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मुनियप्पा के दामाद को कोलार का टिकट देने पर कांग्रेस में बवाल, पांच विधायकों ने दी इस्तीफे की धमकी

कर्नाटक के सियासी गलियारे में लगातार हलचल मची हुई है। यहां कांग्रेस पार्टी में घरेलू कलह ही खत्म नहीं हो रहा है। पहले उम्मीदवारों के नाम तय करने को लेकर विवाद बना हुआ था। वहीं अब कोलार संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से टिकट काटने पर हंगामा खड़ा हो गया है। पार्टी के पांच विधायकों ने इस्तीफे की धमकी तक दे डाली है। दरअसल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री केएच मुनियप्पा के दामाद चिक्का पेद्दन्ना को कोलार से टिकट दिए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि, पार्टी ने अभी तक इस क्षेत्र में अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है।

ये लोग जता रहे विरोध
कोलार जिले के तीन विधायक कोथुर जी मंजूनाथ (कोलार), के वाई नांजेगौड़ा (मलूर) और एमसी सुधाकर (चिंतामणि) और दो विधान पार्षद अनिल कुमार और नसीर अहमद पेद्दन्ना की उम्मीदवारी का विरोध जता रहे हैं। यह लोग चाहते हैं कि टिकट अनुसूचित जाति के दक्षिणपंथी समुदाय के उम्मीदवार को दिया जाए। बता दें, सुधाकर सिद्धारमैया मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री हैं। वहीं, जिले के एक अन्य कांग्रेस विधायक एसएन नारायणस्वामी (बंगरापेट) ने भी विरोध जताते हुए कहा कि टिकट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के फैसले को देखने के बाद वह कोई निर्णय लिया जाएगा।

कोलार कांग्रेस के दो धड़ों और रमेश कुमार के बीच लड़ाई जारी
पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र का कहना है, ‘खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री केएच मुनियप्पा के नेतृत्व वाले कोलार कांग्रेस के दो धड़ों और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार के बीच लड़ाई जारी है।’

बदले राजनीतिक परिदृश्य में उद्धव ठाकरे और शरद पवार का सियासी कद तय करेगा यह चुनाव

साल 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद से महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में काफी बदलाव आया है। कोविड-19 महामारी के बाद राज्य में नगर निकाय के चुनाव भी नहीं हुए। कोरोना के बाद पहली बार सूबे में विपक्षी दल महा विकास आघाड़ी (एमवीए) और सत्तारूढ़ दल महायुति के बीच सीधी टक्वकर होनी है। शिवसेना और एनसीपी में विभाजन के बाद हो रहे लोकसभा चुनाव में पवार और ठाकरे की जमीनी पकड़ की पैमाइश होनी है। लोकसभा चुनाव उद्धव ठाकरे और शरद पवार के लिए मायने रखते हैं क्योंकि यह चुनाव ठाकरे और पवार का राजनीतिक कद भी तय करेगा।

साल 2019-24 के बीच की अवधि में महाराष्ट्र में राजनीतिक ताकतों का पुनर्गठन हुआ है। आने वाले दिनों में इस पर और अधिक मंथन होने वाला है। कोरोना महामारी के बाद महाराष्ट्र में 29 महानगरपालिका के चुनाव नहीं हुए, जहां राज्य की 13 करोड़ आबादी का 60-65 फीसदी हैं। मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अलावा महानगर क्षेत्र की आठ अन्य महानगरपालिका ठाणे, वसई-विरार, मीरा-भायंदर, कल्याण-डोंबिवली, नवी मुंबई के अलावा पुणे, पिंपरी-चिंचवड़, पनवेल, नासिक, औरंगाबाद, नागपुर और अमरावती महानगरपालिका के चुनाव का मामला अदालत में लंबित हैं। शिवसेना और एनसीपी में विभाजन होने से कई बड़े और दिग्गज नेताओं ने पाला बदला है। ऐसा होने से शहरों में किसकी जमीन कितनी मजबूत है, इसका वास्तविक आंकलन नहीं किया जा सका है। इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि सूबे में होने वाले पांच चरण के चुनाव में काफी आश्चर्यजनक बदलाव देखने को मिल सकता है।

उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र दूसरा अहम राज्य हैं जहां सर्वाधिक लोकसभा की 48 सीटें हैं। प्रदेश में दो प्रमुख राजनीतिक धुरी है। एक भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति और दूसरा विपक्षी दलों के समूह का INDI गठबंधन, जिसे महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के रूप में जाना जाता है। वैसे भी राज्य में पहले भी दो ही गठबंधन थे शिवसेना-भाजपा और कांग्रेस-एनसीपी। अब भी देखा जाए तो गठबंधन दो ही आमने-सामने हैं, विपक्ष की महा आघाड़ी और सत्तारूढ़ दल की महायुति।

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने दो विश्वविद्यालयों में नियुक्त किए अंतरिम कुलपति, जानें किन्हें मिला चार्ज

केरल राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को श्रीनारायणगुरु मुक्त विश्वविद्यालय, केरल पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंतरिम कार्यवाहक कुलपति (वीसी) नियुक्त किए हैं। गौरतलब है कि वायनाड में केरल पशु चिकित्सा और पशु ल केविज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को 18 फरवरी को वहां के 20 वर्षीय छात्र सिद्धार्थन जेएस की मौत के मामले में आरिफ मोहम्मद खान ने 2 मार्च को निलंबित कर दिया था।

छात्र सिद्धार्थन की मौत के बाद हटाए गए थे कुलपति
निलंबित करते हुए राज्यपाल ने कहा था कि कुलपति की ओर से कर्तव्य की घोर लापरवाही देखी गई है। जिसके बाद, पी सी ससीन्द्रन को विश्वविद्यालय का अंतरिम कुलपति नियुक्त किया गया है। हालांकि, सिद्धार्थन की मौत के सिलसिले में निलंबित किए गए 33 छात्रों को बहाल करने के अपने आदेश को वापस लेने के बाद उन्होंने भी इस सप्ताह की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था।

अनिल के एस बने कार्यवाहक कुलपति
राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने आदेश वापस ले लिया था। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने ससींद्रन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अब, पशुधन उत्पादन प्रबंधन विभाग, पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान महाविद्यालय, मन्नुथी, त्रिशूर के प्रोफेसर अनिल के एस को केरल पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है, राजभवन द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है।

श्रीनारायणगुरु ओपन यूनिवर्सिटी का भी कार्यवाहक वीसी नियुक्त
इसमें कहा गया है कि प्रोफेसर अनिल अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से कुलपति की शक्तियों का इस्तेमाल और कर्तव्यों का पालन करेंगे। कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कोच्चि के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के निदेशक और वरिष्ठ प्रोफेसर जगथी वीपी को उनके सामान्य कर्तव्यों के अलावा, श्रीनारायणगुरु ओपन यूनिवर्सिटी के वीसी की शक्तियों का प्रयोग और कर्तव्यों का पालन करने का काम सौंपा गया है।

बरेली में लोकसभा चुनाव की बिसात पर अब बसपा की चाल का इंतजार है। सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है, लेकिन बसपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। ऐसे में हर तरफ अलग-अलग कयास लगाते हुए समीकरणों का अनुमान लगाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अब पार्टी जल्द अपना रुख स्पष्ट करेगी।

वैसे आसपास की अन्य सीटों पर बसपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बरेली की सीट के लिए कई उम्मीदवार पार्टी में हाथ-पैर मार रहे हैं। हालांकि, जिला संगठन ने प्राप्त आवेदनों में से पांच नाम पार्टी नेतृत्व को भेज दिए हैं। इसमें दो उम्मीदवार मुस्लिम हैं। कौन सा चेहरा बसपा का प्रतिनिधित्व करेगा? ये पार्टी आलाकमान से तय होगा। बसपा जिलाध्यक्ष राजीव सिंह का कहना है कि जो आवेदन मिले थे। उनपर पार्टी नेतृत्व मंथन कर रहा है। जल्द उम्मीदवार घोषित हो सकता है।

मुस्लिम चेहरे पर दांव लगा सकती है बसपा
जानकारों का कहना है कि पार्टी से मुस्लिम चेहरे पर दांव लगने की संभावना ज्यादा है। क्योंकि शहर में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या पर्याप्त है और इनकी संख्या करीब आठ लाख है। वहीं अन्य दलों ने दूसरे समीकरणों से अलग प्रत्याशी उतारे हैं। सपा व कांग्रेस गठबंधन ने प्रवीण सिंह ऐरन को प्रत्याशी बनाया है और भाजपा ने उम्र की बाधा के चलते आठ बार जीत चुके संतोष गंगवार का टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को उम्मीदवारी सौंपी है।
ऐसे में चुनाव को रोचक बनाने के लिए मुस्लिम प्रत्याशी बसपा उतार सकती है। वैसे भी बसपा ने जिले की ही आंवला लोकसभा सीट से सपा छोड़कर आए आबिद अली को उम्मीदवार बनाया है। आबिद कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा सांसद की तारीफ करने को लेकर चर्चा में आए थे।

छह बार स्वतंत्र, एक बार गठबंधन में रही
बरेली लोकसभा सीट पर बसपा ने 1996 में पहली बार प्रत्याशी उतारा था। फिर वर्ष 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 में भी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा। वर्ष 2019 में सपा-बसपा गठबंधन के चलते सपा ने उम्मीदवार उतारा। इस दौरान छह में चार बार बसपा से मुस्लिम चेहरा उम्मीदवार था। वहीं, आंवला लोकसभा सीट पर 1996 से अब तक बसपा ने छह स्वतंत्र चुनाव लड़े थे। अबकी बार मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारा है।

टोल प्लाजा से गुजरना हुआ और महंगा, एक अप्रैल से बढ़ाए जाएंगे दाम, जानिए कार और भारी वाहनों की नई दरें

टोल प्लाजा से गुजरना अब और महंगा होगा। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। एक अप्रैल से टोल के रेट बढ़ जाएंगे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से टोल टैक्स की दरें एक अप्रैल से बढ़ाई जा रही हैं। जिसके चलते लखनऊ से होकर गुजरने वाले करीब तीन लाख वाहन चालकों की जेब अब हल्की होगी। एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया के मुताबिक वर्ष 2024-25 का नोटिफिकेशन जारी किया गया है।

एनएचएआई की ओर से दरों को बढ़ाकर इसकी सूची जारी की गई है। लखनऊ से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने टोल प्लाजा से गुजरने वाले लोगों पर इसका सीधा असर होगा। इसमें कानपुर हाइवे पर स्थित नवाबगंज, अयोध्या पर अहमदपुर, रोहिणी, शाहबपुर, बारा और रायबरेली रोड पर दखिना, बहराइच रोड पर दुलारपुर, गुलालपुरवा समेत अन्य शामिल हैं।

 

कुर्सी से उठते ही आने लगता है चक्कर, आंखों के सामने छा जाता है अंधेरा? कहीं आपको POTS तो नहीं

कुछ देर बैठे रहने या सो कर उठते ही क्या आपको भी अक्सर चक्कर आने, आंखों के सामने अंधेरा छा जाने या बेहोशी जैसी समस्या होने लगती है? कुछ स्थितियों में इसे कमजोरी के कारण होने वाली दिक्कत मानी जाती है पर अगर आपको बार-बार ये समस्या बनी रहती है तो सावधान हो जाइए, ये गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी संकेत हो सकता है। मेडिकल में इसे पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम (पीओटीएस) नामक समस्या के रूप में जाना जाता है। पीओटीएस, एक ऐसा विकार है जिसमें जब हम खड़े होते हैं तो शरीर का अधिकांश रक्त आपके निचले शरीर में रह जाता है। पूरे शरीर में रक्त के संचार को बढ़ाने के लिए हृदय गति बढ़ जाती है, जिसके कारण इस तरह की दिक्कतें हो सकती हैं।

हमारे पूरे शरीर में रक्त का संचार निरंतर होता रहता है, चाहे आप बैठे हों, खड़े हों या लेटे हों। हालांकि जिन लोगों को पीओटीएस की समस्या होती है उनमें खड़े होने पर शरीर के ऊपरी हिस्से में रक्त नहीं पहुंच पाता है। ये स्थिति गंभीर समस्याकारक भी हो सकती है। आइए जानते हैं कि पीओटीएस क्यों होती है और इसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम की समस्या

जॉन्स हॉप्किंस के विशेषज्ञ कहते हैं, आमतौर हमारे शरीर का ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम हृदय गति और रक्तचाप को संतुलित बनाए रखता है जिससे कि शरीर के सभी हिस्सों में रक्त का संचार ठीक तरीके से होता रह सके। पीओटीएस की समस्या वाले लोगों में रक्त संचार का संतुलन ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर रक्तचाप को स्थिर नहीं रख पाता है। इस कारण से जब भी आप खड़े होते हैं तो शरीर का ज्यादातर रक्त निचले हिस्सों में ही रह जाता है और ऊपरी हिस्से में रक्त की कमी हो जाती है।

क्यों होती है इस तरह की दिक्कत?

हर व्यक्ति में पीओटीएस के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि यह एक ऑटोइम्यून विकार है। जब आपको कोई ऑटोइम्यून विकार होता है, तो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अज्ञात कारणों से स्वस्थ ऊतकों पर ही अटैक कर देती है। इसका आनुवांशिक जोखिम भी देखा जाता रहा है और ये समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। विशेषज्ञ कहते हैं, कुछ प्रकार की बीमारियों के कारण भी लोगों में पीओटीएस का खतरा बढ़ता हुआ देखा गया है।

कहीं आप भी तो बाल धोते वक्त नहीं करते ये गलतियां ? अगर हां तो संभल जाएं, वरना होगा हेयर फॉल

आज के समय में बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और खराब खानपान की वजह से लोगों के साथ कई तरह की समस्याएं सामने आ रहीं हैं। खासतौर पर त्वचा का रूखापन और बालों का झड़ना तो बेहद आम समस्या है। त्वचा की डलनेस के लिए तो बाजार में तमाम तरह के प्रोडक्ट मिल जाते हैं, लेकिन जब बात आती है बालों की, तो उसके झड़ने से लोग काफी परेशान हो जाते हैं। खासतौर पर सर्दी के मौसम में अगर बालों का ध्यान सही से ना रखा जाए तो ये तेजी से झड़ने लगते हैं। वैसे तो बाल झड़ने की कई वजह हो सकती हैं, लेकिन इनमें सबसे अहम है गलत तरह से बालों का धोना।

दरअसल, अगर आप बाल धोते वक्त कुछ मामूली सी गलतियां करेंगें तो इससे आपके बाल तेजी से झड़ सकते हैं। इसके लिए आपको अपने बालों को सही से धोने की जरूरत है। आज हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताएंगे, जो जाने अनजाने में लोग अक्सर कर जाते हैं।

गर्म पानी का इस्तेमाल

बालों को ज्यादा तेज गर्म पानी से धोना उन्हें डैमेज कर सकता है और सिर की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में हमेशा बालों को ठंडे या गुनगुने पानी से धोना ज्यादा सही माना जाता है।

अधिक शैंपू का इस्तेमाल

अगर आप ज्यादा मात्रा में शैंपू का इस्तेमाल करेंगे तो इससे भी आपके बाल डैमेज हो सकते हैं। डैमेज होने के बाद बाल काफी ज्यादा मात्रा में टूटने लगते हैं। ऐसे में हमेशा अपने हेयर टाइप के हिसाब से ही शैंपू चुनें और उसका इस्तेमाल भी सही मात्रा में करें।

ज्यादा तेज रगड़ना

बाल बेहद नाजुक होते हैं। ऐसे में आप अपने बालों को धोने वक्त ज्यादा तेज ना रगड़े। इससे बाल कमजोर हो जाते हैं और तेजी से झड़ने लगते हैं।

समय का रखें ध्यान

अगर आप हर रोज बाल धोते हैं, तो ये भी आपके बालों को कमजोर बनाता है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा हफ्ते में तीन बार ही बालों को धोएं, तभी आपके बाल मजबूत बनेंगे।

ईद के लिए बनवाना है अनारकली सूट तो लें इन अभिनेत्रियों से टिप्स, दिखेगा अलग लुक

रमजान का पाक महीना चल रहा है। इस पूरे महीने लोग रोजा रख के अल्लाह की इबादत करते हैं। ये महीना अपने साथ ढेरों खुशियां लेकर आता है। इस महीने के आखिर में ईद का पर्व आता है, जिसका इंतजार लोग सालभर करते हैं। ईद का त्योहार इतना खास होता है कि इसकी तैयारी भी कई-कई दिनों पहले से ही शुरू हो जाती हैं। इस दिन हर कोई एक-दूसरे के घर ईद की बधाई देने जाता है। ऐसे में सभी के घरों में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं।

इसके साथ ही लोग अपने लिए पहले से ही नए-नए कपड़े खरीदते हैं। अगर आप अपने लिए कुछ खास बनवाने का सोच रही हैं, तो अनारकली सूट एक बेहतर विकल्प है। अनारकली सूट देखने में काफी खूबसूरत लगता है, और ये आपके लुक को रॉयल दिखने में मदद करता है। ऐसे में आप भी ईद पर अपने लिए अनारकली सूट बनवा कर अपना जलवा दिखा सकती हैं।

अदिति राव हैदरी

अगर अपना गोल्डन चार्म दिखाना चाहती हैं, तो अदिति के जैसा गोल्डन अनारकली सूट आप अपने लिए तैयार करा सकती हैं। इसके साथ आपको ज्यादा मेकअप करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इसके साथ कानों में झुमके जरूर पहनें।

सोनम कपूर

अगर शादी के बाद ये आपकी पहली ईद है तो आप इस तरह का फ्लोरल प्रिंट वाला लाल अनारकली सूट अपने लिए तैयार करा सकती हैं। इसके साथ अपने बालों में गुलाब का एक फूल जरूर लगाएं। इससे आपकी खूबसूरती में चार चांद लग जाएंगे।

श्वेता तिवारी

हैवी वर्क वाला सूट बनवाने का सोच रहीं हैं, तो ऐसा सूट आपके लिए बेहतर विकल्प रहेगा। इस सूट के गले पर काफी हैवी वर्क है, जो देखने में भी कमाल का लग रहा है। इसके साथ अपने बालों को खुला ही रखें।

हिना खान

अगर कुछ हल्का सा ही पहनने का सोच रहीं हैं, तो ऐसा कॉटन फैब्रिक का कढ़ाई वाला सूट एक बेहतर ऑप्शन है। गर्मी के मौसम में ये सूट आपको राहत देने का काम करेगा। इसके साथ आप हील्स भी कैरी कर सकती हैं।

धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रही स्वातंत्र्य वीर सावरकर, जानें कैसा रहा अन्य फिल्मों का हाल

सिनेमा लोगों के मनोरंजन का प्रमुख साधन है। थिएटर्स में इन दिनों बहुत सी फिल्में प्रदर्शित हो रही हैं। इनमें से कुछ को लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। वहीं, कई फिल्में दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी हैं। हाल ही में रिलीज हुई स्वातंत्र्य वीर सावरकर, योद्धा और मडगांव एक्सप्रेस कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी हैं। वहीं, शैतान और आर्टिकल 370 अच्छी कमाई करने में सफल रही हैं। आइए जानते हैं कि मंगलवार को किस फिल्म का प्रदर्शन कैसा रहा…

स्वातंत्र्य वीर सावरकर में रणदीप हुड्डा की अदाकारी की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। हालांकि, कमाई के मामले में यह फिल्म अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी है। धीमी शुरुआत के बाद यह फिल्म अब तक रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। पहले दिन इस फिल्म ने एक करोड़ पांच लाख रुपये का कलेक्शन किया था। वहीं, ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस फिल्म ने पांचवें दिन एक करोड़ 10 लाख रुपये की कमाई की। फिल्म का कुल कारोबार अब नौ करोड़ 15 लाख रुपये हो गया है।

फिल्म मडगांव एक्सप्रेस भी टिकट खिड़की पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी है। कुणाल खेमू के निर्देशन में बनी इस फिल्म में दिव्येंदु, प्रतीक गांधी, अविनाश तिवारी, नोरा फतेही, उपेंद्र लिमये और छाया कदम जैसे प्रतिभाशाली कलाकार हैं। इसके बावजूद फिल्म को दर्शकों का प्यार नहीं मिल सका है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक फिल्म ने पांचवें दिन एक करोड़ 50 लाख रुपये का कलेक्शन किया है। इसके साथ ही फिल्म की कुल कमाई 11.15 करोड़ रुपये हो गई है।

सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म योद्धा से लोगों को काफी उम्मीदें थीं। एक्शन से भरपूर यह फिल्म भी औसत से नीचे ही कमाई कर सकी है। फिल्म में राशि खन्ना और दिशा पाटनी भी हैं। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रही है। पहले सप्ताह में फिल्म का कलेक्शन 25.25 करोड़ रुपये रहा था। ताजा आंकड़ों के मुताबिक फिल्म ने 12वें दिन 83 लाख रुपये कमाए हैं। अब फिल्म की कुल कमाई 31.68 करोड़ रुपये हो गई है।

फिल्म शैतान बॉक्स ऑफिस पर अब भी अपने पांव जमाए हुए है। समीक्षकों और दर्शकों की मिश्रित प्रतिक्रिया के बावजूद यह फिल्म ठीक ठाक कारोबार करने में कामयाब रही है। 65 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने 19वें दिन दो करोड़ सात लाख रुपये की कमाई की है। इसके साथ ही फिल्म का कुल 130.77 करोड़ रुपये हो गया है। यामी गौतम की आर्टिकल 370 बॉक्स ऑफिस पर हिट हो चुकी है। कम बजट में बनकर तैयार हुई इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया है। 33वें दिन इस फिल्म ने 23 लाख रुपये का कारोबार किया। इसके साथ ही फिल्म की कुल कमाई 76.28 करोड़ रुपये हो गई है।

‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स’ में सितारों का लगा मेला , दिशा ने लूटी महफिल

मुंबई में कल रात फैशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले हस्तियों को सम्मानित करने के लिए ‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स 2024’ का आयोजन किया गया। बॉलीवुड से लेकर फैशन जगत कई दिग्गज सितारों ने इसमें भाग लिया। आइए आपको दिखाते हैं ‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स’ की कुछ खूबसूरत झलकियां —

बॉलीवुड में अपनी खूबसूरती और ग्लैमर के लिए मशहूर दिशा पाटनी ‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स 2024’ में सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब रहीं। सफेद रंग के ऑफ-शोल्डर ड्रेस में दिशा बला की खूबसूरत लग रही थीं। ‘एनिमल’ फिल्म से सुर्खियों में आए बॉबी देओल भी ‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स 2024’ में शामिल होने पहुंचे थे। ब्लैक जैकेट में बॉबी जंच रहे थे।

‘मर्डर मुबारक’ की अभिनेत्री करिश्मा कपूर बेहद स्टाइलिश अंदाज पिंक कार्पेट पर जलवा बिखेरती नजर आईं। उनके अलावा करन जौहर और जैमी लीवर लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब रहे। बॉलीवुड में अपने स्टाइल के लिए मशहूर सनी लियोनी भी ‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स 2024’ में अपने स्टाइलिश अंदाज में नजर आईं। ‘खो गए हम कहां’ स्टार अनन्या पांडे बॉस लेडी के अवतार में ‘ग्राजिया यंग फैशन अवार्ड्स 2024’ में पहुंचीं। अनन्या के अलावा मौनी रॉय भी ऑफ शोल्डर ड्रेस में बला की खूबसूरत दिखीं।