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अपने स्मार्टफोन में जरूर रखें यह सरकारी एप, वायरस चाहकर भी कुछ नहीं कर पाएंगे

यदि आपसे एंटीवायरस के बारे में पूछा जाए तो आप तुरंत 4-5 एंटीवायरस के नाम बता देंगे लेकिन यदि आपसे किसी सरकारी एंटीवायरस एप के नाम पूछा जाए तो आपको गूगल करना पड़ जाएगा। आप में से कई लोग ऐसे होंगे जो फोन के लिए एंटीवायरस एप का इस्तेमाल करते होंगे, लेकिन क्या आपको मालूम है कि भारत सरकार के पास भी अपना एंटीवायरस एप है। भारत सरकार के इस एंटीवायरस एप के बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी है लेकिन यह एप बड़े ही काम का है।

भारत सरकार के ‘साइबर स्वच्छता केंद्र’ जिसे बोटनेट क्लीनिंग एंड मालवेयर एनालिसिस सेंटर के नाम से भी जाना जाता है ने एक फ्री बॉटनेट डिटेक्शन और रिमूवल टूल्स तैयार किया है। यह एप किसी भी तरह तरह के बॉट एप, मैलवेयर और वायरस को पहचानने में सक्षम है। इस एप के लिए इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर, एंटीवायरस बनाने वाली कंपनी और इंडियन कंप्यूटर रिस्पांस टीम (CERT-In) की साझेदारी हुई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ‘Bot’ एक तरह का मैलवेयर है और इसकी मदद से कोई हैकर आपके फोन का पूरा डाटा कॉपी कर सकता है। इस तरह के मैलवेयर और वायरस को फोन से हटाने और पहचानने के लिए सरकार ने eScan CERT-In Bot Removal एप लॉन्च किया है।

eScan CERT-In Bot Removal एप को आप गूगल प्ले-स्टोर से फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। यह एप आपको किसी गलत और स्पैम वाली साइट पर जाने से रोकेगा। इसके अलावा यह एप आपके फोन को स्कैन करके बता सकता है कि आपके फोन में वायरस या मैलवेर हैं या नहीं।

यदि आपको भी इस बात का संदेह है कि आपके फोन में वायरस या मैलवेयर हो सकते हैं तो eScan CERT-In Bot Removal या ‘M-Kavach 2’ एप को अपने फोन में डाउनलोड करें। यह एप आपको प्राइवेसी के लिए बेहतर सुझाव भी देता है।

नेपाल में टूटा सत्तारूढ़ गठबंधन, फिर भी दहल बने रहेंगे प्रधानमंत्री; आज नई सरकार लेगी शपथ

नेपाल में सियासी उथल-पुथल जारी है। देश के सत्तारूढ़ गठबंधन के बीच काफी समय से दरार देखी जा रही थी। आखिरकार अब यह गठबंधन टूट गया। पूर्व वित्त मंत्री सुरेंद्र पांडे ने बताया कि देश में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर) और शेख बहादुर देउबा के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस के बीच सत्तारूढ़ गठबंधन टूट गया है और प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल के नेतृत्व में नई गठबंधन सरकार सोमवार को शपथ लेगी।

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) के उपाध्यक्ष पांडे ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘सरकार आज बदल जाएगी। नया मंत्रिमंडल बनाया जाएगा। आज कम संख्या में मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी।’

वाम गठबंधन में जिन चार राजनीतिक दलों का विलय होगा वो हैं-

  • प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर)
  • कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल),
  • राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी
  • जनता समाजवादी पार्टी

 

आर्थिक संकट के बीच शहबाज शरीफ ने दूसरी बार संभाली देश की बागडोर, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। साल 2022 के बाद उन्होंने दूसरी बार देश की बागडोर संभाली है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ऐवान-ए-सदर (राष्ट्रपति भवन) में आयोजित एक समारोह में उन्हें पद की शपथ दिलाई।

इस समारोह में तीनों सेनाओं के प्रमुखों, वरिष्ठ अधिकारियों, राजनयिकों, प्रमुख उद्योगपतियों, नागरिक समाज और मीडिया संगठनों के सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर भी इस मौके पर मौजूद थे। समारोह का शुभारंभ पवित्र कुरान के पाठ के साथ हुआ। जिसके बाद शहबाज शरीफ का शपथ ग्रहण हुआ।

समारोह में नवाज और मरियम रहे मौजूद
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। शहबाज शरीफ इससे पहले अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री थे।

अल्वी ने शपथ दिलाने से किया था इनकार
राष्ट्रपति अल्वी ने 2022 में शहबाज शरीफ को शपथ दिलाने से इनकार कर दिया था। तब सीनेट के अध्यक्ष के सादिक संजरानी ने उन्हें पद की शपथ दिलाई थी। अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान की सरकार को गिराने के बाद शहबाज पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। राष्ट्रपति बनने से पहले अल्वी इमरान की पीटीआई पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हैं।

चीन में संबंध सामान्य बनाने की कवायद, LAC विवाद पर भी बयान; बीआरआई से व्यापार बढ़ने का दावा

चीन ने दक्षिण चीन सागर और भारत के साथ पूर्वी लद्दाख सीमा मुद्दे पर तनाव कम करने का प्रयास किया है। अपने एशियाई पड़ोसियों से संबंधों में बढ़ती तल्खी को कम करने का प्रयास करते हुए चीन ने सोमवार को कहा, बीआरआई जैसी पहल गति पकड़ रही है। चीन की दावा है कि बीआरआई की मदद से देशों के क्षेत्रीय व्यापार में तेजी आ रही है। चीनी संसद- नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के प्रवक्ता लोउ किनजियान के मुताबिक उन्होंने अपनी पूरे राजनीतिक जीवन में पड़ोसी देशों को उच्च प्राथमिकता दी है।

बीआरआई राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पसंदीदा पहल
एशियाई पड़ोसियों के साथ चीन के तनाव पर किनजियान ने कहा, बीजिंग दक्षिण की तरफ रूख कर रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर विवाद ‘खतरनाक फ्लैश प्वाइंट’ के साथ-साथ क्षेत्र में ‘अनसुलझे मुद्दे’ की तरह बन चुका है। उन्होंने कहा कि मध्य एशिया के लगभग सभी देश चीन के साथ साझा भविष्य वाला समुदाय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बीआरआई को राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पसंदीदा पहल करार दिया।

समुद्री अधिकारों और हितों की रक्षा पर स्पष्ट बयान
दक्षिण चीन सागर का जिक्र करते हुए किनजियान ने कहा कि चीन अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता और समुद्री अधिकारों और हितों की रक्षा करना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे से जुड़े सभी देशों के साथ बातचीत और परामर्श से चीन पीछे नहीं हटने वाला। साउथ चाइना सी में शांति और सुरक्षा के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएंगे।

अखिलेश यादव का तंज, बोले- अब तो भाजपा वाले खुद कह रहे हैं नहीं चाहिए भाजपा

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अब तो भाजपा के लोग ही कह रहे हैं कि नहीं चाहिए भाजपा। उन्होंने कहा कि भाजपा एक राजनीतिक दल के रूप में इतनी कमजोर कभी भी नहीं थी।

उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएंगे कि कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले कुछ और काम को ज्यादा जरूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे। कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा तो कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए प्रार्थना पत्र लिखेगा।

कोई टिकट कटने पर संन्यास लेने का ऐलान कर देगा तो कोई टिकट मिलने के बाद भी दूर से ही सोशल मीडिया पर अपने व्यक्तिगत कारणों से टिकट को ठुकरा देगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा एक दल के रूप में इतनी कमजोर कभी नहीं थी। अब तो जनता के अलावा, भाजपा वाले भी ख़ुद ही कह रहे हैं कि भाजपा नहीं चाहिए। शनिवार को भाजपा की पहली सूची आने के पहले ही कई प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। भाजपा ने पहली सूची में 195 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की।

भाजपा के यादव महाकुंभ पर अखिलेश बोले- ये उनकी पुरानी ट्रिक है, हमारा वजीर तैयार है

यूपी में यादव वोट बैंक को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए भाजपा द्वारा लखनऊ में आयोजित किए गए यादव महाकुंभ पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बहुत होशियार पार्टी है। वो इस तरह के तरीके अपनाते रहते हैं लेकिन उनकी ये ट्रिक बहुत पुरानी है। इसके लिए हमारा वजीर तैयार है। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के बारे में कहा कि वो तो प्यारे मोहन हैं।

भाजपा ने लखनऊ में यादव महाकुंभ का आयोजन किया था जिसे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संबोधित करते हुए अखिलेश यादव पर कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा था कि यादव समाज का कोई ठेकेदार नहीं है, समाज की अपनी पहचान है। मुझे मुख्यमंत्री बनाने से कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। अगर दर्द होता है तो होता रहे, यादव समाज जब भी यूपी बुलाएगा वो आते रहेंगे। सोमवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने इस पर जवाब दिया।

जिन उद्योगपतियों का कर्ज माफ हुआ उन्होंने ही खरीदा इलेक्टोरल बांड
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन उद्योगपतियों का कर्ज माफ हुआ है कहीं उन्होंने ही तो भाजपा का इलेक्टोरल बांड नहीं खरीदा है। देश में किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे हैं।

यूपी में सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने पर योगी सरकार देगी बंपर छूट, मिलेंगी ये सुविधाएं

योगी सरकार ने हाल ही में यूपी सेमीकंडक्टर नीति 2024 को मंजूरी देकर उत्तर प्रदेश को उद्योग प्रदेश बनाने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। इस नीति को लागू कर सीएम योगी ने प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग की रीढ़ कहे जाने वाले सेमीकंडक्टर्स के बड़े पैमाने पर निर्माण की राह काफी आसान कर दी है। इस नीति के तहत यूपी में सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने के इच्छुक निवेशकों को कैपिटल सब्सिडी के साथ ही इंटरेस्ट सब्सिडी, लैंड सब्सिडी, स्टांप फीस और रजिस्ट्रेशन फीस के साथ ही इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में भी भारी राहत दी गई है।

यही नहीं, योगी सरकार यहां सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने वाली कंपनियों को कौशल और प्रशिक्षण के लिए भी सहायता देगी, जबकि अनुसंधान एवं विकास केंद्र के साथ ही सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्टता केंद्र) स्थापित करने पर भी उन्हें राहत प्रदान की जाएगी। माना जा रहा है कि यूपी की सेमीकंडक्टर नीति भारत को दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

प्रति इकाई अधिकतम 7 करोड़ रुपए तक मिलेगी इंटरेस्ट सब्सिडी
उत्तर प्रदेश सरकार के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया की आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के तहत जारी सेमीकंडक्टर नीति प्रदेश और देश को इस इंडस्ट्री में अग्रणी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसमें निवेशकों को कई तरह से वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किए जा रहे हैं। नीति में इसका पूरा उल्लेख किया गया है, जिसके अनुसार कैपिटल सब्सिडी के तहत भारत सरकार द्वारा अनुमोदित सब्सिडी का 50 प्रतिशत प्रदान किया जाएगा।

RLD के दो विधायक बनेंगे मंत्री, सामने आए नाम, सियासी गलियारों में ये भी चर्चा

प्रदेश सरकार में मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। रालोद से जहां राजपाल बालियान को कैबिनेट और प्रदीप गुड्डू को राज्यमंत्री बनाने की तैयारी है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि प्रदीप गुड्डू के सहारे कई मंडल साधने की कोशिश की जाएगी।

वहीं, सियासी गलियारों में शामली के थानाभवन से विधायक अशरफ अली के नाम की भी खूब चर्चा है। कुछ लोगों का कहना है कि उनको भी यूपी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। बता दें कि लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात करने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होगा।

रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान का नाम मंत्रालय की सूची में सबसे ऊपर बताया जा रहा है। अगर एक मंत्रालय मिलता है तो बालियान को तवज्जो दी जाएगी। अगर दो मंत्रालय मिलते हैं तो मुस्लिम कोटे से सिवालखास या थानाभवन विधायक को भी मंत्री बनाया जा सकता है। देखने वाली बात यह होगी कि मंत्रालय की कुर्सी किसके हिस्से में आती है।

राजपाल को इसलिए मिल सकता है इनाम
बुढ़ाना विधायक राजपाल बालियान पिछले तीन दशक से पार्टी के साथ हैं। साल 1996 में भारतीय किसान कामगार पार्टी के टिकट पर पहली बार खतौली से चुनाव जीते थे। लगातार दो बार खतौली से विधायक रहे। परिसीमन में बुढ़ाना सीट बनीं तो साल 2022 में रालोद के टिकट पर यहां से विधायक बनें। वर्तमान में रालोद विधानमंडल दल के नेता हैं।

फर्जी भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

फर्जी भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा करते हुए पकड़े जाने के बाद एक बांग्लादेशी नागरिक को रूस से निर्वासित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मामले की जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी फारूक मुल्ला फर्जी भारतीय पासपोर्ट के जरिए यात्रा कर रहा था।

फारूक मुल्ला को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने कहा कि फारूक मुल्ला को रूस में अधिकारियों ने पकड़ लिया था, जिसे भारत वापस भेज दिया गया था। भारत पहुंचते ही दिल्ली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया, उससे आगे की पूछताछ की जा रही है। मामले से जुड़े एक अन्य अधिकारी ने कहा कि आरोपी फारूक ने गुजरात के सूरत से फर्जी पासपोर्ट हासिल किया था।

फर्जी पासपोर्ट के जरिए आरोपी पहुंचा रूस
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा कि सूरत से बनाए गए फर्जी पासपोर्ट के जरिए आरोपी ने दिल्ली से रूस की यात्रा की। पुलिस ने कहा कि आरोपी पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि फारूक मुल्ला के खिलाफ विदेशी अधिनियम की कई धाराएं लगाई गई हैं।

नई दिल्ली में भारत-फ्रांस की द्विपक्षीय वार्ता, घातक हथियारों के निर्यात को नियंत्रित करने पर हुई चर्चा

भारत और फ्रांस ने सोमवार को नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों पक्षों ने परमाणु, रासायनिक, जैविक हथियारों के प्रभाव क्षेत्र और अंतरिक्ष सुरक्षा पर चर्चा की। इसके अलावा, सैन्य क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) सहित पारंपरिक और घातक हथियार प्रणालियों के बहुपक्षीय निर्यात पर नियंत्रण के साथ-साथ निरस्त्रीकरण पर भी चर्चा की गई। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने यह जानकारी दी।