Friday , October 25 2024

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‘इस बार टाइम, काउंटडाउन और रॉकेट भी हमारा’, अंतरिक्ष यात्रियों के नामों का एलान कर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केरल के तिरुवनंतपुरम में पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) का दौरा किया। मौके पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, राज्य मंत्री मुरलीधरन और इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ भी मौजूद रहे।

तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया
पीएम मोदी ने स्पेस सेक्टर को बढ़ावा देने वाली तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया। ये प्रोजेक्ट्स सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा में PSLV एकीकरण सुविधा, महेंद्रगिरि के इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में नई ‘सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट सुविधा और VSSC तिरुवनंतपुरम में ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’ हैं। इन्हें तैयार करने में करीब 1800 करोड़ रुपये लागत आई है।

अंतरिक्ष यात्रियों के नामों का एलान
पीएम ने गगनयान मिशन द्वारा अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के नामों का एलान किया। ये अंतरिक्ष यात्री प्रशांत बालाकृष्णण नायर, अजीत कृष्णण, अंगद प्रताप और शुभांशु शुक्ला हैं। पीएम ने अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस विंग दिया। बता दें, गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है, जिसके लिए इसरो के विभिन्न केंद्रों में व्यापक तैयारियां चल रही हैं।

भारत माता की जय के नारे लगाए
तिरुवनंतपुरम के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि हर कोई हमारे साहसिक अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खड़े होकर तालियां बजाएं।’ तालियों के साथ ही पीएम ने भारत माता की जय के नारे लगाए।

नोबेल विजेता मानवाधिकार कार्यकर्ता को रूस में हुई जेल की सजा, सेना की आलोचना के दोषी पाए गए

थाईलैंड के उप विदेश मंत्री सिहासाक फुआंगकेटकेव ने कहा कि साल 2012 इसलिए अहम था क्योंकि भारत रणनीतिक साझेदार बना। उन्होंने कहा कि साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘लुक ईस्ट इनटू द एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ को जारी रखने की घोषणा की।

उन्होंने इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स में कहा, ‘हमने भारत और आसियान के बीच एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश किया है। इसलिए संबंधों में विकास हुआ। क्षेत्र की व्यापक गतिशीलता का थाईलैंड और भारत के बीच साझेदारी पर बहुत लाभकारी प्रभाव पड़ा है।’

अलग-थलग करने की मांग करने वाला समूह नहीं बनना चाहिए
उप विदेश मंत्री सिहासाक फुआंगकेटकेव ने इससे पहले यह भी कहा कि क्वॉड जैसे समूहों को हिंद-प्रशांत में क्षेत्रीय संतुलन सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना चाहिए और किसी विशेष देश को नियंत्रित करने या अलग-थलग करने की मांग करने वाला समूह नहीं बनना चाहिए। ‘क्वॉड’ और ‘ऑकस’ यदि भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के सामने डटे रहते हैं तो एक ‘उपयोगी’ उद्देश्य की पूर्ति कर सकते हैं और ऐसी सभी पहलों के लिए सामान्य दृष्टिकोण एक समावेशी हिंद-प्रशांत सुनिश्चित करना होना चाहिए।

‘DRDO प्रयोगशाला के पास अवैध निर्माण तुरंत हटाएं, केंद्र के हित से नहीं करेंगे समझौता’, अदालत का आदेश

बंबई उच्च न्यायालय ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा संचालित एक प्रयोगशाली (लेबोरटरी) के आसपास के इलाके में अवैध ढांचो को ध्वस्त करने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि वह निजी बिल्डर्स के लिए केंद्र के हितों से समझौता नहीं करेगा।

उच्च न्यायालय अधिकारियों की ओर से दाखिल उन याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी जिनमें हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी के 500 गज के दायरे में बने ढांचों को गिराने की मांग की गई थी। याचिकाओं पर न्यायमूर्ति गौतम पटेल और न्यायमूर्ति कमल खाटा की खंडपीठ सुनवाई कर रही थी। पीठ ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति जानकारी छिपाकर अदालत से आदेश हासिल करता है, वह किसी भी राहत का हकदार नहीं है। ऐसी याचिका खारिज की जा सकती है।

पीठ ने कहा, हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि निजी बिल्डर्स के हितों के लिए हम किसी भी परिस्थिति में केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय के हितों से समझौता नहीं करेंगे। पीठ ने आठ फरवरी को नोटिस पर अंतरिम रोक लगा दी थी। बाद में अधिकारियों ने अदालत को बताया था कि याचिकाकर्ता ने गलत जानकारी देकर स्टे आदेश हासिल किया है।

पीठ ने अवैध ढांचों को ध्वस्त करने के नोटिस पर रोक लगाने के अपने पहले के आदेश को रद्द किया और याचिकाओं को खारिज किया। अदालत ने प्रत्येक याचिकाकर्ता पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
अधिकारियों के मुताबिक, नवंबर 2023 में ढांचो को ध्वस्त कर दिया गया था। लेकिन फिर से खड़ा कर दिया गया था। जिसके बाद नए नोटिस जारी किए गए थे। अदालत ने कहा कि रक्षा अधिकारी 2021 से इन अवैध निर्माण के बारे में बारे में शिकायत कर रहे थे। पीठ ने कहा कि अवैध ढांचों को तत्काल गिराया जाए।

सेना में शामिल 46 मीटर लंबा मॉड्यूलर ब्रिज क्या है? जिसे DRDO ने किया है डिजाइन; जानें सब कुछ

मॉड्यूलर ब्रिज मंगलवार को भारतीय सेना में शामिल किया गया। यह कदम सेना के इंजीनियर्स की ब्रिजिंग क्षमता को बढ़ाएगा। इसे डीआरडीओ ने लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) के साथ मिलकर स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। नई दिल्ली स्थित मानेकशॉ सेंटर में आयोजित समारोह में इस 46 मीटर लंबे मॉड्यूलर ब्रिज को सेना में शामिल किया गया। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना और एल एंड टी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

इस मॉड्यूलर ब्रिज में 2,585 करोड़ रुपये की कीमत के कुल 41 सेट अगले चार वर्षों में शामिल किए जाएंगे। इस गेम चेंबर ब्रिज को डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) ने डिजाइन और विकसित किया है। जबकि एल एंड टी ने डीआरडीओ की ओर से नामित एजेंसी के रूप में इनका उत्पादन किया।

यह पूरी तरह से असॉल्ट ब्रिज है। मॉड्यूलर ब्रिज सेना को नहरों और खाइयों जैसी बाधाओं को आसानी से पार करने में समक्ष बनाता है। यह भारतीय सेना के इंजीनियर्स की ब्रिजिंग क्षमता को बढ़ाएगा। क्योंकि इन्हें बहुत कम समय में तैनात किया जा सकता है। मॉड्यूलर ब्रिज को आधुनिक सैन्य उपकरणों के साथ डिजाइन और विकसित किया गया है। यह भारत के कौशल और रक्षा क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता को दिखाता है।
मॉड्यूलर ब्रिज की खरीद के लिए फरवरी 2023 में एल एंड टी के साथ अनुबंध किया गया था। सेना के मुताबिक, मॉड्यूलर ब्रिज के प्रत्येक सेट में 8×8 मॉबिलिटी वाहनों पर आधारित लॉन्चर वाहन शामिल हैं।

मॉड्यूलर ब्रिज मैन्युअल रूप से लॉन्च किए गए मीडियम गर्डर ब्रिज (एमजीबी) की जगह लेंगे, जो वर्तमान में सेना में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित मॉड्यूलर ब्रिज के कई फायदे होंगे। उन्होंने कहा कि यह ब्रिज से न केवल सेना की परिचालन क्षमता को दिखाते हैं, बल्कि रक्षा प्रौद्योगिकी और विनिर्माण में भारत की आत्मनिर्भरता को दिखाते हैं।

‘विपक्षी गठबंधन ने हार मानी’, तमिलनाडु में ‘INDIA’ पर जमकर बरसे प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्वजनिक बैठक में हिस्सा लेने के लिए तमिलनाडु में तिरुपुर के पल्लदम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के विकास से लेकर विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ पर बात की। उन्होंने कहा कि आज जहां भी मेरी नजर पड़ रही है वहां पर लोग ही लोग नजर आ रहे हैं। इतना बड़ा विराट सम्मेलन, आप सब इतनी बड़ी तादाद हम सबको आर्शीवाद देने के लिए आए मैं आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग दिल्ली के एयर कंडीशन कमरों में बैठकर देश को टुकड़ों में देखने की कोशिश करते हैं , देश को टुकड़ों में बांटने की कोशिश करते हैं वो जारा आकर के देखले कि तमिलनाडु हिंदुस्तान का भाग्य बनाने वाला ये राज्य आज आपके आंखों के सामने है। उन्होंने कहा कि जो राजनीति के समीकरण बनाते हैं वे लिख ले कि इस बार देश का भाग्य पक्का करने में तमिलनाडु सबसे आगे होगा।

10,000 से ज्यादा लोगों का BJD के टिकट के लिए आवेदन, पार्टी नेता का दावा- नवीन पटनायक फिर होंगे सीएम

आगामी लोकसभा चुनाव और ओडिशा विधानसभा चुनाव के लिए बीजू जनता दल (बीजेडी) के टिकट के लिए 10,000 लोगों ने आवेदन किया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि ओडिशा विधानसभा में विधायकों की संख्या 147, जबकि लोकसभा में सांसदों की संख्या 21 है।

बीजेडी के संगठनात्मक सचिव प्रणव प्रकाश दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “10,000 से ज्यादा, जिनमें कई पेशेवर भी शामिल हैं, ने बीजेडी के टिकट के लिए आवेदन किया है। हमें भरोसा है कि बीजेडी इस बार 4.5 करोड़ लोगों के आशिर्वाद के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी।”

‘नवीन पटनायक फिर बनेंगे सीएम’, बीजेडी नेता का दावा
बीजेडी के नेता ने दावा किया कि ओडिशा के लोगों ने तय कर लिया है कि वे छठी बार फिर नवीन पटनायक को अपना मुख्यमंत्री बनाएंगे। प्रणव प्रकाश दास ने कहा, “बीजेडी आने वाले चुनावों में भारी मतों के साथ जीत हासिल करेगी।” बीजेडी नेता ने दावा किया कि राष्ट्रीय स्तर के सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार नवीन पटनायक देश के नंबर एक मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी ने पंचायत चुनाव में 52 फीसदी से अधिक वोट हासिल किए हैं।

प्रणव प्रकाश दास ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि बीजेडी राज्य में नंबर एक राजनीतिक पार्टी है।” बीजेडी के उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्रा ने कहा, “कई लोगों ने पार्टी टिकट के लिए आवेदन किया है, लेकिन उम्मीदवार का चयन उनकी जीत की क्षमता और पार्टी के प्रति निष्ठा के आधार पर ही किया जाएगा।”

भाजपा और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
ओडिशा भाजपा की उपाध्यक्ष लेखाश्री सामंतसिंघर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कई लोग परीक्षा मं बैठते हैं, उनमें से कुछ ही प्रथम श्रेणी से पास होते हैं। यही स्थिति है। भाजपा के उम्मीदवार इस परीक्षा में सफल होंगे।” वहीं कांग्रेस के ओडिशा प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि बीजेडी में काफी नाराजगी है और उनके कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि शायद वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरत पटनायक ने बताया कि राज्य में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए तीन हजार से ज्यादा लोगों ने कांग्रेस टिकट के लिए भी आवेदन किया है

कहीं आपको भी तो नहीं है एलर्जी की समस्या? बार-बार होती हैं ये दिक्कतें तो हो जाइए अलर्ट

एलर्जी होना शरीर की सामान्य प्रतिक्रिया है, जो सामान्यतौर पर पर्यावरण में मौजूद पदार्थों के प्रति होती है। एलर्जी की प्रतिक्रिया कई अन्य वजहों जैसे मौसम में बदलाव, परागकण, पालतू जानवरों के रोए या फिर भोजन के कारण भी हो सकती है। एलर्जी की दिक्कत किसी को भी किसी पदार्थ से हो सकती है, इसके लक्षण आसानी से ठीक भी हो जाते हैं पर अगर आपको अक्सर ही एलर्जी बनी रहती है तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। एलर्जी के लक्षणों और इसके कारकों की पहचान जरूरी है ताकि इससे बचाव के लिए पर्याप्त उपाय किए जा सकें।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, जब हमें किसी प्रकार की एलर्जी होती है तो प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडी बनाती है। यही कारण है एलर्जेन के संपर्क में आने के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया की वजह से त्वचा, साइनस, वायुमार्ग या पाचन तंत्र में सूजन आ सकती है। एलर्जी की गंभीरता हर व्यक्ति में अलग-अलग होती, कुछ स्थितियों में इसके गंभीर रूप लेने का भी खतरा रहता है जिसका समय रहते उचित उपचार किया जाना चाहिए।

नाक बहने या फिर अक्सर बंद नाक की दिक्कत

यदि बाहर घूमने जाते हैं और कुछ ही समय में नाक बहने या नाक में जमाव की दिकक्त हो जाती है तो यह एलर्जिक राइनाइटिस की समस्या हो सकती है। आप जिस हवा में सांस लेते हैं उसमें मौजूद छोटे कणों के प्रति यह एक प्रतिक्रिया है। फफूंद बीजाणु, परागकण, डिटर्जेंट और क्लींजर के कारण होने वाली एलर्जी में आपको नाक बहने या बंद होने की समस्या होती है।

नाक बहने की समस्या को गंभीर संकेत नहीं माना जाता है पर अगर आपको अक्सर ही इस तरह की प्रतिक्रिया होती रहती है तो इसके कारकों की पहचान और उससे बचाव के उपाय करना जरूरी हो जाता है।

बार-बार छींक आना

एक-दो बार छींक आना सामान्य है लेकिन अगर आपको बार-बार छींक आ रही है तो यह किसी गंभीर एलर्जी का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। कुछ लोगों को भोजन के कारण भी छींक आने की दिक्कत होती है। इसे साइनस के कारण भी होने वाली समस्या भी माना जाता है। यदि आपको अधिक और बार-बार इस तरह की प्रतिक्रिया होती रहती है तो इसका समय रहते उपचार किया जाना आवश्यक हो जाता है।

सुबह की ये गड़बड़ आदतें आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक, आज से ही कर लें इनमें सुधार

स्वस्थ दिनचर्या आपको कई प्रकार की बीमारियों से बचाने में मददगार हो सकती है। विशेषकर सुबह की आदतों को लेकर सभी लोगों को और भी अलर्ट रहने की सलाह दी जाती है। इसका सीधा असर आपकी सेहत और उत्पादकता पर देखा जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सुबह की आदतें अगर अच्छी होंगी तो आपका पूरा दिन बेहतर और ऊर्जा से पूर्ण हो सकता है। मन की सकारात्मकता और शरीर को स्वस्थ-फिट बनाए रखने में सुबह की कुछ आदतों का विशेष योगदान हो सकता है।

पोषण विशेषज्ञ बताते हैं, जीवन में स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना जरूरी है और इसके लिए जरूरी है कि आप सुबह की आदतों को ठीक रखें। सुबह जल्दी उठने से लेकर आहार में कुछ बदलाव आपके लिए कई प्रकार से लाभकारी हो सकते हैं। सभी लोगों को स्वस्थ दिनचर्या का पालन करते रहना जरूरी है। कुछ आदतों को अभी से छोड़ने का निश्चय कर लें।

अलार्म को बार-बार न करें स्किप

सुबह बेड से जल्दी उठ पाना हम में से ज्यादातर लोगों के लिए किसी कठिन टास्क से कम नहीं होता है। क्या आप भी अक्सर सुबह का अलार्म बार-बार स्किप करके स्नूज़ बटन दबाते हैं ताकि थोड़ी देर और नींद पूरी की जा सके? अगर हां तो इस आदत में तुरंत सुधार कर लें। अलार्म को स्नूज करने से सुबह जल्दी उठने की आदत प्रभावित हो सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि सुबह जल्दी उठना आपके शारीरिक और मानसकि दोनों प्रकार की सेहत के लिए बेहतर है।

चाय-कॉफी से न करें दिन की शुरुआत

चाय-कॉफी में कैफीन पाई जाती है, ये आपको कुछ ही समय में ऊर्जा तो प्रदान कर देती है पर सुबह खाली पेट या बहुत अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करते हैं तो इसके कई प्रकार के साइड इफेक्ट्स की भी खतरा हो सकता है। यदि बहुत अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करते हैं तो इससे नींद की समस्या, चिंता और मूड में बदलाव से संबंधित दिक्कतों का जोखिम हो सकता है। इसके अलावा हाई कैफीन का सेवन हृदय स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

सुबह का नाश्ता न करें स्किप

कई लोगों का मानना है कि नाश्ता न करने से वजन घटाने में मदद मिलती है। लेकिन वास्तव में ये आदत आपके लिए फायदे की जगह बहुत नुकसानदायक हो सकती है। नाश्ता न करने से मोटापा बढ़ने, मधुमेह और हृदय रोग की समस्याओं का जोखिम भी हो सकता है। शोध से पता चलता है कि रात में 6-8 घंटे खाली पेट रहने के बाद सुबह का नाश्ता न करना आपमें कमजोरी का कारण बन सकती है। पौष्टिक नाश्ता करना शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आदतों में से एक है।

व्यायाम के लिए समय न निकालना

गतिहीन जीवनशैली को शोधकर्ताओं ने कई प्रकार की बीमारियों को बढ़ाने वाला पाया है। अगर आप सुबह व्यायाम करते हैं तो इससे शरीर सक्रिय होता है और मस्तिष्क में हैपी हार्मोन बढ़ता है। वहीं अगर व्यायाम न किया जाए तो इसके कारण वजन बढ़ने और मोटापा होने के साथ दिल का दौरा, स्ट्रोक और सांस लेने में समस्या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविध के लिए रोजाना समय जरूर निकालना चाहिए।

दोमुंहे बालों से हैं परेशान तो करें इन चीजों का इस्तेमाल, कुछ ही दिन में दिखेगा असर

शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति ऐसा होगा जिसे लंबे, घने, काले बाल पसंद ना हों। लंबे बाल पाने के लिए लड़कियां कई तरीके अपनाती हैं। वैसे तो हर लड़की को लंबे बाल पसंद होते हैं, लेकिन जब लंबे बाल दोमुंहे होने लगते हैं, तो ये देखने में अच्छे नहीं लगते। यदि बालों की देखभाल सही से न की जाए तो दोमुंहे बालों की समस्या देखने को मिलती है। ये परेशानी तब ज्यादा सामने आती है, जब बाल धूम, गर्मी और प्रदूषण से जूझते हैं।

इसके साथ ही लंबे समय तक बाल ना कटवाना, बालों को रगड़-रगड़ के धोना और ज्यादा कलर कराने से भी ये परेशानी उत्पन्न होने लगती है। वैसे को दोमुंहे बालों से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है बाल कटा लेना, लेकिन अगर आप शुरुआत से ही बालों का ध्यान रखेंगे तो आपको ये परेशानी होगी ही नहीं। आज के इस लेख में हम आपको दोमुंहे बालों से छुटकारा दिलाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं।

पपीता

इस का हेयर मास्क बनाकर आप दोमुंहे बालों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आपको बस पपीते को पीस कर इसमें दही मिलाना है। इसके बाद 40 मिनट के लिए मास्क को बालों में लगा लें। 40 मिनट के बाद अपने बालों को धो लें। कुछ ही वॉश में आपको इसका असर दिखने लगेगा।

नारियल का तेल

दोमुंहे बालों से छुटकारा पाने के लिए सबसे आसान तरीका होता है, बालों में नारियल के तेल का इस्तेमाल करना। इसके लिए बस आपको बाल धोने से एक घंटे पहले नारियल के तेल से बालों की मसाज करनी है।

एलोवेरा जेल

एलोवेरा जेल बालों पर लगाना काफी आसान होता है। इसके लिए बस बालों में सही से फ्रेश एलोवेरा जेल लगाएं। इसके बाद अपने बालों को सादे पानी से धो लें। कुछ ही दिन में आपको इसका असर दिखने लगेगा।

दही

दही बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए आपको बस एक कटोरी दही में एक चम्मच शहद, ऑलिव ऑयल और एक अंडे का पीला भाग सही से मिलाना है।

यामी की ‘आर्टिकल 370’ का जलवा बरकरार, पहले सोमवार ही पटरी से लड़खड़ाई ‘क्रैक’

सिनेमाघरों में हमेशा कई फिल्में लगी रहती हैं, जो दर्शकों का मनोरंजन कराती हैं। इस महीने कई मशहूर सितारों की फिल्में सिनेमाघरों में लोगों के मनोरंजन के लिए लगी हुई हैं। जनवरी में रिलीज हुई ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण की ‘फाइटर’ अभी तक टिकी हुई है। वहीं, 9 फरवरी को रिलीज हुई शाहिद कपूर की ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ भी दर्शकों को बेहद पसंद आ रही है। वहीं, इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में यामी गौतम की ‘आर्टिकल 370’ और विद्युत जामवाल की ‘क्रैक’ ने भी दस्तक दी है। ये सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर एक-दूसरे को पछाड़ने में लगी हैं। तो आइए जानते हैं सोमवार को इन फिल्मों ने कैसा प्रदर्शन किया…

आर्टिकल 370
यामी गौतम स्टारर ‘आर्टिकल 370’ को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। फिल्म में यामी और प्रियामणि के अभिनय प्रदर्शन की भी जमकर तारीफ हो रही है। ओपनिंग डे पर फिल्म ने अच्छी कमाई की थी, लेकिन इसके बाद फिल्म की कमाई में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है। यामी गौतम की फिल्म ‘आर्टिकल 370’ मंडे टेस्ट में पास हो गई है। सोमवार को यानी चौथे दिन फिल्म ने 3.25 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसी के साथ ही फिल्म ने 26.15 करोड़ रुपये का टोटल कलेक्शन कर लिया है।

क्रैक: जीतेगा तो जिएगा
विद्युत जामवाल और अर्जुन रामपाल स्टारर ‘क्रैक जीतेगा तो जिएगा’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में विद्युत और अर्जुन के साथ नोरा फतेही भी एक्शन अवतार में नजर आई हैं। शुक्रवार को रिलीज हुई इस फिल्म ने ओपनिंग डे पर जबर्दस्त कमाई की थी। हालांकि, बाद में फिल्म की कमाई धीमी हो गई है। ‘क्रैक’ ने ओपनिंग डे पर 4.25 करोड़ कमाए थे। इस बाद इसकी कमाई में गिरावट देखने को मिली है। चौथे दिन ‘क्रैक’ ने एक करोड़ की कमाई की है। इसी के साथ ही फिल्म ने 9.70 करोड़ रुपये का टोटल कलेक्शन कर लिया है।

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया
शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ दर्शकों को काफी पसंद आ रही है। इस फिल्म में पहली बार बड़े पर्दे पर शाहिद-कृति की जोड़ी देखने को मिली है। फिल्म में कृति सेनन ने रोबोट का किरदार निभाया है। फिल्म की कमाई की बात करें फिल्म कमाई के मामले में अब तक अच्छा प्रदर्शन कर रही थी। हालांकि, अब फिल्म की कमाई पर ब्रेक लगता दिखता रहा है। फिल्म ने 18वें दिन महज 8 लाख रुपये की कमाई की है। अब तक इस फिल्म ने 74.35 करोड़ का कारोबार कर लिया है।

फाइटर
ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण स्टारर ‘फाइटर’ दर्शकों को काफी पसंद आ रही है। सिद्धार्थ आनंद के निर्देशन में बनी फिल्म कमाई के मामले में धीमी चाल चल रही है। ऋतिक और दीपिका इस फिल्म में पहली साथ में पर्दे पर रोमांस करते दिखाई दिए हैं। दोनों का साथ में सिल्वर स्क्रीन पर आना फैंस के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। ‘फाइटर’ ने 33वें दिन 16 लाख की कमाई की है। इसी के साथ ही इस फिल्म का टोटल कलेक्शन 211.26 करोड़ रुपये हो गया है।