Saturday , October 26 2024

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‘रेलवे स्टेशनों पर दिखेगी सांस्कृतिक विरासत’, रेल मंत्री वैष्णव ने देशभर में कायाकल्प पर कही ये बात

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य समारोह के आयोजन को महज कुछ ही दिन बचे हैं। अयोध्या में कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। देशभर की कई जानी-मानी हस्तियां इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। इसी बीच, अयोध्या में हो रहे निर्माण कार्यों और रेलवे स्टेशन के कायाकल्प को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे स्टेशन लोगों के जीवन का अटूट हिस्सा है। इन्हें क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत की झलक के साथ संवारना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में संस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में आगामी राम मंदिर वास्तुकला की झलक मिलेगी। वहीं पुरी के स्टेशन में भगवान जगन्नाथ मंदिर की पारंपरिक वास्तुकाल की छवि दिखाई देगी।

‘स्टेशन के कायाकल्प में सांस्कृतिक विरासत की छवि’
भुवनेश्वन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जितना ज्यादा आप रेलवे स्टेशनों को शहर से जोड़ते हैं, उतना ही क्षेत्र का विकास होता है। यह विकास इस तरह का होना चाहिए कि उसमें सांस्कृति विरासत की झलक दिखाई दे। रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में विरासत का संरक्षण होना चाहिए। गौरतलब है कि स्टेशन के पुनर्निर्माण की समीक्षा करने के लिए अश्विनी वैष्णव पुरी में थे। 2021 में रेल मंत्रालय ने अमृत स्टेशन योजना शुरू की थी, जिसके तहत देशभर के 1309 रेलवे जंक्शनों के कायाकल्प किया जा रहा है।

सभी स्टेशनों को संवारने पर फोकस- वैष्णव
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्टेशनों के डिजाइन को इस तरह से तैयार किया जा रहा है, जिसमें सांस्कृतिक विरासत की झलक दिख सके। अन्य स्टेशनों को भी इस तरह की अवधाराणा के साथ कायाकल्प किया जा रहा है। समय सीमा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी जटिल परियोजना है, ऐसे में कई वर्ष भी लग जाते हैं। लेकिन रेलवे डिवीजन इसे बहुत बेहतरीन गति के साथ पूरा कर रहा है। वैष्णव ने कहा कि मैंने भुवनेश्वर और कटक रेलवे स्टेशनों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और जिस गति से ये काम किए जा रहे हैं, उससे मैं खुश हूं।

‘बाबा के लिए कम नहीं हुआ सम्मान’, शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पीएम से की मुलाकात, किताब भेंट की

दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को अपनी किताब ‘इन प्रणब माय फादर: ए डॉटर रिमेंबर्स’ की एक प्रति भेंट की। इसके बाद शर्मिष्ठा ने कहा कि उनके पिता के लिए प्रधानमंत्री का सम्मान कम नहीं हुआ है।

‘बाबा के लिए कम नहीं हुआ पीएम का सम्मान’
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की तस्वीरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है। इसके साथ ही आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे मेरी किताब की प्रति भेंट करने के लिए बुलाया था। वह मेरे प्रति भी उतने ही दयालु थे, जितने वे हमेशा रहे हैं। बाबा (पिता) के लिए भी उनका सम्मान कम नहीं हुआ है। तस्वीरों में उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है।

किताब में राहुल के नेतृत्व कौशल पर संदेह
कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता शर्मिष्ठा ने अपनी किताब में अपने पिता के साथ की घटनाओं को याद किया है। किताब में उन्होंने दावा किया है कि प्रणब मुखर्जी को (कांग्रेस सांसद) राहुल गांधी के नेतृत्व कौशल पर संदेह था और वे उन्हें राजनीति के लिए परिपक्व नहीं मानते थे। इससे पहले शर्मिष्ठा ने एक इंटरव्यू में राहुल गांधी को ‘बेहद विनम्र’ और सवालों से भरा हुआ व्यक्ति बताया था। लेकिन, यह भी कहा था कि उन्हें एक राजनेता के रूप में परिपक्व होना बाकी है। किताब के मुताबिक, प्रणब मुखर्जी ने राहुल की ‘एएम’ और ‘पीएम’ बीच अंतर न करने की क्षमता पर भी सवाल उठाया था।

राहुल पर प्रणब की व्यंग्यात्मक टिप्पणी का जिक्र
उनके मुताबिक, एक दिन प्रणब मुखर्जी मुगल गार्डन (अब अमृत गार्डन) में सुबह की सैर के लिए निकले थे। राहुल उनसे मिलने आए। प्रणब को अपनी सुबह की सैर और पूजा के दौरान किसी भी तरह की रुकावट पसंद नहीं थी। फिर भी राहुल ने उनसे मिलने का फैसला किया। दरअसल, राहुल गांधी की शाम को प्रणब से मुलाकात की योजना थी। लेकिन, उनके कार्यालय ने प्रणब को बताया कि बैठक सुबह के समय होनी थी। जब मुझे (शर्मिष्ठा) एक अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) से घटना के बारे में पता चला तो मैंने अपने पिता से पूछा। इस पर उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में टिप्पणी की कि अगर राहुल का कार्यालय ‘एएम’ और ‘पीएम’ के बीच अंतर नहीं कर सकता है, तो वे एक दिन पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय ) कैसे चला सकते हैं?

अगले तीन दिन हो सकते हैं सबसे ठंडे, ताजा बर्फबारी से बढ़ेगी मैदानी इलाकों में गलन

सूर्य के उत्तरायण होते-होते एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने का माहौल बन गया है। सोमवार की रात से सक्रिय होने वाले इस विक्षोभ के चलते न सिर्फ उत्तर भारत के कुछ राज्यों में बारिश की संभावनाएं बनी हैं, बल्कि पहाड़ी इलाकों पर ताजा बर्फबारी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार रात से लेकर गुरुवार तक मैदानी इलाकों में जबरदस्त ठंड और गलन पड़ सकती है। जबकि इन्हीं इलाकों में अभी भी लगातार कोहरा बढ़ता जाएगा। वहीं बढ़े हुए कोहरे के चलते सोमवार को भी देश की राजधानी दिल्ली के हवाई अड्डे पर यातायात व्यवस्था चरमराई रही। दोपहर 12 बजे तक कई उड़ानों को अलग-अलग एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया, जबकि 100 से ज्यादा उड़ानें एक बार फिर से देरी से उड़ीं।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार देर शाम से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने वाली है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के ऊपरी हिस्सों में ताजा बर्फबारी होगी। मैदानी इलाकों समेत उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान किया जा रहा है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि विक्षोभ के चलते उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों समेत मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। मंगलवार से लेकर गुरुवार तक अलग-अलग हिस्सों में बारिश का अनुमान है। बारिश के चलते कुछ इलाकों में तापमान में अंतर देखा जा सकता है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. दीपांशु यादव कहते हैं कि कुछ इलाकों में ताजा बर्फबारी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। सात हजार फीट से लेकर नौ हजार फीट पर ताजा बर्फबारी हो सकती है। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों के भीतर बदले मौसम के चलते तकरीबन 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं मैदानी इलाकों में गलन बढ़ा सकती हैं। इसी वजह से मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार रात से लेकर गुरुवार दोपहर तक पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के मैदान इलाको समेत चंडीगढ़ राजस्थान और मध्यप्रदेश के हिस्सों में न्यूनतम से लेकर अधिकतम पारे के गिरने का अनुमान बना हुआ है। अभी उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तीन डिग्री से लेकर सात डिग्री सेल्सियस का तापमान बना हुआ है। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों में इसी तरह का तापमान बना रह सकता है।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते कुछ मैदानी इलाकों में दिन और रात के कोहरे की समय सीमा में बदलाव हो सकता है। विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले तीन दिनों के भीतर दिन के वक्त तो उतना कोहरा नहीं होगा। लेकिन सुबह और रातों में यह कोहरा बढ़ेगा। इसमें पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत बिहार के कुछ हिस्सों में कोहरे का यह ट्रेंड देखा जा सकता है। मौसम विभाग में राष्ट्रीय राजमार्ग संचालन से जुड़ी सरकारी एजेंसियों से कोहरे के इस ट्रेंड को लेकर जानकारियां साझा की हैं। ताकि राजमार्गों और एक्सप्रेस वे पर चलने वाले वाहनों को लेकर एडवाइजरी जारी की जा सके।

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले तीन दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और पंजाब हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप बढ़ सकता है। विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक शीत लहर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के इलाकों में लगातार बढ़ेगी। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र पाल कहते हैं कि फिलहाल अगले एक हफ्ते तक मौसम में कोई खास बदलाव का अनुमान नहीं लग रहा। वह कहते हैं कि अगले सोमवार के बाद उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में दिन के दौरान और सुबह के वक्त कोहरे में कमी दर्ज हो सकती है।

वहीं सोमवार को भी बदले मौसम के चलते दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानों का संचालन प्रभावित रहा। जानकारी के मुताबिक दोपहर दो बजे तक हवाई अड्डे से तकरीबन 19 जहाजो का डायवर्जन किया गया। जबकि सबसे ज्यादा उड़ाने दोपहर बारह बजे तक लेट हो चुकी थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बदहाल मौसम के चलते सोमवार रात तक भी उड़ानों का संचालन व्यवस्थित होने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही थी।

राम मंदिर में बम की सूचना से मचा हड़कंप, नाबालिग ने 112 डायल कर कहा, राम जन्मभूमि में बम है

प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के बीच शनिवार की देर रात राममंदिर व राम जन्मभूमि थाने में बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया। पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। सूचना के पांच मिनट के भीतर सुरक्षा में लगे अधिकारी राम जन्मभूमि परिसर पहुंच गए। तमाम एजेंसियों ने पूरे मंदिर को कब्जे में ले लिया। जगह जगह बम खोजा जाने लगा।

दरअसल शाहजहांपुर के रहने वाले 12 वर्ष के बच्चे ने वीडियो गेम खेलने के दौरान 112 डायल कर दिया। फोन उठने पर उसने मजाक में पहले कहा कि रामजन्मभूमि थाने में बम है। कंट्रोल रूम से तत्काल पलट कर दूसरी कॉल की गई तो बच्चे ने कहा कि राममंदिर में भी बम है। पुलिस ने मोबाइल नंबर की जांच शुरू की तो पता चला कि नंबर जिला शाहजहांपुर के गांव पिपरा जप्ती निवासी लीलावती का है। कंट्रोल रूम से तत्काल शाहजहांपुर और अयोध्या पुलिस को सूचना दी गई। शाहजहांपुर पुलिस लीलावती के घर पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि लीलावती का नाती मोबाइल में गेम खेल रहा था। बच्चे ने बताया कि खेलने के दौरान ही अचानक इमरजेंसी काॅल 112 नंबर पर लग गई। उसने मजाक में बम की बात कही थी।

एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय ने बताया कि शनिवार की रात करीब 11:30 बजे बम की सूचना पर एटीएस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल राममंदिर में मोर्चा संभाल लिया था। डॉग स्क्वॉड, बम स्क्वॉड समेत अन्य आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से पूरे परिसर को खंगाला गया। कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। बच्चे ने वीडियो गेम खेलने के दौरान मजाक में सूचना दी थी। उसे चेतावनी दी गई है।

मुख्यमंत्री बोले- प्राण प्रतिष्ठा को सियासी चश्मे से देखने और वोट बैंक तलाशने की जरूरत नहीं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मानते हैं कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन पीढ़ियों के संघर्ष के बाद आया है। सदियों के तप, संकल्पों की पूर्ति और सनातन धर्मावलंबियों के गौरव का यह कार्यक्रम पूरे देश का है, इसे सियासी चश्मे से देखने और वोट बैंक तलाशने का अवसर बनाने की जरूरत नहीं है। योगी ने कहा, इस दिन से नए भारत का आगाज हो रहा है। नव्य अयोध्या का जो स्वरूप होगा, वह सिर्फ भारत या सनातन धर्मावलंबियों को नहीं, विश्व मानवता को दिशा और प्रेरणा देगा।

अमर उजाला से खास बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल था कि विपक्षी दलाें ने प्राण प्रतिष्ठा को खास विचारधारा व संघ-भाजपा का आयोजन करार देकर कार्यक्रम में शामिल होने से इन्कार किया है? सीएम योगी ने कहा, यह जनमानस की आस्था के सम्मान का दिन है। रामलला को अपने मंदिर में विराजित होते देखना भावुक करने वाले क्षण हैं। इस पर भी राजनीति, कल्पना से परे तो है ही, देशवासियों की आस्था का अपमान भी है। राष्ट्रीय गौरव के अवसर को सियासी चश्मे से देखना गलत है।

राम मंदिर अभियान में हर देशवासी धर्म, जाति, पंथ, भाषा व क्षेत्र से उठकर जुड़ा था, उनके संकल्प आकार ले रहे हैं। इसे वैचारिक-परिवार या पार्टी से जोड़ना अनुचित है। हालांकि, सांविधानिक रूप से पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमें यह सफलता प्राप्त हुई है, इस तथ्य से कोई कैसे इन्कार कर सकता है?

सीएम ने कहा, आम जनमानस की आस्था का हो रहा सम्मान, यह भावुक करने वाला पल

जिस पर कृपा राम की होई…
कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के आमंत्रण ठुकराने पर योगी कहते हैं, हमारा काम आमंत्रण देना था। इसे कोई राजनीतिक चश्मे से देखता है, तो उसकी दृष्टि व सोच है। प्रभु सबको अवसर देते हैं। मगर, हर व्यक्ति उसका लाभ नहीं ले सकता है। ऐसे अवसर का लाभ वही ले सकता है, जिस पर कृपा राम की होई। वह अपना धर्म निभाएं, हम अपना निभा रहे हैं।

संतों की न हो निजी अपेक्षा
शंकराचार्य की चर्चाओं पर कहा, इस अवसर पर सनातन धर्मावलंबी आनंद की अनुभूति के साथ उल्लास से भरे हैं। निजी मान-अपमान की चिंता किए बगैर सभी का आशीर्वाद मिलना चाहिए। हम सभी संतों का जीवन प्रभु श्रीराम के चरणों में ही समर्पित है, इसलिए हमारी कोई अपेक्षा निजी नहीं होनी चाहिए।

जनता सब जानती है
भाजपा को लाभ के सवाल पर योगी कहते हैं, राष्ट्रीय स्वाभिमान के इस अभियान का लाभ-हानि से मतलब नहीं है। जनता-जनार्दन जानती है कि उनकी आस्था का सम्मान कौन कर रहा है। सुरक्षा कौन दे रहा है। उनकी आर्थिक समृद्धि और उज्ज्वल भविष्य के लिए कौन ईमानदारी और पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम रहा है।

पायलट ने किया विमान की उड़ान में देरी का एलान तो यात्री ने कर दिया हमला, वीडियो वायरल, बिठाई गई जांच

खराब मौसम के चलते फ्लाइट के लेट होने का सिलसिला लगातार जारी है। इस बीच दिल्ली में एक विमान के उड़ान भरने में देरी को लेकर एक यात्री इतना नाराज हो गया कि उसने फ्लाइट के कैप्टन पर ही हमला बोल दिया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

यात्री ने पायलट पर किया हमला
इस वीडियो में शख्स को पायलट को घूंसा मारते देखा जा सकता है। विमानन सुरक्षा एजेंसी ने इस घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि यह घटना तब हुई जब पायलट माइक्रोफोन पर यात्रियों को दिल्ली से गोवा जा रही फ्लाइट के कोहरे के चलते लेट होने की जानकारी दे रहा था। इसी दौरान यात्री ने पायलट को घूंसा मार दिया। यह घटना रविवार की दोपहर एक बजे की है। यात्री की पहचान साहिल कटारिया के तौर पर की गई है। दिल्ली पुलिस ने इस घटना पर कहा, ‘आरोपी के खिलाफ हम उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे।’ इंडिगो ने भी यात्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

लोगों ने की यात्री को नो-फ्लाई-लिस्ट में डालने की अपील
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई। एक यूजर ने कहा, ‘उड़ान में देरी को लेकर पायलट क्या कर सकता है? वह केवल अपना काम कर रहा था। इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर इसे नो-फ्लाई लिस्ट में डाल देना चाहिए। इसकी तस्वीर को सार्वजनिक करना चाहिए, जिससे की अन्य लोगों को इसके बुरे व्यवहार के बारे में मालूम होना चाहिए।’ वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, ‘इस व्यक्ति पर हमला करने का मामला दर्ज करना चाहिए। इसे नो-फ्लाई-लिस्ट में डाल देना चाहिए। यात्री का यह व्यवहार अस्वीकार्य है।’

मकर संक्रांति के दिन बच्चों के लिए ऐसे तैयार करें तिल से बने कप केक

भारतीय पंचांग के अनुसार, इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति को साल का सबसे बड़ा पहला त्योहार माना जाता है। हिंदू धर्म में इस त्योहार का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है। मान्यताओं की मानें तो इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करना शुभ माना जाता है। मकर संक्रांति के दिन ही खरमास का समापन होता है और एक मास से जिन शुभ कार्यों पर रोक लगी होती है वो फिर से शुरू हो जाते हैं। इस दिन तिल और गुड़ से बनी चीजें खाने की परंपरा है। इसी के चलते लोग गजक के साथ तमाम तरह के पकवान तैयार करते हैं। वैसे तो हर कोई गजक खाना पसंद करता है, लेकिन आजकल के बच्चों को ये पसंद नहीं आती। ऐसे में आप अपने बच्चे के लिए तिल की मदद से कप केक तैयार करवा सकती हैं।

तिल रागी केक बनाने का सामान

  • 1 कप रागी का आटा
  • आधा कप जौ का आटा
  • डेढ़ चम्मच बेकिंग पाउडर
  • आधा कप ऑलिव ऑयल

Cup Cake
1 कप छाछ
1 चम्मच वनीला एसेंस
2 बड़े चम्मच तिल
1 बड़ा चम्मच तिल (सजावट करने कि लिए)

विधि

केक बनाने के लिए सबसे पहले 180 डिग्री पर माइक्रोवेव को प्रीहीट कर लें। इसके बाद एक कटोरे में सभी सूखी चीजों को सही से मिला लें। अब इसमें ऑलिव ऑयल मिक्स करें और साथ में ही 2 बड़े चम्मच तिल और छाछ को सही से मिलाकर एक बैटर तैयार करें।

जब बैटर तैयार हो जाए तो इसे अच्छी तरह से फेंट लें, ताकि बैटर में किसी तरह की गांंठ ना पड़ने पाए। जब केक मिक्सचर तैयार हो जाए तो इसे कुछ देर के लिए साइड में रख दें। तब तक कप केक के मोल्ड पर हल्का सा तेल या बटर लगाकर उसे चिकना कर दें।

इसके बाद बैटर को केक मोल्ड में डाले। इसे सजाने के लिए आप बैटर में ऊपर से तिल डाल सकते हैं। इसे आपको 15 मिनट तक बेक करना है। जब ये बेक हो जाए तो इसे निकाल कर ठंडा करें और बच्चों को परोसें।

मकर संक्रांति के दिन रंगोली की इन डिजाइनों से सजाएं घर, देखकर हर कोई करेगा तारीफ

मकर संक्रांति का त्योहार इस साल 15 जनवरी के दिन मनाया जाएगा। वैसे तो हर साल ये त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाता था, लेकिन इस साल हिंदी पंचांग के अनुसार इसे 15 जनवरी के दिन मनाया जाएगा। देशभर में मकर संक्रांति को अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे कि असम में माघ बिहू, पंजाब में माघी, हिमाचल प्रदेश में माघी साजी, जम्मू में माघी संग्रांद या उत्तरैन (उत्तरायण), हरियाणा में सकरात, मध्य भारत में सुकराट, दक्षिण भारत में पोंगल, गुजरात में उत्तरायण आदि।

ये साल का पहला बड़ा त्योहार होता है। इसी वजह से हर मकर संक्रांति के दिन लोग अपने घरों को अच्छे से सजाते हैं। भारतीय घर में कोई त्योहार हो और रंगोली ना बने, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। अगर आप भी मकर संक्रांति के दिन अपने घर के आंगन में रंगोली बनाना चाहते हैं, तो हम आपको कुछ सिंपल रंगोली के डिजाइन दिखाने जा रहे हैं।

ये है आसान विकल्प

अगर आप रंगोली की ऐसी डिजाइन की तलाश कर रही हैं, जो ज्यादा बड़ी ना हो, तो आप इसका चयन कर सकते हैं। इसे बनाना बेहद आसान है।

कलश वाली रंगोली

घर के आंगन में कलश रखना काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में आप अपने घर के आंगन में इस तरह से लाल, हरे, पीले और सफेद रंग की मदद से रंगोली बनाएं। इसके बीच में अगर आप कलश रखेंगी, तो ये और खूबसूरत दिखेगी।

नीले रंग का करें ऐसे इस्तेमाल

अगर आपके घर की जमीन पर सफेद टाइल्स या पत्थर लगे हैं, तो आप इस तरह से नीले रंग की रंगोली अपने आंगन में बना सकती हैं। इसे अगर दो लोग मिलकर बनाएंगे तो ये आसानी से बन जाएगी।

दरवाजे पर बनाएं ऐसी रंगोली

अगर आप अपने घर के दरवाजे पर कुछ खास तरह की रंगोली बनाना चाहती हैं, तो ये एक बेहतर विकल्प है। रंगोली की ये डिजाइन बनाना भी बेहद आसान है।

फूलों की रंगोली

अगर आपके आस-पास रंगोली के रंग नहीं मिल रहे हैं तो आप इस तरह से फूलों की रंगोली बना सकती हैं। गेंदे और गुलाब की पंखुड़ियों की मदद से आप ऐसी रंगोली तैयार कर सकती हैं।

ये है सबसे सही विकल्प

अगर आप अपनी रंगोली में पतंग बनाना चाहती हैं, तो रंगोली की ये डिजाइन आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। इस रंग-बिरंगी रंगोली में पतंग के साथ आप चरखी भी बना सकती हैं।

क्यों मनाया जाता है भारतीय सेना दिवस, जानिए क्या है इस दिन का महत्व

हर साल 15 जनवरी के दिन भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है। भारतीय सेना एक पेशेवर सेना है, जो देश की सुरक्षा को लेकर हमेशा प्रतिबद्ध रहती है। युद्ध लड़ना हो, देश में किसी बड़ी त्रासदी आने के बाद रेस्क्यू करना हो या आपात स्थिति में जल्द से जल्द जरूरतमंद लोगों के पास मदद पहुंचानी हो, हमारे भारतीय जवान हर जगह मुस्तैदी के साथ काम करते हैं। देश के लिए ये जवाना अपना सर्वस्य न्योछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। आतंकवाद से लड़ने के लिए ये जवान अपनी जान जोखिम में डालने से भी नहीं डरते। इस बार 15 जनवरी, 2024 को भारत अपना 76वां सेना दिवस मनाने जा रहा है। इस गौरवपूर्ण मौके पर नई दिल्ली और देश के विभिन्न सैन्य मुख्यालयों में सैन्य परेड, सैन्य प्रदर्शनियां और कई दूसरे रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इस दिन देश की सेना की वीरता, शौर्य और कुर्बानियों को याद किया जाता है। वहीं क्या आपको इस बारे में पता है कि आखिर भारतीय सेना दिवस को मनाने की शुरुआत कब से हुई? आखिर इसे 15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? अगर आप इस बारे में नहीं जानते हैं। ऐसे में आज हम इसी बारे में बताने जा रहे हैं –

15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है भारतीय सेना दिवस
भारतीय सेना का गठन ब्रिटिश सम्राज्य के आधीन किया गया था। ये वह समय था जब सेना में वरिष्ठ अधिकारी ब्रिटिश हुआ करते थे। गौर करने वाली बात है कि देश के आजाद होने के बाद भी सेना में जो वरिष्ठ अधिकारी थे। वे ब्रिटिश मूल के ही थे। साल 1949 में जनरल फ्रांसिस बुचर आखिरी ब्रिटिश कमांडर थे। उनके जाने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा आजाद भारत के पहले भारतीय सैन्य अधिकारी बनते हैं।

15 जनवरी के दिन ही के एम करियप्पा, जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी। यह भारतीय सेना के लिए एक बहुत ही खास क्षण था। इसी दिन देश की सेना का नेतृत्व पहली बार किसी भारतीय के हाथ में पहुंचा था। इसी वजह से हर साल 15 जनवरी के दिन भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है।

कौन थे लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा
के एम करियप्पा आजाद भारत के पहले फील्ड मार्शल थे। के एम करियप्पा का पूरा नाम कोडंडेरा मडप्पा करियप्पा था। के एम करियप्पा के नाम कई उपलब्धियां हैं। इन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच के युद्ध का नेतृत्व किया था। के एम करियप्पा का निधन साल 1993 में 94 साल की उम्र में हुआ था।

आजादी के बाद भारतीय सेना ने कई युद्ध लड़े हैं। इसके अलावा देश में अतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए भी भारतीय सेना ने कई बड़े अभियानों को चलाया है। ऐसे में भारतीय सेना दिवस देश की स्वतंत्रता और अखंडता की सुरक्षा के लिए वीर सैनिकों की कुर्बानियों को याद करने का दिन है।

प्रभास की अगली फिल्म ‘द राजा साब’ का पोस्टर रिलीज, लुंगी लहराते नजर आए सुपरस्टार

साउथ सुपरस्टार प्रभास इन दिनों फिल्म ‘ सलार पार्ट 1 सीजफायर ‘ में नजर आ रहे हैं। प्रशांत नील द्वारा निर्देशित इस फिल्म में प्रभास, पृथ्वीराज सुकुमारन और श्रुति हासन मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 700 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। सलार के बाद प्रभास अब निर्देशक मारुति के साथ अपने अगले प्रोजेक्ट के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनकी अगली फिल्म का नाम ‘द राजा साब’ है। फिल्म ‘द राजा साब’ का पहला लुक आज जारी कर दिया गया है। फिल्म के पोस्टर में प्रभास लुंगी लहराते हुए नजर आ रहे हैं।

अतरंगी स्टाइल में नजर आ रहे प्रभास
प्रभास की फिल्म ‘द राजा साब’ से उनकी पहली झलक सामने आई है। फर्स्ट लुक पोस्टर में सुपरस्टार अतरंगी स्टाइल में नजर आ रहे हैं। प्रभास ने आज सोमवार, 15 जनवरी को सुबह अपनी अपकमिंग फिल्म ‘द राजा साब’ का फर्स्ट लुक रिलीज किया है। फिल्म के पोस्टर में उनका लुक देखकर पुरा साउथ वाला फील आ रहा है। इसमें वह काली रंग की शर्ट के साथ लुंगी पहने नजर आ रहे हैं, जो तेजी से वह हवा में लहरा रहे हैं। फिल्म का पहला लुक बेहद शानदार है।

प्रभास ने साझा किया अपना फर्स्ट लुक
फिल्म का पोस्टर साझा कर प्रभास ने लिखा, ‘इस त्योहारी सीजन में ये लीजिए ‘द राजा साब’ की पहली झलक। आप सभी को शुभकामनाएं।’ जाने-माने निर्देशक मारुति इस फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं और उन्होंने ही ‘द राजा साब’ की कहानी भी लिखी है। वहीं, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता थमन एस प्रभास की इस फिल्म को संगीत देने वाले हैं।

दर्शकों को पसंद आ रहा प्रभास का लुक
आज सुबह-सुबह फिल्म का पोस्टर आते ही प्रभास के फैंस के चेहरे पर खुशी छा गई है। फिल्म का पोस्टर दर्शकों को बेहद पसंद आ रहा है। फिल्म का पोस्टर देखने के बाद दर्शक फिल्म का इंतजार कर रहे हैं। प्रभास के पोस्ट पर कमेंट कर फैंस उन्हें उनकी अपकमिंग फिल्म ‘द राजा साब’ के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं।