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किंग चार्ल्स-III की सेहत पर अपडेट, प्रोस्टेट से जुड़ा इलाज कराना जरूरी; बकिंघम पैलेस ने कही यह बात

ब्रिटेन के 74 वर्षीय राजा को सेहत से जुड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वयोवृद्ध किंग चार्ल्स-तृतीय के स्वास्थ्य को लेकर राजनिवास- बकिंघम पैलेस ने बयान जारी किया। बकिंघम पैलेस की तरफ से बताया गया कि किंग चार्ल्स-III को प्रोस्टेट से जुड़ी बीमारी है। उनका इलाज कराना जरूरी है। बयान के मुताबिक प्रोस्टेट बढ़ने के कारण किंग चार्ल्स पेशाब से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं। बीमारी और उनकी सेहत को देखते हुए ब्रिटेन के किंग का इलाज कराने की तैयारियां की जा रही हैं।

इलाज के दौरान सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहेंगे किंग चार्ल्स
किंग चार्ल्स-III की सेहत को लेकर सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक राजा अगले सप्ताह अस्पताल जाकर डॉक्टरों से सलाह लेंगे। फिलहाल उनकी तबियत को लेकर अधिक चिंता की बात सामने नहीं आई है। प्रोस्टेट बढ़ना सामान्य है। किंग चार्ल्स के इलाज को जरूरी बताते हुए बकिंघम पैलेस ने कहा, उनके तमाम सार्वजनिक कार्यक्रमों को इलाज की अवधि कर स्थगित रखा जाएगा।

किंग चार्ल्स ने 74 साल की आयु में ब्रिटेन का राजसिंहासन संभाला
बता दें कि किंग चार्ल्स-III की ताजपोशी उनकी मां के निधन के बाद हुई थी। साल 2022 में महारानी एलिजाबेथ-II के निधन के बाद किंग चार्ल्स 74 साल की आयु में ब्रिटेन का राजसिंहासन संभाला। इससे पहले किंग चार्ल्स की सेहत से जुड़ी चिंता साल 2008 में सामने आई थी। इसके इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उनके चेहरे से गैर-कैंसरयुक्त उभार ऑपरेशन करके हटाया था।

प्रोस्टेट से जुड़ी परेशानी पर नेशनल हेल्थ सर्विस का बयान
देश की स्वास्थ्य सेवा के मुताबिक हर तीन में एक ब्रिटिश पुरुष को अपने जीवनकाल में प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या से जूझना पड़ता है। आमतौर पर इस परेशानी का कारण बढ़ती आयु को माना जाता है। नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) की वेबसाइट के मुताबिक प्रोस्टेट बढ़ने के ठोस कारण फिलहाल पता नहीं हैं। हालांकि, यह परेशानी केवल कैंसर के कारण नहीं होती। प्रोस्टेट बढ़ने को प्रोस्टेट कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी सीधा नहीं जोड़ा जा सकता।

स्विट्जरलैंड रेलवे के साथ मिलकर काम करेगा भारतीय रेलवे, रेल मंत्री बोले- बहुत कुछ सीख सकते हैं

भारतीय रेलवे, स्विट्जरलैंड रेलवे भविष्य में साथ मिलकर काम कर सकते हैं। दरअसल भारतीय रेलवे, स्विट्जरलैंड के रेलवे के साथ एमओयू करने की योजना पर काम कर रहा है। भारतीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को यह जानकारी दी। दावोस में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक से इतर अश्विनी वैष्णव ने एक इंटरव्यू में बताया कि स्विट्जरलैंड रेलवे की कई चीजें ऐसी हैं, जिनसे हम सीख सकते हैं।

स्विस रेलवे की इन चीजों से प्रभावित हुए रेल मंत्री
रेल मंत्री ने कहा कि मेरी स्विस रेलवे के अधिकारियों और नीति निर्माताओं के साथ बैठक हुई। साथ ही मैं उनके केंट्रोल सेंटर भी गया। उन्हें सुरंग बनाने की तकनीक का अच्छा अनुभव है। दुनिया की सबसे लंबी रेल सुरंग भी स्विट्जरलैंड में ही है। साथ ही वहां ट्रैक तकनीक, ट्रैक की बनावट भी बहुत अच्छी है। सबसे अच्छी बात मैंने वहां ये देखी कि उनका पूरा नेटवर्क हब और स्पोक डिजाइन पर आधारित है।

स्विस तकनीक के मुरीद हुए वैष्णव
रेल मंत्री ने स्विट्जरलैंड रेलवे की हब और स्पोक ने नेटवर्क की तारीफ की। उन्होंने बताया कि राजधानी ज्यूरिख में स्विस रेलवे का हब है, तो वहां एक ही समय पर कई ट्रेनें आती हैं और कई ट्रेनें एक ही समय पर रवाना होती हैं। इससे फायदा ये होता है कि अगर किसी को ट्रेन बदलनी है तो वह आराम से हब स्टेशन से दूसरी ट्रेन बदल सकता है। स्विट्जरलैंड में ऐसे ही छह हब स्टेशन हैं, जिन्हें कई स्पोक नेटवर्क से कनेक्ट किया गया है।

भारत में जो रेलवे का स्ट्रक्चर है, उसमें रेल यात्रा की शुरुआत से लेकर गंतव्य स्टेशन तक ट्रेनें संचालित होती हैं। जबकि स्विट्जरलैंड में हब स्टेशन से किसी भी गंतव्य के लिए ट्रेन बदली जा सकती है। रेल मंत्री ने ये भी बताया कि स्विट्जरलैंड में ट्रेनों, बसों और मेट्रों आदि की इंटर कनेक्टिविटी बहुत बेहतर है, जिसकी वजह से लोग किसी भी माध्यम का इस्तेमाल कर यात्रा कर सकते हैं। स्विट्जरलैंड से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। यही वजह है कि हम स्विस रेलवे के साथ मिलकर एमओयू करने पर विचार कर रहे हैं ताकि भारत में भी रेलवे में सुधार किए जा सकें।

भरभराकर गिरा मिट्टी का टीला, आधा दर्जन से अधिक महिलाएं, किशोरी और बच्चे दबे; एक की मौत… मची चीख-पुकार

उत्तर प्रदेश के एटा में गुरुवार की दोपहर मिट्टी का टीला गिरने से मलबे में आठ लोग दब गए। घटना से मौके पर चीख पुकार मच गई। आसपास मौजूद लोग भागकर पहुंचे। लोगों ने मिट्टी हटाकर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। यहां एक महिला की मौत हो गई। खबर मिली तो घर के लोग विलाप करने लगे।

घटना मारहरा थाना क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर गांव की है। यहां दोपहर को एक मिट्टी का टीला भरभराकर गिर गया। मलबे में नीचे बैठीं आठ महिलाएं, युवतियां व बच्चे दब गए। चीख-पुकार सुन पहुंचे ग्रामीणों ने उन्हें मिट्टी खोदकर बाहर निकालने में जुट गए। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस भी राहत बचाव में जुट गई।

एक महिला की मौत हो गई
थाना प्रभारी राजेश सिंह चौहान ने बताया कि मिट्टी का टीला गिरने से बच्चे और महिलाएं दब गईं। हादसे में लटूरी सिंह की बेटी करिश्मा (17) व नीतू (20), पुष्पा देवी पुत्री रमाकांत (13), रामबेटी पत्नी पप्पू (45), शालिनी पत्नी श्यामसुंदर (45) और गांव की रीना पत्नी संजीव (36) दबी थीं। सभी को बाहर निकाल लिया गया है। रीना की हालत गंभीर है। उसे मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रामलला को समर्पित किए गए फिरोजबाद के बने 10 हजार कड़े, मुस्लिम समाज ने किया निर्माण

यूपी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह ने बृहस्पतिवार को कांच नगरी फिरोजाबाद के बने हुए कड़े (कांच की चूड़ियां) श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को समर्पित की। इन कांच की चूड़ियों पर जय श्रीराम लिखा हुआ है। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कांच का सामान बनाने के कारण फिरोजाबाद को कांच नगरी के रूप में जाना जाता है। यह एक जिला एक उत्पाद योजना का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि रामलला को कांच की नगरी की तरफ से 10 हजार से अधिक कड़े समर्पित किए गए हैं। इन्हें बनाने में मुस्लिम समाज के लोगों का बड़ा योगदान है। हर समाज के लोगों ने कड़े बनाने में योगदान दिया है। इसके लिए फिरोजाबाद के लोगों को भी बधाई।

राम मंदिर के गर्भगृह में अपने आसन पर विराजमान हुए रामलला, दोपहर से ही शुरू हो गए थे कर्मकांड

अयोध्या में बने भव्य श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में रामलला अपने आसन पर विराजमान हो गए हैं। उनकी अचल मूर्ति को बुधवार देर रात गर्भगृह में पहुंचा दिया गया था। इसके लिए जरूरी कर्मकांड गुरुवार दोपहर से ही शुरू कर दिए गए थे। कर्मकांड की शुरुआत गणेश पूजन के साथ हुई। किसी भी अनुष्ठान के शुभारंभ से पहले भगवान गणेश का आह्वान किया जाता है। इसी मान्यता के चलते गणेश पूजन व अंबिका पूजन के साथ अनुष्ठान शुरू हुआ। पूजन के क्रम में ही भगवान रामलला के अचल विग्रह को पवित्र नदियों के जल से स्नान कराया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न औषधियों से भी स्नान कराया जाएगा।

रामलला ने किया मंदिर परिसर का भ्रमण
इसके पहले बुधवार को रामलला की चांदी की प्रतिमा को राममंदिर परिसर का भ्रमण कराया गया। पहले रामलला की अचल मूर्ति को जन्मभूमि परिसर में भ्रमण कराने की योजना थी, लेकिन सुरक्षा कारणों और मूर्ति का वजन अधिक होने के कारण परिसर भ्रमण की रस्म रामलला की छोटी रजत प्रतिमा से पूरी कराई गई।

इंजीनियरों व सुरक्षाकर्मियों ने प्रतिमा पर पुष्पवर्षा की
10 किलो वजनी चांदी की प्रतिमा को मुख्य यजमान डॉ. अनिल मिश्रा ने पालकी पर विराजमान कर नगर का भ्रमण कराया। इस बीच मंदिर परिसर वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजता रहा। आचार्यों, मंदिर निर्माण में लगे इंजीनियरों व सुरक्षाकर्मियों ने प्रतिमा पर पुष्पवर्षा की। विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक मंडल के सदस्य दिनेश चंद्र व डॉ. अनिल ने रामलला की रजत प्रतिमा का पूजन किया। इसके बाद निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास और पुजारी सुनील दास ने गर्भगृह में सिंहासन की पूजा की।

22 जनवरी को पूरे देश में केंद्रीय कर्मियों की आधे दिन की छुट्टी; दोपहर ढाई बजे पहुंचना होगा दफ्तर

अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के समारोह के लिए हर कोई उत्साहित है। इस खास दिन के लिए केंद्र सरकार ने सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक विशेष घोषणा की है। 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सरकारी कर्मियों की भावनाओं को देखते हुए दोपहर ढाई बजे तक सभी केंद्रीय दफ्तरों में अवकाश का एलान किया है। इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। इस आदेश में कहा गया कि कर्मचारियों की भारी भावना और उनके अनुरोध के कारण केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी का ऐलान किया है। केंद्र सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि हर कोई प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण देख सकें।

इससे पहले, इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की। वहीं, पीएम मोदी द्वारा अयोध्या राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाने के आह्वान के बाद, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली के विश्वास नगर में पशुपति नाथ मंदिर में सफाई सेवा की।

प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कर्मकांड हुआ शुरू
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कर्मकांड आज दोपहर शुभ मुहूर्त में प्रारंभ हो गया। इससे पहले रामलला की अचल मूर्ति को बुधवार देर रात गर्भगृह में पहुंचा दिया गया है। आज शाम तक उन्हें विधि विधान पूर्वक अपने आसन पर विराजमान कर दिया जाएगा।

रामलला ने किया मंदिर परिसर का भ्रमण
इसके पहले बुधवार को रामलला की चांदी की प्रतिमा को राममंदिर परिसर का भ्रमण कराया गया। पहले रामलला की अचल मूर्ति को जन्मभूमि परिसर में भ्रमण कराने की योजना थी लेकिन सुरक्षा कारणों और मूर्ति का वजन अधिक होने के कारण परिसर भ्रमण की रस्म रामलला की छोटी रजत प्रतिमा से पूरी कराई गई।

विदेश मंत्री जयशंकर का युगांडा-नाइजीरिया दौरा; तमिलनाडु के नीलगिरी में तापमान जीरो डिग्री पहुंचा

विदेश मंत्रालय ने बताया है कि 19-20 जनवरी को युगांडा के कंपाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) का 19वें शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। शिखर सम्मेलन से पहले मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर विचार-विमर्श भी किया जाएगा। NAM शिखर सम्मेलन के अलावा विदेश मंत्री डॉ जयशंकर अफ्रीकी मुल्क नाइजीरिया का दौरा भी करेंगे।

विदेश राज्यमंत्री के कंधों पर भी अहम जवाबदेही
सरकार ने बताया कि NAM समिट से पहले विदेश राज्य मंत्री, डॉ. राजकुमार रंजन सिंह NAM देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कंपाला में ही जी-77 देशों का तीसरा दक्षिण शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। भारत के प्रतिनिधित्व पर सरकार ने बताया कि इसमें विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन 21-22 जनवरी को भारत का पक्ष रखेंगे।

तमिलनाडु के नीलगिरी में हाड़ कंपाने वाली सर्दी, सैंडीनाला जलाशय क्षेत्र में तापमान 0 डिग्री पहुंचा तमिलनाडु के नीलगिरी में सैंडीनाला जलाशय क्षेत्र में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की खबर है। हिल स्टेशन ऊटी में तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पारा गिरने के कारण आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग जमा देने वाली सर्दी से जूझ रहे हैं।

युवा कांग्रेस (वाईसी) के केरल प्रदेश अध्यक्ष राहुल मामकुत्तथिल ने मुख्यमंत्री पिनारई विजयन की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दी है। जमानत पर जेल से रिहा होने के एक दिन बाद ममकुत्तथिल ने कहा कि केरल में युवा कांग्रेस, सत्तारूढ़ वामपंथ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा और चेतावनी दी है कि यह केवल विजयन सरकार के अंत की ‘शुरुआत’ है। बकौल युवा कांग्रेस प्रमुख, सीएम को एहसास होना चाहिए कि विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश करने वाले निरंकुश लोगों को लोगों ने खारिज कर दिया है।

ममकुताथिल ने कहा कि युवा कांग्रेस कार्यकर्ता केरल में लोगों को वर्तमान वामपंथी सरकार से मुक्त कराने में जुटा है। युवाओं के नेतृत्व की जिम्मेदारी युवा कांग्रेस ले रही है। गिरफ्तारी या हमले जैसे दमन की कार्रवाई विरोध को आगे बढ़ाने से नहीं रोक सकेगी। उन्होंने कहा, ‘वास्तव में, हमने जेलों को भरने का फैसला किया है। भले ही वे हमें सबसे कठोर अपराधों के आरोप में गिरफ्तार कर लें, हम अपने विरोध प्रदर्शन से एक कदम भी पीछे नहीं हटेंगे।’

टीटी ने यात्री को मारा थप्पड़
सोशल मीडिया पर बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस में टीटी द्वारा एक यात्री को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद टीटी को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच जारी है।

TMC की ‘संप्रीति’ रैली का रास्ता साफ, हाईकोर्ट ने दी इजाजत; कार्यक्रम को लेकर सरकार को कड़े निर्देश

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारी तेज हो गई है। 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में कई जानी-मानी हस्तियाां शिरकत करेंगी। मंदिर प्रशासन ने कई दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम को लेकर हो रहे राजनीतिक बयानबाजी के बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने सत्तारूढ़ दल टीएमसी को 22 जनवरी को राज्य में ‘संप्रीति’ रैली निकालने की अनुमति दी है। साथ ही कोर्ट ने शांति भंग न होने को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार को कड़े निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि 22 जनवरी को ही अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी हैं।

 

राज्य में टीएमसी की सद्भावना रैली में अर्धसैनिक बलों की तैनाती वाली पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के अनुरोध पर कोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया है। सुवेंदु अधिकारी के वकील ने कोर्ट में कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन शहर में 35 कार्यक्रमों की अनुमति दी गई है और उसी दिन टीएमसी की ‘संप्रीति’ रैली भी है।

राज्य सरकार की जिम्मेदारी कि शांति भंग न हो- कोर्ट
सुनवाई के दौरान खंडपीठ ने निर्देश देते हुए राज्य सरकार को शांति भंग न होने की कड़ी हिदायत दी है। साथ ही कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि रैली में किसी भी तरह की कोई आपत्तिजनक भाषण या बयान न दिया जाए, जिससे लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचे। कोर्ट ने कहा कि अगर किसी भी तरह का उल्लंघन होता है तो इसके जिम्मेदार आयोजक होंगे। गौरतलब है कि 16 जनवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने 22 जनवरी को ही कोलकाता में संप्रीति रैली का नेतृत्व करने की बात कही है।

पश्चिम बंगाल में 22 जनवरी को संप्रीति रैली
16 जनवरी को टीएमसी की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह कालीघाट मंदिर में देवी काली की पूजा करने के बाद दक्षिण कोलकाता के हाजरा क्रॉसिंग से ‘संप्रीति रैली’ शुरू करेंगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि 22 जनवरी को मैं कालीघाट मंदिर जाऊंगी, वहां पूजा करूंगी। जिसके बाद सभी धर्मों के लोगों के साथ रैली में शामिल होने जाऊंगी । राज्य सचिवालय ने कहा कि इस कार्यक्रम का किसी अन्य कार्यक्रमों से कोई लेना-देना नहीं हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से राज्य के सभी जिलों में संप्रीति रैली आयोजित करने की भी बात की थी। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि यह पुजारियों का काम है, न कि राजनेताओं का। हमारा काम राज्य को आधारभूत सुविधाओं से सुदृढ़ करना है।

तमिलनाडु की इस जगह का तापमान पहुंचा एक डिग्री पर, आम जन-जीवन प्रभावित, खेती पर पड़ रहा असर

तमिलनाडु के नीलगिरि में तापमान में गिरावट के कारण लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। इसका असर खेती पर भी दिखने लगा है। हरे-भरे लॉन पाले से भरे हुए हैं। इस भीषण ठंड का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है।

नीलगिरि में पड़ी बेमौसम ठंड
आधिकारिक डेटा के अनुसार, उधगमंडलम के कंथाल और थलाईकुंठा में तापमान गिरकर एक डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं बोटानिकल गार्डेन में पारा दो डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय लोग और पर्यावरण कार्यकर्ता इस बेमौसम ठंड को लेकर काफी चिंतित हैं।

नीलगिरि पर्यावरण सामाजिक ट्रस्ट के वी. शिवदास ने इस बेमौसम ठंड का कारण ग्लोबल वॉर्मिंग को बताया है। उन्होंने कहा, ‘ठंड की शुरुआत में देरी हो रही है और इस तरह से होने वाले जलवायु परिवर्तन नीलगिरि के लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती है। यहां बड़े पैमाने पर होने वाले चाय बागान को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।’

चाय की खेती हो रही प्रभावित
एक स्थानीय चाय श्रमिक संघ के सचिव ने कहा, ‘दिसंबर में भारी बारिश और कड़ाके की ठंड से चाय की खेती प्रभावित हो रही है।’ यह आने वाले समय में उत्पादन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। सब्जी उत्पादक किसानों का कहना है कि इस मौसम का असर खास तौर पर गोभी पर पड़ रहा है।’ एक सरकारी ने बताया कि इस मौसम में काम के लिए सुबह निकलना मुश्किल हो रहा है। इस मौसम में दो पहिया वाहन चलाना भी मुश्किल है। सांस लेने में परेशानी हो रही है और सिर दर्द की शिकायत भी हो रही है। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

बर्फीली हवा के साथ सताएगी सर्दी, दिल्ली में यलो अलर्ट; कई उड़ानें प्रभावित, 18 ट्रेनें लेट

दिल्ली में मौसम विभाग की ओर से ठंड को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। आज पारा गिरेगा और कोहरे के कारण भी परेशानी होगी। इस बीच कोहरे के कारण कम दृश्यता के चलते आईजीआई हवाईअड्डे पर कई उड़ानों के संचालन में देरी हुई है। कुछ उड़ानें रद्द भी हो गई हैं जिससे एयरपोर्ट पर यात्री हैरान-परेशान हैं। घने कोहरे के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली आने वाली 18 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।

प्रादेशिक मौसम विभाग की ओर से बृहस्पतिवार को पारा लुढ़केगा इस दौरान 5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। वहीं, आसमान साफ रहेगा और सुबह से समय हल्के से मध्यम स्तर पर कोहरा छाए रहने की आशंका है। वहीं, मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान धूप नहीं खिलेगी।

रिज इलाका रहा सबसे अधिक ठंडा
बुधवार को रिज में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, यह अन्य इलाकों से सबसे ठंडा दर्ज किया गया। वहीं, आया नगर में 5.4, पालम में 5.5 व लोधी रोड में 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, पीतमपुरा में 19.1, आया नगर में 18.8, रिज में 18.3 और पूसा में 18.0 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। ऐसे में दोपहर में भी ठंड का अहसास बढ़ गया है।

बुधवार को तापमान
अधिकतम-18.2 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम-5.7 डिग्री सेल्सियस
आने वाले दो दिन का तापमान जाने की संभावना

बृहस्पतिवार को तापमान
अधिकतम-18 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम-5 डिग्री सेल्सियस

शुक्रवार को तापमान
अधिकतम-19 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम-6 डिग्री सेल्सियस