में मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कैसरगंज सीट पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।

देवरिया में सांसद रमापति त्रिपाठी का टिकट कटा, शशांक मणि प्रत्याशी घोषित
लंबे समय से देवरिया सीट पर भाजपा के टिकट को लेकर चल रही अटकलों पर मंगलवार को विराम लग गया। भाजपा ने देवरिया से वर्तमान सांसद रमापति त्रिपाठी का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पूर्व सांसद एवं सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया गया है। शशांक मणि सामाजिक कार्यकर्ता हैं और दस वर्ष से भाजपा की राजनीति से जुड़े हुए हैं।

वर्ष 2019 लोकसभा और 2022 विधानसभा चुनाव में भी टिकट की दावेदारी की थी, अब पार्टी ने उन्हें श्रीप्रकाश मणि की राजनीतिक विरासत को संभालने का मौका दिया है। श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी देवरिया से 1996 और 1999 में भाजपा से सांसद रहे हैं। फिरोजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद चंद्र सेन जादौन का भी पत्ता काट दिया है। जादौन की जगह क्षत्रीय चेहरे ठाकुर विश्वदीप सिंह पर भाजपा ने दांव लगाया है। यूपी की जिन 75 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ रही है, उनमें से सिर्फ रायबरेली और कैसरगंज सीट पर ही प्रत्याशी का एलान नहीं हुआ है। रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवार के एलान के बाद भाजपा प्रत्याशी उतारेगी। कैसरगंज सीट से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह भाजपा की गले की हड्डी बने हुए हैं।

‘कोविड से मौत के मामले में मुआवजा कोई इनाम नहीं’, जानिए बॉम्बे हाईकोर्ट ने क्यों कही ये बात

मुंबई:  बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा है कि कोरोना से मौत के मामलों में मुआवजा कोई इनाम नहीं है। हाईकोर्ट ने यह टिप्पणी करते हुए एक विधवा महिला की याचिका खारिज कर दी। दरअसल महिला के पति की कोरोना महामारी के दौरान मौत हो गई थी। महिला का पति हैंडपंप हेल्पर था और महिला अपने पति की मौत के लिए सरकार से मुआवजा की मांग कर रही थी।

क्या है मामला
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले की निवासी कंचन हमशेट्टे ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपने पति की मौत का मुआवजा देने की मांग की थी। महिला ने याचिका में कहा कि उसके पति की मौत अप्रैल 2021 में हुई थी और वह जरूरी सेवाओं के तहत आने वाले काम को कर रहा था। महिला ने दावा किया कि उसके पति को राज्य सरकार द्वारा ही तैनात किया गया था, लेकिन कोरोना की चपेट में आकर वह संक्रमित हो गया और उसकी मौत हो गई। महिला ने हाईकोर्ट से मांग की कि अदालत राज्य सरकार को मुआवजे की उसकी मांग पर विचार करने का आदेश दे।

हाईकोर्ट ने यह कहकर खारिज की याचिका
बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने याचिका खारिज कर दी। जस्टिस रविंद्र घुगे और जस्टिस आर एम जोशी की खंड पीठ ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा 50 लाख रुपये के मुआवजे वाली महिला की याचिका खारिज करना गलत नहीं है। कोर्ट ने कहा कि इस बात में कोई बहस नहीं है कि ऐसे मामलों को संवेदनशीलता से डील किया जाना चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ ये बात भी दिमाग में रखनी चाहिए कि जो लोग हर्जाने के 50 लाख रुपये पाने के हकदार नहीं है, उन्हें ये रकम कोई इनाम के तौर पर नहीं दी जा सकती। अगर ऐसे मामले लापरवाही से डील किए गए तो अयोग्य लोगों को भी करदाताओं के पैसों में से 50 लाख रुपये का मुआवजा मिल जाएगा।

टिटाबोर में प्रियंका गांधी ने किया रोड शो, कहा- सरकार में आए तो चाय बागान श्रमिकों की बढ़ाएंगे दिहाड़ी

टिटाबोर:कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को जोरहाट लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी गौरव गोगोई के समर्थन में चुनाव का प्रचार करने के लिए असम पहुंचीं। वाड्रा ने जिले के टिटाबोर में एक घंटे के एक रोड शो कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के जीतने पर चाय बागान श्रमिकों की दिहाड़ी बढ़ाई जाएगी।

सत्तारूढ़ पार्टी संविधान को बदलना चाहती
रोड शो के दौरान कांग्रेस नेता ने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी संविधान को बदलना चाहती है और अगर ऐसा होता है तो देश के आम लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। उन्होंने कहा, ‘दो-तीन साल पहले विधानसभा चुनाव से पहले मैं असम आई थी, तब चाय बागानों का दौरा किया था। उस समय यह वादा किया था कि अगर कांग्रेस सरकार बनती है तो हम मजदूरी बढ़ाएंगे। हालांकि, आपने भाजपा को चुना और मजदूरी नहीं बढ़ाई गई।’

श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने की गारंटी
वाड्रा ने आगे कहा, ‘मैं आपको फिर बता रही हूं कि हमारे घोषणापत्र में केंद्र में सरकार बनाने पर चाय बागान श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने की गारंटी दी गई है।’ इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी अगर तीसरी बार सत्ता में आती है तो वह भारतीय संविधान को बदल देगी और अधिकारों में कटौती के बाद आम आदमी को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ेगी।

बेरोजगारी चरम पर
गोगोई का समर्थन करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब भाजपा नेता प्रचार करने आते हैं तो वे फालतू मुद्दों के बारे में बात करते हैं। हालांकि गौरव गोगोई ने हमेशा लोगों के मुद्दों को उठाया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि बेरोजगारी चरम पर है, लेकिन पीएम ने हाल के एक साक्षात्कार में केवल दो बार ही इस पर बोला। उन्होंने कहा, ‘अगर आप महंगाई को नियंत्रित करना चाहते हैं तो कांग्रेस को वोट दें। कृपया धर्म और जाति के मुद्दों पर वोट न दें। यह सबक सिखाने का समय है।’

रोड शो के दौरान यह नेता भी रहे मौजूद
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज सुबह जोरहाट हवाई अड्डे पर उतरीं और सीधे पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की विधानसभा सीट और जोरहाट लोकसभा क्षेत्र के हिस्से वाले तीताबोर पहुंचीं। इसके बाद गोगोई, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा, कांग्रेस महासचिव एवं असम के प्रभारी जितेंद्र सिंह, विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ वाड्रा ने तीताबोर चरियाली से अपना रोड शो शुरू किया।

हावड़ा में रामनवमी रैली को लेकर टीएमसी पर भड़के पीएम मोदी, बोले- हर साल की तरह इस साल भी किया विरोध

कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। बंगाल के बालुरघाट में उन्होंने मंगलवार को एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राज्य की टीएमसी सरकार की आलोचना की। पीएम मोदी ने ममता सरकार पर घुसपैठियों को सुरक्षा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता सरकार घुसपैठियों को तो सुरक्षा देती है लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रही है, जो शरणार्थियों को नागरिकता देता है। उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अपराध हैं। जब केंद्रीय एजेंसियां इन मामलों की जांच करने की कोशिश करती हैं तो उन पर हमला हो जाता है। ऐसा लगता है कि टीएमसी ने घुसपैठियों और गुंडों को राज्य पट्टे पर दे दिया है।

रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि टीएमसी को लगता है कि दलित, आदिवासी और गरीब अपनी मर्जी से हिल भी नहीं सकते हैं। लेकिन 2024 का यह चुनाव उन्हें बता देगा कि बाबासाहब अंबेडकर के लोकतंत्र में दलित, वंचित और आदिवासी टीएमसी के गुलाम नहीं हैं। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने आदिवासी समुदाय की महिलाओं को अपने घुटनों पर झुका दिया लेकिन जल्द ही टीएमसी घुटनों पर आ जाएगी। यहां के आदिवासी समाज के त्याग और बलिदान का देश पर बड़ा कर्ज है। आज भाजपा आदिवासियों और दलितों के सम्मान के लिए लड़ रही है। भाजपा ने ही देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति दी। टीएमसी जैसी पार्टी दलित, आदिवासी महिलाओं को अपना बंधक बनाकर रखना चाहती है।

टीएमसी की दुकान बंद हो जायेगी इसलिए फैला रहे झूठी खबर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बालुरघाट में आज उमड़ा यह जनसैलाब को देखकर लगता है कि इस बार जीत विकास की होगी। आज पूरा राज्य कह रहा है 4 जून को 400 पार और फिर एक बार मोदी सरकार। उन्होंने कहा कि टीएमसी को लग रहा है कि पीएम मोदी ने योजनाओं को हर गरीब के दरवाजे तक पहुंचाने की गारंटी दे दी है। टीएमसी को लगता है कि अगर जनता को मोदी की गारंटी से लाभ मिला तो राज्य की जनता का विकास हो जाएगा। टीएमसी की दुकान बंद हो जायेगी इसलिए वे झूठी खबर फैला रहे हैं लेकिन बंगाल की जनता मेरी गारंटी से वाकिफ है।

रामनवमी के जुलूस को रोकने के लिए टीएमसी रच रही साजिश: पीएम मोदी
रामनवमी और रामलला का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि रामनवमी पर रामलला अयोध्या स्थित अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं। मुझे पता है कि हर वर्ष की तरह इस साल भी ममता सरकार ने राम नवमी समारोह को रोकने की पूरी कोशिश की है। उन्होंने समारोह को रोकने के लिए कई साजिशें रची हैं। लेकिन जीत हमेशा सत्य की ही होती है। इसलिए अदालत ने रामनवमी के जुलूस के लिए अनुमति दे दी है। कल रामनवमी के अवसर पर पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ भव्य जुलूस निकाला जाएगा। मैं बंगाल के अपने सभी भाइयों और बहनों को इस अवसर पर बधाई देता हूं।

कांग्रेस ने आयरलैंड में तैनात भारत के राजदूत पर लगाया पक्षपाती होने का आरोप, पद से हटाने की मांग

कांग्रेस ने आयरलैंड में भारत के राजदूत के एक लेख पर कड़ी आपत्ति जताई है और उन पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया है। दरअसल आयरलैंड के एक अखबार में भारत के चुनाव पर एक लेख लिखा गया था, जिस पर आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने जो प्रतिक्रिया अखबार को भेजी, उस पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है और राजदूत पर पार्टी कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने राजदूत को पद से हटाने की भी मांग की है।

जयराम रमेश ने बोला हमला
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि आयरलैंड में भारत के राजदूत का आयरिश अखबार को भेजा गया लेख बेहद पक्षपाती, पूर्वाग्रहों से ग्रस्त है, जिसमें पीएम मोदी, भारतीय लोकतंत्र, कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों और हिंदू बहुमत की तारीफ की गई है। जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत सरकार का बचाव करना एक बात है

और ये राजदूतों से उम्मीद भी की जाती है, लेकिन विपक्षी पार्टियों पर खुलेआम पार्टी कार्यकर्ता की तरह हमला करना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।’ एक सोशल मीडिया पोस्ट में जयराम रमेश ने लिखा कि ‘राजदूत एक राजनयिक हैं, ऐसे में उनकी टिप्पणी और भी शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। उन्होंने सेवा नियमों का उल्लंघन किया है और उन्हें तुरंत पद से हटाया जाना चाहिए।’

राजदूत के जवाब पर हुआ हंगामा
दरअसल आयरिश अखबार में भारतीय चुनाव पर एक लेख लिखा गया था। लेख में लिखा गया था कि पीएम मोदी ने चुनाव पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। इसके जवाब में आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने अखबार को लिखित जवाब भेजा, जिसमें कहा गया कि पीएम मोदी की देश में लोकप्रियता अभूतपूर्व है। भारत का लोकतंत्र मजबूत है। वह किसी राजनीतिक परिवार से ताल्लुक नहीं रखते हैं और उनकी निजी जिंदगी करोड़ों लोगों को प्रेरित करती है।

पीएम मोदी की सरकार में गरीबों, महिलाओं और युवाओं के विकास पर फोकस किया जा रहा है। पीएम मोदी की लोकप्रियता चरम पर है और वे न सिर्फ भारत के बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रभावी नेता हैं, जो अपनी नेतृत्व क्षमता, समावेशी प्रशासन और सतत विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। लेख में लिखा गया कि वे देश में भ्रष्टाचार की व्यवस्था (जो 55 साल के शासन के दौरान बना और पहले 30 वर्षों में खास तौर पर ये शुरू हुआ) से लड़ रहे हैं और पीएम मोदी की लोकप्रियता बढ़ने की ये भी एक वजह है।

कांग्रेस ने आयरलैंड में भारत के राजदूत के एक लेख पर कड़ी आपत्ति जताई है और उन पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया है। दरअसल आयरलैंड के एक अखबार में भारत के चुनाव पर एक लेख लिखा गया था, जिस पर आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने जो प्रतिक्रिया अखबार को भेजी, उस पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है और राजदूत पर पार्टी कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने राजदूत को पद से हटाने की भी मांग की है।

जयराम रमेश ने बोला हमला
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि आयरलैंड में भारत के राजदूत का आयरिश अखबार को भेजा गया लेख बेहद पक्षपाती, पूर्वाग्रहों से ग्रस्त है, जिसमें पीएम मोदी, भारतीय लोकतंत्र, कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों और हिंदू बहुमत की तारीफ की गई है। जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत सरकार का बचाव करना एक बात है

और ये राजदूतों से उम्मीद भी की जाती है, लेकिन विपक्षी पार्टियों पर खुलेआम पार्टी कार्यकर्ता की तरह हमला करना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।’ एक सोशल मीडिया पोस्ट में जयराम रमेश ने लिखा कि ‘राजदूत एक राजनयिक हैं, ऐसे में उनकी टिप्पणी और भी शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। उन्होंने सेवा नियमों का उल्लंघन किया है और उन्हें तुरंत पद से हटाया जाना चाहिए।’

राजदूत के जवाब पर हुआ हंगामा
दरअसल आयरिश अखबार में भारतीय चुनाव पर एक लेख लिखा गया था। लेख में लिखा गया था कि पीएम मोदी ने चुनाव पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। इसके जवाब में आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने अखबार को लिखित जवाब भेजा, जिसमें कहा गया कि पीएम मोदी की देश में लोकप्रियता अभूतपूर्व है। भारत का लोकतंत्र मजबूत है। वह किसी राजनीतिक परिवार से ताल्लुक नहीं रखते हैं और उनकी निजी जिंदगी करोड़ों लोगों को प्रेरित करती है।

पीएम मोदी की सरकार में गरीबों, महिलाओं और युवाओं के विकास पर फोकस किया जा रहा है। पीएम मोदी की लोकप्रियता चरम पर है और वे न सिर्फ भारत के बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रभावी नेता हैं, जो अपनी नेतृत्व क्षमता, समावेशी प्रशासन और सतत विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। लेख में लिखा गया कि वे देश में भ्रष्टाचार की व्यवस्था (जो 55 साल के शासन के दौरान बना और पहले 30 वर्षों में खास तौर पर ये शुरू हुआ) से लड़ रहे हैं और पीएम मोदी की लोकप्रियता बढ़ने की ये भी एक वजह है।