Friday , October 25 2024

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आज का राशिफल; 24 जनवरी 2024

मेष राशि:
आज का दिन आपके लिए कुछ नए संपर्कों से लाभ लेकर आएगा। पारिवारिक मामलों में आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। प्रेम और सहयोग की भावना आपके मन में बनी रहेगी। सामाजिक गतिविधियों में आप पूरी सक्रियता दिखाएंगे और अपने अनुभवों का लाभ उठाएंगे। आपको ससुराल पक्ष से मान सम्मान मिलता दिख रहा है। जीवनसाथी की किसी बात को यदि आपने नजरअंदाज किया, तो वह आज आपसे नाराज हो सकती हैं। आपको कामकाज में आलस्य को दिखाने से बचना होगा, नहीं तो आपके काम लटक सकते हैं, जो बाद में आपके लिए समस्या बन सकते हैं।
वृष राशिः
आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। आपको अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आनंदमय समय व्यतीत करेंगे। आपकी वाणी की सौम्या आपको मान सम्मान दिलवाएगी और आप अपने करीबियों से मेलजोल बढ़ाएंगे, लेकिन आपको किसी अजनबी पर भरोसा करना नुकसान दे सकता है। आपने यदि किसी को धन दिया था, तो वह आपको वापस मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको किसी महिला मित्र से धन लाभ मिलने की संभावना बनती दिख रही है। आप अपने कामों को लेकर किसी दूसरे पर निर्भर न रहे, नहीं तो वह आपको धोखा दे सकता है।
मिथुन राशि :
आज का दिन आपके लिए सबको साथ लेकर चलने के लिए रहेगा। संस्कारों पर पूरा जोर रहेगा। जीवन स्तर में सुधार आएगा। आपकी किसी मन की इच्छा के पूर्ति होने से आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। आपको नवीन विषयों में पूरी रुचि बनाए रखनी होगी। छोटों की गलतियों को आप कार्यक्षेत्र में बड़प्पन दिखाते हुए माफ करें, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपकी शक्ति को बल मिलेगा। आपकी माताजी आपको यदि कोई जिम्मेदारी दे, तो आपको उसे समय रहते पूरा करना होगा, नहीं तो वह नाराज हो सकती हैं। कार्यक्षेत्र में आपसे साथी प्रसन्न रहेंगे।
कर्क राशि:
आज का दिन आपके लिए आवश्यक कार्य पर ध्यान देने के लिए रहेगा। आप किसी बात को लेकर माता-पिता से बहसबाजी ना करें। अपने खर्चो के लिए बजट बनाकर चले, तभी आप भविष्य के लिए कुछ धन संचय करने में कामयाब रहेंगे। व्यवसाय में आपसे कोई बड़ी भूल हो सकती है, जिसका फायदा आपके साथी उठा सकते हैं। आपको बुद्धि और विवेक से काम लेना होगा। धार्मिक कार्यों के प्रति आपकी रुचि बढ़ सकती है। जल्दबाजी में आप किसी काम को ना करें। माता-पिता के आशीर्वाद से आप किसी छोटे-मोटे काम की शुरुआत कर सकते हैं। नौकरी में कार्यरत लोगों को अपने बॉस का पूरा साथ मिलेगा।
सिंह राशि:
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आप किसी सरकारी योजना में धन लगाएंगे, तो उससे आपको अच्छा लाभ मिलने की संभावना बनती दिख रही है। आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ किसी मनोरंजन के कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते हैं। परिवार में किसी सदस्य के विवाह में आ रही बाधा भी दूर होगी। किसी संपत्ति संबंधित विवाद में आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। यदि आप कोई लेनदेन करें, तो उसमें पूरी लिखा पढ़ी करके करें, नहीं तो बाद में कोई नई समस्या खड़ी हो सकती है। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे।
कन्या राशि:
आज का दिन आपके लिए आय में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपके किसी मन की इच्छा की पूर्ति होने से आपको खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा और आय के नए-नए स्रोत प्राप्त होंगे। आप सबके प्रति समर्थन का भाव रखेंगे और कार्यक्षेत्र में आपको यदि कोई जिम्मेदारी दी जाएं, तो आप उसे समय से पूरा करने की कोशिश करें। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे। आपको किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मिलकर खुशी होगी। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती हैं। आपको अपने करियर में अच्छा उछाल देखने को मिलेगा।
तुला राशिः
आज का दिन आपके लिए भाग्य के दृष्टिकोण से अच्छा रहने वाला है और आपका कोई बड़ा लक्ष्य पूरा हो सकता है। सबके हित में सहयोग की भावना आपके मन में बनी रहेगी। आपको किसी काम के चलते अक्समात यात्रा पर जाना पड़ सकता है। आपको एक के बाद एक शुभ सूचना सुनने को मिलती रहेगी। धार्मिक कार्यों के प्रति आपकी आस्था बढ़ने से परिवार के सदस्य भी प्रसन्न रहेंगे और आप अपनी किसी गलत आदत के कारण अपने पिताजी से डांट खा सकते हैं। जीवनसाथी का कोई पुराना रोग फिर से उभर सकता है, जिसमें आपको ढील देना नुकसान देगा, इसलिए आप डॉक्टरी परामर्श अवश्य लें।
वृश्चिक राशिः
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपके अंदर प्रेम सहयोग की भावना आपके मन में बनी रहेगी और परिवार में किसी शुभ मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ काम पूरा होगा। पारिवारिक बिजनेस में जीवनसाथी की सलाह आपके लिए कारगर सिद्ध होगी। आप कार्यक्षेत्र में लोगों से विनम्रता से काम ले, तो आपके लिए बेहतर रहेगा और किसी अजनबी की बातों में आने से बचें, नहीं तो वह आपका कोई लड़ाई झगड़ा करा सकता है। किसी कानूनी मामले में आपको अपनी आंख व कान खुले रखें।
धनु राशिः
आज का दिन आपके लिए बहुत ही सोच विचारकर कार्य करने के लिए रहेगा। कारोबार में आपको उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। साझेदारी में काम करने से आपको कोई बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। सभी का साथ और सहयोग भरपूर मात्रा में मिलेगा। रक्त संबंधी रिश्तों में मजबूती आएगी। भाई बहनों से चल रही अनबन भी दूर होगी और आप अपने व्यापार में कुछ बदलाव करने की कोशिश भी कर सकते हैं। किसी काम की पहल आप सोच विचार कर करें। नौकरी में बदलाव की योजना बना रहे लोगों को कोई बेहतर अवसर हाथ लग सकता है।
मकर राशिः
आज का दिन आपके लिए मेहनत और लगन से काम करने के लिए रहेगा। आपको किसी काम को लेकर बजट बनाकर चलना होगा, नहीं तो समस्या हो सकती है। नौकरी में कार्यरत लोग अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जिसे देखकर उनका प्रमोशन होने के पूरे संभावना बनती दिख रही है। आपके आर्थिक प्रयास रंग लाएंगे और आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी, लेकिन आप किसी से उधार का लेनदेन ना करें, नहीं तो समस्या हो सकती है और अपने बढ़ते खर्चों पर लगाम लगाने की कोशिश करें। निर्णय लेने की क्षमता का आपको लाभ मिलेगा। आप अपने अनुभवों का पूरा लाभ उठाएंगे।
कुंभ राशिः
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। मित्रों के साथ आप कुछ यादगार पल व्यतीत करेंगे। किसी मनोरंजन के कार्यक्रम में आपको सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। आधुनिक विषय में आपकी पूरी रुचि रहेगी। प्रतिस्पर्धा का भाव आपके मन में बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे और आपके दिए गए सलाह आपके बॉस को बहुत पसंद आएगी। आपको विदेश में रह रहे किसी परिजन की ओर से कोई निराशाजनक सूचना सुनने को मिल सकती है और आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ काम पूरा हो सकता है।
मीन राशिः
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आज आप कुछ समय पारिवारिक समस्याओं को सुनने में व्यतीत करेंगे। रक्त संबंधी रिश्तों में मजबूती आयेगी। आप अपनी जिम्मेदारी को समय से पूरा करेंगे। कार्यक्षेत्र में अधिकारियों की आंखों का तारा बनेंगे, जिसके कारण आपको कोई प्रमोशन भी मिल सकता है। पैतृक मामले में आपको जीत मिलेगी। आपको बड़ों की बातों को सुनना व समझना होगा। भौतिक वस्तुओं की आपको प्राप्ति हो सकती है।

रामलीला के मंचन में ‘हनुमान’ को आया हार्ट अटैक, प्रभु श्रीराम के चरणों में तोड़ दिया दम

जन्म-जन्म मुनि जतन कराहीं, अंत राम मुख आवत नाहीं। रामचरित मानस में वर्णित इन चौपाइयों के अनुसार व्यक्ति जीवन के अंतिम समय राम का नाम मात्र का स्मरण कर ले तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति हो जाती है, पर श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भिवानी में जो हुआ वह दुर्लभ है। अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भिवानी के जवाहर चौक पर रामलीला मंचन के दौरान हनुमान की भूमिका निभा रहे एमसी कालोनी निवासी हरीश ने भगवान राम की गोद में ही दम तोड़ दिया।

जब तक वह प्रभु के चरण में गिरे थे तो लोग इसे लीला का हिस्सा मान रहे थे। जब संभले तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सोमवार को जब अयोध्या में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव और उमंग में हर कोई उत्साहित था, ठीक उसी समय जवाहर चौक में चल रही रामलीला में हनुमान के किरदार निभा रहे 62 वर्षीय एमसी कॉलोनी निवासी हरीश कुमार प्रभु चरणों में ऐसे लीन हुए कि फिर कभी नहीं उठे।

मंच पर श्रीराम की गोद में ही हरीश के प्राण पखेरू प्रभु में विलिन हो गए। हरीश 25 वर्षों से न्यू बासुकीनाथ रामलीला कमेटी भिवानी में हनुमान का किरदार निभाते आ रहे थे। वे बिजली विभाग में जेई के पद से सेवानिवृत्ति के बाद भी रामलीला मंचन से अनवरत जुड़े हुए थे।
रामलीला में लक्ष्मण बनने वाले सुरेश सैनी ने बताया कि हरीश को बचपन से ही शौक था कि वह रामलीला में काम करे। इसी शौक की वजह से वह रामलीला कमेटी से जुड़े थे। वह अभिनय के दौरान प्रभु श्रीराम में मग्न हो जाता। सोमवार को भी रामलीला कमेटी कलाकारों ने ये आयोजन किया तो वह बहुत उत्साहित थे।

जब मंच पर उन्होंने अभिनय शुरू किया तो वे पूरी तरह से प्रभु भक्ति में डूब गए। जब उन्होंने अयोध्या वापसी के बाद प्रभु श्री चरणों में नमन किया तो हर कोई यही सोच रहा था कि वे भावुक हो गए हैं, इसलिए काफी देर से नहीं उठे। जब साथी कलाकारों ने उन्हें उठाने का प्रयास किया तो वे बेसुध हो चुके थे। उनकी प्रभु भक्ति ने काफी देर तक उपस्थित भक्तों को असमंजस में डाले रखी लेकिन बाद में कलाकार साथी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो पता चला कि वे इस दुनिया से अलविदा कह चुके हैं।

मिलनसार थे हरीश
लोगों का कहना है कि हरीश काफी खुशजिजाज और अपने किरदार की तरह ही मिलनसार व्यक्ति थे। वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए आगे रहते थे। अपने किरदार से इतने प्रभावित रहते कि वे हमेशा ही खुद को भगवान श्रीराम का सेवक मानते थे।

कोच द्रविड़ का बड़ा एलान, इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट के लिए राहुल को इस जिम्मेदारी से किया मुक्त

भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को कहा कि बल्लेबाज केएल राहुल इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में विकेटकीपर के रूप में नहीं खेलेंगे। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज गुरुवार से हैदराबाद में शुरू होगी, जबकि अगले चार टेस्ट विशाखापत्तनम, राजकोट, रांची और धर्मशाला में खेले जाएंगे। द्रविड़ के इस बयान से साफ हो गया है कि शुरुआती दो टेस्ट में केएस भरत और ध्रुव जुरेल में से किसी एक का खेलना तय हो गया है। भरत पहले भी विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालते रहे हैं, जबकि ध्रुव को पहली बार सीनियर टीम में मौका मिला है।

राहुल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी से मुक्त किया
भारत के मुख्य कोच ने कहा कि राहुल ने स्टंप के पीछे शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन इसके बावजूद टीम में शामिल दो प्रतिभाशाली विकेटकीपर में से किसी एक को विकेटकीपर की भूमिका के लिए चुना जाएगा। द्रविड़ ने कहा कि यह फैसला लंबी सीरीज और मौसम की स्थिति को देखकर लिया गया है।

भरत या जुरेल में से किसे मिलेगा मौका?
द्रविड़ ने कहा, ‘राहुल सीरीज में विकेटकीपर के तौर पर नहीं खेलेंगे। मुझे लगता है कि हम चयन से ही इसके बारे में काफी स्पष्ट थे। हमने दो अन्य लोगों को चुना था जो हमारे लिए इस भूमिका को निभा सकते हैं। राहुल ने दक्षिण अफ्रीका में हमारे लिए शानदार काम किया और उस सीरीज को ड्रॉ कराने में हमारी मदद से अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन पांच टेस्ट मैचों और इन हालात में खेलने पर विचार करते हुए चयन हमारे दो अन्य विकेटकीपरों के बीच होगा।

विराट के बिना उतरेगी भारतीय टीम
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के बिना उतरेगी। विराट ने निजी कारणों से टीम से हटने का अनुरोध किया था। अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा टीम का नेतृत्व करेंगे, जबकि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह उप-कप्तान की भूमिका निभाएंगे। भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण में आवेश खान, मोहम्मद सिराज और मुकेश कुमार को भी 16 सदस्यीय मजबूत टीम में शामिल किया गया है।

शेयर बाजार धड़ाम; सेंसेक्स 1053 अंक टूटा, निफ्टी 21250 से नीचे, आठ लाख करोड़ स्वाहा

घरेलू शेयर बाजार में मंथली एक्सपायरी और बजट से पहले मंगलवार को बड़ी मुनाफावसूली दिखी और बेंचमार्क इंडेक्स धड़ाम हो गए। सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार की सुबह मजबूत शुरुआत बावजूद गिरकर लाल निशान पर बंद हुए। मंगलवार को सेंसेक्स 1,053.10 अंकों यानी 1.47% की गिरावट के साथ 70,370.55 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 333.00 अंक या 1.54% टूटकर 21,238.80 के स्तर पर बंद हुआ।

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार बंद होने के दौरान सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल

मंगलवार के कारोबारी सेशन के दौरान बाजार में बैंकिंग, मेटल, रियल्टी और मीडिया सेक्टर में जमकर बिकवाली देखी गई। एकमात्र फार्मा सेक्टर के शेयरों में खरीदारी दिखी पर इससे बाजार मजबूती हासिल नहीं कर पाया और आखिरकार लाल निशान पर ही बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार की गिरावट के दौरान निवेशकों को करीब आठ लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे

भारतीय शेयर बाजार के हॉन्गकॉन्ग को पछाड़कर दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार बनने के ठीक बाद बाजार में यह बड़ी बिकवाली आई। इस दौरान शेयर बाजार के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स लगभग 3% तक फिसले। मंगलवार के कारोबारी सेशन के दौरान दलाल स्ट्रीट के निवेशकों को बाजार पूंजीकरण के रूप में लगभग 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों के शेयर गिरकर 366.3 लाख करोड़ रुपये पर आ गए।

वैश्विक बाजारों में मजबूती के बावजूद बैंकों, तेल व गैस, एफएमसीजी और मेटल सेक्टर के शेयरों में बिकवाली से बाजार से धड़ाम हो गया। केवल फार्मा सेक्टर के शेयरों में खरीदारी दिखी। केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट ही निफ्टी में आई पूरी गिरावट में लगभग आधे के लिए जिम्मेदार रही।

24 जनवरी तक बंद रहेंगे 8वीं तक के स्कूल, 12वीं तक के छात्रों का समय बदला

उत्तर प्रदेश में सर्दी का सितम जारी है। कड़ाके की सर्दी की वजह से आगरा के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने एक बार फिर आठवीं तक के विद्यालयों की छुट्टियां 24 जनवरी तक बढ़ा दीं हैं। यह आदेश सभी बोर्ड के विद्यालयों पर लागू होगा। अब सभी स्कूल 25 जनवरी को खुलेंगे।मौसम का मिजाज जनवरी की शुरुआत से ही बिगड़ने लगा था। अधिकतम तापमान न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाता है। रविवार रात को एक बार फिर न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री रहा। रात से ही घना कोहरा शुरू हो गया था।

सुबह भी घने कोहरे की चादर में शहर लिपटा नजर आया। दिन में सूरज नहीं निकला और पूरे दिन लोग धूप के लिए तरसते रहे। मौसम के तेवर देखते हुए अभिभावक भी छुट्टी की आस लगाए थे। शाम 4 बजे के करीब जैसे ही जिलाधिकारी ने स्कूलों का अवकाश दो दिन बढ़ाने का आदेश जारी किया तो वह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इसके बाद स्कूलों की ओर से भी 24 जनवरी तक के अवकाश के लिए संदेश व्हाट्सएप ग्रुपों पर प्रसारित हुए, जिससे अभिभावकों ने राहत की सांस ली। कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खोलने के लिए जिलाधिकारी ने सुबह 10:30 से 3:30 बजे तक का समय निर्धारित किया है।

यूनिफाॅर्म की बाध्यता नहीं
साथ ही प्रधानाचार्यों को कक्षाओं का तापमान नियंत्रित रखने के लिए हीटर आदि लगाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के आदेश में स्पष्ट लिखा है कि किसी भी हालत में बच्चों को खुले मैदान आदि में प्री बोर्ड और प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए न बैठाया जाए। स्कूल कड़ाके की इस सर्दी में विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म पहनने के लिए बाध्य नहीं करेंगे। बालकों को ऐसे कपड़े पहनकर आने की अनुमति होगी जो ठंड बचाने में सक्षम हों। आदेश का कड़ाई से पालन न करने वाले विद्यालयों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

नेपाली विदेश मंत्री ने बताया गर्व पल, कहा- राम-सीता दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक

नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने अयोध्या में राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ‘गौरवपूर्ण’ क्षण बताया। उन्होंने कहा कि भगवान राम और देवी सीता साहस, त्याग, न्याय और धार्मिकता का प्रतीक हैं। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि वे भारत और नेपाल के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत जुड़ाव का प्रतीक हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘जय श्री राम! माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन और आज पवित्र प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन सनातन धर्म के सभी अनुयायियों के लिए गर्व का क्षण है। मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम और नेपाल की बेटी माता सीता, ‘वेसाहस, बलिदान, न्याय और धार्मिकता के प्रतीक थे।

अयोध्या की तरह भक्तों ने जनकपुर में भी मनाया उत्सव
बता दें कि देवी सीता के गृह नगर जनकपुर में भक्तों ने 2.5 लाख तेल के दीपक जलाए। वह प्राचीन शहर जहां देवी सीता के पिता राजा जनक शासन करते थे। उन्होंने कई सप्ताह पहले से ही उत्सव की तैयारी शुरू कर दी थी। दामाद की घर वापसी का जश्न मनाते हुए शहर दीपों और रंग-बिरंगी सजावट से जगमगा रहा है। स्थानीय समूहों ने दीया, पाला, तेल और कपास के लैंप जैसी सभी आवश्यक और संभावित वस्तुओं को इकट्ठा करने के लिए एक अभियान शुरू किया था।

रंगोली से भी की सजावट
इसके अलावा फूलों और सिन्दूर पाउडर का उपयोग करके जय सियाराम लिखी रंगोली भी बनाई गई थी। ड्रोन द्वारा कैप्चर किए गए दृश्यों में, पृष्ठभूमि में जानकी मंदिर और भक्तों से घिरे 2.5 लाख तेल-आधारित दीपक की रोशनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली लग रही थी।

सभी दीपकों को जलाने और विहंगम दृष्टि से दिखाई देने वाली चमक तक पहुंचने में लगभग एक घंटे का समय लगा। इससे पहले दिन में, अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की स्क्रीनिंग के साथ-साथ प्राचीन शहर में रैलियां और जश्न कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।समारोह में जनकपुर के मुख्य महंथ छोटे महंथ के साथ शामिल हुए थे।

गाजा में संघर्ष रोकने के लिए तैयार इस्राइल, हमास के सामने रखी ये शर्त

इस्राइल-हमास के बीच जारी युद्ध को रोकने के लिए इस्राइल की तरफ से एक पहल की गई है। इस्राइल ने हमास को एक प्रस्ताव भेजा, जिसमें दो महीने के लिए युद्ध को रोकने की बात कही गई है। इस युद्ध में मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले मिस्र और कतर के जरिए यह प्रस्ताव भेजा गया है। इस्राइल के रक्षा विभाग से जुड़े दो अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।

इस्राइल ने हमास को प्रस्ताव भेजा
इस प्रस्ताव में गाजा में बंधक बनाए गए सभी बंधकों को रिहा करने की मांग की गई है। दरअसल, गाजा में बंधक बनाए गए कई इस्राइलियों के परिवार वाले सरकार पर दबाव बना रहे हैं। सोमवार को बंधकों के परिजन संसद में वित्त समिति की बैठक के दौरान प्रवेश कर गए। उन्होंने संसद में कहा, ‘वहां बंधकों को मारा जा रहा है, आप इस स्थिति में यहां बैठक नहीं कर सकते हैं।’

इस्राइली नागरिकों का सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
रविवार की रात को अपने परिजनों की रिहाई की मांग को लेकर इस्राइली सरकार के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं सोमवार को इस्राइल ने गाजा पट्टी के खान यूनिस में भीषण बमबारी की। इस बमबारी में 50 फलस्तीनी नागरिक मारे गए और कई घायल भी हुए। इस बमबारी के बाद फलस्तीन के रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने मीडिया को बताया कि इस्राइल द्वारा किए गए इस जमीनी हमले के कारण उनका खान यूनिस से पूरी तरह से संपर्क टूट चुका है।

उन्होंने बताया कि इस्राइली बलों ने उनके एंबुलेंस केंद्रों की घेराबंदी भी की, जिस वजह से घायलों को अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। जो भी इधर-उधर जाने की कोशिश कर रहा, उस पर निशाना बनाया जा रहा है। बता दें कि सात अक्तूबर से जारी युद्ध में अबतक 25 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस्राइली सेना के अनुसार उन्होंने करीब नौ हजार आतंकियों को ढेर कर दिया है।

श्रीलंकाई तमिल नेताओं ने की 13ए संशोधन को लागू करने की मांग, बोले- भारत को दखल देना चाहिए

श्रीलंका के तमिल नेताओं ने मांग की है कि श्रीलंकाई संविधान के संशोधन 13ए को लागू करवाने के लिए भारत को दखल देना चाहिए। श्रीलंकाई संविधान का संशोधन 13ए अल्पसंख्यक समुदाय को सत्ता की कुछ शक्तियों के हस्तांतरण की बात कहता है। श्रीलंका में तमिल समुदाय के वरिष्ठ नेता आर संपनथान ने सोमवार को श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा से मुलाकात की थी। श्रीलंका में तमिलों के संगठन तमिल नेशनल अलायंस ने यह जानकारी दी।

तमिल पार्टियों की मांग- भारत दखल दे
तमिल नेशनल अलायंस ने बताया कि संपनथान और भारतीय उच्चायुक्त के बीच दो घंटे लंबी बातचीत हुई, जिसमें मुख्य तौर पर संशोधन 13ए पर बात हुई। तमिल पार्टियों ने मांग की कि भारत को इस मामले में दखल देना चाहिए। इस बैठक में तमिल राजनीतिक बंदियों और सरकार द्वारा तमिलों की कब्जाई गई भूमि को लेकर बात हुई। भारत द्वारा श्रीलंका पर 13ए संशोधन को लागू करने का दबाव बनाया जा रहा है।

1987 के भारत-श्रीलंका समझौते के तहत लागू हुआ था 13ए संशोधन
साल 1987 में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी और श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति जेआर जयवर्धने के बीच इंडो- श्रीलंका समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। इस समझौते के तहत श्रीलंका के संविधान में 13ए संशोधन को शामिल किया गया। इसके तहत श्रीलंका के सभी नौ राज्यों की सरकारों को कुछ शक्तियां देने का प्रावधान किया गया। इनके तहत कृषि और स्वास्थ्य आदि पर श्रीलंका के राज्यों की सरकारें भी फैसला ले सकतीं थी।

बौद्ध संगठनों के दबाव में झुकी श्रीलंका सरकार
बीते दिनों मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमासिंघे ने इस संशोधन को लागू करने के लिए तमिल नेताओं के साथ मुलाकात भी की थी। पुलिस को छोड़कर संशोधन के तहत अन्य शक्तियों को राज्यों सरकारों को देने की तैयारी थी। हालांकि ताकतवर बौद्ध संगठनों के आगे सरकार झुक गई। बौद्ध संगठन तमिलों को शक्तियां देने के खिलाफ हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे देश की एकता को खतरा हो सकता है। वहीं लिट्टे के खात्मे के बाद नरमपंथी तमिल नेता श्रीलंका के अधीन रहते हुए ही कुछ शक्तियों के हस्तांतरण की मांग कर रहे हैं। लिट्टे संगठन, जो अलग तमिल राष्ट्र के लिए लड़ रहा था, उसने 13ए संशोधन को नकार दिया था।

संसद में विवादास्पद ऑनलाइन सुरक्षा विधेयक पर बहस के लिए मतदान; आखिर क्या है इसके विरोध का कारण?

श्रीलंका की संसद में मंगलवार को ऑनलाइन सुरक्षा विधेयक पर चल रही बहस को आगे बढ़ाने के लिए मतदान किया गया। भारत के पड़ोसी देश में इस विधेयक की विपक्ष द्वारा काफी आलोचना की जा रही है। विपक्षी सांसदों और अन्य आलोचकों का कहना है कि इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित होगी।

विपक्ष के विरोध को देखते हुए श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अबेवर्धने ने यह तय करने के लिए वोटिंग कराने का फैसला किया था कि विधेयक पर चल रही दो दिवसीय बहस आगे बढ़नी चाहिए या नहीं। मतदान में 225 विधायकों में से 83 ने बहस कराने के पक्ष में वोट दिया। वहीं, 50 सांसदो ने इसके खिलाफ वोट किया। मंत्री तिरान एलेस ने मंगलवार को इस विधेयक पर बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बिल में संशोधन का सुझाव दिया था। बुधवार को संसद में बिल को मंजूरी मिलने के बाद उन संशोधनों कों इसमें शामिल किया जाएगा।इससे पहले, विपक्षी दलों ने विधेयक पर विचार-विमर्श के लिए और समय मांगा था। उनका दावा था कि ऑनलाइन सुरक्षा विधेयक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खतरा हो सकता है। वहीं,

नागरिक भी कर रहे विरोध
विपक्षी सांसदों के अलावा विभिन्न नागरिक समूह भी इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को जब संसद में इस विधेयक को लेकर मतदान हो रहा था उस समय एक नागरिक समूह ने विधेयक का विरोध करने के लिए संसद के पास प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य सोशल मीडिया के माध्यम से जनता की राय की अभिव्यक्ति को सेंसर करना है।

किए गए हैं ये प्रावधान
बता दें कि इस विधेयक का उद्देश्य ऑनलाइन सुरक्षा आयोग की स्थापना करना है। इसके साथ ही यह विधेयक में श्रीलंका में बयानों के ऑनलाइन संचार पर रोक लगाने और प्रतिबंधित उद्देश्यों के लिए ऑनलाइन खातों और अप्रामाणिक ऑनलाइन खातों के उपयोग को रोकने का प्रावधान भी किया गया है।

एशियाई इंटरनेट गठबंधन ने भी की है आलोचना
एशियाई इंटरनेट गठबंधन (एआईसी) ने भी इसका विरोध किया था। एआईसी ने इस बाबत एलेस को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें विधेयक पर आपत्ति जताई थी। एआईसी ने पत्र में कहा था कि प्रस्तावित कानून मसौदे में अगर परिवर्तन नहीं किए गए तो इससे कई चुनौतियां पैदा होंगी। इसमें यह भी चेतावनी दी गई थी कि विधेयक के वर्तमान स्वरूप से श्रीलंका की डिजिटल अर्थव्यवस्था की संभावित वृद्धि कमजोर हो सकती है। गौरतलब है कि विधेयक की संसदीय मंजूरी पर मतदान बुधवार को होना है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने अपना आदेश लिया वापस, 29 हफ्ते की गर्भवती महिला को गर्भपात की इजाजत देने का है मामला

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को अपने पहले एक आदेश को वापस ले लिया है। जिसमें कोर्ट ने 29 हफ्ते की गर्भवती महिला को गर्भपात की इजाजत देने का आदेश दिया था। केंद्र सरकार की ओर से हाईकोर्ट में अर्जी दी गई थी। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि आदेश वापस लिया जाता है। केंद्र की ओर से एक याचिका दायर करने के बाद आया है। जिसमें बीती चार जनवरी के आदेश को वापस लेने की मांग की गई है। गर्भावस्था को चिकित्सकीय रूप से समाप्त करने की अनुमति दी गई थी। केंद्र सरकार ने अपनी याचिका में कहा कि गर्भावस्था का समापन तब तक नहीं हो सकता है। जब तक कि डॉक्टर भ्रूणहत्या न कर दें। ऐसा न करने पर बड़ी जटिलताओं के साथ समय से पहले प्रसव होगा।