Thursday , October 24 2024

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गंगनहर में 5 डूबे, तीन बचाए, दो का दूसरे दिन भी नहीं सुराग, तीन शादियां टलीं, मातम में बदला जश्न

मेरठ:  सरधना के मोहल्ला घोसियान निवासी किशोर व रिश्तेदार मेरठ निवासी युवक सरधना गंगनहर में नहाते समय डूब गए। दोनों की नहर में डूबने की सूचना परिजनों को मिलते ही कोहराम मच गया। घर में शादी की खुशी का माहौल मातम में बदल गया।घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। गोताखोरों की मदद से नहर में डूबे युवकों की तलाश कराई जा रही है। सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल का कहना है कि पीएससी के गोताखोरों की टीम बुलाई गई है। जल्द दोनों को बरामद कर लिया जाएगा।

जानकारी के अनुसार मोहल्ला घोसियान में नूर मोहम्मद के दो पुत्रों और पुत्री की शादी चार दिन के भीतर होनी थी। घर में रिश्तेदार आए हुए थे और जश्न का माहौल था। फैजान और शावेज के गंगनहर में डूबने के साथ ही शादी की खुशियां भी डूब गईं।हादसे की सूचना मिलने पर शादी की तैयारियों में लगे परिजन और रिश्तेदार गंगनहर की ओर दौड़ पड़े। गमजदा परिजनों ने भारी मन से तीनों शादी स्थगित करने का निर्णय लिया।

नूर मोहम्मद के बेटे राशिद की बरात बुधवार को मेरठ जानी थी। शुक्रवार को छोटे बेटे की बरात मुजफ्फरनगर जानी थी। शनिवार को बेटी गुलफ्शा की शादी थी। तमाम रिश्तेदार तीनों शादी में शामिल होने के लिए आए हुए थे।दोपहर के समय सभी लोग शाम को बरात में जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी गंगनहर में फैजान और शावेज के डूबने की सूचना मिली तो खुशी का माहौल मातम में बदल गया।

दुष्कर्म का प्रयास कर रहे दरिंदे के चंगुल से बच्ची को ऐसे बचाया; अब पुलिस ने गिरफ्तार किया

बागपत:बागपत जनपद के अमीनगर सराय क्षेत्र के एक गांव में मासूम को हवस का शिकार बनाने का प्रयास करने वाले आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा है। यूकेजी की छात्रा के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने में फरार चल रहे दूसरे समुदाय के आरोपी युवक को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक अग्रवाल मंडी टटीरी में एक रेस्टोरेंट में काम करता था। आरोपी ने पूछताछ में घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।

क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली छह साल की बच्ची गांव के ही निजी स्कूल में यूकेजी की छात्रा है। जो आठ दिन पूर्व घर के बाहर खेल रही थी। तभी वहां वर्ग विशेष का युवक आया और बच्ची को बहला फुसलाकर गांव के ही मोबाइल टावर में ले गया।
बच्ची को अपने साथ लेजाकर वर्ग विशेष के युवक ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। तभी वहां आये बंदरो के झुंड से डरकर युवक वहां से भाग गया। इसके बाद बच्ची ने घर जाकर परिजनों को घटना की जानकारी दी। जांच में आरोपी गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में बच्ची को ले जाते हुआ दिखाई दिया।

बच्ची के साथ हुई घटना के विरोध में विश्वहिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पंचायत कर जमकर हंगामा किया। साथ ही आरोपी को गिफ्तारी के लिए पांच दिन का अल्टीमेटम दिया गया।

इसके बाद पुलिस ने फरार चल रहे आरोपी को बसौद नहर की पटरी के पास से गिरफ्तार कर दिया। एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी चांद निवासी पिलखवा जनपद हापुड़ का है। जो टटीरी में बांके बिहारी रेस्टोरेंट पर काम करता था। पास के गांव बसा टीकरी में आरोपी युवक की बहन की ससुराल भी है।

अब खंड शिक्षा अधिकारी भी बन सकेंगे जीआईसी के प्रधानाचार्य, शासन ने बनाई पदोन्नति की नियमावली

प्रयागराज:  बेसिक शिक्षा परिषद में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) भी अब पदोन्नत होकर राजकीय इंटर काॅलेजों (जीआईसी) के प्रधानाचार्य बन सकते हैं। इसके लिए शासन से नियमावली तैयार कर दी गई है। उसे स्वीकृति के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

जीआईसी में प्रधानाचार्य का पद राजपत्रित होता है। इसके 50 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से भरे जाते हैं। प्रधानाचार्यों की भर्ती पीसीएस के साथ होती है और ग्रेड पे- 5400 का होता है। इसके अलावा 50 प्रतिशत पद पदोन्नति से भरने का नियम है, लेकिन पिछले एक दशक से यह विवादित है, इसलिए पदोन्नति प्रक्रिया ठप है।

कई प्रवक्ता प्रधानाचार्य बनने का इंतजार करते-करते रिटायर हो गए। इन पदों को 61 प्रतिशत पुरुष और 22 प्रतिशत महिला जीआईसी प्रवक्ता से और 17 प्रतिशत डीआई की पदोन्नति से भरने का नियम है। डीआई का पद खत्म हो चुका है। बेसिक शिक्षा परिषद में तैनात एसडीआई ही डीआई बनते थे। एसडीआई का पद खत्म करके बीईओ पद बनाया गया। बीईओ बनने वालों ने डीआई की तरह की पदोन्नति से जीआईसी का प्रिंसिपल बनने की मांग की थी। इसका मामला कई वर्ष से शासन लंबित था।

बीईओ को पदोन्नति से प्रधानाचार्य बनाने लिए शासन में कई दाैर की बैठक हुई। इसके बाद पदोन्नति के लिए कोटा में बदलाव कर दिया गया है। अब 33 प्रतिशत पुरुष, 33 प्रतिशत महिला प्रवक्ता और 34 प्रतिशत बीईओ पदोन्नत होकर प्रधानाचार्य बन सकेंगे। अपर निदेशक राजकीय अजय द्विवेदी ने बताया कि राजकीय विद्यालयों में महिला प्रवक्ताओं की संख्या बढ़ी है, इसलिए उनका कोटा 22 से 33 प्रतिशत कर दिया गया है। बीईओ की भी संख्या बढ़ी है, इसलिए उनका कोटा डीआई के स्थान पर 17 से बढ़ाकर 34 फीसदी कर दिया गया है। पुरुष प्रवक्ताओं की संख्या कम होने पर उनका कोटा घटाया गया है। उन्होंने बताया कि इसे स्वीकृति के लिए यूपीपीएससी भेजा गया है।

शुरू हो गया नियमावली का विरोध

प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति के लिए बनाई गई नियमावली का विरोध शुरू हो गया है। राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष रामेश्वर पांडेय ने बताया कि एसडीआई से डीआई बनने के बाद प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति मिलती थी, वह भी 17 प्रतिशत, अब सीधे बीईओ को इस पद पर पदोन्नति देना गलत है।

पीएम मोदी का पुणे दौरा रद्द, शहर में भारी बारिश की स्थिति को देखते हुए लिया गया फैसला

मुंबई: महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना पुणे दौरा रद्द करना पड़ा। दरअसल, महाराष्ट्र के कई शहरों में भारी बारिश के कारण हालात चिंताजनक हैं। सड़कों पर जलभराव के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस बीच पीएम मोदी गुरुवार को राज्य का दौरा करने वाले थे। वे यहां पुणे मेट्रो ट्रेन के शुभारंभ के साथ ही वह 22,600 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास भी करने वाले थे। हालांकि, बारी बारिश को देखते हुए उन्हें अपना दौरा रद्द करने का फैसला लेना पड़ा।

स्कूल-कॉलेज बंद रखने का लिया गया फैसला
भारी बारिश के कारण पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में स्कूल-कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया गया है। मुंबई पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और मौसम विभाग की तरफ से जारी चेतावनी को गंभीरता से लेने की अपील की है। रेलवे परिचालन भी प्रभावित हुआ है। मूसलाधार बारिश के कारण गोवंडी-मानखुर्द के बीच चलने वाली मुंबई लोकल ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ। आईएमडी ने पुणे जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। नागरिकों को बेवजह घरों से बाहर न निकलने और सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

पीएम मोदी इन योजनाओं का करने वाले थे उद्घाटन
पीएम राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) के तहत स्वदेशी रूप से विकसित लगभग 130 करोड़ रुपये की लागत के तीन परम रुद्र सुपरकंप्यूटर भी राष्ट्र को समर्पित करने वाले थे। इन सुपरकंप्यूटरों को पुणे, दिल्ली और कोलकाता में अग्रणी वैज्ञानिक अनुसंधान की सुविधा के लिए तैनात किया गया है। वे मौसम और जलवायु अनुसंधान के लिए तैयार एक उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (एचपीसी) प्रणाली का उद्घाटन करने वाले थे। बता दें कि इस परियोजना पर 850 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। पीएम मोदी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र की 10,400 करोड़ रुपये की विभिन्न पहलों का शुभारंभ करने वाले थे। ये पहल ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, ट्रक और कैब चालकों की सुरक्षा और सुविधा, स्वच्छ गतिशीलता और एक टिकाऊ भविष्य पर केंद्रित है।

क्या मणिपुर में फिर होने वाली है हिंसा? सरकार ने उग्रवादियों की घुसपैठ को लेकर अब दी बड़ी जानकारी

इंफाल : मणिपुर में पिछले साल भड़की हिंसा के बाद तनाव लगातार बरकरार है। हाल ही में सरकार की एक खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि 28 सितंबर को मैतेई समुदाय पर हमले करने के लिए 900 कुकी उग्रवादियों ने म्यांमार से राज्य में घुसपैठ की है। इसी को लेकर कई कुकी समूहों ने जनजातीय बहुल क्षेत्रों में बंद का आह्वान किया है। हालांकि, अब राज्य सरकार ने साफ कह दिया है कि सशस्त्र समूहों द्वारा किसी भी प्रकार की योजनाबद्ध हमले की संभावना बहुत कम है।

सुरक्षा सलाहकार ने अब यह दी जानकारी
सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह और डीजीपी राजीव सिंह ने बुधवार को एक संयुक्त बयान जारी किया है। इसमें कहा, ‘ऐसी जानकारी मिली थी कि 900 कुकी उग्रवादी म्यांमार से मणिपुर में घुसपैठ कर चुके हैं और वे 28 सितंबर को मैतेई समुदाय पर हमला करेंगे। हालांकि, इस बारे में विभिन्न समुदायों की हालिया प्रतिक्रियाओं के मद्देनजर यह स्पष्ट किया जाता है कि यह जानकारी कुछ हलकों से सत्यापित की गई थी, लेकिन इसे जमीनी हकीकत पर प्रमाणित नहीं किया जा सका। वर्तमान में इस तरह की किसी भी जानकारी पर विश्वास करने का कोई आधार नहीं है।’

हाई अलर्ट पर सुरक्षा बल
इससे पहले 20 सितंबर को सिंह ने कहा था कि उग्रवादियों द्वारा आसपास के गांवों में हिंसा करने की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा बलों ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। सभी समुदायों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है। जनता को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी अफवाह या फेक समाचारों पर विश्वास न करें।

चिंता की अब कोई बात नहीं: ज्योफ्रे
इस बीच, मुख्यमंत्री के सचिव एन. ज्योफ्रे ने कहा कि सशस्त्र समूहों की गतिविधि को देखते हुए कार्यालय ने खुफिया जानकारी साझा की थी। इसका मकसद यह था कि पुलिस विभाग अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर आगे की सूचना जुटा सके और कार्रवाई के लिए सतर्क रहे। उन्होंने कहा कि अब यह पता चला है कि सशस्त्र समूहों द्वारा किसी भी तरह के हमले किए जाने की संभावना काफी कम है। जनता को इस संबंध में चिंता करने की जरूरत नहीं है।

‘सादगी के प्रतीक’, पूर्व पीएम के जन्मदिवस पर कांग्रेस की शुभकामना, प्रधानमंत्री ने भी दी बधाई

नई दिल्ली: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज अपना 92वां जन्मदिवस मना रहे हैं। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पूर्व पीएम को बधाई दी। राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने विनम्रता, बुद्धिमानी से देश की निस्वार्थ सेवा की और देश के भविष्य को दिशा दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व पीएम को जन्मदिन की बधाई दी और उनके दीर्घायु होने की कामना की। पीएम मोदी ने उनसे फोन पर बात भी की।

‘सादगी के प्रतीक और दूरदर्शी नेता’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मनमोहन सिंह को जन्मदिन की बधाई दी और सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में लिखा कि ‘वे राजनीति में सादगी, गरिमा और सरलता के दुर्लभ प्रतीक हैं।’ खरगे ने कहा कि ‘मनमोहन सिंह ने बोलने से ज्यादा काम किया। हम राष्ट्र के लिए उनके जबरदस्त योगदान के लिए आभारी हैं।’ वहीं राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में मनमोहन सिंह को जन्मदिन की बधाई देते हुए लिखा ‘डॉ. मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारे देश के भविष्य को आकार देने में आपकी विनम्रता, बुद्धिमत्ता और निस्वार्थ सेवा मुझे और लाखों भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी। आपको हमेशा अच्छे स्वास्थ्य और खुशी की शुभकामनाएं!’

कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पूरा जीवन देश को समर्पित रहा है। उन्होंने देश के सभी वर्गों के हित, प्रगति और कल्याण को ध्यान में रखते हुए कई जन कल्याणकारी नीतियां बनाई हैं। कांग्रेस परिवार की ओर से भारत में आर्थिक समृद्धि के निर्माता डॉ. मनमोहन सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। हम ईश्वर से आपके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना करते हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने भी दी जन्मदिन की शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह के जन्मदिन के मौके पर सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।’ बीते दिनों मनमोहन सिंह ने राज्यसभा का कार्यकाल पूरा किया था और इसके साथ ही उनकी सक्रिय राजनीति से विदाई हो गई। उस दौरान पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह की खूब तारीफ की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि ‘मेरे मनमोहन सिंह जी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा देश के लिए मार्गदर्शक का काम किया। जब भी देश के लोकतंत्र की बात होगी तब मनमोहन सिंह की चर्चा जरूर होगी।’

मुडा घोटाले को लेकर BJP-JDS कर रहे CM के इस्तीफे की मांग; जानें क्या बोले सिद्धारमैया

बंगलूरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाईकोर्ट द्वारा मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) मामले में केस चलाने की मंजूरी देने के बाद अब भाजपा और जेडीएस के नेता और कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। यह लोग सीएम के इस्तीफे की मांंग कर रहे हैं। हालांकि, जब इस बारे में सिद्धारमैया से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

विधान सौधा परिसर के बाहर प्रदर्शन
भाजपा और जेडीएस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विधान सौधा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और इस्तीफे की मांग की।

क्या बोले सीएम?
बंगलूरू में भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘मैं आपको फोन करूंगा और जब इसे बताने की जरूरत होगी तब बताऊंगा।’

सीएम सिद्धारमैया की पत्नी पर लगे हैं ये आरोप
यह मामला उन आरोपों से संबंधित है कि सिद्धारमैया की पत्नी बीएम पार्वती को मैसूर के एक महंगे इलाके में मुआवजा स्थल आवंटित किया गया था, जिसकी संपत्ति का मूल्य मुडा की ओर से अधिग्रहित की गई उनकी भूमि के स्थान की तुलना में अधिक था। मुडा ने पार्वती को उनकी 3.16 एकड़ भूमि के बदले 50:50 अनुपात योजना के तहत भूखंड आवंटित किए थे, जहां मुडा ने एक आवासीय लेआउट विकसित किया थ।

मानहानि मामले में शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत दोषी करार, 15 दिन जेल और 25 हजार जुर्माने की सजा

मुंबई:  मानहानि मामले में शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत को दोषी करार दिया गया है। संजय राउत को 15 दिन की जेल और 25 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है। संजय राउत के खिलाफ यह मामला भाजपा नेता किरीट सोमैया की पत्नी मेधा किरीट सोमैया ने दायर कराया था। संजय राउत ने किरीट सोमैया की पत्नी के एनजीओ पर कथित 100 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था।

साल 2022 का है मामला
साल 2022 में संजय राउत ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेता किरीट सोमैया की पत्नी मेधा किरीट सोमैया का एनजीओ, मुंबई के मीरा भयंदर इलाके में बनाए गए शौचालयों के निर्माण में हुए कथित 100 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल हैं। संजय राउत के आरोपों को किरीट सोमैया ने आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया और घोटाले का सबूत देने की मांग की थी। जब संजय राउत ने इसके सबूत नहीं दिए तो इसके बाद किरीट सोमैया की पत्नी मेधा किरीट सोमैया ने संजय राउत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया।

अदालत के फैसले पर किरीट सोमैया ने जाहिर किया संतोष
मेधा सोमैया ने अपनी शिकायत में बताया कि संजय राउत ने कथित घोटाले को लेकर कई आधारहीन आरोप लगाए और ये सब मीडिया में भी छपा और लोगों के बीच बड़े वर्ग में प्रसारित हुए। अब मुंबई की मेट्रोपिलटन मजिस्ट्रेट ने राउत को मानहानि का दोषी माना है और उन्हें सजा सुनाई है। वहीं अदालत द्वारा संजय राउत को दोषी ठहराए जाने के बाद भाजपा नेता किरीट सोमैया ने संतोष जाहिर किया और कहा कि शिवसेना यूबीटी नेता को जुर्माने की राशि मेधा सोमैया को देनी होगी।

‘अगर कंपनी 16 घंटे काम कराती है तो..’ काम के दबाव में जान गंवाने वाली EY कर्मी के परिजन से मिले थरूर

तिरुवनंतपुरम: पुणे की बहुराष्ट्रीय कंपनी अर्न्स्ट एंड यंग (ईएनवाई) की 26 साल की एक युवा चार्टर्ड एकाउंटेंड की काम के दबाव के कारण हुई मौत ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। इस घटना के बाद से ही बड़ी पेशेवर कंपनियों में कार्य के दबाव और कर्मचारियों के स्वास्थ्य को नजरंदाज करने की संस्कृति सवालों के घेरे में है। इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मृतक एना सेबेस्टियन पेरिइल के परिवारवालों से बुधवार को मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस भावनात्मक मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर की। बता दें कि एना सेबेस्टियन पेरिइल केरल की रहने वाली थी और वह पुणे के ईएनवाई कंपनी में काम कर रही थी। इस साल जुलाई में ही उसकी मौत हुई थी। मृतक की मां अनीता ऑगस्टाइन ने कंपनी के अध्यक्ष राजीव मेमानी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम के महिमामंडन की बात कही। उनकी यह चिट्ठी इस महीने वायरल हो गई।

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बताया कि उन्होंने उनके साथ कंपनियों की विषाक्त कार्य संस्कृति में सुधार के लिए जांच और जवाबदेही, नए कानीनों और विनियमों के लिए बेहतर प्रशिक्षण की आवश्यकताओं पर चर्चा की। उन्होंने आरोप लगाया कि एना की मौत अत्याधिक काम करने और मैनेजर द्वारा दबाव बनाने के कारण दिल का दौरा पड़ने से हुई।

थरूर ने कहा, “अगर कोई कंपनी अपने कर्मचारियों से 16-18 घंटे काम कराती है तो उस कंपनी को अधिक कर्मचारियों को नौकरी पर रखना होगा। न कि अपने कर्मचारियों के अधिकारों का दुरुपयोग करना है, जिन्हें वह भर्ती करती हैं और उनका शोषण करती हैं।” इससे पहले पिछले हफ्ते शशि थरूर ने एना के पिता सिबि जोसेफ से बात की थी। कांग्रेस नेता ने कहा, “उन्होंने (एना के पिता) सुझाव दिया कि मैं संसद के माध्यम से सभी कार्यस्थलों के लिए निश्चित कैलेंडर बनाने का मुद्दा उठाऊं। चाहे वह निजी क्षेत्र में हो या सार्वजनिक, जहां प्रतिदिन आठ घंटे से अधिक काम न हो और पांच दिन से अधिक काम न कराए जाए। मैं इससे सहमत हो गया।”

मीडिया से बात करते हुए एना के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को इस्तीफा देने का सुझाव दिया था, क्योंकि उनकी बेटी रात के साढ़े 12 बजे तक जागकर काम करती थी। परिवारवालों ने आरोप लगाया कि एना की मां की चिट्ठी वायरल होने के बाद कंपनी ने प्रतिक्रिया दी।

DMK सरकार में पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी को मिली जमानत, धनशोधन मामले में 15 महीने से जेल में थे बंद, जानें

जस्टिस अभय एस. ओका और अगस्टिन जॉर्ज मसीह की पीठ ने जमानत याचिका मंजूर करते हुए उनके सामने कठिन शर्तें रखीं। शीर्ष अदालत ने ईडी का प्रतनिधित्व करने वाले वकील तुषार मेहता और सेंथिल बालाजी ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी और सिद्धार्थ लुथरा की दलीलें सुनने के बाद 12 अगस्त को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

हाई कोर्ट ने द्रमुक (डीएमके) नेता सेंथिल बालाजी की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि अगर उन्हें इस मामले में जमानत दी गई तो यह एक गलत संकेत पेश होगा और जनहित के विरुद्ध होगा। उन्होंने आगे कहा, याचिकाकर्ता आठ महीने से जेल में बंद था, ऐसे में विशेष अदालत को निर्धारित समयसीमा के भीतर केस का निपटारा करने का निर्देश देना उचित होगा। हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि शीर्ष अदालत द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार मुकदमे की सुनवाई रोजाना आधार पर की जाएगी।

बालाजी की जमानत पर प्रतिक्रिया देते हुए द्रमुक सांसद और वकील एनआर एलंगो ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने वी सेंथिल बालाजी को जमानत दे दी है। उन्हें ईडी के एक मामले में 15 महीने से अधिक समय तक एक कैदी के रूप में रखा गया। इसमें काफी देरी हुई है। कुछ शर्तों के साथ जमानत दी गई। इन शर्तों के अनुसार, उन्हें सप्ताह में दो बार ईडी के सामने पेश होना होगा। गवाहों के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी है और अपना पासपोर्ट जमा करना होगा।”