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अमेरिकी चुनाव से पहले पुतिन ने की बाइडन की तारीफ, बताया ट्रंप से ज्यादा अनुभवी राजनेता

अमेरिका में आम चुनाव से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन की तारीफों के पुल बांधे हैं। उन्होंने बाइडन को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ज्यादा अनुभवी बताया। पुतिन ने कहा कि उनका देश बाइडन को दूसरे कार्यकाल के लिए जीतते हुए देखना पसंद करेगा। पुतिन ने रूस के सरकारी टेलीविजन के एक संवाददाता को इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह निर्वाचित होने वाले किसी भी अमेरिकी नेता के साथ मिलकर काम करना पसंद करेंगे। लेकिन, जब उनसे पूछा गया कि रूस के नजरिए से कौन बेहतर विकल्प होगा तो उन्होंने कहा कि वह बाइडन की जीत को तरजीह देंगे।

यूक्रेन की मदद को लेकर आमना-सामना
ट्रंप ने हाल ही में अपने बयानों में कीव के लिए अमेरिकी वित्तपोषण (फंडिंग) पर सवाल उठाया है। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप नाटो के आलोचक माने जाते हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं तो नाटो के जो सदस्य देश पैसे खर्च नहीं करते हैं, वे उनके खिलाफ रूस को हमलों के लिए प्रोत्साहित करेंगे। वहीं, बाइडन ने आरोप लगाया था कि ट्रंप ने एक रूसी तानाशाह के सामने घुटने टेक दिए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वास्थ्य पर कही ये बात
बाइडन के स्वास्थ्य को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर पुतिन ने कहा, “मैं डॉक्टर नहीं हूं। इसलिए, मैं इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझता हूं।” रूसी राष्ट्रपति ने कहा, “बाइडन के स्वास्थ पर ऐसे समय में चर्चा हो रही है, जब अमेरिका में चुनाव प्रचार तेज गति पकड़ रहा है और यह हर दिन तेज होता जा रहा है।” उन्होने कहा कि वह बाइडन जून 2021 में स्विट्जरलैंड में मिले थे और उन्होंने अमेरिकी नेता को पूरी तरह से सक्षम पाया।

किसानों की मांग पूरी नहीं की तो आंदोलन में शामिल होगी भाकियू, जयंत को लेकर कही ये बड़ी बात

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों की मांग पूरी नहीं की तो भाकियू कार्यकर्ता आंदोलन में भाग लेंगे। किसान आंदोलन को लेकर 17 फरवरी को सिसौली में होने वाली पंचायत में रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने दोबारा से कहा कि राजनीति में दुश्मन कब दोस्त बन जाए इसका पता नहीं चलता है। कल तक सरकार की नीतियों का विरोध करने वाले चौधरी जयंत ने अब भाजपा से गठबंधन कर लिया।

भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत बृहस्पतिवार को बागपत के कासिमपुर खेडी गांव में प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह के आवास पर पत्रकार वार्ता कर रहे थे। जहां उन्होंने कहा कि सरकार किसान विरोधी है। सरकार अपने वादों से मुकर गई है। किसानों को अपने हक के लिए फिर से आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया तो भाकियू भी आंदोलन में भाग लेगी। उन्होंने शुक्रवार को भारत बंद में सहयोग करने का आह्वान किया।

17 फरवरी को सिसौली में पंचायत की जाएगी। इसमें विचार-विमर्श के बाद महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।उन्होंने कहा कि चौधरी जयंत सिंह किसानों के साथ सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे थे। लेकिन आज उनके साथ गठबंधन कर लिया है। उन्होंने कहा कि चौधरी जयंत को सरकार के साथ गठबंधन करने से पहले सलाह मशवरा करना चाहिए था।

रामलला के दरबार में नतमस्तक हुई गोवा कैबिनेट, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत समेत 51 सदस्य रहे मौजूद

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के साथ गोवा की पूरी कैबिनेट रामलला के दरबार में पहुंची और दर्शन-पूजन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ आए सभी 51 सदस्यों ने रामलला के चरणों में माथा टेका। बृहस्पतिवार दोपहर को सभी अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरे तो परंपरागत अंदाज में उनका भव्य स्वागत किया गया।

सभी को ई बस द्वारा एयरपोर्ट से राममंदिर परिसर ले जाया गया। एयरपोर्ट पर प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश शर्मा, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और महापौर महंत गिरिशपति त्रिपाठी व जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह ने सभी का स्वागत किया।

पत्नी संग आगरा पहुंचे सचिन तेंदुलकर, मोहब्बत की इमारत का किया दीदार; ताज की खूबसूरती में खोए

क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर आगरा पहुंचे हैं। यहां उन्होंने ताजमहल का दीदार किया। इस दौरान मास्टर ब्लास्टर की सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रही। वहीं ताज आए पर्यटकों ने जब उन्हें देखा तो सेल्फी लेने के लिए उनकी ओर दौड़े, लेकिन सुरक्षाकर्मियों का घेरा नहीं भेद सके। सचिन तेंदुलकर अपनी पत्नी अंजलि तेंदुलकर के साथ वेलेंटाइन-डे के एक दिन बाद ताजमहल पहुंचे। उन्हें वहां देखकर प्रशसंकों की भीड़ लग गई। सचिन ने पत्नी के साथ डायना बेंच पर बैठकर फोटो शूट कराया।

तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती ने किया सांसदी छोड़ने का एलान, ममता बनर्जी को दी जानकारी

तृणमूल कांग्रेस नेता मिमी चक्रवर्ती ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है। वे लोकसभा में पश्चिम बंगाल की जादवपुर सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं। हालांकि, मिमी ने अब तक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी को अपना त्याग पत्र सौंपा है। बताया जा रहा है कि मिमी स्थनीय स्तर पर पार्टी नेतृत्व से खुश नहीं थीं। इस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है।

मिमी चक्रवर्ती ने इस्तीफा देने को लेकर कहा कि राजनीति मेरे लिए नहीं है, यहां अगर आप किसी की मदद कर रहे हैं तो आपको उसका प्रचार करना होता है। राजनीति के साथ-साथ मैं एक अभिनेत्री के रूप में भी कार्य करती हूं, मेरा दायित्व दोनों तरफ एक समान बनता है, अगर कोई राजनीति में आता है तो आप काम करें या न करें आपको भला-बुरा कहा जाता है।

उन्होंने कहा कि मुझे जो परेशानी है उसे लेकर मैंने ममता बनर्जी से बात की है। जिस पार्टी ने मुझे आगे आने का मौका दिया, मैं अपने इस्तीफे की जानकारी उन्हें पहले देना चाहती हूं। 2022 में भी मैंने एक बार अपने सांसद पद से इस्तीफे को लेकर दीदी से बात की थी, तब उन्होंने इसे नामंजूर कर दिया था। दीदी जो कहेंगी उसके बाद मैं आगे की प्रक्रिया को पूरा करूंगी।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुजरात से दाखिल किया नामांकन, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा ने भी भरा पर्चा

कर्नाटक जनता दल (सेक्यूलर) नेता एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि पार्टी ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला लिया है। कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा-जेडीएस गठबंधन की तरफ से कुपेंद्र रेड्डी को चुना गया है जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने कहा, ‘भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय नेता और भाजपा के राज्य नेता एक साथ शामिल हुए हैं। हमने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला किया है। जेडीएस-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी को दोनों पार्टियों की तरफ से चुना गया है। हम वोट बर्बाद नहीं करना चाहते थे, इसी वजह से केंद्र से हमें उम्मीदवार खड़ा करने की सलाह दी गई है। इसलिए हमने कुपेंद्र रेड्डी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला किया है।’

भाजपा की तरफ से इन नेताओं ने किया नामांकन दाखिल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल एयरपोर्ट पहुंचे थे। नड्डा यहां से सीधे गांधीनगर पहुंचे और यहां उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया। वहीं, कर्नाटक से भाजपा उम्मीदवार नारायणा ने बंगलूरू में अपना नामांकन दाखिल किया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी राज्य सभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं।

भाजपा उम्मीदवार चुन्नीलाल गरासिया ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद रहीं। अशोक चव्हाण ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। जयंतसिंह सलामसिंह परमार और मयंक नायक ने गुजरात से अपना नामांकन दाखिल किया है। वहीं शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।

महाराष्ट्र में कांग्रेस की बैठक के बाद चंद्रकांत हंडोरे दाखिल करेंगे नामांकन
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता सतेज पाटिल ने बताया कि पिछले तीन दिनों में राज्य में जो घटनाक्रम हुआ है, उसे देखते हुए एक बैठक बुलाई गई है। कल भी इसपर एक बैठक बुलाई गई थी। फिलहाल हमारी बैठक हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में पार्टी अध्यक्ष नाना पटोले और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट विधान भवन स्थित पार्टी कार्यालय में बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद ही कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

किशोर चंद्र देव का टीडीपी से इस्तीफा, BJP पर लगाया वोट बैंक के लिए समाज का माहौल बिगाड़ने का आरोप

पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) वरिष्ठ नेता किशोर चंद्र देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह फैसला टीडीपी के भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन में शामिल होने के निर्णय के बाद लिया। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी में किशोर चंद्र देव ने एनडीए पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा वोट बैंक के लिए समाज में अस्थिरता फैला रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘जिस तरह से आप इस फूट डालने वाली पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हुए हैं, उससे मैं बहुत निराश और स्तब्ध हूं। यह मेरे पांच दशक के राजनीतिक करियर का सबसे खराब स्थिति है।’

किशोर चंद्र देव का टीडीपी से इस्तीफा
यूपीए-II सरकार में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में किशोर चंद्र जनजातीय कार्य और पंजायत राज मंत्री थे। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सत्ता के लिए अपनी आत्मा का सौदा नहीं कर सकता। आपको सूचित किया जाता है कि मैं टीडीपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।’

साल 2014 के चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस नेता किशोर चंद्र देव 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले टीडीपी में शामिल हुए थे। वह पांच बाद लोकसभा और एक बार राज्य सभा में कुल छह बार के सांसद रह चुके हैं। उन्होंने 2019 में टीडीपी के टिकट पर अराकू सीट से चुनाव लड़े थे, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

संसद में सवाल के बदले रिश्वत मामले में महुआ को ईडी का समन, 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया

विदेशी मुद्रा लेनदेन के मामले में तृणमूल कांग्रेस की नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन किया है। ईडी ने महुआ को 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। गौरतलब है कि महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगे हैं। इन्हीं की जांच कर रही संसद की आचार समिति ने लोकसभा में महुआ की सांसदी खत्म करने की सिफारिश की थी। बाद में रिपोर्ट के आधार पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महुआ को निष्कासित कर दिया।

पैसे लेकर सवाल पूछने का पूरा मामला क्या है?
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने दावा किया था कि ये सबूत वकील जय अनंत देहादराई द्वारा प्रदान किए गए थे।

लोकसभा स्पीकर को लिखे अपने पत्र में दुबे ने कहा था कि उन्हें वकील और महुआ के पूर्व दोस्त जय अनंत का एक पत्र मिला है, जिसमें उन्होंने मोइत्रा और जाने-माने बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी के बीच सवाल पूछने के लिए रिश्वत के आदान-प्रदान के सबूत साझा किए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जय ने एक विस्तृत शोध किया है जिसके आधार पर उन्होंने निष्कर्ष निकाला है कि हाल ही में, मोइत्रा ने संसद में उनके द्वारा पूछे गए कुल 61 में से लगभग 50 प्रश्न दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों को बचाने के लिए थे।

हालांकि, महुआ मोइत्रा ने जय अनंत का जिक्र करते हुए कहा कि आरोप झूठ पर आधारित थे। आरोप यह भी है कि कारोबारी हीरानंदानी अलग-अलग स्थानों से एवं अधिकतर दुबई से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा की ‘लॉगइन आईडी’ का इस्तेमाल करते थे। इन आरोपों के सामने आने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने पूरा मामला आचार समिति के पास भेज दिया था।

भाजपा सांसद ने लोकपाल में भी दर्ज कराई थी शिकायत
गौरतलब है कि भाजपा के नेता निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ लोकपाल में भी शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने टीएमसी सांसद पर संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं उन्होंने मोइत्रा पर आर्थिक लाभ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया था। टीएमसी नेता के खिलाफ लोकपाल की तरफ से शिकायत करने के बाद सीबीआई ने प्राथमिक जांच शुरू की थी।

व्यास तहखाने में पूजा को चुनौती देने वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने व्यास तहखाना में पूजा के अधिकार को चुनौती देने वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित कर लिया है। इसके पहले न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल की पीठ ने दोनों पक्षों को सुना। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी तहखाने में काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को पूजा की अनुमति देने की जिला जज के आदेश की वैधता की चुनौती अपीलों पर सुनवाई हुई। पिछले सोमवार को भी तकरीबन डेढ़ घंटे चली सुनवाई में मस्जिद पक्ष ने आरोप लगाया था कि हिंदू पक्ष के प्रभाव में आकर जिला जज ने यह आदेश पारित किया। जबकि, मंदिर पक्ष के अधिवक्ता द्वारा इसका विरोध किया गया।

कोर्ट ने अपीलार्थी अधिवक्ता के अनुरोध पर अगली सुनवाई की तिथि 15 फरवरी तय की गई थी। इसके पहले सुनवाई शुरू होते ही अपीलार्थी की तरफ से पूरक हलफनामा दाखिल किया गया।आदेश की प्रमाणित प्रति दाखिल की गई। अपील दाखिले का दोष समाप्त कर कोर्ट ने नियमित नंबर देने का आदेश दिया।

वादी विपक्षी अधिवक्ता ने धारा 107 की अर्जी दाखिल की, जिसे पत्रावली पर रखा गया था। मस्जिद पक्ष के अधिवक्ता पुनीत गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट की नजीरों के हवाले से तर्क दिया था कि अदालत अंतरिम आदेश से फाइनल रिलीफ नहीं दे सकती। प्रश्नगत मामले में तहखाने में पूजा की अनुमति देकर वस्तुत: सिविल वाद स्वीकार कर लिया है।

विधायकों पर एफआईआर से भड़की भाजपा, पूछा- क्या जय श्री राम का नारा लगाना अलोकतांत्रिक है?

कर्नाटक में दो भाजपा विधायकों समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है और पूछा है कि क्या जय श्री राम का नारा लगाना अलोकतांत्रिक है? वहीं कांग्रेस ने भी भाजपा पर पलटवार किया है और आरोप लगाया है कि भाजपा नेता राज्य में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं।

भाजपा ने सरकार पर लगाए आरोप
कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि ‘क्या जय श्री राम के नारे लगाना लोकतंत्र विरोधी है? सिद्धारमैया के नेतृत्व में भगवान राम का नाम सुनते ही वे (कांग्रेस) परेशान हो जाते हैं…वे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीद छोड़ चुके हैं और यही वजह है कि वे जल्दबाजी दिखा रहे हैं और भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रहे हैं।’

कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद ने इस पूरे विवाद पर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘यह हर दिन का किस्सा हो गया है। भाजपा नेता सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां लोग शांतिपूर्ण तरीके से न रह पाएं…लेकिन कांग्रेस सरकार हर उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जो समाज में परेशानी खड़ी करने की कोशिश करेगा।’