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नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को IMF की सिफारिशें, राजस्व प्राप्त करने के लिए कर बढ़ाने की दी राय

नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अतिरिक्त राजस्व हासिल करने के लिए कई सिफारिशें की है। शनिवार को आईएमएफ ने पाकिस्तान सरकार को कर बढ़ाने, कर स्लैब कम करने और पेंशनभोगियों को निजी नियोक्ताओं के योगदान पर कर छूट खत्म करने जैसे कई कदम उठाने की सिफारिश की है।

अगर मानी गई सिफारिश तो पाकिस्तान को होगा लाभ- IMF
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अनुमान लगाया है कि अगर व्यक्तिगत आयकर पर सिफारिशों को पूरी तरह से लागू किया गया, तो इससे सकल घरेलू उत्पाद का 0.5 प्रतिशत अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है, जो वार्षिक आधार पर पाकिस्तानी 500 अरब रुपये के बराबर है।

सिफारिश में कर स्लैब कम करने की सिफारिश
रिपोर्ट में कहा गया है कि फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) को आईएमएफ की सिफारिशें स्वीकार किए जाने पर वेतनभोगी और गैर वेतनभोगी वर्गों के लिए कर का बोझ दोगुना हो जाएगा। एफबीआर ने चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों (जुलाई-फरवरी) में अब तक वेतनभोगी वर्ग से 215 अरब पाकिस्तानी रुपये इकट्ठा किए हैं।

पीपीपी के सरफराज बुगती बने बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री, बोले- विकास के लिए विपक्ष को भी लाएंगे साथ

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार सरफराज बुगती को शनिवार को बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया। बुगती गर्वनर हाउस में शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेंगे। गौरतलब है कि उनके पक्ष में 41 वोट पड़े थे। उन्हें बलूचिस्तान के गवर्नर अब्दुल वली काकर नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री को शपथ दिलाएंगे।

पीपीपी के उम्मीदवार को पीएमएल-एन का समर्थन
इसके अलावा, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं ने भी उनका समर्थन किया है, जिनमें नवाब सनाउल्लाह खान जहरी और सरदार सरफराज चकर डोमकी भी शामिल हैं। बता दें सरफराज बुगती ने पिछले साल दिसंबर में कार्यवाहक आंतरिक मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और बिलावल के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गए।

सफराज बुगती बोले- पीपीपी बातचीत में विश्वास रखती है
शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र जमा करने के बाद सरफराज बुगती ने कहा कि पीपीपी बातचीत में विश्वास करती है और उसने हमेशा बातचीत के जरिए मुद्दों का समाधान किया है। उन्होंने असंतुष्ट लोगों से मुख्यधारा में शामिल होने और देश के विकास में अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया।

उस्मान ख्वाजा की इस हरकत से फिर भड़का ICC? मैच के दौरान बैट से यह स्टिकर निकालते दिखे

ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन के बेसिन रिजर्व में चल रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन अपने बल्ले से कबूतर का लोगो हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह दिन के शुरुआती सत्र में हुआ, जब ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 13 रन से आगे खेलना शुरू किया। खेल शुरू होने के तुरंत बाद ही ख्वाजा का बल्ला टूट गया था।

कैमरे पर रिकॉर्ड हुए ख्वाजा
ऐसा ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 19वें ओवर में हुआ जब 37 वर्षीय सलामी बल्लेबाज ने बल्ला टूटने के बाद उसे बदलने का इशारा किया। 12वें खिलाड़ी मैथ्यू रेनशॉ बल्ले का एक सेट लेकर मैदान में दौड़ लगाई। ख्वाजा ने सभी बल्लों को टेस्ट किया और फिर एक पर सहमत दिखे। हालांकि, उस पर एक लोगो ने लोगों का ध्यान खींचा। दरअसल, उस पर डव (कबूतर) का लोगो लगा हुआ था, जो कि मानवाधिकार के संदेश को दर्शाता है। ऐसे में ख्वाजा को उसे हटाना पड़ा। ऐसा करते हुए वह कैमरे पर रिकॉर्ड हो गए।

पहले भी विवाद में रह चुके ख्वाजा
इससे पहले दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गाजा में मानवीय संकट के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए बॉक्सिंग डे टेस्ट में अपने बल्ले पर ‘डव’ का लोगो दिखाने के ख्वाजा के आवेदन को खारिज कर दिया था। इससे पहले आईसीसी ने सीरीज के शुरुआती मैच के दौरान काली पट्टी पहनने के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर उपकरण नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। हालांकि ख्वाजा ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह ‘व्यक्तिगत शोक’ के कारण था।

आईपीएल से पहले SRH में बड़े बदलाव के संकेत, इस खिलाड़ी को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

आईपीएल 2024 की शुरुआत 22 मार्च से होगी। इससे पहले सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी में बड़ा बदलाव हो सकता है। टूर्नामेंट के 17वें संस्करण में एडन मार्करम की जगह ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस को नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। नीलामी के दौरान फ्रेंचाइजी ने उन्हें 20.5 करोड़ रुपए में टीम का हिस्सा बनाया था।

एडन मार्करम की अगुवाई में सनराइजर्स हैदराबाद ने पिछले दो सीजन खेले, लेकिन टीम को कोई सफलता हासिल नहीं हुई। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका 20 लीग में सनराइजर्स ईस्टर्न केप ने शानदार प्रदर्शन किया। हाल ही में टीम ने डर्बन सुपर जाएंट्स को 89 रन से मात देकर खिताब अपने नाम किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीएल में इस बार उनकी जगह ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

विश्व कप विजेता कप्तान को मिल सकती है जिम्मेदारी
आईपीएल में कमिंस का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। 42 मुकाबलों में उन्होंने 45 विकेट हासिल किए। इसके अलावा उन्होंने तीन अर्धशतकों की मदद से 379 रन बनाए। हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमिंस का प्रदर्शन शानदार रहा है। भारत के खिलाफ उनकी अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे विश्व कप में जीत हासिल की, जिसने सनराइजर्स हैदराबाद के टीम मैनेजमेंट को काफी प्रभावित किया है। 52 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में दिग्गज गेंदबाज ने 57 विकेट चटकाए।

आयरलैंड ने पहली बार जीता टेस्ट, अफगानिस्तान को हराकर भारत को इस मामले में पीछे छोड़ा

आयरलैंड ने इतिहास रचते हुए अफगानिस्तान को दुबई में खेले गए एकमात्र टेस्ट में छह विकेट से हरा दिया। शनिवार को एकमात्र टेस्ट के तीसरे दिन आयरलैंड ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली जीत दर्ज की। आयरलैंड अब टेस्ट इतिहास के 147 वर्षों में पहली टेस्ट जीत के लिए लिए गए मैचों के मामले में चौथी सबसे तेज टीम है।

ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर
ऑस्ट्रेलिया को अपना पहला टेस्ट जीतने में केवल एक मैच लगा था यानी अपने पहले ही टेस्ट में उन्होंने जीत हासिल की थी। वहीं, इंग्लैंड, पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने इसके लिए दो मैच लिए थे। वेस्टइंडीज को टेस्ट में अपनी पहली जीत के लिए छह मैच लग गए थे। आयरलैंड ने आठ और भारत ने 25 मैचों के बाद ऐसा किया। आयरलैंड ने अपना पहला टेस्ट मैच 2018 में खेला था, जहां उसे पाकिस्तान ने हराया था।
मैच में क्या हुआ?

अफगानिस्तान ने तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी की शुरुआत तीन विकेट पर 134 रन से की और 218 रन पर ऑलआउट हो गई। अफगानिस्तान के लिए कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी (55) और रहमानुल्लाह गुरबाज (46) ने अहम पारियां खेली। मार्क अडेयर ने मैच में आठ विकेट और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए। 111 रनों का पीछा करते हुए आयरलैंड ने एंड्रयू बालबिर्नी (58*) के नाबाद अर्धशतक की बदौलत चार विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया।

आयरलैंड के कप्तान ने क्या कहा?
मैच के बाद आयरलैंड के कप्तान बालबिर्नी ने कहा, ‘हमारे खिलाड़ी इस जीत के हकदार थे। अपना पहला टेस्ट जीतने के बाद हम बेहद उत्साहित हैं। हम जानते हैं कि हमें एक साल में 10-15 टेस्ट खेलने नहीं हैं, लेकिन जब हम ऐसा करेंगे, तो हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। यह खास उपलब्धि हासिल करने वाली टीम का हिस्सा बनकर मैं बहुत खुश हूं।

पुष्पेंद्र के हत्यारोपियों पर घोषित होगा इनाम, बेटी से प्यार के बदले में दी मौत…

मथुरा के फरह थाना क्षेत्र के नगला चंद्रभान के लिंक रोड पर कार में जलाकर ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव की हत्या मामले में फरार आरोपी हिस्ट्रीशीटर अवधेश यादव, उसके भाई राजेश और दामाद गौतम पर पुलिस जल्द इनाम घोषित करने की तैयारी में है।

इन तीनों का अब तक सुराग नहीं लगा है। शुक्रवार को पुलिस की एक टीम जयपुर और दूसरी नोएडा में दबिश देने गई। पुष्पेंद्र यादव (35) पुत्र इंद्रपाल सिंह यादव मूलरूप से नगला लल्लू, जलेसर, एटा के रहने वाले थे। हाल में वह आवास विकास कॉलोनी, कासगंज में रहते थे।

पुष्पेंद्र की हत्या में पुलिस ने बृहस्पतिवार को अवधेश की बेटी डॉली और पत्नी भूरी देवी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दोनों ने पूरी रात करवटें बदलते हुए काटी। जेल की क्वारंटीन बैरक में दोनों को अलग-अलग रखा गया है। जेल प्रशासन के अनुसार दोनों गुमसुम हैं। उन पर निगाह रखी जा रही है।

हत्या करके कार में शव जला दिया
ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव के छोटे भाई देवेंद्र यादव ने रिपोर्ट में बताया कि पुष्पेंद्र की प्रेमिका और उसके चाचा व माता-पिता ने पुष्पेंद्र की हत्या करने के बाद शव को कार में जला दिया, ताकि यह दुर्घटना प्रतीत हो। उसने बताया है कि पुष्पेंद्र यादव उर्फ टिंकू कासगंज के साथ आगरा के कुबेरपुर, थाना एत्मादपुर में रहता था। 25 फरवरी की शाम वह संजय पैलेस पर भाई प्रवेंद्र कुमार उर्फ पिंकी और दोस्त रमन के साथ बैठा था।

डिजिटल ट्रांजेक्शन कर सकेंगे प्रत्याशी, चुनावी खर्च चेक के माध्यम से ही होगा

भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रदेश में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद कहा कि हमने प्रलोभन मुक्त, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बैठक की। यूपी देश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण प्रदेश है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को बराबर का अवसर मिलेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त लखनऊ में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि 2024 में सभी को समान अवसर मिलेंगे। अफसरों और पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करने का निर्देश दिया गया है। चुनाव में धन और बाहुबल का प्रयोग नहीं होगा। सभी चुनाव खर्च चेक के माध्यम से होगा। प्रत्याशी को खर्च करने के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा के अलावा 200 चुक की एक बुक दी जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम को लेकर राजनीतिक दलों में आशंका थी। सभी दलों ने ईवीएम का मूवमेंट सरकारी गाड़ी से ही कराने की मांग की है।

यूपी में 15.29 करोड़ मतदाता हैं
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार यूपी में 15.29 करोड़ मतदाता हैं। प्रदेश के कुछ बूथ महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बनाए जाएंगे। 85 वर्ष के लोगों को वोट डालने के लिए घर से लाने की सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि 40 प्रतिशत से अधिक विकलांग अपने घर से वोट कर सकेंगे। कम मत प्रतिशत वाली जगहों पर जिला निर्वाचन अधिकारी खुद जाएंगे। मल्टीस्टोरी इमारतों में अलग से बूथ बनाए जाएंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार के चुनाव में तकनीक का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बार तीन एप लाए जा रहे हैं। एक एप के माध्यम से मतदाता चुनाव में होने वाले प्रलोभन, शराब और पैसों के वितरण के बारे में सीधे चुनाव आयोग से शिकायत कर सकते हैं। वोटर हेल्पलाइन दूसरा एप्लिकेशन है जिससे वोटर अपनी जानकारी ले सकता है। नो योर कंडीडेट एप्लिकेशन के माध्यम से वोटर अपने कंडीडेट की सारी जानकारी ले सकेगा।

रामलला के दरबार में फफक कर रो पड़े विधायक, बोले- सपा नेतृत्व ने अयोध्या आने से रोका था

गोसाईगंज से समाजवादी पार्टी के बाहुबली विधायक अभय सिंह ने शनिवार को रामलला के दर्शन किए। रामलला के दर्शन के दौरान विधायक अभय सिंह भावुक हो गए और फफक कर रो पड़े। समाजवादी पार्टी नेतृत्व की ओर से रामलला के दर्शन से रोके जाने पर समाजवादी पार्टी के कुछ विधायकों में रोष था। बीते दिनों अभय ने इस पर खुलकर विरोध दर्ज कराया था।

राज्यसभा चुनाव के दौरान अभय पर भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में क्रॉस वोटिंग करने का भी आरोप है। विधायक अभय सिंह ने कहा था कि जब यूपी के सभी विधायक रामलला के दर्शन करने आ रहे थे तो सपा के विधायकों को आने से रोका गया था। हालांकि, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इससे इंकार किया और कहा कि किसी को भी अयोध्या जाने से नहीं रोका गया था।

तेज हवा के साथ बरसे बादल, खेतों में गिरी गेहूं की फसल, सरसों को भी नुकसान

बरेली में तीन दिन से मंडरा रहे बादलों से शुक्रवार रात मौसम में बदलाव हुआ। रात में रिमझिम हुई। शनिवार सुबह तेज बारिश शुरू हो गई। दोपहर तक बारिश का सिलसिला जारी रहा। बदायूं और पीलीभीत जिले में भी बारिश हुई है। बारिश के साथ हवा चलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। तेज हवा के कारण गेहूं की फसल खेतों में गिर गई है।

मौसम विभाग ने रविवार को भी हल्की और तेज बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। वहीं किसानों का कहना है कि तेज हवा चलने से गेहूं की फसल पहले ही खेतों में गिर गई है, अब अगर आगे ही बारिश होती रही तो फसल बर्बाद हो जाएगी। गेहूं के अलावा सरसों और आलू की फसल को भी नुकसान होने की संभावना है।

फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के बिलपुर संजय कॉलोनी के किसान रामभजन ने 20 बीघा खेत बटाई पर लेकर गेंहू की फसल की है। बारिश की वजह से फसल खेत में गिर गई। रामभजन ने बताया कि खेत में झोपड़ी डालकर दिनरात छुट्टा पशुओं से रखवाली कर फसल को तैयार किया। अब जब फसल पकने को तैयार खड़ी है तो बारिश आफत बनकर बरस पड़ी।

जिले के नवाबगंज, आंवला, मीरगंज, फरीदपुर और फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्रों में भी जमकर बारिश हुई है। बारिश और तेज हवा के चलते सरसों और गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है। पकी सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा है। गेहूं की फसल का उत्पादन भी प्रभावित होगा। फिलहाल आसमान में बादल छाए हुए हैं। मौसम का मिजाज देख किसान चिंतित हैं।

‘मंगलुरु कुकर विस्फोट से लग रहा संबंध, जांच जारी’; रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट पर बोले डीके शिवकुमार

कर्नाटक के बंगूलरू स्थित रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को दोपहर एक बजे धमाका हुआ। जिसके बाद से ही सूबे की राजनीति गरमा गई है। इस बीच, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार को हुई घटना और 2022 में मंगलुरु में हुए कुकर विस्फोट के बीच कोई न कोई संबंध दिखाई देता है। पुलिस सभी पहलुओं पर गौर कर रही है।

मंगलुरु की घटना से लग रहा इसका संबंध- शिवकुमार
मामले पर डीके शिवकुमार ने कहा कि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मंगलुरु घटना और इस घटना के बीच एक संबंध दिखाई देता है। विस्फोट के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री मिलती-जुलती प्रतीत होती है। हालांकि कई पहलुओं पर जांच जारी है। उन्होंने कहा कि मंगलूरू और शिवमोग्गा से भी कई पुलिस अधिकारी यहां आए हैं। सभी पहलुओं पर बारीकियों से गौर किया जा रहा है।

निष्पक्ष जांच के लिए हम प्रतिबद्ध- शिवकुमार
मामले पर जानकारी देते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है। मामले की जांच के लिए पुलिस को पूरी छूट है। हालांकि उन्होंने कहा कि बंगलूरू में रहने वाले नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है। यह कम तीव्रता का विस्फोट था, जिसे स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया था, लेकिन आवाज धमाकेदार थी।