Thursday , October 24 2024

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पढ़िए पीएम मोदी का पूरा भाषण, बोले-काठ की हांडी को कितनी बार चढ़ाएंगे विपक्षी

लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सहारनपुर की धरती से चुनावी शंखनाद किया। प्रधानमंत्री की रैली दिल्ली रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग मैदान में आयोजित की गई है। यहां जनसभा स्थल के मंच से पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत राम-राम से की और मां शाकंभरी देवी को नमन किया।

पीएम मोदी ने राम-राम से मंच पर पहुंचकर अपना संबोधन शुरू कर कहा कि दुनिया भर में देश का डंका बज रहा है। हमारा स्थान मां शक्ति का स्थान है। विपक्षी गठबंधन के लोग खुलेआम चुनौती दे रहे हैं कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। क्या कोई शक्ति को खत्म कर सकता है? जिन-जिन लोगों ने शक्ति को खत्म करने का काम किया है, वह इतिहास में दर्ज है।

मैंने गारंटी दी थी, देश नहीं झुकने दूंगा
पीएम ने कहा कि याद कीजिए 2014 के वो दिन, उस समय देश घोर संकट के दौर से गुजर रहा था। मैंने उस समय गारंटी दी थी कि देश झुकने नहीं दूंगा, हर स्थिति को बदलूंगा। निराशा को आशा और आशा को विश्वास में बदलूंगा। आपने अपने आशीर्वाद में कोई कमी नहीं रखी। याद कीजिए तब हमारा भारत 11वें नंबर की ताकत था। अब मोदी ने 5वें नंबर की ताकत बना दिया है। आज भारत की तस्वीर विकसित देश की बना दी है। पूरे विश्व में देश का डंका बज रहा है।

राजनीति नहीं राष्ट्रनीति पर चलती है भाजपा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन कमीशन और मोदी सरकार मिशन के लिए है। कहा कि आपने गलत जवाब दे दिया, ये मोदी का डंका नहीं, आप लोगों का है। हिंदुस्तान के हर कोने से एक ही आवाज आ रही है, फिर एक बार मोदी सरकार। आज भाजपा का स्थापना दिवस है। बहुत कम समय में भाजपा के साथ रिकॉर्ड लोग जुड़े हैं। भाजपा ने लोगों का दिल जीता है। इसका सबसे बड़ा कारण है भाजपा राजनीति नहीं राष्ट्रनीति पर चलती है।

केरल में प्रवासी मजदूर को भीड़ ने खंभे से बांधकर पीटा, इलाज के दौरान मौत; अब तक 10 गिरफ्तार

केरल के मुवातुपुझ्झा में एक मॉब लिंचिंग का एक कथित सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया गया है कि यहां दो दिन पहले भीड़ ने एक प्रवासी मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान अशोक दास (24) के तौर पर की गई है। वह अरुणाचल प्रदेश का रहने वाला बताया गया है। बताया गया है कि वह नौकरी के लिए केरल आया था और मुवातुपुझ्झा के करीब वलकम में एक किराए के घर में रह रहा था।

पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसके मुताबिक, दास को एक खंभे में बांधकर पीटा गया। दरअसल, वह इलाके में ही रहने वाली एक महिला मित्र से मिलने गया था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पहले उससे पूछताछ की और खंभे पर बांधकर जबरदस्त तरीके से पीटा। बाद में उसे करीब के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत बिगड़ने के बाद उसे कोलेनचेरी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस ने कहा कि दास को खंभे पर बांधकर इतनी बुरी तरह पीटा गया था कि उसे गंभीर चोटें आईं। इसी के चलते उसकी जान चली गई। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना में आईपीसी की धारा 174 के तहत केस दर्ज किया गया है। शुरुआती जांच के बाद इसमें आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को भी जोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि इस घटना में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द से जल्द सभी की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

‘BJP किसी को PM या CM बनाने के लिए नहीं बनी’, फडणवीस ने विपक्षी दलों पर निशाना साध कही यह बात

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि भाजपा का गठन किसी को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं हुआ था और इसलिए उसे कभी आंतरिक विभाजन का सामना नहीं करना पड़ा। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि देश के इतिहास में उनकी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसे कभी बंटवारे का सामना नहीं करना पड़ा।

भाजपा नेता कभी भी स्वार्थी नहीं रहे
बता दें, आज पार्टी अपना 44वां स्थापना दिवस मना रही है। एक कार्यक्रम के दौरान फडणवीस ने कार्यकर्ताओं से भारत को विकसित देश बनाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सैनिकों के समान काम करने को कहा।उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक सभी ने पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया है। उप मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भाजपा नेता कभी भी स्वार्थी नहीं रहे।

एक विचारधारा के लिए बनाई गई थी पार्टी
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कहा, ‘भाजपा कभी भी किसी को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई अन्य पद देने के लिए नहीं बनी थी, बल्कि इसकी स्थापना एक विचारधारा ‘राष्ट्र के हितों की सेवा करने’ के लिए गई थी। इस पार्टी ने हमेशा अपनी विचारधारा के अनुरूप काम किया और कभी बंटवारे का सामना नहीं किया।’

देश का भविष्य मोदी और भाजपा
उप मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मोदी और भाजपा देश का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने दुनियाभर में भारत की मजबूत और विकसित छवि बनाई है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर काम करें।

‘लोगों ने वही किया, जो उन्हें करना चाहिए था’, NIA टीम पर हमले पर ममता बनर्जी ने कही चौंकाने वाली बात

बंगाल में ईडी के बाद एनआईए टीम पर हमले को लेकर राज्य की टीएमसी सरकार और सीएम ममता बनर्जी विपक्षियों के निशाने पर हैं। अपने ऊपर हो रहे हमलों को लेकर अब ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। दक्षिण दिनाजपुर में एक चुनावी सभा से इतर ममता बनर्जी ने एनआईए पर हमले की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि ‘उन्होंने (एनआईए) आधी रात में छापेमारी क्यों की? क्या उन्होंने पुलिस से इसकी इजाजत ली? स्थानीय लोगों ने वही किया, जो किसी अजनबी के उनकी जगह पर आने पर उन्हें करना चाहिए था। वे (एनआईए) चुनाव से ठीक पहले लोगों को गिरफ्तार क्यों कर रहे हैं?’

महिलाओं पर हमला होगा तो क्या वो चुप रहेंगी?
ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘भाजपा को क्या लगता है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेंगे? एनआईए को क्या अधिकार है? ये सब भाजपा के समर्थन के लिए हो रहा है। हम पूरी दुनिया को भाजपा की गंदी राजनीति के बारे में बताएंगे।’ ममता बनर्जी ने दावा किया कि साल 2022 में पटाखे फोड़ने के मामले में जांच के लिए एनआईए की टीम सुबह-सुबह पहुंच गई थी। भूपतिनगर की महिलाओं ने हमला नहीं किया था, बल्कि एनआईए की टीम द्वारा हमला किया गया था। अगर महिलाओं पर हमला होगा तो क्या वो चुप रहेंगी? ममता बनर्जी ने कहा कि ‘वह सिर्फ एनआईए के कुछ घरों में छापेमारी का विरोध कर रहीं थी।’

‘चुनाव आयोग निष्पक्ष होकर काम करे’
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार चुनाव जीतने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग निष्पक्ष होकर काम करे और भाजपा द्वारा संचालित आयोग न बने।’ राज्य के पुलिस अधिकारियों के तबादले पर ममता बनर्जी ने सवाल उठाया कि ‘ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग के अधिकारियों के तबादले क्यों नहीं किए जा रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि एनआईए, सीबीआई भाजपा के भाई हैं और ईडी और आयकर विभाग, भाजपा के फंडिंग बक्से हैं।’ ममता बनर्जी ने कहा कि ‘चुनाव में सभी को बराबर का मौका मिलना चाहिए।’

दो साल में सात गुना बढ़ी सोने की तस्करी, संदेह के दायरे में दुबई, तैयार हुई ‘खास’ यात्रियों की सूची

यूपी में सोने के तस्करों का सिंडीकेट बढ़ गया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कस्टम ने वर्ष 2022-23 में 20 किलोग्राम तस्करी का सोना पकड़ा था जो 23-24 में बढ़कर 140 किलोग्राम हो गया। लखनऊ व बनारस एयरपोर्ट से सबसे ज्यादा सोना पकड़ा जा रहा है। ये सोना दुबई के रूट से पहुंच रहा है। वहीं सड़क मार्ग से नेपाल, नाॅर्थईस्ट से म्यांमार और बांग्लादेश सेफ पैसेज माने जाते हैं।

कस्टम विभाग ने यूपी के ऐसे लोगों की निगरानी का सिस्टम विकसित किया है जो दुबई के ज्यादा चक्कर लगाते हैं। उनके दुबई दौरे की मॉनीटरिंग कई मानकों पर की जा रही है। इसके आधार पर एयरपोर्ट पर इंटेलीजेंस यूनिट का जाल बिछाया गया है। कस्टम विभाग के मुताबिक निगरानी सिस्टम पैना करने की वजह से लगातार सोना पकड़ा जा रहा है। इसी महीने तीन बार में 12 लोग, 30 लोग और 25 लोग पकड़े गए। सोने की तस्करी केवल दुबई से हो रही है। गिरोह के रूप में अब ये काम किया जा रहा है, जो धीरे-धीरे संगठित आकार ले रहा है। कस्टम विभाग पासपोर्ट और ट्रैवल डिटेल्स डाटा के आधार पर यात्रियों से अलग पूछताछ और जांच कर रहा है।

कैरियर को बचते हैं केवल 25 हजार, मास्टरमाइंड को सात लाख
दुबई से जोखिम मोल लेकर सोना लाने वाले ‘कैरियर’ को एक राउंड में केवल 20 से 25 हजार रुपये मिलते हैं। जबकि मास्टरमाइंड को एक किलोग्राम सोने की तस्करी में करीब सात लाख रुपये का मुनाफा होता है। कैरियर पकड़ा गया तो दो से तीन महीने जेल में रहकर बाहर आ जाता है।

दुबई में 10 लाख रुपये किलो सस्ता सोना
सोने की तस्करी में तेजी की बड़ी वजह भारी भरकम कस्टम ड्यूटी है। सोने पर करीब 16 फीसदी ड्यूटी है। दुबई में सोना ड्यूटी फ्री है, इसलिए भारत की तुलना में वहां करीब 10 लाख रुपये प्रति किलोग्राम सस्ता है। इसी बड़े अंतर ने सोने की तस्करी को बढ़ावा दिया है। पिछले साल देश में करीब 2000 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था।

तस्करी में लिप्त कई ज्वेलर्स निशाने पर
तस्करी का सोना सराफा कारोबारियों के यहां बड़ी मात्रा में खप रहा है, इसीलिए राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पिछले एक साल में प्रदेश के कई बड़े सराफा कारोबारियों के यहां छापे मारे हैं। पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक तस्करी के सोने की खरीद-फरोख्त कैश में होती है। इससे तैयार ज्वेलरी भी कैश भी बेची जाती है। यानी कालाधन खपाने का बड़ा जरिया तस्करी का सोना है। इसी इनपुट के बाद डीआरआई ने कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा सहित कई शहरों में छापे मारे। अभी भी कानपुर, लखनऊ, नोएडा, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा, मथुरा के कई कारोबारी जांच की जद में हैं।

सहारनपुर में आज चुनावी शंखनाद करेंगे PM मोदी, सुबह साढ़े 10 बजे आएंगे; साथ होंगे CM योगी और RLD प्रमुख

लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को सहारनपुर की धरती से चुनावी शंखनाद करेंगे। राधा स्वामी सत्संग मैदान में होने वाली रैली को लेकर भाजपाइयों ने एड़ी-चोटी तक जोर लगा रखा है। रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मंच साझा करेंगे। रैली इसलिए भी खास है कि रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी भी लंबे समय बाद प्रधानमंत्री के साथ मंच पर दिखेंगे। इसके अलावा एनडीए के सहयोगी दलों के नेता भी रैली का हिस्सा होंगे।

प्रधानमंत्री की रैली दिल्ली रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग मैदान में सुबह साढ़े 10 बजे होगी। इसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। भाजपाई खेमे का दावा है कि रैली में बड़ी तादाद में भीड़ जुटेगी। आयोजन स्थल के सामने सड़क के दूसरी तरफ प्रधानमंत्री का हेलीपैड बनाया गया है, जबकि मुख्यमंत्रियों और अन्य वीवीआईपी के हेलीपैड अलग-अलग स्थानों पर बनाए गए हैं। रैली के माध्यम से प्रधानमंत्री सहारनपुर लोकसभा के लिए कैराना लोकसभा के मतदाताओं को भी साधने का काम करेंगे। सहारनपुर लोकसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य होने के कारण मुस्लिम मतदाताओं पर भी विशेष फोकस रहेगा।

पश्चिमी यूपी में प्रधानमंत्री की यह दूसरी चुनावी रैली है। 31 मार्च को प्रधानमंत्री ने मेरठ से चुनावी रैली का आगाज किया था। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री पहले भी सहारनपुर में चार बार आ चुके हैं। रैली स्थल पर प्रेसवार्ता करते हुए भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया ने कहा कि यह रैली ऐतिहासिक होगी। इसे लेकर विपक्ष में भी बेचैनी बनी हुई है। जनता उनकी सच्चाई जान चुकी है। मां शाकंभरी देवी और मां बाला सुंदरी की धरती से पूरे देश में संदेश जाएगा।

चुनावी दंगल में उतरेंगे सियासी दिग्गज
लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 मार्च से शुरू हो रहा है। पहले चरण में बिजनौर, नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट पर चुनाव होगा। चुनाव की तैयारी में सभी राजनीति दल कूद गए हैं। प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार कर रहे हैं। अपने प्रत्याशियों के पक्ष में पार्टी दिग्गज चुनावी सभाएं कर रहे हैं।

शनिवार को बहुजन समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक बिजनौर जनपद में प्रचार करने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चांदपुर और नगीना में चुनावी सभाएं करेंगे। बसपा की सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद नगीना में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।

मुख्यमंत्री चांदपुर की धरती से वोटरों को साधेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चांदपुर में शनिवार को पहली बार वोटरों को साधेंगे। उनकी रैली चांदपुर में हिंदू इंटर कॉलेज के मैदान पर होगी, जिसकी तैयारियों में भाजपा व रालोद नेताओं के साथ ही प्रशासन, पुलिस प्रशासन व नगरपालिका परिषद स्टाफ दिनभर जुटे रहे। रालोद-भाजपा गठबंधन ने गुर्जर बिरादरी के चंदन चौहान को प्रत्याशी बनाया है। तो सपा कांग्रेस गठबंधन ने सैनी समाज व बसपा ने जाट समाज से प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। जनपद बिजनौर में नौ दिन में दूसरी बार सीएम योगी जनसभा को संबोधित करेंगे।

मेडिकल कॉलेज में प्रवेश से वंचित OBC छात्र सामान्य श्रेणी में दाखिले के योग्य; गुजरात HC के फैसले पर रोक

एक अंतरिम राहत में सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी, जिसमें जाति प्रमाण पत्र पर विवाद के बाद एक पानीपुरी विक्रेता के बेटे का मेडिकल कॉलेज में प्रवेश रद्द कर दिया गया था। इस रोक के साथ छात्र को एमबीबीएस पाठ्यक्रम में फिर से दाखिला मिलने की उम्मीद जग गई है।

न्यायमूर्ति हृषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने कहा कि छात्र सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के रूप में भी गुजरात के कई सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के भी योग्य है। नतीजन, पीठ ने छात्र के प्रवेश को रद्द करने के आदेश पर रोक लगाते हुए कॉलेज, गुजरात राज्य, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और महाराजा सयाजी राव विश्वविद्यालय को नोटिस जारी किया।

यह था मामला
उत्तर प्रदेश के मूल निवासी राठौड़ अब गुजरात के निवासी हैं। राठौड़ ने 20 अगस्त 2018 को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए एक जाति प्रमाण पत्र जमा किया था। हालांकि, जांच के बाद प्रवेश समिति ने जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया था। प्रवेश समिति ने कहा था कि यह गलत है, क्योंकि वह गुजरात में एसईबीसी समुदाय की तेली जाति से नहीं थे, बल्कि वह उत्तर प्रदेश में एक ओबीसी श्रेणी तेली जाति से आते हैं। जाति प्रमाण पत्र रद्द होने के साथ ही सितंबर 2023 में एमएसयू से संबद्ध वडोदरा के सरकारी मेडिकल कॉलेज ने उनके प्रवेश पर रोक लगा दी थी।

‘अपवित्र गठबंधन छोड़ें, भाजपा में शामिल हों..’, त्रिपुरा के पूर्व CM ने वामपंथी नेता को दी ये सलाह

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के नेता माणिक सरकार को नसीहत दी है कि वह राज्य में कांग्रेस के साथ अपवित्र गठबंधन को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाएं। भाजपा ने नेता यह बात अगरतला के चंद्रपुर में पार्टी की एक बैठक के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में कांग्रेस और सीपीएम का गठबंधन अपवित्र प्रकृति का है, क्योंकि दोनों ही पार्टियां खूनी संघर्ष से भरे इतिहास को भूल चुकी हैं। रामनगर सीट पर पर लोकसभा और उपचुनाव में प्रचार के लिए माणिक सरकार के न उतरने का जिक्र करते हुए बिप्लब देब ने कहा, “वे (माणिक सरकार) कभी कांग्रेस और माकपा के गठबंधन को मंजूर नहीं करेंगे। लगातार चार बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहने के दौरान माणिक सरकार ने सिर्फ कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं के लिए प्रचार किया है। यह पहली बार है, जब उन्हें उस पार्टी के लिए प्रचार करने को मजबूर किया जा रहा है, जिसका उन्होंने पूरी जिंदगी विरोध किया।”

बिप्लब ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी इस वक्त अस्तित्व के संकट से जूझ रही है और खुद को जिंदा रखने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए मजबूर है। उन्होंने कहा, “अपने राजनीतिक एजेंडा के लिए कांग्रेस और माकपा साथ आए हैं, न कि लोगों की भलाई करने के लिए। दोनों पार्टियों ने कई वर्षों तक त्रिपुरा के लोगों को धोखा दिया है और उनके काम उनकी बातों से ज्यादा बोलते हैं।”

भाजपा नेता ने इस दौरान माणिक सरकार के सीएम के तौर पर कार्यकाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार के चार कार्यकाल में लोगों के लिए पीएम आवास योजना के तहत महज 48 हजार घर ही बने। वहीं, 2018 में भाजपा की सरकार बनने के बाद 4.1 लाख घर लाभार्थियों को सौंपे जा चुके हैं।

भाजपा के खिलाफ त्रिपुरा में पहली बार कांग्रेस-लेफ्ट एकजुट
त्रिपुरा के 72 साल के चुनावी इतिहास में पहली बार कांग्रेस और वाम दलों ने भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर संयुक्त रूप से संसदीय चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन बनाया है। पिछले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वामपंथी दोनों पार्टियों ने एकजुट होकर सत्ताधारी पार्टी का विरोध किया था।

‘प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी घटिया भाषा का इस्तेमाल गलत’, केंद्रीय मंत्री ने खरगे पर बोला तीखा हमला

केंद्रीय मंत्री प्रद जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तीखी आलोचना की है। प्रह्लाद जोशी ने खरगे पर पीएम मोदी के खिलाफ घटिया भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। दरअसल मल्लिकार्जुन खरगे ने राजस्थान में एक रैली के दौरान चीन के भारतीय सीमा में घुसने का दावा करते हुए पीएम मोदी पर टिप्पणी की थी।

खरगे का बयान निंदनीय
खरगे के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ‘वह (पीएम मोदी) देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं और यह बात खरगे को समझनी चाहिए कि वह उनके खिलाफ किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। वह एक कथित सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष हैं। उनके द्वारा ऐसी घटिया भाषा का इस्तेमाल करना निंदनीय है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।’

मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक जनसभा के दौरान कहा था कि जब चीन भारतीय सीमा में घुस रहा था, तब क्या प्रधानमंत्री क्या कर रहे थे। इस दौरान खरगे ने पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। खरगे के चीन को लेकर दिए बयान पर प्रह्लाद जोशी ने उल्टा सवाल दागते हुए पूछा कि जब 1962 में चीन ने भारत के 34000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था, तब की सरकार क्या कर रही थी? जोशी ने कहा कि भाजपा सरकार में भारतीय सीमाएं सुरक्षित हैं और चीन या किसी भी अन्य देश द्वारा कोई अतिक्रमण नहीं किया गया है।

‘कोई भी देश हमारी एक इंच जमीन भी नहीं कब्जा सकता’
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ‘मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि हमारी सरकार चीन को भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं करने देगी और भारत की एक इंच जमीन भी कोई देश नहीं कब्जा सकता।’ प्रह्लाद जोशी कर्नाटक की धारवाड़ सीट से चुनाव मैदान में हैं। कर्नाटक में 26 अप्रैल और 7 मई को दो चरणों में सभी 28 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा।

आपका हृदय स्वस्थ है या नहीं? कहीं कोई दिक्कत तो नहीं, ऐसे कर सकते हैं पता

हृदय रोग और इससे संबंधित बीमारियां, दुनियाभर में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। भारत में भी इसका खतरा पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कम उम्र के लोगों में हृदय की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, कोरोना महामारी के बाद से इसका जोखिम और भी अधिक हो गया है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सभी लोगों को निरंतर ध्यान देते रहने की जरूरत है।

डॉक्टर कहते हैं, हर उम्र के व्यक्ति में हृदय से संबंधित समस्याएं देखी जा रही हैं। ऐसे में सवाल ये है कि कैसे पता किया जा सकता है कि आपको हृदय की कोई समस्या तो नहीं है? या फिर आपमें हार्ट की समस्याओं का कोई जोखिम तो नहीं है? डॉक्टर्स इसके लिए कुछ उपाय बताते हैं जिसपर ध्यान देकर आप भी हार्ट की हेल्थ का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं।

युवाओं में हार्ट की समस्या

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं पिछले दिनों कई ऐसे मामले देखे गए हैं जिसमें पहले से बिना किसी हार्ट की शिकायत वाले लोगों के ईसीजी, ईसीएचओ और टीएमटी परीक्षण में दिक्कत देखी जा रही है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि युवाओं में धूम्रपान और शारीरिक निष्क्रियता के मामले बढ़ गए हैं जिसके कारण भी हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।

सभी उम्र के लोगों के लिए जरूरी है कि आप निरंतर हृदय की जांच करते रहें, जिन लोगों में हृदय रोगों का आनुवांशिक जोखिम रहा है उन्हें और भी सतर्कता बरतते रहना आवश्यक हो जाता है। आइए जानते हैं कि ये कैसे पता किया जा सकता है कि आपका हृदय स्वस्थ है या नहीं?

ब्लड प्रेशर की रीडिंग पर रखें नजर

हृदय की सेहत को जांचने के लिए सबसे जरूरी पैरामीटर है ब्लड प्रेशर पर ध्यान रखना। अगर आपका ब्लड प्रेशर अक्सर कम या ज्यादा रहता है तो इसे हार्ट की समस्याओं का संकेत माना जाता है। रक्तचाप की सामान्य सीमा 120/80 की मानी जाती है। अगर आपका ब्लड प्रेशर इससे अधिक बना रहता है तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा हो सकता है। वहीं अगर ये नार्मल है तो ये संकेत है कि आपका हार्ट ठीक तरीके से काम कर रहा है।

हृदय गति का सामान्य रहना जरूरी

ब्लड प्रेशर की ही तरह हार्ट रेट का सामान्य रहना भी स्वस्थ हृदय के लिए जरूरी है। आमतौर पर हृदय गति का 60 से 100 बीट प्रति मिनट के बीच रहना स्वस्थ माना जाता है। ये अगर अक्सर कम या ज्यादा बना रहता है तो संकेत हो सकता है कि हार्ट की सेहत में सबकुछ ठीक नहीं है। नियमित रूप से हृदय की जांच के दौरान हार्ट रेट पर भी डॉक्टर नजर रखते हैं।