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एलन मस्क को झटका, टेस्ला से मिले 4.65 लाख करोड़ रु. के मुआवजा पैकेज को कोर्ट ने बताया ‘बहुत ज्यादा’

एलन मस्क को अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने 44 बिलियन पाउंड (GBP) की डील को रद्द करने का फैसला सुनाया है। मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला ने 2018 में 55.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर (44 बिलियन पाउंड) का भुगतान सौदा किया था। टेस्ला की इस डील के खिलाफ शेयरधारक ने मुकदमा दायर कर दावा किया था कि कंपनी की तरफ से अधिक भुगतान किया गया है। न्यायाधीश कैथलीन मैककॉर्मिक ने डेलावेयर कोर्ट में अपने फैसले में कहा कि टेस्ला बोर्ड की तरफ से वेतन पैकेज को दी गई मंजूरी ‘त्रुटिपूर्ण’ है।

अदालत के फैसले से भड़के मस्क का बयान
फैसले के बाद मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर लिखा कि कभी भी कंपनियों को डेलावेयर में कारोबार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फैसला लेने के लिए अगर शेयरधारकों को प्राथमिकता दी जाएगी तो नेवादा या टेक्सास में कारोबार करना चाहिए। इसे लगभग 50 लाख लोग देख चुके हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोल भी किया, जिसमें मस्क ने सवाल किया कि क्या टेस्ला को अपना मुख्यालय टेक्सास शिफ्ट कर लेना चाहिए। भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 6.10 बजे पूछे गए इस सवाल पर दो घंटे के भीतर 3.82 लाख लोगों ने वोट किया। 14 हजार से अधिक एक्स यूजर्स इसे लाइक कर चुके हैं, जबकि यह पोस्ट 30 लाख से अधिक लोगों ने देखी।

लगभग 4.65 लाख करोड़ रुपये का मुआवजा पैकेज ‘बहुत ज्यादा’
टेस्ला की इस डील से जुड़ी एक रिपोर्ट में बीबीसी ने बताया कि कॉरपोरेट इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा सौदा था। इस डील के बाद मस्क को दुनिया का सबसे अमीर शख्स बनने में काफी मदद मिली थी। डेलावेयर कोर्ट में लगभग एक सप्ताह चली सुनवाई के दौरान टेस्ला के निदेशकों ने बचाव में कई तर्क दिए, लेकिन डेलावेयर कोर्ट ने इन तर्कों को सिरे से खारिज कर दिया। टेस्ला के मुताबिक डील इसलिए की गई थी क्योंकि दुनिया के शीर्ष उद्यमियों में शुमार मस्क एक कंपनी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते थे। कोर्ट ने दलीलों को सुनने के बाद कहा कि टेस्ला की तरफ से दिया गया लगभग 4.65 लाख करोड़ रुपये का मुआवजा पैकेज ‘बहुत ज्यादा’ है।

शेयरधारकों के नजरिए से उचित नहीं अरबों का मुआवजा
डेलावेयर कोर्ट में मस्क की कंपनी- टेस्ला के वकीलों की दलीलों को खारिज करते हुए न्यायाधीश कैथलीन मैककॉर्मिक ने कहा, ‘कंपनी (टेस्ला) यह साबित करने में नाकाम रही कि शेयरधारक को डील की पूरी जानकारी थी।’ उन्होंने कहा कि टेस्ला की तरफ से इस डील में शामिल लोगों को पूरा अधिकार है, कंपनी इस बात को भी साबित नहीं कर सकी। बोस्टन कॉलेज लॉ स्कूल के प्रोफेसर ब्रायन क्विन के मुताबिक जज ने यह भी पाया कि टेस्ला का बोर्ड एलन मस्क के नियंत्रण में है, इसलिए 4 बिलियन पाउंड की इस तरह की डील को उचित ठहराना संभव नहीं है। 200 पन्नों के फैसले में न्यायाधीश ने मुआवजे की राशि को बहुत ज्यादा माना (compensation unfathomable sum) और कहा कि यह शेयरधारकों के नजरिए से उचित नहीं।

मस्क के पास सुप्रीम कोर्ट में अपील का अवसर बाकी
टेस्ला के शेयरधारक रिचर्ज टॉर्नेटा के वकील ग्रेग वरालो ने 2018 में यह मुकदमा दायर किया था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने फैसले को अच्छा बताया। गौरतलब है कि इस फैसले के खिलाफ मस्क के पास डेलावेयर की सुप्रीम कोर्ट में अपील का मौका बाकी है।

शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत; सेंसेक्स 200 अंक टूटा, निफ्टी 21500 के नीचे

शेयर बाजार में बुधवार को कमजोर शुरुआत हुई। मिलेजुले ग्लोबल संकेतों बाद बाजार लाल निशान पर खुला। बाजार पर बजट, वीकली एक्सपायरी और यूएस फेड पॉलिसी का भी असर दिखा। सुबह के कारोबार में सेंसेक्स करीब 200 अंक नीचे 70,900 के लेवल पर आ गया। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 50 अंक टूटकर 21,450 के लेवल पर पहुंच गया। बाजार पर बैंकिंग सेक्टर में बिकवाली से दबाव बढ़ता दिखा। हालांकि शुरुआती कमजोरी के बाद बाजार में रिकवरी दिखी और पहले ही घंटे में यह हरे निशान की ओर बढ़ गया। इससे पहले सेंसेक्स मंगलवार को 801 अंक गिरकर 71,139 पर बंद हुआ था।

चलते-चलते अचानक सड़क पर गिरा युवक, पीछे से आई कार रौंदकर गुजर गई…

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक सड़क पर चलते-चलते अचानक गिर गया। इसी दौरान पीछे आ रही कार उसे रौंदते हुए चली गई। इससे युवक की मौत हो गई  पूरी घटना एक दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। घटना मंगलवार की देर शाम की है। लखीमपुर में स्टेशन रोड ओवरब्रिज के पास एक युवक दुकान पर खड़ा था। वहां से कुछ सामान लेकर वह चलने लगा। चलते-चलते वह सड़क पर गिर गया। युवक के गिरते ही पीछे से आ रही कार ने उसे रौंदा दिया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना में गंभीर रूप से घायल युवक को आनन-फानन जिला अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई।

युवक का नाम सुमित निवासी लालपुर बताया जा रहा है। मोर्चरी पर मौजूद मृतक के बहनोई रंजीत ने बताया कि सुमित देर शाम दुकान से वापस आ रहा था। पीछे से आई कार ने उसे टक्कर मार दी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सदर कोतवाल अंबर सिंह ने बताया कि युवक दुकान से वापस जाते समय अचानक से सड़क पर गिर गया और पीछे से आई कार ने टक्कर मार दी। हादसे में युवक की मौत हुई है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उधर, बाजार में चर्चा है कि युवक को हार्ट अटैक आया होगा, जिससे वह चलते-चलते सड़क पर गिर गया। गिरने से पहले उसके हाव-भाव अजीब लग रहे थे।

दिल्ली में आप और यूपी में सपा से गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, ऐसे होगा सीट बंटवारा

देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ सकती है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में सीट बंटवारे पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बातचीत जारी है। आप और कांग्रेस दिल्ली के लिए चार और तीन के फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला कांग्रेस और सपा दोनों के शीर्ष नेतृत्व की बातचीत के बाद लिया जाएगा। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, अब तक यूपी में कांग्रेस पार्टी के लिए 13 सीटें चिन्हित की जा चुकी हैं।

भाजपा 21000 लोगों को कराएगी रामलला के दर्शन, अगले हफ्ते पांच स्पेशल ट्रेनों से तीर्थाटन का निर्णय

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के आभामंडल को भाजपा लोकसभा चुनाव तक बरकरार रखने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। हनुमत व राम कथा के साथ ही प्रदेश भाजपा दिल्ली के सभी जिलों के लोगों को रामलला का दर्शन कराएगी। पहले चरण में दिल्ली से 21000 लोगों को तीर्थाटन के लिए अयोध्या भेजा जाएगा। चांदनी चौक जिले के लोगों को सबसे पहले भगवान राम का दर्शन करने का मौका मिलेगा।

विशेष रणनीति के तहत भाजपा ने अगले सप्ताह पांच स्पेशल ट्रेनों से तीर्थाटन कराने का निर्णय लिया है। पांच फरवरी को ट्रेन से 1500 लोगों को अयोध्या धाम ले जाने की योजना तैयार की है। पहले चांदनी चौक जिले के लोगों को जाने का मौका मिलेगा। इसके बाद केशवपुरम जिले के लोग जाएंगे। हालांकि ये मुफ्त नहीं होगा।

प्रत्येक श्रद्धालु से भाजपा आने-जाने, ठहरने, खाने-पीने और मंदिर दर्शन कराने तक 800 रुपये लेगी। योजना के तहत 5, 6, 8 और 9 फरवरी को विशेष ट्रेन से दिल्ली वाले अयोध्या धाम जाएंगे। इसके पहले प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष विष्णु मित्तल 2 फरवरी को त्रिलोकपुरी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को अयोध्या धाम राम मंदिर का दर्शन कराने के लिए ले जाएंगे। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिक जनों को यह तीर्थयात्रा निशुल्क कराई जाएगी।

दिल्ली में लगेगा बाबा बागेश्वर धाम का दिव्य दरबार
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने बाबा बागेश्वर धाम का दिव्य दरबार लगवाएंगे। आगामी एक से तीन फरवरी को होने वाली पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बाबा बागेश्वर धाम सरकार की हनुमंत कथा का आयोजन किया जाएगा। चौथा पुस्ता नगर के सामने यमुना खादर स्थित डीडीए के विशाल मैदान में इसके लिए भव्य पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। तिवारी ने कहा कि हमारे संसदीय क्षेत्र में पहली बार बाबा बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा का आयोजन हो रहा है जिसमें एक दिन दिव्य दरबार का भी आयोजन होगा। अनुमान है कि तीन दिन की कथा में आठ लाख से अधिक लोग पहुंचेंगे।

वीआईपी प्रवेश के लिए दो और मार्गों का होगा विकल्प, हनुमानगढ़ी के निकास मार्ग से सीधे जन्मभूमि

राम मंदिर में वीआईपी प्रवेश के लिए आने वाले समय में दो और मार्गों का विकल्प उपलब्ध होगा। इसके लिए तीन रास्ते पहले ही तय हो चुके हैं। नई व्यवस्था के तहत हनुमानगढ़ी में दर्शन के बाद निकास मार्ग से सीधे जन्मभूमि तक पहुंचाने के लिए सुग्रीव पथ विकसित किया जा रहा है। इसके चौड़ीकरण के लिए दो और भवनों का अधिग्रहण किया जाना है। यहां पर पार्किंग की भी सुविधा मिलेगी।

नव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रोजाना देश भर से दो से ढाई लाख की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। इन सभी को सुगम दर्शन कराना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। सीएम की मंशा के तहत जिला प्रशासन इस दिशा में निरंतर कवायद कर रहा है। खुद कमिश्नर गौरव दयाल और डीएम नितीश कुमार इसके लिए प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में एक दिन पहले सीएम की बैठक में आम दर्शनार्थियों की सहुलियत के लिए वीआईपी और वीवीआईपी के मंदिर में प्रवेश और निकासी के लिए तीन प्रवेश द्वार चिन्हित किए जा चुके हैं।

प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को और विस्तार दिया है। इन तीन मार्गों के अलावा दो और रास्ते तय किए जा रहे हैं। इन सभी का उपयोग वीआईपी रामभक्तों के लिए किया जाएगा। इससे जन्मभूमि पथ पर सामान्य श्रद्धालुओं को बिना किसी व्यवधान के अनवरत दर्शन कराने की कार्ययोजना को प्रभावी करने में मदद मिलेगी। जो दो और रास्ते तय किए जा रहे हैं उनमें एक रामजन्मभूमि के उत्तरी गेट पर होगा। इधर से वीआईपी श्रद्धालु सीधे राम मंदिर के गूढ़ी मंडप तक पहुंच जाएंगे। इनका निकास भी इसी रास्ते से होगा। यहीं पर पुलिस कंट्रोल रूम के लिए प्रस्तावित स्थान पर फिलहाल वाहनों की पार्किंग कराई जाएगी। परिक्रमा मार्ग पर भी वाहनों की पार्किंग का विकल्प मौजूद रहेगा।

इसी तरह निर्माणाधीन सुग्रीव पथ भी अति महत्वपूर्ण दर्शनार्थियों के आवागमन का बेहतर विकल्प होगा। 14 मीटर चौड़ा यह पथ हनुमानगढ़ी के निकास द्वार से सीधे जन्मभूमि पथ तक पहुंचा देगा। इस मार्ग से हनुमानगढ़ी और राम मंदिर के बीच सीधा संपर्क हो जाएगा। आमतौर पर जो भी श्रद्धालु अयोध्या आते हैं वे रामलला के साथ हनुमंतलला के भी दर्शन करते हैं। इस मार्ग पर दो भवन स्वामियों को अधिग्रहण की प्रक्रिया में शामिल करना है। इसके लिए डीएम नितीश कुमार ने एसडीएम को इनसे संवाद की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने सोमवार को सीएम के अयोध्या से लौटने के बाद रात में सुग्रीव पथ का निरीक्षण भी किया।

मराठों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र का विरोध, महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में जनहित याचिका

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जारांगे की अगुवाई में आंदोलन हो रहा है। बीते करीब सात महीने से आंदोलन के बीच बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका (पीआईएल ) दायर हुई है। दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जारांगे-पाटिल सभी मराठों के लिए कुनबी प्रमाण पत्र की मांग कर रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में मराठों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र देने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले के खिलाफ पीआईएल दायर कर इस फैसले को निरस्त करने की मांग की गई है। मामले में छह फरवरी को सुनवाई हो सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक 30 जनवरी को ‘ओबीसी वेलफेयर फाउंडेशन’ के अध्यक्ष ने जनहित याचिका दायर की। याचिकाकर्ता मंगेश ससाने खुद को ‘ओबीसी वेलफेयर फाउंडेशन’ का प्रमुख बताते हैं। जनहित याचिका में कहा गया है कि राज्य सरकार मराठा समुदाय को कुनबी प्रमाण पत्र देकर अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को ‘प्रभावित’ कर रही है।

बजट पेश होने से पहले जान लें कुछ शब्दों का मतलब, आसानी से समझ पाएंगे वित्त मंत्री का भाषण

कल यानी एक फरवरी 2024 को देश का अंतरिम बजट पेश होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे संसद में पेश करेंगी। भले ही ये अंतरिम बजट होगा, लेकिन देशवासियों को इससे बड़ी ही उम्मीदें हैं। हर कोई अपने लिए कुछ न कुछ इस बजट में ढूंढता हुआ नजर आता है। कोई टैक्स में छूट चाहता है, तो कोई सामान सस्ता होना चाहता है आदि। हालांकि, सभी को उम्मीद है कि सरकार की तरफ से अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कई बड़ी घोषणाएं इस अंतरिम बजट में हो सकती हैं। वहीं, जब वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी, तो इस दौरान वे कई ऐसे शब्दों को बोल सकती हैं, जिसे आम लोगों के लिए समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। पर आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां आप ऐसे ही कुछ शब्दों का मतलब पहले ही जान सकते हैं जिससे आपको बजट को समझने में आसानी हो सकती है। तो चलिए जानते हैं ये कौन से शब्द हैं…

जानें शब्दों का मतलब:-
अंतरिम बजट, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कल अंतरिम बजट पेश होगा। पर कई लोग इसका मतलब नहीं जानते हैं। इसका मतलब होता है कि चुनाव से पहले जो बजट पेश किया जाता है उसे अंतरिम बजट पेश किया जाता है। चुनाव के कारण जरूरी वित्तीय कार्यों के प्रबंधन के लिए सरकार इसे संसद में पेश करती है। वहीं, जब नई सरकार का गठन होता है, तो फिर वो पूर्ण बजट पेश करती है।

गैर योजना खर्च, में रक्षा, डाक घाटा, पेंशन, ब्याज की अदायगी, सब्सिडी, सार्वजनिक उपक्रमों को दिए जाने वाले कर्ज और राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और विदेशी सरकारों को दिए जाने वाले कर्ज और आर्थिक सेवाएं जैसी चीजें शामिल होती हैं। पूंजी भुगतान, किसी तरह की परिसंपत्ति खरीदने के लिए सरकार को जो भी भुगतान देना होता है वो पूंजी भुगतान कहलाता है।

बजट आकलन, आपने देखा होगा या आप कल बजट पेश होने के दौरान देखेंगे कि वित्तमंत्री बजट प्रस्ताव जब रखेंगी, तब वे कई तरह के कर और शुल्क के माध्यम से होने वाली आमदनी और योजनाओं व अन्य चीजों के खर्चों का लेखा पेश करेंगी। इन्हीं सब चीजों का मतलब बजट आकलन होता है।

जीरो बजट, इस शब्द से तात्पर्य होता है कि पिछले वित्त वर्ष के खर्चे या बैलेंस को कैरी फॉरवर्ड यानी आगे नहीं बढ़ाया जाता है। आप इसे ऐसे समझिए कि सरकार ने किसी योजना के लिए मंत्रालय या सासंदों को पैसे दिए। वहीं, मंत्रालय या सांसद उस मिले हुए पैसे का कुछ ही हिस्सा खर्च कर पाएं। ऐसे में बचे हुए पैसे को उन्हें दोबारा से आवंटित करना जरूरी नहीं है।

चाहिए माधुरी दीक्षित की तरह निखरती त्वचा, तो करें इन चीजों का इस्तेमाल

बॉलीवुड की मशहूर धक-धक गर्ल यानी की माधुरी दीक्षित भले ही अब फिल्मों में दिखती नहीं देतीं, लेकिन आज भी वो लोगों के दिलों पर राज करती हैं। 55 साल की उम्र का पड़ाव पार कर चुकीं माधुरी आज के समय की अभिनेत्रियों को भी अपनी खूबसूरती से फेल कर देती हैं।

लोग ना सिर्फ उनकी एक्टिंग बल्कि उनकी खूबसूरती के आज भी कायल हैं। आप उनकी तस्वीरें देखकर उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगा सकते। इस उम्र में भी उनकी त्वचा उतनी ही ग्लोइंग और यंग है, जितनी की उनके शुरुआती दौर में थी। ऐसे में हर कोई उनकी खूबसूरत त्वचा का राज जानना चाहता है।

अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं, जिन्हें माधुरी के जैसी ही त्वचा चाहिए तो ये लेख आपके लिए है। दरअसल, माधुरी स्किन केयर के लिए किसी प्रकार के केमिकल बेस्ट प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करतीं। ऐसे में हम आपको आज कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताएंगे, जिनके इस्तेमाल से आपकी त्वचा भी खिल उठेगी।

करती हैं शहद का इस्तेमाल
शहद में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो चेहरे के लिए काफी ज्यादा लाभदायक होते हैं। ऐसे में एक्ट्रेस भी अपनी निखरती त्वचा के लिए शहद का इस्तेमाल करती हैं।इसके लिए वो बस सबसे पहले अपने चेहरे को हल्का सा गीला करती हैं और फिर उसपर शहद लगाती हैं। शहद लगाने से उनकी त्वचा हाइड्रेट रहती है।

एलोवेरा का फेसपैक
ये बात तो किसी से छिपी नहीं है, कि एलोवेरा त्वचा के लिए काफी लाभदायक है। ऐसे में माधुरी दीक्षित भी एलोवेरा का इस्तेमाल स्किन केयर में करती हैं।

एलोवेरा का फेसपैक
इसके लिए बस एक चम्मच दूध और शहद में एलोवेरा जेल मिलाती हैं, और इसे चेहरे पर 20 मिनट तक लगाती हैं। कुछ समय के बाद चेहरा धोने से उनकी त्वचा खिल उठती है।

बेसन का पैक
बेसन का फेसपैक हर किसी के लिए फायदेमंद होता है। इसी वजह से अभिनेत्री भी चेहरे के निखार को बरकरार रखने के लिए बेसन का इस्तेमाल करती हैं।
इसके लिए वो बेसन में शहद और नींबू का रस मिलाती हैं और इसे कुछ देर के लिए चेहरे पर लगाकर रखती हैं। कुछ देर इसे चेहरे पर लगाने से आपका भी चेहरा खिल उठेगा।

‘भक्षक’ का ट्रेलर रिलीज, बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म के विरूद्ध आवाज उठाती नजर आईं भूमि

भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘भक्षक’ का ट्रेलर जारी हो गया है। इसमें अभिनेत्री प्रेस रिपोर्टर का रोल अदा करती नजर आ रही हैं। सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म का ट्रेलर देख रोंगटे खड़े हो जाएंगे। रिपोर्टर की भूमिका में भूमि मासूम बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म के खिलाफ आवाज उठाती हैं। लेकिन, इस लड़ाई में उन्हें साथ बहुत कम लोगों का मिलता है और अड़चने बड़ी-बड़ी आती हैं। भूमि अपने तीखे तेवरों से न हारती हैं, विचलित होती हैं। लेकिन, समाज से जरूर पूछती हैं, ‘क्या अब भी आप अपनी गिनती इंसानों में करते हैं? या अपने आपको भक्षक मान चुके हैं…?’

ट्रेलर की शुरुआत में एक बहुत ही मार्मिक सा दृश्य है। एक बालिका गृह के अंधियारे कमरे में मासूम बच्चियां बैठी हैं और एक ‘भक्षक’ उनसे कहता है, ‘अनाथ का मतलब समझती हो? जिसका कोई नाथ नहीं होता। तुम लोग है या नहीं है किसी को नहीं पता’। बच्चियों के साथ यहां दुष्कर्म होता है। इसकी खबर भूमि पेडनेकर को लगती है तो इन बच्चियों को न्याय दिलाने निकलती हैं।

इस फिल्म में संजय मिश्रा, सई ताम्हणकर और आदित्य श्रीवास्तव भी हैं। संजय मिश्रा भूमि की लड़ाई में साथ हैं। वहीं, बच्चियों के साथ होने वाले दुष्कर्म बंसी साहू (आदित्य श्रीवास्तव) की शह में होता है। सत्ता की ताकत के आगे पूरा पुलिस सिस्टम और न्याय प्रणाणी किस तरह काम करती है, यह भी ट्रेलर में बखूबी दिखाया गया है।

कदम-कदम पर परेशानियों और धमकी के बावजूद भूमि न्याय की लड़ाई जारी रखती हैं। ईमानदारी से काम करने वाले और समाज की सच्चाई को पेश करने वाले पत्रकारों को जान से मारने की धमकी से लेकर अपमान तक, कितनी ही परेशानियों से गुजरना पड़ता है ये भी ट्रेलर में दिखाया गया है। यह फिल्म नौ फरवरी को रिलीज होगी। इसे नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम किया जाएगा। शाहरुख खान और गौरी खान की कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी फिल्म ‘भक्षक’ को निर्देशन पुलकित ने किया है। वहीं, गौरी खान और गौरव वर्मा इसके प्रोड्यूसर हैं।