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सीएए के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से मांगा जवाब, 8 अप्रैल तक का दिया समय

सुप्रीम कोर्ट ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को 8 अप्रैल यानी कि करीब तीन हफ्ते का समय दिया है और सुनवाई की अगली तारीख 9 अप्रैल तय की है। याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से नागरिकता कानून को लागू करने से रोक की मांग की, लेकिन कोर्ट ने ऐसा कोई आदेश पारित नहीं किया। सीएए के खिलाफ 200 से ज्यादा याचिकाएं दायर हुई हैं। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ इन याचिकाओं पर सुनवाई की।

आईयूएमएल और असदुद्दीन ओवैसी ने दायर की हैं याचिकाएं
केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट में पेश हुए। तुषार मेहता ने पीठ से अपील की कि 20 आवेदनों पर जवाब देने के लिए चार हफ्तों का समय चाहिए। मेहता ने ये भी कहा कि यह किसी भी व्यक्ति की नागरिकता लेने के लिए नहीं है। नागरिकता कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 237 याचिकाएं दायर हुई हैं।

शीर्ष याचिकाओं में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की याचिका शामिल है। आईयूएमएल ने याचिका में कहा है कि इस कानून में धर्म के आधार पर नागरिकता देने का प्रावधान है, जो कि संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 का उल्लंघन है। आईयूएमएल के अलावा एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और केरल सरकार ने भी याचिकाएं दायर की हैं।

सीएए का हो रहा है विरोध
गृह मंत्रालय ने 11 मार्च को नागरिकता संशोधन कानून के नियमों को लागू करने की अधिसूचना जारी की थी। इस कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धर्म के आधार पर उत्पीड़न झेलकर भारत आने वाले अल्पसंख्यक वर्ग के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है।

इस कानून के तहत सिर्फ हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म के मानने वाले लोगों को ही नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारत की नागरिकता दी जा सकेगी। मुस्लिम वर्ग के शरणार्थियों को इससे बाहर रखा गया है। मुस्लिमों को कानून से बाहर रखने के फैसले का ही विरोध हो रहा है। कानून का विरोध करने वाले लोगों का आरोप है कि इस कानून का आधार धर्म है, जो कि देश के संविधान के खिलाफ है।

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा का मिशन दक्षिण, पीएम मोदी ने किया पलक्कड़ में रोड शो

लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिण में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने के लिए भाजपा की कोशिश जारी है। आज केरल के पलक्कड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो किया। पीएम मोदी का रोड शो देखने के लिए भारी संख्या में लोग यहां आए थे।

पीएम मोदी के रोड शो के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “यह रोड शो एक बड़ी सफलता है। लोगों ने खुले दिल से पीएम मोदी का स्वागत किया और उनका अभिवादन किया। जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह है। जनता एलडीएफ और यूडीएफ से तंग आ चुकी है। अब केवल पीएम मोदी से उन्हें उम्मीद है।”

मुरादाबाद का नाम हो माधव नगर, अयोध्या और काशी की तरह हरिहर मंदिर में भी पूजा हो

कैंची धाम की तर्ज पर मुरादाबाद में बाबा नीब करौरी का धाम भी बना है। अब इसको मुरादाबाद कहना उचित नहीं है। मुरादाबाद को माधव नगर कर देना चाहिए। यह कहना है श्री बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का। वह लोहिया एस्टेट में आयोजित हनुमंत कथा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि किसी को बुरा लग रहा है तो आई एम वैरी-वैरी नॉट सॉरी।

जिस क्षेत्र में सिद्धबली हनुमान मंदिर हो, हरिहर मंदिर हो, गढ़ गंगा हो, शीतला माता का मंदिर हो, ऐसे में मुरादाबाद कहने में इन मंदिरों की अवहेलना है। उन्होंने कहा कि भारत में इतने नाम बदल गए। फैजाबाद अब अयोध्या हो गया है। इलाहाबाद प्रयागराज हो गया तो मुरादाबाद को माधव नगर कर देना चाहिए।

कौन सी बड़ी बात है। पर माधव नगर कहने से कई लोगों के पेट में अपच हो जाएगी। कई लोग कल ही न्यूज में दिखाएंगे कि बाबा ने दिया विवादित बयान, मुरादाबाद का नाम बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि लोगों को लगेगा कि यह उपद्रव करने आते हैं, लेकिन हम क्या बताएं, हमें हनुमान जी ने भेजा ही सच बोलने के लिए है। हमारा सौभाग्य है कि हम मुरादाबाद उर्फ माधव नगर आए हैं।

बुरा न मानना। सबकी अपनी-अपनी भावना होती है। हम बहुत स्पष्टवादी हैं। हम नफरत नहीं, प्रेम के आदी हैं और गर्व से कहते हैं कि हम हिंदुत्ववादी हैं। हम किसी मजहब के विरोध में नहीं है। उनका सम्मान है, लेकिन हम अपने सनातन का सम्मान नहीं छोड़ेंगे। अपने सनातन का अपमान नहीं सहेंगे।

अयोध्या और काशी की तरह हरिहर मंदिर में भी हो पूजा
हनुमंत कथा के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आज का नजारा देखकर लग रहा है कि हमें पिछले साल ही आ जाना चाहिए था। हमसे कोई कह रहा था कि यहां आना जरूरी है, क्योंकि यहां धर्म विरोधी बहुत हैं। अब उनकी ठठरी हम नहीं बांधेंगे तो कौन बांधेगा। यहां पर सिद्धबली हनुमान का धाम है।

सिर धड़ से कर दिया अलग, धारदार हथियार से किए वार… हत्या की खौफनाक वारदात से सिहर उठे लोग

उन्नाव जिले में आलमखेड़ा गांव के बाहर स्थित ब्रह्मदेव मंदिर के पुजारी के सेवादार की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। दो सौ मीटर दूर शिव मंदिर के पास उसका सिर और धड़ अलग-अलग मिले। ग्रामीणों ने शिव मंदिर के पुजारी को खून लगा बांका और डंडा लेकर भागते देखा, तब घटना की जानकारी हुई।

सूचना पर एएसपी, फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे और जांच की। अभी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस मृतक के साथ रहने वाले पुजारी से पूछताछ कर रही है। वहीं, तीन पुलिस की टीमें फरार साधु की तलाश और घटना की जांच में जुटी हैं। पूछताछ के लिए कुछ लोगों को उठाया भी गया है।

मोहान-औरास मार्ग पर आलमखेड़ा गांव के पास जमालनगर के टीले पर ब्रह्मदेव बाबा और इससे दो सौ मीटर की दूरी पर शिव मंदिर है। ब्रह्मदेव बाबा में गहरावां गांव निवासी मैकू साईं पुजारी हैं। जबकि शंकर मंदिर में हसनगंज कोतवाली के हाजीपुर तरेहा गांव निवासी बबलू पासवान करीब पांच साल से साधु बनकर रह रहा था।

सिर और धड़ अलग-अलग पड़े मिले
ब्रह्मदेव मंदिर के पुजारी मैकू साईं के साथ बीते छह महीने से एक करीब 35 वर्षीय युवक सेवादार बनकर रह रहा था। सोमवार रात करीब साढ़े सात बजे सेवादार खाना बनाने के लिए गांव की किराना की दुकान से आटा, तेल व अन्य सामान लेकर ब्रह्मदेव मंदिर जा रहा था। रास्ते में 200 मीटर पहले शिव मंदिर के पास उसका सिर और धड़ अलग-अलग पड़े मिले।

पुजारी को खून लगा बांका और लाठी लेकर भागते देखा
उसकी धारदार हथियार से हत्या की गई है। ग्रामीणों ने शिव मंदिर के पुजारी बबलू पासवान को हाथ में खून लगा बांका और लाठी लेकर गांव से भागते देखा। इसके बाद उसी पर सेवादार की हत्या करने का अंदेशा जताते हुए पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष रेखा सिंह मौके पर पहुंचीं और उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी।

एएसपी भी पहुंचे, मृतक की जानकारी जुटाई
बांगरमऊ सीओ अरविंद कुमार फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे और जांच शुरू की। रात करीब साढ़े नौ बजे एएसपी दक्षिणी प्रेमचंद्र भी मौके पर पहुंचे और मृतक के साथ रहने वाले पुजारी, गांव के चौकीदार और ग्रामीणों से घटना और मृतक चाल चलन, व्यवहार आदि की जानकारी ली।

पुजारी नहीं बता सके मृतक का नाम-पता
ब्रह्मदेव मंदिर के पुजारी मैकू साईं, मृतक का नाम व पता नहीं बता सके। उन्होंने पुलिस को बताया कि छह महीने पहले वह युवक यहां आया था और मंदिर व उनकी सेवा करने लगा। बताया कि उसने (मृतक ने) अपना नाम नहीं बताया, वह उसे बच्चा कहकर बुलाते थे।

बरसाना से लेकर नंदगांव तक वाहनों की लंबी कतार…जाम हुई सड़कें; चरमराई यातायात व्यवस्था

बरसाना-नंदगांव में रंगोत्सव के चलते लाखों श्रद्धालु मथुरा पहुंच रहे हैं। इसके चलते मथुरा शहर की यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई। बड़ी संख्या में बाहरी श्रद्धालुओं के वाहनों की आवाजाही के कारण सोमवार को जिधर देखो, उधर जाम ही जाम दिखाई दिया। ऐसा लगा मानो शहर की रफ्तार ही थम से गई हो।

सोमवार सुबह से ही मथुरा शहर में अचानक ट्रैफिक बढ़ा हुआ दिखा। दरअसल बरसाना आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं के वाहनों के कारण कई सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। आर्य समाज रोड, होलीगेट, कोतवाली रोड, भरतपुर गेट, भूतेश्वर, बीएसए काॅलेज रोड, नया बस स्टैंड आदि जगहों पर दिन में ज्यादातर समय जाम रहा।

अलीगढ़-हाथरस के श्रद्धालुओं ने यमुना पार की ओर से कृष्णापुरी और टैंक चौराहा होते हुए शहर के अंदर प्रवेश किया, इनकी आवाजाही का असर होलीगेट, भरतपुर गेट और डीगगेट पर भी दिखाई दिया। यही कारण रहा कि इन प्रमुख मार्गों पर अपेक्षाकृत ज्यादा भीड़ दिखाई दी। जबकि आगरा की ओर से आने वाले श्रद्धालु गोवर्धन चौराहा होते हुए ही बरसाना की ओर गए।

‘इतनी दूरी?’ मुंबई के वीडियो में दूर-दूर नजर आए रोहित और हार्दिक, फैंस ने सोशल मीडिया पर किया रिएक्ट

मुंबई इंडियंस द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। इस वीडियो में मुंबई इंडियंस के सभी क्रिकेटरों के साथ टीम की मालिक नीता अंबानी और मेंटर सचिन तेंदुलकर को दिखाया गया है। वीडियो के अंतिम कुछ सेकंड में टीम ने बीच में एक सोफे पर बैठे हुए रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या के साथ तस्वीर खिंचवाई। रोहित की जगह हार्दिक को कप्तान बनाए जाने के विवाद के बाद से सोशल मीडिया यूजर्स इसको लेकर काफी नाराज हैं। अब इस फोटो सेशन में फैंस को कुछ ऐसा दिखा, जिसने उन्हें चर्चा करने का विषय दे दिया है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर काफी प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।

हार्दिक ने रोहित को लेकर कही यह बात

हार्दिक पांड्या ने अपने एक बयान में कहा था कि उनके और रोहित के बीच आईपीएल 2024 के दौरान कुछ अजीब देखने को नहीं मिलेगा। हार्दिक ने कहा था कि उनके और हिटमैन के रिश्ते में कोई दरार नहीं है और उन्हें विश्वास है कि भारतीय कप्तान अपने अनुभव का इस्तेमाल करेंगे और पूरे सीजन में उनका समर्थन करेंगे। मुंबई के नए कप्तान ने कहा- सबसे पहली बात कुछ भी अलग नहीं होगा। अगर मुझे उनकी मदद की जरूरत होगी तो वह मेरी मदद जरूर करेंगे। साथ ही वह भारतीय टीम के कप्तान भी हैं, तो इससे मुझे काफी फायदा होगा। उन्होंने इस मुंबई टीम के साथ काफी कुछ हासिल किया है और मैं बस उस कामयाबी को आगे बढ़ाने आया हूं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह अजीब होगा या कुछ भी अलग होगा। यह एक अच्छा अहसास होगा क्योंकि हम 10 साल से खेल रहे हैं। मैंने अपना पूरा करियर उनकी कप्तानी में खेला है और हां मुझे पता है कि वह पूरे सत्र में हमेशा मेरे कंधे पर हाथ रखेंगे।

एनएमसी की तरह बनेगा राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग, स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुरू की प्रक्रिया

देश में जल्द ही एमबीबीएस की तरह दंत चिकित्सा शिक्षा के स्वरूप में बदलाव देखने को मिलेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग (एनडीसी) के गठन की प्रक्रिया शुरू की है जो मेडिकल कॉलेजों के लिए गठित राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की तरह कार्य करेगा।

मंत्रालय की ओर से जारी नियुक्ति आदेश में कहा गया है कि एनडीसी के अधीन तीन अलग-अलग बोर्ड होंगे जो दंत चिकित्सा कॉलेजों को मान्यता देने, शिक्षा में सुधार, मूल्यांकन और रेटिंग के साथ-साथ बीडीएस और एमडीएस के छात्रों के लिए पारदर्शी प्रणाली विकसित करने का कार्य करेंगे। अगले एक महीने में मंत्रालय ने राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग को गठित करने का निर्णय लिया है जो इसी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से अपना कार्य शुरू करेगा। इसका हिस्सा बनने के लिए मंत्रालय ने ऐसे विशेषज्ञों को भी अवसर दिया है जिन्होंने ग्रामीण या फिर दुर्गम क्षेत्रों में मरीजों की सेवा की है।

राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग के तहत स्नातक और स्नातकोत्तर दंत चिकित्सा शिक्षा बोर्ड, दंत चिकित्सा मूल्यांकन व रेटिंग बोर्ड और दंत चिकित्सा पंजीकरण बोर्ड होंगे। देश में पहला डेंटल कॉलेज 1920 में कलकत्ता में खुला था। तब से लेकर अब तक देश में करीब 300 से ज्यादा डेंटल कॉलेज हैं जो हर साल 25 हजार से अधिक दंत चिकित्सक तैयार कर रहे हैं।

लाइसेंस, नए कॉलेज की स्थापना, फीस तक में बदलाव
गठन के बाद एनडीसी सबसे पहले प्रैक्टिस लाइसेंस, नए कॉलेजों की स्थापना और बीडीएस व एमडीएस कोर्स की फीस तय करेगा। इसके साथ ही एमबीबीएस की तरह बीडीएस को भी नेक्स्ट परीक्षा के दायरे में लाया जाएगा, जिसे उत्तीर्ण करने के बाद ही दंत चिकित्सा करने का लाइसेंस दिया जा सकता है।

दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी दिल्ली, प्रदूषण के मामले में ये है भारत की रैंकिंग

स्विस ग्रुप आईक्यू एयर ने दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों और देशी की राजधानियों की सूची जारी कर दी है। एक बार फिर भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन गई है। पीटाआई द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, बिहार का बेगुसराय दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर की लिस्ट में है। वहीं दिल्ली सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाली राजधानी बन गई है। स्विस ग्रुप आईक्यू एयर ने एक डाटा जारी किया है।

स्विस ग्रुप आईक्यू एयर के मुताबिक, औसत वार्षिक पीएम 2.5 54.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के साथ भारत में 2023 में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद 134 देशों में से तीसरी सबसे खराब वायु गुणवत्ता थी। स्विस संगठन आईक्यू एयर की 2023 की रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश में 79.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पाकिस्तान में 73.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर खराब वायु गुणवत्ता रही है।

वहीं दूसरी तरफ साल 2022 में भारत को औसत पीएम 2.5 सांद्रता 53.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के साथ आठवें सबसे प्रदूषित देश के रूप में जगह मिली थी। 2022 की रैंकिंग में भी शहर का नाम नहीं आया था। दिल्ली साल 2018 से लगातार चार बार दुनिया की सबसे

प्रदूषित राजधानी रही।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में 1.36 अरब लोग पीएम 2.5 की चपेट में रहे। 2022 विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट में 131 देशों और क्षेत्रों के 7,323 स्थानों का डाटा शामिल था। 2023 में ये संख्या बढ़कर 134 देशो और क्षेत्रों में 7,812 स्थानों का डाटा शामिल है।

वायु प्रदूषण से होती हैं ये बीमारियां
दुनिया में हर नौ में से एक मौत प्रदूषण की वजह से हो रही है। जो मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरणीय खतरा बनता जा रहा है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण हर साल दुनिया भर में अनुमानित सात मिलियन असामयिक मौतों के लिए जिम्मेदार है। पीएम 2.5 के संपर्क में आने से कई तरह की बीमारियां बनती हैं। जिनमें अस्थमा, कैंसर, स्ट्रोक और फेफड़ों की बीमारी शामिल है।

क्या होता है पीएम 2.5?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पीएम 2.5, प्रदूषक कणों की उस श्रेणी को संदर्भित करता है जिसका आकार 2.5 माइक्रोन के करीब का होता है। मुख्य रूप से जंगल की आग, बिजली संयंत्रों और औद्योगिक प्रक्रियाओं के कारण इसका स्तर बढ़ जाता है। पीएम 2.5 के बढ़ने के कारण धुंध छाने और साफ न दिखाई देने के साथ कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। यह कण आसानी से सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश करके गले में खराश, जलन और फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।

मोहनलाल ने की 360वीं फिल्म की घोषणा, निर्देशक थारुण मूर्ति के साथ इस दिन से शुरू करेंगे शूटिंग

साउथ सुपरस्टार मोहनलाल आखिरी बार ‘मलाइकोट्टई वालिबन’ में नजर आए थे। अब अभिनेता की नई फिल्म की घोषणा हो चुकी है। मोहनलाल ने अपनी 360वीं फिल्म का एलान कर दिया है। अस्थाई रूप से फिल्म का शीर्षक एल360 है। सुपरस्टार ने निर्देशक थारुन मूर्ति के साथ अपने अगले प्रोजेक्ट की घोषणा की। अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट साझा करते हुए अभिनेता ने यह भी घोषणा की कि वे अप्रैल में इस परियोजना की शूटिंग शुरू करेंगे।

फिल्म की आधिकारिक घोषणा
मोहनलाल की ‘मलाईकोट्टई वालिबन’ के बाद यह 360वीं फिल्म है। वे इसके लिए ‘सऊदी वेल्लक्का’ के निर्देशक थारुन मूर्ति के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने पोस्ट साझा करते हुए लिखा, ‘अपनी 360वीं फिल्म के लिए थारुण मूर्ति और एम रेंजिथ के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। थारुण मूर्ति द्वारा निर्देशित इस फिल्म की पटकथा केआर सुनील ने लिखी है और निर्देशक खुद हैं।’

अभिनेता ने जताया उत्साह
अभिनेता ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, ‘परियोजना का निर्माण एम. रेनजिथ द्वारा रेजापुत्र विजुअल मीडिया के तहत किया गया है। इस अप्रैल में शूटिंग शुरू होने पर आपकी प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं की सराहना करता हूं।’ अप्रैल से फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी। वहीं अभिनेता के फैंस इस खबर के बाद से उत्साहित हैं। फैंस उन्हें उनकी नई फिल्म के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं।

मोहनलाल करेंगे निर्देशन करियर की शुरुआत
फिल्म की कहानी और कलाकारों के बारे में जानकारी आनी अभी बाकी है। वहीं, बात करें अभिनेता की फिल्मों की तो मोहनलाल ‘बैरोज’ से निर्देशन के क्षेत्र में डेब्यू कर रहे हैं। यह फिल्म जिजो पुन्नूस के उपन्यास ‘बैरोज: गार्जियन ऑफ डी’गामाज ट्रेजर’ पर आधारित है। फिल्म में मोहनलाल मुख्य भूमिका में हैं। ‘बैरोज’ 28 मार्च, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म में माया, सीजर लोरेंटे रैटन, कल्लिरोई तजियाफेटा, तुहिन मेनन और गुरु सोमसुंदरम सहायक भूमिकाओं में नजर आएंगे। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर मार्क किलियन ने बनाया है, जबकि गाने लिडियन नादस्वरम ने बनाए हैं।

सेंसर के खिलाफ केस हारी रति पांडे की फिल्म ‘रंग दे बसंती’, निर्माता को करोड़ों का नुकसान

रति पांडे की आगामी भोजपुरी फिल्म ‘रंग दे बसंती’ अपने एलान के बाद से ही सुर्खियों में है। इसका शीर्षक आमिर खान की साल 2006 की हिट फिल्म से लिया गया है। इसी को लेकर सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) ने मांग की थी कि भोजपुरी फिल्म के निर्माता फिल्म का शीर्षक बदलें। 18 मार्च 2024 को सेंसर बोर्ड और मेकर्स के बीच मामले की सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट में हुई, जिसके बाद निर्माता रोशन सिंह अदालत के फैसले से बेहद दुखी नजर आए।

बॉम्बे हाई कोर्ट में हुई सुनवाई
कुछ दिन पहले सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) ने भोजपुरी फिल्म ‘रंग दे बसंती’ के निर्माताओं से फिल्म का शीर्षक बदलने की मांग की थी। रति पांडे अभिनीत भोजपुरी फिल्म 22 मार्च, 2024 को रिलीज होने वाली थी। निर्माताओं ने फिल्म का शीर्षक बदलने की सेंसर बोर्ड की मांग के आगे झुकने से इनकार कर दिया था। बाद में सीबीएफसी ने कुछ कट लगाए। 18 मार्च 2024 को सेंसर बोर्ड और मेकर्स के बीच प्रस्तावित कट्स को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई।

कोर्ट की फिल्म निर्माता को फटकार
जानकारी के अनुसार, फिल्म निर्माता के साथ-साथ सेंसर बोर्ड ने भी कोर्ट के सामने अपनी दलील रखी। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना और फैसला लिया। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि मेकर्स रिवाइजिंग कमेटी को छोड़ कर सीधे उनके पास आ गए, जो सही प्रक्रिया नहीं है। निर्माताओं ने खुद को सही ठहराने की कोशिश की, उन्होंने कहा, ‘सेंसर बोर्ड के कारण हमें पहले ही देर हो चुकी थी। हमारे पास कोई विकल्प नहीं था क्योंकि फिल्म की रिलीज की तारीख 22 मार्च, 2024 थी, और जब तक, संशोधित समिति इसे देखती, हमें इसमें और देरी हो सकती थी। इसलिए, हमने सीधे अदालत का दरवाजा खटखटाया है।’

शीर्षक समेत रिलीज डेट में भी होगा बदलाव
दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला लिया और अब आदेश दिया है कि रिवाइजिंग कमेटी को काम में आना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, रिवाइजिंग कमेटी को 10 दिनों में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निर्माता रोशन सिंह ने विकास की पुष्टि की और कहा, ‘मैंने शुक्रवार, 22 मार्च के लिए थिएटर बुक किए थे, लेकिन अब मुझे बुकिंग रद्द करनी होगी।’ रोशन ने आगे अपनी चिंता साझा करते हुए कहा, ‘समस्या यह है कि अब, मुझे जल्द ही रिलीज की तारीख नहीं दिख रही है। चुनाव नजदीक हैं, ईद भी है। मुझे लगता है कि मेरी फिल्म अब जल्द ही रिलीज नहीं होगी। जल्द से जल्द रिलीज की तारीख जून 2024 में होगी। अब इस देरी से मुझे लगभग 8 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।’