Wednesday , October 23 2024

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अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी साजिद पाशा पर 25 हजार का इनाम घोषित, पुलिस कर रही की जोरशोर से तलाश

रामपुर: स्वार निवासी किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे साजिद अली पाशा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। एक माह बीतने के बाद भी पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई है। 31 अगस्त को कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से दो युवकों ने किशोरी का अपहरण किया था।

पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। पांच सितंबर को पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया था। किशोरी के बयान के बाद अलीनगर उत्तरी स्थित ग्रीन सिटी हास्पिटल के संचालक साजिद अली पाशा का नाम सामने आया था। तब से यह मामला चर्चा में है।

पुलिस ने बयानों के आधार पर साजिद और बाजपुर के कनौरा गांव निवासी मुदस्सिर के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद से साजिद फरार है। पुलिस ने मुदस्सिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सीओ अतुल कुमार पांडेय ने बताया कि साजिद की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं।

जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने ग्रीन सिटी हॉस्पिटल को सील कर दिया था। पुलिस अधीक्षक ने साजिद पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। शुक्रवार को न्यायालय ने साजिद की गिरफ्तारी नहीं होने पर धारा 82 के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

सीओ और कोतवाल की टीम अलीनगर उत्तरी पहुंची। जहां लाउडस्पीकर से मुनादी कर कुर्की की चेतावनी दी गई। सीओ ने अस्पताल, बैंक्वेट हॉल और साजिद के आवास पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया।

बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने अपनाया कड़ा रूख, बोले- स्कूल से 100 मीटर तक न दिखे तंबाकू

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा ने सर्किट हाउस में बाल विवाह, बाल श्रम, बाल यौन शोषण, बाल भिक्षावृत्ति, नशामुक्ति अभियान एवं बाल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा ने कहा कि स्कूल के 100 मीटर की परिधि में पान, बीड़ी, गुटखा, तम्बाकू की दुकानें नहीं होनी चाहिए, वरना कार्रवाई होगी।

अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि अलीगढ़ जिले में कोविड के तहत प्रभावित 367 बच्चों एवं स्पॉसर योजना के 267 लाभार्थियों को 4000-4000 रूपये एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत 537 बच्चों को 2500 रूपये प्रतिमाह मिल रहे हैं। पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना में 15 बच्चों को लाभ मिल रहा है। कन्या सुमंगला योजना में 23416 बालिकाओं को लाभ मिल रहा है। 55617 महिलाओं को निराश्रित महिला पेंशन योजना का फायदा मिल रहा है।

उन्होंने डीपीआरओ को निर्देश दिया किया कि जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी तय करते हुए पंचायतों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए गए कि जो परिवार आदतन भिक्षावृत्ति में संलिप्त हैं, उन्हें चिन्हित कर शासकीय योजनाओं के साथ जोड़ते हुए स्पॉसर योजना का लाभ दिलाया जाए। बच्चों को अटल आवासीय एवं कस्तूरबा गॉधी विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाए।

उन्होंने डीआईओएस एवं बीएसए को निर्देश दिए कि स्कूल के 100 मीटर की परिधि में पान, बीड़ी, गुटखा, तम्बाकू की दुकानें नहीं होनी चाहिए। स्कूलों के आसपास होटल में केबिन व्यवस्था को समाप्त किया जाए। सभी विद्यालयों में प्रहरी क्लब बनाए जाएं। शिक्षक भी विद्यालय में अंदर गुटका, पान, बीड़ी, सिगरेट तम्बाकू का सेवन न करें।

मेरठ में भाकियू का थाने में डेरा, राकेश टिकैत ने BJP को सुनाई खरी-खोटी, PM मोदी पर किए कटाक्ष

मेरठ: गुरुवार को हुए गन्ना समिति के डेलिगेट पद के नामांकन के बाद 102 प्रत्याशियों के निरस्त किए गए पर्चों में गड़बड़ी को लेकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं और किसानों ने जमकर हंगामा किया। एसएसपी, एसपी सिटी, एसडीएम, एडीएम प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी कार्यकर्ता परतापुर थाने में धरने पर बैठे हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक नामांकन में हुई गड़बड़ी को सही नहीं किया जाता, तब तक धरना खत्म नहीं किया जाएगा। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत भी धरने में शामिल होने पहुंचे हैं।

भाजपा पर जमकर साधा निशाना, पीएम मोदी पर किए कटाक्ष
यहां उन्होंने कहा कि हम अधिकारियाें के पीछे लग रहे हैं लेकिन अधिकारियों के हाथ में कुछ नहीं है। उन्हाेंने कहा कि एकतरफा बेईमानी नहीं चलेगी। हाईवे हर तरफ हैं, किसान हाईवे पर ही बैठे रहेंगे। जिला पंचायत का चुनाव जनता का चुनाव है, इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं चलेगी। ये चुनाव हमारा है, गांव का है जनता का है, इसमें बेईमानी होगी तो मुकाबला होगा।

उन्होंने कहा कि जिस देश का राजा कानून के घर में जा रहा हो, वहां सिर्फ आंदोलन ही जान बचाएगा। कहा कि जनता को खड़ा होना पड़ेगा, हरियाणा की तरह करना पड़ेगा। कहा कि उन्हें कहना पड़ेगा वे पांच हजार ट्रैक्टर लेकर यहीं आ जाएंगे।उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक संस्थाओं पर इन्होंने कब्जा कर लिया है, ये धर्म की राजनीति करते हैं, आंदोलन करने पड़ेंगे। जब राजा और न्याय करने वाला मिल जाए तो आंदोलन ही बचा सकता है।

भारतीय किसान यूनियन का धरना शुक्रवार रात 8 बजे शुरू हुआ था। गन्ना समिति के चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में किसान मेरठ पहुंच गए। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और किसान एक दर्जन से अधिक ट्रैक्टर-ट्राॅली और गाड़ियां लेकर परतापुर थाना परिसर में पहुंचे और जमकर हंगामा किया। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता और किसान थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए।

यूपी में भारी बारिश और तेज हवाओं से तापमान गिरा, अगले दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से मानसून छाया हुआ है। पूर्वी और तराई क्षेत्रों समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। कहीं कहीं अत्यधिक भारी बारिश और खेतों में जलभराव से धान, अरहर, मूंगफली और हरी सब्जियां उगाने वाले किसानों के माथे पर अब चिंता की रेखाएं हैं। उन्हें इस मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं से फसल के खराब होने और नुकसान का डर सता रहा है।

शनिवार को यूपी के तराई क्षेत्र के महराजगंज, बस्ती, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर व आसपास के इलाकों में गरज चमक के साथ जमकर बरसात हुई। इस दौरान 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्वा हवाएं भी चलीं। भारी बारिश और तेज हवाओं के असर से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। लोगों को हवा में ठंडक का एहसास हुआ। शनिवार के लिए पूर्वी, तराई और अवध क्षेत्र के लगभग 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के विभिन्न इलाकों में रविवार को भी मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। इसके बाद मानसून के कमजोर पड़ने के संकेत हैं।

लखनऊ में रुक-रुक कर हो रही बारिश
राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश का सिलसिला शनिवार तक जारी रहा। तेज हवाओं और तापमान में गिरावट ने लोगों को ठंड का अहसास कराया। शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान महज 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।

मौसम वैज्ञानिक एम दानिश के मुताबिक रविवार को भी राजधानी में बूंदाबांदी की संभावना है। इसके बाद बारिश के कमजोर पड़ने के आसार हैं। सोमवार से मौसम साफ होगा।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के प्लांट में लगी भीषण आग, भारी नुकसान की आशंका

चेन्नई: तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के होसुर में स्थित टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के प्लांट में भीषण आग लगने की घटना हुई है। आग काफी भीषण है, जिसके चलते प्लांट में धमाके की खबर है। आग से प्लांट में भारी नुकसान की आशंका है। आग प्लांट के सेलफोन मैन्युफैक्चरिंग सेक्शन में लगी, जिसके बाद प्लांट के सभी कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

आग से प्लांट में बड़े नुकसान की आशंका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। आग से प्लांट को भारी नुकसान हुआ है। आग शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे लगी। इसके बाद प्लांट से धुएं का गुबार उठता देखा गया। आग की सूचना पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश की। आग कंपनी के केमिकल गोदाम में लगी, जो धीरे-धीरे प्लांट के अन्य हिस्सों में भी फैल गई।

घटना के समय 1500 कर्मचारी काम कर रहे थे
घटना के समय प्लांट में 1500 के करीब कर्मचारी काम कर रहे थे। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल सका है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने भी बयान जारी कर होसुर स्थित प्लांट में आग लगने की पुष्टि की है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि आग लगने पर आपातकालीन प्रोटोकॉल का पालन किया गया और सभी कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई। आग लगने की वजह की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आग की घटना के चलते तीन कर्मचारियों को सांस संबंधी परेशानी हुई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर है। मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है।

आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर हुई सांप्रदायिक घटनाओं के बाद सरकार अलर्ट, भद्रक में इंटरनेट सेवाएं निलंबित

भुवनेश्वर:  सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर क्षेत्र में हुई हिंसक सांप्रदायिक घटनाओं के बाद ओडिशा के भद्रक जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। दरअसल, जिला प्रशासन ने सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के लिए इंटरनेट के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की थी, जिस पर सरकार ने निंलबित करने का आदेश दिया।

क्षेत्र में धारा 163 लागू
पूर्वी रेंज के उप महानिरीक्षक सत्यजीत नाइक ने इससे पहले बताया था कि पथराव की घटनाओं के बाद, बीएनएसएस की धारा 163 लागू की गई है। इसके तहत एक क्षेत्र में पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक है।

घटना में कई पुलिसकर्मी घायल
भद्रक में हुई पथराव की घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। बिगड़ते हालातों को देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है। डीआईजी नाइक ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घटना में कथित रूप से शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कोर्ट ने सीतारमण पर चुनावी बॉन्ड से जुड़े मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया, CM ने कसा तंज

बंगलूरू:  बंगलूरू की एक अदालत ने चुनावी बॉन्ड के जरिए जबरन वसूली के मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। वहीं, इस मामले को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब भाजपा नेता कब इस्तीफा मांगेंगे।

किसने दी शिकायत?
जनाधिकार संघर्ष परिषद (जेएसपी) के सह अध्यक्ष आदेश अय्यर ने सीतारमण और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि चुनावी बॉन्ड के जरिए डरा-धमकाकर जबरन वसूली की गई। इस मामले में बंगलूरू की पीपुल्स रिप्रेजेंटेटिव कोर्ट ने प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने वित्त मंत्री और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।

क्या है चुनावी बॉन्ड?
बता दें कि केंद्र सरकार ने 2018 में चुनावी बॉन्ड योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत सरकार राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे में नकद दान को खत्म करना था, ताकि राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता बनी रहे। इसके बाद एसबीआई के चुनावी बॉन्ड के जरिए लोग राजनीतिक दलों को चंदा दे सकते थे। इसका खुलासा नहीं किया जाता था। पिछले साल विपक्षी दलों के आरोपों और इसके खिलाफ तमाम याचिकाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अदालत ने कहा था कि यह नागरिकों के सूचना के अधिकार का उल्लंघन करता है।

इन लोगों के खिलाफ शिकायत
अब आदर्श अय्यर ने आरोप लगाया कि चुनावी बॉन्ड के जरिए धमकी देकर जबरन वसूली की गई। जन अधिकार संघर्ष परिषद ने पिछले साल अप्रैल में अदालत में याचिका दायर कर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, ईडी अधिकारियों, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के अन्य राष्ट्रीय नेताओं, भाजपा के तत्कालीन कर्नाटक अध्यक्ष नलिन कुमार कटील, बी वाई विजयेंद्र के खिलाफ शिकायत की थी। अदालत ने शिकायत पर सुनवाई करते हुए बंगलूरू के तिलक नगर पुलिस थाने को चुनावी बॉन्ड के जरिए जबरन वसूली का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।

मरीज के परिजनों द्वारा पीटे जाने के बाद डॉक्टर्स ने दूसरे दिन भी रोका काम, सुरक्षा की मांग पर अड़े

कोलकाता:पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है और अब राज्य के उत्तर 24 परगना जिले में भी एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को पीटे जाने का मामला गरमा गया है। अस्पताल के डॉक्टर्स की काम रोकों हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी है। दरअसल शुक्रवार को एक मरीज के परिजनों ने उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी इलाके में स्थित सागर दत्ता अस्पताल में डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ के साथ मारपीट की। इस घटना के विरोध में डॉक्टर्स ने काम रोक दिया और हड़ताल शुरू कर दी। डॉक्टर्स की मांग है कि सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर किया जाए।

मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने की मारपीट
एक नर्स ने बताया कि शुक्रवार को एक महिला को सांस की तकलीफ होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला की हालत ठीक नहीं थी और जब तक उसे ऑक्सीजन देने की कोशिश की जाती, तब तक उसकी मौत हो गई। महिला के परिजनों का आरोप है कि मरीज को समय पर इलाज नहीं मिला, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई। नर्स ने बताया कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मरीज के परिवार के 15-20 लोगों ने महिला मेडिसिन वार्ड में घुसकर वहां मौजूद डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ के साथ मारपीट की। एक जूनियर डॉक्टर ने बताया कि इस घटना में तीन जूनियर डॉक्टर, तीन नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए।

सुरक्षा की मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का एलान
इस घटना के विरोध में डॉक्टर्स ने काम रोकों हड़ताल शुरू कर दी। शनिवार को दूसरे दिन भी यह हड़ताल जारी है। एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘हम बार-बार बाह्य रोगी विभाग और अस्पताल के वार्डों में उचित सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। लेकिन यह घटना साबित करती है कि राज्य प्रशासन अभी भी हमारी सुरक्षा की मांग के प्रति नहीं जागा है। जब तक पर्याप्त सुरक्षा की हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक ‘काम बंद’ हड़ताल जारी रहेगी।’ बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने कमरहाटी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है और जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद अस्पताल परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अस्पताल के मुख्य द्वार के पास पुलिस गश्ती दल निगरानी कर रहा है।

मेक इन इंडिया की बड़ी छलांग, मोरक्को की सेना के लिए 150 WhAP बख्तरबंद गाड़ियां बनाएगी टाटा

नई दिल्ली:  भारत सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल भारतीय कंपनी टाटा मोरक्को की सेना के लिए 150 व्हील आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) वाहनों का निर्माण करेगी। WhAP एक बख्तरबंद वाहन है, जिसे भारत के सरकारी रक्षा संस्थान डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि टाटा और मोरक्को के बीच 150 WhAP वाहन बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर हो गए हैं। व्हैप को डीआरडीओ की व्हीकल रिसर्च एंड डेवलेपमेंट विंग द्वारा टाटा कंपनी के साथ मिलकर बनाया गया है।

मोरक्को को अगले तीन साल में सप्लाई किए जाएंगे 150 व्हैप वाहन
समझौते के अनुसार, मोरक्को की सेना को ये बख्तरबंद गाड़ियां अगले तीन साल में सप्लाई की जाएंगी। बख्तरबंद गाड़ियों का यह भारत को मिला सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट है। भारत की पैरामिलिट्री फोर्सेस ने भी इन बख्तरबंद गाड़ियों व्हैप का ऑर्डर दिया है। मोरक्को में व्हैप के परीक्षण बीते करीब सात माह चल रहे थे। भारत में डिजाइन और निर्मित किए गए आठ पहियों वाले इस बख्तरबंद वाहन को भारतीय सेना में भी शामिल किया जा चुका है।

टाटा व्हैप में जानिए क्या हैं खूबियां
टाटा व्हैप को डीआरडीओ प्रयोगशाला के साथ मिलकर विकसित किया गया है। यह वाहन कई परीक्षणों से गुजरा है जिसमें हाई एल्टीट्यूड टेस्ट (उच्च ऊंचाई परीक्षण) शामिल हैं। यह Tata Defence Combat Wheeled Armoured Amphibious Platform (टाटा डिफेंस व्हील्ड आर्मर्ड एम्फीबियस प्लेटफॉर्म) पर आधारित है। टाटा व्हैप में Amphibious Drive Mode (एम्फीबियम ड्राइव मोड) दिया गया है, जिससे यह जमीन और पानी दोनों जगहों पर आसानी से चलाए जा सकते हैं। इसके साथ ही इसमें हाइड्रो-न्यूमैटिक स्ट्रट्स और स्वतंत्र सस्पेंशन मिलता है। टाटा व्हैप में 10 से 12 लोग सफर कर सकते हैं। इसे टोही वाहन, पैदल सेना वाहक, या रसद वाहक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। टाटा व्हैप की खासियत ये है कि ये दलदली इलाकों में भी चल सकता है और मजबूत इतना है कि लैंड माइन के विस्फोट को भी झेल सकता है।

मुंबई में आतंकी हमले का खतरा, अलर्ट पर सुरक्षाबल, धार्मिक स्थानों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

मुंबई: देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में आतंकी हमले का खतरा है। दरअसल मुंबई पर आतंकी हमले की खुफिया सूचना मिली है, जिसके बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल अलर्ट पर है और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर खास तौर पर नजर रखी जा रही है। शहर के धार्मिक स्थानों पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है और कोई भी संदिग्ध वस्तु दिखते ही पुलिस को सूचना देने की अपील की गई है।

रेलवे स्टेशन, मॉल आदि में विशेष चौकसी
आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए मुंबई के भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे क्रॉफर्ड मार्केट आदि में पुलिस ने मॉक ड्रिल भी की। त्योहारी सीजन को देखते हुए पुलिस अतिरिक्त सुरक्षा बरत रही है। देश की वित्तीय राजधानी होने के नाते मुंबई शहर आतंकियों के निशाने पर रहता है। ये भी वजह है कि आतंकी हमले की खुफिया सूचना को सुरक्षा एजेंसियां पूरी गंभीरता से ले रही हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मॉल और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है। आतंकवाद निरोधक बल को भी सक्रिय कर दिया गया है।