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तुर्किये की संसद ने स्वीडन की नाटो सदस्यता को दी मंजूरी; चीन में भूस्खलन से अब तक 25 की मौत

तुर्किये की संसद ने मंगलवार को स्वीडन को नाटो में शामिल किए जाने संबंध में लाए गए प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इससे स्वीडन के दुनिया के शक्तिशाली सैन्य गठबंधन में शामिल होने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तुर्किये की संसद में 346 सदस्यों में से 287 ने स्वीडन को नाटो में शामिल करने के पक्ष में मतदान किया, जबकि 55 सांसदों ने इसका विरोध किया।

दक्षिण पश्चिम चीन में भूस्खलन के बाद मरने वालों की 25 तक संख्या
दक्षिणपूर्वी चीन में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद मरने वालों की संख्या 25 तक पहुंच गई है, बचाव दल जीवित बचे लोगों का पता लगाने के प्रयास जारी रखे हुए हैं। मंगलवार तक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 19 लोग लापता हैं। अधिकारियों ने चल रहे खोज अभियान के लिए लगभग एक हजार बचाव कर्मियों और 45 रेस्क्यू कुत्तों को तैनात किया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में कहा गया है कि 18 घर दब गए और 500 से अधिक लोगों को निकाला गया। शी ने चीनी अधिकारियों से चीनी नव वर्ष नजदीक आने पर बड़े हादसों से बचने के लिए हाई अलर्ट पर रहने का भी आग्रह किया।

टिड्डियों के खतरे से निपटने में सहायता के लिए अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र निकाय ने भारत को धन्यवाद दिया
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘यह देखकर अच्छा लगा कि अफगानिस्तान में टिड्डियों के खिलाफ संघर्ष में भारत हमारा सहयोगी है। इस समर्थन के लिए धन्यवाद,’। 40 हजार लीटर मैलाथियान कीटनाशक की आपूर्ति दो ट्रकों में की गई और आधिकारिक तौर पर तालिबान-नियंत्रित अफगानिस्तान सरकार के कृषि, सिंचाई और पशुधन मंत्रालय को सौंप दिया गया।

बता दें कि शुष्क क्षेत्रों में अपनी प्रभावकारिता और न्यूनतम पानी के उपयोग के लिए जाना जाने वाला मैलाथियान टिड्डी नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है। यह सहायता न केवल अफगानिस्तान में तत्काल खतरे को संबोधित करती है बल्कि पड़ोसी मध्य एशियाई देशों में टिड्डियों के प्रसार को रोकने के लिए भी काम करती है।

नेपाल में जनमत पार्टी ने मधेश सरकार से समर्थन वापस लिया
जनमत पार्टी ने मधेश सरकार से अपने दो मंत्रियों को वापस बुला लिया है। साथ ही जनता समाजवादी पार्टी (जसपा) के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन भी वापस ले लिया है।
जनमत पार्टी के प्रदेश सांसद संजय यादव ने बताया कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर मिश्र को पत्र देकर बताया है कि उन्होंने मधेश सरकार छोड़ दी है। सरकार में जनमत पार्टी के कोटे से शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्री महेश प्रसाद यादव और श्रम एवं परिवहन मंत्री चंदन सिंह शामिल थे। सरकार में शामिल होने के बाद से ही जसपा व जनमत पार्टी में मतभेद चल रहे थे। सप्तरी में कृषि यूनिवर्सिटी भवन के शिलान्यास को लेकर दोनों दलों में खुलकर टकराव सामने आ गया।

पाकिस्तान आम चुनाव पर नजर रखेंगे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक
पाकिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री मुर्तजा सोलंगी ने कहा कि देश में आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव पर अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक और पत्रकार निगरानी रखेंगे और इन्हें कवर करेंगे। वहीं सरकार 170 से अधिक अनुरोधों पर विचार कर रही है जिनमें 24 भारत से हैं। विदेशी पत्रकारों, अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को जारी मान्यता पत्र केवल कराची, लाहौर व इस्लामाबाद तक के लिए सीमित हैं।

जबरन मजदूरी कराने से जुड़े मामले में भारतीय-अमेरिकी जोड़ा दोषी, 20 साल की जेल की सजा

अमेरिका के वर्जीनिया में शख्स से अपनी दुकानों पर जबरन मजदूरी कराने से जुड़े मामले में एक भारतीय-अमेरिकी जोड़े को दोषी पाया गया है। वर्जीनिया में संघीय अदालत में चले इस मामले में हरमनप्रीत सिंह (30) और कुलबीर कौर (43) पर अपने ही एक दूर के भाई से गैस स्टेशन और किराने की दुकान में जबरन काम करने का मामला चल रहा था। इसमें पाया गया कि इस जोड़े ने न सिर्फ शख्स कैशियर के तौर पर काम कराया, बल्कि उससे खाना बनवाने, साफ-सफाई कराने और दुकानों में बिक्री का लेखा-जोखा भी रखवाते थे। मामले में दोषी पाए जाने के बाद अब इस जोड़े को 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा रिहाई के पांच साल बाद भी उन पर निगरानी रखी जाएगी। इस जोड़े पर 2,50,000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है।

अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक वकील जनरल क्रिस्टेन क्लार्क ने कहा कि इस जोड़े ने अमेरिका में युवक को स्कूल भेजने का झूठा वादा किया। लेकिन उसे स्कूल न जाने देकर पीड़ित का भरोसा तोड़ा। इसके अलावा उससे शारीरिक, मानसिक तौर पर दुर्व्यवहार का शिकार भी बनाया गया। वह भी इसलिए ताकि यह जोड़ा युवक से हर तरह का फायदा उठा सके।

हरमनप्रीत और कुलबीर को पीड़ित के आव्रजन से जुड़े दस्तावेजों को जब्त करने और उसे समय समय चोट पहुंचाने का भी दोषी पाया गया। बताया गया है कि इस जोड़े ने उसके रहन-सहन की स्थिति को और बिगाड़ दिया था और उससे कम तनख्वाह में कई-कई घंटे काम कराया गया। अभियोजन पक्ष ने कहा कि जबरन मजदूरी और मानव तस्करी घिनौने अपराध हैं, जिनकी समाज में कोई जगह नहीं है।

बाइडन को भी प्राइमरी जीतने का भरोसा; न्यू हैंपशर में रिपब्लिकन-डेमोक्रेट खेमे का मुकाबला रोचकc

अमेरिका में इस साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव का प्रमुख मुकाबला होगा। इससे पहले प्राइमरी और कॉकस चरण में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हो रहा है। रिपब्लिकन प्रत्याशी के रूप में ट्रंप ने न्यू हैंपशर प्राइमरी में जीत हासिल की। एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद बाइडन को भी प्राइमरी में जीत हासिल करने का पूरा भरोसा है। अमेरिकी मीडिया के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक समर्थकों को एकजुट रखने के लिए बाइडन ने अनौपचारिक रूप से राइट-इन अभियान चलाया।

अमेरिकी सियासत में दो दिग्गजों की सीधी टक्कर
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन के राइट-इन अभियान से पहले डेमोक्रेट खेमा हताश होने लगा था। न्यू हैंपशर में चुनावी अभियान के प्रति बाइडन की कथित उदासीनता, कम उत्साह और तुलनात्मक रूप से नाम की कम चर्चा को लेकर डेमोक्रेट खेमा शर्मनाक हार की आशंका से जूझ रहा था, लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है। बाइडन प्राइमरी में जीत की औपचारिक घोषणा के बाद पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को सीधी टक्कर देंगे।

81 साल के बाइडन की जीत प्रतीकात्मक होगी
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक न्यू हैंपशर में बाइडन 21 उम्मीदवारों की सूची में शामिल नहीं थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसका कारण डेमोक्रेट गुट में आंतरिक पार्टी संघर्ष के कारण उन्होंने प्राइमरी के साथ-साथ परिणामों के लिए भी पंजीकरण नहीं कराया। इसके बावजूद 81 साल के बाइडन की जीत को प्रतीकात्मक माना जाएगा। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप से मिल रही सीधी और मजबूत टक्कर के बीच डेमोक्रेट खेमा न्यू हैंपशर प्राइमरी के परिणाम का स्वागत करेगा।

आंतरिक कलह के कारण डेमोक्रेट खेमा चिंतित; अब बदल चुके हैं समीकरण?
अमेरिकी चुनाव से पहले हुए कुछ सर्वे और स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप इस साल के अंत में चुनाव से पहले बाइडन के मुकाबले बेहतर स्थिति में दिख रहे हैं। काफी बड़ी संख्या में जनता बाइडन से असंतुष्ट भी दिख रही है। इन कारणों से डेमोक्रेट खेमा चिंतित था और उसका मानना था कि बाइडन को पर्याप्त समर्थन नहीं मिलेगा। चिंता बढ़ने के बीच बाइडन के समर्थकों ने ग्रेनाइट स्टेट में राइट-इन अभियान को बढ़ावा देना शुरू किया। खुद बाइडन न्यू हैंपशर में प्रचार करने नहीं पहुंचे। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी वर्जीनिया में बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने चुनाव प्रचार की शुरुआत की। दोनों ने गर्भपात के अधिकारों का समर्थन करते हुए रैली की मेजबानी की थी। दक्षिण कैरोलिना में मिला समर्थन भी बाइडन को मिली बढ़त का अहम कारण है।

चुनाव से पहले सर्वे में हैरान करने वाले नतीजे
मिशिगन-जॉर्जिया दो अहम राज्य हैं। दोनों राज्यों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, वर्तमान राष्ट्रपति बाइडन के मुकाबले मजबूत स्थिति में हैं। सीएनएन के सर्वेक्षण में पाया गया है कि दोनों राज्यों की बहुमत आबादी राष्ट्रपति बाइडन के काम से खुश नहीं है। एसएसआरएस की तरफ से कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक बाइडन के कार्यकाल में उनके प्रदर्शन, नीतियों और तत्काल कार्रवाई जैसे पहलुओं पर बड़ी आबादी के विचार नकारात्मक हैं। बाइडन के पास ट्रंप की तुलना में 2020 से भी कम समर्थक हैं। सीएनएन के मुताबिक, ये आंकड़े दोनों उम्मीदवारों के लिए संभावित चुनौतियों का संकेत देते हैं।

‘राष्ट्रपति की रेस से बाहर नहीं, लंबा रास्ता बाकी’; ट्रंप से हार के बाद भी भारतवंशी की आस बरकरार?

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2024 की प्रक्रिया जारी है। न्यू हैंपशर में प्राइमरी की रेस में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को विजेता घोषित किया गया है। ट्रंप से पिछड़ने के बावजूद भारतवंशी प्रत्याशी निक्की हेली ने हार मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि उम्मीदें बरकरार हैं। हालांकि, उन्होंने ट्रंप को जीत की बधाई भी दी। हेली ने कहा कि व्हाइट हाउस की रेस अभी खत्म नहीं हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिकर हैंपशर प्राइमरी चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद हेली ने राजधानी कॉनकॉर्ड में समर्थकों से बात की।

उन्होंने कहा कि न्यू हैंपशर का मुकाबला अमेरिका में पहले नंबर पर या देश में सबसे आखिरी मुकाबला है ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ अभी खत्म नहीं हुई है। खबरों के मुताबिक दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर रहीं हेली बुधवार को गृह राज्य का दौरा कर सकती हैं। हेली पाल्मेटो से अपना दौरा शुरू करेंगी।

गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को न्यू हैंपशायर में रिपब्लिकन पार्टी (GOP) के प्राइमरी में बड़ी जीत मिली है। ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी भारतवंशी उम्मीदवार निक्की हेली को इस परिणाम से बड़ा झटका लगा है। ट्रंप को इस जीत से नवंबर में होने वाले चुनाव में बड़ी बढ़त मिलने की संभावना है।

चुनाव परिणाम पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट
हिल की रिपोर्ट के मुताबिक कुल मतदान का 26 प्रतिशत वोटों की गिनती के बाद ट्रंप के खाते में 53.8 प्रतिशत वोट गए। इसी समय हेली को केवल 45.5 प्रतिशत वोट मिले। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 15 फीसदी वोटों की गिनती के बाद ट्रंप 53.1 फीसदी वोट मिले। 11 डेलीगेट्स के साथ ट्रंप निक्की हेली से आगे भी हैं।

ट्रंप निक्की हेली को रनिंग मेट बनाने से इनकार कर चुके हैं
ट्रंप ने इससे पहले निक्की हेली को उपराष्ट्रपति बनाने से इनकार कर दिया था। इसलिए न्यू हैंपशर के परिणाम उनके लिए बड़ा झटका है। संयुक्त राष्ट्र जैसे शीर्ष मंच पर अमेरिका का प्रतिनिधित्व पर चुकीं निक्की हेली को रनिंग मेट यानी उपराष्ट्रपति पद का रिपब्लिकन प्रत्याशी बनाने की संभावनाओं को ट्रंप ने सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि एक सीनेटर के तौर पर निक्की हेली ठीक हैं, लेकिन उन्हें उपराष्ट्रपति पद का संभावित उम्मीदवार या उनका रनिंग मेट नहीं माना जा सकता।

ताज ट्रिपेजियम जोन में दो साल में नहीं लग सका कोई उद्योग, वायु प्रदूषण का संकट बरकरार

उत्तर प्रदेश के आगरा में नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना को लेकर टीटीजेड (ताज ट्रिपेजियम जोन) में वायु प्रदूषण का संकट बरकरार है। नेशनल इनवॉयरनमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की गाइडलाइन से उद्योगों को कोई राहत नहीं मिल सकी। गाइडलाइन भी वायु प्रदूषण मानक में उलझ गई। ऐसे में पिछले दो साल में कोई नई निर्माण इकाई स्थापित नहीं हो पाई है।

नए उद्योग धंधों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2019 में नीरी से टीटीजेड में सर्वे कराया। 2021 में नीरी ने रिपोर्ट दी। जिसके बाद दिसंबर 2021 में पर्यावरण मंत्रालय ने नीरी की रिपोर्ट के आधार पर गाइडलाइन लागू की। इसमें जल एवं वायु प्रदूषण मानक आधारित उद्योग चिह्नित हुए। दावा किया गया कि 242 प्रकार की औद्योगिक इकाइयां शुरू हो सकेंगी।

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि नीरी गाइडलाइन के तहत एक होटल, एक कार का सर्विस सेंटर सहित तीन एनओसी जारी की गई है। इनमें कोई निर्माण इकाई नहीं है। भारी उद्योग के लिए गाइडलाइन नहीं है। जिनका प्रदूषण स्कोर 11 से 20 है ,उन्हीं पर गाइडलाइन लागू है। जिनका प्रदूषण स्कोर 20 से अधिक है उन उद्योग धंधों की स्थापना के लिए नीरी से अनुमति लेनी पड़ेगी। पिछले दो साल में इस संबंध में हुए किसी आवेदन की जानकारी नहीं है।

ठिठक रहा 2.26 लाख करोड़ रुपये का निवेश
फरवरी 2022 में ग्लोबल इनवेस्टर समिट में आगरा में 300 से अधिक उद्यमियों ने 3.30 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव दिए थे। जिनमें 2.26 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू साइन हुए। करीब 11 महीने बाद 2.26 लाख करोड़ रुपये के निवेश में 8863 करोड़ रुपये के प्रस्ताव धरातल पर भूमि पूजन के लिए तैयार हुए। भूमि पूजन कब होगा यह अभी तक तय नहीं हो सका है। ऐसे में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक धनराशि का निवेश आगरा से ठिठक रहा है।

आठ साल से बंदिशों में फंसा औद्योगिक विकास
आगरा का औद्योगिक विकास पिछले आठ साल से बंदिशों में फंसा है। टीटीजेड में वायु एवं जल प्रदूषण को लेकर पर्यावरण मंत्रालय ने नए उद्योग धंधों की स्थापना पर रोक लगाई थी। जिसके बाद से उद्योग धंधे नहीं लग सके। नीरी की गाइडलाइन भी बेअसर साबित हो गई। गाइडलाइन के बावजूद उद्योग धंधों की राह आसान नहीं हो सकी है।

परिजन कर रहे थे अंतिम संस्कार, पहुंची पुलिस… चिता से उठवा ली नौजवान बेटे की लाश; बात सुन सभी रह गए सन्न

उत्तर प्रदेश के एटा में बीती रात एक युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। परिजन पुलिस को सूचना दिए बगैर अंतिम संस्कार करने के लिए श्मसान लेकर पहुंचे। इसी समय किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। इस पर पुलिस श्मसान पहुंची और अंतिम संस्कार को रुकवा दिया। घटना जलेसर कोतवाली क्षेत्र के नूहखास गांव की है। बताया गया कि गांव निवासी भूरी सिंह का 27 वर्षीय बेटे सत्येंद्र ने घर पर रखी आलमारी में फंदे से झूल गया। उसने पत्नी की साड़ी का ही फंदा बनाया था। घरवालों ने देखा तो चीख पुकार मच गई। शोर सुनकर गांव के लोग आ गए। ग्रामीण परेशान परिजन को ढांढस बधाते रहे। परिजन अंतिम संस्कार कर ही रहे थे कि पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखकर वह लोग सन्न रह गए। इसके बाद पुलिस ने शव को चिता से उठवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

परिजन ने बताया कि बेटा शराब पीने का आदी था। इसकी वजह से आए दिन घर में कलह होती थी। इससे पत्नी भी काफी परेशान रहती है। मंगलवार की शाम भी वह काफी शराब पीकर आया था। इस पर पिता व मां ने पीट दिया था। इसके बाद वह खाना खाकर सो गया। रात करीब 11 बजे फंदे पर लटका देखा गया। करीब 10 वर्ष पहले सत्येंद्र की शादी हुई थी। एक बेटी है। समझाने का काफी प्रयास किया गया लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। अब जान दे दी।

साले ने लगाया हत्या का आरोप
प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि सत्येंद्र शराब पीने का आदी था। डांटने पर फंदा लगाकर जान दे दी। उसके साले श्रीनिवास निवासी मतवारी, थाना विजयगढ़, जिला अलीगढ़ ने फोन करके पिता पर हत्या करने का आरोप लगाया। इस पर पुलिस ने श्मशान पहुंचकर शव को कब्जे में लिया है। बताया कि उसका साला पहले भांजी के नाम जमीन कराना चाहता था, बाद में अंतिम संस्कार। इसको लेकर दोनों पक्षों में नोंक झोंक भी हुई है।

दर्शन करने पहुंचे प्रवीण तोगड़िया, ‘अयोध्या, मथुरा और विश्वनाथ तीनों लेंगे एक साथ’ का दिया नारा

अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया अपने समर्थकों के साथ बुधवार की दोपहर अयोध्या पहुंचे। उन्होंने सरयू तट पर स्थित परमहंस रामचंद्र दास की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें नमन किया है।इस अवसर पर उन्होंने नारा दिया कि अयोध्या, मथुरा और विश्वनाथ तीनों लेंगे एक साथ। वे अपने हजारों समर्थकों के साथ पहुंचे हैं और दोपहर में 2:00 बजे रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे। तोगड़िया ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण से हजारों कारसेवकों के संकल्प की सिद्ध हुई है। आज हम उन्हीं कारसेवकों को अयोध्या में नमन करने आए हैं।

रामलला के दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ के बाद UP सरकार ने की ये अपील, आने से पहले सूचना दे दीजिए

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद बुधवार को दूसरे दिन भी रामलला के दर्शन के लिए भक्तों का भारी हुजूम देखा जा रहा है। लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि मंगलवार की तरह बुधवार को अव्यवस्थाओं का आलम नहीं दिखा। श्रद्धालु लंबी लाइनें में लगकर रामलला के दर्शन कर रहे हैं। दर्शन अनवरत चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी खुद पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद राम मंदिर में खुद व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाले हुए हैं। इस बीच, सरकार ने देश-प्रदेश के अति विशिष्ट, विशिष्ट और गणमान्यजनों से अयोध्या आने से एक सप्ताह पहले प्रशासन को जानकारी देने की अपील की है।

गणमान्य जनों से की अपील
जारी किए गए आदेश में कहा गया कि अति विशिष्ट, विशिष्ट और गणमान्य जन अयोध्या आने से एक सप्ताह पहले स्थानीय प्रशासन, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राज्य सरकार को सूचित करें। उत्तर प्रदेश के डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि हमने यह सुनिश्चित किया कि यहां बेहतर भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन किया जाए। हमें शासन का निर्देश था कि भक्तों को किसी भी तरह कोई असुविधा न हो। जो भी प्रबंध रात भर में अंतर्विभागीय समन्वय से हमने किया था उसके अच्छे और सुखद परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

उन्होंने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को कतारों में लगा दिया गया है। अनवरत दर्शन चल रहे हैं। आज मंदिर और उसके आसपास लगभग 8000 पुलिस कर्मी मौजूद हैं। सीआरपीएफ, एसएसएफ और अन्य पुलिस अधिकारी मंदिर के अंदर तैनात किए जाएंगे। स्थिति के आधार पर मंदिर के बाहर तैनाती में बदलाव किया जाएगा।

अयोध्या राम मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, यूपी डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि हमने भीड़ नियंत्रण उपायों में सुधार किया है, और यह सुनिश्चित करने के लिए श्रद्धालुओं की लाइनें बनवाई हैं। आज, भीड़ कल की तुलना में कम है और व्यवस्थाएं अच्छी हैं। हम भक्तों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हैं।

वजूखाने के सर्वे मामले में सुनवाई से हटे जज, अब 31 जनवरी को होगी अगली सुनवाई

वाराणसी के ज्ञानवापी स्थित वजूखाने के सर्वे की मांग के लिए दाखिल याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम ने स्वयं को सुनवाई से अलग कर लिया। साथ ही सुनवाई के लिए याचिका किसी अन्य पीठ के समक्ष भेजने के लिए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को संदर्भित कर दिया है। याचिका पर सुनवाई अब 31 जनवरी को होगी। राखी सिंह की ओर से दाखिल याचिका में वजुखाने का सर्वे कराने की मांग से इनकार करने के वाराणसी जिला जज के आदेश को चुनौती दी गई है।

ज्ञानवापी मामले में जिला जज का बड़ा आदेश, दोनों पक्षों को दी जाएगी सर्वे की हार्ड कॉपी

ज्ञानवापी परिसर की सीलबंद सर्वे रिपोर्ट को लेकर जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाया। जिला जज ने वादी पक्ष को सर्वें रिपोर्ट दिए जाने का आदेश दिया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने पहले ही रिपोर्ट अदालत में दाखिल की थी। मामले में लशाम तक आदेश आएगा, फिर नकल के लिए पक्षकार कोर्ट में आवेदन देंगे। रिपोर्ट ई मेल से नहीं मिलेगी। एएसआई ने मेल करने पर आपत्ति की थी। उधर, अंजुमन ने सार्वजनिक करने पर आपत्ति की थी, जबकि चार महिला वादियों के अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन ने कहा था कि यह सार्वजनिक होनी चाहिए।

मां शृंगार गौरी केस की वादिनी सीता साहू, रेखा पाठक, मंजू व्यास और लक्ष्मी देवी की तरफ से सर्वे रिपोर्ट की प्रति दिए जाने का अनुरोध अदालत से किया गया था। वादिनी महिलाओं का कहना था कि यह जनहित का मुद्दा है। इसे गोपनीय बनाकर हौव्वा बनाया जा रहा है। हिंदू पक्ष की ही एक अन्य वादिनी राखी सिंह का कहना था कि अदालत में दाखिल रिपोर्ट के अध्ययन का अधिकार वादी पक्ष को है।

वहीं, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी का कहना है कि यदि सर्वे रिपोर्ट वादिनी महिलाओं को दी जाती है तो उन्हें भी उपलब्ध कराई जाए। उधर, एएसआई का कहना है कि जब तक प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ के मुकदमे में ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट की प्रति वह दाखिल न कर दे, तब तक उसे सार्वजनिक न किया जाए।