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अयोध्या में राम लहर… दूसरे दिन भी रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार; तस्वीरें

राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दूसरे दिन आज भी राम भक्तों में रामलला के दर्शन के लिए भारी उत्साह है। मंगला आरती के साथ ही दर्शन निरंतर जारी हैं। मौके पर प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और स्थानीय अधिकारी मौजूद हैं। आज भीड़ सामान्य है। दरअसल, प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन मंगलवार को भारी भीड़ के मंदिर परिसर में घुसने से अव्यवस्था फैल गई थी। मुख्यमंत्री के साथ मंदिर में हुई अफसरों की बैठक में यह मामला उठा। इसके बाद यह तय हुआ कि मंदिर के बाहर से लंबी लाइन लगाकर दर्शन कराए जाएंगे।

खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धैर्य के साथ दर्शन करने की अपील की। इसका असर बुधवार को दिखाई भी दिया। बुधवार को व्यवस्था के साथ दर्शन किए जा रहे हैं। हजारों लोगों के मंदिर परिसर में आ जाने के बाद भी दर्शन प्रक्रिया सुचारू रूप से बिना धक्के-मुक्के होती रही। लंबी-लंबी कतारें सुबह से ही दिखनी शुरू हो गईं। आज वरिष्ठ अधिकारी गर्भ गृह में मौजूद हैं। सुबह से ही श्रद्धालु को व्यवस्थित तरीके से लाइन में लगाकर दर्शन कराया जा रहा है। श्रद्धालु जय श्रीराम का नारा लगा रहे हैं। रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद दूसरे दिन श्री रामलला के दर्शन के लिए रामपथ पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है। इससे पहले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन मंदिर मंगलवार को भी रामभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। रामजन्मभूमि पथ पर तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन भक्तों की आस्था ने दर्शन का भी नया रिकॉर्ड बनाया। मंगलवार को पांच लाख श्रद्धालुओं ने श्रीराम दरबार में हाजिरी लगाई। मंदिर में रात नौ बजे तक दर्शन कराए गए। इंतजाम सुचारु बनाने के लिए शाम को सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने अयोध्या पहुंच श्रद्धालुओं से धैर्य रखने का आग्रह किया।

अब सुबह छह से रात 10 बजे तक अनवरत दर्शन
जिला प्रशासन व श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने तय किया है कि अब सुबह छह से रात दस बजे तक अनवरत दर्शन होंगे। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि इस बीच आरती व भोग के लिए थोड़ी देर दर्शन रोके जाएंगे। उत्तर प्रदेश विशेष एडीजीएलओ प्रशांत कुमार ने कहा कि यहां लोगों की भारी भीड़ जुट चुकी है। मुख्य गृह सचिव और मुझे यहां जा गया है। भीड़ को सिस्टमैटिक तरीके से भेजा जा रहा है। हमें लोगों के लिए चैनल बनाए हैं।

फिर घोषित हुए अवकाश, कक्षा आठ के स्कूलों की हुई छुट्टियां; पढ़ें नया अपडेट

स्कूली बच्चों के लिए जरूरी खबर है। यूपी के बदायूं जिले में भीषण सर्दी को देखते हुए जिलाधिकारी ने बड़ा फैसला लिया है। कक्षा आठ तक के सभी बोर्ड के स्कूलों और आंनगबाड़ी केंद्रों में 27 जनवरी का अवकाश घोषित कर दिया है। 28 जनवरी को रविवार है। ऐसे में 29 जनवरी को अब स्कूल खुलेंगे।

बदायूं डीएम मनोज कुमार ने निर्देश दिए हैं कि कक्षा आठ तक के सभी सरकारी, गैर सरकारी, प्राइवेट, कस्तूरबा विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र 28 जनवरी तक बंद रखे जाएं। कक्षा नौ से 12 तक के सभी स्कूलों में कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन किया जा सकता है। ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन सुबह 10 बजे शाम तीन बजे तक होगा।

मंगलवार को खुले थे स्कूल
जिले में पिछले कई दिन से भयंकर ठंड पड़ रही है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है। डीएम ने मौसम के हालात को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी कर दी थी और मंगलवार से स्कूलों को खोलने के निर्देश दिए थे। ऐसे में सुबह कोहरे में ठिठुरते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे तो कई जगह उन्हें फर्नीचर न होने के कारण ठंडी जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ी।

दूरदराज से आने वाले बच्चे रहे ज्यादा परेशान
दूरदराज से स्कूल आने बच्चों को बहुत परेशानी हुई, क्योंकि उनको स्कूली वाहन या अन्य वाहनों के माध्यम से विद्यालय आना पड़ा। ऐसे में वाहन स्कूल समय से काफी पहले ही पहुंच गए। ऐसे में बच्चों को सुबह आठ से नौ बजे के बीच ही घरों से बाहर आना पड़ गया। ऐसे में ठंड में ठिठुरते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे। वहां पर भी उन्हें ठंड में परेशान होना पड़ा।

ठंड में ठिठुर रहे गोवंश, जिम्मेदार बेखबर
प्रशासन के सख्त आदेश हैं कि ठंड में कोई गोवंश खुले में न रहे लेकिन यहां आदेश हवा- हवाई साबित हो रहे हैं। इस कड़ाके की ठंड में भी गोवंश ठिठुरने को मजबूर हैं। क्षेत्र के कटैया केसर गांव में गोआश्रय स्थल में गोवंश को नहीं रखा गया है। ऐसे में ग्रामीणों ने छुट्टा पशुओ को ठंड से बचाने के लिए प्रशासन से मांग की है।

फरार टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी, केंद्रीय बल के साथ संदेशखाली पहुंची ईडी की टीम

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केंद्रीय बल के साथ मिलकर बुधवार को उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के आवास पर फिर एक बार छापेमारी की। राशन घोटाला मामले के तहत टीएमसी नेता के आवास पर छापेमारी की जा रही है।

शाहजहां शेख के आवास पर फिर छापेमारी
एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 120 से अधिक कर्मियों के साथ पहुंचे ईडी अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस और गवाहों के रूप में दो स्थानीय लोगों की उपस्थिति में संदेशखली इलाके में शेख के आवास के दरवाजे को तोड़ दिया। उन्होंने मीडिया को बताया, ‘हम आज शेख के आवास की तलाशी लेंगे। हम वहां के निवासियों से बात करने की भी कोशिश करेंगे।’ घर में प्रवेश करने के बाद अधिकारियों ने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया और तलाशी शुरू कर दी।

क्या था मामला
बता दें कि पांच जनवरी को ईडी ने शाहजहां के आवास पर छापेमारी की थी। जहां कुछ स्थानीय समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया। इस हमले में ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए थे। जिला पुलिस और शेख के परिवार के सदस्यों ने ईडी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। हालांकि, इस घटना के बाद से ही शाहजहां फरार है। वहीं, पश्चिम बंगाल में राशन वितरण घोटाला मामले में राज्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार किया गया है।

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न का स्वागत, पर जातिगत जनगणना से क्यों भाग रही मोदी सरकार’

दिग्गज समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के फैसले का कांग्रेस ने स्वागत किया है। हालांकि, पार्टी ने इसके एलान को जातिगत जनगणना के मुद्दे से जोड़ते हुए भाजपा पर तंज भी कसा। कांग्रेस ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कराना ही ठाकुर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकारी इससे भाग रही है।

गौरतलब है कि कर्पूरी ठाकुर का नाम मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के लिए चुना गया है। राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को उनकी जन्म शताब्दी की पूर्वसंध्या पर यह घोषणा की। रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘सामाजिक न्याय के प्रणेता जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को ‘भारत रत्न’ दिया जाना भले ही मोदी सरकार की हताशा और पाखंड को दर्शाता है, फिर भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत भारत रत्न दिए जाने का स्वागत करती है।’’

‘राहुल गांधी लगातार कर रहे जातिगत जनगणना की वकालत’
उन्होंने कहा कि भागीदारी न्याय भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच स्तंभों में से एक है, इसके आरंभिक बिंदु के रूप में जातिगत जनगणना की जरूरत होगी। रमेश ने कहा, ‘‘राहुल गांधी लगातार इसकी वकालत करते रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार ने सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के नतीजे जारी करने से भी इनकार कर दिया है और एक नई राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराने से भी इनकार कर दिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सभी वर्गों को भागीदारी देने के लिए जातिगत जनगणना कराना ही सही मायनों में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को सबसे उचित श्रद्धांजलि होती, लेकिन मोदी सरकार इससे भाग रही है।’’ कर्पूरी ठाकुर की 24 जनवरी को 100वीं जयंती है। इससे एक दिन पहले केंद्र सरकार ने उन्हें यह सम्मान देने का एलान किया है।

सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले बिहार के तीसरे व्यक्ति
कर्पूरी ठाकुर पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे। वे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले बिहार के तीसरे व्यक्ति होंगे। उनसे पहले प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और लोकनायक जयप्रकाश नारायण को यह सम्मान दिया गया था। बिहार में जन्मे बिसमिल्लाह खां को भी भारत रत्न से नवाजा जा चुका है। हालांकि, उनकी कर्मभूमि उत्तर प्रदेश की वाराणसी रही। उनका परिवार आज भी काशी में रहता है।

अब तक 48 लोगों को मिल चुका है यह सम्मान
करीब 68 साल पहले शुरू हुए इस सर्वोच्च सम्मान से अब तक 48 हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। पहली बार साल 1954 में आजाद भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राज गोपालाचारी, वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन और सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था।

इस गणतंत्र दिवस अपने पहनावे और मेकअप में दिखाएं देशभक्ति की झलक

हर भारतवासी के लिए 26 जनवरी का दिन बेहद खास होता है। इसी दिन भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। बात करें इस साल की तो साल 2024 में भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। दरअसल, 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था। ऐसे में गणतंत्र दिवस के दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इस दिन सशस्त्र बलों और स्कूली बच्चों द्वारा ध्वजारोहण समारोह और परेड आयोजित की जाती है।

इस खास दिन को और ज्यादा खास बनाने के लिए हर कोई तिरंगे के रंग में रंगा दिखाई देता है। खासतौर पर अगर बात करें महिलाओं की तो वो गणतंत्र दिवस के दिन बेहद अलग तरह से तैयार होती हैं। अगर आप भी इस साल अपने पहनावे से देशभक्ति की झलक दिखाना चाहते हैं, तो ये लेख आपके लिए है। गणतंत्र दिवस के उल्लास को देखते हुए हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनको फॉलो करके आप तैयार हो सकती हैं।

पहनें ट्राई कलर दुपट्टा

अपने सिंपल से सफेद सूट के साथ आप इस तरह का ट्राई कलर दुपट्टा कैरी कर सकती हैं। इसके साथ अपने माथे पर बिंदी जरूर लगाएं। उसी से आपका लुक प्यारा लगेगा।

ट्राई कलर सूट

अगर पूरे लुक को तिरंगे के रंग में रंगना चाहती हैं तो गणतंत्र दिवस के दिन सफेद कुर्ते के साथ केसरिया दुपट्टा और हरा सलवार आपके लुक को कंप्लीट करने में मदद करेगा।

मेकअप रखें खास

गणतंत्र दिवस के दिन अपने मेकअप को भी खास तरह से अप्लाई करें। आप इसके लिए आंखों पर ट्राई कलर आईशैडो लगा सकती हैं। इसके लिए अपने आंखों के बाएं साइड पर ऑरेंज आई शैडो, राइट पर ग्रीन शैडो लगाएं और इन दोनों के बीच सफेद रंग का आई शैडो लगाएं।

नेल आर्ट

अगर आप कुछ खास करना चाहती हैं तो अपने नाखूनों पर इस तरह की डिजाइन बना सकती हैं। इससे आपका लुक और भी ज्यादा खूबसूरत दिखेगा।

पहनें खादी

आप देशभक्ति की झलक दिकाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान को सपोर्ट कर सकती हैं। इसके लिए अगर आप खादी के कपड़े पहनेंगी तो भी आपका लुक काफी प्यारा दिखेगा।

इस तरह से बढ़ाएं अपनी बेटी का आत्मविश्वास, तभी मिलेगी उसके हौसलों को उड़ान

जिस तरह से हर घर के लिए बेटा जरूरी माना जाता है, ठीक उसी तरह से समाज के और राष्ट्र के उत्थान के लिए हर घर में बेटी का होना बेहद महत्वपूर्ण है। जब एक लड़की जन्म लेती है तो वो अपने घर के साथ-साथ अपने ससुराल की भी जिम्मेदारी बखूबी निभाती है। ऐसे में परिवार को संभालने से लेकर परिवार की पीढ़ी को आगे बढ़ाने तक की जिम्मेदारी एक लड़की की ही होती है।

एक समय था, जब बेटियों को लोग बोझ मानते थे, पैदा होते ही लड़की को मार दिया जाता था, पर आज का वक्त बदल चुका है। अब लोग अपने घर की लड़की को ना सिर्फ शिक्षित बनाते हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का भी पूरा प्रयास करते हैं। आज के वक्त में लड़कियां ऊंचाईयों की राह पर चलकर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन कर रही हैं।

लड़कियों की स्थिति को और ज्यादा सुधारने के लिए वर्तमान में कई संगठन काफी काम कर रहे हैं। बेटियों के खिलाफ होने वाले अपराधों से उन्हें बचाने और उनके सामने आने वाली चुनौतियों व अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। हर साल ये दिन 24 जनवरी को मनाया जाता है। अगर आपके घर में भी बेटी है तो उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए आप कुछ पहल जरूर करें।

सिखाएं आत्मरक्षा के गुण

आज के समय में जब लड़कियां अकेले स्कूल, कॉलेज और दफ्तर जा रही हैं, तो उन्हें आत्मरक्षा का ज्ञान जरूर होना चाहिए क्योंकि ऐसा जरूरी नहीं है कि उनके साथ हर वक्त कोई ना कोई मौजूद रहे। ऐसे में अपने घर की लड़की को बचपन से ही आत्मरक्षा के गुण सिखाएं, ताकि वो खतरे के वक्त खुद का बचाव कर सके।

बढ़ाएं उनका आत्मविश्वास

आपने अक्सर देखा होगा, कि बहुत सी लड़कियां शिक्षित होने के बावजूद अपने विचार लोगों के सामने रखने के डरती हैं। उन्हें लगता है कि लोग उनका मजाक उड़ाएंगे। ऐसा तब होता है, जब किसी में आत्मविश्वास की कमी हो। अगर आपके घर की बेटी भी कुछ कहने या करने से डरती है तो उसका आत्मविश्वास जरूर बढ़ाएं। उन्हें अपना काम खुद से करने की सलाह दें।

करने दें फैसला

ज्यादातर लड़कियों की पढ़ाई से लेकर हर छोटा-बढ़ा फैसला, उनके घर के बड़े या पुरुष ही करते हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। हर किसी को ये हक होता है, कि वो अपने से जुड़े फैसले खुद से लें। अपने घर की बेेटी को फैसला लेने के लिए प्रेरित करें। फैसला लेते वक्त उनका साथ दें। अगर उन्हें कहीं संशा हो तो उन्हें आराम से बैठा कर समझाएं।

ना करें ज्यादा रोक-टोक

ज्यादा रोक-टोक करने से आपके घर की बेटी का आत्मविश्वास खत्म हो सकता है। ऐसे में उन्हें अच्छा और गलत समझाएं, लेकिन ज्यादा रोक-टोक ना करें। किसी भी लड़की पर प्रतिबंध लगाना किसी भी हद तक सही नहीं है। इससे वो कैद हो जाती हैं।

बनाएं आत्मनिर्भर

आज के समय में जिस तरह से लड़कों का नौकरी करना जरूरी है, ठीक उसी तरह से लड़कियों को भी आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। यहां बात सिर्फ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की नहीं है, आप उन्हें ड्राइव करना सिखा सकते हैं, ताकि वो घर के काम के साथ-साथ बाहर की जिम्मेदारी भी बिना डरे उठा सकें। इसके साथ ही उन्हें नौकरी के लिए भी प्रोत्साहित करें।

24 जनवरी को क्यों मनाते हैं भारत में बालिका दिवस, जानें इतिहास और महत्व

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। साल 2023 में राजस्थान के उदयपुर जिले में 10 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म और उसके शरीर के 10 टुकड़े कर दिए गए। भीलवाड़ा में एक मासूम बच्ची को कोयले की भट्टी में झोंकने की वारदात सामने आई थी। उदयपुर और प्रतापगढ़ जिले में महिलाओं को नग्न परेड कराई गई।

बालिकाओं व महिलाओं के खिलाफ होने वाले इन अपराधों से उन्हें बचाने और उनके सामने आने वाली चुनौतियों व अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। देश की बेटियों को सशक्त बनाने के लिए हर साल राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी को मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि कब और क्यों राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की शुरुआत हुई। इस वर्ष बालिका दिवस 2024 की थीम क्या है और इस दिन को मनाने के पीछे किस महिला का हाथ है।

राष्ट्रीय बालिका दिवस का इतिहास

प्रतिवर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाते हैं। इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 2008 से हुई। पहली बार महिला बाल विकास मंत्रालय ने 24 जनवरी 2008 में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया था।

24 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं बालिका दिवस

बालिका दिवस को 24 जनवरी के दिन मनाने की एक खास वजह है। इस दिन का नाता देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जुड़ा है। इंदिरा गांधी ने 24 जनवरी 1966 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। देश की बेटी के इस सर्वोच्च पद तक पहुंचने को उपलब्धि को प्रतिवर्ष याद करने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से 24 जनवरी का दिन महत्वपूर्ण माना गया।

बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य

देश की बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करके उन्हें समाज में विकास के लिए समान अवसर और सम्मान दिलाने के लिए यह दिन मनाते हैं। इसके अलावा बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव के बारे में सभी लोगों को जागरूक करना भी उद्देश्य है।

राष्ट्रीय बालिका दिवस 2024 की थीम

प्रतिवर्ष बालिका दिवस की एक खास थीम तय की जाती है। 2021 में बालिका दिवस की थीम ‘डिजिटल पीढ़ी, हमारी पीढ़ी’ थी। बालिका दिवस 2024 की थीम की घोषणा फिलहाल नहीं हुई है।

बाबा साहेब की जयंती मनाने इकट्ठा हुए सितारे, गोविंदा-जितेंद्र ने बताया महान व्यक्ति

शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की मंगलवार, 23 जनवरी को 98वीं जयंती थी। इस मौके पर की दिग्गजों ने उन्हें याद किया। बाला साहब ठाकरे की जयंती पर तमाम बॉलीवुड हस्तियों ने भी उन्हें याद कर नमन किया। उनकी जयंती के सम्मान में मुंबई में एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें तमाम बॉलीवुड सितारे पहुंचे।

बाला साहब ठाकरे का जन्म 23 जनवरी 1926 को हुआ था। उनकी जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में जितेंद्र, गोविंदा, सोनू निगम, तलत अजीज और स्मिता ठाकरे समेत कई लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में जितेंद्र समेत कई लोगों ने दीप प्रज्वलित कर उन्हें नमन किया। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और मुक्ति फाउंडेशन की संस्थापक स्मिता ठाकरे ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। बाला साहेब को याद करते हुए उनकी बहु स्मिता ठाकरे ने कहा कि साहब के साथ बहुत सारी यादें हैं। हमने भी काफी वक्त उनके साथ गुजारा है।’

वहीं, जितेंद्र ने कहा, ‘आज हम सब यहां बाला साहेब को याद कर रहे हैं। मैं अपने आप को खुशकिस्मत समझता हूं कि मेरा पूरा जीवन उस मिट्टी में गुजरा, जिस मिट्टी को बाला साहब ने अपनी मुट्ठी में बांधकर रखा। वो इस मिट्टी के लिए ही जीये। अपनी पुरी जिंदगी उन्होंने इस मिट्टी को दे दी।’

इसके बाद गोविंदा ने बाला साहेब ठाकरे को याद कर कहा, हम सब खुशकिस्मत हैं, जो ऐसे देविक और दिव्य आत्मा व्यक्ति की सेवा करने का अवसर मिला। उन्हें लेकर जो एहसास है वह शब्दों में बयां नहीं हो सकता। जो लोग देविक और दिव्य आत्मा हैं, जिस नाम की सीढ़ी से पीढ़ियां आगे निकलती है और जिसका ऐश्वर्य कभी खत्म नहीं होता। इस राज्य में कई ऐसे नेता हैं, जो आपकी वजह से सीएम हुए, राज कर पाए। मुझे लगता है कि महाराष्ट्र की जो ताक है, उसे पूरी दुनिया तक अगर किसी ने पहुंचाया है, तो वो आदरणीय बाला साहेब ठाकरे हैं।’ इसके अलावा तलत अजीज और सोनू निगम ने भी शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की प्रशंशा की और कहा कि वे बहुत ही महान व्यक्ति थे। स्मिता ठाकरे ने बाद में सभी सेलेब्स का स्वागत करते हुए उन्हें शॉल उड़ाया और अवॉर्ड दिया।

बॉक्स ऑफिस पर बरकरार ‘हनुमान’ का जलवा, ‘गुंटूर कारम’ समेत अन्य फिल्मों का कैसा है हाल?

बॉक्स ऑफिस पर इन दिनों कई बड़ी फिल्में लगी हुई हैं। इन फिल्मों में पंकज त्रिपाठी स्टारर ‘मैं अटल हूं’, महेश बाबू की ‘गुंटूर कारम’, तेजा सज्जा की ‘हनुमान’ और विजय सेतुपति और कैटरीना कैफ ‘मेरी क्रिसमस’ शामिल हैं। बॉक्स ऑफिस पर ये सभी फिल्में एक-दूसरे को टक्कर देने में लगी हुई हैं। कई फिल्में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं, कुछ बोरिया-बिस्तर समेटने वाली कगार पर पहुंच चुकी हैं। इन सभी फिल्मों में कौन सबसे आगे चल रहा है, ये तो इनके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से पता चलेगा। तो आइए जानते हैं मंगलवारर को बॉक्स ऑफिस पर इन सभी फिल्मों का क्या हाल रहा…

हनुमान
प्रशांत वर्मा के निर्देशन में बनी ‘हनुमान’ कमाई के मामले में शुरुआत से ही धांसू प्रदर्शन कर रही है। तेजा सज्जा स्टारर हनुमान दर्शकों को बहुत पसंद आ रही है। फिल्म को दर्शकों से मिल रहे प्यार के बाद अब फिल्म के सीक्वल ‘जय हनुमान’ की भी घोषणा कर दी गई है। फिल्म ‘हनुमान’ सभी को बेहद पसंद आ रही है। ‘हनुमान’ ने 12वें दिन 4.25 करोड़ रुपये की कमाई की है। अब तक इस फिल्म ने 143.25 करोड़ का बिजनेस कर लिया है।

मैं अटल हूं
अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘मैं अटल हूं’ को दर्शकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित ये फिल्म अच्छा प्रदर्शन कर रही है। रवि जाधव के निर्देशन में बनी इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभाई है। फिल्म पांचवे दिन 75 लाख की कमाई की है। इसी के साथ ही फिल्म अब तक 7.10 करोड़ की कमाई कर ली है।

गुंटूर कारम
साथ अभिनाते महेश बाबू की फिल्म ‘गुंटूर कारम’ बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन से अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मगर आप फिल्म की कमाई लाखों में सिमट गई है। मंगलवार यानी कि 12वें दिन फिल्म ने महज 75 लाख का कलेक्शन किया है। इसी के साथ ही ‘गुंटूर कारम’ ने अब तक 119.45 करोड़ कलेक्शन कर लिया है।

मेरी क्रिसमस
साउथ के जाने-माने अभिनेता विजय सेतुपति और कैटरीना कैफ की ‘मेरी क्रिसमस’ को दर्शकों की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। हालांकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कुछ खास कमाल नहीं दिखा पा रही है। श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी इस फिल्म का अब बस्ता बंद करने का समय आ गया है। 11वें दिन ‘मेरी क्रिसमस’ ने महज 23 लाख रुपये की कमाई की है। फिल्म ने अब तक 17.94 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है।

अगर एक दिन के लिए प्रधानमंत्री बने तो क्या करेंगे पंकज त्रिपाठी? अभिनेता ने बताई अपनी योजना

अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘मैं अटल हूं’ सिनेमाघरों में लगी हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जिंदगी पर आधारित इस फिल्म में अभिनेता ने लीड भूमिका अदा की है। एक बार फिर इस फिल्म में उन्होंने अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया है। हाल ही में पकंज त्रिपाठी से एक मीडिया बातचीत के दौरान सवाल पूछा गया कि अगर वे एक दिन के लिए प्रधानमंत्री बनते हैं तो क्या करेंगे? इसका उन्होंने खूब दिलचस्प जवाब दिया।

पीएम बनने पर क्या करेंगे?
इस सवाल का जवाब देते हुए अभिनेता ने कहा कि इस किस्म की भूमिका में सब धीरे-धीरे दिनभर में सामने आएगा। अभिनेता ने बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने इस भूमिका को निभाते हुए जटिलताओं को गहराई से समझा। उन्होंने कहा कि शुरुआत कहां से करनी है, निर्णय लेना, जिम्मेदारियों को समझना और स्थिति की मांग के अनुसार आत्मविश्वास को अपनाना ये सब इस प्रक्रिया में शामिल रहा।

स्वीकार की नेपोटिज्म की बात
पंकज त्रिपाठी ने इसके अलावा हमेशा चर्चा में रहने वाले भाई-भतीजावाद के मुद्दे पर भी अपने विचार साझा किए। अभिनेता ने नेपोटिज्म के होने की बात स्वीकार की और माना कि अलग-अलग क्षेत्र में यह मौजूद है। हालांकि, साथ ही ये भी कहा कि मूल्यांकन के लिए आखिरी पैमाना प्रतिभा ही है। उन्होंने यह स्पष्ट किया की प्रतिभा और योग्यता को पृष्ठभूमि से ऊपर उठना चाहिए।

अच्छी कमाई कर रही फिल्म
बात करें ‘मैं अटल हू’ की तो फिल्म खूब पसंद की जा रही है। इस फिल्म का निर्देशन रवि जाधव ने किया है। ओपनिंग डे पर इस फिल्म ने 1.15 करोड़ रुपय का कारोबार किया। आंकड़ों के मुताबिक पांच दिनों में इस फिल्म का घरेलू बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन 7.10 करोड़ रुपये हो चुका है।