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2023 में तकनीकी गड़बड़ियों के लिए सीईओ पीयूश गुप्ता का 27 प्रतिशत वेतन काटा

डीबीएस बैंक के भारतीय मूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पीयूष गुप्ता का वेतन तकनीकी गड़बड़ी के विभिन्न मामलों के कारण पिछले साल 27 प्रतिशत घटाकर 1.12 करोड़ सिंगापुर डॉलर (करीब 69 करोड़ रुपये) कर दिया गया। बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। 2022 में, गुप्ता को 1.54 करोड़ सिंगापुर डॉलर का वेतन मिला था।

सिंगापुर स्थित बैंक ने फरवरी में कहा था कि उसके सीईओ और समूह प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों के लिए 2023 में मुआवजे में कटौती की गई है। उन्हें पिछले साल हुए डिजिटल व्यवधानों की शृंखला के लिए जवाबदेह ठहराया गया है।

यह वेतन कटौती बैंक के रिकॉर्ड 2023 के मुनाफे और कई क्षेत्रों में आउटपरफॉर्मेंस के बावजूद की गई। 2023 बैंक ने एक रिकॉर्ड बनाया और इसकी कुल आय पहली बार 20 अरब सिंगापुर डॉलर का आंकड़ा पार कर गई। इस बैंक का शुद्ध लाभ 10.3 अरब सिंगापुर डॉलर और इक्विटी पर रिटर्न 18 प्रतिशत की नई ऊंचाई पर पहुंच गया।

सिंगापुर के रहने वाले गुप्ता वेतन कटौती पाने के मामले में अकेले नहीं थे। डीबीएस ने रिपोर्ट में कहा कि डिजिटल व्यवधानों के लिए प्रबंधन की जवाबदेही को दर्शाने के लिए सीईओ सहित वरिष्ठ प्रबंधन के कुल परिवर्तनीय वेतन में 21 प्रतिशत की कटौती की गई है।

सोना 150 रुपये मजबूत हुआ, चांदी 400 रुपये फिसली…

मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 150 रुपये की तेजी के साथ 65,150 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। सोने में लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही और यह 65,150 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। हालांकि, चांदी की कीमत इस दौरान 400 रुपए की गिरावट के साथ 74,500 रुपए प्रति किलोग्राम रह गई। इससे पिछले कारोबारी सत्र यह 74,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिसमें) सौमिल गांधी ने कहा, ”दिल्ली सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत 150 रुपये की तेजी के साथ 65,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही है।” अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स पर सोने का हाजिर भाव 12 डॉलर की तेजी के साथ 2,122 डॉलर प्रति औंस हो गया। जून में फेडरल रिजर्व की ओर से लिवाली की रफ्तार जारी रहने से हाजिर सोना 2,041.84 डॉलर प्रति औंस की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। मंगलवार को यह 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2,128 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था।

शेयरखान बाई बीएनपी परिबा के मौलिक मुद्राएं व जिंस विभाग के सहायक उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह ने कहा, ”अमेरिका के वृहद आर्थिक आंकड़े अनुमानों के कम रहने से पीली धातु में लगातार पांचवें दिन तेजी दर्ज की गई। हालांकि, ग्लोबल मार्केट में चांदी का भाव गिरावट के साथ 23.75 डॉलर प्रति औंस रह गया जो पिछले कारोबारी सत्र के दौरान 23.88 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था।

चुनाव आयोग के फैसले का नवाज शरीफ की पार्टी को फायदा, नेशनल असेंबली में PMLN बना सबसे बड़ा दल

पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनावों के बाद से सियासी उठा पटक जारी है। इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है, जिसका फायदा पूर्व पीएम नवाज शरीफ को मिला है। दरअसल, पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने हाल ही में खान समर्थित एसआईसी को आरक्षित सीटें देने से मना कर दिया है, जिससे नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है।

एसआईसी को आरक्षित सीटें देने से इनकार
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने सोमवार को 71 साल के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) समर्थित सुन्नी इतेहाद काउंसिल (एसआईसी) को आरक्षित सीटें देने से इनकार कर दिया। आयोग का कहना है कि एसआईसी के पाले वालीं आरक्षित सीटें अन्य दलों को दे दी जाएं।

दरअसल, पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें अपने नाम की थीं, लेकिन वे बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाए थे। इस वजह से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएलएन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने घोषणा कर दी थी कि वे गठबंधन सरकार बनाएंगे। हालांकि, पीटीआई ने पीएमएलएन और पीपीपी द्वारा गठबंधन सरकार बनाने के प्रयासों को खारिज कर दिया था।

किस पार्टी ने कितनी जीती थीं सीटें
चुनावों में जेल में बंद इमरान खान की पीटीआई पार्टी की ओर से समर्थित उम्मीदवारों समेत कुल 93 निर्दलीय प्रत्याशियों ने नेशनल असेंबली की सीटें जीती थीं। पीएमएल-एन ने 75 सीटें जीतीं, जबकि पीपीपी 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही थी। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने भी 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी। यहां सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में लड़ी गई 265 सीटों में से 133 सीटें चाहिए होंगी। कुल मिलाकर, संसद के निचले सदन की 336 सीटों में से 266 सीटों के लिए चुनाव हुए थे। अन्य 60 सीटें महिलाओं के लिए और 10 सीटें अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित थीं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने पिछले महीने हुए आम चुनाव के बाद शुरुआत में 75 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उसमें नौ निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हुए थे। इसे महिलाओं के लिए 19 आरक्षित सीटें और अल्पसंख्यकों के लिए चार आरक्षित सीटें आवंटित की गईं, जिससे इसकी कुल संख्या 107 हो गई थी।

पीटीआई समर्थित अंतरिम सुरक्षा परिषद (आईएससी) को आरक्षित सीटें देने से ईसीपी के इनकार के बाद तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ नीत पीएमएल-एन को महिलाओं के लिए आरक्षित 20 सीटों में से 15 सीटें और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित तीन सीटों में से एक सीट आवंटित की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 123 सीट के साथ नेशनल असेंबली में नवाज शरीफ की पार्टी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को मिली सीटों की संख्या भी पहले की 68 सीटों से बढ़कर 73 हो गई है। पूर्व वित्त मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी के नेतृत्व वाली पार्टी ने शुरू में 54 सामान्य सीटें जीतीं और उसे अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 12 सीटें और महिलाओं के लिए दो सीटें आवंटित की गईं। इसके बाद इसे महिलाओं के लिए आरक्षित चार और अल्पसंख्यकों के लिए एक सीट आवंटित की गई थी।

मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) पार्टी के नेशनल असेंबली में 22 सदस्य हैं जबकि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के सांसदों की संख्या सात से बढ़कर 11 हो गई है।

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला- फांसी से पहले पूर्व PM जुल्फिकार अली भुट्टो का ट्रायल निष्पक्ष नहीं

खराब कानून व्यवस्था और दहशतगर्दों की गतिविधियों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहने वाला मुल्क पाकिस्तान अपनी न्याय प्रणाली के कारण चर्चा में है। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री को निष्पक्ष ट्रायल नहीं मिल सका। अदालत ने कहा कि मुकदमे में निष्पक्ष सुनवाई के बगैर पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी की सजा दे दी गई। सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस काजी फैज ईसा ने यह अहम आदेश पारित किया। अदालत की नौ जजों की पीठ ने सर्वसम्मति से पारित आदेश में कहा कि 45 साल पहले सैन्य शासन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री को सजा-ए-मौत तो दी गई, लेकिन उन्हें मुकदमे में निष्पक्ष ट्रायल नसीब नहीं हुआ।

2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट पहुंचे
कोर्ट ने लगभग 13 साल के बाद पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के संस्थापक जुल्फिकार अली भुट्टो के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा वाले तत्कालीन राष्ट्रपति के आदेश की वैधता पर सुनवाई की। गौरतलब है कि साल 2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपने ससुर जुल्फिकार अली भुट्टो की फांसी को हत्या बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। न्यायमूर्ति ईसा ने चीफ जस्टिस बनने के बाद 2023 में इस मुकदमे पर सुनवाई शुरू की।

अब और मजबूत होगी ट्रंप की दावेदारी, भारतवंशी रिपब्लिकन प्रत्याशी निक्की हेली चुनाव से वापस लेंगी नाम

रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की रेस में डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देनी वाली भारतवंशी निक्की हेली अपना चुनावी अभियान को रोक देंगी। मंगलवार को बुरी तरह से हार के बाद निक्की हेली के करीबी लोगों के मुताबिक, राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की रेस से निक्की हेली खुद को बाहर कर देंगी। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के सामने रिपब्लिकन से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की रेस में निक्की हेली एकमात्र प्रतिद्वंदी है।

हेली राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की रेस से पीछे हटी
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, हेली ने फैसले की पुष्टि की है। हालांकि सूत्रों ने कहा कि हेली ट्रंप का समर्थन करने की योजना नहीं बना रही है। इसके बजाए हेली उदारवादी रिपब्लिकन और स्वतंत्र मतदाताओं के गठबंधन का समर्थन अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। बता दें फरवरी 2023 में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति बनने की रेस में ट्रंप के खिलाफ वह सामने आई थी। गौरतलब है कि निक्की हेली के पीछे हटने की चर्चाओं के बाद ट्रंप का रिपब्लिकन से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए एक बार फिर डेमोक्रेटिक से बाइडन और रिपब्लिकन से ट्रंप के बीच भिंडत होने की संभावना है।

ट्रंप ने कहा- रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक एकजुट
ट्रम्प ने मंगलवार रात को घोषणा की कि रिपब्लिकन के समर्थक उनके पीछे एकजुट है, लेकिन कुछ ही समय बाद एक बयान में हेली के प्रवक्ता ओलिविया पेरेज-क्यूबास ने कहा, केवल यह दावा करने से एकता हासिल नहीं होती है, हम एकजुट हैं। परेज क्यूबास ने कहा कि आज एक के बाद एक राज्य में रिपब्लिकन प्राथमिक मतदाताओं का एक बड़ा समूह बना हुआ है, जो डोनाल्ड ट्रंप के बारे में गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

डॉ जयशंकर की कारोबारियों से मुलाकात, गिम्हे का दौरा भी किया…

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर दक्षिण कोरिया दौरे पर हैं। उन्होंने कई अहम कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने अयोध्या की सिस्टर सिटी का दर्जा रखने वाले शहर- गिम्हे का दौरा भी किया। विदेश मंत्री ने दक्षिण कोरिया में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। गिम्हे में डॉ जयशंकर ने गिम्हे सिटी के मेयर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उन्होंने भारत और दक्षिण कोरिया के बीच साझा सांस्कृतिक विरासत और लंबे समय से लोगों के बीच कायम संबंधों का जिक्र किया। विदेश मंत्री ने गिम्हे सिटी में स्थानीय निवासियों से भी मुलाकात की। मेयर से मुलाकात के दौरान अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति भी भेंट की।

कोरियन लोगों का ननिहाल है अयोध्या
गिम्हे सिटी राजधानी सियोल से लगभग 330 किमी दक्षिणपूर्व में है। कोरियाई किंवदंती के अनुसार, लगभग 2,000 साल पहले अयोध्या की एक किशोर राजकुमारी नाव में बैठकर कोरिया पहुंची थीं। समुद्री मार्ग से लगभग 4,500 किलोमीटर की दूरी तय कर कोरिया पहुंचीं राजकुमारी ने राजा किम सुरो से शादी की। इस किवदंती के मुताबिक राजा ने उत्तर एशियाई देश में गया की स्थापना की। राजकुमारी सुरीरत्ना कालांतर में रानी हियो ह्वांग-ओक नाम से जानी गईं। खुद को सुरीरत्ना का वंशज मानने वाले दक्षिण कोरिया के करीब 60 लाख लोग अयोध्या को अपना ननिहाल मानते हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर ने गिम्हे दौरा करने के बाद एक्स पर लिखा, आज गिम्हे सिटी के मेयर होंग ताए-योंग से मिलकर खुशी हुई। गिम्हे और अयोध्या का संपर्क हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत और लंबे समय से लोगों के बीच संबंधों का प्रमाण है। गिम्हे सिटी के साथ व्यापक सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग पर चर्चा हुई।

भांजे की शादी में शामिल होने जा रही महिला की सड़क हादसे में मौत, अलग-अलग हादसो में छह घायल

उत्तर प्रदेश के एटा में भांजे की शादी में जा रही महिला हादसे का शिकार हो गई। अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उसकी जान चली गई। वहीं अन्य सड़क हादसों में छह लोग घायल हुए हैं। घायलों का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है।

जैथरा थाना क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी दुर्गेश कुमार ने बताया कि पत्नी मंजू (32) मंगलवार की शाम अपने भांजे शिवम उर्फ छोटू निवासी नगला जसराम कोतवाली देहात के यहां जा रही थी। वहां मंडप का कार्यक्रम था। वह एक टेंपो में सवार थी। रास्ते में थाना बागवाला के पास लघुशंका के लिए उतरी। तभी किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय पुलिस उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंची। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

थाना सकीट के गांव नैनपुर कवार निवासी रिंकू, जीतू व देवेंद्र मंगलवार को बाइक से बाजार जा रहे थे। सकीट कस्बे में पहुंचने पर मस्जिद के पास बाइक के सामने एक कुत्ता आ गया। इससे बाइक टकराकर गिर गई। दुर्घटना में तीनों लोग घायल हो गए। परिजन इन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उपचार चल रहा है।

कोतवाली नगर के महाराणा प्रताप नगर निवासी मन्नान खान मंगलवार की शाम मारहरा दरवाजे की पुलिया पर बाइक फिसलने से घायल हो गया। इसके अलावा अन्य सड़क हादसों में जीटी रोड गोशाला निवासी प्रेमपाल सिंह, सुनहरी नगर निवासी रोहित चौहान भी घायल हुए हैं। सभी का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है।

सोते रहे डॉक्टर, थम गई बच्चे की सांस, परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा काटा हंगामा

कानपुर के हैलट अस्पताल के पीआईसीयू में 9 माह के मासूम की हालत बिगड़ने पर एक पिता डाक्टरों से इलाज की गुहार लगाता रहा लेकिन जिम्मेदार स्वास्थ कर्मी गहरी नींद में सोते रहे। रात में बच्चे की सही देखभाल न होने की वजह से मासूम की मौत हो गयी। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। पिता ने स्वरूप नगर थाने में शिकायत की है कि डॉक्टरों द्वारा सही इलाज न दिये जाने की वजह से बेटे की मौत हो गयी है।

परमट के रहने वाले विजय ने 18 फरवरी को 9 माह के अपने बेटे को बाल रोग विभाग में दिखाया था। जिसके बाद डाक्टरों की सलाह पर बेटे को एडमिट करवा दिया था। डॉ. नेहा अग्रवाल की देखरेख में बच्चे को काफी दिनों तक भर्ती रखा गया। लेकिन उसकी हालत में सुधार न होने पर विजय ने बेटे सूर्या को डॉ. यशवंत राय की देखरेख में भर्ती करवा दिया। विजय का आरोप है कि दूसरे डॉक्टर को दिखाने के बाद डॉ. नेहा भड़क गयीं और कहा कि जाओ अब ठीक करा लेना बच्चा, देखते हैं कितनी जल्दी ठीक हो जाता है। जिसके बाद स्टाफ का रवैया इलाज को लेकर लापरवाह हो गया।

द्वारका में पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़, जवाबी कार्रवाई में लगी गोली; दो कारतूस बरामद

द्वारका जिला के छावला एरिया में मंगलवार सुबह बदमाश से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। खुद को घिरता देखकर बदमाश ने पुलिस टीम पर गोली चला दी। एक गोली हवलदार भूपेंद्र सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी तो जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोली चला दी। टीम की ओर से चलाई गई गोली से बदमाश जख्मी हो गया।

टांग में गोली लगने के बाद फौरन आरोपी रवि शर्मा (26) को काबू कर लिया। बाद में उसे आरटीआरएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस को आरोपी के पास से एक पिस्टल, दो कारतूस व खोखा और वारदात में इस्तेमाल एक बाइक बरामद हुई है। आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन की जा रही है।

पुलिस ने एएसआई बहादुर सिंह के बयान पर हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा और ड्यूटी के दौरान हमला करने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने इसी साल सात फरवरी को घुम्मनहेड़ा गांव में फायरिंग की थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

पुलिस के मुताबिक छावला थाने में तैनात एएसआई बहादुर सिंह व अन्यों की टीम को मंगलवार तड़के खबर मिली कि घुम्मनहेड़ा गांव में गोली चलाने वाला बदमाश बडुसराय नाले के पास आने वाला है। सूचना के बाद फौरान एक टीम का गठन किया गया। पुलिसकर्मी बाइक व सरकारी जिप्सी पर सवार होकर बडुसराय नाले पर पहुंच गए।

चुनाव नहीं लड़ पाएंगे पूर्व सांसद धनंजय सिंह, जानें- क्या है सजा का प्रावधान

नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का करीब तीन साल दस महीने पहले अपहरण कराने, रंगदारी मांगने और गालीगलौज कर धमकाने के मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह और सहयोगी संतोष विक्रम सिंह को सात-सात साल की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही अर्थदंड भी लगाया गया है। ऐसे में अब पूर्व सांसद धनंजय सिंह लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे।

क्या है सजा का प्रावधान
वाराणसी सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन एडवोकेट विवेक शंकर तिवारी ने बताया कि अपहरण के मामले में 10 वर्ष तक के कठिन कारावास का प्रावधान है। रंगदारी में भी 10 वर्ष तक के कारावास और जुर्माना दोनों का प्रावधान है। अपमानित करने में दो वर्ष तक के कारावास या जुर्माना या दोनों से दंडित करने का प्रावधान है। आपराधिक धमकी के मामले में दो वर्ष तक के कारावास या आर्थिक दंड या दोनों से दंडित किया जा सकता है।

क्या बोले पूर्व सांसद धनंजय सिंह
पूरा मामला भ्रष्टाचार का था, इसके बारे में सबको पता है। वादी ने अदालत में शपथ पत्र भी दिया था कि हम पर लगाए गए आरोप गलत हैं। भ्रष्टाचार पर आवाज उठाने पर यह कार्यवाही की गई है। इसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दाखिल करेंगे।