Friday , October 25 2024

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व्यासजी के तहखाने में पूजा के खिलाफ याचिका मामले में टली सुनवाई, 15 फरवरी को पड़ी अगली तारीख

शैलेंद्र पाठक व्यास मामले में हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के कारण प्रभारी जिला जज अनिल कुमार की अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 15 फरवरी नियत की है। बता दें कि ज्ञानवापी से जुड़े शैलेंद्र पाठक व्यास की तरफ से दाखिल वाद में प्रभारी जिला जज की अदालत में सुनवाई होनी थी। वाद सुनवाई योग्य है या नहीं इसको लेकर अंजुमन इंतेजामिया ने आपत्ति जताई थी।

इस मुद्दे पर शैलेंद्र पाठक की ओर से पक्ष रखा जाना है। जबकि अंजुमन इंतेजामिया का कहना है यह वाद विशेष पूजा स्थल अधिनियम से यह वाद बाधित है। ऐसे में यह सुनवाई होने योग्य नहीं है। इसी वाद में जिला जज ने व्यास जी के तहखाने को डीएम को सुपुर्द किए जाने के साथ तहखाने में पूजा पाठ का अधिकार दिया है। जिसको लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है, वहीं इसी अदालत में अंजुमन ने पूजा पाठ किए जाने के जिला जज के आदेश पर रोक लगाने की मांग की है उस पर भी सुनवाई होनी थी।

सॉल्वर गैंग के 12 सदस्य गिरफ्तार, यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में लगाई थी सेंध, अब खुलेंगे बड़े राज

सॉल्वर गैंग ने वर्तमान में चल रही उप्र पुलिस की ऑनलाइन कंप्यूटर ऑपरेटर परीक्षा में भी सेंध लगा दी। दूर-दराज बैठे इस गिरोह के सदस्यों ने रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर के जरिए प्रश्न पत्र हल किए। इसकी सूचना मिलने पर एसटीएफ की मेरठ टीम ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की रिपोर्ट बागपत के बड़ौत थाने में दर्ज कराई गई है। बताया गया कि एसटीएफ की टीम ने आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप, डेस्क टॉप कम्प्यूटर, आठ मोबाइल फोन, स्क्रीन शॉट, आठ एडमिट कार्ड बरामद किए हैं।

एसटीएफ एसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि वर्तमान में उप्र पुलिस की ऑनलाइन कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा चल रही है। जिसमें सिस्टम हैक करने और सॉल्वर बैठाकर परीक्षा कराने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। इसकी जांच शुरू की गई तो पता चला कि बड़ौत की आवास विकास काॅलोनी में स्थित अनिल कुमार के मकान नंबर 2सी/124/4-5 में कुछ व्यक्ति किराए पर कमरा लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा में सिस्टम हैक करके अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर प्रश्न पत्र हल कर रहे हैं।
वहीं, एसटीएफ की टीम ने मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि यह लोग सात फरवरी 2024 को उप्र पुलिस में कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा में अभ्यर्थी के कंप्यूटर की स्कीन शेयर कर यहीं से पेपर सॉल्व कर रहे थे। पूछताछ में पता चला कि विधान पब्लिक स्कूल दुहाई गाजियाबाद में स्थित लैब को फर्जी तरीके से परीक्षा कराने के लिए केंद्र आवंटित करा रखा है। जहां से अपने अन्य सहयोगियों की मदद से ये लोग ऑनलाइन परीक्षा हैकिंग का कार्य करते हैं। परीक्षा केंद्र पहुंच कर पुलिस ने सात अभ्यर्थियों और लैब के सहयोगी रजनीश कुमार व अश्वनी कुमार को हिरासत में ले लिया है।

250 कंप्यूटर की लैब की तैयार
इस गिरोह ने भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से पेपर हल कराने के नाम पर पैसा कमाने के उद्देश्य से गाजियाबाद के दुहाई में विधान पब्लिक स्कूल में करीब 250 कंप्यूटर सिस्टम की लैब तैयार की। कंप्यूटर हैकिंग एक्सपर्ट पलवल हरियाणा निवासी राम चौहान ने रोहित चौधरी के कहने पर लैब में आकर 28 जनवरी 2024 को एक सिस्टम पर कुछ साॅफ्टवेयर (एनीडेस्क, नोड जेएस, पाइथॉन लांचर) इंस्टाल कर इस सिस्टम को मास्टर सिस्टम बनाया। जिससे जब जरूरत हो तब लैब में मौजूद अन्य सिस्टमों को इस मास्टर सिस्टम के जरिए जोड़ कर उनका रिमोट एक्सेस ले सकें और मास्टर सिस्टम को लैब में मौजूद अपने सहयोगियों की मदद से अलग रखा गया। जिससे किसी अभ्यर्थी को परीक्षा के समय यह सिस्टम आवंटित न हो। परीक्षा प्रारंभ होने से पहले ही लैब में मौजूद अपने सहयोगियों के माध्यम से कहीं भी बैठकर रवि लैब में मौजूद मास्टर सिस्टम को सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपने सिस्टम पर लेकर जिन-जिन अभ्यर्थियों से पैसे लेकर पेपर हल कराने की बात तय होती थी, उनके परीक्षा केंद्र पर आवंटित सिस्टमों के एक्सेस ले लेता था। उसको अपने अन्य साथी जो पेपर हल करने में एक्सपर्ट थे, उनके सिस्टम पर भेज देता था। जिससे केंद्र पर मौजूद अभ्यर्थी के सिस्टम का पूरा एक्सेस इनके पास पहुंच जाता था। ये प्रश्न-पत्र अपने सिस्टम से हल करते थे। अभ्यर्थी केवल बैठकर माउस हिलाता रहता था। यह लोग प्रत्येक अभ्यर्थी से चार से पांच लाख रुपये इस कार्य के लिए लेते थे। राम चौहान एक अभ्यर्थी की स्क्रीन शेयर करने के लिए 50 हजार रुपये लेता था।

ये हुए गिरफ्तार
1. रचित चौधरी पुत्र ब्रह्मपाल सिंह निवासी ग्राम भाज्जू थाना बाबरी जनपद शामली। (सरगना)
2. कर्मवीर पुत्र रतन सिंह निवासी ग्राम बिहारीपुर थाना बागपत जनपद बागपत। (सॉल्वर)
3. दानवीर पुत्र तेजपाल निवासी वृद्धा ज्योति कॉलोनी, थाना बड़ौत जनपद बागपत । (सहयोगी)
4. रजनीश कुमार पुत्र अर्जुन प्रसाद महतो निवासी बगडस थाना भगवानपुर जनपद बेगुसराय बिहार (सहयोगी)
5. अश्वनी पुत्र नरेश कुमार निवासी कूकड़ा थाना नई मंडी जनपद मुजफ्फरनगर (सहयोगी)
6. अनिल कुमार पुत्र करतार सिंह निवासी ग्राम जरूवा कटरा थाना मलपुरा जनपद आगरा (अभ्यर्थी)
7. अक्षय तंवर पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी सुनहेड़ा थाना खेकड़ा जनपद बागपत (अभ्यर्थी)
8. मनीष सरोहा पुत्र प्रमोद सरोहा निवासी शेरपुर लुहारा थाना छपरौली जनपद बागपत (अभ्यर्थी)
9. आलोक चौहान पुत्र तेजपाल निवासी बावली रोड, थाना बड़ौत, बागपत (अभ्यर्थी)
10. धर्मेंद्र पुत्र लेखन निवासी तुमोला थाना कोसी कलां जनपद मथुरा (अभ्यर्थी)
11. लोकेश कुमार पुत्र अरविंद सिंह निवासी पुरा थाना मंगोरा जनपद मथुरा (अभ्यर्थी)
12. आर्यदीप तोमर पुत्र ओमबीर सिंह निवासी बामनौली थाना दोघट जनपद बागपत (अभ्यर्थी)

शत्रु संपत्ति कब्जाने के मामले में आजम खां और उनके परिवार समेत 14 लोगों पर आरोप तय, गवाहों को समन जारी

शत्रु संपत्ति कब्जा कर उसे जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल करने के मामले में सपा नेता आजम खां, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां और पत्नी डॉ. तंजीन फात्मा व चमरौवा के विधायक नसीर अहमद खां समेत 14 लोगों के खिलाफ कोर्ट में आरोप तय कर दिए गए। इससे पहले सभी आरोपियों का डिस्चार्ज प्रार्थना पत्र खारिज कर दिया। अब इस मामले में कोर्ट ने गवाहों को समन जारी करते हुए सुनवाई के लिए 23 फरवरी की तारीख तय कर दी है।

सपा नेता आजम खां के खिलाफ वर्ष 2019 में कई मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें शत्रु संपत्ति कब्जाने का भी मामला है, यह मामला सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अलमाजमीर रिजवी ने अजीमनगर थाने में दर्ज कराया था। इसमें शत्रु संपत्ति को जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल करने का आरोप है। जौहर यूनिवर्सिटी का संचालन जौहर ट्रस्ट करता है। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जौहर ट्रस्ट के चेयरमैन आजम खां समेत अन्य सदस्यों को नामजद किया था।

पुलिस ने जांच पूरी कर कोर्ट में आजम खां के साथ ही उनके बड़े बेटे अदीब आजम, छोटे बेटे अब्दु्ल्ला आजम, डा.तजीन फात्मा, चमरौआ से विधायक नसीर अहमद खां, जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम, मुख्ताक अहमद सिद्दीकी, निकहत अखलाक, जेड आर सिद्दीकी, फसी जैदी, सैयद गुलाम रिजवी, रहमत हुसैन जैदी, वसीम रिजवी, उबैद उल हक, मसूद खां गुड्डू के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिए थे। इस मामले की सुनवाई एमपीए-एमएल स्पेशल कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में चल रही है।

गुरुवार को इस मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान आरोपियों की ओर से पेश किए गए डिस्चार्ज प्रार्थना पत्र को कोर्ट ने खारिज कर दिया। साथ ही सभी 14 आरोपियों पर कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट ने मुकदमे के वादी को नोटिस जारी करते हुए गवाही के लिए तलब किया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 23 फरवरी को होगी। एपीओ नीरज तिवारी ने बताया कि आजम खां सीतापुर जेल से जबकि अब्दुल्ला आजम खां हरदोई जेल से और डा.तंजीन फात्मा रामपुर जेल से जुड़ीं। इस मामले में जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम का निधन हो चुका है।

एससी-एसटी कोटे के अंदर उपवर्ग बनाने के मुद्दे पर आदेश सुरक्षित; संविधान पीठ कर रही है सुनवाई

एससी-एसटी आरक्षण के भीतर उप-वर्गीकरण की वैधता से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया है। शीर्ष कोर्ट की सात न्यायधीशों की संविधान पीठ इस मुद्दे पर सुनवाई कर रही है। सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की सात सदस्यीय संविधान पीठ इस प्रश्न की जांच कर रही है कि क्या राज्य के पास एससी-एसटी कोटे के अंदर कोटा देने की वर्गीकृत शक्ति है। पीठ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के 2010 में आए एक फैसले के खिलाफ 23 याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।

कनाडा के चुनाव में भारत के दखल के आरोप पर विदेश मंत्रालय का जवाब, कहा- यह हमारी नीति नहीं

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद से ही भारत और कनाडा के रिश्ते में दरार आ गई थी। कनाडा के पीएम ट्रूडो ने कनाडाई संसद के भीतर भारत की खुफिया एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि निज्जर की मौत के पीछे भारतीय एजेंसी है। हालांकि भारत ने इस आरोपों को खारिज किया था और कनाडा से सबूत पेश करने की बात कही थी। लेकिन कनाडा लगातार भारत पर आरोप लगाता रहा है। इसी बीच, कनाडा ने चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप की बात कही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की भारत की नीति नहीं है।

लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप की हमारी नीति नहीं- जयसवाल
इन आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने प्रेसवार्ता में कहा कि हमने एक मीडिया रिपोर्ट देखी है, जिसमें कहा गया कि कनाडा के चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि हम इस तरह के आरोपों को खारिज करते हैं। भारत किसी भी लोकतांत्रित प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करता है, यह हमारी नीति नहीं है। कनाडा पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि कनाडा ही हमारे आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी कर रहा है। हमने लगातार उनके सामने इस मुद्दों के कई बार उठाया। उन्होंने कहा कि हम कनाडा से हमारी चिंताओं के समाधान का आग्रह करते हुए और उम्मीद करते हैं कि इस मुद्दों पर प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।

अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत पर जांच
अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि पांच छात्रों की मौत हुई है, पांच में से दो भारतीय छात्र थे और बाकी तीन भारतीय मूल के थे। रणधीर जयसवाल ने बताया कि भारतीय अमेरिकी नागरिक विवेक सैनी की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारी जांच कर रहे हैं। वहीं अन्य मामले में हम मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। हम भारतीय नागरिकों के मामलों में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।

विनय मोहन क्वात्रा का जापान दौरा
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने जापान के विदेश मंत्रालय में अपने समकक्षों के साथ उप मंत्रिस्तरीय संवाद और विदेश कार्यालय परामर्श के लिए 7-8 फरवरी 2024 को टोक्यो का दौरा किया। अपनी जापान यात्रा के दौरान विदेश सचिव ने जापान के विदेश मामलों के उप मंत्री मसाताका ओकानो के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की। इस वार्ता में राजनीतिक संबंधों, रक्षा और सुरक्षा, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकियों सहित भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के सभी क्षेत्रों की समीक्षा की गई। इस दौरान दोनों पक्ष संबंधों का दायरा और गहराई दोनों बढ़ाने पर सहमत हुए।

क्या पार्टी आपका प्रधानमंत्री बनना बर्दाश्त करेगी? देवगौड़ा ने कांग्रेस प्रमुख से पूछा सवाल

आगामी आम चुनाव से पहले सियासी दलों के एक-दूसरे पर हमले तेज हो गए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने गुरुवार को कांग्रेस की आलाकमान संस्कृति पर निशाना साधा। उन्होंने पार्टी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे से सवाल किया कि क्या उनकी पार्टी उनका देश का प्रधानमंत्री बनना बर्दाश्त करेगी।

देवगौड़ा राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के विदाई समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने खरगे की इस टिप्पणी पर आपत्ति जताई कि उन्होंने अपने जीवन के अंतिम चरण में अपना सियासी रास्ता बदल दिया। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका समर्थन भाजपा को कुछ कांग्रेस से बचाने के लिए था, जो इसे बर्बाद करना चाहते थे।

पूर्व प्रधानमंत्री ने खरगे की ईमानदारी और अपने सियासी करियर के दौरान दिए उन्हें दिए समर्थन को स्वीकार किया। लेकिन, उन्होंने 2019 में कांग्रेस-जेडी (एस) सरकार के पतन के लिए कुछ कांग्रेस नेताओं को दोषी ठहराया। जेडी (एस) का नेतृत्व एचडी कुमारस्वामी ने किया था। उन्होंने दावा किया कि उनके इस सुझाव के बावजूद कि खरगे को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनना चाहिए, कांग्रेस आलाकमान ने जोर दिया कि उनके बेटे कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री होना चाहिए। उन्होंने कहा, “तेरह महीनों के भीतर उन्हें (कुमारस्वामी) को किसने हटाया? वे खरगे नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता थे।”

देवगौड़ा ने आगे कहा, “मिस्टर खरगे, क्या आप इस देश के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं? क्या कांग्रेस इसे बर्दाश्त करेगी? कृपया मुझे बताएं। मैं कांग्रेस को जानता हूं।” उन्होंने कहा, “खरगे एक साफ-सुथरे व्यक्ति हैं, जिन्होंने करीब 35-40 वर्षों तक काम किया है। लेकिन क्या हुआ जब किसी ने प्रधानमंत्री बनने या नेता बनने के लिए आपका नाम लिया? उन्होंने आगे कहा कि वह कभी भी अपने निजी लाभ के लिए एक पार्टी से दूसरी पार्टी में नहीं गए हैं।”

देवगौड़ा ने कहा, “मैं अपनी पार्टी को बचाना चाहता हूं। जबकि, कुछ कांग्रेसी पार्टी को बर्बाद करना चाहते हैं। मैंने भाजपा को समर्थन देने का फैसला लिया है। यही एकमात्र वजह है।” उन्होंने खरगे की ओर मुड़ते हुए कहा कि यह निजी लाभ के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिखाया गया प्रेम और स्नेह ही एकमात्र ऐसी चीज है, जो मुझे प्रधानमंत्री से निजी लाभ के रूप में मिली है।

उन्होंने आगे कहा, “मैंने अपने बेटे कुमारस्वामी को भाजपा के साथ जाने को कहा था। उस दिन मैंने उनसे कहा था कि कांग्रेस आपको आगे नहीं बढ़ने देगी।” उन्होंने यह भी दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी कांग्रेस के उन शीर्ष नेताओं की गलती के लिए रोए थे। देवगौड़ा ने कहा, “एक व्यक्ति जिसने इस देश पर दस वर्षों तक शासन किया। जिसने देश को कर्ज के जाल से बचाया। जिसने पूरी ईमानदारी से देश सेवा की। वह उस स्थिति में रोया जब लोकसभा में 2जी स्पेक्ट्रम पर चर्चा हो रही थी।”

प्रधानमंत्री मोदी की जाति को लेकर राहुल के बयान पर BJP का पलटवार, कहा- 1999 से ही OBC में अधिसूचित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते बुधवार राज्यसभा में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में विकास धीमा हुआ था, लेकिन हमने रफ्तार को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पिछड़े वर्गों के लोगों को आगे बढ़ाना ही नहीं चाहती है। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए किया और कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने खुद की जाति को ओबीसी में शामिल किया था। वायनाड सांसद के दावे में कितनी सच्चाई है, आइए जानते हैं।

पीएम मोदी जन्म से पिछड़ी जाति से नहीं- राहुल गांधी
सबसे पहले यह जानते हैं कि राहुल गांधी ने अपने बयान में क्या कहा था। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि ‘पीएम मोदी जन्म से पिछड़ी जाति से नहीं हैं। वे गुजरात की ‘तेली’ जाति में पैदा हुए थे। उस समुदाय को साल 2000 में भाजपा ने ओबीसी में शामिल किया। वे (पीएम मोदी) सामान्य वर्ग में पैदा हुए थे। वे कभी भी जातिगत जनगणना को नहीं कराएंगे क्योंकि वे ओबीसी में पैदा नहीं हुए थे। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी खुद को ओबीसी बताकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

सीएम बनने से पहले ही ओबीसी में शामिल थी जाति- भाजपा
पीएम मोदी की जाति को लेकर दिए गए राहुल गांधी के बयान को भाजपा ने खारिज कर दिया है। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी लोगों के बीच भ्रम और झूठ फैला रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए अपनी जाति को गुजरात में अन्य पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल नहीं किया था। भाजपा आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि राहुल गांधी झूठ बोलते हैं। पीएम मोदी की जाति को उनके गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से दो साल पहले 27 अक्तूबर, 1999 को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया गया था। भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक पूरा नेहरू-गांधी परिवार ओबीसी के खिलाफ रहा है।

‘इनसैट-3डीएस’ उपग्रह श्रीहरिकोटा से उड़ान भरने को तैयार, 17 फरवरी की शाम प्रक्षेपण, जानें सब कुछ

इसरो ने श्रीहरिकोटा लॉन्चिंग क्षेत्र पर ‘इनसैट-3डीएस’ को तैनात कर दिया है। 17 फरवरी को शाम 5:30 बजे इस उपग्रह को प्रक्षेपित किया जाएगा। गौरतलब है कि इस उद्देश्य मौसम विज्ञान और आपदा चेतवानी की जानकारी उपलब्ध कराना है। यह पूरी तरह से पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है। दूसरी ओर, भारत के अंतरिक्ष नियामक इन-स्पेस ने गुरुवार को कहा कि अगले 14 महीनों में करीब 30 उपग्रहों के प्रक्षेपण की तैयारी चल रही है। इसमें सात मिशन गगनयान से जुड़े होंगे।

इसरो के नए रॉकेट एसएसएलवी (स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) के अलावा वारहार्स पीएसएलवी को भी लॉन्च किया जाएगा, जिसे एक उद्योग संघ ने विकसित किया है। अंतरिक्ष नियामक ने 2023 की अंतिम तिमाही से लेकर अगले वित्त वर्ष तक प्रस्तावित योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सात स्पेस लॉन्च निजी स्टार्टअप स्काईरूट और अग्निकुल की तरफ से किए जाएंगे।

पूर्वानुमानों को सटीक बनाने पर जोर
चेन्नई स्थित अग्निकुल कॉसमॉस अगले दो महीनों के भीतर अपना पहला 3-डी प्रिंटेड रॉकेट अग्निबाण-एसओआरटीईडी लॉन्च करने वाला है। अग्निबाण रॉकेट की पहली उड़ान एक उप-कक्षीय मिशन होगी। इसी वित्तीय वर्ष में होने वाले अन्य प्रक्षेपणों में जीएसएलवी-एफ14 को लॉन्च करना भी शामिल है जिसके जरिये इनसैट-3डीएस उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया जाएगा। जीएसएलवी-एफ14 से मौसम पूर्वानुमान, आपदा प्रबंधन और संबंधित मौसम संबंधी सेवाओं से जुड़े पूर्वानुमानों को और अधिक सटीक बनाया जा सकेगा। वहीं, विकास क्रम में एसएसएलवी की तीसरी उड़ान भी मार्च तक होने की उम्मीद है जिसमें इसरो के एक प्राथमिक उपग्रह और दो अन्य पेलोड, स्पेस रिक्शा और आआईटीएमसैट को भेजा जाएगा।

‘विक्रम’ के अगले वर्ष लॉन्च की उम्मीद
अगले वर्ष एयरोस्पेस की तरफ से स्वदेश निर्मित रॉकेट विक्रम 1-1 के चार लॉन्च की भी उम्मीद है, जबकि अग्निकुल कॉसमॉस ने अग्निबाण के दो लॉन्च की योजना बनाई है। 2024-25 में इसरो की पीएसएलवी और जीएसएलवी के तीन-तीन मिशन और परीक्षण वाहन सहित गगनयान परियोजना से जुड़े सात लॉन्च की तैयारी है। इसरो की वाणिज्यिक शाखा, न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड द्वारा पीएसएलवी के चार प्रक्षेपण, एक एलवीएम-3 मिशन और एसएसएलवी के दो प्रक्षेपण किए जाने की उम्मीद है।

भारत की बेटियों का सऊदी अरब में परचम, देश की मेजबानी कर रहीं तीन महिला सैन्य अधिकारी

सऊदी अरब के रियाद में पांच दिवसीय ‘वर्ल्ड डिफेंस शो’ आयोजित किया गया है। इसमें भारत की बेटियां अपना परचम लहरा रही हैं। स्क्वाड्रन लीडर भावना कांत, कर्नल पोनुंग डोमिंग और लेफ्टिनेंट कमांडर अन्नू प्रकाश उन सैन्य अधिकारियों में शामिल हैं, जो इस भव्य आयोजन में देश की मेजबानी कर रही हैं। ‘वर्ल्ड डिफेंस शो’ का शुभारंभ चार जनवरी को हुआ था। इसमें रक्षा क्षेत्र में इस्तेमाल की जा रही नवीनतम तकनीक का प्रदर्शन किया जा रहा है। डिफेंस शो में कई रक्षा कंपनियां भाग ले रही हैं। इसलिए, यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम कर रहा है।

वहीं, रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ‘वर्ल्ड डिफेंस शो’ में इन तीन असाधारण अधिकारियों की भागीदारी रक्षा क्षेत्र में भारतीय महिलाओं की बढ़ती भूमिका का प्रमाण है। एक दिन पहले लड़ाकू पायलट भावना कांत ने पैनलिस्ट के रूप में एक सेमिनार में भाग लिया। इस सेमिनार का विषय ‘रक्षा में अंतरराष्ट्रीय महिलाएं- समावेशी भविष्य में निवेश’ (इंटरनेशनल वीमेन इन डिफेंस- इंवेस्टिंग इन एन इनक्लूसिव फ्चूचर) रखा गया था। इस सेमिनार की मेजबानी अमेरिका में सऊदी अरब की राजदूत प्रिंसेस रीमा बिंत बंदर अल-सऊद ने की। स्क्वाड्रन लीडर भावना कांत 2021 के गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेने वाली देश की पहली महिला लड़ाकू पायलट हैं।

वही, कर्नल डोमिंग पोनुंग उत्तरी क्षेत्र में पंद्रह हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर बॉर्डर टास्क फोर्स की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। उन्होंने बीस साल से ज्यादा की सेवा में कई बार पहला स्थान हासिल किया है। एक इंजीनियरिंग अधिकारी होने के नाते वह कई चुनौतीपूर्ण कार्यों में आगे रही हैं।

इसके अलावा, नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर अन्नू प्रकाश भी इस डिफेंस शो में भारत की मेजबानी कर रहीं हैं। उन्होंने समुद्री सुरक्षा और संचालन में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने भारत की की विशाल तटरेखा की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को सुनिश्चित करने में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला।

15 दिन में रामलला को एक करोड़ का चढ़ावा; रामभक्तों ने दिल खोल किया दान, इतना सोना-चांदी भी चढ़ाया

रामभक्त रामलला के दरबार में दिल खोलकर दान कर रहे हैं। 23 जनवरी से लगातार भक्त उमड़ रहे हैं। राम मंदिर में बालक राम के सामने रखे छह दानपात्रों (हुंडी) में चढ़ावे की धनराशि की गिनती रविवार को रात आरती के बाद शुरू की गई, जो रात दो बजे तक चली।
एक पखवाड़े यानी 15 दिन में भक्तों ने रामलला को एक करोड़ का चढ़ावा अर्पित किया है। रामलला के दानपात्र से बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण भी मिले हैं। मंदिर खुलने के बाद पिछले 15 दिनों में रामलला के दरबार में 30 लाख से अधिक भक्त पहुंच चुके हैं। रोजाना औसतन दो लाख भक्त रामलला के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं।

भक्त यहां आकर बालक राम के प्रति आस्था समर्पित कर रहे हैं। कोई धन अर्पित कर रहा है, कोई सोना-चांदी। भारी भीड़ के चलते रामलला के दरबार में रखे दानपात्रों में दान राशि की गिनती के लिए नहीं खोला गया था। इस दौरान चढ़ावा दानपात्रों में जमा होता रहा, जिसमें बड़ी संख्या में आभूषण आदि भी पाए गए। करीब एक करोड़ से ज्यादा का चढ़ावा राशि दानपात्रों में मिली।

रविवार की रात भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारियों समेत 15 सदस्यीय टीम ने सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में छह दानपात्रों को खोलवा कर जमा सामानों को सुरक्षित रखवाया। उसके बाद इसमें जमा धनराशि की गिनती शुरू हुई। चढ़ावा राशि और भेंट के सामानों को मंदिर परिसर के काउंटिंग रूम में बने चेस्ट में रखवा दिया गया है।

तीन गुना बढ़ा दानपात्र का चढ़ावा
राममंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि अस्थायी मंदिर में रामलला के दान पात्र में 40 से 50 लाख महीने का चढ़ावा आता था। नए मंदिर में यह चढ़ावा तीन गुना बढ़ गया है। पिछले 15 दिनों में ही एक करोड़ का चढ़ावा दान पात्र से प्राप्त हुआ है। हर 15 दिन पर दानपात्र के चढ़ावे की गिनती की जाती है।

विभिन्न माध्यमों से मिला 15 करोड़ का दान
प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर खुलने के बाद एक पखवाड़े में विभिन्न माध्यमों से करीब 15 करोड़ का दान प्राप्त हो चुका है। राममंदिर परिसर में दस दान काउंटर बनाए गए हैं। इसके अलावा मंदिर के गर्भगृह में जहां बालक राम विराजमान हैं, उनके सामने दर्शन मार्ग के पास छह बड़े आकार के दान पात्र रखे हैं।श्रद्धालु सीधे प्रभु को चढ़ावा अर्पित कर रहे हैं। मंदिर परिसर में स्थापित किए गए दस दान काउंटर पर ट्रस्ट के कर्मचारी नियुक्त हैं। दान करने पर उसकी रसीद भी दी जाती है। दान का लेखा-जोखा रोजाना शाम को ट्रस्ट कार्यालय में जमा किया जाता है।

  • इस तरह निधि अर्पित कर रहे भक्त
  • 22 जनवरी-3.17 करोड़
  • 23 जनवरी-2.90 करोड़
  • 24 जनवरी- 2.43 करोड़
  • 25 जनवरी- 12.50 लाख
  • 26 जनवरी- 1.15 करोड़
  • 27 जनवरी- 31 लाख
  • 28 जनवरी- 34.25 लाख
  • 29 जनवरी-32.50 लाख
  • 30 जनवरी-29.15 लाख
  • 31 जनवरी- 54.42 लाख
  • 01 फरवरी- 14.00 लाख
  • 02 फरवरी- 08.25 लाख
  • 03 फरवरी-10.14 लाख
  • 04 फरवरी-22.35 लाख
  • 05 फरवरी-20.17 लाख
  • 06 फरवरी-40. 24 लाख