Friday , October 25 2024

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रामलला ने खेली होली, हाथों में थामी पिचकारी, फगुआ गीत से गूंजा मंदिर परिसर

अयोध्या में भगवान राम ने अपने नए मंदिर में मंगलवार को होली खेली। चैत्रमास की कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि को भगवान राम ने सबसे पहले फूलों से होली खेली। बाद में मंदिर के पुजारियों ने उन पर गुलाल लगाया। आज राम मंदिर में खेली गई होली में सबसे विशेष बात यह रही कि आज बालकराम के हाथों में एक बड़ी सी पिचकारी दी गई थी, जिसके साथ उन्होंने होली खेली। अवध क्षेत्र में होली के अवसर पर गाए जाने वाले फगुआ गीतों को सुनकर भगवान राम का चेहरा खिल गया। मंदिर का यह दृश्य देखकर भक्त भावविभोर हो उठे।

होली के अवसर पर पिछले दो दिन से राम मंदिर में लगातार विभिन्न कार्यक्रम चल रहे हैं। ये कार्यक्रम आठों चैती (होली खेलने के लिए सनातन धर्म में एक सप्ताह का विशेष समय) तक चलते रहेंगे। इसी क्रम में भगवान ने सोमवार को भी होली खेली थी। आज मंगलवार को मंदिर में होली गीत गाकर भक्तों ने रामलला की भक्ति का आनंद लिया।

मंदिर प्रशासन से जुड़े विहिप नेता शरद शर्मा ने अमर उजाला को बताया कि होली के अवसर पर राम मंदिर में लगातार अलग-अलग कार्यक्रम चल रहे हैं। रामलला के दर्शन के लिए आ रहे भक्तों को राम के दर्शनों के साथ-साथ अवध के लोकगीतों और फगुआ गीतों का भी आनंद मिल रहा है। इससे लोगों में हर्ष और उत्साह का माहौल है।

‘जमानत की शर्त में राजनीतिक गतिविधि पर रोक शामिल नहीं’; सुप्रीम कोर्ट ने पलटा हाईकोर्ट का आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने मौलिक अधिकारों और जमानत की शर्तों पर बड़ा आदेश दिया है। जस्टिस बीआर गवई और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ ने कहा कि निचली अदालतों में जमानत देने की शर्तों में ‘राजनीतिक गतिविधि में शामिल नहीं होने’ को नहीं गिना जा सकता। अदालत ने साफ किया कि किसी शख्स पर ऐसी रोक लगाए जाने से उसके मौलिक अधिकारों का हनन होता है। सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश उड़ीसा हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर पारित किया। ओडिशा के बहरामपुर नगर निगम के पूर्व मेयर सिबा शंकर दास ने उड़ीसा हाईकोर्ट के 18 जनवरी को पारित आदेश को चुनौती दी थी।

उड़ीसा उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में क्या कहा?
हाईकोर्ट ने जमानत की शर्त को वापस लेने की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने साफ किया था कि सिबा शंकर दास सार्वजनिक रूप से कोई अप्रिय स्थिति पैदा नहीं करेंगे। हाईकोर्ट ने कहा था कि दास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भी शामिल नहीं होंगे। दास ने 11 अगस्त, 2022 को पारित आदेश में लगाई गई जमानत की शर्तों में सुधार की अपील करते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस पर 18 जनवरी को पारित आदेश में हाईकोर्ट ने उनकी अपील अस्वीकार कर दी थी।

सुप्रीम कोर्ट ने मौलिक अधिकारों पर क्या कहा?
अगस्त, 2022 में जमानत पर रिहाई का आदेश देते समय उड़ीसा हाईकोर्ट ने दास पर शर्त लगाई थी। इस आदेश को दोषपूर्ण बताते हुए सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने कहा, ‘ऐसी शर्त लगाने से अपीलकर्ता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होगा। जमानत देते हुए ऐसी कोई शर्त नहीं लगाई जा सकती।’ बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 22 मार्च को यह आदेश पारित किया। कोर्ट ने कहा कि जमानत की शर्तों की सीमा तक हाईकोर्ट के आदेश को खारिज किया जाता है।

ममता बनर्जी पर विवादित टिप्पणी के बाद घिरे भाजपा सांसद दिलीप घोष, TMC ने चुनाव आयोग से की शिकायत

भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद दिलीप घोष के एक वीडियो क्लिप में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की का मजाक उड़ाते हुए सुनने के बाद मंगलवार को विवाद खड़ा हो गया है। जिसके बाद से ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्टी खासा आक्रामक दिखाई दे रही है। टीएमसी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास भाजपा सांसद दिलीप घोष के बयान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

इस तरह की सोच भाजपा के डीएनए में- टीएमसी
दिलीप घोष की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी ने कहा कि भाजपा सांसद की टिप्पणी भाजपा के डीएनए को दिखाता है। दिलीप घोष की आलोचना करते हुए टीएमसी ने वीडियो क्लिप साझा किया। पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष, जो वर्तमान में बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, ने टीएमसी के नारे ‘बांग्ला निजेर मेये के चाय (बंगाल अपनी बेटी चाहता है)’ का मजाक उड़ाया था।

दिलीप घोष के बयान पर टीएमसी आक्रामक
दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि जब ममता बनर्जी गोवा जाती है, तो कहती है कि वह गोवा की बेटी है। त्रिपुरा में वह करती है कि वह त्रिपुरा की बेटी है। पहले उन्हें स्पष्ट करने दीजिए। मेदिनीपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद घोष टीएमसी के 2021 चुनाव नारे ‘बांग्ला निजेर मेये केई चाय’ का जिक्र कर रहे थे। भाजपा नेता की टिप्पणी के खिलाफ चुनाव आयोग का टीएमसी ने दरवाजा खटखटाया है। पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने दिलीप घोष से माफी की मांग की और कहा कि टिप्पणियां ‘भाजपा के डीएनए’ में मौजूद है। उन्होंने कहा कि दिलीप घोष को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

मुलायम सिंह के बिना अखिलेश, शिवपाल और राम गोपाल ने खेली दूसरी होली, फाग गायन भी हुआ

इटावा के सैफई में समाजवादी पार्टी के मुखिया ने परिवार के साथ फूलों की होली खेली। इस दौरान भारी संख्या में कार्यकर्ता जुटे हैं। नेताजी मुलायम सिंह यादव के बिना यह दूसरी होली खेली गई है रंगों का त्योहार होली देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोग एक दूसरे को गुलाल और रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दे रहे हैं। सैफई में भी होली खेली गई। यहां फाग गायन भी किया गया। काफी संख्या में क्षेत्र से नामी ग्रामीण फाग गायन करने वाले लोग इसमें पहुंचे। नेताजी मुलायम सिंह के साथ के भी फाग गायन करने वाले भी मौजूद रहे।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव, समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव होली मंच पर पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं के साथ फूलों की होली खेली गई। आपको बता दें कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के बिना यह दूसरी होली है। काफी संख्या में प्रदेश भर से समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता यहां पहुंचे। क्षेत्र से भारी संख्या में लोग होली समारोह में शामिल हुए।

भाजपा के लिए चुनौती बनीं हारी हुईं पांच सीटें; इन सीटों के सियासी चक्रव्यूह को भेदने में नाकाम रही पार्टी

पिछले लोकसभा चुनाव में पूर्वांचल की पांच सीटों आजमगढ़, लालगंज, घोसी, गाजीपुर और जौनपुर में भाजपा की सियासी व्यूह रचना नाकाम साबित हुई। लिहाजा पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। पूर्वांचल के कद्दावर भूमिहार नेता मनोज सिन्हा तक को हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में अबकी बार पूर्वांचल में हारी हुई पांच सीटों पर भाजपा के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें होंगी। आजमगढ़ लोकसभा सीट से वर्ष 2019 का आम चुनाव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ढाई लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीता था।

यह दीगर बात रही कि 2022 में अखिलेश यादव ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिया तो उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ को जीत नसीब हुई। इससे पहले वर्ष 1989 से 2014 के बीच हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ एक बार 2009 में रमाकांत यादव ने इस सीट से जीत दिलाई थी।

लालगंज (सु.) लोकसभा सीट से वर्ष 2019 का आम चुनाव बहुजन समाज पार्टी की संगीता आजाद जीती थीं। इस सीट पर वर्ष 1989 से 2014 के बीच हुए आम चुनाव में भाजपा को सिर्फ एक बार 2014 में नीलम सोनकर जीत दिलाई थीं।
मऊ जिले की घोसी लोकसभा से वर्ष 2019 का चुनाव बहुजन समाज पार्टी के अतुल राय ने फरार रहकर जीता था। घोसी सीट पर वर्ष 1989 से 2014 के बीच हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ एक बार 2014 में हरिनारायण राजभर ने जीत दिलाई थी।

गाजीपुर लोकसभा सीट से वर्ष 2019 का आम चुनाव बहुजन समाज पार्टी के अफजाल अंसारी जीते थे। इससे पहले वर्ष 1989 से वर्ष 2014 के बीच गाजीपुर लोकसभा सीट से भाजपा के मनोज सिन्हा ने तीन बार जीत दर्ज की। जौनपुर लोकसभा सीट से वर्ष 2019 का आम चुनाव बहुजन समाज पार्टी के श्याम सिंह यादव ने जीता था। इससे पहले वर्ष 1989 से 2014 के बीच भाजपा यहां से चार बार लोकसभा का चुनाव जीत चुकी है।

चंदौली में घटा जीत का मार्जिन
चंदौली लोकसभा सीट से वर्ष 2019 का आम चुनाव भाजपा के डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय महज 13,959 मत से जीते थे। वहीं, इससे पहले इसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2014 का आम चुनाव डॉ. पांडेय ने डेढ़ लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीता था। ऐसे में इस बार चंदौली का लोकसभा चुनाव दिलचस्प होगा।

सैन्य अभ्यास में शामिल होकर यूएस नेवी के जवान खुश, कहा- भारतीय नौसेना से बहुत कुछ सीखा

भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच पूर्वी समुद्र तट पर सोमवार 18 मार्च से संयुक्त युद्धाभ्यास ‘टाइगर ट्रायम्फ-2024’ जारी है। इस मौके पर यूएसएस समरसेट के भूतल युद्ध अधिकारी ब्रंजिक ने भारतीय नौसेना कर्मियों के साथ विशाखापत्तनम में समय बिताया। अधिकारी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय नौसेना से बहुत कुछ सीखा है।

बता दें कि इस युद्धाअभ्यास का उद्घाटन समारोह 19 मार्च को आईएनएस जलाश्व पर हुआ। समरसेट तीन सैन एंटोनियो श्रेणी के उभयचर परिवहन डॉक जहाजों में से एक है, जिसका नाम 11 सितंबर, 2001 के आतंकवादी हमलों के दौरान खोए गए लोगों के सम्मान में रखा गया है।

नौसेना के साथ बिताया गया समय रहेगा यादगार: ब्रंजिक
समरसेट पर भूतल युद्ध अधिकारी ब्रंजिक ने कहा, ‘हमें विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना कर्मियों के साथ बिताया गया समय बहुत पसंद आया। हमने उनसे बहुत कुछ सीखा और हमारे पास उनके साथ गेम खेलने के दौरान कुछ बेहतरीन यादें भी हैं।’

‘टाइगर ट्रायम्फ 2024’, भारत और अमेरिका के बीच एक द्विपक्षीय, त्रि-सेवा अभ्यास है। इसका उद्घाटन समारोह 19 मार्च को आईएनएस जलाश्व पर हुआ। अभ्यास का हार्बर चरण 18-25 मार्च तक विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया था। इसमें प्री-सेल चर्चा, पेशेवर विषयों पर विषय विशेषज्ञ आदान-प्रदान और विभिन्न कार्यों की योजना और निष्पादन प्रक्रियाओं पर विचार-विमर्श शामिल था।

क्या है यूएसएस नेवी समरसेट
ट्रायम्फ 2024 के हिस्से के रूप में, यूएसएस नेवी समरसेट जहाज विशाखापत्तनम आया, जो एक सैन एंटोनियो-क्लास उभयचर परिवहन डॉक जहाज है। इसके प्रत्येक डेक में फ्लाइट 93 के स्मृति चिन्ह हैं, जिसमें मेमोरियल रूम की ओर जाने वाला एक रास्ता भी शामिल है, जिस पर यात्रियों के नाम अंकित हैं। इससे पहले शनिवार को, यूएसएस समरसेट के चालक दल ने कहा कि वे विशाखापत्तनम की अपनी यात्रा और टाइगर ट्रायम्फ के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना के साथ संयुक्त अभ्यास के शानदार अनुभव को हमेशा याद रखेंगे।

होली खेलने के बाद हो गई है थकान और सुस्ती? इन उपायों से शरीर को मिलेगी ऊर्जा, हो जाएंगे रिफ्रेश

देशभर में होली का त्योहार पूरे धूम-धाम से मनाया जा रहा है। लोग एक दूसरे को रंग लगाकर, पकवान खिलाकर होली की शुभकामनाएं दे रहे हैं। अमर उजाला की तरफ से भी आप सभी को रंगों के इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। होली के उत्सव के बीच अपनी सेहत को लेकर कोई समझौता न करें। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अस्थमा-सांस की समस्या वाले लोगों को रंग-गुलाल से बचना चाहिए, वहीं मीठे पकवान ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं इसलिए डायबिटीज रोगी भी होली के समय में सेहत को लेकर सतर्क रहें।

जब होली की बात आती है तो गाने, नृत्य से लेकर भोजन और रंगों तक, सब कुछ आनंददायक होता है। लेकिन जब उत्सव समाप्त होता है, तो हम सभी थके हुए और नींद महसूस करते हैं। क्या आप भी होली के बाद बिल्कुल थक जाते हैं? आइए जानते हैं कि होली के बाद की थकान से छुटकारा पाने के लिए आप क्या कर सकते हैं? किन चीजों से शरीर को दोबारा तेजी से ऊर्जा मिल सकती है?

होली के बाद थकान-कमजोरी

डॉक्टर कहते हैं, कई लोग हैं जो होली के दौरान भांग या शराब जैसे पदार्थों का सेवन कर लेते हैं, इससे बचाव जरूरी है। मादक पदार्थों के कारण हैंगओवर और अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा होली खेलने के बाद अक्सर लोग थकान महसूस करते हैं, इसका एक प्रमुख कारण शरीर का डिहाइड्रेट होने भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि होली के उत्सव के समय पानी, जूस जैसे स्वस्थ तरल पदार्थों का सेवन करते रहें।

रिफ्रेश होने के लिए गुनगुने पानी से नहाएं

होली के उत्सव के बाद खुद को तरोताजा करने के लिए हल्के गुनगुने पानी से स्नान करें। गुनगुने पानी से नहाने से थकान कम हो सकती है। ये आपको अच्छी नींद लेने में भी मदद करेगी। इसके बाद 2-3 घंटे की अच्छी नींद लेने से शरीर रिफ्रेश हो जाता है।थकान-कमजोरी जैसी दिक्कतों से बचाव के लिए आहार का ध्यान रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है।

पौष्टिक चीजों का करें सेवन

होली खेलने के बाद शरीर को दोबारा से ऊर्जावान बनाने के लिए खूब सारी पौष्टिकता वाली चीजों का सेवन करें। फलों के जूस, नारियल का पानी-गन्ने का जूस आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की तेजी से पूर्ति करने में सहायक माने जाते हैं। तरबूज, केला, सेब या संतरे जैसे फल और पालक, ब्रोकोली और चुकंदर जैसी सब्जियां खाएं। इनमें विटामिन सी, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में होती हैं। आपको ऊर्जावान बनाए रखने के साथ-साथ प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में इन चीजों के सेवन से मदद मिल सकती है।

चेहरे-त्वचा पर चढ़ गया है होली का गाढ़ा रंग? इन उपायों से आसानी से कर सकते हैं साफ

देशभर में इस समय होली की धूम है। लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर, मिठाई-पकवान खिलाकर इस त्योहार का आनंद ले रहे हैं। हालांकि त्योहारों की धूम में हमें अपनी सेहत को लेकर जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। जिन लोगों को अस्थमा या सांस की समस्या है उन्हें रंगों-गुलाल से बचाव करने की सलाह दी जाती है। वहीं डायबिटीज रोगियों को ज्यादा मीठे-हाई कैलोरी वाली चीजों से परहेज करना चाहिए, इससे ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा रहता है।

होली खेलने को बाद जो दो दिक्कतें सबसे ज्यादा देखी जाती हैं वह है- चेहरे पर चढ़े रंग को निकालना और होली खेलने के बाद होने वाली थकान को दूर करना। अगर आपके चेहरे-त्वचा पर भी होली का गाढ़ा रंग चढ़ गया है तो हम कुछ आसान से उपाय बता रहे हैं जिसकी मदद से आसानी से रंग छुड़ाया जा सकता है।

क्या है विशेषज्ञों की सलाह?

त्वचा रोग विशषज्ञ कहते हैं, चेहरे पर लगे रंग को छुड़ाने के लिए इसे बहुत ज्यादा रगड़ें नहीं, ऐसा करने से त्वचा के छिलने और जलन की दिक्कत हो सकती है। चेहर को साफ पानी से अच्छी तरह से धो लें और फिर साबुन से हल्के हाथों से मसाज करते हुए रंग को निकालें। इस प्रक्रिया के बाद त्वचा को मॉस्चराइज जरूर करें। कुछ और घरेलू उपाय हैं जिसकी मदद से त्वचा से भी रंगों को आसानी से निकालने में मदद मिल सकती है।

सरसों का उपटन है कारगर तरीका

होली के बाद चेहरे और त्वचा से रंगों को हटाने के लिए सरसों का उपटन लगाना पुराने समय से चला आ रहा देसी तरीका है। जिन हिस्सों में रंग लग गया है वहां पर उपटन लगाएं और मालिश करें। सरसों प्राकृतिक रूप से सौंदर्यवर्धक मानी जाती है और इसमें मौजूद तैलीय मात्रा से त्वचा में जलन और रंगों के कारण होने वाली समस्याओं का भी जोखिम कम हो सकता है। उपटन से रंग निकालने में मदद मिल सकती है।

रंग निकालने का तरीका

त्वचा से रंग को निकालने के लिए एक और देसी उपाय किया जा सकता है। हाथों-पैरों में लगे गाढ़े रंग को निकालने के लिए थोड़ी मात्रा में सैम्पू लें और उसमें ईनो मिलाएं। इसे रंग वाली जगह पर लगाकर हल्की मालिश करें, ये तरीका रंग को काटने में मददगार हो सकता है। हालांकि चेहरे से रंग को निकालने के लिए इस उपाय को न करें, सिर्फ हाथों और पैरों के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है।

होली खेलने के बाद परिवार को बनाकर खिलाएं वेजिटेबल पुलाव, बनाने में नहीं लगेगी मेहनत

होली का खुमार आज चारों तरफ दिखाई दे रहा है। हर कोई अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ होली खेल रहा है। रंग खेलने के बाद शाम को लोग एक-दूसरे के घर होली मिलने जाते हैं। ऐसे में हर किसी के घर तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। होली के दिन रंग खेलने के बाद इतनी थकान हो जाती कि कहीं आना-जाना भी काफी मुश्किल हो जाता है। महिलाओं के लिए सबसे कठिन काम होता है इतनी थकान में भी खाना बनाना।

ऐसे में हम आपको ऐसी डिश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप या तो होली खेलने के बाद और या फिर डिनर में झटपट तैयार कर सकती हैं। हम बात कर रहे वेजिटेबल पुलाव की, जिसे बनाना भी काफी आसान है, और ये खाने में भी काफी स्वादिष्ट लगता है। तो चलिए देर न करते हुए आपको भी वेज पुलाव की सिंपल रेसिपी बताते हैं।

पुलाव बनाने का सामान

चावल – 1 कप
मटर – आधा कप
गाजर – 2 कटी हुई
गोभी – कटी हुई
आलू – 1
दालचीनी – 1 इंच
लौंग – 4
इलायची – 2
अदरक
हरी मिर्च
नमक – स्वादानुसार
धनिया पत्ती

विधि

वेजिटेबल पुलाव बनाना काफी आसान है। इसके लिए आपको सबसे पहले चावलों को थोड़ी देर के लिए भिगो कर रखना है। इसके बाद सब्जियों को सही आकार में बराबर काट लें। इसके बाद एक कुकर में तेल डालकर इसे गर्म करें। तेल में अब जीरा, दालचीनी, लौंग, इलायची और अदरक डालकर सही से भूनें।

जब ये भुन जाए तो कुकर में हरी मिर्च डालें। इसके बाद सभी कटी हुई सब्जियों को उसमें डाल दें। जब सभी सब्जियां भुन जाएं तो इसमें भिगोए हुए चावलों को डालें। सभी चीजों को सही तरह से मिक्स करें। अब चावलों में नमक और थोड़ी सी लाल मिर्च डालें। जब नमक सही से मिक्स हो जाए तो जरूरत के अनुसार पानी डालकर कुकर का ढक्कन बंद कर दें। मीडियम आंच पर इसे पकने दें।

होली के बाद शरीर की अंदरूनी सफाई भी जरूरी, इन ड्रिंक्स से कर सकते हैं बॉडी डिटॉक्स

देशभर में होली का त्योहार बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया गया। लजीज भोजन, मिठाइयां और पकवान इस त्योहार को काफी खास बना देते हैं। हालांकि त्योहारों में गरिष्ठ और तली-भुनी चीजें अधिक खा लेने के कारण कब्ज-अपच और पाचन की कई प्रकार की दिक्कतें हो सकती हैं। इतना ही नहीं भोजन में गड़बड़ी का सेहत पर कई और तरह से भी नकारात्मक असर हो सकता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ भारी भोजन के बाद अगले दिन शरीर की आंतरिक साफ-सफाई यानी कि बॉडी को डिटॉक्स करने की सलाह देते हैं।

होली के अगले दिन सभी लोगों को बॉडी डिटॉक्स जरूर करना चाहिए, ये शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और आपके पाचन को ठीक रखने में मदद कर सकती है। समय-समय पर बॉडी डिटॉक्स करते रहने से विषाक्त पदार्थ जमा नहीं होने पाते हैं, जिन्हें कई प्रकार की बीमारियों का कारण माना जाता है।

शरीर की आंतरिक सफाई बहुत जरूरी

आहार विशेषज्ञ बताते हैं, बॉडी डिटॉक्स के लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, घर पर ही मौजूद चीजों से आसानी से शरीर को अंदर से साफ किया जा सकता है। होली के बाद अक्सर लोगों में डिहाइड्रेशन की समस्या देखी जाती रही है, इसलिए जरूरी है कि सबसे पहले खूब सारा पानी पिएं, शरीर में तरल पदार्थों की कमी होने से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। पानी पीने से भी शरीर से अतिरिक्त सोडियम-शुगर को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा आपको कुछ और ड्रिंक्स से लाभ मिल सकता है।

नींबू पानी और शहद के कई फायदे

बॉडी डिटॉक्स के लिए जिस पेय पदार्थ का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता रहा है वह है नींबू-पानी। सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहर डालकर इसका सेवन करना आपके लिए काफी लाभप्रद हो सकता है। इससे न सिर्फ शरीर हाइड्रेट होता है साथ ही नींबू में मौजूद विटामिन-सी की मात्रा आपको कई प्रकार के फायदे दे सकती है। रक्त शर्करा को बेहतर तरीके से कंट्रोल करने के अलावा नींबू पानी पीने से आहार में गड़बड़ी के कारण हुई पाचन की दिक्कतों को भी दूर किया जा सकता है।