Friday , October 25 2024

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ब्रिटिश राजकुमारी केट मिडलटन के मेडिकल रिकॉर्ड लीक होने पर हंगामा, अस्पताल कर्मियों से पूछताछ शुरू

ब्रिटेन में नागरिकों की निजता की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार इंफोर्मेशन कमिश्नर ऑफिस (आईसीओ) ने ब्रिटिश राजघराने की बहू केट मिडलटन के मेडिकल रिकॉर्ड के कथित लीक मामले में जांच शुरू कर दी है। इस बीच एक पुरानी जांच रिपोर्ट की ब्रिटेन में चर्चा चल रही है, जिसमें कहा गया कि मरीज के मेडिकल रिकॉर्ड मेडिकल स्टाफ को आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। यह रिपोर्ट केयर क्वालिटी कमीशन ने साल 2021 में जारी की थी।

मेडिकल रिकॉर्ड लीक की जांच शुरू
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुरानी रिपोर्ट में दावा किया गया कि बड़े अस्पतालों में मरीजों के रिकॉर्ड सुरक्षित रखे जाते हैं, लेकिन वे मेडिकल कर्मियों को आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। केट मिडलटन की बीती जनवरी में सर्जरी हुई थी। यह सर्जरी लंदन के एक अस्पताल में हुई। दो हफ्ते अस्पताल में रहने के बाद केट अस्पताल से डिस्चार्ज हो गईं थी। हाल ही में आरोप लगे कि अस्पताल में केट के मेडिकल रिकॉर्ड लीक हुए। इस मामले में तीन कर्मचारियों से पूछताछ हो चुकी है। वहीं केट मिडलटन सर्जरी के बाद से ही सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखाई दी हैं। जिसके चलते उनकी सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर चल रहा है।

‘अगर किसी जज को हटाना इतना आसान…’, HC के न्यायाधीश को पद से बर्खास्त करने पर SC की फटकार

पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हाईकोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश को बर्खास्त करने के आदेश को अवैध घोषित कर दिया। दरअसल, न्यायाधीश को देश की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के खिलाफ भाषण देने के लिए पद से हटा दिया गया था।

साल 2018 में बर्खास्त किया
रावलपिंडी बार एसोशिएसन में इस्लामाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश शौकत अजीज सिद्दीकी ने आईएसआई पर अदालत की कार्यवाही को प्रभावित करने और पसंद की पीठें बनाने का आरोप लगाया था। इसी को लेकर उन्हें 11 अक्तूबर, 2018 में सर्वोच्च न्यायिक परिषद द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था।

कई साल बीतने के बाद सुनवाई
पूर्व न्यायाधीश ने पद से हटाए जाने के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी। कई साल बीत जाने के बाद इस मामले पर सुनवाई शुरू की गई। मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय पैनल और इसमें न्यायमूर्ति अमीनुद्दीन खान, न्यायमूर्ति जमाल खान मंडोखल, न्यायमूर्ति हसन अजहर रिजवी और न्यायमूर्ति इरफान शादत शामिल थे।

23 जनवरी को रखा था फैसला सुरक्षित
पीठ ने 23 जनवरी को सुनवाई पूरी कर ली थी और आदेश को सुरक्षित रख लिया था, जो आज जारी किया गया। पीठ ने कहा कि सिद्दीकी को हटाया जाना गलत है। उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट का सेवानिवृत्त न्यायाधीश माना जाएगा और वह एक पूर्व न्यायाधीश की तरह सभी लाभों के हकदार होंगे।

‘अमेरिका आते हुए बहुत सावधान रहें…’, छात्रों को पेप्सिको की पूर्व सीईओ नूई की ये बात जरूर सुननी चाहिए

पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई ने अमेरिका में रह रहे या अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे भारतीय छात्रों को सलाह दी है कि वह अमेरिका में बहुत ध्यान से रहें और स्थानीय कानूनों का पालन करें। साथ ही नूई ने अपील की कि भारतीय युवा अमेरिका आकर ड्रग्स या किसी भी नशे से दूर रहें। हाल के समय में अमेरिका में भारतीय छात्रों के साथ अनहोनी की कई घटनाएं हुई हैं। यही वजह है कि इंदिरा नूई ने भारतीय छात्रों को अलर्ट रहने की सलाह दी है।

इंदिरा नूई ने जारी किया वीडियो
इंदिरा नूई को वैश्विक स्तर पर कॉरपोरेट जगत की ताकतवर और प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर जाना जाता है। नूई ने एक 10 मिनट के वीडियो संदेश जारी किया है, जिसे न्यूयॉर्क में भारत के कॉन्सुलेट जनरल ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। वीडियो संदेश में नूई ने कहा कि ‘इस वीडियो को रिकॉर्ड करने का मकसद ये है कि मैं आप सभी युवाओं से, जो अमेरिका आना चाहते हैं या पहले से ही यहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, उनसे बात करना चाहती थी। आजकल भारतीय छात्रों के साथ अनहोनी होने की कई घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन ये आपके हाथ में है कि आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।’

छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह
नूई ने कहा कि ‘कानून का पालन करें और रात में अकेले सुनसान जगहों पर न जाएं। ड्रग्स या किसी भी तरह के नशे के सेवन से बचें क्योंकि यही सब चीजें आपदा लेकर आती हैं।’ पेप्सिको की पूर्व सीईओ ने भारतीय छात्रों को सलाह दी कि वह अमेरिका में अपनी यूनिवर्सिटी और कोर्स को बहुत सावधानी से चुनें। जब अमेरिका आएं तो शुरुआती महीनों में बेहद सावधान रहें। दोस्त सावधानी से चुनें और नई आदतों को भी सोच-विचारकर अपनाएं। उन्होंने कहा कि ‘जब सांस्कृतिक बदलाव होता है तो बहुत आशंका होती है कि छात्र इस आजादी में भटक जाते हैं और कई बार ड्रग्स के आदी हो जाते हैं। ये बेहद खतरनाक है।’

पुलिस ने दबोचे दो आरोपी, एक बीबीए का छात्र, दूसरा आठवीं पास

बरेली के कैंट थाना क्षेत्र स्थित सदर बाजार में एसबीआई के एटीएम को दो स्थानीय युवकों ने काटकर कैश निकालने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार कर लिए। इनमें से एक बीबीए का छात्र तो दूसरा आठवीं पास है। दोनों ने बताया कि होली और ईद के खर्चे पूरे करने को यह घटना कर रहे थे।

रात करीब पौने दो बजे एटीएम का सायरन बजने पर स्थानीय लोगों ने कैंट पुलिस को सूचना दी। पास में ही गश्त कर रहे इंस्पेक्टर जग नारायण पांडेय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो एटीएम काट रहे आरोपी गलियों में भाग खड़े हुए। पुलिस ने गोल मार्केट के पास दोनों को पकड़ लिया। फिर इन्हें थाने लाकर पूछताछ की गई। पता लगा कि इनमें से एक सदर बाजार निवासी प्रेम गोस्वामी व दूसरा यहीं मदारी की पुलिया का राहिल था।

प्रेम ने बताया कि वह बीबीए का छात्र है जबकि उसका दोस्त राहिल आठवीं पास है। प्रेम को होली और राहिल को ईद पर कपड़े आदि खरीदारी करने को रुपयों की जरूरत थी। प्रेम के पिता केबल ऑपरेटर और राहिल के पिता कपड़ों पर डाई लगाने का काम करते हैं। दोनों दोस्त नशे के आदी हैं तो घरवालों ने खर्चा बंद कर रखा है। इसलिए प्रेम ने यूट्यूब पर एटीएम को काटकर रुपये निकालने की वीडियो देखी। इसके बाद एटीएम को काटकर रुपये निकालने की योजना बनाई थी। राहिल उसके साथ आ गया था।

पुलिस के पीछे पड़े कुत्ते
आरोपियों को पकड़ने के लिए जब पुलिस ने गलियों में दौड़ लगाई तो कुत्ते पुलिस के पीछे पड़ गए। मुश्किल से पुलिस ने कुत्तों से बचते हुए आरोपियों को पकड़ लिया। चूंकि आरोपी नशे में थे तो ज्यादा भाग भी नहीं पा रहे थे। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। दोनों को शुक्रवार को जेल भेजा जाएगा। स्थानीय लोगों ने बताया कि कैंट के बीआई बाजार में 2012 में एक निजी बैंक का एटीएम काट लिया था, इसमें 24 लाख रुपये चोरी हुए थे। इस घटना का आज तक खुलासा नहीं हो सका।

लोग वीआईपी दर्शन से बचें… चंपत राय ने पैसे लेकर रामलला का दर्शन कराने पर दी प्रतिक्रिया

पैसे लेकर रामलला के दर्शन कराने के मामले में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि सुगम दर्शन व वीआइपी दर्शन से लोग बचें। अयोध्या में दर्शन के लिए गैर कानूनी काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन कार्रवाई करे।

चंपत ने कहा कि सुगम दर्शन व वीआईपी दर्शन दोनों प्रकार के दर्शनों से लोग अपने आप को बचाएं। इसके नाम पर अयोध्या में अनेक लोगों ने कुछ गैर कानूनी काम करने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि एक मेरे जानने वाले विदेश के नागरिक ने दो हजार रुपये देकर रामलला के दर्शन किए।

अयोध्या के किसी भी मंदिर में कभी भी पैसा लेकर दर्शन करने की कोई परंपरा नहीं रही है। भारत और भारत के बाहर रहने वाले श्रद्धालुओं से निवेदन है कि सामान्य जन के रूप में रामलला दर्शन करने की योजना बनाएं। एक घंटे में प्रवेश द्वार से लेकर निकास द्वार तक बहुत सहजता से भगवान के दर्शन होंगे।

स्वामी प्रसाद बोले- भाजपा लोकतंत्र का गला घोंटने पर आमादा, जनता जवाब देगी

लखनऊ:  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बृहस्पतिवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। इस पर विपक्ष के नेताओं ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा देश में लोकतंत्र समाप्त कर देना चाहती है। इस पर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के संस्थापक स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मोदी सरकार ईडी, सीबीआई व इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर विपक्षी पार्टी के नेताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमे व गिरफ्तारी का नंगा नाच कर लोकतंत्र का गला घोंटने पर अमादा है।

झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी जनता के विश्वास का अपमान है। सरकार कितना भी नंगा नाच क्यों न करे, देश की जनता इसको देख रही है, लोकसभा चुनाव में जनता मोदी सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर इसका जवाब जरूर देगी। उन्होंने कहा भाजपा हटाओ लोकतंत्र बचाओ।

अमेठी में धक्का देकर स्टेशन तक लाया गया ट्रेन का कोच, वीडियो हुआ वायरल, बोलने से बच रहे अधिकारी

अमेठी जिले में लखनऊ-सुल्तानपुर-वाराणसी रेल ट्रैक पर निहालगढ़ के पास आई तकनीकी कमी से दूसरे दिन भी ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। लखनऊ-सुल्तानपुर-वाराणसी रेल ट्रैक पर एक कोच में तकनीकी दिक्कत आ गई। जिस पर कोच को धक्का देकर स्टेशन लाया गया।

मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो निहालगढ़ स्टेशन के पहले का है। कोच में तकनीकी कमी आने के बाद कर्मियों में अफरातफरी मच गई। किसी तरह धक्का देकर कोच को स्टेशन पहुंचाया गया। स्टेशन पहुंचने के बाद कोच को भेजने के लिए दूसरे इंजन की डिमांड की गई है। इस मामले में कोई भी अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं है।

डिंपल सीख गईं राजनीत के वो गुर, जिससे मुलायम ने विरोधियों को किया था चित; अब खुद के दम पर लड़ रहीं चुनाव

मैनपुरी लोकसभा चुनाव की मझधार पार करने के लिए सांसद डिंपल यादव ने इस बाद खुद ही पतवार थाम ली है। अकेले ही वे इस बार चुनावी मैदान में उतरी हैं। जनता के बीच जा रही हैं और संगठन से रायशुमारी कर जनता के बीच अपनी पकड़ बना रही हैं। ऐसे में डिंपल कहीं न कहीं अपना खुद का वजूद गढ़ रहीं हैं।

सांसद डिंपल यादव ने 2009 में सियासत में अपना पहला कदम रखा था। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से फिरोजाबाद सीट छोड़ने के चलते यहां हुए उपचुनाव में वे सपा प्रत्याशी थीं। यहां वे कभी अखिलेश यादव तो कभी धर्मेंद्र यादव या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नजर आती थीं। हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं, 2012 और 2014 में वे कन्नौज से सांसद चुनी गईं। यहां भी प्रचार के दौरान अखिलेश या परिवार का कोई न कोई सदस्य उनके साथ ही रहा। 2019 में कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव हारने के बाद उन्होंने मैनपुरी से 2022 में लोकसभा उपचुनाव लड़ा।

नेताजी मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद ये सीट खाली हुई थी। यहां भी प्रचार में अखिलेश यादव साये की तरह उनके साथ नजर आए। अखिलेश की गैर मौजूदगी में कभी देवर पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव तो कभी भतीजे पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव ने उनका साथ दिया। लेकिन 2024 के आम चुनाव में अब डिंपल यादव नए कलेवर में नजर आ रही हैं। इस बार वे अकेले ही मैनपुरी की कमान संभाले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां लखनऊ में व्यस्त हैं तो वहीं धर्मेंद्र यादव भी आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद व्यस्त चल रहे हैं। पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव भी मैनपुरी में नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि डिंपल यादव ये बता चुकी हैं कि तेजप्रताप का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।

कारण चाहे जो हो, लेकिन राजनीतिक जानकार इसे अलग नजरिये से देख रहे हैं। उनका मानना है कि डिंपल यादव किसी न किसी का सहारा लेने वाली छवि से बाहर निकल रही हैं। यही कारण है कि वे इस बार मैनपुरी में बीते डेढ़ माह से लगातार अकेले ही लोगों के बीच जा रही हैं। फिलहाल होली तक के लिए उनके कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। होली के बाद फिर बार उनका मैनपुरी में भ्रमण शुरू हो जाएगा।

ममता बनर्जी ने की अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना, कहा- लोकतंत्र पर खुलेआम हमला हो रहा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर विपक्ष लगातार भाजपा पर निशाना साध रहा है। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की आलोचना की है। साथ ही इसे विपक्षी मुख्यमंत्रियों पर सोची-समझी कार्रवाई करार दिया। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख बनर्जी ने एलान किया कि ‘इंडिया’ ब्लॉक के प्रतिनिधि विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी पर अपनी आपत्ति जताने के लिए चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे।

सुनीता केजरीवाल से की बात
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘मैं लोगों के द्वारा चुने गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करती हूं। मैंने सुनीता केजरीवाल से संपर्क कर अपना अटूट समर्थन और एकजुटता व्यक्त की है।’

भाजपा में शामिल होते ही…
ममता बनर्जी ने निर्वाचित विपक्षी मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाए जाने की निंदा की। साथ ही इस बात की ओर ध्यान दिलाया कि किस तरह सीबीआई और ईडी की जांच का सामना कर रहे लोगों को भाजपा में शामिल होने के बाद निर्दोष साबित कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘यह अपमानजनक है कि विपक्षी मुख्यमंत्रियों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और गिरफ्तार किया जा रहा है। जबकि भाजपा के साथ गठबंधन करने पर सीबीआई या ईडी जांच के तहत आरोपी व्यक्तियों को बिना किसी दंड के अपने कदाचार को जारी रखने की अनुमति दी जा रही है। यह लोकतंत्र पर खुलेआम हमला है।’

केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र पर बरसीं ममता बनर्जी, भाजपा बोली- ये बंगाल में भी हो सकता है

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र पर हमला बोला। टीएमसी ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले सुनियोजित तरीके से विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। टीएमसी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। वहीं टीएमसी के आरोपों पर भाजपा ने भी पलटवार किया है और कहा है कि जो दिल्ली में हुआ, वो बंगाल में भी हो सकता है।

ममता बनर्जी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को बताया ‘लोकतंत्र पर हमला’
ईडी ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाला मामले में गुरुवार की रात गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। ममता बनर्जी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। गठबंधन के नेता चुनाव आयोग से मिलकर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे। ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा की और आरोप लगाया कि जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्रियों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। वहीं जो लोग भाजपा के साथ हैं, उन्हें बेशर्मी के साथ पूरी छूट दी जा रही है।

चुनाव आयोग में शिकायत करेंगी विपक्षी गठबंधन की पार्टियां
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘यह लोकतंत्र पर हमला है। आज हमारे विपक्षी गठबंधन के नेता चुनाव आयोग से मिलेंगे और विपक्षी नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाए जाने पर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराएंगे। टीएमसी की तरफ से चुनाव आयोग की बैठक में डेरेक ओ ब्रायन और मोहम्मद नदीमुल हक पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।’ टीएमसी के वरिष्ठ नेता शांतनु सेन ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया और कहा कि भाजपा अभी भी ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।