Friday , October 25 2024

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काशी को केंद्र में रखते हुए बनेगा रीजनल डेवलपमेंट प्लान, सीएम योगी ने महायोजना 2031 पर की बैठक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष शनिवार को उनके सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में जनपद रामनगर (वाराणसी), मुरादाबाद, हापुड़, रायबरेली, बरेली और लखनऊ की महायोजना 2031 का प्रस्तुतिकरण किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री ने कई प्रमुख दिशा-निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि महायोजना लागू करने में अब देर न हो, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद कर यथाशीघ्र लागू करें। बहुत से गांव अब नगरीय महायोजना का हिस्सा बने हैं, यह ध्यान रखें कि इन गांवों को ग्रीन लैंड के रूप में घोषित न किया जाए। आबादी की भूमि ग्रीन लैंड नहीं होगी।

स्टेट कैपिटल रीजन की तर्ज पर वाराणसी को केंद्र में रखते हुए सीमावर्ती जनपदों को जोड़कर एक रीजनल डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जाना आवश्यक है। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर यथाशीघ्र प्रस्तुत करें। मुरादाबाद (गजरौला) के नए मास्टर प्लान में औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्रों को और विस्तार दें। यहां बहुत संभावनाएं हैं। इसका समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। इससे आर्थिकी में सुधार होगा और रोजगार भी सृजित होगा। गजरौला में नवीन बस टर्मिनल और बाईपास मार्गों की आवश्यकता है। इसे महायोजना में शामिल करें। शुद्ध पेयजल के लिए पाइपलाइन और सीईटीपी की स्थापना भी की जाए।

लखनऊ विकास प्राधिकरण की सीमा को पूरे लखनऊ जनपद तक विस्तार दिया जाए। इसके अतिरिक्त, स्टेट कैपिटल रीजन डवलपमेंट अथॉरिटी का गठन हो रहा है। इन प्रयासों से राज्य राजधानी क्षेत्र में सुनियोजित और सुस्थिर विकास की गति मिलेगी। लैंड यूज के बारे में जानकारी सार्वजनिक होनी चाहिए। हर कोई आसानी से किसी भूमि की स्थिति जान सके। हर खसरे के बारे में अपडेट जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होनी चाहिए।

सभी जनपदों की वर्तमान स्थिति तथा भविष्य की आवश्यकताओं का व्यापक अध्ययन होना चाहिए। वहां के पोटेंशियल को देखें। हर जनपद में कुछ न कुछ खास है, उसे प्रोत्साहित करें। महायोजना में इसका ध्यान रखा जाए। स्थानीय शिल्पकला और परंपरागत उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए क्लस्टर विकसित किया जाए। आईटीआई की स्थापना के लिए इण्डस्ट्रियल एरिया में स्थान दें। इससे युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान पाने में अधिक सहजता होगी।

उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरणों को नई संभावनाएं तलाशनी होंगी। नगर निगम के बाहर विस्तार लेना होगा। अपना दायरा बढ़ायें। आय के नए स्रोत सृजित करें। धार्मिक और आध्यत्मिक स्थलों के विकास को महायोजना का हिस्सा बनाएं। इंडस्ट्रियल एरिया में काम करने वाले श्रमिकों को समीप में ही अवासीय सुविधा भी उपलब्ध कराने के प्रयास होने चाहिए।

सीएम योगी दिल्ली में पीएम व गृह मंत्री से करेंगे मुलाकात, प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को नई दिल्ली जाएंगे। सीएम वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा के अन्य नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह शुक्रवार शाम को ही दिल्ली पहुंच गए।आगामी लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन, सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे सहित अन्य मुद्दे पर बात हो सकती है।

अखिलेश बोले- परीक्षा निरस्त होना युवाओं की जीत, अफसर-अपराधी मिले हुए हैं

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा का निरस्त होना युवाओं की जीत है और भाजपा सरकार के प्रपंचों की हार है। पहले तो भाजपाई कह रहे थे पेपर लीक ही नहीं हुए तो अब कैसे मान लिया। इसका मतलब अधिकारी और अपराधी मिले हुए थे और सरकार भी पीछे से अपना हाथ उनके सिर पर रखे हुई थी लेकिन तमाम सबूतों के आगे चुनाव में ऐतिहासिक हार से बचने के लिए सरकार झुकने पर मजबूर हुई है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार नौकरियों के नाम पर जो खेल बेरोजगार युवक-युवतियों से खेल रही है, उसका सच अब सब समझने लगे हैं। दिखावे के लिए नौकरियां निकालना, अरबों रुपये की फीस ले लेना, पेपर लीक होने देना फिर निरस्त करने का नाटक करना… ये खेल भाजपा को इस बार बहुत महंगा पड़ेगा। इस बार युवाओं ने ठान लिया है कि न बहकावे में आएंगे न किसी भाजपाई झांसे में। युवा अगले हर चुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे और हमेशा के लिए हटाएंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि युवा कह रहे हैं कि फीस के नाम पर जो पैसा लिया गया है कहीं वो भाजपा का चुनावी फंड न बन जाए, इसीलिए अभ्यर्थियों का फार्म जमा रहे लेकिन भाजपा सरकार फीस का पैसा अभी लौटाए और जब कभी दुबारा परीक्षा हो तो ऑन लाइन डिजिटल पेमेंट से तुरंत फिर से फीस ले ले।

भारत की तरक्की देख हैरान हुईं ब्रिटेन की डिप्टी पीएम पद की दावेदार, बोलीं- महिला सशक्तिकरण से आया बदलाव

ब्रिटेन की लेबर पार्टी की नेता और डिप्टी पीएम पद की दावेदार एंजेला रेनर भारत की तरक्की से काफी प्रभावित हैं। शनिवार को वे रायसीना डायलॉग सम्मेलन के सत्र में शामिल हुईं। सत्र से अलग मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत ने बीते वर्षों में काफी तरक्की की है और भारत की तरक्की में महिला सशक्तिकरण की अहम भूमिका है। एंजेला रेनर ने कहा कि वह चाहती हैं कि ब्रिटेन और भारत के संबंध मजबूत होने चाहिए और दोनों देशों को व्यापार समझौते पर आगे बढ़ना चाहिए।

‘भारत में महिला सशक्तिकरण के लिए बनीं नीतियां’
एंजेला रेनर ने कहा कि ‘मैं पहली बार भारत साल 2007 में आई थी और तब से अब तक भारत में काफी बदलाव आ गया है और भारत आज दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। ये दिखाता है कि भारत ने कमाल की प्रगति की है।’ रेनर ने कहा कि भारत सरकार ने ऐसी नीतियां बनाई हैं, जिनसे महिलाओं की भूमिका को न सिर्फ समाज में बल्कि अर्थव्यवस्था में भी पहचान मिली है।

रेनर ने कहा कि अगर आपको आर्थिक रूप से मजबूत होना है तो महिलाओं को सशक्त करना होगा। लेबर पार्टी की नेता ने कहा कि ऐसे कानून बनाने की जरूरत हैं, जिससे महिलाओं को बढ़ावा मिल सके और कार्यस्थल, समाज और सत्ता के अन्य पदों पर उनकी सुरक्षा भी हो सके। एंजेला रेनर ने कहा कि हम ब्रिटेन में ऐसा ही कर रहे हैं। हमारे यहां ऐसे कानून हैं, जो महिलाओं को सुरक्षा देते हैं, उन्हें सशक्त करते हैं। हम ये सुनिश्चित भी करते हैं कि ये कानून ठीक से लागू भी हो।

एंजेला रेनर ने कहा कि मैं जानती हूं कि भारत में बड़ी संख्या में महिलाएं पीएचडी कर रही हैं। अर्थव्यवस्था के लिहाज से ये बेहद अहम है। रेनर ने कहा कि भारत और ब्रिटेन को संबंध मजबूत करने चाहिए ताकि दोनों देशों का इसका फायदा मिले। ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के योगदान की भी एंजेल रेनर ने तारीफ की और कहा कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोग करीब एक लाख लोगों को रोजगार देते हैं।

36 फीसदी प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले, 27 फरवरी को चुनाव; 15 राज्यों का कच्चा चिट्ठा सामने आया

संसद में लाखों जनता के प्रतिनिधि बनकर पहुंचने वाले माननीय सांसदों पर भी आपराधिक मामले दर्ज होते हैं। एक नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि राज्यसभा में निर्वाचित होने के लिए उम्मीदवार बने 36 फीसदी प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर ने 15 राज्यों के 58 प्रत्याशियों के शपथ पत्र का विश्लेषण करने के बाद बताया है

कि जिन उम्मीदवारों के शपथ पत्र का विश्लेषण किया गया है इनका औसत संपत्ति 127.81 करोड़ रुपये है। चुनाव से जुड़े तथ्यों का अध्ययन करने वाली संस्था- एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अनुसार, कुल 59 प्रत्याशी चुनावी रेस में हैं, लेकिन कर्नाटक के कांग्रेस उम्मीदवार जी सी चन्द्रशेखर के शपथ पत्र का विश्लेषण नहीं किया जा सका। स्कैन किए गए दस्तावेजों को पढ़ा नहीं जा सका, इस कारण विश्लेषण में केवल 58 प्रत्याशी ही गिने गए।

जिन 36 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इनमें से 17 प्रतिशत व्यक्तियों पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं और एक उम्मीदवार पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले हैं। एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, भाजपा के 30 उम्मीदवारों में से आठ (27 प्रतिशत), कांग्रेस के नौ उम्मीदवारों में से छह (67 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल- तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के चार उम्मीदवारों में से एक (25 प्रतिशत), तीन में से दो (67 प्रतिशत) समाजवादी पार्टी (एसपी) उम्मीदवारों में से एक (33 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) के तीन उम्मीदवारों में से एक (33 प्रतिशत) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दो उम्मीदवारों में से एक (50 प्रतिशत) प्रत्याशी के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज है।

इसके अलावा ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) के दो उम्मीदवारों में से एक (50 प्रतिशत), और एक (100 प्रतिशत) तेलंगाना में 10 साल तक सत्ता में रही भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) उम्मीदवार ने आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। सभी नेताओं ने अपने हलफनामे में खुद के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होना स्वीकार किया है।

विश्लेषण के दौरान एडीआर ने उम्मीदवारों की वित्तीय पृष्ठभूमि का भी पता लगाया है। लगभग 21 प्रतिशत उम्मीदवार अरबपति हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ रुपये से अधिक है। राज्यसभा उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 127.81 करोड़ रुपये है।

सीएम शिंदे और उनके बेटे को धमकी देने वाला युवक गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच ने पुणे से आरोपी को पकड़ा

मुंबई पुलिस की अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) ने पुणे से शनिवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया। उस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और सांसद श्रीकांत शिंदे को धमकी देने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सोशल मीडिया के जरिए धमकी दी थी और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 (2) और 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है।

युवाओं में बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा, डॉक्टर बोले- ये तीन उपाय 40% तक कम कर सकते हैं जोखिम

हृदय रोगों के मामले पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़े हैं, आश्चर्यजनक रूप कम उम्र के लोग न सिर्फ इसके शिकार हो रहे हैं, साथ ही मौत का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। कुछ शोध बताते हैं कि कोरोना महामारी के बाद से हार्ट अटैक का जोखिम और भी बढ़ गया है, ये वायरस हृदय स्वास्थ्य को भी गंभीर तौर पर क्षति पहुंचाते हुए देखा गया है।

इसके अलावा लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण हृदय रोगों की समस्याओं का खतरा और भी अधिक बढ़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग हार्ट का ध्यान रखें और इसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए उपाय करते रहें।

हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि जीवनशैली को ठीक रखकर आप हृदय की गंभीर समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं। भले ही आप अभी स्वस्थ हैं पर सुरक्षात्मक उपाय करके भविष्य में होने वाली समस्याओं के खतरे से बचाव करते रहना जरूरी है। आइए जानते हैं कि किन उपायों की मदद से हार्ट अटैक से बचाव किया जा सकता है?

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?

अमर उजाला से बातचीत में पुणे स्थित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ एम.आर.खान कहते हैं, कई कारक हैं जो हृदय की सेहत को क्षति पहुंचा रहे हैं। बड़ी संख्या में युवाओं में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत भी देखी जा रही है जिससे हृदय को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है। धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन के कारण भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।

इस बड़े जोखिम से बचाव के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करना लाभकारी हो सकता है। कम उम्र से ही सभी लोगों को इन सावधानियों के बारे में ध्यान रखना चाहिए।

स्वस्थ आहार जरूरी

हृदय के साथ संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भी आहार का ध्यान रखना जरूरी है। पोषक तत्व धमनियों के साथ हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार माने जाते हैं। फलों-सब्जियों से भरपूर आहार, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार खाने से कोलेस्ट्रॉल कम करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। ये हृदय की सेहत को भी ठीक बनाए रखने में सहायक है। इसके साथ प्रोसेस्ड आहार, नमक और चीनी वाली चीजों का सेवन कम करना भी जरूरी है।

शारीरिक सक्रियता का ध्यान रखना जरूरी

नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधि आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहायक है। रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में भी इससे मदद मिल सकती है। प्रत्येक सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक व्यायाम का लक्ष्य रखें। तेज चलना, साइकिलिंग या तैराकी जैसे अभ्यास को भी दिनचर्या में शामिल करके हृदय स्वास्थ्य को ठीक रखने और क्रोनिक बीमारियों के खतरे को कम करने में लाभ मिल सकता है।

धूम्रपान और शराब को कहें न

धूम्रपान और शराब, दो ऐसी आदतें हैं जिससे सेहत पर कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकता है। इससे न सिर्फ कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम रहता है साथ ही ये हृदय की समस्याओं का भी प्रमुख कारण हो सकती है। इन दोनों आदतों से दूरी बनाकर हृदय रोगों को खतरे को 40 फीसदी तक कम किया जा सकता है। धूम्रपान से सबसे ज्यादा नुकसान धमनियों को होता है जिससे रक्त का संचार प्रभावित हो सकता है।

आपके ब्रेन को नुकसान पहुंचा रही हैं ये गड़बड़ आदतें, कहीं आप भी तो नहीं करते हैं ऐसी गलतियां?

मस्तिष्क भले ही आकार में छोटा सा दिखने वाला अंग है पर इसे पूरे शरीर का मास्टरमाइंड माना जाता है। विचार, गति और भावनाओं को नियंत्रित करने के साथ शरीर के किस अंग को कौन सा काम करना है, किस तरह से करना है, ये सबकुछ मस्तिष्क से ही निर्धारित होता है। अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि हमारे मस्तिष्क का कुल भार एक किलोग्राम से कुछ अधिक होता है, लेकिन ये किसी पावरहाउस से कम नहीं है।

मस्तिष्क में अरबों तंत्रिका कोशिकाएं इन सब आवश्यक कार्यों को संभव बनाती हैं। न्यूरॉन्स कहलाने वाली ये मस्तिष्क कोशिकाएं आपके शरीर के बाकी हिस्सों को जानकारी भेजती हैं। अगर मस्तिष्क में किसी प्रकार की समस्या हो जाए तो शरीर के अंगों को मिलने वाले संदेश में भी दिक्कत हो सकती है। यही कारण है स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की सलाह देते हैं।

मस्तिष्क की बढ़ती समस्याएं

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आपका दिमाग आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति है। यह शरीर के हर काम को नियंत्रित करता है। दुर्भाग्य से, हमारी दिनचर्या की कुछ गड़बड़ आदतों के कारण शरीर के इस सबसे महत्वपूर्ण अंग के लिए दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को अपने मस्तिष्क को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। क्या आप अपने मस्तिष्क की सेहत को ख्याल रखते हैं?

आइए ऐसी ही कुछ सबसे आम गड़बड़ आदतों के बारे में जानते हैं जो आपके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनसे बचाव करते रहना आपके लिए बहुत जरूरी है।

धूम्रपान से मस्तिष्क को क्षति

संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जिन आदतों को सबसे नुकसानदायक माना जाता है, धूम्रपान उनमें से एक है। इससे न सिर्फ फेफड़ों की बीमारी होती है, साथ ही मस्तिष्क की सेहत पर भी नकारात्मक असर हो सकता है।

धूम्रपान की आदत रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है और क्रोनिक इंफ्लामेशन का कारण भी बन सकती है। ये स्थितियां ब्रेन स्ट्रोक का जोखिम बढ़ाने के साथ और संज्ञानात्मक गिरावट का कारण बन सकती हैं। शोध बताते हैं, जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें डिमेंशिया रोग विकसित होने की आशंका दोगुनी होती है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़कर मस्तिष्क को स्वस्थ रख सकते हैं।

सेंडेंटरी लाइफस्टाइल के नुकसान

एक और आदत जो आपके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकती है वह है व्यायाम न करना या शारीरिक सक्रियता की कमी। यदि आपकी जीवनशैली गतिहीन है, तो इसमें बदलाव करना जरूरी है। बहुत अधिक अस्थिरता, दिनभर ज्यादातर समय बैठे रहने से मोटापा, हृदय रोग और मधुमेह सहित कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ये सभी स्थितियां आपके मस्तिष्क को भी नुकसान पहुंचाती हैं।

अध्ययनों से पता चलता है कि सेंडेंटरी लाइफस्टाइल के कारण भी डिमेंशिया होने का खतरा बढ़ सकता है। यदि आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि नियमित व्यायाम जरूर करें।

स्लिप डिस्क की समस्या से हैं परेशान, इन चार योगासनों से मिलेगी राहत

कमर और पीठ में दर्द सामान्य है लेकिन कई बार दर्द असहनीय हो जाता है। घंटों गलत पोस्चर में बैठने, गलत लाइफस्टाइल और खानपान के कारण स्लिप डिस्क की शिकायत हो जाती है। स्लिप डिस्क रीढ़ की हड्डी में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी स्थिति है, जो सामान्यतः हड्डियों में खराबी और चोट लगने से हो सकती है।

आजकल युवाओं में स्लिप डिस्क की शिकायत बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में लगभग 80 फीसदी युवा स्लिप डिस्क की समस्या से परेशान हैं। स्लिप डिस्क की शिकायत होने पर आखिरी इलाज ऑपरेशन को माना जाता है। हालांकि समय रहते इस समस्या की पहचान कर सही इलाज लिया जा सकता है। इसके लिए योग भी एक असरदार इलाज प्रक्रिया है। स्लिप डिस्क के कारण होने वाले असहनीय दर्द को कम करने के लिए कुछ योगासनों का अभ्यास फायदेमंद हो सकता है।

इस लेख में कमर दर्द या स्लिप डिस्क के कारण होने वाले दर्द को कम करने के लिए कुछ योगासनों के बारे में जानकारी दी जा रही है।

शवासन

इस आसन को किसी भी योग के अभ्यास के बाद सबसे आखिर में किया जाता है। यह एक कठिन आसन है, जिसे अभ्यास के साथ ठीक तरीके से किया जा सकता है। शवासन के अभ्यास से शरीर और आंतरिक ऊर्जा बेहतर बनती है। स्लिप डिस्क की वजह से होने वाले दर्द को कम करने के लिए शवासन का अभ्यास कर सकते हैं।

भुजंगासन

भुजंगासन से रीढ़ की ऊपरी हड्डियों पर दबाव पड़ता है। इस योगासन में शरीर का आकार फन उठाए सांप जैसा होता है। कमर दर्द से राहत और शरीर को लचीला बनाने के लिए भुजंगासन का अभ्यास कर सकते हैं।

उष्ट्रासन

रीढ़ की हड्डी की समस्याओं को दूर करने के लिए उष्ट्रासन का अभ्यास असरदार है। इस आसन में शरीर ऊंट की मुद्रा में होता है। आसन को करने के लिए शरीर को पीछे की तरफ झुकाया जाता है। दबाव के कारण रीढ़ की हड्डी की समस्याएं दूर होती हैं।

शलभासन

शलभासन के अभ्यास से स्लिप डिस्क और कमर दर्द से राहत मिलती है। इस आसन को करने के लिए पेट के बल जमीन पर लेटकर रीढ़ की हड्डी को मोड़ा जाता है। आसन को सही तरीके से करने से कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

राहुल और प्रियंका गांधी मंडल की सियासत को देंगे धार, उठा सकते हैं ये मुद्दे

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ शनिवार से भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज करेंगे। दोनों भाई-बहन चुनाव की तैयारी के लिए किसानों के आंदोलन, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को उठाकर भाजपा को घेरने का प्रयास करेंगे।

कांग्रेस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में न्याय यात्रा की शुरुआत के लिए मुरादाबाद को ही केंद्र बनाया है। प्रधानमंत्री ने भी सहारनपुर के बाद संभल जिले में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करने के साथ लोकसभा चुनाव का बिगूल फूंका है। इसके बाद राहुल गांधी ने भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का पश्चिमी उत्तर प्रदेश से शुरुआत करने के लिए मुरादाबाद का चयन किया है।

राहुल गांधी न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा शनिवार की सुबह 9:35 बजे मूंढापांडे एयरपोर्ट पर उतरेंगे। सुबह दस बजे जामा मस्जिद चौराहे पर आयोजित भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी दिल्ली से कार द्वारा न्याय यात्रा में शामिल होंगी। दोनों भाई-बहन कोहिनूर तिराहे पर जनसभा को संबोधित करेंगे।

पार्टी नेताओं का कहना है कि आम जनता महंगाई और बेरोजगारी से काफी त्रस्त हैं। किसान एमएसपी के लिए आंदोलनरत हैं। पुलिस भर्ती में पेपर लीक होने से छात्र बेहाल हो गए हैं। आम जनता को कोई दूसरा रास्ता सुझाई नहीं दे रहा है। राहुल गांधी इन तमाम मुद्दों को उठाकर भाजपा को आईना दिखाएंगे।
किसानों की दुर्दशा और आंदोलन के प्रति सरकार को चेताएंगे। यात्रा की तैयारी के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता एक सप्ताह से तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद सड़क मार्ग द्वारा अमरोहा जाएंगे। अमरोहा पॉलीटेक्निक मैदान में डेढ़ बजे सभा को संबोधित करेंगे।

करीब तीन बजे संभल जिले के चंदौसी में भी सभा को संबोधित करेंगे। काग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल का कहना है कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा के साथ लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा।

डबल फाटक पुल से जाने की नहीं मिली इजाजत, हनुमान मूर्ति पुल से जाएगी यात्रा
राहुल गांधी की प्रस्तावित भारत जोड़ो न्याय यात्रा को जिला प्रशासन ने डबल फाटक पुल से गुजरने की इजाजत नहीं दी है। सलाह दी है कि वे न्याय यात्रा हनुमान मूर्ति पुल से लेकर जा सकते हैं। रेलवे के अभियंता ने रिपोर्ट दी है कि डबल फाटक पुल काफिला के चलने योग्य नहीं है।