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दिव्यांग अब बिना किसी सहारे के हो सकेंगे खड़े, पहली स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर विकसित

अब दिव्यांगजनों को अपने काम के लिए किसी की मदद नहीं लेनी पड़ेगी। आईआईटी मद्रास के सेंटर फॉर रिहैबिलिटेशन रिसर्च एंड डिवाइस डेवलपमेंट की प्रोफेसर सुजाता श्रीनिवासन की अध्यक्षता में विशेषज्ञों ने स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर-नियोस्टैंड तैयार किया है। यह एक कॉम्पैक्ट स्टैंडिंग व्हीलचेयर है। इसके मोटराइज्ड स्टैंडिंग मैकेनिज्म के लिए नेविगेशन आसान बनाया गया है। व्हीलचेयर पर बैठा व्यक्ति एक बटन दबा कर आसानी से खुद खड़ा हो सकता है।

90 हजार कीमत…
आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटि ने व्हीलचेयर को लॉन्च करते हुए कहा, नियोस्टैंड को दिव्यांगजनों की समस्याओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसके माध्यम से दिव्यांगजन लंबे समय तक बैठ सकते हैं और जब चाहें आराम से खड़े हो सकते हैं। आईआईटी मद्रास के इनक्यूबेट स्टार्टअप नियोमोशन ने इसकी कीमत 90 हजार रखी है।

पिछड़े ही बढ़ाएंगे आगे, ओबीसी वोट के लिए भाजपा और कांग्रेस में जोर-आजमाइश

बिहार में जाति गणना के बाद से अन्य पिछड़ा वर्ग को लेकर सियासत तेजी से गरमा गई है। जाति गणना के जरिये इस वर्ग को सियासत के केंद्र में लाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गए, पर विपक्ष खासकर कांग्रेस इसे लेकर लगातार हमलावर है। हो भी क्यों नहीं। करीब 50 फीसदी की अनुमानित आबादी के कारण यह वोट बैंक जनादेश की दशा और दिशा तय करता आया है। यही वजह है कि दलों-गठबंधनों के लिए यह वोट बैंक सबसे अहम है। भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए और कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्षी गठबंधन में सबसे ज्यादा खींचतान इसी वोट बैंक को लेकर है। विपक्ष इन्हें साधने के लिए परंपरागत सामाजिक न्याय से जुड़े आरक्षण, जाति जनगणना को हथियार बना रहा है, वहीं भाजपा योजनाओं, चेहरों के माध्यम से इस वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है।

यह चुनाव भाजपा का ओबीसी को जाति के खांचे से निकालने का प्रयोग है। जातिगत आबादी में अनुरूप सरकारी नौकरी और अवसरों में हिस्सेदारी की विपक्ष की मांग के बीच पार्टी ने राजनीति में परंपरागत जाति आधारित सियासत की जगह गरीब, युवा, किसान और महिला के रूप में नए सामाजिक समीकरण तैयार करने की कोशिश की है। हालांकि इस नए प्रयोग के बीच भाजपा ओबीसी के परंपरागत स्वभाव के प्रति न सिर्फ सतर्क है, बल्कि कोई खतरा भी नहीं उठाना चाहती। दूसरी ओर विपक्ष, और खासतौर से कांग्रेस इसी वर्ग को अपने उद्धारकर्ता के रूप में देख रही है। पहली बार कांग्रेस ओबीसी और इससे जुड़े परंपरागत आरक्षण, जाति जनगणना जैसे सवालों को मुद्दों के केंद्र में लाना चाहती है। दरअसल, हिंदुत्व व राष्ट्रवाद के मुद्दे पर अगड़े वर्ग के छिटकने, दलित मतदाताओं के बंटने के बाद कांग्रेस अब सामाजिक न्याय के मुद्दे पर अपनी सियासत को आगे बढ़ाना चाहती है।

भाजपा की रणनीति
मोदी-शाह के युग में भाजपा ने ब्राह्मण-बनिया की पार्टी की अवधारणा को तोड़ दिया है। इसमें पीएम मोदी का आेबीसी वर्ग से होना मददगार साबित हुआ है। बीते दो चुनाव में इस वर्ग के बड़े हिस्से में पहुंच बना चुकी भाजपा पिछड़ा वर्ग से जुड़े चेहरों को आगे बढ़ा रही है। हाल में नायब सैनी को हरियाणा का सीएम बनाया तो मध्यप्रदेश में सरकार की कमान मोहन यादव को दी गई। पार्टी ने कामगारों के लिए 13 हजार करोड़ रुपये की विश्वकर्मा योजना शुरू की, जिसका लाभ पिछड़ी जातियों को मिल रहा है। जाति की राजनीति का गढ़ माने जाने वाले बिहार में पार्टी ने नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा को साधा है। वहीं, यूपी में अपना दल, निषाद पार्टी, सुभासपा एनडीए के साथ है।

मुंबई में महिला डाक्टर ने अटल सेतु से लगाई छलांग, पिता के लिए छोड़े सुसाइड नोट में कही यह बात

दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने के लिए समुद्र पर बनाए गए अटल सेतु से एक महिला ने छलांग लगा दी। पेशे से वह चिकित्सक बताई जा रही हैं। उनकी उम्र करीब 43 साल रही होगी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक महिला के शव का पता नहीं लग सका है, लेकिन उनके मुंबई स्थित आवास से कथित सुसाइड नोट जरूर मिला है।

अवसाद से पीड़ित थीं महिला
पुलिस ने बताया कि पेशे से डॉक्टर किंजल कांतिलाल शाह अवसाद से पीड़ित थीं। उनका इलाज चल रहा था। वह अपने पिता के साथ मुंबई के परेल इलाके में दादा साहब फाल्के रोड स्थित नवीन आशा इमारत में रहती थीं। सोमवार की दोपहर किंजल ने अपने घर के पास से अटल सेतु जाने के लिए टैक्सी ली और वहां से समुद्र में छलांग लगा दी।

चालक ने तुरंत नवी मुंबई पुलिस को जानकारी दी
न्हावा शेवा पुलिस थाना के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र कोटे ने बताया कि महिला ने पुल पर टैक्सी चालक से गाड़ी रोकने को कहा। चालक ने इनकार कर दिया तो उन्होंने उस पर दबाव बनाया। जिद की वजह से चालक ने गाड़ी रोक दी। इसके बाद वह गाड़ी से बाहर निकलीं और पुल से कूद गईं। टैक्सी चालक ने तुरंत नवी मुंबई पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी। इसके बाद तटीय पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों और बचाव दल की मदद से उसे ढूंढने के लिए अभियान चलाया।

चुनावी बॉन्ड को लेकर राहुल के तंज पर अमित शाह का पलटवार, हफ्ता वसूली वाले बयान पर पूछा यह सवाल

कांग्रेस नेता राहुल की चुनावी बॉन्ड को लेकर की गई टिप्पणी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है। दरअसल, राहुल ने चुनावी बॉन्ड को ‘हफ्ता वसूली’ करार दिया था। इस पर अमित शाह ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता को यह साफ करना होगा कि उनकी पार्टी को 1,600 करोड़ रुपये कहां से मिले? शाह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि राहुल गांधी को भी 1,600 करोड़ रुपये मिले थे। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि उन्हें ‘हफ्ता वसूली’ कहां से मिली। हम दावा करते हैं कि यह एक पारदर्शी चंदा है, लेकिन अगर वह इसे वसूली कहते हैं, तो उन्हें विस्तार से बताना चाहिए।

‘INDIA’ को जनता का सामना करना मुश्किल हो जाएगा: शाह
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा अन्य पार्टियों की तरह अपने दानदाताओं की सूची का खुलासा करेगी? शाह ने जवाब दिया कि मैं आपको आश्वासन देता हूं कि एक बार जानकारी सामने आने के बाद विपक्षी गठजोड़ ‘INDIA’ को जनता का सामना करना मुश्किल हो जाएगा। शाह ने कहा कि चुनावी बॉन्ड भारतीय राजनीति में काले धन को खत्म करने के लिए लाए गए थे। अब जब यह व्यवस्था खत्म कर दी गई है तो मुझे काले धन की वापसी का डर है।

‘बॉन्ड ने राजनीति में काले धन को लगभग समाप्त किया’
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि इसे खत्म करने के बजाय इसमें सुधार किया जाना चाहिए। हालांकि, इसका कोई महत्व नहीं है, क्योंकि शीर्ष कोर्ट ने अपना फैसला दे दिया है और मैं इसका सम्मान करता हूं। मेरी व्यक्तिगत राय है कि बॉन्ड ने राजनीति में काले धन को लगभग समाप्त कर दिया है। यही कारण है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरा इंडि गठबंधन बॉन्ड के खिलाफ था। वे चाहते थे कि कट मनी की पुरानी प्रणाली एक बार फिर से राजनीति पर हावी हो जाए।

ईडी के खिलाफ फिर हाईकोर्ट पहुंचे केजरीवाल, बोले- गिरफ्तार न करने के भरोसा मिले तो पेश होने को तैयार

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक नई याचिका दायर कर अपने खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग की है। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अगुवाई वाली खंडपीठ आज सुबह मामले की सुनवाई करेगी। एक्साइज मामले में ईडी अब तक उन्हें नौ समन जारी कर चुकी है। कल दिल्ली हाईकोर्ट में उनके मामले की सुनवाई के दौरान उनके वकीलों ने कहा कि उन्हें आशंका है कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाती है तो वे पेश होने के लिए तैयार हैं।

उच्च न्यायालय ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले के संबंध में उन्हें जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा। वहीं, सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केजरीवाल के वकील वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा कि सीएम पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने क्यों नहीं पेश हो रहे हैं।

सिंघवी ने जवाब दिया कि उन्हें आशंका है कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाए तो मुख्यमंत्री पेश होने के लिए तैयार हैं। पीठ ने पूछा आप देश के नागरिक हैं, समन केवल नाम के लिए है। आप पेश क्यों नहीं होते। पीठ ने वरिष्ठ वकील से पूछा ईडी द्वारा सामान्य प्रथा क्या है और क्या यह पहले समन पर ही लोगों को गिरफ्तार कर लेती है।

क्या उस्ताद भगत सिंह की टीम को चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस? जानें क्या है पूरा मामला

तेलुगु अभिनेता और राजनेता पवन कल्याण अपनी आगामी फिल्म उस्ताद भगत सिंह को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। हाल ही में इस फिल्म की नई झलक लोगों के सामने पेश की गई थी। एक्शन से भरपूर इस टीजर में अभिनेता शीशे के ग्लास के साथ संवाद बोलते नजर आए थे। अब इस सीन को लेकर अभिनेता चर्चा के केंद्र में आ गए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कही यह बात
हाल ही में पवन कल्याण ने खुलासा किया था कि उन्होंने यह संवाद हरीश शंकर के अनुरोध पर बोला था। इस दौरान अभिनेता ने यह भी कहा था कि ग्लास संवाद को जानबूझकर शामिल किया गया था। फिल्म का टीजर सामने आने के बाद एक रिपोर्टर ने आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार को टीजर में कांच ग्लास के प्रतीक का उपयोग करने के बारे में सूचित किया।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुकेश कुमार ने कहा, ”मैंने टीजर नहीं देखा है। इसलिए मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता, लेकिन अगर प्रचार के लिए ग्लास को हाईलाइट किया गया तो इसे राजनीतिक विज्ञापन माना जाएगा।” उन्होंने बताया कि ऐसे राजनीतिक विज्ञापनों पर कोई रोक नहीं है, लेकिन इसके लिए पूर्व अनुमति आवश्यक होती है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने टीजर नहीं देखा है, लेकिन अगर यह राजनीतिक विज्ञापन है तो हम फिल्म की टीम को नोटिस जारी करेंगे। इसके लिए उन्हें पूर्व-प्रमाणन के लिए आवेदन करना चाहिए।”

थेरी का रीमेक है उस्ताद भगत सिंह
आंध्रप्रदेश विधानसभा चुनाव में दो महीने से भी कम का समय बचा है। पवन कल्याण की पार्टी भी इसमें प्रतिभाग कर रही है। उनकी फिल्म उस्ताद भगत सिंह की बात करें तो यह तमिल ब्लॉकबस्टर थेरी का आधिकारिक रूपांतरण है। मूल फिल्म में दलपति विजय और सामंथा रुथ प्रभु मुख्य भूमिकाओं में नजर आए थे। इसका निर्देशन एटली कुमार ने किया था।

बॉलीवुड से पहले इन फिल्मों में भी रानी ने किया था काम, अभिनेत्री बनने का नहीं था कोई इरादा

रानी मुखर्जी इंडस्ट्री सबसे चर्चित और मशहूर अदाकाराओं में से एक हैं। अपने करियर में उन्होंने न सिर्फ बड़ी-बड़ी फिल्मों में काम किया, बल्कि अकेले अपने दम पर मर्दानी, ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ जैसी कई बेहतरीन हिट फिल्म भी दी। रानी ने अपने अभिनय और खूबसूरती से फैंस के दिलों में खास जगह बनाई और शोहरत की बुलंदियों को भी छूआ। आज रानी अपना 46वां जन्मदिन मना रही हैं। चलिए, आपको अभिनेत्री के करियर और फिल्मी सफर के बारे में बताते हैं।

रानी का जन्म साल 1978 में आज ही के दिन कोलकाता में हुआ था। रानी खुद एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता राम मुखर्जी एक जाने-माने निर्देशक रहे। हालांकि, फिल्मी बैकग्राउंड से आने के बाद रानी के लिए यह सफर आसान नहीं था। रानी हिंदी सिनेमा से पहले बंगाली फिल्म ‘बियेर फूल’ में अभिनय किया था।

एक साक्षात्कार में रानी खुलासा किया था कि वे फिल्मों में काम नहीं करना चाहती थीं। जब उन्होंने पहली फिल्म में काम किया था तब घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। रानी ने बताया था, ‘जिस वक्त मुझे पहली फिल्म का ऑफर आया था, तब मेरी मां ने मुझसे कहा इसे ट्राई करो। अगर चीजें सही नहीं रही तो वापस से पढ़ाई पर ध्यान देना। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए मैंने फिल्मों में काम किया। हालांकि, बाद में मुझे ये चीज अच्छी लगने लगी’।

रानी ने साल 1996 में बॉलीवुड में कदम रखा। उन्होंने 16 साल की उम्र में फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया। फिल्म में रानी मुखर्जी के अभिनय खूब पसंद किया गया। फिल्मों में आने से पहले रानी वकील या फैशन डिजाइनिंग को अपना करियर बनाना चाहती थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

धीमी हुई शैतान की रफ्तार, योद्धा को नहीं मिल पाया बेशुमार प्यार, जानें बस्तर का हाल

दर्शकों को मनोरंजन का भरपूर डोज देने के लिए अलग-अलग जॉनर की कई फिल्में सिनेमाघरों में लगी हुई हैं। बीते सप्ताह सिद्धार्थ मल्होत्रा की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘योद्धा’ और अदा शर्मा अभिनीत फिल्म ‘बस्तर द नक्सल स्टोरी’ ने सिनेमाघरों में दस्तक दी। इसके साथ ही कुछ अन्य फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर अपना दबदबा बनाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। इनमें आर माधवन और अजय देवगन की फिल्म ‘शैतान’ और यामी गौतम अभिनीत फिल्म ‘आर्टिकल 370’ शामिल है। आइए इन फिल्मों के ताजा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर गौर फरमा लेते हैं-

विकास बहल के निर्देशन में बनी फिल्म ‘शैतान’ सिनेमाघरों में कमाल दिखाने की पूरी कोशिश कर रही है। अजय देवगन और आर माधवन अभिनीत इस फिल्म की रिलीज को 13 दिन पूरे हो गए हैं। 65 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस मूवी ने बुधवार को घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 2.75 करोड़ रुपये की कमाई की, जिससे इसका कुल कारोबार 111.80 करोड़ रुपये हो गया है। जानकारी हो कि ‘शैतान’, गुजराती हॉरर फिल्म ‘वश’ की हिंदी रीमेक है, जहां ‘वश’ को ए सर्टिफिकेट हासिल था, तो वहीं ‘शैतान’ यूए सर्टिफिकेट के साथ दर्शकों का मनोरंजन कर रही है।

सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘बस्तर द नक्सल स्टोरी’ को दर्शकों और समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। बावजूद इसके यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाने में असफल नजर आ रही है। इस मूवी ने ‘योद्धा’ के साथ यानी 15 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक दी। फिल्म विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित है, जिसमें अदा शर्मा और इंदिरा तिवारी मुख्य भूमिका में हैं। ‘बस्तर द नक्सल स्टोरी’ ने अपनी रिलीज के छठे दिन 17 लाख रुपये की कमाई की, जिससे इसका कुल कारोबार 2.64 करोड़ रुपये ही हो पाया है।

सागर आंब्रे और पुष्कर ओझा के निर्देशन में बनी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘योद्धा’ की रिलीज को भी छह दिन पूरे हो गए हैं। इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा, राशि खन्ना और दिशा पाटनी जैसे सितारे मुख्य भूमिका में हैं। इस बहुप्रतीक्षित फिल्म ने घरेलू बॉक्स ऑफिस के टिकट विंडो पर 4.10 करोड़ रुपये की ओपनिंग ली। वहीं छठे दिन इसने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 2.00 करोड़ रुपये की कमाई की। अब फिल्म का कुल कारोबार 23.25 करोड़ रुपये है।

आज का राशिफल: 21 मार्च 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए भाग्य के दृष्टिकोण से अच्छा रहने वाला है। संतान को शिक्षा में अच्छी सफलता मिलने की संभावना है। आप छोटे बच्चों की फरमाइशों को पूरा करेंगे, जिससे उनके चेहरे पर खुशी आएगी। आपका कोई उलझा हुआ काम सुलझता दिख रहा है। आपको अपने करियर पर पूरा फोकस बनाए रखने की आवश्यकता है। आपको विरोधियों की चालो में आने से बचना होगा। संतान की तरक्की में यदि कुछ बढ़ाएं आ रही थी तो वह दूर होती दिख रही हैं। विद्यार्थियों को बौद्धिक व मानसिक बोझ से छुटकारा मिलेगा। शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोगों के लिए दिन अच्छा रहेगा।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए मन मुताबिक लाभ दिलाने वाला रहेगा। यदि आप कार्य क्षेत्र में किसी नई योजना की शुरुआत करेंगे तो वह भी आपके लिए अच्छी रहेगी। आपको आर्थिक मामलों में सावधान रहने की आवश्यकता है। आपके भौतिक साधनों में वृद्धि होगी और आप किसी नए वाहन को घर लेकर आ सकते हैं। माता जी की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। जीवनसाथी से संबंधों में यदि कुछ कटुता चल रही थी तो वह भी दूर होगी। आप अपनी आय को बढ़ाने की कोशिश में लगे रहेंगे जिसमें आपको सफलता भी अवश्य मिलेगी।
मिथुन राशि :
आज का दिन आपके लिए सावधान रहने के लिए रहेगा। कारोबार से जुड़ा फैसला आपको अच्छा मुनाफा देगा। आप भाई व बहनों से अपने काम में आ रही समस्याओं को लेकर सालाह मशवरा ले सकते हैं। आपको कुछ झगड़ालू लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। यदि आपको लंबे समय से कोई रोग सता रहा है तो आप उसमें ढील ना दें। आप लंबे समय बाद मित्रों के साथ किसी पार्टी को करने की प्लानिंग कर सकते हैं। कोई भी बात सोच समझकर बोलें अन्यथा लड़ाई झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
कर्क राशि:  
आज का दिन आपके लिए मौज-मस्ती भरा रहने वाला है। आपका मन इधर-उधर के कामों में लगेगा जो आपको परेशान करेगा। आप परिवार के सदस्यों के साथ किसी भजन कीर्तन व पूजा पाठ आदि में सम्मिलित हो सकते हैं। आपका किसी नए वाहन को खरीदने का सपना पूरा होगा। आपको माताजी की सेहत के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। संतान की तरक्की के मार्ग में आ रही बढ़ाएं दूर होगी। आपको अपने किसी परिजन से विश्वास घात मिलने से आप परेशान रहेंगे। संतान के भविष्य को लेकर आप कुछ निवेश कर सकते हैं।
सिंह राशि: 
आज का दिन नौकरी कर रहे लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है क्योंकि उन्हें प्रमोशन मिलने की संभावना है। परिवार में सदस्यों की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। यदि आप किसी को कोई सलाह देंगे तो वह उसे पर अमल अवश्य करेंगे। आपका कोई सरकारी काम यदि लंबे समय से अटका हुआ था तो वह पूरा हो सकता है। किसी से मांग कर वाहन चलाना आपको नुकसान देगा। आप किसी काम में उसके नीति व नियमों पर पूरा ध्यान दे नहीं तो समस्या हो सकती है। माता-पिता का आपको पूरा साथ मिलेगा।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए अपनी दिनचर्या में बदलाव करने के लिए रहेगा। आप अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति पर अच्छा खासा धन व्यय करेंगे। किसी अजनबी की बातों में आना आपको नुकसान देगा। आज अच्छा लाभ मिल सकता है। आपके किसी काम को पूरा करने में यदि समस्या आ रही थी तो उसके लिए आज आप पिताजी से बातचीत कर सकते हैं। घूमने फिरने के दौरान कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। आपको संतान पर कुछ जिम्मेदारियां डालनी होगी तभी वह उन्हें लेने में समर्थ होगी। आपकी कार्यक्षेत्र में पद व प्रतिष्ठा बढ़ सकती है।
तुला राशिः 
आज का दिन आपके लिए बहुत ही सोच समझकर आगे बढ़ने के लिए रहेगा। आप अपने से ज्यादा औरों का ख्याल रखेंगे। आपकी सुख सुविधाओं की वस्तुओं में इजाफा होगा। यदि आपको लंबे समय से कुछ समस्याओं ने घेरा हुआ था तो उनमें राहत मिलती दिख रही है। आप परिवार के सदस्यों के साथ कुछ समय मौज मस्ती करने में व्यतीत करेंगे। कार्य क्षेत्र में आपको अपनी आंख व कान खुले रखकर काम करना होगा। आप कोई फैसला सोच समझ कर लें तो बेहतर रहेगा। अविवाहित जातकों के जीवन में किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है।
वृश्चिक राशिः
आज का दिन आपके लिए कठिनाइयां भरा रहने वाला है। आपका बिजनेस में कुछ नुकसान भी हो सकता है। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। आपको अपने खान-पान पर नियंत्रण रखना होगा। कोई पेट संबंधित समस्या आपको होने की संभावना है। जीवन साथी की ओर से आपको कोई सरप्राइज गिफ्ट मिल सकता है। आप दोनों के बीच चल रही अनबन को भी दूर करेगा। यदि आपने कोई बात गुप्त रखी थी तो वह परिवार के सदस्यों के सामने उजागर हो सकती है। विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारियो में जमकर मेहनत करनी होगी।
धनु राशिः 
आज का दिन कारोबार के लिहाज से उतार-चढाव भरा रहेगा। आप घर व बाहर लोगों से अपना अपना काम निकलवाने के लिए मतलब रखें तो आपके लिए बेहतर रहेगा। पारिवारिक बिजनेस में आपको वरिष्ठ सदस्यों से सलाह मश्वरे की आवश्यकता होगी। संतान के स्वास्थ्य में गिरावट होने के कारण आप परेशान रहेंगे। किसी को बिना मांगे सलाह देने से बचें। आपकी तरक्की के मार्ग में आ रही बढ़ाएं दूर होंगी। आपको किसी काम को पूरा करने में अपने जूनियर से मदद लेनी पड़ सकती है।
मकर राशिः 
आज के दिन आपको किसी काम में जल्दबाजी दिखाने से बचना होगा। आपको निर्णय लेने की क्षमता का लाभ तो मिलेगा। आप किसी के कहने में आकर कोई निर्णय ना लें। आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण बनाए रखें। किसी बात को लेकर आप जिद्द ना दिखाएं नहीं तो पिताजी को आपकी कोई बात बुरी लग सकती है। कारोबार में आपको किसी को साझेदारी बनाना पढ़ सकता है। आप किसी बाहरी व्यक्ति से अपने मन की बात कर सकते हैं जो बाद में सभी के सामने आ जाएगी। आपको किसी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए सुख सुविधाओं में वृद्धि लेकर आने वाला है। आप सुख साधनों की खरीदारी पर अच्छा खासा धन व्यय करेंगे। आप किसी दीर्घकालीन निवेश को लेकर भी कोई प्लानिंग कर सकते हैं। आपके घर किसी परिजन का आगमन होने से माहौल खुशनुमा रहेगा। भाई व बहनों से यदि आप कोई मदद मांगेंगे तो वह भी आपको आसानी से मिल जाएगी। आपको अपने व्यवहार में संयम बनाए रखना होगा। प्रेम जीवन जी रहे लोग साथी के साथ कहीं घूमने फिरने जाने के प्लानिंग कर सकते हैं। आपको मित्रों का पूरा साथ मिलेगा।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहने वाला है। आप अपने बिजनेस में कोई बड़ा जोखिम ना उठाएं नहीं तो उससे बाद में आपको समस्या हो सकती है। आपको सरकारी कामों में सफलता मिलने की पूरी संभावना है। आपको संतान के करियर को लेकर चिंता सता सकती हैं। आपको अपनी सेहत में चल रही समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना है,नहीं तो बाद में वह कोई बड़ी समस्या बनकर आपके सामने आ सकती हैं। किसी विपरीत परिस्थिति में भी आप धैर्य रख कर आगे बढें तो आपके लिए बेहतर रहेगा।

परिवार के साथ थे मधुर संबंध, फिर साजिद ने दो मासूम भाइयों को क्यों मार डाला? क्या है वजह

बदायूं के बाबा कलोनी में मंडी समिति पुलिस चौकी से 500 मीटर दूर मंगलवार शाम साढ़े छह बजे दिल दहलाने वाली वारदात हुई। यहां रहने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। उनके मकान के सामने हेयर सैलून चलाने वाले साजिद ने वारदात को अंजाम दिया। देर रात पुलिस ने घेराबंदी कर साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। बुधवार को बच्चों और आरोपी के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया।

साजिद का भाई जावेद फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। लोगों का कहना है कि विनोद और साजिद के बीच मधुर संबंध थे। 10 साल से उसका घर आना-जाना था, लेकिन उसकी करतूत से मोहल्ले के लोग स्तब्ध हैं। हर किसी के जहन में यह सवाल है कि आखिर साजिद ने मासूमों की जान क्यों ली।

बताया जा रहा है कि विनोद और आरोपी साजिद व उनके दोनों भाईयों से पारिवारिक संबंध थे। मृतक बच्चों के पिता विनोद सिंह ने ही आरोपी साजिद को यहां खोखा खोलने की सलाह दी थी। दो साल पहले विनोद ने ही सड़क किनारे खोखा रखने के लिए रुपये भी दिए थे साजिद का घर में हर समय आना-जाना रहता था। उसको घर में जाने से किसी को कोई एतराज भी नहीं था। मंगलवार को शाम करीब आठ बजे आरोपी साजिद घर में पहुंचा और बच्चों की दादी से मिला और दूसरी मंजिल पर चला गया।

हत्या कर भाग रहे आरोपी को मेरी मां चप्पल मारी
बच्चों के पिता विनोद ठाकुर ने बताया कि जिस वक्त वारदात हुई, मेरी मां, पत्नी और तीनों बच्चे थे। जावेद और साजिद घर पर आए। मैं 150 किलोमीटर दूर लखीमपुर में था। मेरी पत्नी ने फोन किया कि साजिद की पत्नी की डिलीवरी होनी है और पांच हजार रुपये उधार दे दो, पत्नी ने मुझसे पूछा मैंने कहा दे दो।