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हाथरस में मतदान 7 मई को, पीठासीन-मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण 8 अप्रैल से

लोकसभा निर्वाचन को लेकर हाथरस जिले में तीसरे चरण के अंतर्गत 7 मई को होने वाले मतदान को लेकर प्रथम चरण में कार्मिकों का 8 अप्रैल से प्रशिक्षण शुरू होगा। इस प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी प्रथम को दो-दो पालियों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी का दो दिवसीय प्रशिक्षण सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज में दिया जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से प्रशिक्षण को लेकर खाका खींच लिया गया है। यह प्रशिक्षण 20 कमरों में दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए प्रोजेक्टर, ईवीएम मशीन को रिजर्व कर दिया गया है। प्रशिक्षण के लिए 60 मास्टरट्रेनरों को लगा दिया गया है। इस प्रशिक्षण में पीठासीन व मतदान अधिकारी प्रथम प्रशिक्षण लेंगे।

इस दौरान आयोग के निर्देशों से 3222 कार्मिकों को अवगत कराया जाएगा। प्रथम पाली सुबह 9.30 बजे से 1 बजे तक व दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक तक चलेगी। कार्मिकों की उपस्थिति आदि के लिए कार्मिकों की तैनाती कर दी गई है। रविवार को प्रशिक्षण को लेकर सहायक प्रभारी कार्मिक व अन्य अधिकारियों ने प्रशिक्षण स्थल का मुआयना किया। संबंधित कार्मिकों को निर्देश जारी किए।

हाथरस लोकसभा का चुनाव कार्यक्रम
अधिसूचना                                     12 अप्रैल
नामांकन की आखिरी तारीख          19 अप्रैल
नामांकन पत्रों की जांच                     20 अप्रैल
नाम वापसी की आखिरी तारीख      22 अप्रैल
मतदान                                           7 मई
मतगणना                                        4 जून

वृद्धा के अंतिम संस्कार में आए तीन युवक गंगा में डूबे, दो को गोताखोरों ने बमुश्किल बचाया, एक की मौत

सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव कुंदरकी भूड़ निवासी 70 वर्षीय रामवती का अंतिम संस्कार करने आए तीन युवक गंगा में डूब गए। दो युवक आस पास के तैराकों और दुकानदारों ने बमुश्किल बचा लिए। 25 वर्षीय विकुल को नहीं बचाया जा सका। उसकी डूब कर मौत हो गई। पौने चार बजे उसका शव बरामद किया गया।

उसे सीएचसी ले जाया गया। जहां पर मृत घोषित कर दिया गया। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। रामवती का बीमारी के चलते रविवार की सुबह निधन हो जाने पर दोपहर परिजन अंतिम संस्कार के लिए तिगरी में लेकर आए। रिश्तेदारों, संबंधियों के साथ ही गांव के ही विकुल रावत, अशेष और संभल के ऐचोड़ा कंबोह थाना क्षेत्र के रजहा निवासी ब्रजेश भी अंतिम संस्कार कराने आए थे। रामवती ब्रजेश की मौसी हैं। करीब दो बजे यहां गंगा तट पर चिता में आग लगाने के बाद सभी लोग गंगा में नहाने लगे।

इस बीच विकुल, अशेष और ब्रजेश गहरे जल में समा गए। उनको डूबता देख बाकी लोगों ने शोर मचा दिया। जिस पर आस पास के दुकानदार, गोताखोर व तैराक गंगा में कूद पड़े। खासी मशक्कत के बाद ब्रजेश जाटव व अशेष को बचा लिया गया, लेकिन 25 वर्षीय विकुल को नहीं बचाया जा सका।

वह लोगों की आंखों के सामने ही जल में ओझल हो गया। जिसे तलाश करने के लिए गांव के तैराक, गोताखोरों व नाविकों को लगाया गया। कुशल नाविक व गोताखोर गंगा जल में विकुल को तलाश करने में जुट गए। सूचना पाकर एसडीएम चंद्रकांता मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने नाविकों और तैराकों को गहरे जल में खोजने के निर्देश दिए। करीब पौने चार बजे विकुल का शव बरामद हुआ। उसे सीएचसी भेजा गया। जहां पर देखते ही मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया।

रामलला के दर्शन करने पहुंचे अयोध्या के राज्यपाल कलराज मिश्र , कहा- राम की कृपा से बना भव्य मंदिर

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र परिवार समेत रविवार को अयोध्या पहुँचे। महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। सर्किट हाउस में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल कलराज मिश्रा ने कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचा हूं।

स्वाभाविक है कि जिस मंदिर के निर्माण के लिए कोटि-कोटि लोग लगे रहे, आंदोलनरत रहे, हम सब लोग भी आंदोलन में सहभागी थे। जब मंदिर बन गया तो मन को इतनी प्रसन्नता हुई है कि इसको प्रकट नहीं किया जा सकत। अयोध्या पहुंचकर मैं अपने को धन्य महसूस कर रहा हूं। यह कभी कल्पना नहीं की थी कि हम लोगों के काल में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा लेकिन भगवान राम की कृपा से भगवत कृपा से भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है।

संत महात्माओं के सामूहिक प्रयास से भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। अयोध्या में बहुत परिवर्तन हो चुका है। मैं अयोध्या पहुंचकर देख रहा हूं। क्या मैं उस अयोध्या में पहुंचा हूं जहां मैं बार-बार आता था या किसी और नगरी में पहुंच गया हूं। अयोध्या में जबरदस्त विकास हुआ है। महर्षि बाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भव्य बना है, इसने अयोध्या का स्वरूप ही बदल दिया है। यहां आने के पश्चात एक अद्भुत प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। यहां के विकास को देखकर लगा कि विश्व भर के लोग आकर रामलला का दर्शन करें।

मंझे राजनेता की तरह चुनाव प्रचार में उतरे आकाश आनंद, सर्वसमाज को साधा

नगीना में हिंदू इंटर कॉलेज में बसपा के लोस प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह की ओर से चुनावी जनसभा में बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने मुस्लिमों को रिझाते हुए सर्वसमाज को साधा। इस चुनाव में प्रदेश में पहली बार जनसभा को संबोधित करते हुए आकाश आनंद ने कहा कि मुस्लिम भाइयों, बहनों और माताओं को मेरा सलाम बाकी सभी को नमस्कार।

सर्वसमाज के हिताें की चर्चा करते हुए लगभग 35 मिनट के संबोधन में आकाश आनंद ने भाजपा, सपा की नीतियों की जमकर खिंचाई की। आकाश आनंद ने कहा कि भाजपा और सपा मुस्लिमों को डराकर वोट लेती है, जबकि बसपा सर्वसमाज हितों के साथ दलित व मुस्लिमों को मिलाकर वोट मांगती है। मंझे हुए नेता के रूप में आकाश आनंद ने कहा कि विपक्षी दल यह कहकर भ्रम फैला रहे हैं कि हाथी के बोझ से किताब दब चुकी है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब की किताब और सोच कभी दब नहीं सकती।

चंद्रशेखर पर मंच से जमकर बरसे आकाश
बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने नाम लिए बिना आसपा के लोस प्रत्याशी पर जमकर कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि पार्टी को गठबंधन में स्थान नहीं मिला तो सपा से एक मात्र सीट मांग ली, उस पर भी बात नहीं बनी तो पार्टी प्रत्याशी के रूप में स्वयं कूद पड़े।

आकाश आनंद ने आसपा प्रमुख चंद्रशेखर पर बिना नाम लिए कटाक्ष करते हुए कहा कि ये खुद को मसीहा बताता है, आंदोलन करता है, युवाओं पर मुकदमे कराता है और फिर निकल लेता है। जिन युवाओं पर मुकदमे होंगे, उन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। उनका भविष्य खराब हो जाएगा।

बसपा सुप्रीमो का पढ़ा संदेश
आकाश आनंद ने संबोधन के अंत में बसपा सुप्रीमो मायावती का संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमो ने मतदाताओं से अपील की है कि संविधान कीमती है, इसकी रक्षा के लिए जागरूक रहें। खरीद-फरोख्त, धर्म-जाति में बांटने वाली स्वार्थी राजनीति के प्रति जागरूक रहें। अपनी ताकत और वोट की कीमत समझें और बाबा साहब के सपनों को साकार बनाएं।

मुख्तार को श्रद्धांजलि देने गाजीपुर पहुंचे अखिलेश यादव, यूपी सरकार पर लगाए कई आरोप, कही ये बड़ी बातें

मुख्तार अंसारी की मौत पर शोक जताने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को गाजीपुर पहुंचे। वह शोक जताने के लिए फाटक स्थित सांसद अफजाल अंसारी के घर पहुंचे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। उन्होंने मुख्तार अंसारी के घर पहुंचकर शोक संवेदना और श्रद्धांजलि अर्पित की।

अखिलेश यादव ने कहा कि कस्टोडियन डेट में उत्तर प्रदेश लगातार आगे बढ़ता जा रहा है। मुख्तार अंसारी ने जो आशंका जताई थी, वह सच साबित हुई। मेरी मांग है कि जांच हो और जो सच्चाई है वह सामने आए। अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर पलटवार किया। कहा कि केशव प्रसाद से बड़ा गुंडा कौन है। अखिलेश ने कहा कि फिर से भाजपा की सरकार आई तो अग्निवीर की तरह खाकी वालों की वर्दी 4 साल की हो जाएगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि जेल में जो घटना हुई उस घटना के सवालों का जवाब सरकार के पास नहीं है। मैं हमेशा से कहता रहा हूं इस सरकार में सबसे ज्यादा भेदभाव लोगों पर होता आ रहा है। कस्टोडियन डेथ में यह सरकार और प्रदेशों से आगे जाना चाहती है। जहां तक इस मामले का सवाल है। इस व्यक्ति ने खुद इतने वर्षों से सजा पाई और खुद कहा मेरी जान ले ली जाएगी।

अखिलेश ने कहा कि जेल में जहर दिया जा रहा है। यह पहली घटना नहीं है, इसके पहले भी जिन लोगों ने जेल में अपनी जान का खतरा बताया उन्हें सरकार सुरक्षा नहीं दे पाई। जो सरकार जनता को सुरक्षा नहीं दे सकती वह सरकार जनता की नहीं है। कहा कि मीडिया पर भी दबाव है।

अखिलेश ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि लोगों को न्याय मिले। लोगों की सरकार के प्रति भावना बढ़िया हो, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इस सरकार ने सच्चाई और भरोसा को कम करने का काम किया। सुप्रीम कोर्ट के सेटिंग जज की निगरानी में अगर जांच होती है तो न्याय मिलेगा। मुझे सरकार पर भरोसा नहीं है कि इस मामले की सच्चाई सामने ला पाएगी। हालांकि लोग जानते हैं कि सच्चाई क्या है। कैसरगंज लोकसभा का प्रत्याशी कौन होगा क्या बीजेपी बता पाएगी?

चेन्नई कस्टम का तेलंगाना के मंत्री के बेटे को समन, करोड़ों की घड़ियों की तस्करी का आरोप

चेन्नई कस्टम ने तेलंगाना के मंत्री के बेटे पोंगुलेटी हर्षा रेड्डी को समन जारी किया है। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, उनपर कई करोड़ों की घड़ियों की तस्करी में शामिल होने का आरोप है। रेड्डी को चार अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने बताया कि वह फिलहाल डेंगु के बुखार से पीड़ित है, जिस वजह से पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो पाएंगे। हालांकि, वह 27 अप्रैल के बाद विभाग के समक्ष उपस्थित होने के लिए सहमत हुए हैं।

मीडिया से बात करते हुए रेड्डी ने बताया कि उनका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। तेलंगाना के राजस्व और आवास मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के बेटे ने कहा, “यह मामला आधारहीन है। मेरी तबीयत फिलहाल ठीक नहीं है।”

28 मार्च को कंपनी को भेजा था समन
28 मार्च को हैदराबाद में एक परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी को समन भेजा गया था। बता दें कि इस कंपनी के निदेशक हर्षा रेड्डी है। पांच फरवरी को तस्करी का मामला दर्ज किया गया था, जब हांगकांग स्थित भारतीय मुहम्मद फहरदीन मुबीन के पास से चेन्नई में दो लक्जरी घड़ियां (पाटेक फिलिप 5740 और ब्रेगुएट 2759) जब्त की गई थी। घड़ियों की असली कीमत 1.73 करोड़ रुपये है। पाटेक फिलिक का भारत में कोई डीलर नहीं है, जबकि भारतीय मार्केट में ब्रेगुएट का स्टॉक खत्म हो गया है।

‘फ्रिज, स्मार्ट टीवी…’; मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी ने इकट्ठा किए ये सबूत

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने फ्रिज, स्मार्ट टीवी चालन को सबूत के दौर पर इस्तेमाल किया है। ईडी का दावा है कि हेमंत सोरेन न 31 करोड़ रुपये से अधिक 8.86 एकड़ जमीन अवैध रूप से हासिल की थी। ईडी ने रांची स्थित दो डीलरों से ये रसीदें प्राप्त की हैं। पिछले महीने झामुमो नेता और चार अन्य के खिलाफ दायर अपने आरोप पत्र में संलग्न किया था।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं हेमंत सोरेन
ईडी के मुताबिक, दोनों गैजेट संतोष मुंडा के परिवार के सदस्यों के नाम पर खरीदे गए थे, जिन्होंने एजेंसी को बताया था कि वह 14 वर्षों के लिए उक्त भूमि (8.86 एकड़) पर हेमंत सोरेन की संपत्ति के देखभालकर्ता के रूप में रह रहे हैं। रांची में न्यायाधीश राजीव रंजन की विशेष पीएमएलए अदालत ने चार अप्रैल को अभियोजन की शिकायत पर संज्ञान लिया। हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद 31 जनवरी को कथित भूमि हड़पने से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। वह फिलहाल रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल में न्यायिक हिरासत में हैं।

सोरेन ने दावा किया था कि वह जमीन उनकी नहीं
एजेंसी ने सोरेन के इस दावे का खंडन करने के लिए मुंडा के बयान का इस्तेमाल किया कि उनका उक्त भूमि से कोई संबंध नहीं है। ईडी ने जमीन के टुकड़े पर राजकुमार पाहन नाम के व्यक्ति के दावे को भी खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह सोरेन के लिए संपत्ति को अपने नियंत्रण में रखने का मुखौटा था। ईडी ने दावा किया कि पिछले साल अगस्त में इस मामले में सोरेन को पहला समन जारी होने के तुरंत बाद, पाहन ने रांची के उपायुक्त को पत्र लिखकर कहा था कि उनके और कुछ अन्य लोगों के पास जमीन है और अन्य मालिकों के नाम पर पहले का परिवर्तन रद्द कर दिया जाए। और उन्हें उनकी संपत्ति से बेदखल होने से बचाया जा सके।

‘इंडी गठबंधन सत्ता में आया तो…’ स्टालिन का इस केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा

डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को कहा कि अगर इंडिया ब्लॉक लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में आता है तो पुडुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा। बता दें, कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा सांसद वी वैथिलिंगम के लिए समर्थन मांगते हुए स्टालिन यहां एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि डीएमके और कांग्रेस पुडुचेरी को पूर्ण राज्य बनाने को लेकर दृढ़ हैं।

रंगासामी केंद्र के हाथों की कठपुतली
सीएम स्टालिन ने इस बात पर जोर दिया कि पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी केंद्र के हाथों की कठपुतली हैं। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि न केवल तमिलनाडु जैसे बड़े राज्यों के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए, बल्कि पुडुचेरी जैसे केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारों की भी रक्षा की जानी चाहिए।’

धर्म और जाति के नाम पर प्रचार
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा कि पुडुचेरी को केंद्र में भाजपा के 10 साल के शासन के दौरान कोई फायदा नहीं हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल धर्म और जाति के नाम पर प्रचार कर रहे हैं। मोदी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और कमजोर वर्गों की दशा सुधारने के लिए कोई उपाय नहीं किया है बल्कि धर्म और जाति के नाम पर प्रचार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘कराईकल के मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा कठिनाइयों और गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा और मछुआरों के कष्टों को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने क्या उपाय किए। प्रधानमंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पुडुचेरी बनाने के अपने वादे को पूरा करने के लिए कुछ भी नहीं किया।’

बच्ची के यौन उत्पीड़न की घटना से पूरा देश स्तब्ध
स्टालिन ने पुडुचेरी में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में नौ वर्षीय बच्ची के यौन उत्पीड़न और हत्या की हालिया घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह घटना पुडुचेरी में कानून व्यवस्था की स्थिति का सबूत है। भाजपा के शासन के दौरान देश में महिलाओं को कोई सुरक्षा नहीं थी।

बंगाल पुलिस ने एजेंसी अफसरों के खिलाफ ही दर्ज किया केस, महिला-उसके पति से मारपीट का आरोप

पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर में एनआईए टीम पर हमले को लेकर राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का माहौल शुरू हो गया है। इस बीच गिरफ्तार टीएमसी नेता मोनोब्रता जाना की पत्नी की शिकायत पर एनआईए टीम और सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, टीएमसी नेता की पत्नी ने आरोप लगाया कि एनआईए अधिकारियों ने उनके घर में घुसकर मारपीट की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई है। भूपतिनगर थाने में आईपीसी की धारा 325,34, 354, 354(बी), 427, 448, 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

क्या था मामला
एनआईए टीम साल 2022 में हुए बम धमाके की जांच करने गई थी। इस दौरान एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने साथ कोलकाता ला रही थी, उसी दौरान एनआईए टीम पर हमला हुआ। ग्रामीणों ने एनआईए टीम के काफिले को घेर लिया और पथराव कर दिया। इस हमले में कई अधिकारी घायल हुए हैं। एनआईए टीम पर हमले को लेकर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर भाजपा टीएमसी सरकार पर हमलावर है। भाजपा का आरोप है कि ममता बनर्जी के शासनकाल में राज्य में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है और पुलिस की मिलीभगत से ये सब हो रहा है।

ममता बनर्जी ने घटना पर दी प्रतिक्रिया
इस घटना पर ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए पूछा, “एनआईए आधी रात में छापेमारी क्यों की? क्या उन्होंने पुलिस से इसकी इजाजत ली? स्थानीय लोगों ने वही किया, जो किसी अजनबी के उनकी जगह पर आने पर उन्हें करना चाहिए था। ममता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे (एनआईए) चुनाव से ठीक पहले लोगों को गिरफ्तार क्यों कर रहे हैं?”

शिलांग में कांग्रेस के सामने गढ़ बचाने की चुनौती, तुरा में तीन संगमाओं में जंग

पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में लोकसभा की दो सीटें (शिलांग और तुरा) हैं। मेघालय की दोनों ही सीटें कांग्रेस की परंपरागत सीट रही हैं। तुरा सीट की बात करें तो चाहे कांग्रेस के समय में हो या फिर राष्ट्रवादी कांग्रेस के गठन के बाद। यह सीट संगमा परिवार के पास ही रही। यहां से लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पीए संगमा सांसद रहे हैं। अब इस सीट पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की अगाथा संगमा सांसद हैं। इस बार मेघालय लोकसभा चुनाव की सबसे खासियत बात यह है कि एनपीपी ने दोनों ही जगह से महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। इन दोनों लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है।

मेघालय की दूसरी सीट है, शिलांग । यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। शिलॉन्ग सीट कांग्रेस का गढ़ रहा है। 1998 से कांग्रेस ने यहां पर कभी हार का सामना नहीं किया है। फिलहाल यहां से कांग्रेस के विंसेंट पाला सांसद हैं। ये दोनों ही सीटें आरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि इस बार भाजपा ने मेघालय में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। भाजपा ने दोनों ही सीटों पर एनडीए गठबंधन के सहयोगी एनपीपी को दे दी है।

शिलांग से अम्पारीन लिंग्दोह देंगी पाला को चुनौती
शिलांग सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। यहां पर कांग्रेस का ही सांसद रहा है। 1998 से कांग्रेस इस सीट पर कभी हारी नहीं है। 2009, 2014 और 2019 से यहां से कांग्रेस के विंसेंट पाला सांसद हैं। पिछले तीन बार से लगातार शिलांग सीट से सांसद रहे विंसेंट पाला को चुनौती देने के लिए इस बार एनपीपी ने मेघालय सरकार में कैबिनेट मंत्री अम्पारीन लिंग्दोह को मैदान में उतारा है। उल्लेखनीय है कि लिंग्दोह के स्व. पिता पीटर जी मार्बानियांग 1989 से 1996 तक लोकसभा सांसद रहे हैं। इस बार पाला और लिंग्दोह में कड़ी टक्कर की देखी जा रही है। देखना यह होगा कि पाला अपना गढ़ बचा पाते हैं या फिर लिंग्दोह पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखेंगी।