Wednesday , October 23 2024

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राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान हुए हादसे का शिकार, दीप प्रज्वलन के दौरान शॉल में लगी आग

तिरुवनंतपुरम: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मंगलवार को एक हादसे का शिकार हो गए। दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान दीप जलाते समय राज्यपाल के शॉल में आग लग गई। हालांकि तुरंत ही इस आग को बुझा लिया गया। राज्यपाल मंगलवार को पलक्कड़ में सबरी आश्रम के शताब्दी समापन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान कार्यक्रम में दीप जलाने के लिए राज्यपाल जैसे ही झुके तभी उनके शॉल के सिरे में आग लग गई। हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आग बुझा दी। इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।

सोने के तस्करों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से पूछा कि राज्य में सोने की तस्करी करने वाले और उससे प्राप्त धन का इस्तेमाल ‘राष्ट्र विरोधी गतिविधियों’ के लिए करने वाले समूहों के खिलाफ सत्तारूढ़ वाम सरकार या मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने क्या कार्रवाई की है। राज्यपाल ने कहा कि ‘उन्हें इस घटनाक्रम के बारे में अखबार से जानकारी मिली, लेकिन सीएम के पास इस बारे में सारी जानकारी है।’ राज्यपाल ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री सत्ता की बागडोर संभाल रहे हैं। वह सिर्फ मीडिया से बातें करें औऱ कोई कार्रवाई न करें, ऐसे नहीं चल सकता। इस मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? अगर कार्रवाई नहीं हो रही है तो इसमें किसकी गलती है? यह एक गंभीर मामला है। उन्होंने आगे कहा कि जब वह तिरुवनंतपुरम लौटेंगे तो इस मुद्दे पर सरकार से रिपोर्ट मांगेंगे।’

मुख्यमंत्री ने इंटरव्यू के दौरान दी थी जानकारी
राज्यपाल की यह टिप्पणी विजयन के एक अंग्रेजी दैनिक को दिए साक्षात्कार के बाद सामने आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मलप्पुरम जिले में करीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से सोने की तस्करी और हवाला लेनदेन से प्राप्त धन का उपयोग ‘राज्य विरोधी’ और ‘राष्ट्र विरोधी गतिविधियों’ के लिए किया जा रहा था।

तिरुपति प्रसादम मामले की SIT जांच 3 अक्तूबर तक स्थगित; ब्रह्मोत्सव के लिए मंदिर में सफाई अनुष्ठान

अमरावती:  आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसादम मामले में एसआईटी जांच तीन अक्तूबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। दरअसल, इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। एसआईटी का गठन तिरुपति लड्डू प्रसादम मामले की जांच के लिए किया गया था। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), द्वारका तिरुमाला राव ने बताया कि यह निलंबन जांच की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए एक एहतियाती कदम है। बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशु चर्बी की पुष्टि होने के बाद से ही यह मंदिर विवादों में है। मंगलवार को मंदिर में सफाई अनुष्ठान कोइल अलवर तिरुमंजनम धार्मिक उत्साह के साथ किया गया। मंदिर के बाहर मीडिया से बात करते हुए टीटीडी ईओ जे. श्यामला राव ने कहा कि तिरुमंजनम 4 से 12 अक्टूबर तक होने वाले वार्षिक ब्रह्मोत्सव के मद्देनजर किया गया था।

जे. श्यामला राव ने कहा, “तिरुमंजनम 4 से 12 अक्तूबर तक होने वाले वार्षिक ब्रह्मोत्सव के मद्देनजर किया गया था। आमतौर पर यह तिरुमाला मंदिर में तेलुगु उगादि, अनिवारा अस्थानम, वार्षिक ब्रह्मोत्सव और वैकुंठ एकादसी से पहले एक साल में चार बार मनाया जाता है।” इस अनुष्ठान के दौरान पूरे मंदिर के साथ देवता और पूजा के बर्तनों की सफाई की जाती है। छत, दीवारों और मंदिर परिसर में परमलम नामक एक सुगंधित मिश्रण डाला जाता है। यह कार्य सुबह के छह बजे से 10 बजे तक किया जाता है। इस दौरान मुख्य देवता को सफेद पर्दे से ढक दिया जाता है और सफाई कार्यक्रम खत्म होने के बाद पर्दा हटाया जाता है।

सफाई कार्यक्रम के बाद देवताओं को पूजा जाता है। 12 बजे के बाद भक्तों को दर्शन की अनुमति दी जाती है। कोइल अलवर तिरुमंजनम के मद्देनजर टीटीडी ने मंगलवार को अस्तादाला पद पद्माराधना वीआईपी ब्रेक रद्द कर दिया। टीटीडी के अतिरिक्त ईओ वेंकैया चौधरी, एचईओ (एच एंड ई) गौतमी, सीवीएसओ श्रीधर, डीईईओ लोकनाथम, पेशकर रामकृष्ण और अन्य अधिकारी भी मंदिर में उपस्थित थे।

मां की हत्या के दोषी की मौत की सजा बरकरार, कड़ाही में पकाकर खाए थे शव के टुकड़े

मुंबई: बंबई उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कोल्हापुर अदालत के 2017 के उस फैसले को बरकरार रखा है, जिसमें एक व्यक्ति को अपनी मां की हत्या करने और फिर उसके शव के कुछ अंगों को खाने के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी।न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण की खंडपीठ ने कहा कि वह दोषी सुनील कुचकोरवी की मौत की सजा की पुष्टि कर रही है। खंडपीठ ने कहा कि उसमें सुधार की कोई संभावना नहीं है। पीठ ने कहा कि यह नरभक्षण और दुर्लभतम श्रेणी का मामला है।

‘उम्रकैद दी तो फिर यही अपराध करेगा’
उच्च न्यायालय ने कहा, यह मामला दुर्लभतम श्रेणी में आता है। दोषी ने न केवल अपनी मां की हत्या की, बल्कि उसके शरीर के अंगों मस्तिष्क, हृदय, यकृत, गुर्दे और आंत को भी हटा दिया और उन्हें तवे पर पका रहा था। अदालत ने कहा, उसने मां की पसलियां पका ली थीं और उसका हृदय पकाने वाला था। यह नरभक्षण का मामला है। खंडपीठ ने कहा, अगर दोषी को उम्रकैद की सजा दी गई तो वह जेल में भी इसी तरह का अपराध कर सकता है। कुचकोरवी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत के फैसले की जानकारी दी गई।

शराब के लिए पैसे न मिलने पर की थी मां की हत्या
अभियोजन पक्ष के मुताबिक, सुनील कुचकोरवी ने 28 अगस्त 2017 को कोल्हापुर शहर में अपने घर पर अपनी मां यल्लामा रमा कुचकोरवी (63 वर्षीय) की जघन्य हत्या कर दी थी। बादमें उसने शव के टुकड़े किए और कुछ अंगों को कड़ाही में भूनकर खा लिया। अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि मां ने आरोपी को शराब खरीदने के लिए पैसे देने से इनकार किया था।

2021 में कोल्हापुर की अदालत ने सुनाई थी सजा-ए-मौत
सुनील कुचकोरवी को 2021 में कोल्हापुर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। वह पुणे की यरवदा जेल में बंद है। सत्र अदालत ने उस समय कहा था कि यह मामला दुर्लभतम श्रेणी में आता है और इस जघन्य हत्या ने समाज की सामाजिक चेतना को झकझोर कर रख दिया है। दोषी ने अपनी दोषसिद्धी और मौत की सजा को चुनौती देते हुए अपील दायर की थी।

पहले दोनों ने पी थी शराब, फिर नुकीले हथियार से गोदकर पत्नी की हत्या, आपत्तिजनक सामग्री भी मिली

कानपुर: कानपुर में बिधनू के कठारा ग्राम पंचायत के मजरा सिंहपुर गांव में रविवार देर रात शराब के नशे में धुत पति-पत्नी के बीच किसी बात पर विवाद हुआ। इसके बाद पति ने नुकीले हथियार से पत्नी के गले पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद फरार हो गया।

खून से लथपथ मां को देख बच्चों ने घटना की जानकारी गांव में ही रहने वाले अपने मामा को दी। साले की सूचना पर फोरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर साक्ष्य एकत्रित किए। छग्गन नागर ने अपनी बेटी गुड्डन (38) की शादी 15 साल पहले गांव के ही रहने वाले मजदूर संजय नागर से की थी।

दोनों की तीन बेटियां गुड़िया, रमा, विकाशा और दो बेटे रामजी और किशना है। संजय मजदूरी के साथ ही फेरी लगाकर कबाड़ खरीदने का भी काम करता था। बेटी गुड़िया के अनुसार पिता संजय आए दिन शराब के नशे में मां गुड्डन से मारपीट करते थे। विरोध पर बच्चों को भी गाली गलौज कर पीट देते थे।

तख्त पर रजाई में लिपटी हुई थी गुड्डन
रविवार दोपहर दोनों बाजार गए थे। वापसी में मुर्गा लेकर आए। देर रात पिता शराब पीने के बाद खाना खाए। इसके बाद सभी बच्चों को डांटकर छत पर सोने के लिए भेज दिए थे। सोमवार सुबह जब बच्चे छत से नीचे आए, तो मां गुड्डन तख्त पर रजाई में लिपटी हुई थी। बेटी गुड़िया ने जब अपनी मां को जगाने का प्रयास किया, तो मां के बाल उसके हाथ में फंस गए।

नाना के घर पहुंचकर सुनाई आपबीती
खून से लथपथ मां का शव रजाई में लिपटा देख गुड़िया चीखते हुए अपने नाना के घर पहुंची। जहां आपबीती बताई। मौके पर पहुंचे साले लवकुश ने बहनोई संजय पर बहन की हत्या करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी। हत्या की सूचना पर फोरेंसिक टीम बुलाकर

पुलिस ने घटनास्थल की जांच पड़ताल शुरू की।
साले लवकुश की तहरीर पर बहनोई संजय के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। मौके से आला कत्ल बरामद नहीं हुआ है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही फरार हत्यारोपी पति की तलाश की जा रही है।

अर्धनग्न अवस्था में पड़ा मिला शव
फरेंसिक टीम ने जब जांच पड़ताल शुरू की, तो गुड्डन तख्त पर अर्धनग्न अवस्था में रजाई में लिपटा मिला। पास में ही आपत्तिजनक सामाग्री थी पड़ी हुई थी। वहीं उसके गले में आगे और पीछे किसी नुकीले धारदार हथियार से एक के बाद एक कई गहरे घाव के निशान मिले। ऐसे देखकर प्रतित होता है कि नशे की हालात में पति ने पत्नी की ताबड़तोड़ गले में वार कर मौत के घाट उतारा हो।

मोबाइल बंद होने से नहीं मिल रही लोकेशन
डीसीपी ने बताया कि हत्या के बाद से पति अपना मोबाइल बंद कर फरार चल रहा है। जिसके चलते उसका लोकशन नहीं मिल पा रहा है। सर्विलांस और मुखबिर की मदद से आरोपी की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा।

कैबिनेट मीटिंग आज, दो निजी विवि को मिल सकती है मान्यता, नवरात्र पर महिलाओं को मिलेगा तोहफा

लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को शाम चार बजे कैबिनेट की बैठक होगी। इसमें दो निजी विश्वविद्यालयों को मान्यता संबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी मिल सकती है। पूर्व में खुले निजी विवि को प्रोत्साहन राशि का प्रस्ताव भी पास हो सकता है। इसके अलावा औद्योगिक विकास विभाग के दो प्रस्तावों को भी स्वीकृति मिलने की संभावना है।

मुख्य सचिव ने गांधी जयंती की तैयारियों को लेकर दिए निर्देश
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने दो अक्तूबर पर 155वें गांधी जयंती समारोह को वैभवपूर्ण मनाने के लिए निर्देश जारी किए। उन्होंने सभी राजकीय भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ ही कार्यालयों व विद्यालयों में वाद-विवाद प्रतियोगिता, गांधीजी के जीवन संघर्ष, उनकी देश सेवा और जीवन मूल्यों पर व्याख्यानों के साथ अन्य कार्यक्रमों के बारे में निर्देश दिए। साथ ही शांति व सद्भाव का वातावरण बनाने के लिए जनमानस की सहभागिता और जागरूकता के बारे में भी चर्चा के लिए कहा।

नवरात्र पर महिलाओं को स्वास्थ्य लाइन का उपहार
महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार शारदीय नवरात्र के पहले दिन तीन अक्तूबर को महत्वाकांक्षी मिशन शक्ति कार्यक्रम के पांचवें चरण की शुरुआत करेगी। इसके तहत महिलाओं विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए महिला स्वास्थ्य हेल्पलाइन को लांच किया जाएगा।महिला पावर लाइन 1090 की तर्ज पर स्वास्थ्य हेल्पलाइन को शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य उन महिलाओं को सुलभ स्वास्थ्य सेवा सहायता देना है जिन्हें अक्सर स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर चर्चा करने में बाधा का सामना करना पड़ता है। इस हेल्पलाइन के जरिये महिलाओं को स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ टेली परामर्श की सुविधा दी जाएगी। इससे ग्रामीण महिलाओं को सुदूर अस्पताल के चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा। यह हेल्पलाइन महिलाओं को गोपनीय चिकित्सा सहायता देने में मदद करेगी। इससे ग्रामीण यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी।

महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के अनुसार नई स्वास्थ्य हेल्पलाइन महिलाओं को मातृ स्वास्थ्य, प्रजनन स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को सुलझाने में भी मदद करेगी। मिशन शक्ति की शुरुआत 17 अक्तूबर 2020 को हुई थी। इसके बाद 26 फरवरी 2021 को दूसरा चरण, 21 अगस्त 2021 को तीसरा चरण और 14 अक्तूबर 2022 को चौथा चरण शुरू हुआ था। अब पांचवें चरण में महिलाओं के स्वास्थ्य पर फोकस किया गया है।

अनुपम खेर की तस्वीर वाले नोट थमा 2.1 किलो सोना ले उड़े ठग, 1.60 करोड़ में तय हुआ था सौदा

अहमदाबाद: गुजरात में दो अज्ञात व्यक्ति अभिनेता अनुपम खेर की तस्वीर वाले जाली नोट थमाकर सराफा कारोबारी का 2.1 किलो सोना लेकर रफूचक्कर हो गए। कारोबारी मेहुल ठक्कर ने यहां नवरंगपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।

मेहुल ने बताया कि उन्हें 500 रुपये के जाली नोटों के 26 बंडल थमाकर धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। घटना 24 सितंबर की है। नोटों पर रिसोल बैंक ऑफ इंडिया लिखा था। शिकायत के अनुसार ठक्कर के पास आभूषण की एक दुकान के मालिक और परिचित प्रशांत पटेल का फोन आया। पटेल ने 2.1 किलो सोना खरीदने की बात कही, जिसके लिए 1.60 करोड़ रुपये की रकम तय हुई। ठक्कर ने 24 सितंबर को अपने कर्मचारियों को पटेल से अंगड़िया पेढ़ी (हवाला) कार्यालय में मिलने का निर्देश दिया। जब कर्मचारी वहां पहुंचे तो उन्हें तीन लोग मिले, जिन्होंने उन्हें 500 रुपये के नोटों के बंडल थमा दिए।

मशीन से गिने नोट
तीनों व्यक्तियों ने कर्मचारियों को मशीन उपलब्ध कराई और पैसे गिनने के लिए कहा। इसके बाद उनमें से दो लोग शेष 30 लाख रुपये लाने के बहाने सोने के बिस्कुट लेकर चले गए, जबकि तीसरा व्यक्ति वहीं रुक गया। ठक्कर के कर्मचारियों ने गिनती के लिए जब प्लास्टिक की पन्नी से नोटों को बाहर निकाला तो देखा कि नोट जाली हैं, जिसके बाद उन्होंने तीसरे व्यक्ति से पूछताछ की। तीसरे व्यक्ति ने उन्हें बताया कि वह तो बस अंगड़िया पेढ़ी के लिए नोट गिनने की मशीन देने आया था।

एकाकी जीवन जी रहे 15 फीसदी बुजुर्ग, इनमें 47% संतुष्ट; 41% ने कहा- मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर

नई दिल्ली:  देश में करीब 14.3 फीसदी बुजुर्ग अपने घर-परिवार और बच्चों के बिना अकेले जीवन बिता रहे हैं। लेकिन आर्थिक और सामाजिक स्वतंत्रता को तरजीह देने का ही नतीजा है कि इनमें से अधिकतर ने अकेले हैं तो क्या गम है…को अपने जीवन का सूत्र बना लिया है।

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (1 अक्तूबर) के मौके पर एक ताजा सर्वेक्षण में अकेले रहने वाले बुजुर्गों में से 46.9 फीसदी ने माना कि तमाम चुनौतियों के बावजूद वे अपने जीवन से संतुष्ट हैं। सर्वे में 41.5 फीसदी ने असंतुष्ट होने की बात स्वीकार की है। एजवेल फाउंडेशन ने अकेले रहने वाले वृद्धजनों की स्थिति पर सितंबर में किए गए सर्वे में पाया कि ग्रामीण क्षेत्रों (13.4 प्रतिशत) की तुलना में शहरी क्षेत्रों (15 प्रतिशत) में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की तादाद ज्यादा है।

सर्वे के मुताबिक, अकेले रहने वालों में से 41.9 प्रतिशत बुजुर्गों में 46.5 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वह पांच साल से अधिक समय से स्वतंत्र रूप से रह रही हैं। 21.5 फीसदी उत्तरदाताओं ने बुढ़ापे में अकेले रहने को निजता और पर्सनल स्पेस मिलने के लिहाज से महत्वपूर्ण बताया। सामाजिक प्रभाव के संदर्भ में 51.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि बुढ़ापे में अकेले रहने की बढ़ती प्रवृत्ति का नकारात्मक असर हुआ है, जबकि 28.5 प्रतिशत इसे सकारात्मक मानते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर
सर्वे में 41 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि अकेले रहने की वजह से मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ा, जबकि करीब 32 प्रतिशत का मानना है कि इसमें सुधार हुआ। वहीं, 10.4 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्हें हमेशा अकेलापन महसूस होता जबकि 21.2 फीसदी की राय थी कि कई बार उन्हें इससे दिक्कत होती है।

भावनात्मक सहारा देने की जरूरत
एजवेल फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष हिमांशु रथ परिवार की अलग-अलग पीढ़ियों के बीच संवाद की जरूरत पर बल देते हैं। इससे बुजुर्गों को भावनात्मक सहारा मिल सकेगा और दोनों पीढ़ियां बेहतर कल के लिए तैयार हो सकेंगी। अध्ययन में बुजुर्गों के लिहाज से स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने और उनकी सुरक्षा और वित्तीय मजबूती सुनिश्चित करने वाले कानून बनाए जाने की जरूरत भी बताई गई है।

भूमि पेडनेकर ने पूरी की ‘दलदल’ की शूटिंग, भावुक नोट साझा कर बताया इसे अपना सबसे मुश्किल किरदार

भूमि पेडनेकर ने अपनी आगामी वेब सीरीज ‘दलदल’ की शूटिंग आधिकारिक तौर पर पूरी कर ली है। अमृत राज सिंह द्वारा निर्देशित इस सीरीज में भूमि एक पुलिस अधिकारी की भूमिका में नजर आएंगी, जिसे वह अब तक के अपने सबसे मुश्किल किरदारों में से एक मानती हैं। अभिनेत्री ने इस प्रोजेक्ट के बारे में अपने विचार सोशल मीडिया पर व्यक्त किए और इसे चुनौतियों और जीत से भरा एक साल का सफर बताया।

भूमि ने लिखा भावुक नोट
इंस्टाग्राम स्टोरी पर भूमि ने भावुक नोट लिखा। भूमि ने ‘दलदल’ को जीवंत करने के लिए आवश्यक समर्पण को दर्शाया। उन्होंने परियोजना के प्रति अपने जुनून को बनाए रखते हुए मुंबई के मानसून से जूझने सहित कठिन परिस्थितियों पर काबू पाने में टीम के प्रयासों के बारे में बात की। उन्होंने लिखा, ‘बेशक, मेरे सबसे मुश्किल पात्रों में से एक है यह, मैं नर्वस हूं। मुझे शो में ऐसे शानदार कलाकारों और रचनाकारों के साथ काम करने का अवसर मिला। हमने मुंबई के मानसून का सामना किया, सबसे कठिन परिस्थितियों में शूटिंग की और फिर भी हमारा उत्साह कभी कम नहीं हुआ। हम सभी को बधाई।

अपने किरदार के बारे में क्या बोलीं भूमि
इससे पहले एक इंटरव्यू में भूमि ने रीता के रूप में अपनी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया था, जो एक पुरुष-प्रधान क्षेत्र में बाधाओं को तोड़ती हुई एक पुलिस अधिकारी है। भूमि ने एएनआई से कहा, ‘रीता एक सुपर अचीवर, एक ग्लास-सीलिंग ब्रेकर और पुरुषों की दुनिया में नियमों को फिर से लिखने वाली है। वह महत्वाकांक्षी है, अपने काम के प्रति जुनूनी है और आगे बढ़कर नेतृत्व करती है। ये ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें मैं अपना आदर्श मानती हूं।’ यह सीरीज अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रीमियर के लिए तैयार है. हालांकि रिलीज की तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है।

भूमि की आने वाली फिल्म
‘दलदल’ के अलावा भूमि को आखिरी बार फिल्म भक्षक में देखा गया था, जहां उन्होंने वैशाली सिंह का किरदार निभाया था। भूमि अपनी अगली परियोजना ‘द रॉयल्स’ के लिए भी तैयार हैं, जो नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होगी। भूमि ने 2015 में शरत कटारिया की फिल्म दम लगा के हईशा से बॉलीवुड में कदम रखा और उसके बाद से उन्हें टॉयलेट: एक प्रेम कथा और सोनचिरैया जैसी फिल्मों में उनके दमदार अभिनय के लिए पहचाना जाता है।

‘मिथुन दा’ से पहले इन सितारों को मिल चुका है ‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार’, देखें लिस्ट

दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने का एलान किया गया है। अभिनेता को यह सम्मान 8 अक्टूबर को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान दिया जाएगा। अभिनेता को मिले इस सम्मान से उनके प्रशंसक काफी खुश और उत्साह में है। मिथुन चक्रवर्ती ने 350 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने, हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ भाषा में फिल्में की हैं। अभिनेता को इस पुरस्कार के साथ 15 लाख रुपये कि धनराशि भी मिलेगी। आइए इस मौके पर जानते हैं कि मिथुन दा से पहले वो कौन-कौन से बॉलीवुड सितारें हैं, जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

आशा पारेख
दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को साल 2022 में भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े पुरस्कार दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 22 साल बाद पहली बार किसी महिला कलाकार को यह सम्मान प्राप्त हुआ था। यह पुरस्कार उन्हें अपने जन्मदिन के ठीक एक दिन पहले मिला था।

वहीदा रहमान
वर्ष 2023 में बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

रजनीकांत
अभिनेता रजनीकांत को सिनेमा में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए वर्ष 2019 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने दक्षिण की फिल्मों से लेकर बॉलीवुड तक की फिल्मों में अपने अभिनय का परचम बुलंद किया है।

अमिताभ बच्चन
हिंदी सिनेमा के ‘एंग्री यंग मैन’ और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को वर्ष 2018 में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया था।

विनोद खन्ना
बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना को भी दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिल चुका है। उन्हें यह पुरस्कार वर्ष 2017 में मिला था।

मनोज कुमार
दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार को सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए वर्ष 2015 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

डेब्यू के बाद अंजिनी धवन के हाथ लगी सलमान खान की फिल्म? ‘सिकंदर’ में शामिल हुईं वरुण धवन की भतीजी!

बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन की भतीजी अंजिनी धवन ने अभिनेता पंकज कपूर के साथ ‘बिन्नी एंड फैमिली’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। भले ही इस ड्रामा ने बॉक्स ऑफिस पर कोई खास प्रभाव नहीं डाला हो, लेकिन ऐसा लगता है कि अब अभिनेत्री ने अपना दूसरा प्रोजेक्ट हासिल कर लिया है और यह एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अंजिनी को सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सिकंदर’ में के महत्वपूर्ण भूमिका के लिए चुना गया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘सिकंदर’ में अंजिनी को एक महत्वपूर्ण भूमिका में लिया गया है, जिसके लिए एक नए चेहरे की आवश्यकता है और वह उस विवरण में पूरी तरह से फिट बैठती हैं। उम्मीद है कि धवन जल्द ही फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगे। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि अंजिनी के किरदार का सलमान के नायक के साथ क्या रिश्ता होगा, क्योंकि टीम उसकी भूमिका को गुप्त रखने का इरादा रखती है, क्योंकि वह कहानी की महत्वपूर्ण कड़ी होंगी। हालांकि, इस बारे में निर्माताओं की ओर से अधिकारी जानकारी का इंतजार है।

‘सिकंदर’ सलमान खान और निर्देशक एआर मुरुगादॉस की पहली फिल्म है। दोनों मिलकर एक एक्शन ड्रामा फिल्म बना रहे हैं, जिसमें रश्मिका मंदाना, सत्यराज और काजल अग्रवाल भी हैं। फिल्म की शूटिंग जून 2024 में मुंबई में शुरू हो चुकी है। फिल्म में अभिनेता शरमन जोशी भी हैं। शरमन और सलमान की जोड़ी फिल्म में एक अनोखी है और उन्होंने अपने सीन की शूटिंग शुरू कर दी है। शरमन ने भी फिल्म के लिए शूटिंग शुरू कर दी है।

एआर मुरुगादॉस और उनकी टीम इस समय मुंबई में 15 करोड़ रुपये की लागत वाले एक भव्य सेट पर संवाद दृश्यों और गानों का फिल्मांकन कर रही है। एक बार जब वे हलचल भरे शहर में फिल्मांकन समाप्त कर लेंगे तो सिकंदर की टीम एक महल में एक महीने तक अतिरिक्त शूटिंग के लिए हैदराबाद जाएगी। यह एक्शन से भरपूर फिल्म ईद 2025 पर रिलीज होने वाली है, जिसकी शूटिंग दिसंबर 2024 तक पूरी करने की योजना है।

सिकंदर का साउंडट्रैक प्रीतम ने बनाया है और इसमें डांस ट्रैक, रोमांटिक गाने और एक इमोशनल पीस का मजा होगा। ‘सिकंदर’ को खत्म करने के बाद सलमान खान जनवरी या फरवरी 2025 के आसपास एटली के साथ अपना अगला प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए तैयार हैं। फिलहाल अभिनेता ‘बिग बॉस 18’ को होस्ट करने के लिए भी तैयार हैं।