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देश की पहली किन्नर महामंडलेश्वर वाराणसी से लड़ेंगी चुनाव, PM मोदी को लेकर कही ये बड़ी बात

देश की पहली किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी वाराणसी लोकसभा सीट से मैदान में उतरेंगी। अखिल भारत हिंदू महासभा ने हेमांगी सखी को बनारस से टिकट दिया है। वह 12 अप्रैल को बनारस पहुंचेंगी और बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेकर अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत करेंगी।

महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने कहा कि पूरे देश में किन्नर समाज की स्थिति दयनीय है। किन्नर समाज के लिए एक भी सीट आरक्षित नहीं की गई है। किन्नर समाज अपनी बात लोकसभा और विधानसभा में कैसे रखेगा? किन्नर समाज का नेतृत्व कौन करेगा? किन्नर समाज की भलाई के लिए मैंने धर्म से राजनीति की ओर रुख किया है। हेमांगी सखी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में नहीं हैं, उन्होंने भी धर्म का काम किया है। हमारा प्रयास सिर्फ इतना ही है कि हमारी बात सरकार के कानों तक पहुंचे। इसीलिए वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।

अर्द्धनारीश्वर को भूल गई सरकार
महामंडलेश्वर ने कहा कि सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया है। हम इसकी सराहना करते हैं, बेटियां जगतजननी का स्वरूप हैं लेकिन सरकार अर्द्धनारीश्वर को भूल गई। यह नारा हम भी सुनना चाहते हैं, वह दिन कब आएगा? केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडर पोर्टल जारी कर दिया लेकिन क्या किन्नरों को इसके बारे में पता है। जो सड़क पर भीख मांग रहे हैं, उनको पता ही नहीं है कि उनके लिए कोई पोर्टल भी है।उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार ने पोर्टल जारी किया तो प्रचार क्यों नहीं किया ? किन्रर बोर्ड बनाने से कुछ नहीं होता है। सरकार को किन्नर समाज के लिए सीट आरक्षित करनी पड़ेगी, तब जाकर स्थितियां बदलेंगी।

आज भाजपा सरकार ने किन्नरों के लिए अपने दरवाजे खुले रखे होते तो शायद महामंडलेश्वर हेमांगी सखी को यह कदम नहीं उठाता पड़ता। हिंदू महासभा ने किन्नरों को मुख्य धारा में लाने के लिए, अपनी बात समाज के सामने रखने के लिए मुझे प्रत्याशी घोषित किया है। यह पहल देश की हर पार्टी को करनी होगी।

‘जांच एजेंसियों ने थमाया नोटिस तो भाजपा में चले गए’, कांग्रेस से नेताओं के इस्तीफे पर बोले वेणुगोपाल

कुछ कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों से नोटिस मिलते ही कुछ नेता पार्टी छोड़ देते हैं और जाकर सत्तारूढ़ दल भाजपा में शामिल हो जाते हैं। साथ ही उन्होंने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार जैसे नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि उन पर भी कई केंद्रीय एजेंसियों का दबाव था, लेकिन उन्होंने भाजपा को हरा दिया।

शिवकुमार जैसे नेता हर कोई नहीं होते- वेणुगोपाल
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जैसे ही कुछ नेताओं को जांच एजेंसियों ने नोटिस थमाए, तो वह कांग्रेस छोड़ भाजपा के चरणों में जा गिरे। उन्होंने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि शिवकुमार को जेल भेजा गया। बिना कारण के वे तिहाड़ जले भेजा गया। साथ ही उन्हें कहा था कि अगर वह पार्टी छोड़ने के लिए तैयार है तो उन्हें रिहा कर दिया जाएगा। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। शिवकुमार ने कहा था कि कांग्रेस मेरी मां है, वह इसे कभी नहीं छोड़ेंगे। वेणुगोपाल ने कहा कि मैं शिवकुमार के लिए वास्तव में खुश हूं। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, जो अलप्पुझा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, एक चुनावी अभियान के दौरान मंच पर शिवकुमार भी उनके साथ थे।

‘जैसे ही मिलता है नोटिस, भाजपा में शामिल हो जाते हैं’
वेणुगोपाल ने आगे कहा, कुछ नेता ऐसा नहीं कह सकते हैं। जांच एजेंसियों से नोटिस मिलने पर वे आसानी से आत्मसमर्पण कर देते हैं और राजनीतिक विरोधियों के पैरों पर गिर जाते हैं। वेणुगोपाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लगातार आलोचना के लिए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की भी आलोचना की। उन्होंने दोहराया कि अगर विजयन राहुल गांधी की आलोचना करके किसी को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं तो कांग्रेस को इससे कोई दिक्कत नहीं है।

‘राहुल गांधी बेसब्र व्यक्ति हैं’, असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस नेता को लेकर क्यों कही ये बात?

असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने दावा किया है कि राहुल गांधी एक बेसब्र व्यक्ति हैं। सरमा ने ये बात राहुल गांधी की बीते दिनों असम से निकली न्याय यात्रा को लेकर कही। सीएम ने कहा कि राहुल गांधी ने बिना असम की राजनीति के बारे में जानकारी लिए बयानबाजी की। सरमा ने कहा कि असम कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी को जानकारी देने की कोशिश की होगी, लेकिन राहुल गांधी में सब्र नहीं है, जबकि किसी राज्य की संस्कृति, वहां के मुद्दों और भूगोल को समझने में काफी समय देना पड़ता है।

असम सीएम बोले- राहुल गांधी, राज्यों के बारे में जानने की कोशिश नहीं करते
असम सीएम ने कहा कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान सड़कों पर काफी हंगामा हुआ। इससे कांग्रेस पार्टी के ही कई नेता नाराज हैं। सरमा ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद बड़ी संख्या में असम कांग्रेस के नेता भाजपा में शामिल हो जाएंगे। सरमा ने कहा कि, ‘राहुल गांधी राज्य की संस्कृति के बारे में नहीं जानते हैं और वह इसके बारे में पढ़ते या सहयोगियों से चर्चा भी नहीं करते। वह बस आते हैं और लोगों को अपने बयानों से परेशान करते हैं। अगर आप किसी राज्य में जाते हैं, तो पहले हमें उस राज्य के सांस्कृतिक हस्तियों के बारे में जान लेना चाहिए। क्या बातें कहनी हैं और क्या नहीं और क्या मुद्दे राज्य के लिए संवेदनशील हैं, इसके बारे में भी जानकारी ले लेनी चाहिए।’ सरमा ने कहा कि ‘वह भी जब किसी अन्य राज्य में जाते हैं तो पहले वहां के बारे में जानकारी हासिल करते हैं ताकि कोई गलती न हो।’

‘असम जातीय आधार पर मुक्त राज्य’
सरमा ने आरोप लगाया कि ‘राहुल गांधी बिना किसी पूर्व जानकारी के आते हैं और जानबूझकर या अनजाने स्थानीय लोगों को शर्मसार करके जाते हैं।’ उदाहरण देते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि ‘राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के दौरान राज्य में जातीय जनगणना और मणिपुर हिंसा के मामले उठाए, लेकिन असम में इन दोनों मामलों में लोगों की रुचि नहीं है। असम जातीय आधार पर एक मुक्त राज्य है, जहां जातीय व्यवस्था पर लोगों का विश्वास नहीं है। उत्तर प्रदेश और बिहार में ये मुद्दा काफी अहम है, लेकिन असम में नहीं।’ असम सीएम ने कहा कि ‘जब आप असम में मणिपुर के बारे में बात करते हैं तो लोग इससे जुड़ाव महसूस नहीं करते क्योंकि असम और मणिपुर दो अलग राज्य हैं। मणिपुर का असम में और असम में मणिपुर का कोई प्रभाव नहीं है।’

एनआईए अधिकारियों पर हमले को लेकर ममता बनर्जी का एजेंसी पर निशाना, कहा- पुलिस को बिना बताए की छापेमारी

ममता बनर्जी ने बांकुरा में रैली को संबोधित करते हुए भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के दौरान एनआईए अधिकारियों पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रैली के दौरान बताया कि एनआईए स्थानीय पुलिस को बिना बताए छापेमारी करने गई थी। इससे पहले भी इस मामले को लेकर ममता ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी, एनआईए और सीबीआई, भाजपा के लिए काम कर रही हैं और बिना किसी जानकारी के छापेमारी कर रही हैं। रैली में उन्होंने इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब है जून के बाद सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डालना।

इस मामले में अबतक क्या-क्या हुआ
बीते हफ्ते एनआईए की टीम भूपतिनगर में साल 2022 में हुए बम धमाके के मामले में छापेमारी करने और दो आरोपियों (मनोब्रतो जाना और बालीचरन मैती) को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान जब एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लौट रही थी, तो स्थानीय लोगों ने एनआईए टीम पर पथराव किया। जिसमें एनआईए की गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई अधिकारी घायल हुए।

शनिवार को एनआीए की टीम 2022 में हुए भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के लिए पूर्वी मिदनापुर पहुंची। उन्होंने इस मामले में जाना की पत्नी ने एनआईए के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि एनआईए की टीम जबरन उनके घर में घुसी और उनके घर में तोड़-फोड़ की। जाना की पत्नी ने एनआईए टीम पर उसका शील भंग करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।

‘हम किसी धर्म की महिला पर जुल्म नहीं होने देंगे’, तमिलनाडु में सीएए पर ये बोले राजनाथ सिंह

तमिलनाडु में एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि तीन तलाक कानून पर रक्षा मंत्री ने कहा कि हम किसी भी धर्म को मानने वाली महिला पर अत्याचार नहीं होने देंगे। राजनाथ सिंह ने सीएए कानून को लेकर कहा कि इस कानून से किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी। डीएमके और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि डीएमके और कांग्रेस अपने-अपने परिवारों के लिए काम कर रही हैं, जबकि पीएम मोदी देश के लिए काम कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु में रोडशो भी किया।

आज तमिलनाडु में तीन केंद्रीय मंत्री करेंगे पार्टी के लिए प्रचार
राजनाथ सिंह ने कीराबुर में रोडशो किया और पार्टी के नमाक्कल सीट से उम्मीदवार केपी रामालिंगम के लिए प्रचार किया। इसके बाद राजनाथ सिंह तिरिवरुर सीट पर पार्टी के उम्मीदवार एसजीएम रमेश के लिए प्रचार करेंगे। शाम में राजनाथ सिंह तेनकाशी में भाजपा उम्मीदवार बी. जॉन पंडियन के समर्थन में रोड शो करेंगे। राजनाथ सिंह के अलावा आज तमिलनाडु में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पुरुषोत्तम रुपाला भी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।

हर दो माह में बदल जाएंगे राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसीकर्मी, जानिए क्यों लिया गया यह फैसला

अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसीकर्मियों को हर दो माह में बदला जाएगा। राम मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा शासन के निर्देश पर उप्र विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) कर रहा है। इसकी स्थापना के बाद से कोई भर्ती ही नहीं हुई है। ऐसे में पीएसी के जवानों को लेकर काम चलाया जा रहा है। हाल ही में सुरक्षा में तैनात पीएसीकर्मियों ने तीन साल तक लगातार तैनाती की वजह से टीए-डीए नहीं मिलने की समस्या उठाई थी। ऐसे में कार्यदक्षता, व्यावसायिक क्षमता प्रभावित होने और मनोबल गिरने की बात कही गई थी, जिसके बाद डीजीपी ने हर दो माह में पीएसी बल को परिवर्तित करने की मंजूरी प्रदान कर दी है।

अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा में पीएसी की 8 कंपनी यूपीएसएसएफ को दी गई हैं। मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे विशेष सुरक्षा बल एवं पीएसी के अधिकारियों और कर्मचारियों का मासिक सम्मेलन 28 फरवरी को यूपीएसएसएफ की अयोध्या स्थित छठवीं वाहिनी में हुआ था, जिसमें उठाई गई समस्याओं से पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया गया था।

इसके बाद डीजीपी ने अयोध्या में तैनात 8 कंपनियों को एक दल को दूसरे दल से प्रत्येक दो माह में परिवर्तित करने का अनुमोदन कर दिया। इसपर एडीजी यूपीएसएसएफ एलवी एंटनी देव कुमार ने आदेश दिया कि कंपनियों को परिवर्तित करने से पहले छह दिन का इंडक्शन कोर्स (कैप्सूल कोर्स) भी कराया जाएगा।

इसके अलावा सुरक्षा शाखा भी इन कर्मियों को दो दिन का प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इसके जरिये सुरक्षाकर्मियों को कंट्रोल रूम ड्यूटी, वीआईपी एवं वीवीआईपी ड्यूटी, क्यूआरटी ड्यूटी, प्रसाद वितरण, पिकेट बैरियर ड्यूटी, स्वचलित हथियारों का इस्तेमाल, सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट की जानकारी दी जाएगी।

वाराणसी, गोरखपुर सहित इन दस सीटों पर रहेगी एटीएस की नजर, नक्सली गतिविधियां निशाने पर

पूर्वांचल में अर्बन नक्सलियों की पैठ और प्रतिबंधित संठगन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े रहे लोगों के कारण लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) भी अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। वाराणसी के साथ ही चंदौली, बलिया, सोनभद्र, भदोही, प्रयागराज, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज और गोरखपुर पर एटीएस की विशेष रूप से नजर है।

इन जिलों के चिह्नित लोगों की प्रत्येक गतिविधियां एटीएस के रडार पर हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गत हफ्ते बलिया जिले के 11 और बिहार के कैमूर जिले में एक स्थान पर छापा मारा था। एनआईए के अधिकारियों के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) इस क्षेत्र में अपने संगठन को पुनर्जीवित करने के प्रयास में लगे हैं। इसी तरह से बीते वर्ष एटीएस ने अर्बन नक्सल की धरपकड़ के लिए वाराणसी के अलावा बलिया, चंदौली और सोनभद्र जिले में छापा मार कर धरपकड़ की थी।

शीर्ष खुफिया एजेंसियों के अफसरों के अनुसार लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्र विरोधी ताकतों के साथ मिल कर अर्बन नक्सल और पीएफआई जैसे प्रतिबंधित संगठन के प्रति सहानुभूति रखने वाले सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों की भावनाएं भड़काने का प्रयास कर सकते हैं। इसलिए ऐसे लोगों की रूटीन की गतिविधियों के साथ ही आभासी दुनिया की उनकी सक्रियता को लेकर भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।

पीएफआई के प्रति सहानुभूति रखने वाले वाराणसी और भदोही में
खुफिया एजेंसियों के अफसरों के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से सहानुभूति रखने वाले लोग अभी भी वाराणसी और भदोही जिले में हैं। यह चिह्नित लोग फिलहाल किसी भी प्रकार की बैठक या सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान नहीं कर रहे हैं। इसके बावजूद एहतियातन इनकी गतिविधियों की नियमित निगरानी की जा रही है।

पिंपरी चिंचवड में देह-व्यापार के रैकेट का भंडाफोड़, तीन महिलाओं को बचाया; स्पा का मालिक गिरफ्तार

पुणे पुलिस ने पिंपरी चिंचवड़ के हिंजेवाड़ी इलाके में एक स्पा पार्लर में देह-व्यापार चलाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो पुरुषों को गिरफ्तार करने के साथ तीन महिलाओं को बचाया गया है। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की मानव तस्करी विरोधी इकाई ने हिंजेवाड़ी इलाके में रविवार को ब्रीथ स्पा में अचानक छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने मसाज की आड़ में पार्लर में चर रहे देह-व्यापार का पर्दाफाश किया।

मानव तस्करी विरोधी इकाई के पुलिस इंस्पेक्टर देवेंद्र चव्हाण ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आदार पर उन्होंने स्पा पार्लर में छापेमारी की। इस दौरान तीन महिलाओं को बचाया गया और स्पा के मालिक समेत दो पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम की धारा तीन एवं सात और भारतीय दंड संहिता की धारा 370(3) एवं 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुणे से लापता इंजीनियरिंग छात्रा का शव अहमदनगर में मिला
पुणे से 30 मार्च को लापता हुई इंजीनियरिंग छात्रा की अहमदनगर जिले में हत्या कर दी गई। एक अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों ने मिलकर लड़की का अपहरण किया था, जिसमें उसका एक कॉलेज दोस्त भी शामिल है। फिरौती के लिए लड़की का अपहरण किया गया था, लेकिन बाद में उसकी हत्या कर दी गई।

लड़की का शव रविवार को अहमदनगर से बरामद किया गया। पुलिस ने बताया कि तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारी ने कहा, “वागहोली इलाके में एक कॉलेज से लड़की इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। 29 मार्च को उसके एक दोस्त और दो अन्य लोगों ने उससे मुलाकात की और उसे उसके हॉस्टल तक छोड़ा। 30 मार्च को उन्होंने लड़की को अहमदनगर ले गए। अपहरणकर्ताओं ने लड़की के घरवालों से नौ लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। इसके बाद उन्होंने लड़की का गला घोंट दिया और उसके शव को अहमदनगर के बाहर दफना दिया। उन लोगों ने लड़की के फोन से सिम कार्ट भी निकालकर फेंक दिया था।”

जब लड़की के घरवाले उससे संपर्क नहीं कर पाए, तब वे पूछताछ के लिए कॉलेज और हॉस्टल पहुंचे, लेकिन यहां भी उन्हें उनकी बेटी नहीं मिली। बाद में उन्होंने पुलिस में लड़की के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। बाद में आरोपी लड़की के परिवार को नौ लाख रुपये की फिरौती के लिए एक मैसेज भेजा। परिवार ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। तीनों को गिरफ्तार करने के बाद आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार किया।

बेल्लारी में छापेमारी; 5.60 करोड़ नकदी के साथ तीन किलो सोना, 100 Kg से ज्यादा के चांदी के आभूषण जब्त

लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के बेल्लारी शहर में पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने 5.60 करोड़ रुपये नकद, तीन किलो सोना, 100 किलो से ज्यादा चांदी के आभूषण और 68 चांदी के बिस्किट जब्त किए। इसकी कुल कीमत 7.60 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार, आभूषण की दुकान के मालिक नरेश के घर से भारी मात्रा में नकद और आभूषण बरामद किए गए हैं। पूछताछ के लिए उसे पुलिस हिरासत में लिया गया है। पुलिस को इस मामले में हवाला लिंक का संदेह है। कर्नाटक पुलिस एक्ट की धारा 98 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की पूछताछ के लिए मामले को आयकर विभाग के पास भेजा जाएगा। एक अन्य छापेमारी में 1200 जिलेटिन स्टिक, तार के सात बक्से और छह डिटोनेटर बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

बंगलूरू में भाजपा विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज
कर्नाटक में भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के खिलाफ बंगलूरू के संजय नागर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज किया गया है। उनपर काग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव और उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। रविवार को कांग्रेस नेता की पत्नी ने भाजपा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

नवरात्रि पूजा के नौ दिन अर्पित करें अलग-अलग भोग, नवदुर्गा के हैं प्रिय

चैत्र नवरात्रि का आरंभ 9 अप्रैल से हो रहा है। नौ दिवसीय इस पर्व में मां दुर्गा के नवस्वरूपों की पूजा की जाती है। वहीं इस मौके पर भक्त उपवास करते हैं और सात्विक जीवन जीते हैं। नवरात्रि के हर दिन मां के नौ रूप, मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, मां कूष्मांडा, मां स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, माता सिद्धिदात्री की उपासना होती है। माता दुर्गा के अलग अलग स्वरूपों की पूजा की विधि और भोग भी भिन्न-भिन्न ही होते हैं।

नवरात्रि पूजा में प्रतिदिन मां के सभी स्वरूपों को प्रिय अलग अलग भोग अर्पित करना चाहिए। इसमें नारियल, गाय का घी, गुड, मालपुए, खीर, हलवा चना और पूड़ी का भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है, साथ ही प्रसाद स्वरूप सभी को वितरित करना चाहिए। इस लेख में जान लीजिए कि नवरात्रि में किस दिन कौन सा भोग लगाएं और मां के किस स्वरूप को भोग में क्या पसंद है।

नवरात्रि पहला दिन

इस दिन घटस्थापना होती है और मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाती है। माता शैलपुत्री हिमालय की पुत्री है, इसलिए उन्हें सफेद रंग प्रिय है। साथ ही उन्हें गाय के घी से तैयार भोग लगाना शुभ माना जाता है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के बाद भोग में गाय के घी से बना हलवा, रबड़ी या मावा के लड्डू का भोग लगा सकते हैं।

नवरात्रि दूसरा दिन

चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। इस दिन शक्कर और पंचामृत का भोग मां के समक्ष अर्पित कर सकते हैं। इसे उनका प्रिय भोग माना जाता है।

नवरात्रि तीसरा दिन

मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की नवरात्रि के तीसरे दिन पूजा की जाती है। माता चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाइयां, खीर आदि का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस प्रसाद से मां चंद्रघंटा अधिक प्रसन्न होती हैं।

नवरात्रि चौथा दिन

नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। माता कूष्मांडा को मालपुए का भोग लगा सकते हैं। मालपुए का भोग माता को पसंद आएगा और प्रसाद स्वरूप सभी में वितरित करें।

नवरात्र में पांचवां दिन

पांचवें दिन दुर्गा मां के पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां स्कंदमाता को केले का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि माता को केले का भोग लगाने से सभी शारीरिक रोगों से मुक्ति मिलती है।

नवरात्रि में छठा दिन

नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। माता कात्यायनी को भोग में लौकी, मीठे पान या शहद चढ़ाया जा सकता है।

नवरात्रि में सातवां दिन

माता कालरात्रि की पूजा नवरात्रि के सातवें दिन की जाती है। मां कालरात्रि शत्रुओं का नाश करने वाली होती हैं। मां कालरात्रि को गुड से निर्मित भोग लगाना चाहिए।