Friday , October 25 2024

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दिल्ली-एनसीआर में बारिश से बढ़ी ठिठुरन, आज तेज हवा से बढ़ेगी परेशानी; यलो अलर्ट जारी

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में बारिश के चलते एक बार फिर ठंड बढ़ गई है। जहां एक तरफ पहाड़ी इलाकों में एक तरफ बर्फबारी हो रही है तो दूसरी तरफ मैदानी इलाकों में बारिश के साथ ठंड ने फिर वापसी की। दिल्ली-एनसीआर में रविवार की सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई।

मौसमी बदलाव के कारण रविवार को बारिश व तेज हवा चलने का अनुमान मौसम विभाग ने कल ही जताया था। कल ही यलो अलर्ट जारी किया था। विभाग के मुताबिक आज इससे अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। वहीं, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खराब मौसम के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हुआ।

प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है।दिल्ली का पालम इलाका शनिवार को सबसे ठंडा रहा। यहां का अधिकतम तापमान सबसे कम 21.3 डिग्री रहा। सुबह के समय कोहरा छाया रहा। सुबह 10 बजे के बाद मौसम कुछ साफ हुआ और दोपहर बाद अच्छी धूप खिली। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को अधिकांश इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। नौ फरवरी तक सुबह के समय कोहरा छाया रह सकता है।

दो मंजिला मकान में लगी आग, मची अफरातफरी, फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची पर हो गई खराब; सामान जलकर राख

तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन में ज्ञान गुदड़ी इलाके के दो मंजिला मकान में रविवार सुबह आग लग गई। इससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। आग देख आसपास के लोग एकत्र हो गए। उन्होंने फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी। जब तक आग पर काबू पाया जाता मकान में रखा कीमती सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित अनिल गुप्ता ने बताया कि वह परिवार के साथ मकान के दूसरे माले पर रहते हैं। रविवार सुबह अचानक अज्ञात कारणों से आग लग गई। गनीमत रही कि घटना के समय परिवार के सभी सदस्य नीचे थे। तत्काल मामले की जानकारी थाना पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम को दी गई।

मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका
मौके पर एक फायर टेंडर की गाड़ी पहुंची। उसमें कुछ तकनीकी खराबी आ गई। इसके चलते आग पर पानी की बौछार नहीं हो सकी। मथुरा फायर स्टेशन से तत्काल दूसरी गाड़ी को रवाना किया गया। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। मुख्य अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आग लगने के प्रकरण में जांच की जा रही है।

पूर्व मंगेतर तुमसे अच्छा था… साहिबा के ऐसा कहते ही पति ने पेचकस से किए ताबड़तोड़ वार, दी खौफनाक मौत

उत्तर प्रदेश के शामली में पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। आरोपी कोई और नहीं बल्कि साहिबा का पति सुल्तान ही निकला, जिसने पुलिस के सामने अपहरण कर फिरौती मांगने के बाद पत्नी की हत्या का ड्रामा रचा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।

पुलिस पूछताछ में जब आरोपी पति ने पत्नी की हत्या का जुर्म कबूल किया तो हर कोई हैरान रह गया। जिसमें उसने बताया कि दूसरी पत्नी की पूर्व में जिस युवक से की सगाई गई थी, वह बार-बार उसकी तारीफ कर रही थी। इसी से क्षुब्ध होकर शामली जनपद के कांधला थानाक्षेत्र निवासी सुल्तान ने अपनी दूसरी पत्नी साहिबा की पेचकस से गोदकर ओर गला दबाकर हत्या कर डाली। यह खुलासा कांधला के सुल्तान ने पुलिस पूछताछ में किया।

शामली के कांधला निवासी सुल्तान ने पुलिस पूछताछ में हत्या की पूरी वारदात का राज खोल दिया। उसने बताया कि पत्नी की हत्या कर वह समझ नहीं पा रहा था कि क्या करे। इसके बाद उसने पुलिस के सामने अपहरण कर फिरौती मांगने के बाद पत्नी की हत्या का ड्रामा रचा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

एएसपी संतोष कुमार ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि 2 फरवरी की रात में कांधला के खैल मोहल्ला में रहने वाली साहिबा की हत्या के संबंध में सूचना मिली थी। साहिबा का शव ईख के खेत में पड़ा मिला था। साहिबा के पति सुल्तान का आरोप था कि वह पत्नी साहिबा को कैराना अपनी ससुराल से लेकर वापस लौट रहा था।

पति ने बताया कि बीच रास्ते में पहली पत्नी के परिवार के चार सदस्य मिले और उससे एक लाख रुपये जेवरात की मांग की। पत्नी को अपने पास ही अपहरण कर रख लिया। वह पुलिस को लेकर घटना स्थल पर पहुुंचा तो पत्नी की हत्या की हुई थी। पहली पत्नी के चार परिवार के सदस्यों पर हत्या का आरोप लगाया था। एएसपी संतोष कुमार ने बताया कि जांच में सामने आया कि पति सुल्तान ने ही साहिबा की पेचकस से वार कर और गला दबाकर हत्या की और उसके अपहरण कर हत्या का ड्रामा रचा।

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दूसरी पत्नी साहिबा उसे अक्सर कहती थी कि उसकी सगाई तीन साल पूर्व जिस युवक से हुई थी वह तुमसे कहीं अच्छा था और परिजनों ने तुमसे शादी कर मेरा जीवन बर्बाद कर दिया। इसी बात को लेकर मुझे गुस्सा आ गया और मैंने ससुराल से लौटते समय पत्नी की हत्या कर दी।

एक माह पूर्व ही की थी शादी
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने एक माह पूर्व ही साहिबा से शादी की थी। पूर्व पत्नी से सुल्तान का पिछले कुछ समय से विवाद चला रा है। आरेापी ने कहा कि उसने हत्या में पेचकस का प्रयोग इसलिए किया, ताकि पुलिस को लगे कि गोली मारकर किसी अन्य ने हत्या की है।

कांग्रेस को झटका, पूर्व विधायक चिराग पाटिल ने थामा भाजपा का दामन; गुजरात BJP प्रमुख ने दिलाई सदस्यता

कांग्रेस के पूर्व विधायक चिराग पटेल रविवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। चिराग पटेल आणंद जिले की खंभात सीट से पहली बार विधायक बने थे। उन्होंने पिछले साल 14 दिसंबर को राज्य की विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। तब उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की कार्यशैली पर निराशा जताई थी और पार्टी की राज्य इकाई में गुटबाजी का आरोप लगाया था।

पटेल ने दिसंबर 2022 में राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मयूर रावल को चार हजार के मामूली अंतर से हराया था। चिराग पटेल आज खंभात में एक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए। गुजरात भाजपा प्रमुख और सांसद सीआर पाटिल ने चिराग को पार्टी में कराया। इस दौरान सीआर पाटिल ने संकेत दिया कि चिराग खंभात सीट से उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार हो सकते हैं। यह सीट उनके इस्तीफे के बाद खाली हो गई थी।

इससे पहले, दिन में बोरसद विधानसभा क्षेत्र के सरपंच और बूथ स्तर के कार्यकर्तां सहित करीब ढाई हजार कांग्रेस कार्यकर्ता बोरसद आनंद जिले में भाजपा में शामिल हुए। चिराग पटेल ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने देश व राज्य को समृद्ध और एकजुट करने के लिए काम किया है। इससे प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा में आने का फैसला किया। उन्होंने सीआरपाटिल से खंभात के विकास पर खास ध्यान देने का भी आग्रह किया। उन्होंने जलापूर्ति की समस्या का समाधान करने के लिए भाजपा नेतृत्व और विधानसभा सीट के छप्पन गांवों के लिए 160 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी देने के लिए सरकार का आभार जताया।

कठघरे में भाजपा MLA गायकवाड़, ठाकरे बोले- गैंगवार जैसे हालात; SC-ST कानून के तहत केस दर्ज

महाराष्ट्र में सत्ताधारी दल- शिवसेना के एक नेता पर गोली चलाने की घटना में भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ को गिरफ्तार किया गया है। विपक्षी खेमे- शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने प्रदेश की सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। आदित्य का आरोप है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेत-त्व में महाराष्ट्र में गैंगवार जैसे हालात हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में एक गिरोह युद्ध छिड़ गया है। तीसरा गिरोह 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले में डूबा हुआ है। इसलिए उसके पास सिर उठाने का समय नहीं है।

इससे पहले ठाणे जिले में एक पुलिस स्टेशन के भीतर एक स्थानीय शिवसेना नेता पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार विधायक गणपत गायकवाड़ को शनिवार को 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें गणपत गायकवाड़ और दो अन्य को शाम को उल्हासनगर में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया था।

शिवसेना नेता और एक अन्य व्यक्ति को गोली मारकर घायल करने के आरोपी भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार (रोकथाम) कानून (SC-ST Act) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि एक ग्रामीण की शिकायत पर महिला से दुर्व्यवहार के आरोप में भाजपा विधायक पर एससी-एसटी कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

आस्था स्पेशल ट्रेन के पहुंचते ही लगे जय श्रीराम के नारे, अयोध्या धाम जाना हुआ आसान

श्रीराम के दर्शन के लिए बिहार के कटिहार से 1400 श्रद्धालुओं को लेकर पहली आस्था स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को गोरखपुर के रास्ते अयोध्या गई। सुबह साढ़े सात बजे गोरखपुर स्टेशन पर इस ट्रेन के पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगने लगे। यहां से 20 श्रद्धालु अयोध्या गए।

अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से श्रद्धालुओं का अयोध्या धाम जाना लगा हुआ है। वहां जुटने वाली भीड़ को देखते हुए रेलवे ने भी हर जोन से आस्था स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को कटिहार से अयोध्या के लिए चली ट्रेन सुबह 7.30 बजे गोरखपुर स्टेशन पर पहुंची। सुरक्षा कारणों से ट्रेन के समय को सार्वजनिक नहीं किया गया था।

गोरखपुर से जाने वाले 20 श्रद्धालुओं को सुबह 5 बजे ही प्लेटफार्म नंबर दो स्थित एसी लाउंज में लाकर बैठाया गया था। ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगने लगे। करीब 15 मिनट बाद ट्रेन को अयोध्या के लिए रवाना किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए नाश्ता-पानी भी लोड किया गया।

शादी के बाद माता-पिता से अलग रहने के हैं फायदे, जानिए दूरी क्यों होती है जरूरी

करियर के चलते परिवार से दूर रहना या फिर शादी के बाद निजता की वजह से परिवार से अलग रहना कई युवाओं की पसंद हो सकती है तो कइयों की मजबूरी। ऐसे में असल वजह को जानने की जरूरत है। राहुल और रीमा कई वर्षों से दोस्त हैं। ये दोस्ती अब बहुत आगे बढ़ चुकी है और एक रिश्ते में बदलने वाली है, जो कि है शादी। दोनों के माता-पिता भी इसके लिए सहमत हैं, लेकिन राहुल थोड़ा तनाव में है। वह अपने मन की बात रीमा को बताना चाहता है, मगर हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। इसका कारण है रीमा का शादी के बाद राहुल के माता-पिता से अलग रहने का प्लान! राहुल अपने माता-पिता से बहुत प्यार करता है। इकलौता है तो उसके माता-पिता भी चाहते हैं कि शादी के बाद राहुल उनके साथ ही रहे। उसकी मां तो कई बार अपनी इच्छा जाहिर कर चुकी हैं कि उसको अपने से अलग नहीं रहने देंगी और यही राहुल की चिंता या कहें, समस्या का कारण है।

उधर, कपिल और कविता की शादी को बमुश्किल साल भर भी नहीं हुआ है कि रिश्ता टूटने के कगार पर है। कविता और उसकी सास में बन नहीं रही और रोज-रोज कलह होती है। हालांकि कविता ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की कि कपिल के माता-पिता के साथ उसका रिश्ता अच्छा रहे और घर में सब मिल-जुलकर रहें, लेकिन उसकी लाख कोशिशों के बाद भी ऐसा नहीं हो सका। कपिल बीच में फंसा महसूस करता है। अब स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि कविता ने कपिल को अल्टीमेटम दे दिया है कि उसे अलग रहना है। हालांकि दोनों मामले अलग हैं और दोष किसी का भी नहीं है, लेकिन यह अधिकतर परिवारों की कहानी हो सकती है। कहीं यह परिस्थितिवश पैदा हो जाती है और कहीं ऐसी परिस्थितियां पैदा की जाती हैं। अब अगर ऐसा होता है तो क्यों होता है और उसको सही कैसे किया जाए, यह भी जानना जरूरी हो जाता है।

परिवार और करियर पर पश्चिमी और भारतीय कॉन्सेप्ट

पश्चिम की तरफ देखें तो वहां घर-परिवार तथा करियर का कॉन्सेप्ट अलग है और हमारे यहां की अवधारणा एवं संस्कार अलग। पश्चिम में युवा करियर के साथ ही अपने माता-पिता से अलग होकर उसी शहर में या दूर रहते हैं। माता-पिता को भी कोई आपत्ति या परेशानी नहीं होती है। युवाओं में भी एक धारणा होती है कि एक ही घर में, एक ही छत के नीचे रहेंगे तो उन्हें वह निजता और आजादी नहीं मिल सकेगी, जो उन्हें अलग घर में रहने पर मिलेगी। माता-पिता भी बच्चों को करियर और निजी जीवन को अपने तरीके से जीने की आजादी देते हैं। इसलिए वहां पारिवारिक विवाद या रिश्तों में असहमतियों की गुंजाइश कम होती है, लेकिन हमारे यहां इसके एकदम उलट है।

उलट इसलिए कि बच्चा जब युवा होता है, पढ़ाई-लिखाई के बाद जब उसकी नौकरी लगती है तो माता-पिता शादी के लिए दबाव बनाते हैं और शादी होने के बाद ही मान लिया जाता है कि जो लड़की घर में आएगी, वह परिवार की देखभाल करेगी और इसी घर में रहेगी। वह घर छोड़कर तभी जाएगी, जब लड़के के माता-पिता से अनबन हो जाए। लेकिन समय तेजी से बदल रहा है। अब भारतीय युवा भी पारिवारिक रजामंदी से अपने माता-पिता से अलग रहने लगे हैं। यहां तक कि कुछ माता-पिता भी अब बच्चों को अपने से अलग रहने की इजाजत देते हैं। इजाजत ही नहीं देते, बल्कि उनकी हर तरह से सहायता भी करते हैं।

मजबूरी में नहीं हंसी-खुशी लें अलग रहने का फैसला

महानगरों में कई माता-पिता बच्चों को अपनी ही सोसाइटी या आस-पास ही अलग घर दिला देते हैं, ताकि बच्चे मनमर्जी से रह सकें और उन पर कोई बंदिश या निजता की समस्या न हो। माता-पिता भी खुश और बच्चे भी खुश! लेकिन ऐसा बहुत कम है, अधिकतर मामलों में तो पारिवारिक अनबन, निजता, आजादी, घर के खर्चे और सामाजिकता आदि मुद्दे ही आधार होते हैं। दरअसल, माता-पिता से अलग रहने का फैसला कहीं हंसी-खुशी से होता है तो कहीं मजबूरीवश। जहां यह फैसला हंसी-खुशी से होता है, वहां इसके कई फायदे हैं और जहां

मजबूरीवश होता है, वहां कई तरह के नुकसान!

एक-दो कमरे का फ्लैट और उसमें शादी के बाद सास-ससुर के साथ रहना है। अपने लिए स्पेस तलाशना, मनचाहे कपड़े पहनना, दोस्तों का आना-जाना, सब कुछ सहज और आसान नहीं। सास-ससुर की तरफ से कोई बंदिश न होते हुए भी कई तरह की बंदिशें और औपचारिकताएं निभानी पड़ती हैं। उस पर माता-पिता के नियम-कायदे भी बीच-बीच में अपनी भूमिका निभाते हैं। अब इन सबमें तालमेल बिठा लिया तो ठीक, नहीं तो धीरे-धीरे यही मनमुटाव का कारण बन जाते हैं। लेकिन अगर लड़के-लड़की, दोनों जॉब करते हैं और माता-पिता भी शारीरिक एवं आर्थिक रूप से स्वस्थ-संपन्न हैं तो अलग रहने में कोई बुराई नहीं।

परिवार में अपने लिए स्पेस बनाएं

आजकल डिजिटल मीडिया ने दूरियों को समेटकर डिवाइस तक सीमित कर दिया है। फिर अगर उसी शहर या सोसाइटी में बच्चे हंसी-खुशी से रहते हैं तो नुकसान किस बात का? एक तरह से यह व्यक्तिगत सोच और जरूरत का मुद्दा है और इसी नजरिये से इस पर सोचने की जरूरत है। आखिर पक्षियों के बच्चे जब बड़े हो जाते हैं और उड़ना, दाना चुगना सीख जाते हैं तो वे भी अपना नया घोंसला बना लेते हैं। तब इंसान तो इंसान है, उसे तो सुख-दुख, रिश्ते-नातों का अनुभव है। इसलिए कब किसको जरूरत है, उसी हिसाब से निर्णय लेना चाहिए।

हां, आपको यहां तक पहुंचने में माता-पिता ने अपना जो कुछ लगाया है, वे आगे भी आपकी खुशी के लिए सब कुछ करेंगे। यदि उनको आपके साथ की जरूरत है तो संतुलन बनाए रखने की जिम्मेदारी भी आप दोनों की है। हंसते-मुस्कराते अपने लिए भी स्पेस बनाएं और जिनको जरूरत है, उन्हें भी स्पेस दें, फिर खुशियों को कौन रोक सकता है!

सबसे पहले उनसे मदद मांगे

कंसल्टेंट साइकोलॉजिस्ट साक्षी गुप्ता कहती हैं, शादी या करियर के लिए माता-पिता से दूर रहने का मतलब उनके प्रति लगाव कम होना नहीं है। दूर रहकर भी पारिवारिक रिश्ते मजबूत बने रह सकते हैं। युवा करियर के साथ ही पारिवारिक संबंधों को फोन कॉल, वीडियो चैट या संभव हो तो मुलाकात के माध्यम से मजबूत बनाए रख सकते हैं। माता-पिता और अपनी प्राथमिकताओं में संतुलन बनाएं। जब भी जरूरत पड़े, सबसे पहले माता-पिता से सलाह मांगें। कॅरिअर या निजी जीवन से संबंधित उपलब्धियों को साझा करें। ऐसा जीवन-साथी चुनें, जो परिवार को महत्व देता हो। माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त करने से भी संबंध मजबूत होते हैं, भले ही आप दूर क्यों न हों।

हर रिश्ते में सही संतुलन

समाजशास्त्री डॉ. सृष्टि की कहती हैं, एक ही शहर में माता-पिता से अलग रहना कोई बुरी बात नहीं है। इससे बच्चों को अपना स्पेस मिलता है और स्वतंत्रता भी, जो अंततः संबंधों में विषाक्तता से मुक्त स्वस्थ सामाजिक संबंधों के निर्माण के लिए आज की आवश्यकता है। बुढ़ापा जीवन का एक संवेदनशील चरण है, जो भावनात्मक और शारीरिक रूप से माता-पिता में अपनेपन की भावना पैदा करता है। लेकिन दोनों पक्ष आपसी सहमति से अलग रहना चाहते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं। याद रखें, करियर की सफलता और पारिवारिक संबंध एक रह सकते हैं। यह युवाओं पर निर्भर है कि वे ऐसा संतुलन-समाधान ढूंढें, जो उनके लिए सही हो।

मनाना है प्यार का सप्ताह, वैलेंटाइन वीक के हर दिन पार्टनर संग इन जगहों की करें सैर

फरवरी महीना आते ही प्यार सर्द हवाओं में खुलने लगता है। आशिकों को फरवरी महीने का बेसब्री से इंतजार होता है। प्यार करने वालों के लिए यह महीना किसी त्योहारी महीने से कम नहीं होता। फरवरी में वैलेंटाइन सप्ताह मनाया जाता है। 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे होता है, जो हर कपल के लिए किसी महत्वपूर्ण त्योहार की तरह होता है। वहीं वैलेंटाइन डे से 6 दिन पहले से ही हर दिन प्यार का खुमार चढ़ना शुरू हो जाता है। आशिकों को उत्सव 7 फरवरी से शुरू होता है, जो 14 फरवरी तक मनाया जाता है। हर दिन कोई न कोई खास लवर्स डे होता है, जैसे रोज डे, प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडी डे, हग डे, प्रॉमिस डे और किस डे। वैलेंटाइन सप्ताह को यादगार तरीके से मनाने के लिए अपने साथी या दोस्तों संग घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां सात दिन के लिए सात रोमांटिक जगहें बताई जा रही हैं, जहां आप वैलेंटाइन वीक के हर खास दिन को एन्जॉय कर सकती हैं

रोज डे

7 फरवरी को रोज डे है। गुलाब के फूल को प्यार का प्रतीक कह सकते हैं या उसे जाहिर करने का एक खूबसूरत जरिया। रोज डे पर दिल्ली के अमृत उद्यान, जिसे मुगल गार्डन भी कहते हैं, घूमने जा सकते हैं। इस बगीचे में गुलाब की 150 से ज्यादा वैरायटी मिल जाएंगी। यह भारत के सबसे शानदार गार्डन में से एक है। इसके अलावा श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन, बेंगलुरु के बाॅटनिकल गार्डन, चंडीगढ़ के जाकिर हुसैन रोज गार्डन घूमने भी जा सकते हैं

प्रपोज डे

8 फरवरी को प्रपोज डे है। इस दिन लोग अपने प्रिय से प्यार का इजहार करते हैं। प्यार का इजहार करने के लिए रोमांटिक और कुछ कम भीड़ भाड़ वाली जगह का चयन करना चाहिए। किसी रूफटॉप कैफे, पार्क, झील में बोटिंग के दौरान पार्टनर से दिल की बात कह सकते हैं। इसके अलावा घूमने जाना चाहते हैं तो श्रीनगर में खुली वादियों, पहाड़ों और झील के किनारे प्रपोज डे मनाएं। इस मौसम में जैसलमेर और मुन्नार भी जा सकते हैं।

चॉकलेट डे

चाॅकलेट डे मनाने के लिए तमिलनाडु का ऊटी हिल स्टेशन सबसे बेहतरीन जगहों में से है। यहां स्वादिष्ट होममेड चॉकलेट मिलती हैं। हर तरह की चॉकलेट जैसे, डार्क, मिल्क आपको यहां हर बेकरी में मिल जाएंगी।
इसके अलावा कुर्ग, मुन्नार, पुडुचेरी, अराकु वैली भी चॉकलेट पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर विकल्प हैं।

टेडी डे

10 फरवरी को टेडी डे मनाया जाता है। इस मौके पर पार्टनर के साथ किसी माॅल या सॉफ्ट टॉय की दुकान पर जा सकते हैं और मनपसंद टेडी साथी को गिफ्ट कर सकते हैं। वैसे टेडी के शेप और रंग से भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। इसलिए पार्टनर को ऐसा टेडी दें, जो आपकी फीलिंग उन तक बिना कहे इशारों में पहुंचा दे।

प्रॉमिस डे

प्यार के इम्तिहान के खास दिनों में से एक प्रॉमिस डे है। यह दिन अपने पार्टनर से वादा करने का है। इस मौके पर आप किसी शांत और सुंदर जगह पर जा सकते हैं। शिमला, मसूरी या ऋषिकेश में पार्टनर के साथ वक्त बिताएं और हमेशा साथ देने का वादा करते हुए प्यार भरी बातें कहें।

हग डे

12 फरवरी को हग डे पर प्यार की झप्पी के जरिए दिल की बात कही जाती है। गले लगाकर अपने प्रिय को दिल की धड़कने सुनाएं। गोवा में बीच पर सूर्यास्त के समय कपल हग डे सेलिब्रेट कर सकते हैं। किसी ऐसी जगह का चयन करें जो बेहद रोमांटिक हो।

किस डे

13 फरवरी को किस डे मनाते हैं। किस डे यानी स्पर्श के जरिए प्यार करने वाले दिल की बात एक दूसरे तक पहुंचाते हैं। किस डे के मौके पर पार्टनर संग सोलांग वैली, ओली, आगरा के ताजमहल को देखने जा सकते हैं।

वैलेंटाइन डे

वैलेंटाइन डे आशिकों के इम्तिहान का आखिरी दिन यानी परीक्षा के परिणाम का दिन होता है। वैलेंटाइन डे को सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो साथी के साथ मनाली, उदयपुर, लक्षद्वीप और कश्मीर जा सकते हैं।

वैलेंटाइन डे के दिन चाहिए ग्लोइंग त्वचा तो घर पर बनें इस उबटन का करें इस्तेमाल

आपने अक्सर लोगों को ये कहते सुना होगा कि, किसी और से प्यार करने से पहले खुद से प्यार जरूर करें। इसके लिए आपको बस अपनी त्वचा का खास तौर पर ध्यान रखना है। अब जब वैलेंटाइन भी पास आ रहा है, और आप अपने पार्टनर के साथ कही जाने का प्लान कर रही हैं, तो इसके लिए खुद को पहले तैयार जरूर करें। हर कोई ये चाहता है कि अपने पार्टनर के सामने वो ऐसे जाएं कि उनका पार्टनर उनपर से नजरें नहीं हटा सके, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत ही कम लोगों के पास खुद का ध्यान रखने का समय होता है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, तो हम आपको इसके लिए एक ऐसी चीज बताने जा रहे हैं, जिसके इस्तेमाल से आपक त्वचा खिल उठेगी। दरअसल, आज के लेख में हम आपको एक खास तरह के उबटन के बारे में बताएंगे, जिसके इस्तेमाल से आपका चेहरा खिल उठेगा।

उबटन लगाने का फायदा

उबटन के इस्तेमाल से आप अपनी त्वचा को एक्सफोलिएट कर सकते हैं। अगर आप इसका इस्तेमाल सही से करेंगे तो आपकी चेहरे की गंदगी तो साफ होगी ही, इसके अलावा आपकी त्वचा की डेड स्किन भी निकल जाएगी।इसके साथ ही उबटन के इस्तेमाल से आपकी स्किन को नमी मिलती है और ये आपकी त्वचा की पिगमेंटेशन को भी दूर करने में सहायक है।

उबटन तैयार करने के लिए सामान
दूध का पाउडर
केसर
काजू
पानी

ऐसे करें तैयार

इसे तैयार करने के लिए सबसे पहले काजू का पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद इस पेस्ट में बाकी चीजों को अच्छी तरह से मिलाएं। ध्यान रखें कि इसका पेस्ट ज्यादा पतला नहीं होना चाहिए।

ऐसे करें इस्तेमाल

इसे आप अपने चेहरे से लेकर गर्दन तक पर लगा सकते हैं। उबटन को सही से लगाने के बाद त्वचा पर सर्कुलर मोशन में मसाज करें। मसाज के बाद इसे कुछ देर के लिए सूखने दें। जब ये सूख जाए तो चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद एक मुलायम तौलिए से अपने चेहरे को थपथपाकर सुखाएं। चेहरा धोने के बाद चेहरे पर कोई क्रीम जरूर लगाएं।

झारखंड सरकार बचाने में कांग्रेस ने झोंकी ताकत, हैदराबाद के रिसॉर्ट में विधायकों पर पूरी नजर

झारखंड के सत्ताधारी गुट के विधायक हैदराबाद के एक प्राइवेट रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस ने झारखंड की अपनी गठबंधन सरकार बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। यही वजह है कि झारखंड के विधायकों को कांग्रेस ने अपनी सरकार वाले राज्य तेलंगाना में झारखंड के विधायकों को ठहराया है। हैदराबाद के प्राइवेट रिसॉर्ट में ठहरे विधायकों पर भी पूरी नजर रखी जा रही है और तेलंगाना सरकार लगातार झारखंड के विधायकों के संपर्क में है। तेलंगाना के डिप्टी सीएम मल्लु भट्टी विक्रमार्का ने आज सुबह रिसॉर्ट में झारखंड के विधायकों से मुलाकात की। झारखंड विधानसभा में कल यानी सोमवार को बहुमत परीक्षण होना है और उसी के लिए सत्ताधारी गुट ने किसी भी टूट से बचने के लिए विधायकों को हैदराबाद के रिसॉर्ट में रखा हुआ है।

रिसॉर्ट में 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात
झारखंड के सत्ताधारी गुट के 37 विधायक हैदराबाद के लियोनिया रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। रिसॉर्ट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं और रिसॉर्ट के अंदर पुलिसकर्मी तैनात हैं। तेलंगाना कांग्रेस की प्रभारी दीपा दासमुंशी रिसॉर्ट में पूरे इंतजाम देख रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रिसॉर्ट के भीतर 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं।

सोमवार को होगा झारखंड विधानसभा में बहुमत परीक्षण
जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद जेएमएम के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया। चंपई सोरेन ने शुक्रवार को राजभवन में सीएम पद की शपथ ली। चंपई सोरेन के साथ ही कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली। 5 फरवरी को झारखंड विधानसभा में बहुमत परीक्षण होगा, जिसमें सरकार को बहुमत साबित करना होगा। हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे। कोर्ट ने उन्हें इसकी इजाजत दे दी है।